उत्तराखंड सरकार ने चारधाम यात्रा की तारीख की घोषणा कर दी है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बताया कि चारधाम यात्रा शनिवार से आरम्भ होगी। इससे पहले उत्तराखंड हाईकोर्ट ने गुरुवार को चारधाम यात्रा पर लगी रोक हटा दी और राज्य सरकार को कोविड-19 प्रोटोकॉल के सख्त अनुपालन के साथ यात्रा शुरू करने का निर्देश दिया है। अदालत ने कहा कि दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को कोविड- नेगेटिव जांच रिपोर्ट या टीकाकरण प्रमाणपत्र लाना अनिवार्य होगा। चारधाम के नाम से प्रसिद्ध उच्च गढवाल हिमालयी क्षेत्रों में स्थित मंदिरों में श्रद्धालुओं की दैनिक सीमा निर्धारित करते हुए, हाईकोर्ट ने कहा कि केदारनाथ धाम में प्रतिदिन अधिकतम 800, बदरीनाथ में 1200, गंगोत्री में 600 और यमुनोत्री में 400 यात्रियों की दर्शन की अनुमति दी जाएगी। इसके अतिरिक्त, यात्रियों को मंदिरों के आसपास स्थित झरनों में स्नान की अनुमति नहीं होगी एवं चमोली, रूद्रप्रयाग और उत्तरकाशी जिलों में चारधाम यात्रा के दौरान ज़रूरत के अनुसार पुलिस बल तैनात किया जाएगा। बता दें कि चारधाम यात्रा से लाखों लोगों की रोजी-रोटी जुड़ी होने के कारण राज्य सरकार पर इसे शुरू करने का चौतरफा दवाब था।
कृषि कानूनों को पास हुए एक साल पूरा हो रहा है। इस बीच अकाली दल की ओर से शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है, इसी वजह से हरियाणा से दिल्ली आने वाले सभी रास्तों को बंद कर दिया गया है। राजधानी की सीमाएं बंद होने के कारण आम लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। अलग-अलग इलाकों में भीषण जाम लगा है। अकाली दल ने पंजाब से ही अपना विरोध प्रदर्शन शुरू किया था और हरियाणा से होते हुए दिल्ली में आने की कोशिश थी। कई जगह पर अकाली दल के समर्थकों ने बैरिकेडिंग को हटाने की भी कोशिश की। कृषि कानून के पास होने का एक साल पूरा होने पर अकाली दल ने "काला दिवस" मनाने का ऐलान किया था। बताया जा रहा है कि दल के सुखबीर सिंह बादल और अन्य सभी नेता भी इस वक्त दिल्ली के गुरुद्वारे रकाबगंज में अकाली दल की बैठक में शामिल है, जिसमें प्रदर्शन को लेकर रणनीति बन रही है। गौरतलब है कि केंद्र सरकार द्वारा पिछले साल तीन कृषि कानून पास किए गए थे, इसी के बाद से इनका विरोध हो रहा है।
कई विकसित और धनी देशों ने कोविड-19 के खिलाफ बूस्टर डोज देने का निर्णय लिया है। वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को यह साफ कर दिया कि भारत की प्राथमिकता दो खुराक का पूर्ण टीकाकरण का है और यह जारी रहेगा, बूस्टर डोज इस समय वैज्ञानिक चर्चा में केंद्रीय विषय नहीं है। ICMR के डीजी डॉ. बलराम भार्गव ने गुरुवार को कहा कि वैज्ञानिक शोधों में यह पता चला है कि वैक्सीन के दोनों खुराक के कुछ समय बाद इंसान के शरीर की एंटीबॉडी में कमी आने लगती है। संक्रमण के खिलाफ प्रतिरक्षा के अन्य रूप हैं जो जारी रह सकते हैं। उन्होंने कहा देश में कोरोना के दो डोज वैक्सीन कवरेज टॉप प्राथमिकता रहेगी। डॉ भार्गव का यह बयान ऐसे समय आया है जब देश की पहली खुराक टीकाकरण कवरेज 62 फीसदी तक पहुंच गई है और योग्य वयस्क आबादी का 20 फीसदी लोगों का पूरी तरह से टीकाकरण हो चुका है। हमें एक बात बहुत स्पष्ट रूप से याद रखनी होगी कि बूस्टर खुराक इस समय वैज्ञानिक चर्चा में केंद्रीय विषय नहीं है। दो खुराक का पूर्ण टीकाकरण प्राप्त करना एक प्रमुख प्राथमिकता है।
देश में कोरोना के मामलों में भारी कमी आने के बाद अर्थव्यवस्था को रफ्तार देने के लिए केन्द्र सरकार बहुत जल्द दोबारा टूरिस्ट वीजा शुरू करने पर विचार कर रही है। एजेंसी एएनआई के मुताबिक, गृह मंत्रालय के अधिकारी ने बुधवार को इसकी पुष्टि की है। गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि चीजों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। इसके साथ ही गुरूवार को गृह सचिव की अध्यक्षता में केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने बैठक बुलाई है ताकि टूरिस्ट वीजा दोबारा शुरू करने पर चर्चा की जा सके। अधिकारी ने बताया कि यह चरणबद्ध तरीके से किया जाएगा और सुविधानुसार सभी लोगों के लिए खोल दिया जाएगा। गौरतलब है की सरकार सिर्फ वैक्सीन ले चुके लोगों के लिए ही टूरिस्ट वीजा के आवेदन को स्वीकार करने की इजाजत देगी। टूरिस्ट वीजा पर मार्च 2020 से ही रोक लगा दी गई थी जिस दिन से लॉकडाउन का ऐलान किया गया था। हालांकि बाद में अन्य तरह के वीजा जैसे- बिजनेस, रोजगार और अन्य को छूट दी गई, लेकिन टूरिस्ट वीजा पर अभी तक रोक लगी हुई है। कई खाड़ी देशों ने टूरिस्ट वीजा दोबारा शुरू कर दिया है। टूरिस्ट वीजा पर रोक से पहले हर महीने करीब 7 से 8 लाख पर्यटक भारत आते थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 71वें जन्मदिन के मौके पर पक्ष और विपक्ष के नेता उन्हें बधाई और शुभकामनाएं दे रहे हैं। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, गृह मंत्री अमित शाह व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी पीएम मोदी को उनके जन्मदिन की शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि समाज में अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति के विकास के प्रति समर्पित, दूरदर्शी, निर्णायक नेतृत्व और अथक परिश्रम के प्रतीक, विश्व के सर्वाधिक लोकप्रिय नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं। आपके स्वस्थ एवं सुदीर्घ जीवन की हम प्रार्थना करतें हैं। वहीं मोदी के धुर राजनीतिक विरोधी कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने भी उन्हें जन्मदिन की बधाई दी। जन्मदिन के उपलक्ष पर बीजेपी कार्यकर्ता देश भर में एक विशेष अभियान चलाकर अधिक से अधिक लोगों को कोविड-19 रोधी टीके के लिए प्रेरित करेंगे। ताकि एक दिन में टीकाकरण के सभी पुराने रिकॉर्ड पीछे छूट जाएं, प्रधानमंत्री के जन्मदिन पर देश भर के पार्टी के बूथ स्तर के कार्यकर्ता टीकाकरण में लोगों की मदद करेंगे।
प्याज पूरे देश के तकरीबन हर घर में इस्तेमाल होने वाली चीज है। हर साल सितंबर से नवंबर के बीच प्याज के दाम बढ़ जाते हैं। इस साल भी अनियमित मानसून के कारण सितंबर से तक प्याज के दाम बढ़ेंगे। क्रिसिल रिसर्च की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल मानसून की अनियमित बारिश से खरीफ की फसल की कटाई में देरी हो सकती है, जिससे त्योहारी सीजन में मांग बढ़ने पर प्याज की कीमतों में तेजी आने की संभावना है। इस साल 3 जून से मानसून की शुरूआत हुई, मानसून ने खरीफ फसल के अच्छे सीजन की शुरूआत के संकेत दिए थे। इसलिए किसानों ने जल्द खराब होने वाले टमाटर की फसल के जगह पर मिर्च और प्याज को लगाने में ज़ोर डाला। बता दें कि रिपार्ट के अनुसार जुलाई के महीने में मानसून पर ब्रेक लगा गया और बारिश में दो फीसदी की गिरावट आई है , वहीं अगस्त में जब फसल के लिए प्रत्यारोपन का सबसे अच्छा महीना था तब यह आंकड़ा और गिर गया व औसतन मानसून में 9 फीसदी का घाटा हुआ पेश हुआ। खरीफ प्याज़ मानसून के माध्यम से बढ़ता है, जिसके परिणामस्वरूप नमी की मात्रा अधिक होती है और शेल्फ-लाइफ कम होती है। इस दौरान देश के अलग-अलग भागों में त्यौहारी मौसम होता है। ऐसे में आपूर्ति प्रभावित होने की संभावना है, जिससे कीमतों में तेजी आ सकती है। हर साल सितंबर-नवंबर के बीच प्याज के दाम आसमान छूने लगते हैं। इस साल भी इनके दामों में उछाल की आशंका है।
पंजाब में पिछले 40 दिन के अंदर चौथा टेरर मॉड्यूल पकड़े जाने के बाद सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पूरे प्रदेश में हाई अलर्ट जारी कर दिया है। पाकिस्तान की की खुफिया एजेंसी आईएसआई इस आतंकी मॉड्यूल का संचालन कर रही थी। इस खुलासे के बाद पता चला कि ऑयल टैंकर को आईईडी टिफिन बम से उड़ाने की साजिश रची गई थी। ये दोनों ही इस साजिश के मुख्य मास्टरमाइंड थे। इन दोनों के इशारे पर पंजाब से टेरर मॉड्यूल चला रहे 5 आतंकियों में से 4 को बुधवार और 1 कुछ दिनों पहले गिरफ्तार किया गया, पाकिस्तान बेस्ड दो आतंकी जिनमें एक सिख और एक पाकिस्तानी इंटेलिजेंस ऑफिसर भी शामिल है, पाकिस्तान से संचालित इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन के चीफ लखबीर सिंह और पाकिस्तानी नागरिक कासिम का FIR में है। गौरतलब है कि बुधवार को गिरफ्तार किए चार आतंकियों को किसी भीड़-भाड़ वाली जगह पर ब्लास्ट करने के निर्देश दिए गए थे। 8 अगस्त 2021 को अजनाला पुलिस को एक जानकारी मिली थी कि अजनाला में एक पेट्रोल पंप पर एक लावारिस ऑयल टैंकर में आग लगी है उस आग पर तुरंत ही फायर ब्रिगेड ने काबू पा लिया था। लेकिन इस पूरे मामले में आग लगने की घटना को संदिग्ध मानते हुए पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली थी। फुटेज में चार अनजान लोग रात 11:19 यहाँ पहुंचे और ऑयल टैंकर में कुछ संदिग्ध सामान फिट करने के बाद रात 11:29 पर अचानक वापस चले गए थ। इसके तुरंत बाद ऑयल टैंकर में हल्का विस्फोट हुआ और आग लग गई। जानकारी ये भी इन 4 लोगों की गिरफ्तारी के साथ बड़ा खुलासा हुआ कि आतंकियों ने 8 अगस्त को इस ऑयल टैंकर के माध्यम से बड़ा विस्फोट करने की तैयारी की थी। अजनाला के रहने वाले गुरमुख नाम के आतंकी को जालंधर-अमृतसर हाईवे से 6 अगस्त को आईईडी लगा टिफिन बम मिला था।
गुजरात में बीजेपी ने मंत्रिमंडल का फेरबदल कर विजय रुपाणी को हटाकर पहली बार विधायक बने भूपेंद्र पटेल को सत्ता की कमान सौंपी गई तो 'नो रिपीट' फॉर्मूला अपनाते हुए बीजेपी ने पुरापुराने मंत्रियों की जगह सभी नए चेहरों को मंत्रिमंडल में जगह दी है। यह फॉर्मूला बीजेपी ने गुजरात के निकाय चुनाव में आजमाया था और सफल भी रही थी। इतना ही नहीं विधानसभा अध्यक्ष भी बदल दिया है। भारतीय राजनीति में पहली बार बीजेपी ने गुजरात में यह प्रयोग किया है। ऐसे में देखना है कि गुजरात में अगले साल अक्टूबर-ननवबंर में होने वाले विधानसभा चुनाव में बीजेपी के नए चेहरों को आगे बढ़ाने का सियासी लाभ क्या मिलता है। भूपेंद्र पटेल सरकार के मंत्रिमंडल में कुल 24 नेताओं ने मंत्री पद की शपथ ली है। जिनमें 10 कैबिनेट और 14 राज्यमंत्री बनाए गए है। कैबिनेट मंत्री के तौर पर राजेंद्र त्रिवेदी, जीतू वाघानी, राघव पटेल, पूर्णेश मोदी, नरेश भाई पटेल, प्रदीप सिंह परमार, अर्जुन सिंह चव्हाण, ऋषिकेश पटेल, कनुभाई देसाई और किरीट सिंह राणा ने शपथ ली। वहीं, राज्य मंत्री के तौर पर हर्ष सांघवी, बृजेश मेरजा, मनीषा वकील, जगदीश भाई पांचाल, जीतू भाई चौधरी, निमिषा सुतार, मुकेश पटेल, अरविंद रैयाणी, कुबेर डिंडोर, कीर्ति सिंह वाघेला, गजेंद्र सिंह परमार, देवा भाई मालम, राघवजी मकवाना, विनोद भाई मोराडिया ने भी शपथ ग्रहण की ।
पीएम मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन 24 सितंबर को वॉशिंगटन में मुलाकात करेंगे। जनवरी 2021 में जो बाइडेन के सत्ता संभालने के बाद यह पहला मौका होगा जब भारत के प्रधानमंत्री और अमेरिका के राष्ट्रपति आमने-सामने मुलाकात होगी। पीएम मोदी 22 सितंबर की रात अमेरिका की राजधानी वॉशिंगटन पहुंचेंगे। इसको लेकर व्हाइट हाउस ने बयान जारी किया है। राष्ट्रपति बाइडेन के हवाले से जारी बयान में पीएम मोदी की मेजबानी को लेकर खुशी का इजहार किया गया है। अमेरिका में क्वाड देशों की बैठक भी होनी है , जिसमें भारत अमेरिका के अलावा, ऑस्ट्रेलिया और जापान के प्रधानमंत्री भी शामिल होंगे। पीएम मोदी के अमेरिका दौरे पर तालिबान, चीन और कोरोना पर चर्चा होने की उम्मीद है। 25 सितंबर को न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा के 76वें सत्र को संबोधित करेंगे। राष्ट्रपति बाइडेन ने मार्च में क्वाड नेताओं के पहले शिखर सम्मेलन की डिजिटल तरीके से मेजबानी की थी जिसमें स्वतंत्र, उन्मुक्त, समावेशी, लोकतांत्रिक मूल्यों से जुड़े हिंद-प्रशांत क्षेत्र का संकल्प व्यक्त किया गया था , जो जबरन कब्जे जैसी बाधाओं से मुक्त हो। इसे एक तरह से चीन के लिए संदेश के तौर पर देखा गया था। पीएम मोदी ने इससे पहले सितंबर 2019 में अमेरिका का दौरा किया था जब उन्होंने और तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ह्यूस्टन में हाउडी मोदी कार्यक्रम को संबोधित किया था।
मुंबई के साकीनाका इलाके में 30 साल की युवती के साथ रेप किया गया और उसकी प्राइवेट पार्ट पर रोड से हमला किया गया। बताया जा रहा है कि रेप पीड़िता की मौत हो गई है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि पीड़िता ने इलाज के दौरान राजावाड़ी अस्पताल में दम तोड़ दिया है। घटना के बाद पीड़िता का खून ज़्यादा बहने के कारण खून की कमी के चलते उसकी मौत हो गई। बता दें कि इस मामले में अबतक एक आरोपी की गिरफ्तारी हुई है। बताया जा रहा है कि साकीनाका में एक टेंपो के अंदर इस युवती के साथ पहले रेप किया गया और फिर उसपर हमला किया गया। अधिकारी ने बताया कि वाहन के अंदर भी खून के धब्बे मिले हैं। कुछ सुरागों के आधार पर कार्रवाई करते हुए आरोपी चौहान को भारतीय दंड संहिता की धारा 307 (हत्या का प्रयास) और 376 (बलात्कार) के तहत गिरफ्तार किया गया और आगे की जांच जारी है। बताया जा रहा है कि पीड़िता महिला का ऑपरेशन किया गया है, लेकिन उसको नहीं बचाया जा सका। डॉक्टरों ने बताया है कि सरिया डालने के कारण महिला की आंत बाहर आ गई थी।
संयुक्त अरब अमीरात ने विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा मान्यता प्राप्त कोविड-19 टीके की दोनों खुराक लेने वाले 15 देशों के वे लोग 12 सितंबर से यूएई लौट सकते हैं, जिनके पास वैध वीजा है. राष्ट्रीय आपातकालीन संकट और आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने टि्वटर पर एक आधिकारिक बयान साझा करते हुए कहा कि जो लोग लौट सकते हैं उनमें वे भी शामिल हैं जो छह महीने से अधिक समय तक विदेश में रहे है। यूएई के इस फैसले से भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, नेपाल, श्रीलंका, वियतनाम, नामीबिया, जाम्बिया, डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो, युगांडा, सिएरा लियोन, लाइबेरिया, दक्षिण अफ्रीका, नाइजीरिया और अफगानिस्तान से आने वाले यात्रियों को राहत मिलेगी। आगमन आवश्यकताओं के बारे में विवरण देते हुए, यूएई ने कहा कि यात्री संघीय पहचान और नागरिकता प्राधिकरण की वेबसाइट के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं। यूएई पहुंचने पर यात्रियों को आरटी-पीसीआर जांच की निगेटिव रिपोर्ट भी दिखानी होगी। कोविड-19 की मान्यता प्राप्त प्रयोगशाला से जांच रवाना होने के 48 घंटे के भीतर की जानी चाहिए। 16 वर्ष से कम आयु के बच्चों को इस प्रक्रिया से छूट प्रदान की जाएगी।
दिल्ली: देश की राजधानी में इस सीज़न में औसत से दोगुनी बारिश हो रही है। मौसम विभाग के अनुसार दिल्ली में 1 जून से मानसून शुरू होता है। पहले इतनी बारिश 10 से 15 दिनों के बीच में होती थी। बरसात के पूरे सीजन में यहां औसतन 649.8 मिमी बारिश होती है। परन्तु बात 1 जून से 10 सितंबर तक की करें तो औसतन 586.4 मिमी बारिश होती है। परन्तु इस बार आंकड़ों में काफी बदलाव आया है। इस बार यह आंकड़ा शुक्रवार को 1005.3 पर पहुंच गया। जबकि सबसे ज़्यादा बारिश 2003 में 1005 मिमी बारिश दर्ज की गई थी। दिल्ली में इस साल भले ही मानसून ने देर से दस्तक की हो, लेकिन इसने 18 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। हालांकि 2010 के बाद से पहली बार है, जब दिल्ली में बारिश ने मानसून में 1000 मिमी का आंकड़ा पार किया। इससे पहले 1 सितंबर को दिल्ली में 19 साल बाद एक दिन की ज्यादा बारिश का रिकॉर्ड बना था।स्काईमेट वेदर के उपाध्यक्ष ने बताया कि जलवायु परिवर्तन के चलते मानसून पैटर्न में बदलाव हो रहा है। क्योंकि अब सिर्फ 24 घंटे में 100 मिमी तक बारिश हो रही है। ऐसी बारिश से ग्राउंडवॉटर रिचार्ज नहीं होता क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति बन जाती है। दिल्ली में शनिवार सुबह से ही भारी बारिश हो रही है। इस दौरान न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग के मुताबिक, शनिवार को भी दिल्ली-एनसीआर में हल्की से तेज बारिश होने की सम्भावना है। जिसके चलते मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। विभाग के मुताबिक NCR , दिल्ली, हरियाणा और UP के कई इलाकों में आंधी-तूफान के साथ बारिश हो सकती है।
जालंधर में मकसूदां मंडी के पास दर्दनाक हादसा पेश आया है। यहां ट्रक और एक्टिवा में भयंकर मुठभेड़ हो गई। दुर्भाग्यवश हादसे के दौरान एक्टिवा सवार युवती की मौके पर ही मौत हो गई। युवती की पहचान तजिंदर कौर के रुप में हुई है। बताया जा रहा है कि युवती घर के कार्य लिए निकली थी। हाल ही में पुलिस ने ट्रक ड्राइवर को काबू कर शव पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है। युवती के परिजनों को सूचित कर दिया गया था।
असम: असम के जोरहाट जिले में ब्रह्मपुत्र नदी में निमती घाट के पास बुधवार को एक बड़ी निजी नौका सरकारी नाव से टकराने के बाद डूब गई। इस हादसे में कई लोगों के मारे जाने की आशंका जताई जा रही है। यह हादसा तब हुआ, जब निजी नाव निमती घाट से माजुली की ओर जा रही थी और सरकारी स्वामित्व वाली नौका माजुली से आ रही थी। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने गुरुवार को पुलिस को जोरहाट जिले के ब्रह्मपुत्र नदी में नाव पलटने के मामले में आपराधिक मामला दर्ज करने का आदेश दिया है। इसके साथ ही सीएम ने उच्च स्तरीय जांच के आदेश भी दिए हैं। जानकारी के मुताबिक हादसे के दौरान नाव पर कुल 90 लोग यात्रा कर रहे थे। जिसमें से रात भर के खोज और बचाव अभियान में 87 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है। दुर्भाग्यवश इनमें से एक की मौत हो गई और दो अब भी लापता हैं। वरिष्ठ अधिकारियों के साथ दुर्घटनास्थल का दौरा करने के बाद सरमा ने कहा कि प्रारंभिक जांच के अनुसार, दुर्घटना का मुख्य कारण कुप्रबंधन पाया गया है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने सभी एकल इंजन वाली नौकाओं के चलने पर प्रतिबंध लगाने का भी एलान किया। सीएम ने कहा कि वे इंजन समुद्री इंजन नहीं हैं। हालांकि, अगर कोई मालिक उन्हें समुद्री इंजन में बदलना चाहता है, तो हम उनका समर्थन करेंगे और उसे सब्सिडी देंगे।
भारतीय जनता पार्टी ने 2022 में होने वाले चुनावों में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए केंद्रीय मंत्री व हिमाचल के हमीरपुर से सांसद अनुराग ठाकुर को सह प्रभारी पद पर नियुक्त किया है। वहीं चुनाव प्रभारी बनाए गए केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का मंडी के धर्मपुर में ससुराल हैं। गौरतलब है कि नवंबर 2020 में भाजपा ने जम्मू-कश्मीर स्थानीय निकाय चुनावों के लिए केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर को चुनाव प्रभारी बनाया था।
सुप्रीम हाई कोर्ट में अदालत ने कहा कि पूरे देश में वैक्सीनेशन सही तरीके के साथ चल रहा है, 60 फीसदी लोगों में कम से कम पहली डोज़ लगा चुके हैं। ईसिस बाबत सुप्रीम कोर्ट ने 'डोर टू डोर' कोविड वैक्सीनेशन की मांग पर सुनवाई से इनकार कर दिया है। अदालत ने कहा कि वैक्सीनेशन लिए अलग से आदेश की जरूरत नहीं है। दूसरी ओर कोर्ट ने कोरोना से हुई हर मौत को मेडिकल लापरवाही मान कर परिवार को मुआवजा देने की मांग भी ठुकरा दी। कोर्ट ने कहा कि बड़ी संख्या में मौतें हुईं। यह दुर्भाग्यपूर्ण है। लेकिन यह नहीं कहा जा सकता कि हर मौत मेडिकल लापरवाही का मामला है।
पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी के सांसद अर्जुन सिंह के घर के बाहर बुधवार सुबह ज़ोरदार बम का धमाका हुआ। राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी कि पश्चिम बंगाल में प्रचंड हिंसा कम होने का नाम नहीं ले रही है। आज सुबह सांसद के आवास के बाहर बम विस्फोट यह काफी चिंताजनक बात है और राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाती है। इस मामले में शीघ्र कार्रवाई की जाए। जानकारी के अनुसार बम विस्फोट के दौरान अर्जुन सिंह घर पर मौजूद नहीं थे। हालांकि उनके परिवार के सदस्य उस वक्त घर पर ही थे। हमले में किसी भी सदस्य को कोई चोट नहीं आई है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है और घर में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है ताकि बम फेंकने वालों का पता लगाया जा सके। वहीं इस मामले पर अब अर्जुन सिंह का भी बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि- उपचुनाव से पहले मुझे जान से मारने की साजिश रची जा रही है, इस घटना की जांच भी बंगाल सरकार करेगी और पहले की तरह ही मामले को रफा-दफा कर देगी।
मध्य प्रदेश: मध्य प्रदेश की राजधानी में एक शर्मनाक मामला सामने आया है। कोरोना संक्रमित महिला को मेमोरियल हॉस्पिटल काजी कैम्प में दाखिल किया गया था। वंही इलाज के दौरान एक मेल स्टाफ ने चेकअप के नाम पर उसके साथ दुष्कर्म किया। महिला के रोकने पर प्राइवेट पाट्र्स की जांच करने के नाम पर छेड़छाड़ करने लगा। मरीज ने ये बात अस्पताल की बाई को बताई और फिर उन्होंने नर्सिंग स्टाफ सिस्टर्स को इस बात की जानकारी दी। इस बीच आरोपी वहां से भाग गया। इसके बाद पुलिस को बुलाया गया। पुलिस ने आरोपी पर दुष्कर्म की धारा-376 में मामला किया , लेकिन पुलिस या अस्पताल ने इसकी जानकारी महीने भर बाद भी परिवार को नहीं दी, जबकि घटना के तुरंत बाद पीडि़त की तबीयत अचानक बिगड़ गई थी और वो वेंटिलेटर पर चली गई थी। जिस कारणवश मरीज़ महिला की अगले 2 दिनों के अंदर मौत हो गई।
केरल के कोझीकोड में निपाह वायरस से एक 12 वर्षीय बच्चे की मौत हो गई। 3 सिंतबर को बच्चे की तबीयत बिगड़ने के बाद अस्पताल में भर्ती करवाया गया था, लेकिन उसकी हालत में सुधार नहीं हो रहा था। शनिवार को बच्चे को एक निजी अस्पताल के आईसीयू में दाखिल कराया गया। रविवार सुबह पांच बजे बच्चे ने दम तोड़ दिया । वहीं, निपाह वायरस से बच्चे की मौत के बाद केंद्र की एक टीम कोझीकोड पहुंच गई। पुणे के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी ने निपाह वायरस से बच्चे की मौत की पुष्टि की है। इंस्टीट्यूट ने बताया कि बच्चे की रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई। केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा कि 12 वर्षीय लड़के को पहले एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, फिर एक मेडिकल कॉलेज लाया गया, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका।
भारत ने गुरुवार को काबुल हवाई अड्डे के पास हुए घातक बम धमाकों की कड़ी निंदा की है। भारत ने कहा कि इन धमाकों ने एक बार फिर उस आवश्यकता को उजागर किया है कि आतंक के खिलाफ दुनिया को एक साथ आने की जरूरत है। दरअसल, अफगानिस्तान में गुरुवार को काबुल हवाई अड्डे के पास दो आत्मघाती हमलावरों और बंदूकधारियों द्वारा भीड़ पर किए गए हमले में कई लोगों की मौत हो गई। वहीं इस हमले के कारण कई लोग घायल भी हो गए है। विदेश मंत्रालय ने हमलों में मारे गए लोगों के परिजनों के प्रति संवेदना भी प्रकट की। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि 'भारत काबुल में हुए बम धमाकों की कड़ी निंदा करता है। हम आतंकवादी हमले में मारे गए लोगों के परिजनों के प्रति तहेदिल से संवदेना प्रकट करते हैं।'
अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद तालिबान ने कश्मीर को लेकर अपनी पहली प्रतिक्रिया दी है। साथ ही तालिबान ने भारत और पाकिस्तान के मौजूदा रिश्तों पर भी बात की है। तालिबान के कब्जे के बाद अंदेशा जताया गया है कि तालिबान के नियंत्रण वाले अफगानिस्तान से लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे विभिन्न आतंकवादी समूहों की गतिविधियां बढ़ सकती हैं। तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने पाकिस्तानी चैनल ARY न्यूज़ को दिए एक इंटरव्यू में भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव और अन्य मुद्दों पर बोलते हुए कहा कि दोनों देशों को एक साथ बैठना चाहिए और मामलों को हल करना चाहिए, क्योंकि दोनों पड़ोसी हैं और उनके हित एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं। वहीं, जबीहुल्लाह मुजाहिद ने भारत और पाकिस्तान के बीच कश्मीर विवाद पर भी बात की। उन्होंने कहा कि भारत को घाटी के प्रति ‘सकारात्मक दृष्टिकोण’ अपनाना चाहिए।
अफगानिस्तान से 25 भारतीय समेत 78 नागरिक देश आ चुके हैं। उनके साथ पवित्र गुरुग्रंथ साहिब की तीन प्रतियां भी हिंदुस्तान लाई गई हैं। केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी गुरुग्रंथ साहिब की प्रतियां को रिसीव करने दिल्ली एयरपोर्ट पहुंच। हरदीप पुरी गुरुग्रंथ साहिब की प्रतियों को अपने सिर पर रखकर एयरपोर्ट से बाहर लाए। दिल्ली एयरपोर्ट पर स्वागत की जोरदार तैयारी की गई है। बड़ी संख्या में लोग हाथों में झंडे, बैनर और पोस्टर लेकर अफगानिस्तान से लौटे लोगों का स्वागत करने पहुंचे हैं। इनमें बड़ी संख्या में भारतीय जनता पार्टी के लोग शामिल हैं। अफगानिस्तान से आयी गुरु ग्रंथ साहिब की ये तीनों प्रतियां दिल्ली के न्यू महावीर नगर गुरुद्वारे में रखी जाएंगी।
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को रक्षाबंधन के अवसर पर देशवासियों को शुभकामनाएं दी। ट्वीट कर प्रधानमंत्री ने कहा, "देशवासियों को रक्षाबंधन के पावन अवसर पर शुभकामनाएं." केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी देश को इस पावन त्योहार की बधाई दी। ट्वीट के माध्यम से घर मंत्री ने कहा , "रक्षाबंधन के पावन अवसर पर सभी देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं" इसी के साथ अन्य नेताओं ने भी देशवासिओं को रक्षाबंधन की शुभकामनाएं दी।
जम्मू-कश्मीर : पुलवामा जिले के अवंतीपोरा में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों में हुई मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने अज्ञात आतंकवादियों को ढेर कर दिया। ये मुठभेड़ शनिवार सुबह नागबेरन त्राल के वन क्षेत्र के ऊपरी इलाकों में हुई। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बताया कि मारे गए सभी आतंकवादी प्रतिबंधित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े थे। आतंकियों को ढूंढ़ने के लिए इलाके में सर्च ऑपरेशन जारी है। दो दिनों में इस जिले में मुठभेड़ की यह दूसरी घटना है। अधिकारियों ने बताया कि ऑपरेशन हंगलमर्ग के तहत, विक्टर फोर्स 17 अगस्त से ही नागबेरन और दाचीगाम वनों के ऊपरी इलाकों में तलाशी अभियान चला रहा है। इस दौरान शनिवार को सुबह 6:45 पर आतंकवादियों के साथ संपर्क स्थापित हुआ और ऑपरेशन में तीन आतंकवादियों को ढेर कर दिया गया। उनके पास दो एके 47, एक एसएलआर और अन्य हथियार बरामद किए गए हैं। आतंकियों की शिनाख्त नहीं हो सकी है। गौरतलब है कि पुलवामा हमले में शामिल सैफुल्लाह लंबो को भी इसी इलाके में 31 जुलाई को मारा गया था। सुरक्षा बलों के इस ऑपरेशन ने एक बार फिर साबित किया है कि सुरक्षा बल घाटी में कश्मीरी लोगों के लिए सुरक्षित वातावरण बनाने में सक्षम होने के लिए अथक अभियान चलाने को प्रतिबद्ध हैं।
भारत में बीते 24 घंटो में 34 हज़ार नए मामले दर्ज किए गए है। देश में कोरोना में मामलो में कभी बढ़ोतरी होती है तो कभी गिरावट आती है। बीते 24 घंटों में 375 लोगों की कोरोना के कारण मौत भी हुई है और मौत के आंकड़ों में 11 दिन बाद गिरावट देखने को मिली है। बीते कल से रोजाना 400 से अधिक लोगो को कोरोना से जान गवानी पड़ी थी। लेकिन फिलहाल राहत की बात यह है कि कोरोना से मरने वालों की संख्या धीरे-धीरे कम होती जा रही है। देश में कोरोना से अब तक 4 लाख से ज्यादा लोग जान गंवा चुके हैं। वहीं 36 हजार से ज्यादा मरीजों को अस्पतालों से छुट्टी मिल गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय की माने तो कोरोना से स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या बढ़ रही है। हालांकि, देश के कुछ राज्यों जैसे केरल और महाराष्ट्र में अब भी कोरोना के नए मामले ज्यादा हैं। केरल में रोजना 15 हजार से ज्यादा नए मामले सामने आ रहे हैं, वहीं महाराष्ट्र में भी पांच हजार से ज्यादा कोरोना संक्रमित मरीज मिल रहे हैं।
भारत में डेल्टा वैरिएंट की मौजूदगी सबसे ज्यादा है, जिस कारण टीकाकरण के बाद भी लोग संक्रमित हो रहे हैं। डेल्टा दिन प्रतिदिन भारत में फैलता जा रहा है। भारत से अभी तक 72 हजार से अधिक सैंपल की जीनोम सीक्वेंसिंग हुई है जिनमें 20 हजार से ज्यादा सैंपल में डेल्टा वैरिएंट मिल चुका है। मिली जानकारी के अनुसार देश में अब तक 72 हज़ार सैंपल में से 30 हज़ार अधिक में कोरोना के गंभीर वैरिएंट मिल चुके हैं। इनमें सबसे ज्यादा 20 हज़ार से अधिक में डेल्टा वैरिएंट मिला है। डेल्टा से ही निकले कप्पा और डेल्टा-15 हज़ार से अधिक सैंपल में मिला है। इनके अलावा 4 हज़ार से अधिक में एल्फा, 218 में बीटा और दो सैंपल में गामा वैरिएंट मिला है। इन्साकॉग के अनुसार अब तक डेल्टा वैरिएंट में ही 13 म्यूटेशन हो चुके हैं जिनमें से पांच भारत में भी हैं। अमेरिका, ब्रिटेने व चीन सहित दुनिया के 100 से भी ज्यादा देशों में डेल्टा वैरिएंट की वजह से ही महामारी फिर बढ रही है। भारत में डेल्टा से जुड़े एवाई.1, एवाई.2, एवाई.3 (डेल्टा प्लस) के नए मामले बीते जुलाई में महाराष्ट्र में देखे गए हैं। हालांकि इस समय इनमें से किसी भी म्यूटेशन का असर डेल्टा की तरह देखने को नहीं मिला है। इन्साकॉग ने एक रिपोर्ट में ब्रिटेन का हवाला देते हुए कहा कि 6.7 करोड़ की आबादी वाले देश में अब तक 18 लाख से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं और यहां 1.20 लाख लोग वैक्सीन लेने के बाद संक्रमित हुए हैं।
सुनंदा पुष्कर मौत मामले में पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर को दिल्ली की एक कोर्ट ने आरोपमुक्त करार दिया है। 17 जनवरी 2014 को शशि थरूर की पत्नी सुनंदा की एक फाइव स्टार होटल में रहस्यमयी हालत में मौत हो गई थी। मौत से कुछ दिनों पहले ही सुनंदा ने थरूर पर आरोप लगाया था कि उनके पाकिस्तानी महिला पत्रकार से संबंध हैं और उनकी मौत होने के बाद इस मामले में शशि थरूर को आरोपी बनाया गया था और उनके खिलाफ आईपीसी की धारा 307, 498 A के तहत केस दर्ज किया गया था, लेकिन 7 साल बाद दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने थरूर को सभी आरोपों से बरी कर दिया है। अदालत का फैसला आने के बाद शशि थरूर ने कहा, "आपका आभारी हूं, योर ऑनर, साढ़े सात साल पूरी तरह दर्द और यातना में गुज़रे हैं... मैं बेहद संतुष्ट हूं..."
बुधवार को सोने के दामों में फिर से बढ़ोतरी देखने को मिली। सोने में पिछले 2-3 दिन पहले से तेजी देखने को मिली है जिसके चलते बुधवार को सोना अपने एक हफ्ते की ऊंचाई पर पहुंच गया है। आखिरी कारोबारी सत्र के बंद होने तक स्थानीय बाजार में भी सोने में अच्छा उछाल देखने को मिला था। घरेलू बाजार में मल्टी-कमोडिटी एक्सचेंज पर अक्टूबर कॉन्ट्रैक्ट के गोल्ड में 52 रुपये का उछाल आया और यह 47,258 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच। वहीं सितंबर में सिल्वर में 152 रुपये प्रति किलोग्राम की बढ़त दर्ज हुई और चांदी 63,655 रुपये प्रति किलोग्राम के स्तर पर पहुंची थी। सोने के हाजिर दाम में भी 52 रुपये की उछाल दिखी और कीमत 47,440 रुपये प्रति 10 ग्राम पर दर्ज की गई। गोल्ड के इंटनेशनल स्पॉट प्राइस में 3.25 डॉलर का उछाल आया और कीमत 1816.7 डॉलर प्रति औंस दर्ज की गईं। वहीं यदि GoldPrice.org पर देखें तो अंतरराष्ट्रीय बाजार मे भारतीय समयानुसार सुबह 11.11 पर MCX पर गोल्ड में 0.13 फीसदी की उछाल दर्ज हो रहा था और धातु 1788.66 डॉलर प्रति के स्तर पर ट्रेड कर रहा था। वहीं चांदी भी 0.27 फीसदी की बढ़त लेकर 23.74 डॉलर प्रति औंस के स्तर पर कारोबार कर रही थी। मंगलवार को बाजार बंद होने तक सोने में 446 रुपये की तेजी आई थी और चांदी 888 रुपये मजबूत हुई थी। बहुमूल्य धातुओं की वैश्विक कीमतों में सुधार तथा रुपये का मूल्य घटने के कारण दिल्ली के सर्राफा बाजार में मंगलवार को सोना 446 रुपये की तेजी के साथ 46,460 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया। चांदी भी 888 रुपये की तेजी के साथ 62,452 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई।
तालिबान ने पूरे अफगानिस्तान पर अपना कब्जा कर लिया है। वहां अफरा तफरी का माहौल है। अफगान नागरिक अपने ही देश से बच कर निकलने के लिए इधर उधर भाग रहे हैं। ऐसे में भारत ने अफगान नागरिकों के लिए ‘ई-आपातकालीन वीजा’ की नई श्रेणी की घोषणा की है। अफगानिस्तान में सभी देश अपने-अपने नागरिकों को सुरक्षित वापस लाने की कवायद में जुटे हुए हैं। गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया है, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने अफगानिस्तान की मौजूदा स्थिति को देखते हुए वीजा प्रावधानों की समीक्षा की है। उन्होंने कहा कि भारत में प्रवेश के लिए फास्ट-ट्रैक वीज़ा आवेदनों के लिए ‘ई-आपातकालीन एक्स-विविध वीज़ा’ नामक इलेक्ट्रॉनिक वीज़ा की एक नई श्रेणी शुरू की गई है। भारत उन सभी अफगान नागरिकों को वीजा जारी करेगा जो विभिन्न विकास परियोजनाओं और गतिविधियों में सहयोग रहे थे। अफ़गानिस्तान पर UNSC की आपातकालीन बैठक के दौरान भारत के राजदूत टीएस त्रिमूर्ति ने कहा कि अफ़ग़ानिस्तान की मौज़ूदा स्थिति भारत के लिए चिंता का विषय है। अफ़ग़ानिस्तान में पुरुष, महिलाएं और बच्चे डर के साए में जी रहे है। वे सभी लोग अपने भविष्य को लेकर अनिश्चित है।
स्वतंत्रता दिवस की 75 वर्षगांठ आजादी का अमृत महोत्सव' के अवसर पर कृष्ण कला फाउंडेशन दिल्ली द्वारा अमृत कला महोत्सव कत्थक नृत्य का आयोजन गुगल मीट के माध्यम से किया गया। जिसमें देश के जाने माने कलाकारों ने अपनी प्रस्तुतियां दी। जिसमें सर्वप्रथम कविता पाठ का आयोजन किया गया। कविता पाठ में रविन्द्र सिंह अरोड़ा, अलका मिश्रा, जगदीश मीणा, दानिश मोहमद्द, कुसुम, खुशबू ने देश भक्ति की कविताएं सुनाई जो देश भक्ति से ओत-प्रोत थी। आगे कत्थक नृत्य की कड़ी में सबसे पहले पवन कुमार थिरकन नृत्यशाला शिमला के कलाकार व सहायक आचार्य कत्थक नृत्य (जवाहर लाल नेहरू ललित कला महाविद्यालय शिमला) ने तीन ताल में अपनी कत्थक नृत्य की प्रस्तुति दी व खूब तालियां बटोरी तथा उनसे शिष्यों (अविरल, मीनाक्षी, उज्वला व रुबीना) ने माखनलाल चतुर्वेद की कविता पुष्प की अभिलाषा पर आधारित संरचना पर नृत्य प्रस्तुत किया और अपनी कला का लोहा मनवाया। तत्पश्चात देश के विभिन्न क्षेत्रों के कलाकारों ने इस अवसर पर अपनी प्रस्तुतियां दी। प्रदेश व देश के बड़े कलाकारों ने इस अवसर पर अपनी हाजरी दर्ज की। कृष्ण कला फाउंडेशन अध्यक्षा अनु सिन्हा ने अंत में सभी कलाकारों का धन्यवाद किया।
शुक्रवार को देश में कोरोना के मामले 40 हजार के पार मामले दर्ज किये गए है। देश में पिछले 24 घंटे में 40,120 नए मामले सामने आये और 585 लोगों की मौत हुई है। देश में अब कुल सक्रिय मामलें की 3,85,227 हो गए है। इसी के साथ पिछले 24 घंटे में कोरोना से 42,295 मरीज ठीक भी हुए हैं। पूरे देश में कुल 3,13,02,345 लोग करोना से ठीक हो चुके हैं। यदि रिकवरी रेट की भी बात की जाए तो अभी तक की सबसे ज्यादा 97.46% रिकवरी रेट दर्ज की गई है। पिछले 24 घंटे में वैक्सीन की 57,31,574 डोज लगी है। अब तक कुल वैक्सीनेशन 52,95,82,956 हो चुका है। रोजाना पोजिटिविटी दर 2.04% है। पिछले 19 दिनों से यह 3 प्रतिशत से नीचे है। वहीं साप्ताहिक पोजिटिविटी दर 5 प्रतिशत से नीचे 2.13% बनी हुई है।
किन्नौर में नेशनल हाईवे-5 पर हुए भूस्खलन में अभी तक राहत एवं बचाव कार्य चल रहा है। इसी दौरान लाहौल में पहाड़ टूटने की खबर से हड़कंप मच गया है। लाहौल में पहाड़ टूटने के कारण नाले का पानी रुक गया है, इससे आसपास के गांव को खतरा पैदा हो गया है। लाहौल के जसरथ, ताडंग, हालिंग गांव को खतरा ज्यादा है। माना जा रहा है कि अगर यह बहाव अचानक टूट गया तो करीब एक दर्जन गांव सहित कई पुल बह सकते हैं। पुलिस अधीक्षक लाहौल-स्पीति मानव वर्मा ने घाटी के सभी प्रधानों से ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर जाने को कहा है। बता दें कि लाहौल के जुंडा नाले के सामने नालड़ा पहाड़ के धंसने से चंद्रभाग नदी का बहाव रूक गया है। जिसके कारण गांव को खतरा बढ़ गया है। पूरी नदी बांध का रूप ले चुकी है।
किन्नौर जिले में निगुलसरी के पास हुए भूस्खलन के तीसरे दिन मलबे से दो ओर शव निकाले गए हैं। अन्य लापता लोगों की तलाश जारी है। मृतकों की संख्या 16 पहुंच गई है। अभी भी 14 लोग लापता हैं। नेशनल हाईवे-5 पर हुए भयावह भूस्खलन के दूसरे दिन गुरुवार को रेस्क्यू टीमों ने मलबे से चार शव निकाले थे। हादसे के करीब 20 घंटों बाद हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) बस के कुछ टुकड़े और टायरों को भी खोज निकाला गया था। हालांकि, बस में सवार यात्रियों में से 14 अब भी लापता हैं। जानकारी के अनुसार भूस्खलन की चपेट में आए टिपर, कारों, सूमो और अन्य वाहनों में सवार घायलों और मृतकों को निकाल लिया गया है। अब बस यात्री ही लापता हैं। वहीं, समय बीतने के साथ-साथ लापता लोगों के परिजनों की उम्मीदें कम होती जा रही हैं।
कुछ महीने पहले जम्मू एयरबेस में हुए ड्रोन हमले के बाद देश के अन्य हिस्सों में भी इसे लेकर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इसी के मध्यनजर स्वतंत्रता दिवस पर दिल्ली में सुरक्षा के कड़े इंतजाम रहेंगे। दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने बुधवार को लालकिले का मुआयना किया और उन्होंने लालकिले में एयरफोर्स इंडियन आर्मी के टॉप लेवल अधिकारियों से ड्रोन, एंटी ड्रोन सिस्टम रडार को लेकर गहन चर्चा भी की और दिल्ली पुलिस के आला अधिकारियों को ब्रीफिंग भी दी गयी। इस बार ड्रोन हमले का सबसे ज्यादा खतरा लाल किला कार्यक्रम और राजधानी दिल्ली के अन्य इलाकों पर मंडरा रहा है जिसे देखते हुए स्वतंत्रता दिवस को लेकर लालकिले की अभूतपूर्व सुरक्षा की गई है। कई जगह बैरीकेडिंग भी की गई है। लाल किले की सुरक्षा को लेकर दिल्ली पुलिस ने पहले कहा था कि कुछ खालिस्तानी तत्व गड़बड़ी फैला सकते हैं। ऐसे में सुरक्षा में कोई कोताही नहीं बरती जा रही है। एंट्री ड्रोन सिस्टम को भी अतिसंवेदनशील जगहों पर सक्रिय किया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से फोन पर बात की है और किन्नौर हादसे की जानकारी ली है, पीएम मोदी की ओर से हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया गया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से इस हादसे को लेकर बात की है, गृह मंत्री ने ITBP के डीजी से बात कर तुरंत मदद पहुंचाने के निर्देश दिए हैं। भजापा राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने कहा की हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में भूस्खलन बेहद परेशान करने वाला है क्योंकि कई लोगों के फंसे होने की दुःखद खबर प्राप्त हुई है। बचाव कार्य के लिए ITBP की टीमों को लगाया गया है। जगत प्रकाश नड्डा ने पार्टी कार्यकर्ताओं से अनुरोध किया कि प्रभावित क्षेत्रों में हर संभव मदद करें, उन्होंने लोगों की भलाई के लिए प्रार्थना भी की । भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद सुरेश कश्यप ने कहा कि किन्नौर जिले के निगुलसेरी में भूस्खलन होने से मलबे में बस व अन्य वाहन दबने का समाचार सुनकर मन व्यथित है। उन्होंने कहा मलबे में दबे लोगों को सुरक्षित निकालने के हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। समस्त यात्रियों एवं स्थानीय निवासियों के सकुशल एवं सुरक्षित होने की ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ। भाजपा प्रदेश प्रभारी अविनाश राय खन्ना, सह प्रभारी संजय टंडन, महामंत्री त्रिलोक कपूर, मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार त्रिलोक जम्वाल, सुंदरनगर के विधायक राकेश जम्वाल, मुख्य प्रवक्ता एवं राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण बोर्ड के उपाध्यक्ष रणधीर शर्मा ने इस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया।
बुधवार को लोकसभा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो गई। ओम बिरला के अनुसार संसद के मॉनसून सत्र की कार्यवाही सुचारू रूप से नहीं चल पा रही थी। दरअसल, विपक्ष पेगासस जासूसी कांड, कृषि कानून, बेरोजगारी, महंगाई के मुद्दे पर लगातार सरकार को घेरता रहा और संसद में हंगामा होता रहा। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि सत्र में कार्यवाही अपेक्षाओं के अनुरूप नहीं रही। निरंतर व्यवधान के कारण महज 22 प्रतिशत उत्पादकता रही। सत्र के दौरान संविधान के 127वें संशोधन विधेयक सहित कुल 20 विधेयक पारित किए गए। 66 प्रश्नों के मौखिक उत्तर दिए गए। सदस्यों ने नियम 377 के अधीन 331 मामले भी उठाए। इस दौरान केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि जो पार्टी दो वर्ष तक अपना अध्यक्ष न चुन पाए, जिसके सांसद अपनी ही सरकार के बिल फाड़ दें, जो पार्टी सदन न चलने दें, जो सड़क पर भी करने में लोग शर्म महसूस करते हैं वो सदन में किया जाए, सोचिए लोकतंत्र को कितना शर्मसार करने का काम किया जा रहा। देश की जनता ने जिन्हें सांसद बनाकर भेजा है अपने मुद्दे उठाने के लिए वे फाइलें फेंके, हंगामा करें, करोड़ों रुपये सदन चलाने के लिए खर्च किए जाते हैं लेकिन जब चर्चा होती है तो ये लोग भाग नहीं लेते। बीते कल जो राज्यसभा में हुआ, पहले मंत्री का बयान फाड़ दिया गया। फिर टेबल पर चढ़कर राज्यसभा अध्यक्ष की चेयर पर फाइल फेंकी गई, ये शर्मनाक है। राज्यसभा में विपक्षी सांसदों की तरफ से हंगामा करने वाले सांसदों के खिलाफ मामले को संसद की एथिक्स समिति के पास भेजा जा सकता है। सरकार चाहती है कि राज्यसभा में हंगामा करने के दोषी सांसदों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो।
1 अगस्त को मध्यप्रदेश के भोपाल में संपन्न हुई अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक में विद्यार्थी परिषद के सोलन विभाग संगठन मंत्री तिलक ठाकुर को जम्मू कश्मीर के प्रांत संगठन मंत्री और आशीष शर्मा को राष्ट्रीय सोशल मीडिया संयोजक बनाया गया। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश के प्रांत मंत्री विशाल वर्मा ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक भोपाल में संपन्न हुई जहां अखिल भारतीय स्तर पर कार्यकर्ताओं को नवीन दायित्व सौंपे गए और आगामी राष्ट्रीय स्तरीय गतिविधियों और योजनाओं के बारे में चर्चा हुई। विशाल ने कहा कि इस दौरान हिमाचल प्रदेश के कार्यकर्ताओं को भी बड़ी जिम्मेवारी संगठन ने दी है जिसमे करसोग से संबंध रखने वाले और पूर्व में सोलन विभाग संगठन मंत्री रहे तिलक ठाकुर को जम्मू कश्मीर प्रदेश के प्रांत संगठन मंत्री की जिम्मेवारी दी गई अब तिलक ठाकुर जम्मू कश्मीर में संगठन कार्य करेंगे उनका केंद्र जम्मू में संगठन द्वारा तय किया गया है। सरकाघाट के रहने वाले आशीष शर्मा राष्ट्रीय सोशल मीडिया के राष्ट्रीय संयोजक नियुक्त किए गए है इस से पूर्व में वे हिमाचल प्रदेश के प्रांत सोशल मीडिया प्रमुख और प्रांत जन संपर्क प्रमुख और राष्ट्रीय सोशल मीडिया सह संयोजक जैसे अहम दायित्वों का निर्वहन कर चुके है अब वे विद्यार्थी परिषद के सोशल मीडिया का अखिल भारतीय स्तर पर कार्य करेंगे और उनका केंद्र मुंबई में रहेगा। आशीष शर्मा की पढ़ाई विधि में हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से पूर्ण हुई है अब वे पूर्णकालिक कार्यकर्ता के रूप में संगठन में कार्य कर रहे है। हिमाचल प्रदेश के कार्यकर्ताओं को दो बड़ी जिम्मेवारी संगठन द्वारा दी गई है। प्रदेश के सभी कार्यकर्ता तिलक ठाकुर और आशीष शर्मा को आगामी संगठन कार्य और नवीन दायित्व हेतु शुभकामनाएं प्रेषित करती है।
बुधवार को भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नडडा के कर कमलों द्वारा राष्ट्रीय स्वास्थ्य स्वयं सेवक अभियान का केन्द्रीय कार्यालय दिल्ली में शुभारम्भ हुआ। राष्ट्रीय स्वास्थ्य स्वयं सेवक अभियान के दृष्टिगत आयोजित एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में देश भर के 33 प्रातों/केन्द्र शासित प्रदेशों के 121 प्रतिनिधियों ने भाग लिया। एक दिवसीय यह प्रशिक्षण वर्ग पांच सत्रों में आयोजित किया गया। भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नडडा ने इस अवसर पर बोलते हुए भाजपा का आहवान किया कि हमें देश के दो लाख गांव में चार लाख हैल्थ वालिंटियर तैयार करने हैं और जो किसी भी संभावित कोविड वेव से समाज को जागरूक करने, समाज सेवा करने के लिए तत्पर हों। उन्होंने कहा कि भाजपा के लिए सेवा ही संगठन है और हम सब इसी विचारधारा एवं दृष्टिकोण के साथ राष्ट्र सेवा में कार्यरत हैं। विधायक एवं पूर्व विधानसभा अध्यक्षा डा. राजीव बिन्दल जो राष्ट्रीय स्वास्थ्य स्वयं सेवक अभियान के संयोजक भी हैं ने प्रशिक्षण वर्ग में कहा कि हमें गांव स्तर पर बनाए जाने वाले स्वास्थ्य सवयं सेवकों को कोविड-19 के प्रति पूर्ण रूपेण जानकार बनाना है ताकि वे अपने गांव, अपने मोहल्ले में आने वाले क्षेत्र के प्रत्येक व्यक्ति को जागरूक कर सकें। डा. बिन्दल ने कहा कि हमारा संगठन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा राष्टीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नडडा के मागदर्शन में इस लक्ष्य को पूरा करेगा और कोरोना को हरा कर ही हम दम लेंगे। देश भर से पधारे 33 प्रांतों/केन्द्र शासित प्रांतों के 121 प्रतिनिधियों ने प्रशिक्षण शिविर में अपने सुझाव और विचार भी व्यक्त किए। प्रशिक्षण शिविर में सभी प्रतिनिधियों को कोरोना की संभावित तीसरी वेव के दृष्टिगत प्रभावितों की सहायता और जानकारी प्रदान करने सम्बन्धी महत्पूर्ण और लाभाकारी जानकारी उपलब्ध करवाई गई है।
जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में बादल फटने के बाद बाढ़ आने से हर तरफ तबाही का मंज़र बन गया है। जिसमें हुंजर गांव के छह घर और एक राशन स्टोर बह गए। इसमें करीब 40 लोग लापता बताए जा रहे हैं। अभी तक छह लोगों के शव निकाल लिए गए हैं और 12 लोगों को रेस्क्यू कर लिया गया है। जिला उपायुक्त किश्तवाड़ अशोक कुमार शर्मा ने बताया कि पांच शव निकाले जा चुके हैं। सेना, पुलिस और एसडीआरएफ की ओर से बड़े पैमाने पर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है। किश्तवाड़ से एसडीआरएफ की टीम मौके पर है, जबकि जम्मू, उधमपुर और श्रीनगर से टीमों को घटनास्थल तक एयरलिफ्ट करने के लिए मौसम बाधा बना हुआ है। जिला उपायुक्त के अनुसार हुंजर के अलावा लंबार्ड क्षेत्र में दो और बादल फटे हैं। होमगार्ड, सिविल डिफेंस और एसडीआरएफ के पुलिस महानिदेशक वीके सिंह ने कहा कि 60 परिवारों को घर खाली करवाकर सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया है। रेस्क्यू टीमें मौके पर हैं, जबकि कई अन्य टीमों को भी रेस्क्यू ऑपरेशन स्थल तक पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में भारी बारिश की भविष्यवाणी की है, नदियों और नालों में जल स्तर बढ़ने की उम्मीद है, जो नदियों, नालों, जल निकायों और स्लाइड-प्रवण क्षेत्रों के पास रहने वाले निवासियों के लिए खतरा पैदा कर सकता है।
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता बसवराज बोम्मई ने कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले ली है। राज्यपाल थावरचंद गहलोत ने उन्हें गोपनीयता की शपथ दिलाई। जानकारी के अनुसार मंत्रिमंडल का विस्तार बाद में किया जाएगा। जानकारी अनुसार बुधवार को शपथ लेने से पहले बोम्मई ने अपने दिन की शुरुआत अंजनेय मंदिर में भगवान का आशीर्वाद लेकर की। शपथ लेने से पहले उन्होंने कहा कि आज हम एक कैबिनेट बैठक करेंगे, इसके बाद एक वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक की जाएगी जिसमें राज्य में कोविड और बाढ़ की स्थिति की समीक्षा होगी।
भारत की स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु ने टोक्यो ओलंपिक में शानादर प्रदर्शन करते हुए तीसरे दौर (नॉकआउट) में जगह बना ली। ग्रुप जे के अपने दूसरे मुकाबले में सिंधु ने हांगकांग की च्युंग एनगान को 21-9 और 21-16 से शिकस्त दी। उन्होंने दूसरे मैच में अपने प्रतिद्वंदी पर 36 मिनट में जीत दर्ज की। टोक्यो ओलंपिक में बैडमिंटन स्पर्धा में भारत की एक मात्र उम्मीद पीवी सिंधु बची हैं। इस जीत के साथ दुनिया की नंबर 7 बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु ने च्युंग एनगान यी के खिलाफ अपनी जीत का रिकॉर्ड 6-0 कर लिया है। इससे पहले दोनों खिलाड़ियों के बीच पांच मुकाबले खेले गए और हर बार सिंधु जीतने में सफल रहीं। पीवी सिधु के आगे हांगकांग की खिलाड़ी की यह छठी हार है।
हिमाचल प्रदेश में मंगलवार रात से जारी भारी बारिश ने तबाही मचा दी है। प्रदेश भर में 14 लोग लापता हो गए हैं। लाहौल स्पीति के तोजिंग नाले में आई बाढ़ से 10 लोग लापता हो गए हैं। कुल्लू जिला में 25 वर्षीय महिला अपने चार वर्षीय बच्चे के साथ पार्वती नदी में बह गई है। इसके अलावा कुल्लू में दिल्ली की एक पर्यटक महिला और एक स्थानीय व्यक्ति भी लापता है। किन्नौर में बादल फटने से भारी नुकसान हुआ है। शिमला-कालका नेशनल हाइवे जगह-जगह भूस्खलन से बंद हो गया है। इस मार्ग पर वाहनों की आवाजाही ठप हो गई है। हमीरपुर की पटेरा पंचायत के पास सड़क पर बस पलट गई हालांकि सभी यात्री सुरक्षित बताए जा रहे हैं। मंगलवार रात से बुधवार सुबह आठ बजे तक प्रदेश में सबसे अधिक बारिश धर्मशाला में 101 मिलीमीटर रिकार्ड हुई। राजधानी शिमला में भी कई जगह भूस्खलन होने से गाड़ियां दब गई हैं। प्रदेश भर में सैकड़ों सड़क मार्गों पर वाहनों की आवाजाही ठप पड़ गई है।
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने हिमाचल प्रदेश में किन्नौर जिले के लैंडस्लाइड होने से नौ पर्यटकों की दुखद मृत्यु पर गहरा शोक प्रकट किया है और कहा कि मैं इस हृदयविदारक हादसे का समाचार सुनकर अत्यंत दुखी और स्तब्ध हूँ । नड्डा ने कहा कि अत्यंत दुःख की इस घड़ी में मैं दुर्घटना में जान गंवाने वाले सभी पर्यटकों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं और शोकाकुल परिजनों के प्रति अपनी गहरी संवेदना प्रकट करता हूँ । दुःख की इस घड़ी में भारतीय जनता पार्टी पीड़ित परिवारों के साथ खड़ी है। मुझे बताया गया है कि हिमाचल प्रदेश की भाजपा सरकार एवं स्थानीय प्रशासन द्वारा प्रभावितों की मदद के लिए हरसंभव कदम उठाए जा रहे हैं । मृतकों एवं घायलों के लिए आर्थिक मुआवजे की भी घोषणा की गई है। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि वे दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करें और शोकाकुल परिवारों को इस विपत्ति को सहने की क्षमता प्रदान करें। मैं इस दुर्घटना में घायल व्यक्तियों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं। ज्ञात हो कि किन्नौर में हुए हादसे पर प्रधानमंत्री ने भी गहरा दुःख प्रकट किया है और मृतकों एवं घायलों के लिए अनुग्रह राशि की भी घोषणा की है ।
कियारा आडवाणी और सिद्धार्थ मल्होत्रा अभिनीत फिल्म शेरशाह की रिलीज डेट की घोषणा होने के बाद फैंस काफी उत्साहित नजर आ रहे हैं। अभिनेत्री कियारा आडवाणी ने मंगलवार को अपने इंस्टाग्राम पर फिल्म का नया पोस्टर रिलीज कर कैप्टन की वीरता और सहास को याद किया है। इस पोस्टर में अभिनेता सिद्धार्थ युद्ध में क्रॉसफायर के बीच पोजीशन लिए हुए चिल्लाते दिख रहे हैं। पोस्टर में पत्थर भी हवा में उठते हुए दिखाई दे रहे हैं। ‘शेरशाह प्राइम पर 12 अगस्त को रिलीज हो रही है।’ आपको बता दें कि कैप्टन विक्रम बत्रा ने कारगिल युद्ध में प्वाइंट 4875 को हांसिल करने में अहम भूमिका निभाई थी। उन्हें अपने अदम्य साहस और अपने रणकौशल के लिए मरणोपरांत परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया था। कैप्टन विक्रम बत्रा 7 जुलाई 1999 को कारगिल युद्ध के दौरान शहीद हो गए थे। वहीं अभिनेत्री कियारा आडवाणी शहीद कैप्टन विक्रम बत्रा की मंगेतर डिंपल चीमा का किरदार निभा रही हैं।
देश में कोरोना महामारी की दूसरी लहर की रफ्तार धीमी पड़ने के बाद एक बार फिर गति पकड़ती नजर आ रही है। तीसरी लहर की आशंका के बीच देश में एक बार फिर दैनिक कोविड मामलों में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। देश में पिछले 24 घंटे में 42,123 नए कोरोना मरीज मिले हैं और 3998 लोगों की मौत हो गई। देश में बीते दिन हुई मौतें पिछले 39 दिनों में सबसे ज्यादा हैं। इससे पहले 11 जून को 3996 लोगों की मौत हुई थी। भारत में एक दिन में कोविड-19 से मौत के 3,998 मामले सामने आने के बाद देश में इस महामारी से जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 4,18,480 हो गई। महाराष्ट्र के 14वीं बार संक्रमण के आंकड़ों का मिलान करने के कारण एक दिन में मौत के इतने मामले सामने आए हैं।
हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले में पुलिस टीम को बड़ी कामयाबी मिली है। सदर थाना के पास लगाए हुए नाके के दौरान पुलिस ने उत्तराखंड की एक महिला और युवक से 18 लाख रुपये की हिमालयन वियाग्रा (जड़ी-बूटी) के साथ गिरफ्तार किया है। आरोपी कुल्लू से लेकर यह जड़ी-बूटी उत्तराखंड ले जा रहे थे। सदर थाना के पास नाके में पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर मामला दर्ज किया गया। पुलिस अनुसार, मंगलवार शाम को बाइक को टक्कर मारने के बाद पुलिस ने नाका लगाया था। कार सवारों पर बाइक को टक्कर मारने का आरोप था। इसलिए पुलिस ने मनाली की ओर से आ रही होंडा सिटी कार को चेकिंग के लिए रोका तो सवार पुलिस को देखकर घबरा गए। पुलिस को शक हुआ और चेकिंग के लिए गाड़ी से नीचे उतारा। गाड़ी की सीट के नीचे एक जड़ी बूटियों से भरा बैग मिला। पुलिस ने पूरी जांच पड़ताल की तो यह जड़ी-बूटी हिमालयन वियाग्रा निकली और बाजार में इसकी कीमत प्रति किलो 20 लाख रुपये आंकी गई है। 900 ग्राम इसका वजन है। क्या है हिमालयन वियाग्रा यह एक तरह का जंगली मशरूम है जो कैटरपिलर्स को मारकर उस पर पनपता है। इसे कॉर्डिसेप्स साइनेसिस और जिस कीड़े के कैटरपिलर्स पर ये उगता है उसका नाम हैपिलस फैब्रिकस है। विभिन्न स्थानों पर इसे अलग-अलग नाम से जाना जाता है। इसे यारचगुम्बा, यत्सा गनबू, यार्त्सा गनबा, यत्सुगुंबू और कीड़ा जड़ी नाम से जानते हैं। तिब्बत में यत्सा गनबू का अर्थ है ग्रीष्मकालीन घास सर्दी कीड़ा। इसे कीड़ा-जड़ी इसलिए कहते हैं, क्योंकि ये आधा कीड़ा है और आधा जड़ी है। चीन-तिब्बत में इसे यारशागुंबा कहा जाता है। सबसे आसान भाषा में इसे हिमालय वियाग्रा के नाम से जानते हैं।
उपराज्यपाल प्रशासन ने महत्वपूर्ण फैसला लेते हुए जम्मू-कश्मीर डोमिसाइल प्रमाणपत्र धारक से शादी करने वाली महिला अथवा पुरुष को डोमिसाइल का पात्र मान लिया है। सामान्य प्रशासन विभाग ने नए नियम की अधिसूचना जारी कर दी है, जिसके तहत प्रदेश में डोमिसाइल प्रमाणपत्र धारक से शादी करने पर दूसरे राज्य की महिला या पुरुष भी अब डोमिसाइल प्रमाणपत्र हासिल कर सरकारी नौकरी के पात्र होंगे। इससे पूर्व की व्यवस्था में केवल 15 वर्ष तक जम्मू-कश्मीर में रहने, निर्धारित अवधि तक प्रदेश में सेवाएं देने और विद्यार्थियों के लिए निर्धारित नियमों के तहत ही डोमिसाइल प्रमाणपत्र का प्रावधान था। मंगलवार को सामान्य प्रशासन विभाग ने अधिसूचना जारी कर डोमिसाइल प्रमाणपत्र नियमों में सातवां क्लॉज जोड़ा है। अधिसूचना के अनुसार भारतीय संविधान के अनुच्छेद 309 का प्रयोग कर जम्मू-कश्मीर सिविल सर्विसेज (डीसेंट्रलाइजेशन एंड रिक्रूटमेंट) एक्ट 2010 की धारा 15 के तहत दिए गए नियमों के तहत सातवां क्लॉज जोड़ा गया है। डोमिसाइल प्रमाणपत्र नियमों के इस सातवें क्लॉज में स्पाउस आफ डोमिसाइल की श्रेणी जोड़ी गई है। इसमें न तो पति और ना ही पत्नी का जिक्र किया गया है। यानी इस श्रेणी के आवेदक को डोमिसाइल के लिए अपने जीवनसाथी का डोमिसाइल प्रमाणपत्र और विवाह प्रमाणपत्र जमा करवाना होगा। ऐसे आवेदकों को तहसीलदार डोमिसाइल प्रमाणपत्र जारी कर सकेंगे। जिला उपायुक्त अपील प्राधिकारी होंगे।
जगन्नाथ धाम को चार वैष्णव धामों में से एक माना जाता है। ओडिशा के पूरी में विराजमान भगवान जगन्नाथ को भगवान विष्णु के पूर्ण कला अवतार श्रीकृष्ण का ही एक रूप माना जाता हैं। महाप्रभु जगन्नाथ को कलयुग का भगवान भी कहते है। पुरी में जगन्नाथ स्वामी अपनी बहन सुभद्रा और भाई बलराम के साथ निवास करते है। इसे श्री क्षेत्र, श्री पुरुषोत्तम क्षेत्र, शाक क्षेत्र, नीलांचल, नीलगिरि और श्री जगन्नाथ पुरी भी कहते हैं। यहां लक्ष्मीपति ने तरह-तरह की लीलाएं की थीं। ब्रह्म और स्कंद पुराण के अनुसार यहां भगवान विष्णु पुरुषोत्तम नीलमाधव के रूप में अवतरित हुए और सबर जनजाति के परम पूज्य देवता बन गए। सबर जनजाति के देवता होने के कारण यहां भगवान जगन्नाथ का रूप कबीलाई देवताओं की तरह है। पहले कबीले के लोग अपने देवताओं की मूर्तियों को काष्ठ से बनाते थे। जगन्नाथ मंदिर में सबर जनजाति के पुजारियों के अलावा ब्राह्मण पुजारी भी हैं। ज्येष्ठ पूर्णिमा से आषाढ़ पूर्णिमा तक सबर जाति के दैतापति जगन्नाथ जी की सारी रीतियां करते हैं। भगवान जगन्नाथ के मंदिर में आज भी कई ऐसे चमत्कार होते है जिसका जवाब विज्ञान के पास भी नहीं है। आंखों पर पट्टी बांध बदली जाती हैं मूर्तियां : भगवान जगन्नाथ और अन्य प्रतिमाएं उसी साल बदली जाती हैं जब साल में आसाढ़ के दो महीने आते हैं। इस मौके को नव-कलेवर कहते हैं। नई मूर्तियों का हिन्दू विधिवत तरीके से स्थापन किया जाता है। मूर्ति बदलने की इस प्रकिया से भी कई रोचक किस्से जुड़े है। इस विधि के दौरान मंदिर परिसर के साथ लगते क्षेत्र में बिजली काट दी जाती है और पूरा परिसर अँधेरे में डूब जाता है। मुख्य पुजारी के आँखों पर पट्टी बाँधी जाती है, कपाट के बाहर जवान तैनात होते है और मंदिर के भीतर जाने की किसी भी सूरत में अनुमति नहीं मिलती। केवल मुख्य पुजारी को ही प्रवेश करने की अनुमति होती है जो मूर्ति को बदलते है। पुजारी के हाथ में दस्ताने होते है वो पुरानी मूर्ति से “ब्रह्म पदार्थ” निकालता है और नई मूर्ति में डाल देता है। ब्रह्मा पदार्थ को लेकर कई सवाल बरकरार : ये ब्रह्म पदार्थ क्या है आजतक किसी को पता नहीं चल पाया, इसे आजतक किसी ने नही देखा पर इससे जुड़ी कई किवदंतियां है और कई रोचक किस्से। इस ब्रह्म पदार्थ का संबंध भगवान श्री कृष्ण से है। मगर, आज तक कोई भी पुजारी ये नहीं बता पाया कि महाप्रभु जगन्नाथ की मूर्ति में आखिर ऐसा क्या है। कुछ पुजारियों का कहना है कि जब हमने उसे हाथ में लिया तो कुछ उछलने जैसा प्रतीत हुआ। मानों जैसे खरगोश उछल रहा हो या जैसे दिल धड़क रहा हो। ब्रह्मा पदार्थ को लेकर सभी के मन में कई सवाल है जिसका जवाब आजतक किसी को पूर्णता नहीं मिल पाया। सबसे आगे बलराम का रथ, पीछे - पीछे श्रीकृष्ण : जगन्नाथ की यात्रा दुनिया की सबसे बड़ी रथयात्रा मानी जाती है। हर साल आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को भगवान जगन्नाथजी की पुरी में रथ यात्रा निकाली जाती है। रथयात्रा में भगवान जगन्नाथ के अलावा उनके बड़े भाई बलराम और बहन सुभद्रा का रथ भी निकाला जाता है। इस रथ यात्रा को लेकर मान्यता है कि एक दिन भगवान जगन्नाथ की बहन सुभद्रा ने उनसे द्वारका के दर्शन कराने की प्रार्थना की थी। तब भगवान जगन्नाथ ने अपनी बहन की इच्छा पूर्ति के लिए उन्हें रथ में बिठाकर पूरे नगर का भ्रमण करवाया था और इसके बाद से इस रथ यात्रा की शुरुआत हुई थी। जगन्नाथ की रथ यात्रा के बारे में स्कंद पुराण, नारद पुराण, पद्म पुराण और ब्रह्म पुराण में भी बताया गया है, इसलिए हिंदू धर्म में इसका विशेष है। रथयात्रा के लिए भगवान बलराम, श्रीकृष्ण और देवी सुभद्रा के लिए तीन अलग-अलग रथ निर्मित किए जाते हैं। सबसे आगे बलराम जी का रथ, उसके बाद बीच में देवी सुभद्रा का रथ और सबसे पीछे भगवान जगन्नाथ श्रीकृष्ण का रथ होता है। बलरामजी के रथ को 'तालध्वज' कहते हैं, जिसका रंग लाल और हरा होता है। देवी सुभद्रा के रथ को 'दर्पदलन' कहा जाता है, जो काले या नीले और लाल रंग का होता है, जबकि भगवान जगन्नाथ के रथ को 'गरुड़ध्वज' कहते हैं। इसका रंग लाल और पीला होता है। इन रथों के निर्माण में किसी भी प्रकार के कील या अन्य किसी धातु का प्रयोग नहीं होता है। रथों के लिए काष्ठ यानि लकड़ी का चयन बसंत पंचमी के दिन से शुरू होता है। जगन्नाथ मंदिर से रथयात्रा शुरू होकर यह रथ गुंडीचा मंदिर पहुंचते हैं। यहां भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और देवी सुभद्रा सात दिनों के लिए विश्राम करते हैं। भगवान जगन्नाथ के दर्शन को आड़प-दर्शन कहा जाता है। प्रतिमा में है ब्रह्मा जी का वास : ऐसी मान्यता है कि मंदिर में मौजूद प्रतिमा के अंदर ब्रह्मा जी का वास है। जब श्रीकृष्ण ने धर्म स्थापना के लिए धरती पर अवतार लिया तब उनके पास अलौकिक शक्तियां थी लेकिन शरीर मानव का था। जब धरती पर उनका समय पूरा हो गया तो वो शरीर त्याग कर अपने धाम चले गए। इसके बाद पांडवों ने उनका अंतिम संस्कार किया लेकिन शरीर ब्रह्मलीन होने के बाद भी उनका हृदय जलता रहा। पांडवों ने इसे जल में प्रवाहित कर दिया। जल में हृदय ने लट्ठे का रूप धारण कर लिया और ओडिशा के समुद्र तट पर पहुंच गया व यही लठ्ठा राजा इंद्रद्युम्न को मिल गया। आज तक अधूरी है मूर्तियां: मान्यताओं के मुताबिक नरेश इंद्रद्युम्न, जो भगवान विष्णु के भक्त थे उन्हें स्वयं श्री हरि ने सपने में दर्शन दिए और कहा कि पुरी के समुद्र तट पर तुम्हें एक लकड़ी का लठ्ठा मिलेगा, उस से मूर्ति का निर्माण करवाओ। राजा जब तट पर पहुंचे तो उन्हें लकड़ी का लट्ठा मिल गया। अब उनके सामने यह प्रश्न था कि मूर्ति किससे बनवाएं। कहा जाता है कि भगवान विष्णु और स्वयं विश्वकर्मा के साथ एक वृद्ध मूर्तिकार के रूप में प्रकट हुए। वृद्ध मूर्तिकार ने कहा कि वे एक महीने के अंदर मूर्तियों का निर्माण कर देंगें लेकिन इस काम को एक बंद कमरे में अंजाम देंगें। एक महीने तक कोई भी इसमें प्रवेश नहीं करेगा और न कोई तांक-झांक करेगा, चाहे वह राजा ही क्यों न हों। महीने का आखिरी दिन था, कमरे के भीतर से कोई आवाज नहीं आ रही थी। कोई हलचल न देख राजा विचलित हुए और वे अंदर झांककर देखने लगे लेकिन तभी वृद्ध मूर्तिकार दरवाजा खोलकर बाहर आ गए और राजा को बताया कि मूर्तियां अभी अधूरी हैं, उनके हाथ और पैर नहीं बने हैं। राजा को अपने कृत्य पर पश्चाताप हुआ और उन्होंने वृद्ध से माफी भी मांगी लेकिन उन्होंने कहा कि यह मूर्तियां ऐसे ही स्थापित होकर पूजी जाएगी। अधूरी बनी तीनों मूर्तियां मंदिर में स्थापित की गईं। आज भी भगवान जगन्नाथ, बलभद्र एवं सुभद्रा की मूर्तियां उसी अवस्था में हैं। विश्व प्रसिद्ध है मंदिर की पाकशाला : मंदिर के रसोईघर को दुनिया का सबसे बड़ा रसोईघर माना जाता है। मंदिर में 752 चूल्हों पर 500 रसोइए और 300 सहयोगी रसोइए साल भर भोग बनाने के कार्य में जुटे रहते हैं। मंदिर के रसोई घर में जहां महा प्रसाद बनता है वहां बर्तन केवल मिट्टी के होते हैं। यहां बनने वाले भोजन के सात पात्र एक के ऊपर एक रखकर पकाए जाते हैं। अचंभित करने वाली बात ये है की भोग सबसे पहले नीचे नहीं ऊपर के पात्र में पकता है। मंदिर में हमेशा एक ही मात्रा में भोग बनता है लेकिन भक्त की संख्या या घटने पर भी भोग कम या ज्यादा नहीं पड़ता। इतना ही नहीं मंदिर का कपाट बंद होते ही भोग भी खत्म हो जाता है। यह रहस्य भी कोई नहीं सुलझा पाया : जगन्नाथ मंदिर करीब चार लाख वर्ग फीट एरिया में है। इसकी ऊंचाई 214 फीट है। आमतौर पर दिन में किसी वक्त किसी भी इमारत या चीज या इंसान की परछाई जमीन दिखाई देती है लेकिन जगन्नाथ मंदिर की परछाई कभी किसी ने नहीं देखी। इसके अलावा मंदिर के शिखर पर जो झंडा लगा है, उसे लेकर भी बड़ा रहस्य है। इस झंडे को हर रोज बदलने का नियम है। मान्यता है कि अगर किसी दिन झंडे को नहीं बदला गया तो शायद मंदिर अगले 18 सालों के लिए बंद हो जाएगा। इसके अलावा ये झंडा हमेशा हवा की विपरीत दिशा में उड़ता है। मंदिर के शिखर पर एक सुदर्शन चक्र भी है। कहा जाता है कि पुरी के किसी भी कोने से अगर इस सुदर्शन चक्र को देखा जाए तो उसका मुंह आपकी तरफ ही नजर आता है। इसी तरह प्रभु जगन्नाथ मंदिर के ऊपर से परिंदे नहीं गुजरते, ये भी एक रहस्य है। अचंभित करने वाला सिंहद्वार का रहस्य : जगन्नाथ पुरी मंदिर समुद्र किनारे पर है। मंदिर में एक सिंहद्वार है, कहा जाता है कि जब तक सिंहद्वार में कदम अंदर नहीं जाता तब तक समंदर की लहरों की आवाज सुनाई देती है, लेकिन जैसे ही सिंहद्वार के अंदर कदम जाता है लहरों की आवाज खत्म हो जाती है। इसी तरह सिंहद्वार से निकलते वक्त वापसी में जैसे ही पहला कदम बाहर निकलता है, समंदर की लहरों की आवाज फिर आने लगती है। इसके पीछे क्या कारण है इसका जवाब आजतक किसी को नहीं मिल पाया है। सोने के झाड़ू से किया जाता है मार्ग साफ: सूर्योदय से पहले ही रथयात्रा की तैयारियां शुरू हो जाती है। इस यात्रा की एक और खास बात है, इसके शुरू होने से पहले इसके मार्ग को 'सोने की झाड़ू' से साफ किया जाता है। इसके बाद रथों की पूजा की जाती है, फिर रथों को खींचकर जगन्नाथ मंदिर से 3 कि.मी. दूर गुंडीचा मंदिर ले जाते हैं। इस स्थान को भगवान की मौसी का घर कहते है, जहां तीनों भाई-बहन 7 दिनों तक आराम करते हैं और इसके बाद फिर आषाढ़ माह के दसवें दिन सभी रथ वापस मंदिर की ओर प्रस्थान करते हैं। वापसी की यह यात्रा 'बहुड़ा यात्रा' कहलाती है।
"I AM NOT THAT IRRESPONSIBLE THAT I WILL DIE WITHOUT FULFILLING MY RESPONSIBILITIES FOR MY COUNTRY " ये शब्द है उस वीर जवान के जिसे अपनी जान से ज़्यादा अपने देश की परवाह थी। कारगिल युद्ध की जीत के लिए कई योद्धाओं ने बलिदान दिया था। शहादत का जाम पीने वाले इन्हीं योद्धाओं में से एक थे दिल्ली के कैप्टन अनुज नय्यर। सेना के एक ऐसे अधिकारी, जिनकी बहादुरी की गाथा आज भी याद कर लोग गर्व महसूस करते हैं। अनुज की शहादत की बात याद कर उनको जानने वाले आज भी भावुक हो जाते हैं। अनुज का जन्म 28 अगस्त 1975 को दिल्ली में हुआ था। उनके पिता एस.के. नय्यर दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में प्रोफेसर थे। इस लिहाज से उनके घर पर पढ़ाई का अच्छा माहौल था मगर अनुज को फिर भी कलम से ज्यादा बन्दूक से प्यार हो गया। शुरुआती पढ़ाई के लिए उनका दाखिला धौला कुआं के आर्मी पब्लिक स्कूल में कराया गया था। बचपन से ही उनके मन में देश भक्ति का जज्बा कूट-कूट कर भरा था। 24 साल की उम्र में शहादत को लगाया गले : 1999 में, भारतीय सेना ने जम्मू कश्मीर के कारगिल क्षेत्र में पाकिस्तानी सेना और अर्धसैनिक बलों द्वारा बड़े पैमाने पर घुसपैठ का पता लगाया। भारतीय क्षेत्र से पाकिस्तानी घुसपैठियों को खदेड़ने के लिए सेना ने तेजी से अपनी सेना को जुटाया। 17 जाट क्षेत्र में तैनात बटालियनों में से एक थी। अनुज नय्यर 17 जाट रेजीमेंट के अधिकारी थे। जिस वक्त कारगिल की जंग में वो शामिल हुए, उस वक्त उनकी उम्र 24 साल से भी कम थी। टाइगर हिल के पश्चिम में प्वाइंट 4875 के एक हिस्से पिंपल कॉम्प्लेक्स को खाली कराने की जिम्मेदारी 17 जाट रेजिमेंट के कैप्टन अनुज नय्यर को दी गई। चोटी की ऊंचाई थी करीब 16 हजार फीट। प्वाइंट 4875 पर पाकिस्तानी सेना ने कई भारी भरकम बंकर बना रखे थे। असल में इसकी पोजिशन ऐसी जगह पर थी, जहां से एक झटके में जंग का रुख बदल दिया जा सकता था। हालांकि, यहां तक पहुंचना आसान नहीं था। यह पॉइंट हजारों फीट की ऊंचाई पर था। वहां से फेंका जाने वाला एक पत्थर भी अनुज और उनके साथियों के लिए जानलेवा हो सकता था। पर बिना इस पर कब्ज़ा जमाये भारत के लिए युद्ध जीतना मुमकिन नहीं था। इसलिए कप्तान अनुज नय्यर व उनकी टीम ने बिना किसी हवाई समर्थन की प्रतीक्षा किए चोटी को सुरक्षित करने का फैसला किया। एक दल के साथ कैप्टन नैय्यर ने 6 जुलाई 1999 की रात को चढ़ाई शुरू की। कदम-कदम पर मौत से सामना होना तय था। लेकिन कैप्टन नय्यर साथियों के साथ आगे बढ़ते रहे। कैप्टन नय्यर की सोच थी कि किसी भी तरह से इस पोस्ट को खाली करवाना है, जिसके लिए वह साथियों के साथ दबे पांव आगे बढ़ रहे थे। इसी बीच नय्यर की टीम के कमांडर के जख्मी होने के चलते टीम को दो टुकडिय़ों में बांट दिया गया। एक टीम को लेकर कैप्टन विक्रम बत्रा आगे बढ़े और दूसरी टीम के साथ कैप्टन अनुज दुश्मन पर टूट पड़े। वह तेजी से चोटी की ओर बढऩे लगे। अचानक पाकिस्तानी घुसपैठियों को उनके होने की आहट हो गई और उन्होंने अनुज की टीम पर फायर शुरू कर दिया। कैप्टन ने साथियों के साथ मिलकर दुश्मन को करारा जवाब दिया। जब अनुज नय्यर की यूनिट भारी मोर्टार फायर के बीच आगे बढ़ रही थी तभी उनकी टीम के लीड सेक्शन ने दुश्मन के 3-4 बंकरों के स्थान की सूचना उन्हें दी। कैप्टेन अनुज आगे बढ़े और रॉकेट लॉन्चर और ग्रेनेड से पहले बंकर को नष्ट कर दिया। इसके बाद वे फिर भारी गोलाबारी में वे 7 जवानों के साथ आगे बढे और दो और बंकरों को नष्ट कर दिया। युद्ध के दौरान, कपटिन नय्यर ने 9 पाकिस्तानी सैनिकों का खात्मा कर डाला और तीन मध्यम मशीन गन बंकरों को नष्ट कर दिया। इसके बाद कंपनी ने आखिरी बचे बंकर पर हमला करना शुरू कर दिया, लेकिन इसे साफ करते समय, एक दुश्मन आरपीजी ने सीधे कैप्टेन नय्यर को टक्कर मार दी, जिससे उनकी जान चली गई। इस बीच पाकिस्तानी घुसपैठियों ने वापस आकर प्वाइंट 4875 पर कब्जा करना चाहा, लेकिन पीछे से दूसरी टीम के साथ कैप्टन बत्रा पहुंच चुके थे। उन्होंने घुसपैठियों का काम तमाम कर दिया। तिरंगा फहराने से पहले कप्तान बत्रा भी दुश्मन की गोलियों की बौछार से शहीद हो गए। हालांकि 4875 पर 7 जुलाई को ही झंडा फहरा दिया गया। पिंपल कॉम्प्लेक्स पर जीत ने टाइगर हिल पर फिर से कब्जा करने का मार्ग प्रशस्त किया जिससे अंततः पाकिस्तान को नियंत्रण रेखा के पार वापस जाना पड़ा। तिरंगे में लिपटे कैप्टन अनुज की शहादत यात्रा जब निकली थी तो 3 किलोमीटर के दायरे में सड़कें दोनों ओर भरी पड़ी थीं। लोग नम आंखों से इस वीर सपूत को नमन कर रहे थे। कैप्टन अनुज नैय्यर को युद्ध में अनुकरणीय वीरता के लिए मरणोपरांत महावीर चक्र (भारत का दूसरा सर्वोच्च वीरता पुरस्कार) दिया गया। जंग पर जाने से पहले लौटे सगाई की अंगूठी : बताते हैं कि कैप्टन अनुज नैय्यर जंग पर अपनी सबसे कीमती चीज़, यानी सगाई की अंगूठी नहीं ले जाना चाहते थे। उन्होंने अपने सीनियर को वो अंगूठी दी और कहा था कि ये अंगूठी उनकी मंगेतर को वापिस लौटा दें। सीनियर ने कहा कि तुम खुद देना, जिसके जवाब में उन्होंने कहा कि मैं जंग पर जा रहा हूं वापस लौटूंगा या नहीं, मालूम नहीं। लौट आया तो दोबारा इसे पहन लूंगा वरना आप इसे मेरे घर भेज देना और मेरा संदेश दे देना। दुर्भाग्यवश इस जंग से अनुज वापस नहीं लौट सके, लेकिन वह पूरे देश के हीरो हैं। 10 सितम्बर को होने वाली थी शादी अनुज नय्यर की मां बताती है कि अनुज ने उन्हें ये नहीं बताया था की वो जंग में जा रहे है। वो उनसे ये कह कर गए थे की उन्हें श्रीनगर में पोस्ट किया जा रहा है। कुछ समय बाद जब उनके कुछ दोस्त अनुज के घर उनका कुछ सामान लेने आए तब उनकी मां को ये मालूम हुआ की उनका बेटा जंग के मैदान में है। उनकी मां बताती है की अनुज ने उन्हें एक चिट्ठी लिखी थी जिसमें उन्होंने ये लिखा था की वो वापिस आकर अपने मां बाबा की एनिवर्सरी मनाएंगे। 28 अगस्त को अनुज का जन्मदिन था और 10 सितम्बर को उनकी शादी होने वाली थी मगर वो लौट कर नहीं आ पाए।
पूर्व मंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जीएस बाली की सियासती चाल अब दिल्ली पहुंच गई है। वे पिछले दाे दिनों से पार्टी के केंद्रीय नेताओं से मिशन 2022 के लिए मंथन कर रहे हैं। सूत्राें से मिली जानकारी के मुताबिक जीएस बाली अभी कुछ दिन दिल्ली में ही डटे रहेंगे। गाैरतलब है की बीते दिनों जीएस बाली ने मीडिया में सीएम पद पर जिला कांगड़ा का जिक्र किया था और वे कुछ दिन बाद दिल्ली दाैरे पर निकल गए। हालांकि अगले साल चुनाव हाेने के लिए अभी समय हैं, लेकिन उससे पहले तीन विधानसभा सीटाें और मंडी संसदीय सीट पर उपचुनाव भी हाेना है। जिला कांगड़ा का फतेहपुर, शिमला का जुब्बल-काेटखाई और साेलन जिले का अर्की विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव हाेना है। साथ ही 17 विधानसभा सीटाें वाला मंडी संसदीय क्षेत्र भी है।