सोलन: प्रदेश सरकार के खिलाफ शिक्षा प्राप्त बेरोजगार संघ सोलन इकाई ने किया प्रदर्शन, जमकर की नारेबाजी

सोलन, 13 फरवरी: शिक्षा प्राप्त बेरोजगार संघ इकाई सोलन ने सरकार द्वारा रोजगार न देने पर आज प्रदर्शन किया। इस दौरान युवाओं ने माल रोड पर जमकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। यह रैली पुराने डीसी कार्यालय से लेकर पुराने बस अड्डे तक निकाली गई। इसके बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू व राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला को डीसी सोलन मनमोहन शर्मा के माध्यम से ज्ञापन सौंपा गया। प्रदर्शन के दौरान युवाओं ने आउटसोर्स को बंद करने की मांग, स्वास्थ्य विभाग में नर्सों की भर्ती, पटवार सर्कल में पटवारियों की भर्ती, सेवानिवृत्त कर्मचारियों के स्थान पर युवाओं को मौका दिया जाए कि मांग उठाई। इसके अलावा पंचायतों के कार्यों को सुचारू रूप से चलाने के लिए सचिव की भर्ती और विभिन्न पदों के रुके परिणामों जल्द घोषित किए जाने पर बात रखी। युवाओं ने कहा कि सरकार ने सत्ता को पाने के लिए एक लाख बेरोजगारों को नौकरी देने का वादा किया था। जबकि अभी तक सरकार केवल 9414 पद पर रोजगार दे पाई है, जो कि दी गई गारंटी का केवल 2 प्रतिशत है। सरकार घोषणा करती है कि युवाओं के लिए नौकरी का पिटारा खोला जाएगा। लेकिन यह सब घोषणाएं केवल कागजों तक ही सीमित रह गईहै।
प्रदर्शनकारियों ने यह भी कहा कि सेवानिवृत्त कर्मचारियों को दुबारा नौकरी पर नहीं रखा जाना चाहिए और सरकारी नौकरियों में योग्य और नए उम्मीदवारों को प्राथमिकता मिलनी चाहिए। पंचायत सचिव, पटवारी, JOA, क्लर्क, नर्स, टीजीटी, जेबीटी, SI, SDO, J.E जैसे पदों को तुरंत भरा जाए और इन पदों के लिए नियुक्तियां बिना किसी और देरी के की जाएं। इसके अलावा, अस्थाई भर्तियों पर तत्काल रोक लगाने की मांग भी की गई। युवाओं ने स्थाई भर्ती की प्रक्रिया को लागू करने की भी अपील की और गेस्ट टीचर पॉलिसी को वापस लेने की मांग की, साथ ही कहा कि इस नीति की जगह कमीशन के माध्यम से भर्ती की जाए। विधानसभा भर्ती में भ्रष्टाचार के मामलों का भी उल्लेख किया गया और यह मांग की गई कि उन भर्तियों पर रोक लगाई जाए और एक समिति गठित कर जांच की जाए। इसके साथ ही, उन अभ्यर्थियों को बाहर किया जाए जो भ्रष्टाचार के चलते भर्ती में सफल हुए थे। युवाओं ने HPRCA को तुरंत लागू करने की भी मांग की। इस धरना प्रदर्शन में सोलन के विभिन्न हिस्सों से बड़ी संख्या में बेरोजगार युवा शामिल हुए, जिनमें नितिन कुमार, अंकुश ठाकुर, बालकृष्ण जी, नीरज राणा, अंकित मालवीय, कार्तिक भारद्वाज, साक्षी, मधु, सुमन, दीपिका, तेनजिंग, डोल्मा, मोहित नेगी, शमशेर सिंह और कई अन्य विद्यार्थी शामिल थे। प्रदर्शनकारियों ने सरकार को चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए तो प्रदेश का युवा और अधिक उग्र प्रदर्शन करेगा और विधानसभा का घेराव करेगा। इस स्थिति के लिए प्रदेश सरकार जिम्मेदार होगी।