सिरमौर: एनएच-707 निर्माण कार्य का मलबा खड्ड में फेंकने से उखड़े ग्रामीण
सिरमौर: गिरिपार में तिलौरधार के पास एनएच-707 निर्माण कार्य चल रहा है। कटिंग के दौरान मलबा नालियों और खड्ड में डाला जा रहा हैै जिससे रिहायशी मकानों, सिंचाई एवं पेयजल स्रोत को खतरा पैदा हो रहा है। ग्रामीणों ने कार्यस्थल पर पहुंच कर फेंके गए मलबे का जायजा लेकर विरोध जताया है। इस समस्या की लिखित शिकायत एसडीएम कफोटा को सौंप दी गई है। ग्राम शमाह निवासी चूही राम शर्मा, रती राम, कल्याण सिंह, राजेन्द्र शर्मा, राजेश शर्मा, विनोद शर्मा, माया राम शर्मा, सुनील शर्मा, कंठी राम, रमन शर्मा, रमेश चंद, मुकेश शर्मा और प्रवेश शर्मा समेत ग्रामीणों ने कहा कि तिलौरधार के समीप एनएच -707 सड़क कार्य चल रहा है। ये काम आरजीबी कंपनी करवा रही है। इसमें संबंधित ठेकेदार कार्य के दौरान मलबा नालियों और खड्ड में फेंक रहा हैं, जबकि तय नियम व दिशा-निर्देश के अनुसार कंपनी व ठेकेदार को ये मलबा डंपिंग यार्ड में ही फेंकना होता है।
मलबा शमाह गांव के साथ लगते खाले में डाला जा रहा है जिससे शमाह गांव के लिए पेयजल, सिंचाई के स्रोतों, रिहायशी मकान व उपजाऊ भूमि को खतरा पैदा हो गया है। संभावित खतरे को लेकर ग्रामीण बुधवार को कार्यस्थल पर पहुंचे और मलबा फेंकने को रुकवाया गया। इसके बाद ग्रामीणों का एक प्रतिनिधिमंडल स्थानीय एसडीएम कफोटा से मिला। लिखित पत्र सौंप कर ग्रामीणों ने पूरी समस्या व संभावित क्षति के बारे में अवगत करवाया। शमाह के ग्रामीणों ने कहा कि बिना डंपिंग यार्ड बनाए ठेकेदार का काम शुरू नहीं करने दिया जाएगा। ये मलबा डंपिंग यार्ड में ही डाला जाए। इस विषय पर चीफ इंजीनियर एनएच और जिला उपायुक्त सिरमौर को भी अवगत करवाया जाएगा। शमाहवासी राजेंद्र शर्मा, रमेश कुमार व सीआर शर्मा ने बताया कि एसडीएम से आश्वासन मिला है।
एसडीएम कफोटा राजेश वर्मा ने शिकायत मिलने की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों की तरफ से लिखित शिकायत मिली है जिसमें खड्ड में एनएच मार्ग निर्माण का मलबा फेंकने से ग्राम शमाह के रिहायशी मकानों, पेयजल स्रोत और उपजाऊ भूमि को संभावित खतरे की आशंका जताई गई है। मौके का निरीक्षण किया जाएगा। इसके बाद संबंधित अधिकारियों, ठेकेदार से नियमानुसार डंपिंग साइट में ही मलबा फेंकने को कहा जाएगा।