प्रतिदिन सुबह छह बजे पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बदलाव होता है। सुबह छह बजे से ही नई दरें लागू हो जाती हैं। पेट्रोल व डीजल के दाम में एक्साइज ड्यूटी, डीलर कमीशन और अन्य चीजें जोड़ने के बाद इसका दाम लगभग दोगुना हो जाता है। सरकारी तेल कंपनियों की ओर से आज दो दिन राहत के बाद फिर पेट्रोल-डीजल के दामों में बढ़ोतरी हुई है। आज डीजल के दाम 33 से 37 पैसे तो वहीं पेट्रोल के दाम 31 से 35 पैसे बढ़े थे। कई राज्यों में इसके दाम 100 रुपये से ऊपर पहुंच चुके हैं। देश में रोजाना बढ़ते पेट्रोल-डीजल के दाम आम आदमी की आमदनी पर असर डाल रहे हैं। दिल्ली में पेट्रोल का दाम 107.94 रुपये जबकि डीजल का दाम 96.67 रुपये प्रति लीटर है। मुंबई में पेट्रोल की कीमत 113.80 रुपये व डीजल की कीमत 104.75 रुपये प्रति लीटर है। कोलकाता में पेट्रोल का दाम 108.11 रुपये जबकि डीजल का दाम 99.78 रुपये लीटर है। वहीं चेन्नई में भी पेट्रोल 104.83 रुपये लीटर है तो डीजल 100.92 रुपये लीटर है। बता दें कि मध्यप्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, ओडिशा, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में पेट्रोल का भाव 100 रुपये पार हो चुका है। मुंबई में पेट्रोल की कीमत सबसे अधिक है।
पीएम मोदी के केदारनाथ भ्रमण को लेकर जिला प्रशासन मूलभूत सुविधाओं व सुरक्षा तैयारियों में जुट गया है। इसी के चलते स्वास्थ्य एवं चिकित्सा व्यवस्था की जिम्मेदारी सिक्स सिग्मा हाई एल्टीट्यूड मेडिकल सर्विस को दी गई है। इस दौरान धाम में तीन चिकित्सकीय दल तैनात रहेंगे जिसमें विशेषज्ञ डॉक्टर, नर्स व पैरामेडिकल स्टाफ के लोग शामिल होंगे। सिक्स सिग्मा के अधिकारियों को चिकित्सकीय व्यवस्था के लिए नई दिल्ली से जरूरी निर्देश भी मिल चुके हैं। साथ ही संस्थान ने केदारनाथ में सेटेलाइट कम्युनिकेशन भी स्थापित कर दिया है। इससे केदारनाथ से नई दिल्ली 24 घंटे बेहतर तरीके से संपर्क किया जा सकेगा। साथ ही धाम में स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया करा रहे सिक्स सिग्मा हाई एल्टीट्यूट मेडिकल सर्विस को स्वास्थ्य व्यवस्था चाक चौबंद रखने को कहा गया है। नई दिल्ली से मिले निर्देशों के तहत संस्थान द्वारा तीन चिकित्सकीय दल तैयार किए जा रहे हैं। इनमें हृदय रोग विशेषज्ञ, छाती रोग विशेषज्ञ, हड्डी रोग विशेषज्ञ, त्वचा रोग विशेषज्ञ, फिजिशियन शामिल होंगे। इन सभी चिकित्सकों को हाई एल्टीट्यूड में चिकित्सा सेवा मुहैया कराने का विशेष अनुभव है। इसके अलावा, हाई एल्टीट्यूड में उपयोग होने वाली दवा व आपातकालीन चिकित्सा उपकरण भी सिक्स सिग्मा को मुहैया कराए जा रहे हैं। पीएम मोदी के केदारनाथ भ्रमण को लेकर सभी चिकित्सकीय इंतजाम बेहतर किए जा रहे हैं। हर चीज की दो से तीन बार जांच के बाद भी उसे अंतिम रूप दिया जा रहा है। नई दिल्ली से मिले निर्देशों के तहत केदारनाथ में सिक्स सिग्मा अस्पताल में हेम रेडियो को स्थापित कर दिया गया है, जिससे चिकित्सकीय दल से बेहतर संपर्क हो सके।
लखीमपुर खीरी हिंसा मामले पर आज यानि मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश सरकार को घटना के गवाहों को सुरक्षा देने का निर्देश दिया है। साथ ही अदालत ने यह भी निर्देश दिया कि गवाहों के बयान तेजी से दर्ज किए जाएं। कोर्ट ने यूपी सरकार से लखीमपुर हिंसा में पत्रकार रमन कश्यप और एक श्याम सुंदर की हत्या की जांच पर जवाब दाखिल करने को भी कहा है। अब मामले की अगली सुनवाई 8 नवंबर को होगी। सुप्रीम कोर्ट का कहना है कि 'घटना के दौरान 4-5 हजार लोगों की भीड़ थी जो सभी स्थानीय लोग हैं और यहां तक कि घटना के बाद भी ज्यादातर आंदोलन करते रहे।
कोरोना महामारी को रोकने के लिए भारत के पहले स्वदेशी टीके कोवैक्सीन' को मंगलवार यानि आज अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मंजूरी मिल सकती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की बैठक में यह फैसला लिया जा सकता है। पिछले सप्ताह डब्ल्यूएचओ की प्रमुख वैज्ञानिक डॉ. सौम्या स्वामीनाथन ने कहा था कि 26 अक्तूबर को होने वाली बैठक में हैदराबाद की भारत बायोटेक के कोवैक्सीन टीके को विश्व स्तरीय आपात इस्तेमाल की सूची में शामिल करने पर फैसला होगा। डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि भारत बायोटेक ने कोवैक्सीन से जुड़े सभी दस्तावेज उपलब्ध कराए हैं जिनकी समीक्षा लगभग पूरी हो चुकी है। मंगलवार को होने वाली बैठक में समिति के विशेषज्ञ अपनी-अपनी राय देने के अलावा वैक्सीन के प्रभाव, सुरक्षा और एंटीबॉडी का स्तर इत्यादि की जांच करेंगे। जिसके आधार पर कोवैक्सीन' को आपात इस्तेमाल की सूची में शामिल किया जा सकता है। कोवैक्सीन को अब तक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अनुमति नहीं मिली है जिसके चलते कोवैक्सीन की खुराक लेने वाले लोग विदेश यात्रा के लिए मान्य नहीं है। ज्यादातर देशों में उन्हीं लोगों को प्रवेश दिया जा रहा है जिन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर डब्ल्यूएचओ की सूची में शामिल वैक्सीन की खुराक लगी हो।
67वें फिल्म पुरस्कार का शानदार आगाज दिल्ली के विज्ञान भवन में शुरू हो चुका है। इसकी घोषणा मार्च में ही कर दी गई थी। जिसके बाद आज विनर्स को नेशनल अवॉर्ड दिए जा रहे हैं। उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू के हाथों विजेताओं को पुरस्कार दिए जा रहे हैं। इस साल खास बात ये हैं कि दिग्गज कलाकार रजनीकांत और उनके सुपरस्टार दामाद धनुष को सम्मानित किया गया है। रजनीकांत को जहां फिल्म इंडस्ट्री में उनके योगदान के लिए दादासाहेब फाल्के पुरस्कार से नवाजा जा गया है, तो वहीं उनके दादाम और सुपरस्टार धनुष को फिल्म 'असुरन' के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का अवॉर्ड मिला है। इतना ही नहीं, उनकी फिल्म 'असुरन' ने इसके साथ ही बेस्ट तमिल फीचर फिल्म का अवॉर्ड भी हासिल किया है। अभिनेत्री कंगना रनौत को चौथी बार नैशनल बेस्ट एक्ट्रेस का अवॉर्ड मिलेगा। अभिनेता मनोज बाजपेयी को भी बेस्ट एक्टर के अवॉर्ड से नवाजा जा रहा है।
सेना के शीर्ष अधिकारियों के सोमवार से शुरू हो रहे कमांडर सम्मेलन में पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा सहित पूरे देश में सुरक्षा चुनौतियों पर मंथन होगा। कमांडर सम्मेलन 25 से 28 अक्तूबर तक दिल्ली में चलेगा। शीर्ष सैन्य अधिकारी पिछले कुछ हफ्तों में जम्मू-कश्मीर में आम नागरिकों की हत्या पर भी इस बैठक के दौरान चर्चा करेंगे। चार दिवसीय सम्मेलन के दौरान सेनाध्यक्ष जनरल एमएम नरवणे सहित शीर्ष सैन्य अधिकारी पूर्वी लद्दाख में देश की युद्ध तैयारियों का भी जायजा लेंगे, जहां पिछल 17 महीनों से चीन के साथ सीमा विवाद बना हुआ है। उन इलाकों में कई स्थानों से दोनों देशों की सेना फिलहाल पीछे हट चुकी हैं। कमांडर सम्मेलन सैन्य अधिकारियों की उच्चस्तरीय अर्धवार्षिक बैठक है, जो हर साल अप्रैल और अक्तूबर में होती है। सम्मेलन के दौरान रक्षामंत्री राजनाथ सिंह सैन्य कमांडरों को संबोधित करेंगे। इसमें सीडीएस, नौसेना और वायुसेना प्रमुख भी भारतीय सेना के शीर्ष नेतृत्व को संबोधित करेंगे। अरुणाचल प्रदेश में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर चीन की चुनौती से निपटने के लिए सेना ने चौकसी बढ़ा दी है। संवेदनशील अग्रिम चौकियों पर एम 777 होवित्जर और स्वीडन की बोफोर्स तोपों के अलावा उन्नत एल 70 एंटी एयरक्राफ्ट तोपों को भी मोर्चे पर तैनात कर दिया गया है। ये तोपें चीन के लड़ाकू विमानों को चित करने में सक्षम हैं।एल 70 तोपें पहाड़ी क्षेत्र में 3.5 किलोमीटर दूर लक्ष्य को भेदने में सक्षम हैं। इनकी तैनाती से सेना की जंगी तैयारियों को बल मिलेगा। एलएसी पर पड़ोसी की किसी भी चालाकी से निपटने के लिए सेना की तैयारियां उच्च स्तर पर है।
चार महीने के भीतर पीएम तीसरी बार पूर्वांचल में होंगे। उनके संसदीय क्षेत्र की बात करें तो यह दूसरी बार है। इसी के चलते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंच रहे हैं। प्रधानमंत्री के पूर्वांचल के दौरे न सिर्फ महत्वपूर्ण हैं, बल्कि सत्तारूढ़ दल की राजनीतिक जरूरतों की भी कहानी कह रहे हैं। इससे पहले 2013 में पीएम पद के उम्मीदवार के तौर पर गोरखपुर और वाराणसी में भाजपा की विजय शंखनाद रैली को संबोधित करने पहुंचे मोदी ने पूर्वांचल की बदहाली का मुद्दा उठाया था। इस बदहाली के लिए उन्होंने तत्कालीन गैर भाजपा केंद्र और राज्य सरकारों को दोषी ठहराया था। उन्होंने इसमें आमूल-चूल बदलाव का वादा किया था। इसका असर भी दिखा और 2014 में भाजपा को अपने सहयोगी अपना दल सहित पूर्वांचल में आने वाली लोकसभा की 22 में 21 सीटों पर जीत मिली। जिस पूर्वांचल में चार-पांच सीटों को छोड़कर भाजपा के लिए लोकसभा की एक-एक सीट किसी चुनौती से कम नहीं रहती हो, उस इलाके में 2014 में भाजपा की प्रचंड जीत मोदी पर भरोसे का संदेश थी। इसे आधार बनाकर पार्टी ने 2017 के विधानसभा चुनाव में इलाके के विकास के लिए भाजपा सरकार की जरूरत का मुद्दा बनाया। भाजपा को 2017 में इस इलाके में आने वाली विधानसभा की 124 सीटों में से ज्यादातर पर सहयोगी पार्टियों अपना दल और तत्कालीन सहयोगी सुभासपा के साथ सफलता मिली। प्रदेश में सरकार बनी तो भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने गोरखपुर से पांच बार पार्टी के सांसद रहे योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री बनाकर पूर्वांचल को ही नेतृत्व सौंपा। साथ ही पूर्वांचल की बदहाली को खुशहाली में बदलने के अपने संकल्प का भरोसा दिलाने की कोशिश की। सड़कों के निर्माण से लेकर सुविधाओं व सरोकारों पर कई काम हुए। चिकित्सा से लेकर शिक्षण संस्थानों की स्थापना एवं उनके स्वरूप को बदलने के अभियान से भाजपा ने इस इलाके में अपनी पकड़ व पहुंच को लगातार मजबूत बनाया। पूर्वांचल विकास बोर्ड का गठन कर क्षेत्र के विकास पर प्रतिबद्धता का संदेश दिया गया। सांस्कृतिक विरासत व सरोकारों के साथ जनता को जोड़कर पर्यटन की सुविधाएं बढ़ाने का काम हुआ। बीते तीन चुनाव के नतीजों से यह बात तो साफ हो गई है कि राजनीतिक रूप से कभी भाजपा के लिए बंजर माने जाने वाले इस इलाके को पीएम मोदी और सीएम योगी ने अपनी सक्रियता और कामों से काफी हद तक उपजाऊ बना दिया है। वर्तमान परिस्थितियों में 2022 के मद्देनजर भाजपा के लिए पूर्वांचल की अहमियत ज्यादा बढ़ गई है। इसकी बड़ी वजह किसान आंदोलन और पश्चिमी यूपी के समीकरण हैं। किसान आंदोलन भाजपा के लिए चिंता का विषय है, इसका असर पश्चिम में ज्यादा है। पश्चिमी यूपी में जाट और मुसलमानों के बीच पहले की तुलना में जिस तरह नजदीकी बढ़ने की खबरें हैं, उसको लेकर भी भाजपा नेतृत्व चौकन्ना है।
सोमवार सुबह स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से ताजा आंकड़े जारी किये गए। मंत्रालय के अनुसार, पिछले 24 घंटों में 14,306 नए कोरोना केस आए और 443 कोरोना संक्रमितों की जान चली गई। 18,762 लोग कोरोना से ठीक भी हुए हैं यानी कि 4,899 एक्टिव केस कम हो गए। कोरोना महामारी की शुरुआत से लेकर अब तक कुल तीन करोड़ 41 लाख 89 हजार लोग संक्रमित हुए हैं। इनमें से 4 लाख 54 हजार 712 लोगों की मौत हो चुकी है। अच्छी बात ये है कि अब तक 3 करोड़ 45 लाख 67 हजार लोग ठीक भी हुए हैं। देश में कोरोना एक्टिव केस की संख्या दो लाख से कम है। कुल 1 लाख 67 हजार 695 लोग अभी भी कोरोना वायरस से संक्रमित हैं, जिनका इलाज चल रहा है। केरल में कोरोना वायरस संक्रमण के 8,538 नए मामले सामने आने के बाद राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 49 लाख 6 हजार 125 हो गई। इसके अलावा 363 रोगियों की मौत की पुष्टि के बाद मृतकों की तादाद 28,592 तक पहुंच गई है। शनिवार से 11,366 और लोग संक्रमण से उबर चुके हैं, जिसके बाद ठीक हो चुके लोगों की कुल संख्या बढ़कर 48,08,775 हो गई है। उपचाराधीन रोगियों की संख्या 77,363 है।
भारतीय मूल की नीरा टंडन ने एक बार फिर से राष्ट्रपति जो बाइडन का भरोसा जीत लिया है। इस बार उन्हें व्हाइट हाउस में स्टाफ सचिव नियुक्त किया गया है। इस नियुक्ति के बाद उन्हें अहम जिम्मेदारी दी गई है जिसके तहत उनके पास अब राष्ट्रपति बाइडन के सभी दस्तावेजों का नियंत्रण रहेगा। नीरा टंडन इस पद पर आसीन होने वाली पहली भारतीय-अमेरिकी होंगी। इससे पहले मई माह में नीरा को जो बाइडन का वरिष्ठ सलाहकार नियुक्त किया गया था। व्हाइट हाउस के स्टाफ सचिव पर्दे के पीछे रहकर काम करते हैं लेकिन इनकी भूमिका बेहद ही महत्वपूर्ण होती है। एक अधिकारी ने कहा कि व्हाइट हाउस में स्टाफ सचिव की भूमिका केंद्रीय तंत्रिका तंत्र के समान है, जो कि निर्णय लेने की प्रक्रिया को आगे बढ़ाती है और राष्ट्रपति के लिए कई तरह के मुद्दों का प्रबंधन करती है। पोलिटिको ने व्हाइट हाउस के एक अधिकारी के हवाले से बताया कि टंडन व्हाइट हाउस के वरिष्ठ सलाहकार के अपने पद को बरकरार रखेंगी, जिसमें उन्होंने राष्ट्रपति को कई मुद्दों पर सलाह देती हैं। टंडन के पास नीति और प्रबंधन में दो दशकों से अधिक का अनुभव है जो कि व्हाइट हाउस में नीति को और मजबूत करने का काम करेगा। घरेलू, आर्थिक और राष्ट्रीय सुरक्षा नीति में उनका अनुभव इस नई भूमिका में एक महत्वपूर्ण संपत्ति होगी। टंडन अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन के कार्यकाल में व्हाइट हाउस में घरेलू नीति की सहायक निदेशक और प्रथम महिला की वरिष्ठ नीति सलाहकार के रूप में अपना करियर शुरू किया था। इसके अलावा टंडन अमेरिका स्वास्थ्य एवं मानव सेवा मंत्रालय में स्वास्थ्य सुधारों की वरिष्ठ सलाहकार रह चुकी हैं। उन्होंने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के कार्यकाल में अफोर्डेबल केयर एक्ट के कुछ विशेष प्रावधानों पर कांग्रेस और हितधारकों के साथ मिलकर काम किया था।
देश में जानलेवा कोरोना वायरस को खत्म करने के लिए वैक्सीन अभियान जोरों पर चलाया जा रहा है। अब तक देश में 100 करोड़ से ज्यादा डोज़ लग चुकी हैं। इस लक्ष्य को हासिल करके देश ने इतिहास रच दिया है। इसी के मद्देनज़र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज 7 वैक्सीन निर्माताओं से मिलेंगे और भविष्य की जरूरतों पर चर्चा करेंगे। बताया जा रहा है कि सात वैक्सीन निर्माताओं से पीएम मोदी शाम करीब सात बजे मिलेंगे। वैक्सीन निर्माताओं के साथ पीएम मोदी की ये बैठक देश में वैक्सीन की 100 करोड़ खुराक देने के ऐतिहासिक लक्ष्य को प्राप्त करने के बाद हो रही है। भारत ने ये लक्ष्य 21 अक्टूबर को छू लिया था। बैठक में भविष्य की ज़रूरतों और दुनिया के लिए भारत की वैक्सीन की भूमिका के मुद्दे पर चर्चा होगी।
कोरोना वैक्सीनेशन के 100 करोड़ के आंकड़े को पार करने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को संबोधित करते हुए कहा, 100 करोड़ वैक्सीन डोज केवल एक आंकड़ा ही नहीं, ये देश के सामर्थ्य का प्रतिबिंब भी है, इतिहास के नए अध्याय की रचना है। ये उस नए भारत की तस्वीर है, जो कठिन लक्ष्य निर्धारित कर, उन्हें हासिल करना जानता है। पीएम मोदी ने कहा, 'आज कई लोग भारत के वैक्सीनेशन प्रोग्राम की तुलना दुनिया के दूसरे देशों से कर रहे हैं। भारत ने जिस तेजी से 100 करोड़ का, 1 बिलियन का आंकड़ा पार किया, उसकी सराहना भी हो रही है। लेकिन, इस विश्लेषण में एक बात अक्सर छूट जाती है कि हमने ये शुरुआत कहां से की। जब 100 साल की सबसे बड़ी महामारी आई, तो भारत पर सवाल उठने लगे कि क्या भारत इस वैश्विक महामारी से लड़ पाएगा? भारत दूसरे देशों से इतनी वैक्सीन खरीदने का पैसा कहां से लाएगा? भारत को वैक्सीन कब मिलेगी? भारत के लोगों को वैक्सीन मिलेगी भी या नहीं? क्या भारत इतने लोगों को टीका लगा पाएगा कि महामारी को फैलने से रोक सके? भांति-भांति के सवाल थे, लेकिन आज ये 100 करोड़ वैक्सीन डोज, हर सवाल का जवाब दे रही है। पीएम मोदी ने कहा, "सबको साथ लेकर देश ने ‘सबको वैक्सीन-मुफ़्त वैक्सीन’ का अभियान शुरू किया. गरीब-अमीर, गांव-शहर, दूर-सुदूर, देश का एक ही मंत्र रहा कि अगर बीमारी भेदभाव नहीं करती, तो वैक्सीन में भी भेदभाव नहीं हो सकता! ये सुनिश्चित किया गया कि वैक्सीनेशन अभियान पर VIP कल्चर हावी न हो। देश ने अपनी एकजुटता को ऊर्जा देने के लिए ताली, थाली बजाई, दीए जलाए तब कुछ लोगों ने कहा था कि क्या इससे बीमारी भाग जाएगी? हमारे देश ने कॉविन प्लेटफॉर्म की जो व्यवस्था बनाई है, वो भी विश्व में आकर्षण का केंद्र है। भारत में बने कॉविन प्लेटफॉर्म ने ना केवल आम लोगों को सहुलियत दी, बल्कि मेडिकल स्टाफ के काम को भी आसान बनाया है।
मोदी कैबिनेट की गुरुवार को हुई बैठक में केन्द्रीय कर्मचारियों को दिवाली से पहले खुशखबरी दी गई है। कैबिनेट की बैठक में केन्द्रीय कर्मचारियों का महंगाई भत्ता 3 फीसदी बढ़ाने का फैसला किया गया है। इसके बाद केन्द्रीय कर्मचारियों का महंगाई भत्ता बढ़कर 31 फीसदी हो जाएगा। ये बढ़ी हुई नई दर एक जुलाई से लागू होगी। पिछले महीने 28 सितंबर को प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिपरिषद की बैठक आयोजित की गई थी। ऐसा बताया गया था कि केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और पीयूष गोयल ने विभिन्न परियोजनाओं के क्रियान्वयन, नीतियों और सरकारी घोषणाओं के संबंध में प्रेजेंटेशन दिया था। इस प्रेजेंटेशन से पहले तमाम परियोजनाओं के क्रियान्वयन और सरकारी योजनाओं की प्रगति में सुधार और इसमें तेजी लाने पर चर्चा की गई थी। इससे पहले बैठक के दौरान 14 सितंबर को केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया और शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने दक्षता और समय प्रबंधन पर प्रेजेंटेशन दी थी।
कश्मीर में 15 दिनों के भीतर 13 से अधिक नागरिकों की हत्या ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है और इसी के बाद बैठकों का दौर शुरू हो गया है। इसी सिलसिले के चलते केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मंगलवार की सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने के लिए पीएम आवास पर पहुंचे हैं। दोनों नेताओं के बीच यह मुलाकात कैबिनेट की बैठक से पहले हो रही है। इस बैठक में कश्मीर समेत कई अन्य राष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा हो रही है। इसके अलावा इस बैठक में आतंकवादियों की घुसपैठ को रोकने के साथ-साथ कश्मीर के अंदर पल रहे अलगाववादी नेताओं पर कार्रवाई करने की भी बात चल रही है। वहीं इससे पहले अमित शाह ने सोमवार को राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर करीब छह घंटे लंबी बैठक की थी। इस बैठक में उन्होंने आंतरिक सुरक्षा को लेकर राज्यों के बीच समन्वय पर जोर दिया था।
अपनी पहली यात्रा पर इस्राइल पहुंचे जयशंकर ने भारत-इस्राइल व्यापार गोलमेज सम्मेलन में वहाँ के कारोबारियों से मिले और उनसे भारत में कारोबार करने का आग्रह किया। उन्होंने भारत की व्यापार-अनुकूल नीतियों का लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित करते हुए कहा कि भारत इस्राइल को कई मायनों में सबसे भरोसेमंद और नवोन्मेषी साझेदारों में से एक मानता है। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पदभार संभालने के बाद से भारत में बदलाव का एक बड़ा प्रयास हो रहा है और लोगों ने उस बदलाव के बारे में सुना है। हालांकि यह बदलाव कुछ वर्षों से चल रहा है और पिछले दो वर्षों में कोविड-19 महामारी के दौरान जब लोग शारीरिक रूप से संपर्क में नहीं रहे, दिलचस्प बात यह है कि बदलाव की प्रक्रिया में तेजी आई है। जयशंकर ने कहा कि हमने वास्तव में कुछ बड़े सुधार किए हैं, उनमें से कुछ आपके लिए रुचिकर हो सकते हैं। एक है उत्पादन से जुड़ा प्रोत्साहन इसमें शुरूआत में ही उद्योग को भारत में विनिर्माण को आकर्षित करना है। ताकि कोई भी जो नई उत्पादन क्षमता ला रहा है और वितरित कर रहा है इस पर उचित रूप से प्रोत्साहन दिया जा सके। साथ ही उन्होंने कहा कि अब तक इसमें 13 क्षेत्रों को शामिल किया गया है और उनमें से कई वास्तव में ऐसे क्षेत्र हैं जिनमें कुछ बैटरी, इलेक्ट्रॉनिक्स आदि सहित में आप रुचि रखते हैं। अपनी यात्रा के दौरान जयशंकर राष्ट्रपति इसाक हर्जोग, प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट और विदेश मंत्री यायर लापिड से मुलाकात करेंगे।
पूरे देश में अक्तूबर महीने में मौसम की चाल बिगड़ गई है। उत्तर से लेकर दक्षिण तक केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश में कहीं मूसलाधार बारिश तो कहीं अचानक बर्फबारी ने जनजीवन अस्तव्यस्त कर दिया है। केरल में शनिवार से हो रही भारी बारिश के कारण बाढ़ और भूस्खलन से अब तक 26 लोगों की मौत हो चुकी है। दो पहाड़ी जिले कोट्टायम और इडुकी सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। कोट्टायम में सबसे ज्यादा 11 लोगों की मौत हुई है और कई घर बाढ़ में बह गए हैं। एक मजबूत पश्चिमी विक्षोभ के कारण रविवार को पूरे दिल्ली-एनसीआर और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में आंधी के साथ भारी बारिश हुई। इस कारण जगह-जगह पानी भरने के साथ जाम की स्थिति बन गई। हालांकि भारी बारिश के कारण दिल्ली का अधिकतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री गिरकर 30.4 डिग्री सेल्सियस पर आ गया। उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में भी 18 और 19 अक्तूबर को तेज बारिश की आशंका जताई गई है। उत्तराखंड में बारिश का रेड अलर्ट जारी करने के साथ ही देहरादून में सोमवार को सभी सरकारी और निजी स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्रों को बंद रखने का फैसला लिया गया है। मौसम विभाग ने 18 अक्तूबर के लिए रेड अलर्ट, जबकि 19 अक्तूबर के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन से बारिश से हुई तबाही पर चर्चा की। प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर कहा, केरल में भारी बारिश और भूस्खलन में कुछ लोगों की जान चली गई, यह दुखद है। अधिकारी इस प्रभावितों की मदद के लिए जमीन पर कार्य कर रहे हैं।केदारनाथ धाम के आसपास पहाड़ों पर रविवार को बारिश के साथ बर्फबारी भी हुई। राज्य में कई स्थानों पर बारिश हुई है। खराब मौसम के कारण केदारनाथ यात्रा को सोमवार तक के लिए रोक दिया गया है। हिमाचल में रोहतांग दर्रे, मनाली, लाहौल-स्पीति, धौलाधार और चंबा की चोटियों पर बर्फबारी के बाद दो दिन के लिए पर्यटकों के रोहतांग जाने पर रोक लगा दी गई है। हालांकि, अटल टनल से आवाजाही सुचारु रहेगी। सीजन की बर्फबारी के बाद तापमान में 8 डिग्री की गिरावट आई है।
नई दिल्ली: नए कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे किसान आंदोलन के बीच बड़ी वारदात हुई है और दिल्ली के सिंघु बॉर्डर पर एक अज्ञात शख्स की बेरहमी से हत्या का मामला सामने आया है. सूत्रों के मुताबिक, किसान आंदोलन स्थल कुंडली में सिंघु बॉर्डर पर गुरुवार रात एक युवक की बेरहमी से हत्या कर दी गई।पुलिस ने डेड बॉडी को अपने कब्जे में ले लिया है। एफएसएल की टीम मौके पर पहुंच गई है और जांच कर रही है। जानकारी के मुताबिक 35 वर्षीय शख्स का दाहिना हाथ काट कर मार दिया गया। युवक का शव संयुक्त किसान मोर्चा के मुख्य मंच के पास से बरामद हुआ है युवक के शरीर पर धारदार हथियार से हमले के निशान मिले हैं और उसका हाथ कलाई से काट दिया गया है। किसान देश के विभिन्न हिस्सों में पिछले साल नवंबर से दिल्ली की तमाम सीमाओं पर विरोध प्रदर्शन कर रहे है। सरकार और किसान संगठनों के बीच 10 दौर से अधिक की बातचीत हो चुकी है, लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं निकल पाया है। और ऐसे में कई दर्दनाक हादसे लगातार सामने आ रहें है।
यूजीसी ने कॉन्ट्रैक्ट बेसिस पर सलाहकार की भर्ती के लिए अधिसूचना जारी की है। इसके आवेदन करने की अंतिम तिथि 31 अक्टूबर है। इस भर्ती के लिए आवेदन करने के लिए उम्मीदवारों के पास मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से किसी भी विषय में फर्स्ट कैटेगरी में मास्टर डिग्री, प्रासंगिक अनुशासन में नेट होना चाहिए। इस आवेदन के लिए अधिकतम आयु सीमा 35 वर्ष रखी गयी है। इच्छुक और योग्य उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट ugc.ac.in/jobs के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं। अधिसूचना के अनुसार, प्रोबेशन पीरियड छह महीने होगा जो कि पर्फोरमेंस रिव्यू के आधार पर आगे बढ़ाया जा सकता है।
दिल्ली में नगर निगम के अनुसार इस साल 9 अक्तूबर तक डेंगू के 480 मरीज सामने आए हैं। बीते हफ्ते में ही डेंगू के कुल 139 मरीज मिले। बीते 2 वर्षों के मुकाबले इस बार सबसे अधिक मरीज मिले हैं, जबकि अस्पतालों में हालात ऐसे हैं कि डेंगू की वजह से बिस्तर भी भरने लगे हैं। इसी तरह फोर्टिस, अपोलो और मैक्स के दूसरे अस्पतालों में भी डेंगू के मरीज अधिक हैं। इसके अलावा एम्स, सफदरजंग, लोकनायक और जीटीबी अस्पताल में भी बिस्तरों को लेकर काफी जद्दोजहद देखने को मिल रही है। भले ही राजधानी में कोरोना संक्रमण के मामले नियंत्रित संख्या में सामने आ रहे हों, लेकिन अस्पतालों में एक बार फिर हालात गंभीर होने लगे हैं। इन अस्पतालों में बिस्तर हाउसफुल होना शुरू हो चुके हैं, जिसकी वजह से बिस्तरों का संकट होने लगा है। स्थिति यह है कि इन अस्पतालों में अब कोरोना नहीं, बल्कि डेंगू, पोस्ट कोविड और गैर-कोविड समस्याओं से जुड़े मरीजों की संख्या बढ़ी है। अस्पतालों में बिस्तर भरने के अलावा डेंगू को लेकर प्लेटलेट्स व रक्त की मांग में भी काफी बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। कहीं 10 तो कहीं 15 हजार रुपये में प्लेटलेट्स बिक रही हैं।
जिस आतंकी अशरफ को दिल्ली के लक्ष्मी नगर से पुलिस ने पकड़ा था उसने एक और आतंकी की पहचान की है, जो 2011 में हुए दिल्ली हाईकोर्ट बम धमाके में शामिल था। इस आतंकी का नाम गुलाम सरवर है अशरफ ने कबूल किया है कि, वो गुलाम के साथ भारत आया था। गुलाम सरवर उर्फ अबू आदिल ने ब्रीफकेस बम दिल्ली हाईकोर्ट के गेट नंबर पांच पर रखा था। बम जम्मू से लाया गया था। दोनों ने उधमपुर और जम्मू में मिलकर आतंकी वारदातों को अंजाम दिया था। अशरफ ने यह बात कबूल की है कि दोनों ही आईएसआई की स्लीपर सेल के एजेंट हैं और दोनों के ही गुरु का कोड नेम नासिर हैं। गुलाम सरवर की एनआईए समेत अनेक जांच एजेंसियों को तलाश है। 7 सितंबर 2011 को हाईकोर्ट के गेट नंबर 4 और 5 के बीच धमाका हुआ था। जिसमें 15 लोगों की मौत हुई थी। आतंकी अशरफ को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने एक सूचना के बाद इसे लक्ष्मी नगर इलाके के रमेश नगर से गिरफ्तार किया था।
सिद्धू का बीते दिनों अध्यक्ष पद से दिया गया इस्तीफा अभी तक हाईकमान के पास ही है और इस्तीफा देने के बाद नवजोत सिंह सिद्धू पहली बार गुरुवार यानि आज हाईकमान से नई दिल्ली में मुलाकात करेंगे। इसके बाद शाम छह बजे पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल के निवास पर हरीश रावत और वेणुगोपाल से मुलाकात करेंगे। मुलाकात के दौरान पंजाब में कांग्रेस के संगठनात्मक मसलों पर चर्चा होगी। नवजोत सिंह सिद्धू ने हाल के दिनों में चरणजीत सिंह चन्नी की सरकार पर सवाल खड़े कर चुके है। इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह उनके निशाने पर थे। डीजीपी और महाधिवक्ता की नियुक्ति के विरोध में नवजोत सिंह सिद्धू ने अपना इस्तीफा दिया था। सिद्धू के समर्थन में मंत्री रजिया सुल्ताना ने भी अपना इस्तीफा दिया था। हालांकि बाद उन्होंने अपना इस्तीफा वापस ले लिया। बिजली, बेअदबी और ड्रग मामले में सिद्धू चन्नी सरकार को घेर चुके हैं। सिद्धू खुद की पसंद की नियुक्ति चाहते थे। इससे साफ हो गया कि पंजाब में चन्नी सरकार के दौरान सिद्धू खुद को सुपर सीएम की भूमिका में रखना चाहते हैं। नवजोत सिंह सिद्धू को लेकर शीर्ष नेतृत्व की नाराजगी अभी भी बनी हुई है। इस्तीफे के तरीके और समय को लेकर राहुल गांधी सबसे अधिक नाराज हैं। प्रियंका ने भी सिद्धू को लेकर अपने हाथ खींच लिए हैं।
पाकिस्तान बॉर्डर पर बीएसएफ का अधिकार क्षेत्र 50 किलोमीटर तक बढ़ाने को लेकर सियासी बवाल मच गया है। इससे पहले बीएसएफ 100 मीटर के दायरे तक ही करवाई करती थी। बीएसएफ का अधिकार क्षेत्र बढ़ाए जाने से पंजाब के कांग्रेस नेता सवाल उठा रहे हैं। इसे केंद्र का राज्यों के अधिकार क्षेत्र में दख़ल देने से जोड़कर देखा जा रहा है। गृह मंत्रालय ने BSF का सीमा अधिकार किसी राज्य में घटाया है और किसी में बढ़ाया है, सारा बवाल इसी घटाने बढ़ाने में छिपा है। पंजाब सरकार ने गृहमंत्रालय के इस प्रावधान पर सख़्त एतराज़ जताया है। बीएसएफ अब बॉर्डर से 50 किलोमीटर के दायरे में ड्रग्स पकड़ने के लिए छापेमारी और बरामदगी कर सकती है, पहले यह दायरा केवल 15 किलोमीटर तक सीमित था। पंजाब सरकार ने गृह मंत्रालय के इस प्रावधान पर सख्त एतराज जताया है।
सरकार ने अडानी समूह को 50 साल के लिए जयपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट लीज पर दिया है। एयरपोर्ट के डायरेक्टर जेएस बलहारा ने सोमवार को अडानी जयपुर इंटरनेशनल लिमिटेड के चीफ एयरपोर्ट ऑफिसर विष्णु झा को एयरपोर्ट की प्रतीकात्मक चाबी सौंपी। गौरतलब है कि अडानी ग्रुप के पास छह एयरपोर्ट पहले से ही हैं और इसके साथ ही उसके नियंत्रण में अब सातवां एयरपोर्ट आ गया है। अरबपति कारोबारी गौतम अडानी के अडानी ग्रुप ने गत जुलाई महीने में ही मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट का टेकओवर पूरा किया है। अडानी ग्रुप बीते कुछ सालों से एविएशन सेक्टर में अपनी पकड़ मजबूत कर रहा है। देश के प्रमुख एयरपोर्ट का मैनेजमेंट प्राइवेट हाथों में देने के लिए केन्द्र सरकार ने वर्ष 2019 में बिडिंग मंगवाई थी। तब अडानी ग्रुप को अहमदाबाद, लखनऊ, जयपुर, मंगलुरू, गुवाहाटी और तिरुवनंतपुरम के हवाईअड्डों का मैनेजमेंट और ऑपरेशन देने का फैसला हुआ था। जयपुर एयरपोर्ट के मिलने के बाद कंपनी के पास अब कुल 7 एयरपोर्ट का मैनेजमेंट आ गया है।
अफगानिस्तान को गहराते मानवीय संकट से बचाने के उपायों पर मंथन के लिए 12 अक्टूबर को भारत समेत जी-20 समूह देशों के नेता विशेष बैठक के लिए जुट रहे हैं। अफगानिस्तान पर तालिबानी नियंत्रण लगभग दो महीने पूरे करने जा रहा है। अमेरिकी सेनाओं की वापसी और बड़े पैमाने पर मची अफरा-तफरी के बीच तालिबानी निजाम ने काबुल के सत्ता की चाबी हाथ में तो ले ली। लेकिन अफगानिस्तान के तबियत सुधारने का तालिबान के पास न कोई नुस्खा है और न दवाई। अमेरिका, फ्रांस, चीन, भारत, ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी, जापान समेत दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं वाले देश इटली की अगुवाई में हो रही अहम बैठक के लिए जमा होंगे। इस महीने के आखिर में रोम में होने वाली जी-20 शिखर बैठक से पहले दुनिया की 80 फीसद अर्थव्यवस्था को नियंत्रित करने वाले मुल्क वर्चुअल बैठक के मंच पर मिलेंगे। खास तौर पर अफगानिस्तान के हालात पर चर्चा के लिए बुलाई गई इस बैठक को पीएम मोदी भी संबोधित करेंगे।
जल शक्ति मंत्रालय द्वारा दिसंबर 2022 तक एकल इस्तेमाल प्लास्टिक के प्रयोग को पूरी तरह से बंद करने की योजना बनाई जा रही है। मंत्रालय का लक्ष्य है कि दिसंबर 2022 तक सिंगल यूज प्लास्टिक का प्रयोग पूरी तरह से खत्म कर दिया जाए। इसके लिए ब्लॉक स्तर पर काम शुरू हो गया है। मंत्रालय ने कहा कि प्लास्टिक निस्तारण को लेकर भी विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इसमें सरकारी कार्यालयों और केंद्रों पर प्लास्टिक की बोतल में पानी के वितरण और प्रयोग पर रोक लगा दी गई है। देश के कई रेलवे स्टेशनों पर पीने के पानी की बोतल को खरीद कर इसे विशेष प्रक्रिया से निस्तारित करने के लिए उपभोक्ताओं को नगद भुगतान कर खाली बोतलों को खरीदा जा रहा है। वहीं, सिक्किम देश का पहला राज्य बनने जा रहा है, जहां अगले साल जनवरी 2022 से बोतल बंद पानी की बिक्री पर पूरी तरह से रोक लगा दी जाएगी।
राजस्व खुफिया निदेशालय ने मुंबई से 25 किलो हेरोइन पकड़ी है। इसकी कीमत 125 करोड़ रुपये बताई गई। हेरोइन मुंबई के न्हावा शेवा पोर्ट पर एक कंटेनर से बरामद हुई थी। इस मामले में डीआरआई ने नवी मुंबई इलाके से जयेश सांघवी नाम के एक व्यवसायी को गिरफ्तार किया है। उसे कोर्ट ने 11 अक्टूबर तक डीआरआई की हिरासत में भेजा है। जानकारी के मुताबिक, हेरोइन लाने के लिए तस्करों ने अनोखी तरकीब निकाली। उन्होंने ईरान से लाए जा रहे कंटेनर में कथित तौर पर मूंगफली के तेल की खेप के बीच हेरोइन छिपा दी थी। हालांकि, राजस्व खुफिया विभाग ने छापा मारकर हेरोइन बरामद कर ली। इसी तरह जुलाई में भी ईरान से तस्करी कर के लाई जा रही दो हजार करोड़ रुपये की हेरोइन की खेप पकड़ी गई थी। 283 किलो की मात्रा में भारत भेजी गई इस हेरोइन को भी राजस्व खुफिया विभाग ने ही पकड़ा था। इस कंसाइनमेंट को नवी मुंबई के जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह से सड़क मार्ग के जरिए पंजाब भेजा जाना था। इस मामले में डीआरआई ने पंजाब के तरण तारण के रहने वाले एक सप्लाई प्रभजीत सिंह को गिरफ्तार किया था।
प्रधानमंत्री मोदी को मिले उपहारों की ई-नीलामी में धार्मिक कलाकृतियों ने लोगों को अपनी ओर खूब आकर्षित किया। धार्मिक कलाकृतियों के अलावा ओलंपियनों के खेल उपकरणों की बोली सबसे अधिक लगी। पीएम मोदी को मिले तोहफे व उपहारों की ई-नीलामी का गुरुवार को आखिरी दिन था। पीएम मोदी ने कहा था कि ई-नीलामी से होने वाली आय 'नमामि गंगे' पहल में उपयोग की जाएगी। नरेंद्र मोदी भारत के पहले प्रधानमंत्री हैं, जिन्होंने देश की जीवन रेखा - पवित्र नदी गंगा के संरक्षण और कायाकल्प के महान कार्य के लिए उन्हें मिले सभी उपहारों की नीलामी की है। ई-नीलामी में सबसे अधिक 140 बोलियां सरदार पटेल की मूर्ति के लिए मिली तो टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड मेडल विजेता नीरज चोपड़ा की ओर से पीएम मोदी को दी गई जैवलिन (भाला) के लिए सबसे अधिक 1.5 करोड़ रुपये की बोली लगी। अन्य जिन तोहफों के लिए सबसे अधिक बोलियां लगी हैं, उनमें गणेश जी की लकड़ी की मूर्ति (117), पुणे मेट्रो लाइन की स्मृति चिह्न (104) और विजय लौ स्मृति चिन्ह (98) शामिल हैं। नीरज चोपड़ा के जैवलिन के अलावा भवानी देवी की ऑटोग्राफ वाली फेंस की 1.25 करोड़ रुपये की बोली लगी है तो सुमित अंतिल के जैवलिन के लिए एक खरीदार 1.002 करोड़ रुपये देने को तैयार हुआ। टोक्यो 2020 के पैरालंपिक खिलाड़ियों के हस्ताक्षर वाले अंगवस्त्र की कीमत एक करोड़ रुपये लगी। लवलीना बोरगोहेन के बॉक्सिंग दस्ताने की कीमत 91 लाख रुपये लगाई गई है
ध्यान गुफा: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत केदारनाथ धाम में तीन गुफाएं बनकर तैयार हो गई हैं, जबकि एक गुफा का सौन्दर्यीकरण किया गया है। चार गुफाओं के तैयार होने से भक्त आसानी से यहां आकर रात काट रहे हैं और योग और ध्यान करके बाबा का आशीर्वाद ले रहे हैं। गुफाओं में पानी व बिजली समेत सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। साल 2018 में यहां पहली ध्यान गुफा का निर्माण किया गया था, जिसके बाद अब यहां कुल चार ध्यान गुफाएं बन चुकी हैं। पीएम ने साल 2017 के अक्टूबर माह में पुर्ननिर्माण कार्यो के शिलान्यास के दौरान ही ध्यान के लिए केदारनाथ की पहाड़ियों पर ध्यान गुफा बनाने के आदेश दिये थे, जिसके बाद इन गुफाओं का निर्माण किया गया। केदारनाथ धाम से डेढ़ किमी दूर स्थित इन सभी गुफाओं का आस-पास ही निर्माण किया गया है। यह गुफाएं पौराणिक कला में तैयार की गई हैं। ये सभी गुफाएं 12,500 फीट की ऊंचाई पर स्थित हैं। इन गुफाओं की तीन मीटर लंबाई व दो मीटर चौड़ाई रखी गई है। गुफाओं के निर्माण में 27 लाख रुपये खर्च हुए हैं। प्रत्येक गुफा में एक-एक साधक ध्यान कर सकता है। यहां पर शौचालय, गर्म पानी करने की व्यवस्था है, जबकि पानी व बिजली से भी जोड़ा गया है।
आज से 20 साल पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने राजनैतिक सफर की शुरूआत की थी। मोदी ने 7 अक्टूबर 2001 को गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली थी। बड़ी बात यह है कि तब से लेकर अब तक नरेंद्र मोदी मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री के पद पर बने हुए हैं। इस मौके पर आज बीजेपी सेवा समर्पण कार्यक्रम चला रही है। बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट करके कहा है, ‘’आज से 20 साल पहले नरेंद्र मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली और वहां से शुरू हुई विकास और सुशासन की यात्रा आज तक अविरल जारी है। एक अन्य ट्वीट में अमित शाह ने लिखा, ‘’राज्य और केंद्र सरकारों के प्रमुख के तौर पर जनसेवा के 20 साल पूरे करने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई देता हूं। गरीब कल्याण और अंत्योदय को समर्पित इन 20 सालों में मोदी जी ने अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति और समय से आगे की सोच से असंभव को संभव करके दिखाया। वहीं, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा है, ‘’राज्य और केंद्र सरकार के मुखिया के रूप में जन-सेवा के 20 साल पूरे करने पर मैं आज देश के सर्वोच्च नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिल की गहराइयों से अनंत बधाई देता हूं। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है, ‘’भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संवैधानिक पद पर रहते हुए सार्वजनिक जीवन में बीस साल पूरे करने के लिए हार्दिक बधाई। यह अखंड 20 साल लोक कल्याण के प्रति समर्पित होने के साथ निष्कलंक भी रहे हैं। उनकी लोकप्रियता निरंतर बढ़ती रही है और आगे भी बढ़ती रहे, ऐसी शुभकामनाएं।
पिछले कुछ दिनों से चल रहे क्रूज ड्रग्स पार्टी केस को ले कर अब सियासी लोग भी बयान बाजी पर उतर आये है। इसी को लेकर नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की कार्रवाई पर महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और एनसीपी के वरिष्ठ नेता नवाब मलिक ने सवाल खड़े किए हैं। नवाब मलिक ने इस मामले को फर्जी बताया है। नवाब मलिक ने दावा किया है कि शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान और अरबाज मर्चेंट को एनसीबी ने नहीं, बल्कि बीजेपी से जुड़े मनीष भानुशाली ने गिरफ्तार किया था। नवाब मलिक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके खुलासा किया कि एनसीबी की इस कार्रवाई में बीजेपी का हाथ है और यह गिरफ्तारी पूरी तरह से राजनीति से प्रेरित है। नवाब मलिक ने कहा है कि आर्यन खान को एनसीबी के पास लाने वाले और सेल्फी लेने वाले केपी गोस्वावी और मनीष भानुशाली बीजेपी के नेता हैं। दरअसल आर्यन खान जिस दिन से गिरफ्तार हुआ था, उस दिन उसके साथ एक व्यक्ति की सेल्फी वाली तस्वीर वायरल हुई थी। इसके बाद एनसीबी ने कहा थि सेल्फी लेने वाला शख्स उनके विभाग का आदमी नहीं है। बाद में इस शक्स का संबंध बीजेपी से पाया गया है तो एनसीबी की पूरी कार्रवाई पर सवाल खड़े कर दिये है।
कोरोना से लड़ाई में रेलवे ने महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है। रेलवे ने कोरोना के दौरान सभी जरूरी सामान को देश के हर हिस्से में पहुंचाया और कोरोना के कठिन वक्त पर रेलवे के कर्मचारी कार्यरत थे, जिस कारण से रेलवे के कई कर्माचारी कोरोना से ग्रसित हुए और उनकी जान चली गई। इसी के चलते अब रेलवे ने वैसे कर्माचारी के परिवार वालों को नौकरी देने का ऐलान किया है जिनकी जान कोरोना के कारण चली गई है। इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार भारतीय रेलवे ने 2,800 से अधिक लोगों को नौकरी दी है, जो अनुकंपा के आधार पर महामारी के दौरान काम करते हुए कोविड -19 से मरने वाले कर्मचारियों के परिजन हैं। रेल मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि मृतक व्यक्तियों के नाबालिग बच्चों को 18 साल की उम्र में नौकरी मिल जाएगी। पिछले साल मार्च 2020 से भारतीय रेलवे ने विभिन्न रैंकों और विभागों के 3,256 अधिकारियों को खो दिया, जो की स्टेशनों, पटरियों और कार्यशालाओं में काम कर रहे थे, इनमें से 87 प्रतिशत लोगों के परिवार के सदस्यों को चार महीने के भीतर रेलवे की नौकरी मिल गई। ज्यादातर मामलों में बेटा या पत्नी है, जिसने नौकरी ली है। कई अन्य मामलों में, पत्नियों ने अनुरोध किया है कि उच्च प्रोफ़ाइल के लिए पात्र होने के लिए उनकी उच्च शिक्षा पूरी होने तक उनके रोजगार को रोक कर रखा जाए। ज्यादातर नौकरियां ग्रुप डी कैटेगरी में हैं। रेलवे ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल के एक निर्णय के अनुसार, अपने कर्मचारियों को 78 दिनों के वेतन के बराबर प्रदर्शन लिंक्ड बोनस की भी घोषणा की। रेलवे इस महीने तक रोजगार अभियान को पूरा करने की उम्मीद कर रहा है।
सोमवार की रात को फेसबुक, व्हाट्सप्प और इंस्टाग्राम की सर्विस बंद रहने के कारण कंपनी ने इस परेशानी के लिए यूजर्स से माफी मांगी है। इस परेशानी के चलते कंपनी को भी काफी नुकसान उठाना पड़ा है। कंपनी के अलावा फेसबुक के सीईओ मार्क जकरबर्ग को भी लगभग 52,000 करोड़ रुपये का नुकसान का अंदाजा लगाया जा रहा है। ये दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी डिजिटल एडवरटाइजिंग कंपनी है। स्टैण्डर्ड मीडिया इंडेक्स के अनुसार आउटेज के दौरान कंपनी को अमेरिका में 5,45,000 डॉलर प्रति घंटे एड रेवन्यू का नुकसान हुआ। रिपोर्ट के अनुसार फेसबुक लगभग 319 मिलियन डॉलर रोज कमाता है। यानी हर घंटे ये लगभग 13.3 मिलियन डॉलर एड से कमाता है। इसकी कमाई हर मिनट लगभग 2,20,000 डॉलर और 3,700 डॉलर हर सेंकंड है। यानी फेसबुक को रेवन्यू से हर मिनट 2,20,000 डॉलर (लगभग 1.6 करोड़ रुपये) का नुकसान उठाना पड़ा। रिपोर्ट्स के अनुसार ये आउटेज लगभग छह घंटे का रहा था। यानी कंपनी को इस दौरान अरबों का नुकसान उठाना पड़ा।
देश में कोरोना से हुई मृत्यु के मामले में मुआवजा देने को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दे दिया है। अब कोविड से मरने वाले के परिजनों को 50 हजार का मुआवजा दिया जाएगा। ये आर्थिक सहायता केंद्र और राज्यो की ओर से पहले से विभिन्न स्कीम के तहत दी जा रही मदद के अलावा होगी। आज जारी हुई गाइडलाइंस के मुताबिक स्वास्थ्य मंत्रालय और NDMA राज्यों के लिए दिशा निर्देश जारी करेंगे। मुआवजे की राशि स्टेट डिजास्टर रिलीफ फंड के जरिये दी जाएगी। ये रकम मुआवजे के लिए अर्जी दाखिल करने के तीस दिन के अंदर ही घरवालों को देनी होगी। हर लाभार्थी की जानकारी प्रिंट मीडिया में प्रकाशित करना ज़रूरी होगा। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि सिर्फ डेथ सर्टिफिकेट में किसी की मौत की वजह कोविड दर्ज न होने के चलते किसी को मुआवजा देने से इनकार नहीं किया जा सकता। डिस्ट्रिक्ट ऑथोरिटी ऐसी सूरत में मौत की वजह सही दर्ज कराने के लिए जरूरी कदम उठाएगी।
सोमवार को मेरठ एक्सप्रेस पर खौफनाक हादसा पेश आया है। इस हादसे में 5 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई है। दिल्ली एयरपोर्ट से परिवार के तीन सदस्य को छोड़कर ब्रेज़ा सवार परिवार के सदस्य लौट रहे थे। एक्सप्रेस-वे पर परतापुर टोल के पास खड़े ट्रक में ब्रेज़ा कार टकरा गई। ब्रेज़ा में सवार चार महिला समेत पांच की मौके पर मौत हो गई। कार में सवार सात माह का बच्चा बच गया है। हादसे के बाद ट्रक चालक मौके से भाग गया। इंस्पेक्टर शैलेंद्र प्रताप पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। मृतक के परिवार को मामले की सूचना दी गई है। सभी मृतक बिजनौर के रहने वाले है। मृतक की पहचान मोहल्ला मिर्दगान रहने वाले जहीर खान दुबई में फर्नीचर का काम करता था। कोरोना में लॉकडाउन की वजह से घर आए थे। सोमवार को उनकी दुबई के लिए फ्लाइट थी। जहीर और उनका बेटे समेत तीन लोगों को छोड़ने के लिए परिवार के सदस्य ब्रेज़ा और स्विफ्ट में सवार होकर एयरपोर्ट गए थे। वहां से लौटते समय एक्सप्रेस-वे पर परतापुर टोल के पास ब्रेज़ा के चालक ताजिम निवासी मालिवाला बिजनौर को नींद की झपकी आ गई, जिससे टोल के पास साइड में खड़े ट्रक में पीछे से ब्रेजा टकरा गई। हादसे को देखकर लग रहा है कि ब्रेजा की स्पीड सौ से ज़्यादा होगी। ब्रेज़ा में जहीर की बेटी अलमास उसका पति गुलशन, छोटी बेटी फाजिला, सास नसीमा खातून पत्नी शाहिद और भाई की बेटी जुबेरिया पुत्री जमील सवार थी। हादसे में पांचों लोगों की मौके पर मौत हो गई। अलमास की गोद में सात माह का उसका बेटा उमेर था। उमेर की हादसे के दौरान जान बच गई है। हादसे को देखकर तत्काल ही आसपास के लोग मौके पर दौड़े। तब तक पीछे से स्विफ्ट में सवार होकर जहीर की पत्नी गुलशन और परिवार के अन्य सदस्य आ रहे थे। उसके बाद पुलिस और एंबुलेंस मौके पर पहुंची। मौके पर ही सभी पांच लोग मर चुके थे। पुलिस की मदद से सात माह के बच्चे को एंबुलेंस से जिला अस्पताल पहुंचाया।
देश के कई हिस्सों में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के कारण सामान्य जनजीवन काफी प्रभावित हो रहा है। पश्चिम बंगाल, बिहार, महाराष्ट्र समेत कई राज्यों में मुआलाधार बारिश के कारण बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई हैं। महाराष्ट्र में इस बारिश से अब तक चार सौ से ज़्यादा लोगों की जान जा चुकी है। वहीं, तेलंगाना की मुसी नदी में जलस्तर बढ़ने से बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं। इसके अलावा बिहार के भी कई इलाकों में स्थिति सामान्य नहीं है। सिर्फ सितंबर महीने में 71 लोगों की जान गई है। अभी भी बारिश रुकने का नाम नहीं ले रही है। पिछले दिनों में मराठवाड़ा और विदर्भ में हुई बारिश की वजह से 15 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। बारिश के इस चरण को गुलाब चक्रवात का असर बताया जा रहा है। इस साल मानसून की बारिश में एक जून से अब तक 436 लोगों की जान जा चुकी है और छह लोग लापता हुए हैं। राज्य के मंत्री विजय वडेट्टीवार ने जानकारी दी कि यहां 196 लोगों की मृत्यु बिजली गिरने से हुई है बाकी लोगों की जान बाढ़, घर गिरने, भूस्खलन आदि की चपेट में आने से हुई है।
किसान महापंचायत द्वारा सुप्रीम कोर्ट से जंतर-मंतर पर सत्याग्रह के लिए अनुमति मांगी गई है। जिसको लेकर शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने टिप्पणी करते हुए कहा कि आप पहले ही शहर का गला घोंट चुके हैं और अब आप शहर के अंदर आना चाहते हैं। रेल एवं सड़क मार्ग बाधित करने और ट्रैफिक में बाधा पहुंचाने के मुद्दे पर भी किसान महापंचायत को फटकार लगाई और कहा, 'प्रदर्शन कर रहे किसान यातायात में बाधा पहुंचा रहे हैं और ट्रेनों एवं राष्ट्रीय राजमार्गों को अवरुद्ध कर रहे हैं। दिल्ली-एनसीआर में राष्ट्रीय राजमार्गों को अवरुद्ध करके विरोध प्रदर्शन जारी रखा जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा, आपने पूरे शहर का गला घोंट रखा है और अब शहर के अंदर आना चाहते हैं। क्या शहर के लोग अपना बिजनेस बंद कर दें? आप ट्रेन रोकते हैं, सड़क रोकते हैं। अगर आप कोर्ट आए हैं तो कोर्ट पर विश्वास करें। कोर्ट ने किसान महापंचायत से कहा, अगर आप कोर्ट आए हैं तो प्रोटेस्ट का क्या मतलब है। जब किसानों के वकील की तरफ से कहा गया कि हाईवे उन्होंने बंद नहीं किया है, पुलिस ने बंद किया हैं। तो इस पर कोर्ट ने उनसे हलफनामा दायर करने को कहा कि वे राष्ट्रीय राजमार्गों को अवरुद्ध करने वाले किसानों के विरोध का हिस्सा नहीं हैं। अब मामले की अगली सुनवाई सोमवार को होगी।
उत्तराखंड के माउंट त्रिशूल के आरोहण के लिए गया नौसेना का दल हिमस्खलन की चपेट में आ गया है। इसके कारण पांच पर्वतारोही और एक पोर्टर लापता बताया जा रहा है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार ये माउंट त्रिशूल के आरोहण के दौरान हिमस्खलन आने से यह हादसा हुआ। नेहरू पर्वतारोहण संस्थान से राहत-बचाव टीम कर्नल अमित बिष्ट के नेतृत्व में त्रिशूल चोटी के लिए रवाना हो गई है। नौसेना का 20 सदस्यीय दल करीब 15 दिन पहले 7,120 मीटर ऊंची त्रिशूल चोटी के आरोहण के लिए गया था। शुक्रवार सुबह दल आगे बढ़ा तो हिमस्खलन की चपेट में आ गया। इस संबंध में निम के प्रधानाचार्य कर्नल अमित बिष्ट ने बताया यह घटना शुक्रवार सुबह पांच बजे के करीब हुई है। नौसेना के करीब पांच पर्वतारोही और एक पोर्टर हिमस्खलन की चपेट में आए हैं और लापता चल रहे हैं। भारतीय नौसेना का कहना है कि हिमस्खलन में लापता पर्वतारोही और एक पोर्टर की खोज के लिए राहत-बचाव अभियान शुरू कर दिया गया है। अभियान में सेना, वायु सेना और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल का बचाव दल और हेलीकॉप्टर शामिल है।
दीपावली का त्यौहार आने वाला है। उससे पहले प्रदूषण को लेकर राज्य सरकारें एक्टिव मोड में आ गई हैं एवं चार माह तक आतिशबाज़ी बंद कर दी गई है। राजस्थान की सरकार ने भी दिवाली के त्यौहार को देखते हुए बड़ा फैसला लिया है। राजस्थान सरकार ने शुक्रवार से पटाखों की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया है। राज्य सरकार की ओर से प्रदूषण नहीं बल्कि कोरोना को कारण बताया गया है। राज्य में पटाखों की बिक्री पर रोक लागू हो गई है। राजस्थान सरकार ने सर्दियों की शुरुआत से पहले ही प्रदेश में पटाखों की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया है। अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली सरकार की ओर से इस संबंध में आदेश भी जारी कर दिया गया है। सरकार की ओर से जारी आदेश के मुताबिक 1 अक्टूबर 2021 से 31 जनवरी 2022 तक प्रदेश में पटाखों की बिक्री पर प्रतिबंध लागू रहेगा। राज्य सरकार की ओर से पटाखों की बिक्री पर रोक चार महीने तक लागू रहेगी। आदेश में कहा गया है कि पटाखे जलाए जाने से पोस्ट कोविड समस्याओं में और इज़ाफ़ा हो सकता है।
मॉनसन मावुंकल की उम्र 52 साल है। इस नाम से आप भले ही अंजान हों, लेकिन बीते करीब एक हफ्ते से यह शख्स केरल की मीडिया में खूब सुर्खियां बटोर रहा है। यह इंसान एक ठग है। धोखाधड़ी के मामले में यूट्यूबर मॉनसन मावुंकल को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। मावुंकल पर आरोप है कि कई रसूखदार लोगों से उसकी सांठगांठ थी। ऐसे में वह खुद को प्राचीन कलाकृतियों और अवशेषों का संग्रहकर्ता बताकर लोगों के साथ ठगी कर रहा था। उसके खिलाफ कई लोगों ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई थी। शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने मावुंकल को गिरफ्तार कर लिया था। केरल के चेरथला निवासी मॉनसन मावुंकल का दावा है कि उसके पास टीपू सुल्तान का सिंहासन, मूसा की निशानी, औरंगजेब की अंगूठी, छत्रपति शिवाजी की भगवद गीता और सेंट एंटनी के नाखून जैसी दुर्लभ वस्तुएं मौजूद हैं। उस पर आरोप है कि इसी कलेक्शन के नाम पर वह लोगों से पैसे ठगता था। पिछले कई वर्षो से खुद को प्राचीन कलाकृतियों और अवशेषों का संग्रहक बताने वाले मॉनसन मावुंकल ने लोगों को कई झूठी कहानियां सुनाई। साथ ही उसने लोगों से कहा कि उसके लाखों रुपये विदेशी बैंको में फंसे हैं। ये वो पैसा है, जो कई शाही परिवारों ने उसे कलाकृतियों के बेचे जाने पर भुगतान के रूप में दिया है। मॉनसन मावुंकल ने करीना कपूर के नाम से पोर्शे कार भी खरीदी थी। गिरफ्तारी के बाद पुलिस लगातार पूछताछ कर रही है। पुलिस को उम्मीद है कि पूछताछ में कई बड़े खुलासे हो सकते हैं। हालांकि अभी तक पुलिस को ज्यादा जानकारी हाथ नहीं लगी है।
टाटा ग्रुप एयर इंडिया का नया मालिक होगा, जिसकी आने वाले दिनों में एक आधिकारिक घोषणा की उम्मीद है। टाटा संस द्वारा घाटे में चल रही सरकारी विमान कंपनी ने एयर इंडिया के लिए बोली जीत ली है। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार मंत्रियों के एक पैनल ने एयरलाइन के अधिग्रहण के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है। यानी टाटा के साथ सरकार का सौदा पक्का होने से विमान कंपनी की 67 साल बाद 'घर वापसी' होगी। टाटा समूह ने अक्तूबर 1932 में टाटा एयरलाइंस के नाम से एयर इंडिया की शुरुआत की थी, जिसे भारत सरकार ने 1953 में अपने अधिकार क्षेत्र में ले लिया था। डील के तहत एयर इंडिया का मुंबई में स्थित हेड ऑफिस और दिल्ली का एयरलाइंस हाउस भी शामिल है। मुंबई के ऑफिस का बाजार मूल्य 1,500 करोड़ रुपये से ज्यादा है। मौजूदा समय में एयर इंडिया 4400 घरेलू उड़ानें और विदेशों में 1800 लैंडिंग और पार्किंग स्लॉट को कंट्रोल करती है। इकॉनोमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, टाटा ग्रुप की बोली सरकार द्वारा तय किए गए रिजर्व प्राइस से करीब 3,000 करोड़ रुपये ज्यादा है। टाटा की बोली स्पाइसजेट के चेयरमैन अजय सिंह द्वारा लगाई गई जो बोली से लगभग 5,000 करोड़ रुपये अधिक है। आगे रिपोर्ट में कहा गया कि सरकारी सूत्रों ने उन रिपोर्ट्स पर प्रतिक्रिया देने से मना कर दिया है, जिसमें रिजर्व प्राइस को 15,000 - 20,000 करोड़ रुपये बताया गया है। बता दें कि एयर इंडिया को बेचने की प्रक्रिया जनवरी 2020 में ही शुरू कर दी गई थी, लेकिन कोरोना महामारी के कारण इसमें लगातार देरी हुई। अप्रैल 2021 में सरकार ने एक बार फिर योग्य कंपनियों से बोली लगाने को कहा। 15 सितंबर बोली लगाने का आखिरी दिन था। साल 2020 में भी टाटा ग्रुप ने एयर इंडिया के अधिग्रहण को लेकर रुचि पत्र दिया था। दरअसल सरकार ने 2017 से ही एयर इंडिया की नीलामी के प्रयास शुरू कर दिए थे, लेकिन तब कंपनियों ने रुचि ही नहीं दिखाई थी। इसके बाद सरकार ने एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट के नियमों में ढील दी। जिसके बाद कर्ज में डूबे एयर इंडिया को खरीदने में कुछ कंपनियों ने रुचि दिखाई। नए नियमों के तहत ही कर्ज के प्रावधानों में नरमी बरती गई, ताकि स्वामित्व वाली कंपनी को पूरा कर्ज न वहन करना पड़े।
शुक्रवार की सुबह खौफनाक सड़क हादसा पेश आया है। भिंड-ग्वालियर हाइवे पर बस और कंटेनर की ज़ोरदार टक्कर हो हुई है। हादसा गोहद चौराहा थाना क्षेत्र के डॉग बिरखड़ी के पास हुआ है। बताया जा रहा है कि बस ग्वालियर से बरेली जा रही थी। इस हादसे में एक महिला समेत सात लोगों की मौत हो गई है। वहीं कई घायल हैं, जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। दर्दनाक हादसे के बाद राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दुख जताया है। सीएम ने दुर्घटना में घायल 15 नागरिकों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है। साथ ही स्थानीय प्रशासन द्वारा राहत कार्य तत्परता से जारी है। रेड क्रॉस द्वारा घायलों को त्वरित सहायता के रूप में 5000 रुपए की राशि उपलब्ध कराई गई है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी को भी पीछे छोड़ अडाणी ग्रुप के मालिक गौतम अडाणी रोजाना कमाई के मामले में एशिया के दूसरे सबसे अमीर कारोबारी बन गए हैं। IIFL वेल्थ हुरून इंडिया ने एशिया के सबसे अमीर व्यक्तियों की लिस्ट जारी की है। इसके अनुसार, पिछले एक साल में मुकेश अंबानी की रोजाना कमाई 163 करोड़ रुपये थी और जबकि इसी दौरान गौतम अडाणी ने रोजाना 1002 करोड़ रुपये कमाए। गौतम अडाणी की संपत्ति पिछले एक साल में एक हजार करोड़ रुपये प्रति दिन के हिसाब से 3,65,700 करोड़ रुपये बढ़ गई। भारत की सबसे अमीर फैमिली में मुकेश अंबानी का परिवार ही है। रिपोर्ट के अनुसार, मुकेश अंबानी 7,18,000 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ लगातार दसवें साल सबसे शीर्ष स्थान पर बने हुए हैं। उनकी संपत्ति में 2020 से 9 फीसदी बढ़ी है। अडाणी परिवार की संपत्ति 1,40,200 करोड़ रुपये से 261 फीसदी बढ़कर 5,05,900 करोड़ रुपये हो गई। इसी के साथ गौतम अडाणी एशिया के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति बन गए हैं। पिछले साल की तुलना में उनकी संपत्ति 3,65,700 करोड़ रुपये बढ़ी है।
उत्तर भारत के मेघालय में एक दर्दनाक सड़क हादसा पेश आया है। मेघालय में यात्रियों को लेकर जा रही बस नदी में जा गिरी। बताया जा रहा है की बस में लगभग 21 यात्री मौजूद थे, जिसमें से 4 की मौत हो गई है। जानकारी अनुसार रात 12 बजे नोंगछराम में रिंगडी नदी में यह बस गिर गई थी। पीड़ितों की मदद के लिए बचाव दल और आपातकालीन सेवाएं दुर्घटनास्थल पर पहुंच गई हैं। बताया जा रहा है कि इस हादसे में चार से अधिक लोगों की मृत्यु हुई है। मिली जानकारी के अनुसार चार शवों को नदी से निकाल लिया गया है, जबकि दो शव अभी भी बस के अंदर फंसे हुए हैं। पुलिस ने कहा कि सोलह यात्रियों को बचा लिया गया है और उन्हें नजदीकी अस्पताल ले जाया गया है। दुर्घटना नोंगश्रम पुल पर हुई जो पूर्वी गारो हिल्स और पश्चिमी खासी हिल्स जिले के बीच की सीमा है। कुछ घायल यात्रियों ने स्थानीय लोगों को बताया कि दुर्घटना के समय बस की गति तेज थी। बताया गया कि मरने वालों में बस का चालक भी है।
उत्तर प्रदेश: प्रयागराज जिले के इलाके में सीएनजी लीकेज से हड़कंप मच गया है। टेक्निकल टीम और पुलिस मदद के लिए मौके पर पहुंच गई है साथ ही फायर ब्रिगेड की टीम भी मौके पर पहुंच चुकी है। सीएनजी लीकेज की घटना सिविल लाइंस इलाके में हुई है। मिश्रा भवन क्रॉसिंग पर स्थित सीएनजी पंप के अंडरग्राउंड पाइप में खराबी की वजह से सीएनजी लीक हो गई। मिली जानकारी के अनुसार यह घटना सुबह सात बजे के आसपास की बताई जा रही है। बताया जा रहा है कि जहां सीएनजी लीक हुई है, वहां पर प्राइवेट अस्पताल और रिहाइशी बस्ती है। लोगों की सुरक्षा के लिए सीएनजी पंप के आसपास बैरिकेडिंग कर दी गई है व लोगों के आने-जाने पर भी रोक लगा दी गई है।
कीमतों से प्रभावित बाजार में सोने और चांदी की वायदा कीमत में तेजी हुई है। एमसीएक्स पर सोना वायदा 118 रुपये बढ़कर 47,109 रुपये प्रति 10 ग्राम साथ ही चांदी 0.17 फीसदी बढ़कर 63,390 रुपये प्रति किलोग्राम पर रही है । यह करीब छह माह का निचला स्तर है। पीली धातु पिछले साल के उच्चतम स्तर से फ़िलहाल 10258 रुपये नीचे है। अगस्त में सोने के अधिक आयात के बाद भी भारत में सोने की भौतिक मांग कमजोर रही है। घरेलू डीलरों को उम्मीद है कि आने वाले त्योहारी सीजन में और ग्राहक आएंगे। पिछले सत्र में सोना 0.4 फीसदी गिरा था और चांदी में 3.5 फीसदी यानी 2000 रुपये की गिरावट आई थी। मजबूत डॉलर के चलते वैश्विक बाजार में गुरुवार को सोना महंगा हुआ, लेकिन करीब सात सप्ताह के निचले स्तर पर रहा।
मुख्यमंत्री केजरीवाल के फैसले के अनुसार देश की राजधानी दिल्ली में शुक्रवार से बियर-शराब का सेवन करने वालों को सामना करना पर सकता है। बताया जा रहा है कि एक अक्टूबर से 16 नवंबर के बीच प्राइवेट शराब की दुकानें बंद रहेंगी ताकि नई आबकारी व्यवस्था को सुचारू रूप से लागू किया जा सके ताकि नई आबकारी व्यवस्था को सुचारू रूप से लागू किया जा सके एवं शराब की किल्लत न हो इसलिए नई दुकानें खुलने तक सरकारी दुकानें चलती रहेगी।। हालांकि 17 नवंबर से दिल्ली में शराब की बिक्री फिर शुरू की जाएगी।
देश में प्रतिदिन महंगाई बढ़ती जा रही है। गुरुवार को देश में पेट्रोल और डीजल के दाम फिर से बढ़ गए हैं। एक लीटर पेट्रोल 25 पैसे और एक लीटर डीजल 30 पैसे महंगा हुआ है। इससे पहले मंगलवार को पेट्रोल 22 पैसे और डीजल 75 पैसे महंगा हुआ था। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 110 रुपए के पार पहुंच गई है। वहीं, यहां डीज़ल 99 रुपए 10 पैसे प्रति लीटर बिक रहा है, मुंबई में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 107 रुपए 71 पैसे है और एक लीटर डीजल 97 रुपए 52 पैसे में बिक रहा है। डीज़ल के दामों में 24 सितंबर को 20 पैसे प्रति लीटर, रविवार को 25 पैसे प्रति लीटर, सोमवार को 25 पैसे और मंगलवार को 75 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई थी। यानी 24 सितंबर के बाद से अबतक एक लीटर डीजल 1 रुपए 75 पैसे महंगा हुआ है। गौरतलब है कि तेल कंपनियों की तरफ से अपनाए गए मूल्य निर्धारण फार्मूले के तहत उनके द्वारा दैनिक आधार पर पेट्रोल और डीज़ल की दरों की समीक्षा और बदलाव किया जाता है।
सरकार के दावों की माने तो 2022 का शीतकालीन सत्र भारत की नई संसद में आयोजित किया जाएगा। सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के तहत बन रही नई संसद का काम जोरों पर है। सरकार का दावा यह भी है कि नई संसद दुनिया की बेहतरीन इमारतों में से एक होगी। जिसके तैयार होने के बाद कहा जा सकेगा कि ये भारत द्वारा बनाई गई अपनी संसद है। नई संसद को न सिर्फ अत्याधुनिक तरीके से तैयार किया जा रहा है बल्कि तकनीकी रूप से भी अब तक की सबसे हाईटेक बिल्डिंग होगी। भारतीय संस्कृति और मूल्यों को भी नई संसद में दर्शाया जाएगा। अमेरिकी दौरे से लौटते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने निर्माणाधीन संसद भवन के काम का जायजा लिया। दरअसल, सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट की मांग लंबे समय से थी। केंद्र सरकार के मंत्रालयों की जो बिल्डिंगे हैं, वो काफी पुरानी हो चुकी हैं। मौजूदा संसद भवन में भी आज के हिसाब से बहुत सी समस्याएं हो रही हैं जिसके चलते 2019 में मोदी सरकार वापस आने पर सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट को हरी झंडी दे दी गई। इसकी शुरुआत दो कार्यो से की जा रही है ,पहला नया संसद भवन और दूसरा सेंट्रल विस्टा एवेन्यू। नई संसद का ग्लोबल टेंडर सितंबर 2020 में ही भारत की टाटा प्रोजेक्ट लिमिटेड को 862 करोड़ में दिया जा चुका है। जिसे नवंबर 2022 तक बनकर तैयार किया जाना है। नई संसद के निर्माण में सभी परिस्थितियों को ध्यान में रखा जा रहा है , ये पूरा प्रोजेक्ट वर्ष 2026 के अंत तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके तहत नई संसद, सेंट्रल विस्टा एवेन्यू, सभी 51 मंत्रालयों के लिए राजपथ के दोनों ओर 10 मल्टीस्टोरी बिल्डिंग, प्रधानमंत्री आवास और प्रधानमंत्री का दफ्तर बनाया जाना है।
भारत की 'स्वर कोकिला' लता मंगेशकर का आज 92वां जन्मदिन है। लता मंगेशकर को हिंदी सिनेमा की मल्लिका भी कहा जाता है। आज उनके बर्थडे पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उन्हें बधाई दी है। भारत की स्वर कोकिला, भारत रत्न गायिका लता मंगेशकर हिन्दी सिनेमा का एक ऐसा नाम है, जहां तक पहुंचना हर किसी के बस की बात नहीं। शायद ही कोई ऐसा हो जिसने उनके गाने नहीं सुने होंगे। लता मंगेशकर 50 हजार से ज्यादा गाने गा चुकी हैं। पीएम मोदी ने लता मंगेशकर के लिए एक ट्वीट किया है, जिसमे उन्होंने लिखा "आदरणीय लता दीदी को जन्मदिन की बहुत बहुत शुभकामनाएं। उनकी सुरीली आवाज पूरी दुनिया में गूंजती है। व्यक्तिगत रूप से उनका आशीर्वाद महान शक्ति का स्रोत है। मैं लता दीदी के लंबे और स्वस्थ जीवन की कामना करता हूं "।
व्हाइट हाउस में शुक्रवार को पीएम नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति जो बाइडेन के बीच मुलाकात हुई। इस द्विपक्षीय बैठक के बाद दोनों ही देशों की ओर से एक संयुक्त बयान जारी किया गया। बयान में दोनों ही देशों ने सीमा पार आतंकवाद की निंदा करते हुए 26/11 के मुंबई हमलों के दोषियों को जल्द से जल्द पकड़कर उनके खिलाफ कड़ी कारवाही की बात कही है। साथ ही भारत-अमेरिका ने कहा है कि, वे संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित समूहों सहित सभी आतंकवादी संगठनों के खिलाफ ठोस कारवाही करेंगे। व्हाइट हाउस में पीएम मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के बीच हुई इस बैठक के बाद जारी इस संयुक्त बयान में दोनों देशों ने कहा, "अमेरिका और भारत वैश्विक आतंकवाद के खिलाफ साझा लड़ाई में एक साथ खड़े हैं। दोनों ही देश ‘‘संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद प्रस्ताव’’ 1267 प्रतिबंध समिति द्वारा प्रतिबंधित समूहों सहित सभी आतंकवादी समूहों के खिलाफ ठोस कार्रवाई करेंगे। साथ ही इस साझा बयान में भारत और अमेरिका ने 26/11 के मुंबई हमलों के गुनहगारों को सजा दिलाने को लेकर भी प्रतिबद्धता जताई। दोनों ही देशों ने अपने बयान में कहा, "हम भारत में सीमा पार से आने वाले आतंकवाद की निंदा करते हैं। साथ ही हम इस बात को लेकर प्रतिबद्ध हैं कि 26/11 के मुंबई हमलों के गुनहगारों को नहीं बख्शा जाएगा। जल्द ही इनके ऊपर शिकंजा कसकर इन्हें कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी। मुंबई हमले के लिए पाकिस्तान में रह रहा आतंकी हाफिज सईद जिम्मेदार था। हाफिज सईद को पिछले साल 17 जुलाई को आतंकवादी गतिविधियों के लिए वित्तीय मदद देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। हाफिज सईद इस समय लाहौर की उच्च सुरक्षा वाली कोट लखपत जेल में बंद है।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में एक बार फिर कश्मीर राग अलापा है। कश्मीर को लेकर पाकिस्तान अपनी नापाक सोच कभी नहीं छोड़ता। लेकिन हर बार की तरह इस बार भी उन्हें भारत की ओर से कड़ी फटकार मिली। संयुक्त राष्ट्र महासभा में भारत की प्रथम सचिव स्नेहा दुबे ने दो टूक कहा कि आतंकियों का खुला समर्थन करने का पाकिस्तान का इतिहास रहा है। स्नेहा दुबे ने राइट टू रिप्लाई का इस्तेमाल करते हुए जवाब दिया। उन्होंने कहा, यह पहला मौका नहीं है, जब पाकिस्तान के नेता ने यूएन के प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर मेरे देश के खिलाफ झूठे और दुर्भावनापूर्ण प्रचार करने के लिए किया है। पाकिस्तानी नेता इससे अपने देश की दुखद स्थिति से दुनिया का ध्यान हटाने की कोशिश कर रहे हैं, जहां आतंकी खुले घूमते हैं और आम नागरिक, खासकर अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के साथ अत्याचार किया जाता है। इमरान खान को पूरी दुनिया के सामने आईना दिखाने वाली स्नेहा दुबे ने पहले अटेम्प्ट में ही यूपीएससी में सफलता प्राप्त की थी। वे 2012 बैच की महिला अधिकारी हैं। आईएफएस बनने के बाद उनकी नियुक्ति विदेश मंत्रालय में हुई। उन्हें 2014 में भारतीय दूतावास मैड्रिड में भेजा गया तथा मौजूदा वक्त में वे संयुक्त राष्ट्र महासभा में भारत की प्रथम सचिव हैं। अंतरराष्ट्रीय मामलों में रुचि के चलते स्नेहा दुबे ने भारतीय विदेश सेवा में शामिल होने का फैसला किया। स्नेहा ने जेएनयू से पढ़ाई की है। उन्होंने यहां से एमए और एमफिल किया है। स्नेहा की शुरुआती शिक्षा गोवा में हुई। इसके बाद उन्होंने पुणे के फर्ग्युसन कॉलेज से स्नातक किया। उनके परिवार से कोई भी सदस्य सिविल सेवा में नहीं है। स्नेहा के पिता मल्टीनेशनल कंपनी में काम करते हैं ,उनकी मां टीचर हैं और भाई बिजनेस करते हैं। इस तरह गोवा और दिल्ली की जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी से निकलकर स्नेहा दुबे अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत का प्रतिनिधित्व कर रही हैं और दुश्मन मुल्क की सच्चाई भी दुनिया के सामने रख रही हैं।