चंडीगढ़-मनाली हाईवे पर 24 घंटे तैनात रहेगी पुलिस, जाने वजह

हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी होने के बाद एक बार फिर टूरिस्ट सीजन शुरू हो गया है। पर्यटन नगरी मनाली में भी हजारों की संख्या में सैलानी नए साल का जश्न मनाने के लिए पहुंच रहे हैं। कुल्लू-मनाली पहुंचने के लिए पर्यटक मंडी जिले से होकर ही गुजरते हैं। ऐसे में चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे पर गाड़ियों की आवाजाही बढ़ गई हैं। इस दौरान हाईवे पर जाम की स्थिति पैदा ना हो, इसके लिए मंडी पुलिस ने 35 जवानों को हाईवे पर तैनात किया है। इसके अवाला 28 दिसंबर को 24 और अतिरिक्त जवान इनके साथ जुड़ जाएंगे। साथ ही सभी गाड़ियों पर नजर बनाए रखने के लिए शहर और हाईवे पर लगातार पुलिस टीमें पेट्रोलिंग पर रहेंगी। एएसपी मंडी सागर चंद्र ने बताया, हाईवे पर सुचारू रूप से ट्रैफिक चलता रहे, इसके लिए हाईवे पर अतिरिक्त फोर्स की तैनाती की गई है, जिसमें सुंदरनगर के भवाना और मंडी से आगे 9 मील के पास नाके भी लगाए गए हैं। 2 जनवरी तक यह जवान हाईवे पर दिन रात ट्रैफिक व्यवस्था का जिम्मा संभाले रखेंगे।
वहीं, एएसपी सागर चंद ने बताया कि ट्रैफिक कंट्रोल के साथ-साथ यह जवान अन्य गतिविधियों पर भी नजर रखेंगे, ताकि हुंडदंग बाजी व लड़ाई झगड़े जैसी कोई भी घटना सामने ना आए। उन्होंने पर्यटकों व स्थानीय लोगों से हाईवे पर सुरक्षित व अनुशासनात्मक तरीके से गाड़ी चलाने की अपील की है, ताकि किसी भी तरह की कोई दुर्घटना पेश न आए। बता दें कि किरतपुर मनाली फोरलेन प्रोजेक्ट के तहत मंडी जिले में फोरलेन का काम चला हुआ है। मंडी शहर के 4 मील से लेकर हणोगी तक अधिकतर स्थानों पर कार्य अभी भी प्रगति पर है। ऐसे में टूरिस्ट सीजन के दौरान इन स्थानों पर रूक-रूक कर ट्रैफिक गुजरता है। वाहन चालक इन स्थानों पर आगे निकलने की होड़ में गलत तरीके से ओवरटेक करते हैं। इस साल भी पहली जनवरी को नए साल का जश्न मनाकर मनाली से लौट रहे दो वाहन चालक ओवरटेक को लेकर बिंद्राबणी के पास आपस में उलझ गए थे। इस दौरान दोनों ड्राइवर लड़ते-लड़ते ब्यास नदी में जा गिरे थे और उनकी दर्दनाक मौत हो गई थी।