कुमाऊं रेजीमेंट की देवी है मां 'हाट कालिका' देवभूमि उत्तराखंड को देवी-देवताओं का वास माना जाता है। इसी उत्तराखंड में एक ऐसा मंदिर भी है, जहां कहा जाता है कि हर रात महाकाली विश्राम करने के लिए पहुंचती हैं। मंदिर से जाने के बाद हर सुबह उनके रात्रि विश्राम के प्रमाण मिलते हैं। ये स्थान है उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जनपद की गंगोलीहाट तहसील महाकाली का हाट कालिका मंदिर है। बताते हैं कि इसी मंदिर के स्थान पर माता ने काली रूप धारण कर जब शत्रुओं का नाश किया था तो यहां मां का गुस्सा शांत करने के लिए भगवान शिव उनके पांव के नीचे लेट गए थे। कहा जाता है इस स्थान पर कई वर्षों तक माता की तेज ज्वाला निकलती देखी गई है। कई वर्षों बाद आदि गुरु शंकराचार्य ने माता की ज्वाला को शांत किया और यहां माता के शांत स्वरूप की स्थापना की। हर साल देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु मां के दर्शनों के लिए पहुंचते हैं। हाट कालिका मंदिर में हर रोज शाम आरती के बाद माता को भोग लगाया जाता है, जिसके उपरांत माता की शयन आरती गाई जाती है और माता का बिस्तर लगाया जाता है। फिर माता के मंदिर के कपाट बंद कर दिए जाते हैं। कहा जाता है कि माता रात्रि विश्राम के लिए मंदिर में पहुंचती हैं और सुबह जब मंदिर के कपाट खोले जाते हैं तो बिस्तर में कुछ इस तरह का आभास होता है कि जैसे किसी ने इसमें रात्रि विश्राम किया हो। एक पुकार पर मां ने सेना के सैकड़ों जवानों की बचाई थी जान मां हाट कालिका देश की सबसे पुरानी सेना कुमाऊं रेजीमेंट की देवी भी हैं। कहते हंै कि देवी ने सैनिक की एक पुकार पर सेना के सैकड़ों जवानों की जान बचाई थी, जिसके बाद अब हर जंग में जाने से पहले कुमाऊं रेजिमेंट के जवान इस देवी की पूजा करते हैं। लोग बताते हैं कि एक बार सेना की कुमाऊं रेजिमेंट के जवान पानी के जहाज से कहीं कूच कर रहे थे। जहाज में अचानक तकनीकी खराबी आ गई और जहाज डूबने लगा। तब उन जवानों में से एक पिथौरागढ़ निवासी जवान ने मां कालिका की स्तुति की। कुछ ही देर बार डूबता जहाज ऊपर आने लगा और खुद धीर-धीरे किनारे लग गया। इस घटना के बाद कुमाऊं रेजीमेंट के जवानों ने मंदिर में दो बड़ी घंटियां चढ़ाईं और मंदिर का गेट बनवाया। इस चमत्कार के बाद कुमाऊं रेजिमेंट युद्ध में जाने से पहले और ट्रेनिंग में जाने से पहले काली माता का नाम लिए बिना आगे नहीं बढ़ते। कुमाऊं रेजीमेंट के जवानों की आस्था मंदिर के साथ ऐसी है कि कहा जाता है कि बस महाकाली का नाम लेते ही लड़ाई के मैदान में जवानों की शक्ति दोगुनी हो जाती है। जवानों का कहना है कि उन्हें ऐसा लगता है जैसे उनकी ओर से कोई और लड़ाई कर रहा है और दुश्मनों का खात्मा कर रहा है। हर मुराद होती है पूरी उत्तराखंड के लोगों की आस्था का केंंद्र महाकाली मंदिर अनेक रहस्यमयी कथाओं को अपने आप में समेटे हुए है। कहा जाता है कि जो भी भक्तजन श्रद्धापूर्वक महाकाली के चरणों में आराधना के श्रद्धा पुष्प अर्पित करता है उसके रोग, शोक, दरिद्रता एवं महान विपदाओं का हरण हो जाता है व अतुल ऐश्वर्य एवं संपत्ति की प्राप्ति होती है। मान्यता है कि मां हाल कालिका मंदिर में आने वाले भक्त की हर मुराद पूरी होती है। कुमाऊं रेजीमेंट के जवानों ने स्थापित की थी महाकाली की मूर्ति कुमाऊं रेजीमेंट ने पाकिस्तान के साथ छिड़ी 1971 की लड़ाई के बाद गंगोलीहाट के कनारागांव निवासी सूबेदार शेर सिंह के नेतृत्व में सैन्य टुकड़ी ने इस मंदिर में महाकाली की मूर्ति की स्थापना की थी। कालिका के मंदिर में शक्ति पूजा का विधान है। सेना की ओर से स्थापित यह मूर्ति मंदिर की पहली मूर्ति थी। इसके बाद साल 1994 में कुमाऊं रेजीमेंट ने ही मंदिर में महाकाली की बड़ी मूर्ति चढ़ाई है। गण, आंण व बांण की सेना भी चलती है साथ कहा जाता है कि जो भी भक्तजन श्रद्धापूर्वक महाकाली के चरणों में आराधना के पुष्प अर्पित करता है उसके रोग, शोक, दरिद्रता एवं महान विपदाएं दूर हो जाती हैं। वर्ष भर यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं। महाकाली के संदर्भ में एक प्रसिद्ध किवदंती है कि कालिका का जब रात में डोला चलता है तो इस डोले के साथ कालिका के गण, आंण व बांण की सेना भी चलती है। स्कंदपुराण के मानस खंड में यहां स्थिति देवी का विस्तार से वर्णन मिलता है। आदि गुरु शंकराचार्य हुए थे जड़वत आदि शक्ति महाकाली का यह मंदिर ऐतिहासिक, पौराणिक मान्यताओं सहित अद्भुत चमत्कारी किवदंतियों व गाथाओं को अपने आप में समेटे हुए है। कहा जाता है कि महिषासुर व चंड-मुंड सहित भयंकर शुंभ-निशुंभ आदि राक्षसों का वध करने के बाद भी महाकाली का यह रौद्र रूप शांत नहीं हुआ और इस रूप ने महा विकराल धधकती महाभयानक ज्वाला का रूप धारण कर तांडव मचा दिया था। महाकाली ने महाकाल का भयंकर रूप धारण कर देवदार के वृक्ष में चढ़कर जगन्नाथ व भुवनेश्वर नाथ को आवाज लगानी शुरू कर दी। कहते हैं यह आवाज जिस किसी के कान में पड़ती थी, वह व्यक्ति सुबह तक यमलोक पहुंच चुका होता था। छठी शताब्दी में आदि जगद्गुरु शंकराचार्य जब अपने भारत भ्रमण के दौरान जागेश्वर आये तो शिव प्रेरणा से उनके मन में यहां आने की इच्छा जागृत हुई, लेकिन जब वे यहां पहुंचे तो नरबलि की बात सुनकर उद्वेलित शंकराचार्य ने इस दैवीय स्थल की सत्ता को स्वीकार करने से इंकार कर दिया और शक्ति के दर्शन करने से भी वे विमुख हो गए। शंकराचार्य के मन में विचार आया कि देवी इस तरह का तांडव नहीं मचा सकती, यह किसी आसुरी शक्ति का काम है। लोगों को राहत दिलाने के उद्देश्य से वो गंगोलीहाट के लिए रवाना हो गए। जगद्गुरु जब मंदिर के 20 मीटर पास में पहुंचे तो वह जड़वत हो गए और लाख चाहने के बाद भी उनके कदम आगे नहीं बढ़ पाए। शंकराचार्य को देवी शक्ति का आभास हो गया और वो देवी से क्षमा याचना करते हुए पुरातन मंदिर तक पहुंचे। पूजा अर्चना के बाद मंत्र शक्ति के बल पर महाकाली के रौद्र रूप को शांत कर शक्ति के रूप में स्थापित कर दिया और गंगोली क्षेत्र में सुख शांति व्याप्त हो गई। आराध्य स्थल ही है माता का साक्षात यंत्र सरयू एवं रामगंगा के मध्य गंगावली की सुनहरी घाटी में स्थित भगवती के इस आराध्य स्थल की बनावट त्रिभुजाकार बताई जाती है और यही त्रिभुज तंत्र शास्त्र के अनुसार माता का साक्षात यंत्र है। यहां धनहीन धन की इच्छा से, पुत्रहीन पुत्र की इच्छा से, संपत्ति हीन संपत्ति की इच्छा से सांसारिक मायाजाल से विरक्त लोग मुक्ति की इच्छा से आते हैं व अपनी मनोकामना पूर्ण पाते हैं। चमत्कारिक है मंदिर निर्माण की कथा इस मंदिर के निर्माण की कथा भी बड़ी चमत्कारिक रही है। माना जाता है कि महामाया की प्रेरणा से प्रयाग में होने वाले कुंभ मेले में से नागा पंथ के महात्मा जंगम बाबा को स्वप्न में कई बार इस शक्ति पीठ के दर्शन होते थे। उन्होंने रूद्र दंत पंत के साथ यहां आकर भगवती के लिए मंदिर निर्माण का कार्य शुरू किया। परंतु उनके आगे मंदिर निर्माण के लिये पत्थरों की समस्या आन पड़ी। इसी चिंता में एक रात्रि वे अपने शिष्यों के साथ अपनी धूनी के पास बैठकर विचार कर रहे थे। कोई रास्ता नजर न आने पर थके व निढाल बाबा सोचते-सोचते शिष्यों सहित गहरी निद्रा में सो गये तथा स्वप्न में उन्हें महाकाली, महालक्ष्मी, महासरस्वती रूपी तीन कन्याओं के दर्शन हुए वे दिव्य मुस्कान के साथ बाबा को स्वप्न में ही अपने साथ उस स्थान पर ले गयीं, जहां पत्थरों का खजाना था। यह स्थान महाकाली मंदिर के निकट देवदार वृक्षों के बीच घना वन था। इस स्वप्न को देखते ही बाबा की नींद भंग हुई उन्होंने सभी शिष्यों को जगाया स्वप्न का वर्णन कर रातों-रात चीड़ की लकड़ी की मशालें तैयार कीं तथा पूरा शिष्य समुदाय उस स्थान की ओर चल पड़ा, जिसे बाबा ने स्वप्न में देखा था। वहां पहुंचकर रात्रि में ही खुदाई का कार्य आरंभ किया गया। थोड़ी ही खुदान के बाद यहां संगमरमर से भी बेहतर पत्थरों की खान निकल आयी। कहते हैं कि पूरा मंदिर, भोग भवन, शिव मंदिर, धर्मशाला वं मंदिर परिसर का व प्रवेश द्वारों का निर्माण होने के बाद पत्थर की खान स्वत: ही समाप्त हो गई। आश्चर्य की बात तो यह है इस खान में नौ फिट से भी लंबे तराशे हुए पत्थर मिले।
-प्लांट से इंदौरा विधानसभा क्षेत्र में आएगा आशातीत बदलाव: हर्षवर्धन चौहान मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज जिला कांगड़ा के इंदौरा विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत कंदरोड़ी में 268 करोड़ की लागत से बनने वाले वरुण बेवरेजेस लिमिटेड के पेप्सी बॉटलिंग प्लांट की आधारशिला रखी। उन्होंने कहा कि कांगड़ा जिला में इतने बड़े निवेश से लगने वाला यह पहला उद्योग है। इससे क्षेत्र में विकास को नई रफ्तार और आर्थिकी को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि इस उद्योग के माध्यम से दो हजार से अधिक युवाओं को रोजगार व स्वरोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। मुख्यमंत्री ने इंदौरा के औद्योगिक क्षेत्र में बेहतर सड़क सुविधा प्रदान करने के लिए पर्याप्त बजट प्रदान करने का आश्वासन दिया। सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि हिमाचल प्रदेश पूरे देश में निवेश के लिए एक उपयुक्त स्थल है। राज्य सरकार निवेशकों को अपने उद्योग स्थापित करने के लिए अनेक सुविधाएं प्रदान कर रही है। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश पर 75 हजार करोड़ का कर्ज है और 10 हजार करोड़ रुपये की सरकारी कर्मचारियों की देनदारियां बकाया है। प्रदेश कभी भी कर्ज के सहारे नहीं चल सकता है, इसीलिए राज्य को आत्मनिर्भर बनाने के लिए वर्तमान प्रदेश सरकार दिन-रात प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि हिमाचल के प्रत्येक निवासी पर एक लाख रुपए से अधिक का ऋण है, इसके बावजूद आगामी चार वर्षों में प्रदेश की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश की अर्थव्यवस्था में पिछले एक वर्ष में 20 प्रतिशत तक सुधार आया है और राज्य सरकार ने वर्ष 2027 तक अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने और वर्ष 2032 तक देश का सबसे समृद्ध राज्य बनाने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार आने वाले समय में राज्य की उद्योग नीति में भी बदलाव करने जा रही है, ताकि प्रदेश के अधिक से अधिक युवाओं के लिए रोजगार के अवसर सृजित किए जा सकें। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में कांगड़ा जिला में कई बड़े उद्योग लगाए जाएंगे। वहीं, उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि आज का दिन कांगड़ा जिला के लिए महत्वपूर्ण दिन है, क्योंकि यह प्लांट इंदौरा विधानसभा क्षेत्र में आशातीत बदलाव लाएगा। इस प्लांट को स्थापित करने के लिए सभी औपचारिकताएं तीन माह में पूरी की गई हैं। उन्होंने कहा कि पिछले एक वर्ष में हिमाचल प्रदेश में 10 हजार करोड़ का निवेश आया है। वर्तमान राज्य सरकार कांगड़ा जिला के विकास पर विशेष ध्यान केन्द्रित कर रही है तथा जिला को हिमाचल प्रदेश की पर्यटन राजधानी घोषित किया गया है। प्रदेश सरकार कांगड़ा हवाई अड्डे के विस्तार के लिए प्रयास कर रही है, ताकि अधिक से अधिक पर्यटक यहां आ सकें। युवाओं को रोज़गार प्रदान करने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। विधायक मलेंद्र राजन ने सीएम का जताया आभार विधायक मलेंद्र राजन ने इंदौरा विधानसभा क्षेत्र में पेप्सी के मेगा प्लांट लगाने के लिए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इससे क्षेत्र में रोजगार व स्वरोजगार के अनेक अवसर पैदा होंगे तथा कारोबार को बढ़ावा मिलेगा, जिससे इंदौरा विधानसभा क्षेत्र आर्थिक रूप से सम्पन्न होगा। उन्होंने कहा कि यूपीए सरकार के कार्यकाल के दौरान इंदौरा विधानसभा क्षेत्र के मलोट में उद्योगों की स्थापना के लिए 102 करोड़ रुपये प्रदान किए गए थे, जिससे यहां औद्योगिक निवेश आरंभ हुआ। उन्होंने कहा कि इंदौरा विधानसभा क्षेत्र में किन्नू, संतरा आदि का अत्याधिक उत्पादन होता है तथा प्लांट की स्थापना से क्षेत्र के बागवानों को भी लाभ मिलेगा। प्लांट से क्षेत्र में आएगी आर्थिक उन्नति : रविकांत वरुण बेवरेजिज लिमिटेड के चेयरमैन रविकांत जयपुरिया ने कहा कि यह पेप्सी प्लांट लगभग एक वर्ष में बनकर तैयार होगा, जिससे क्षेत्र में आर्थिक उन्नति आएगी। उन्होंने कहा कि सीएसआर के माध्यम से क्षेत्र के लोगों के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार होगा और स्थानीय युवाओं के कौशल विकास के लिए भी कंपनी सहायता प्रदान करेगी। उन्होंने उद्योग की स्थापना में राज्य सरकार की ओर से हरसंभव सहयोग के लिए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का आभार व्यक्त किया।
जनवरी : इस माह आपको अपने खर्चों पर नियंत्रण रखना होगा। धन संचय में कठिनाई होगी वही आपकी वाणी में थोड़ा रूखापन आ सकता है। इस समय की गई यात्राएं लाभदायक होगी। फरवरी : ये माह आपके लिए जबरदस्त सफलता लेकर के आने वाला है। इस माह आपको कार्यस्थल पर सम्मानित भी किया जा सकता है। यह माह स्त्री जातकों के लिए शानदार रहने वाला है वही कारोबारी जातकों को नए लोगों से मिलकर काम को आगे बढ़ाने का मौका मिलने वाला है। इस माह आप अपने परिवार के साथ किसी धार्मिक यात्रा पर भी जा सकते है मार्च : इस समय नौकरी की तलाश में जुटे जातकों को अच्छी नौकरी मिलेगी। सरकारी कार्य से जुड़े जातकों को कोई बड़ी जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। विदेश जाने का सपना पूरा हो सकता है। इस माह आपको अपने पिता का सहयोग प्राप्त होगा। अगर आपको मधुमेह या रक्त विकार है तो आपको सेहत का ध्यान रखना होगा। अप्रैल : जनसंचार से जुड़े जातकों को फायदा होने वाला है। सिनेमा जगत में काम कर रहे जातक इस समय प्रसिद्धि प्राप्त करेंगे। आमदनी से अधिक खर्चा होगा और आपका मन खिन्न रहने वाला है। मई : आमदनी से अधिक खर्चा होगा और आपका मन खिन्न रहने वाला है। इस समय महिला जातक अपनी मां के साथ कहीं बाहर घूमने जा सकती है। इस समय व्यापार से जुड़े जातकों को सलाह दी जाती है कि वो आर्थिक लेनदेन में सावधानी रखे। सरकार के साथ जुड़कर काम कर रहे जातक अब उच्च अधिकारियो का सहयोग प्राप्त करेंगे। कार्य स्थल पर महिला सहकर्मी मददगार सिद्ध होगी। जून : इस माह कई समय से अटका आपका प्रेम प्रस्ताव मंजूर किया जा सकता है। छात्रों का मन इस समय पढाई में कम लगने वाला है। इस माह मीडिया,लेखन,प्रकाशन से जुड़े जातक बेहद अच्छा काम करेंगे और उन्हें सराहना भी प्राप्ति होगी। अगर आप सरकारी नौकरी करते है तो आपको इस माह सम्मानित भी किया जा सकता है। इस समय नौकरी बदलने का विचार मन में आ सकता है लेकिन समय ठीक नहीं है इसलिए जो नौकरी चल रही है वही चलने दें। जुलाई : शेयर मार्केट में अच्छा मुनाफा होने वाला है। इस समय आप अपने शत्रुओं को परास्त करने में सफल होंगे। इस समय आपको क्रोध और अहंकार से बचना होगा। इस माह आपकी बहन से आपको मदद मिलेगी और आपका कोई अटका काम पूरा होगा। किसी कोर्ट केस का निर्णय आपके पक्ष में आ सकता है। अगस्त : पारिवारिक सुख की प्राप्ति होने वाली है। इस समय नौकरी कर रहे जातकों को अच्छी नौकरी का ऑफर आ सकता है और आप जॉब बदल सकते है। इस समय विदेश यात्रा सहायक सिद्ध होगी। इस समय आपके व्यापार में वृद्धि होगी। सितम्बर : अगर आप साझेदारी में काम कर रहे हैं तो आपके और आपके पार्टनर के बीच मतभेद सामने आ सकते हैं। आपको वाणी का इस्तेमाल सोच समझकर करना होगा। कार्य स्थल पर आपको लड़ाई और विवाद से दूर रहने की सलाह दी जाती है। अक्टूबर : इस माह आपके दुर्घटना के योग दिखाई पड़ रहे है। आपको अपने व्यक्तिगत जीवन में थोड़ी कठिनाई का सामना करना पड़ सकता है। आपके और आपके जीवनसाथी के बीच किसी बात को लेकर कहासुनी हो सकती है वही संतान पक्ष से भी चिंता बनी रहेगी। इस माह शेयर मार्केट में सोच समझकर निवेश करने की सलाह आपको दी जाती है नवम्बर : इस माह सरकारी नौकरी कर रहे जातकों को बेहद शुभ परिणाम प्राप्त होने वाले हैं। इस समय प्रेमी जोड़े विवाह करने का निर्णय ले सकते है। इस माह सरकार के साथ काम कर रहे जातकों को बेहद शुभ परिणाम प्राप्त हो सकते है। आपकी वाणी के प्रभाव से आपके कार्य सिद्ध होंगे और वाणी की मधुरता सबको प्रभावित करेगी। दिसम्बर : आपको आपके कार्य स्थल पर बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है। इस माह आपका उत्साह चरम पर रहने वाला है। व्यापारी वर्ग को इस माह समुद्री यात्राए करने का मौका मिलने वाला है। काम के सिलसिले में की गई यात्राओं से धन और प्रसिद्धि दोनों प्राप्त होगा। जो अपने कारोबार को विदेश तक ले जाना चाहते है उनको सफलता मिलने वाली है।
जनवरी : इस समय आपको अति उत्साह में कोई गलत काम नहीं करना है। आपको यात्राओं से लाभ मिलेगा। कार्य स्थल पर आपकी जिम्मेदारी बढ़ाई जा सकती है। परिवार में कोई मांगलिक कार्य हो सकता है। फरवरी : यह समय जीवन के किसी नए प्रेमी के आगमन का भी संकेत दे रहा है। इस माह आपको आपके परिवार से कोई बड़ी मदद मिल सकती है। ये माह बड़े निवेश के रास्ते खोलेगा। मार्च : शिक्षा ग्रहण कर रहे जातक अध्ययन में अपना समय अच्छे से दे पाएंगे वहीं शेयर बाजार में काम कर रहे जातकों को मुनाफा होगा। इस समय कारोबारी वर्ग से जुड़े लोगों को विदेश जाने का मौका मिल सकता है। इस माह आपको किसी समुद्री यात्रा पर जाने का मौका मिलेगा। अप्रैल : इस माह आपको अपने वैवाहिक जीवन में सुख की प्राप्ति होगी। जो जातक विवाह की प्रतीक्षा कर रहे है उन्हें इस माह खुशखबरी मिल सकती है। आप इस माह पारिवारिक सुख सुविधा पर धन खर्च करेंगे। इस माह आपको अपनी मां की ओर से कोई नया काम शुरू करने के लिए मदद मिल सकती है। इस माह स्त्री जातकों को भाइयों का सहयोग मिलेगा जिससे आपका मन प्रसन्न होगा। मई : आपके काम की कार्यस्थल पर सराहना होगी। इस माह आप अपनी मां की सेहत को लेकर थोड़ा सा परेशान हो सकते हैं। इस माह किसी भी प्रकार के विवाद से दूर ही रहे तो अच्छा है। किसी सिद्ध पुरुष से मुलाकात हो सकती है। जून : आपको स्वास्थ्य को लेकर सावधान रहना होगा। इस समय मौसमी बीमारी से आपका सामना हो सकता है। जो हृदय रोगी है उन्हें नियमित चेकअप करवाने की सलाह दी जाती है। आप अपनी वाणी से किसी का कोई नुकसान न करें। जुलाई : आपको वैवाहिक जीवन में कुछ कठिनाई आ सकती है। इस समय अगर आप साझेदारी में काम करने की सोच रहे है तो समय अनुचित है। इस समय आपको अपने व्यापार में कुछ कठिनाई का सामना करना पड़ सकता है। अगस्त : आप अपने पिता की सेहत को लेकर परेशान रह सकते हैं। इस माह मीडिया,लेखन और जनसंचार से जुड़े जातक प्रसिद्धि प्राप्त करेंगे। जो लोग अपनी खुद की कोई किताब लिखना चाह रहे है उनके लिए अब अनुकूल समय है। शेयर मार्केट से जुड़े जातकों को सलाह दी जाती है कि वो अधिक धन के निवेश से खुद को बचाएं। इस माह आप वाहन थोड़ा सावधानी से चलाए। सितम्बर : इस माह किसी भी प्रकार का आर्थिक लेनदेन न करें। आप अगर विवाहित है तो ससुराल पक्ष से तनाव संभव है। शिक्षक वर्ग के लिए ये माह बेहद अच्छा रहने वाला है। सरकार के साथ जो काम कर रहे है उन्हें लापरवाही से बचना होगा। अक्टूबर : अनावश्यक कार्य में धन खर्च होता हुआ दिखाई दे रहा है हालांकि आपकी नौकरी में उन्नति होगी और अब आपके शत्रु भी खत्म होंगे। कार्यस्थल पर आप किसी पर अधिक यकीन नहीं करे तो ही अच्छा है। उच्च शिक्षा के लिए आप विदेश जा सकते हैं। नवंबर : इस माह में कुंभ राशि के जातक यात्राओं से लाभ अर्जित करने वाले होंगे। आपको कोई बड़ा प्रोजेक्ट लीड करने के लिए कहा जा सकता है जिसमें आप पूरी तरह सफल होंगे। इस माह आपके उच्च अधिकारी आपसे पूरी तरह प्रसन्न रहने वाले है। दिसम्बर : आपको परिवार की किसी महिला से बड़ा लाभ मिलेगा। काफी समय से अगर आप किसी वाहन को खरीदना चाहते थे तो वो सपना इस माह आपका पूरा हो सकता है। इस माह सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे जातक सफलता मिलने से उत्साहित होंगे।
जनवरी : आपके भाग्य में वृद्धि के योग है। इस समय साल की शुरुआत में ही किसी धार्मिक यात्रा पर जाने का मौका मिल सकता है। इस माह आप एक से अधिक कार्यों को एक साथ सम्पादित करने में सक्षम होंगे वही आपको काम के सिलसिले में कुछ यात्रा भी करनी होगी। फरवरी : स्वास्थ्य से जुड़े अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे वही रुके हुए कामों में थोड़ी गति भी आएगी। नौकरी में अच्छा प्रदर्शन करने का मौका मिलने वाला है। ऐसा भी हो सकता है कि आपको एक अच्छी नौकरी का प्रस्ताव आ जाए। मार्च : इस समय आपको कार्य स्थल पर कोई बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है जिसे आप बखूबी निभाने में सक्षम होंगे। इस माह आप किसी भवन या वाहन को खरीदने में रूचि दिखा सकते है। आपके परिवार में किसी मांगलिक कार्य का आयोजन भी हो सकता है। अप्रैल : इस समय आप अपने पिता की सेहत को लेकर भी थोड़ा परेशान रहने वाले है। इस समय जो जातक हृदय रोग से पीड़ित है उन्हें अपने स्वास्थ्य का विशेष रूप से ध्यान रखना होगा। विदेश जाने का मौका मिल सकता है। मई : इस समय आपको अपने जीवनसाथी की सेहत का ध्यान रखना होगा। अपने और अपने प्रेमी के बीच किसी गलतफहमी को पैदा नहीं होने दे वरना भविष्य में रिश्ता खत्म हो सकता है। इस माह जो छात्र उच्च शिक्षा के लिए विदेश जाना चाह रहे है उनका सपना पूरा हो सकता है। इस माह स्त्री जातकों को काम के सिलसिले में विदेश जाना पड़ सकता है। जून : सरकारी लाभ प्राप्त होने के योग दिखाई दे रहे है। इस माह थोड़ा धन संचय में कठिनाई आ सकती है। इस माह आपको अपनी वाणी में कटुता से बचना होगा। व्यापारी वर्ग को नए आर्डर मिलेंगे और काम बढ़िया चलेगा। जुलाई : पिता का सहयोग प्राप्त होगा। इस माह आपकी लम्बी दूरी की यात्राओं के योग दिखाई दे रहे है। इस माह भाग्य का पूरा साथ मिलेगा। वही आपके कार्यस्थल पर आपको पदोन्नति भी मिल सकती है। इस माह आप अगर किसी कंपनी में निवेश करना चाह रहे है तो बढ़िया समय होगा। अगस्त : आपको हड्डियों और नसों से जुडी कोई बीमारी हो सकती है। इस माह आपका साहस और पराक्रम बढ़ा हुआ रहेगा। इस समय आपके स्वभाव में अहंकार की अधिकता हो सकती है। इस माह आप वाहन सावधानी से चलाए। इस माह शोध कार्य में जुड़े जातक अच्छे परिणाम प्राप्त करेंगे। सितम्बर : आपको सरकार से कोई बड़ा आर्डर मिल सकता है। इस समय विवाहित जातकों के घर में नए सदस्य का आगमन हो सकता है। इस माह आपकी पत्नी की ओर से आपको कोई अच्छा तोहफा मिल सकता है। सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे जातकों को कुछ कठिनाई और बाधा का सामना करना पड़ सकता है। इस माह मौसमी बीमारी से खुद को बचाकर रखना होगा। अक्टूबर : ये माह आपके लिए कार्य स्थल पर बढ़िया सफलता लेकर आने वाला है। इस समय आपको किसी विदेश यात्रा पर जाने का भी मौका मिलेगा। इस समय उच्च शिक्षा के लिए आपको कहीं से मदद भी मिल सकती है। नवंबर : आपको वैवाहिक जीवन में कुछ तनाव का सामना करना पड़ सकता है। इस समय आपको बड़े सरकारी काम मिलेंगे वही कार्य स्थल पर आपके सहकर्मी मददगार साबित होंगे। इस समय किसी बड़े भवन की प्राप्ति के संकेत दिखाई दे रहे है। इस माह आपको शेयर मार्किट से भी अच्छा मुनाफा होने के योग दिखाई दे रहे है। दिसम्बर : आपके परिवार में किसी मांगलिक कार्य का आयोजन किया जा सकता है। आपको इस समय किसी संस्था के द्वारा सम्मानित किया जा सकता है। जो जातक विदेश जाकर कारोबार बढ़ाने की सोच रहे है उनका काम होगा। इस समय आपकी किसी महिला सहकर्मी के साथ निकटता बढ़ सकती है।
जनवरी : आपके दांपत्य जीवन में कुछ तनाव बना रह सकता है। इस समय आपको अपनी पत्नी की भावनाओं की कद्र करनी होगी। भाइयों का सहयोग और यात्राओं से लाभ होगा। शोध कर्म में जुटे हुए छात्रों को नए आविष्कार के लिए प्रेरित भी करेगा। फरवरी : नौकरी बदलने का विचार मन में जा सकता है। इस समय आपको उन्नति नहीं मिलने से तनाव बना रह सकता है। शेयर मार्केट से जुड़े जातक धन संचय करने में सफल होंगे वही सरकारी सेवा से जुड़े लोगों को थोड़ी मेहनत अधिक करनी होगी। मार्च : इस समय आपको अपने धन संचय पर काम करना होगा क्योंकि पारिवारिक खर्च के कारण थोड़ी जेब ढीली हो सकती है। किसी महिला मित्र से थोड़ी अनबन हो सकती है। इस समय आपके घर में नए मेहमान का आगमन हो सकता है। विद्यार्थी वर्ग को इस समय अच्छी सफलता मिलने के योग दिखाई पड़ रहे है। अप्रैल : मन्त्र सिद्धि में लगे हुए जातकों को देवताओं की कृपा प्राप्त होगी। धार्मिक यात्रा का योग दिखाई पड़ रहा है। ऐसा भी हो सकता है कि इस समय आप किसी दार्शनिक से जुड़कर जीवन को एक अलग नज़रिये से देखने लग जाए। कार्य स्थल पर अब चीजें आपके अनुकूल होगी वही उच्च शिक्षा के लिए विदेश जाने की बाट जोह रहे जातकों को अब सफलता मिलती हुई दिखाई पड़ रही है। हालांकि अपने स्वास्थ्य को लेकर सावधान रहना होगा। मई : आपको अटके कामों में गति आने की संभावना बन रही है। अपने काफी समय से जो काम सोचा हुआ था वो काम अब किसी महिला की मदद से होगा। इस समय आपको जितना हो सके अपने पिता और गुरुओं की सेवा करनी होगी। इस समय जो स्टार्टअप विदेशी फंडिंग की योजना बना रहे है उन्हें सफलता मिलेगी। जून : आप अपनी पत्नी के साथ अच्छा समय बिताने वाले हैं। ऐसा भी हो सकता है कि आप अपनी पत्नी और बच्चों के साथ कहीं बाहर घूमने चले जाए। इस समय संतान की उपलब्धि पर गर्व हो सकता है। आपको कार्य स्थल पर थोड़ी कठिनाई महसूस हो सकती है। जुलाई : जुलाई माह आपके करियर के लिए बेहद ही अच्छा रहेगा। आपको ना सिर्फ तरक्की मिलेगी बल्कि आपको नई जिम्मेदारी मिलेगी। परिवार में बेवजह कोई विवाद हो सकता है। आपको हर छोटी बात पर अधिक सोचना बंद करना होगा। अगस्त : इस समय इंजीनियरिंग कर रहे जातकों को किसी आविष्कार के लिए सम्मानित भी किया जा सकता है। प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे जातकों को इस समय कोई अच्छी खबर मिल सकती है। इस समय काम के सिलसिले में की गई यात्राएं सफल होगी। इस माह आपको वाहन सुख की प्राप्ति हो सकती है। सितम्बर : जो छात्र शोध कार्य में लगे है उन्हें सफलता मिलेगी। इस समय फाइनेंस से जुड़े जातकों के काम को सराहना प्राप्त होगी। अगर आप खिलाड़ी है तो इस समय आपको सम्मानित किया जा सकता है। इस माह आप किसी धार्मिक यात्रा के लिए भी प्रस्थान कर सकते है। अक्टूबर: इस माह आपके प्रेम संबंधों में खटास आ सकती है। आपको अपने जीवनसाथी की भावनाओं का ख्याल रखकर चलना होगा। इस माह विदेशी यात्रा से लाभ होने की उम्मीद है। अपने कारोबार को बढ़ाने के लिए आप विदेश जायेंगे और आपकी मन मुताबिक सफलता भी मिलेगी। नवंबर : ये माह आपके लिए स्वास्थ्य के लिहाज से थोड़ा बेहतर रहने वाला है। आपको समाज में मान सम्मान प्राप्त होगा। समय पर आप एक अलग प्रकार की आध्यात्मिक ऊर्जा से सराबोर रहने वाले है पर आपको थोड़ा अहंकार से बचना होगा। दिसम्बर : आपको धन से जुड़े अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे। किसी बड़े सरकारी पद पर नियुक्त किया जा सकता है। स्त्री जातकों के लिए यह माह बेहद शुभ रहने वाला है। इस माह बड़ी नौकरी मिलने के योग भी बन रहे है।
जनवरी : आपको मित्रों से धोखा प्राप्त हो सकता है। इस समय आपको अपने मित्रों की हर बात पर यकीन नहीं करना है। इस समय आपको उच्च पद की प्राप्ति भी सम्भव है।आपको अपनी मां का सहयोग मिलने वाला है। फरवरी : आपके साहस और पराक्रम में वृद्धि होगी। आपको अपने भाइयों का भी सहयोग प्राप्त होगा। काम के सिलसिले में की गई यात्रा बेहद शुभ फल देने वाली होगी। सरकारी कामों में सफलता मिलेगी। मार्च : इस माह आप कोई सम्पत्ति खरीद सकते हैं। सरकारी नौकरी की राह देख रहे जातकों को इस माह अच्छी खबर मिल सकती है। इस माह परिवार में आपका सम्मान होगा और आपकी मां आपसे बेहद खुश रहेगी। अप्रैल : इस माह आपको धन से जुड़े मामलों में थोड़ी कठिनाई आ सकती है। आप अपनी ही बात को लोगों को समझा नहीं पाएंगे। आपको संतान पक्ष से खुशखबरी मिल सकती है। मई : ये माह वैवाहिक जीवन के लिए सुखमय रहने वाला है। अपने स्वास्थ्य का पूरा ध्यान रखना होगा। प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे जातकों को इस माह अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे। जून: इस माह आपको नौकरी बदलने का प्रस्ताव आ सकता है। जो विद्यार्थी अपने शोध कार्यों के लिए विदेश जाना चाह रहे है उनके लिए उचित समय है। इस माह कारोबारी जातकों को नए काम के अवसर प्राप्त होंगे वही यात्राओ से भी लाभ की गुंजाईश दिखाई पड़ रही है जुलाई : आपको अपने करियर में अच्छी ग्रोथ देखने को मिल सकती है। इस माह आपको अपने मित्रों से कोई बड़ी मदद मिल सकती है। ननिहाल पक्ष से आपको कोई बड़ा गिफ्ट मिल सकता है। अगस्त : आप किसी धधार्मिक यात्रा पर जाकर स्वयं को सहज महसूस करेंगे। यह समय मीडिया, तकनीक और जनसंचार से जुड़े जातकों के लिए भी अच्छा रहने वाला है। इस माह रियल एस्टेट से जुड़े जातकों को बढ़िया मुनाफा होने के योग दिखाई पड़ रहे है। सितम्बर : इस माह की गई मेहनत आपको भविष्य में बेहद अच्छे परिणाम देने वाली होगी। इस समय आपको अपने अहंकार और घमंड पर काबू रखना होगा। अक्टूबर : इस समय आप किसी पुराने भवन को खरीदने में रूचि दिखा सकते है वही आपकी कोई संपत्ति जो बिक नहीं रही थी उसका सौदा हो सकता है। यह माह राजनीति से जुड़े जातकों के लिए भी महत्वपूर्ण रहेगा क्योंकि इस समय उनको नई जिम्मेदारी दी जा सकती है। नवम्बर : विदेश जाने की राह देख रहे जातकों का इंतज़ार पूरा हो सकता है। इस समय आपको विदेश से किसी बड़ी नौकरी का भी ऑफर आ सकता है। सरकारी नौकरी कर रहे जातकों को काम के सिलसिले में यात्राएं करनी होगी जो की भविष्य में आपके लिए उपयोगी सिद्ध होगी। दिसम्बर : संतान पक्ष से कोई अच्छी खबर मिल सकती है। सरकार से जुड़े मामलों में आपको सफलता प्राप्त होगी। धन से जुड़े मामलों में कठिनाई आ सकती है।
जनवरी: आपको परिवार से सहयोग मिलेगा। यह समय आपके जीवनसाथी के माध्यम से धन प्राप्त करवाने वाला हो सकता है। इस समय पूरी निष्ठा से आपको अपने प्रेमी का साथ निभाना होगा। आय के द्वार खुलेंगे। विज्ञान से जुड़े जातक नए अविष्कार की ओर अग्रसर होंगे। शादी के योग बन रहे है । फरवरी : इस समय संतान पक्ष से कोई विवाद हो सकता है। आपको इस समय अपने प्रेमी की भावनाओं का भी सम्मान करना होगा। विदेशी भूमि से आपको लाभ होने की पूरी सम्भावना है। इस समय स्त्री जातकों को कारोबार के सिलसिले में विदेश यात्रा करनी पड़ सकती है। मार्च : अब भाग्य स्थान में होने से आपको धन संचय में मदद होगी। इस समय रेस्टोरेंट,रियल एस्टेट और इंजीनियरिंग से जुड़े जातकों को ना सिर्फ लाभ होगा बल्कि यात्राओं के माध्यम से उच्च पद पर आसीन लोगों से मुलाक़ात भी होगी। अप्रैल : ये माह आपके जीवन में बड़ा बदलाव लेकर के आने वाला है। इस समय पिता की सेहत को लेकर चिंता हो सकती है। प्रेमी जोड़े किसी बात को लेकर गलतफहमी का शिकार हो सकते है। प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे बच्चे थोड़ा परेशान और भटकाव महसूस करेंगे। मई : आपकी किसी सीनियर महिला जातक के सहयोग से अटके हुए काम पूरे होने के संकेत प्राप्त हो रहे है। आपको अपने भाइयों का सहयोग मिलेगा और आप परिवार में किसी मांगलिक कार्य का आयोजन भी करवा सकते है। जून : आपको करियर को लेकर अच्छे परिणाम मिलने वाले है। इस समय आपकी मां की ओर से आपको वाहन सुख की प्राप्ति भी हो सकती है। इस समय आपकी मानसिक शक्ति बढ़ी हुई रहेगी। छात्रों को विदेश जाकर शोध करने का मौका मिलेगा। जुलाई : आपको अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा। आपके उच्च अधिकारियों की आप पर कृपा रहने वाली है। इस समय आपके प्रेम प्रस्ताव स्वीकार किया जाएगा और आप विवाह बंधन में बंध सकते है। इस समय वाहन कंपनी चलाने वाले जातक अपने व्यवसाय में अच्छा मुनाफा प्राप्त करने वाले है। अगस्त : आपकी बहन आपके लिए मददगार साबित होगी। मित्रों की सहायता से कोई बड़ा अनुबंध हाथ लग सकता है। इस समय अगर आप कहीं निवेश करना चाह रहे है तो समय उत्तम रहने वाला है। सरकारी कामकाज से जुड़े जातकों को बड़े आर्डर मिल सकता है। सितम्बर : आपके परिवार में कोई मांगलिक आयोजन हो सकता है। इस माह आप एक अलग प्रकार की ऊर्जा से सराबोर रहने वाले हैं। धार्मिक यात्रा का मौका आपको मिल सकता है। इस समय आप अपनी वाणी के प्रभाव से कारोबार में उन्नति करने वाले हैं। कार्यस्थल पर अधिकारी आपका सहयोग करेंगे। अक्टूबर : इस समय नौकरी में उन्नति होगी। आपकी इच्छा पूर्ति होने का अब समय आएगा। इस माह आपके कई अटके कामों को गति मिलने वाली है। विदेश जाने का मौका मिल सकता है। नवंबर : आपको अपने खर्चों पर नियंत्रण रखना होगा। आपको धन संचय को लेकर परेशान कर सकती है। इस समय परिवार के किसी सदस्य के स्वास्थ्य को लेकर आपका धन खर्च हो सकता है।इस माह कारोबारी जातकों को धन के लेन देन में अतिरिक्त सावधानी रखने की जरूरत होगी। दिसम्बर : इस माह पिता पुत्र के रिश्तों में और मजबूती लाने का समय है। आपको सरकार से लाभ होता हुआ दिखाई देगा। आपकी वाणी में एक अलग प्रकार की मधुरता होगी जो आपको सबका प्यारा बनाने का काम करेगी। स्त्री जातकों के लिए यह माह अपने कारोबार के विस्तार करने का मौका लेकर के आने वाला है।
जनवरी : शैक्षणिक कार्यों के सकारात्मक परिणाम मिलेंगे। धन लाभ के योग हैं। वैवाहिक जीवन आनन्दमय होगा। पिता के तरफ से आर्थिक मदद मिल सकती है। प्यार के रिश्तों में सतर्क रहें। फरवरी : स्वास्थ्य का ख्याल रखें। मौसमी बीमारियों के चपेट में आ सकते हैं। जीवनसाथी से खटपट हो सकती है। सामाजिक कार्यों में रूचि बढ़ेगी। जल्दबाजी में कोई निर्णय न लें। मार्च : संघर्ष के बाद महत्वपूर्ण कार्य संपन्न होगा। सामाजिक पद-प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। पति-पत्नी के बीच चल रही अनबन समाप्त होगी। शेयर मार्केट में निवेश के लिए समय उत्तम नहीं हैं। अप्रैल : कार्यक्षेत्र में सफलता मिलेगी। नौकरी में प्रमोशन या इंक्रीमेंट हो सकता है। भूमि या भवन खरीदने के लिए समय शुभ रहेगा। व्यवसाय में तरक्की होगी। मई : रोमांटिक यात्रा के योग हैं। संतान के तरफ से सुखद समाचार मिलेगा। कानूनी मामलों में जीत होगी। अचानक खर्चों में वृद्धि से आर्थिक स्थिति प्रभावित हो सकती है। जून : प्रतियोगी परीक्षा में सफलता मिलेगी। कार्यक्षेत्र में आ रही रुकावट समाप्त होगी। लंबी यात्रा के योग हैं। जीवनसाथी से राय मशवरा लेने के लिए उत्तम समय हैं। जुलाई : आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। व्यवसाय में लाभ होगा। वाणी पर संयम रखें। ऑफिस में अधिकारियों का सहयोग मिलेगा। शिक्षा को लेकर चिंतित हो सकते हैं। अगस्त : संतान के करियर की चिंता सताएगी। पारिवारिक वातावरण शांत रहेगा। यात्रा में सावधानी बरतें। धन की हानि संभव हैं। कार्यों में रुकावट आएगी। सितंबर : भाग्य का साथ मिलेगा। धन लाभ के योग हैं। मातृसुख का लाभ मिलेगा। घरेलू सुख-साधनों में वृद्धि होगी। नौकरी में प्रमोशन के प्रबल योग हैं। अक्टूबर : इस समय आप करियर को लेकर चिंतित हो सकते हैं। पारिवारिक कलह का सामना करना पड़ सकता है। मानसिक परेशानी बढ़ेगी। खर्चों में वृद्धि होगी। नवंबर : संतान पक्ष से सुखद समाचार मिलेगा। वैवाहिक जीवन कष्टमय होगा। घरेलू खर्चों में वृद्धि होगी। व्यवसाय मंदा रहेगा। कार्यक्षेत्र में कड़ी मेहनत से सफलता मिलेगी। दिसंबर : पारिवारिक जीवन सुखमय होगा। धार्मिक कार्यों में मन लगेगा। पिता के सहयोग से धन लाभ होगा। प्रेम संबंध में एक दूसरे के बीच चल रहा मतभेद दूर होगा।
जनवरी : इस समय आप अपने समाज के लिए कोई बड़ा धार्मिक कार्य का आयोजन भी करवा सकते हैं। आपको धार्मिक यात्रा से लाभ होने की उम्मीद है। नौकरीपेशा लोगों के लिए बढ़िया रहने वाला है। फरवरी : इस माह में आपको भाइयों से सहयोग और अच्छे लाभ के मौके बनाएंगे। इस समय आपके शत्रु आपका कुछ भी नहीं बिगाड़ पाएंगे। पारिवारिक तनाव बढ़ सकते है इस समय आपको अपनी बुद्धि से निर्णय लेंगे होंगे। मार्च : काम के सिलसिले में आपकी यात्रा आपके लिए लाभदायक सिद्ध होगी। सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे जातकों के लिए शुभ रहने वाला है। इस समय आपकी मेहनत का फायदा आपको मिलने वाला है। अप्रैल : फाइनेंस से जुड़े लोगों के लिए यह महीना बदलाव का महीना होगा और आपकी कहीं से बड़ी नौकरी का ऑफर आ सकता है। आपको कपड़े,इत्र और सौंदर्य प्रसाधन से जुड़े कामों में लाभ होगा। कारोबारी महिला वर्ग को बड़े आर्डर मिलेंगे और धन प्रवाह उत्तम रहेगा। मई : इस समय मौसमी बीमारी से आपको खुद को बचाना होगा। इस समय किसी दुर्घटना से आपको नुकसान हो सकता है वहीं भाइयों से विवाद संभव है। कोर्ट केस का निर्णय आपके खिलाफ जा सकता है। जून : धन खर्च का योग बन रहा है। मानसिक तनाव बना हुआ रहेगा। आपको वित्त के मामलों में थोड़ा सुकून मिल जायेगा। आपको मित्रों का भी सहयोग प्राप्त होगा और विद्यार्थी वर्ग को भी प्रतियोगी परीक्षा में सफलता प्राप्त होगी। जुलाई : ये माह व्यापारी वर्ग के लिए शुभ साबित होगा। जो जातक पैतृक व्यापार से जुड़े हुए है उनके काम में उन्नति होगी। पत्नी के माध्यम से आपको धन की प्राप्ति सम्भव है। अगस्त : भाइयों के सहयोग से मन प्रसन्न होगा। इस समय अति उत्साह में कोई भी काम करने से बचे। अगस्त का माह स्वास्थ्य की दृष्टि से थोड़ा प्रतिकूल हो सकता है। सितम्बर : इस समय सरकार से जुड़े लोग आपके लिए लाभदायक रहेंगे। उच्च अधिकारी आपके ऊपर मेहरबान रहेंगे और आपको कोई बड़ा प्रोजेक्ट भी दिया जा सकता है। अक्टूबर : इस समय थोड़ी मानसिक अशांति के साथ अपनी मां की सेहत को लेकर भी आप परेशान हो सकते है। साल के अंत में आपके जीवन में कोई बड़ा बदलाव हो सकता है। नवंबर : ये माह आपके लिए कष्टकारी होगा। इस माह आपको स्त्री जातक से कष्ट की संभावना है। किसी स्त्री के कारण आपको धन हानि हो सकती है वहीं पत्नी के स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा। दिसम्बर : साल के आखिरी माह में आपके धन में वृद्धि और संपत्ति प्राप्ति के योग दिखाई दे रहे है। परिवार में किसी मांगलिक कार्य का आयोजन हो सकता है। आप कठिन से कठिन कार्य को भी हल करने में सक्षम होंगे।
जनवरी : सूर्य आपके अष्टम में होंगे जिसके कारण स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या हो सकती है। इस समय भाई बहनों के साथ कोई विवाद संभव है। आपके भाग्य में वृद्धि होगी। इस माह विदेश जाने का योग भी बन सकता है। फरवरी : आपको पारिवारिक तनाव से मुक्ति मिलेगी। यह समय आपके लिए अटके कार्यों में गति लाने का होगा। इस माह आपको अपने पिता का सहयोग मिलने वाला है। पिता के साथ मतभेद खत्म होंगे और नए काम की शुरुआत हो सकती है। जो विवाहित है वो अपनी पत्नी के माध्यम से कोई बड़ा प्रोजेक्ट हासिल कर सकते है। मार्च : मीडिया, लेखन, जनसंचार से जुड़े जातकों को न सिर्फ लाभ होगा बल्कि आपके द्वारा की गई यात्राएं आपको बेहद लाभ देने वाली होगी। इस समय सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे जातक सफल होंगे और उन्हें नई जोइनिंग भी मिल सकती है। कार्यस्थल पर आपके उच्च अधिकारी आपके कार्य से बेहद प्रसन्न होंगे और आपको सम्मानित भी किया जा सकता है। अप्रैल : आय के एक से अधिक जरिए आपके सामने तैयार होंगे। इस महीने आपको किसी बड़े निवेश में भी सफलता हासिल हो सकती है। भाइयों के साथ तनाव और क्रोध की अधिकता से आपका मन खिन्न रहेगा। भूमि और भवन से जुड़े किसी सौदे में आपको नुकसान हो सकता है। मई : इस माह व्यापार से जुडी यात्रा होगी। आपके परिवार में सुख शांति होगी साथ ही आपके काम में भी आपको तरक्की मिलने की उम्मीद है। इस महीने छात्रों को विदेश जाकर अपने हुनर को निखारने का मौक़ा मिलने वाला है। आपको धन से जुडी थोड़ी समस्या आ सकती है। जून : वाणी की कड़वाहट किसी बनते काम को भी बिगाड़ सकती है। इस समय अवधि में मंगल राहु से चौथा होने के कारण व्यापार में हानि के संकेत दिखाई पड़ रहे है। संयम रखें और पूजा पाठ में ध्यान दें। जुलाई : मिथुन राशि के जातकों के लिए ये माह कई खुशियां लेकर आने वाला है। काम के सिलसिले में की गई यात्राओं से लाभ होने की उम्मीद होगी। सरकारी नौकरी कर रहे जातकों को प्रमोशन मिल सकता है। अगस्त : इस समय रेस्टोरेंट,भवन निर्माण,सेना,पुलिस,इंजीनियरिंग से जुड़े लोगों के साहस में वृद्धि होगी और उन्हें समाज में सम्मान प्राप्त होगा। आप अपने पिता के कार्यो में मदद करने के लिए प्रेरित होंगे। इस माह आपको अपने कार्यों में सहयोग मिलता हुआ दिखाई पड़ रहा है। शिक्षक वर्ग के लिए ये माह लाभदायक सिद्ध होगा। सितम्बर : यह महीना आपके लिए कुल मिलाकर उन्नति दायक रहेगा। गुरु की शुभ दृष्टि के कारण अचानक धन लाभ मिल सकता है। प्रयास करने पर रुका हुआ काम पूरा होगा। परिवार में आनंद और खुशी का माहौल रहेगा। अक्टूबर : अक्टूबर के माह में आपके जीवन में राहु केतु का राशि परिवर्तन एक बड़ा बदलाव लेकर के आएगा। इस समय आपके घर में किसी नन्हे बच्चे की किलकारी गूंज सकती है। राजनीति से जुड़े जातकों को इस माह जबरदस्त सफलता मिलने के योग बन रहे है। इसके अलावा अगर काफी समय से आप अपना मकान लेने की सोच रहे थे तो वो भी सम्भव होगा। नवंबर : आपके साहस और बल में वृद्धि होगी। साल के अंत में आपका वैवाहिक जीवन खुशियों से खिल उठेगा। जीवन में किसी नए प्रेमी का आगमन साल के अंत में हो सकता है दिसम्बर : आपको अब तक की गई मेहनत का फल मिलने वाला है इसलिए अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करें पत्नी के साथ बाहर घूमने जा सकते है। पत्नी का सहयोग मिलेगा।
जनवरी : व्यर्थ के क्रोध और वाद-विवाद से बचें। मानसिक शांति बनाए रखें। कारोबार में सुधार होगा। जीवनसाथी के स्वास्थ्य में सुधार होगा। किसी भी मित्र का सहयोग मिल सकता है। कारोबार के लिए यात्रा हो सकती है। रहन-सहन अव्यवस्थित हो सकता है। कहीं से अचानक धन की प्राप्ति हो सकती है। फरवरी : महीने की शुरुआत में धैर्यशीलता में कमी हो सकती हैं। आत्म संयम बनाए रखें। बातचीत में संतुलित रहें। स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें। खर्चों में वृद्धि होगी। माता के स्वास्थ्य का ध्यान रखने की आवश्यकता है। दिनचर्या अव्यवस्थित हो सकती है। जीवनसाथी के स्वास्थ्य में सुधार होगा। कार्यक्षेत्र में सुधार हो सकता है। मार्च : आत्मविश्वास बना रहेगा। स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहने की आवश्यकता है। मन अशांत रहेगा। नकारात्मक विचारों का प्रभाव भी हो सकता है। धैर्यशीलता में कमी आएगी। परिवार में शांति बनाए रखने का प्रयास करें। कला या संगीत के प्रति रुझान बढ़ सकता है। अप्रैल : महीने की शुरुआत में मन अशांत रहेगा। आत्मविश्वास में कमी आ सकती है। स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहने की आवश्यकता है। शैक्षिक कार्यों में कठिनाई आ सकती है। रहन-सहन कष्टमय हो सकता है। माता के स्वास्थ्य में सुधार होगा। संतान और पिता के स्वास्थ्य का ध्यान रखने की आवश्यकता है। मई : क्रोध के अतिरेक से बचें। मन अशांत रहेगा। आत्मविश्वास में कमी आएगी। किसी संपत्ति से आय के साधन बन सकते हैं। स्वास्थ्य का भी ध्यान रखें। मित्रों से सहयोग मिलेगा। कारोबार पर ध्यान देने की आवश्यकता है। मुश्किलें आ सकती हैं। यात्रा के योग बन रहे हैं। जून : मन में नकारात्मक विचारों का प्रभाव भी हो सकता है। आत्म संयम बनाए रखें। आत्मविश्वास बना रहेगा। परिवार में शांति बनाए रखने का प्रयास करें। अपनी भावनाओं को वश में रखें। किसी बुजुर्ग महिला से धन की प्राप्ति हो सकती है। कार्यक्षेत्र में बदलाव हो सकते हैं। जुलाई : महीने के शुरुआत में मन शांत रहेगा। स्वास्थ्य में सुधार होगा। मन अशांत रहेगा। कारोबार में वृद्धि के लिए भागदौड़ हो सकती है। संपत्ति के वृद्धि के भी योग बन रहे हैं। परिवार में शांति बनाए रखने का प्रयास करें । अगस्त : महीने की शुरुआत में निराशा के भाव मन में आ सकते हैं। आत्मविश्वास में कमी आ सकती है। नौकरी में कार्यक्षेत्र में वृद्धि हो सकती है। परिश्रम अधिक रहेगा। खर्चों में वृद्धि हो सकती है। पिता के स्वास्थ्य का ध्यान रखें। वाहन के रखरखाव पर भी खर्च बढ़ सकते हैं। कारोबार में कठिनाई आ सकती है। सितम्बर : महीने की शुरुआत में मन परेशान हो सकता है। आत्मविश्वास बना रहेगा। मन में नकारात्मक विचारों को न आने दें। परिवार के साथ किसी धार्मिक यात्रा पर जा सकते हैं। धैर्यशीलता में कमी आ सकती है। कारोबार में कठिनाइयां आ सकती हैं। उपहार में वस्त्रों की प्राप्ति हो सकती है। अक्टूबर : मन में नकारात्मकता प्रभाव भी हो सकता है। आत्म संयम बनाए रखें। स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहने की आवश्यकता है। माता के स्वास्थ्य का ध्यान रखें। पिता का सहयोग मिलेगा। वाहन सुख में वृद्धि हो सकती है। किसी मित्र के सहयोग से कारोबार में विस्तार हो सकता है। नवंबर : आत्मविश्वास में कमी होगी। जीवनसाथी के स्वास्थ्य में सुधार होगा। कारोबार में भाग दौड़ हो सकती है। नौकरी में तरक्की के अवसर प्राप्त हो सकते हैं। वाहन की प्राप्ति हो सकती है। पुराने रोग से मुक्ति मिलेगी। दिसम्बर : आत्मविश्वास बना रहेगा। मन परेशान हो सकता है। परिवार का साथ मिलेगा। धैर्यशीलता में कमी आ सकती है। नौकरी में तरक्की के अवसर मिल सकते हैं। अफसरों से सद्भाव बनाकर रखें। वाहन सुख में कमी आएगी। स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहने की आवश्यकता है।
जनवरी: इस माह आप अपने कार्यों में सफलता प्राप्त करेंगे। कार्यक्षेत्र के लिहाज से यह माह आपका अच्छा रहेगा। जिन्हें प्रमोशन का इंतजार है, उन्हें अच्छी खबर मिल सकती है। व्यापर करने वालों के लिए भागदौड़ बनी रहेगी। पारिवारिक दृष्टिकोण से समय अनुकूल ही रहेगा। फ़रवरी: मेष राशि के जातकों के लिए फरवरी माह का पूर्वार्ध उत्तरार्ध के मुकाबले ज्यादा शुभ और सफलता लिए रहेगा। माह की शुरुआत में ही आपको राज्य से लाभ व सम्मान प्राप्त हो सकता है। इस दौरान आपके द्वारा विभिन्न क्षेत्र में किये आर्थिक प्रयास भी सफल रहेंगे। जो लोग किसी परीक्षा-प्रतियोगिता की तैयारी में जुटे हुए हैं, उन्हें भी मनचाही सफलता प्राप्त हो सकती है। मार्च : मेष राशि वालों के स्वास्थ्य के लिए काफी अच्छा रहने वाला है। हालांकि छोटी-मोटी स्वास्थ्य समस्याएं समय रहते परेशान कर सकती हैं। इस माह आय को बढ़ाने के लिए विविध अवसर मिलने की संभावना है। धन और पद में अचानक वृद्धि होने की भी उम्मीद है। हालाँकि, किसी भी प्रकार के बड़े वित्तीय निर्णय लेने से बचें। अप्रैल : धैर्य शीलता में कमी आ सकती है, अपनी भावनाओं को वश में रखें। पारिवारिक जिम्मेदारियां बढ़ सकती हैं। नौकरी में तरक्की के योग बन रहे हैं। आय में वृद्धि होगी, वस्त्रों आदि पर खर्च बढ़ सकते हैं। शैक्षिक कार्यों में व्यवधान आएंगे, संतान को स्वास्थ्य विकार रहेंगे। मानसिक शांति तो रहेगी, लेकिन मन में असंतोष भी रहेगा। मई: नौकरी पेशा लोगों की अपने अधिकारियों से निकटता बढ़ेगी और वे इसका पूरा लाभ उठाने में कामयाब होंगे, लेकिन उत्तरार्ध में कार्यक्षेत्र में आपको ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत रहेगी क्योंकि इस दौरान आपके विरोधी सक्रिय हो सकते हैं और आपको नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर सकते हैं। किसी महिला से वाद-विवाद करने से बचें। करियर-कारोबार को लेकर व्यस्तता रहेगी, लेकिन इन सबके बीच अपने सेहत संबंधी दिक्कतों को भूलकर भी अनदेखी न करें। जून : परीक्षा-प्रतियोगिता की तैयारी में जुटे छात्रों को कठिन परिश्रम करने पर ही सफलता के योग बनेंगे। इधर-उधर की बातों में उलझने की बजाय यदि आप अपने लक्ष्य पर फोकस करेंगे तो सफलता अवश्य मिलेगी। प्रेम संबंध विवाह में तब्दील हो सकते हैं। दांपत्य जीवन में मधुरता बनी रहेगी और कठिन समय में जीवनसाथी का पूरा सहयोग मिलेगा। जुलाई: आत्मविश्वास में वृद्धि होगी, लेकिन आत्मसंयत रहें। अपनी भावनाओं को वश में रखें, माता से धन प्राप्ति के योग बन रहे हैं। दाम्पत्य सुख में वृद्धि होगी, किसी मित्र के सहयोग से रोजगार के अवसर मिल सकते हैं। आय में वृद्धि होगी, परंतु किसी दूसरे स्थान पर जाना पड़ सकता है। आशा-निराशा के मिश्रित भाव मन में रहेंगे, स्वभाव में चिड़चिड़ापन हो सकता है। पारिवारिक जिम्मेदारियां बढ़ सकती हैं, परिवार में मान-सम्मान बढ़ेगा। नौकरी में पदोन्नति के योग बन रहे हैं। अगस्त : मन में शांति व प्रसन्नता के भाव रहेंगे, लेकिन बातचीत में संयत रहें, क्रोध से बचें। शैक्षिक कार्यों के सुखद परिणाम रहेंगे, शोध आदि कार्यों के लिए किसी दूसरे स्थान पर जाना पड़ सकता है। नौकरी में अफसरों का सहयोग मिलेगा, स्थान परिवर्तन हो सकता है। वाणी में कठोरता का भाव रहेगा, बातचीत में संयत रहें। वस्त्रों आदि की ओर रूझान बढ़ेगा, नौकरी में अफसरों का सहयोग मिलेगा, तरक्की के मार्ग प्रशस्त होंगे। आय में वृद्धि होगी, संचित धन भी बढ़ेगा लेकिन किसी दूसरे स्थान पर जाना पड़ सकता है। मित्रों का सहयोग मिलेगा। सितम्बर : मन में निराशा के भाव उत्पन्न हो सकते हैं। माता का सहयोग मिलेगा, नौकरी में परिवर्तन के योग बन रहे हैं। कार्यक्षेत्र में परिवर्तन संभव है, संतान की ओर से सुखद समाचार मिल सकता है। वस्त्रों व गहनों के प्रति रुझान रहेगा। स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें, किसी पुराने मित्र से भेंट हो सकती हैं। आत्मसंयत रहें, वाणी में सौम्यता रखें, परिवार में हंसी खुशी का माहौल बना रहेगा। अक्टूबर : आत्मविश्वास में वृद्धि होगी, कुटुंब परिवार में धार्मिक कार्य होंगे। संतान सुख में वृद्धि होगी, क्रोध से बचें। उच्च शिक्षा एवं शोध आदि कार्यों के लिए विदेश प्रवास की संभावना बन रही है। मन में शांति व प्रसन्नता के भाव रहेंगे, आत्मविश्वास से लबरेज रहेंगे लेकिन अति उत्साही होने से बचें। माता व परिवार की किसी बुजुर्ग महिला से धन की प्राप्ति के योग बन रहे हैं। नवंबर : अटके हुए महत्वपूर्ण कार्यों में सफलता मिलेगी। धर्म-कर्म में रुचि जागेगी और किसी धार्मिक स्थान की यात्रा भी संभव है। नौकरीपेशा लोगों को प्रमोशन और मनचाहा पद मिल सकता है। भूमि, भवन और वाहन आदि सुख-साधनों में वृद्धि होने के योग बन रहे हैं। अचानक से किसी चीज की खरीद में बड़ी धनराशि खर्च करनी पड़ सकती है। छात्रों का मन पढ़ाई से उचट सकता है। दिसम्बर : किसी प्रभावी व्यक्ति से मुलाकात होगी, जिसकी मदद से कोई बड़ा काम बनेगा। किसी वरिष्ठ व्यक्ति की मदद से परिवार में संपत्ति को लेकर चले आ रहे विवाद का निपटारा होगा। व्यापार में अप्रत्याशित लाभ होगा। किसी बड़ी योजना में निवेश भी कर सकते हैं। विदेश से संबंधित कारोबार करने वालों के लिए समय शुभ है।
मेष - आपके प्रतिद्वंदी या विरोधी इस सप्ताह एक्टिव नजर आ सकते हैं, ऐसे में अपने काम से काम रखना ही आपके लिए बेहतर होगा। कारोबारियों के लिए हार्डवेयर के बिजनेस में निवेश का समय चल रहा है, आपको इसी क्षेत्र में पैसा लगा कर कमाई करनी चाहिए। युवाओं को साहस और आत्मविश्वास के बल पर भरपूर सफलता प्राप्त होगी, उन्हें पूरे आत्मविश्वास के साथ काम करना चाहिए। अपने को चुस्त दुरुस्त और फिट बनाए रखने के लिए मॉर्निंग वॉक और योग करना चाहिए। यह एक दिन का काम नहीं बल्कि अपनी दिनचर्या में शामिल करें। वृषभ - इस सप्ताह आप अधिक से अधिक समय अपनी व्यक्तिगत और रुचिकर गतिविधियों में व्यतीत करेंगे। मन को बहुत शांति और राहत मिलेगी। साथ ही इस सप्ताह घर के बड़े सदस्यों के सम्मान पर भी पूरा ध्यान दें। आपकी किसी जिद या अहंकार के कारण मातृ पक्ष से संबंध खराब हो सकते हैं। इस सप्ताह किसी भी नकारात्मक गतिविधि के लिए बच्चों से नाराज होने की अपेक्षा मैत्रीपूर्ण रवैया रखना बेहतर है। बिजनेस पार्टनरशिप को लेकर कोई फैसला लेने के लिए समय ठीक नहीं है। आपके घर का माहौल जल्द से जल्द सामान्य हो जाएगा। इस सप्ताह गैस और कब्ज के कारण कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। मिथुन - इस सप्ताह ग्रहों की स्थिति अनुकूल है। दूसरों की तुलना में अपनी दक्षता और योग्यता में अधिक विश्वास रखें। इससे इस सप्ताह स्थिति बेहतर होगी। कुछ महत्वपूर्ण जानकारी मिलने से समस्या का समाधान हो सकता है। इस सप्ताह नकारात्मक बातों को अपने ऊपर हावी न होने दें। समझ और शांति के साथ अपनी दिनचर्या को व्यवस्थित रखें। पैसों को लेकर किसी करीबी से किसी तरह की अनबन हो सकती है। कार्यक्षेत्र में और काम हो सकता है। आमदनी की स्थिति अच्छी रहेगी। अपनी किसी भी समस्या के बारे में अपने जीवनसाथी या परिवार के सदस्यों को बताएं। इस सप्ताह आप अपनी सेहत के साथ-साथ मेहनत का भी ख़्याल रखें। कर्क - जो लोग नौकरी की तलाश कर रहे हैं वे लापरवाही कतई न करें और पूरे मनोयोग से कंपटीशन की तैयारी करे। एडवरटाइजिंग कंपनी चलाने वाले कारोबार के बढ़े हुए ग्राफ को देख कर प्रसन्नता अनुभव करेंगे. युवा इस सप्ताह अपनी उपलब्धियों को देख कर प्रसन्न रहेंगे, उन्हें कोई अपेक्षित उपलब्धि प्राप्त हो सकती है। परिवार में सदस्यों के साथ तालमेल काफी अच्छा रहेगा। कमजोरी और थकान महसूस हो रही तो सारे काम छोड़कर सिर्फ आराम करना आपके लिए लाभकारी रहेगा। सप्ताह के मध्य में अपनों का साथ मिलेगा, बिगड़े संबंधों में सुधार होगा तो सभी को अच्छा लगेगा। सिंह - ऑफिशियल कार्य प्लानिंग के साथ करना चाहिए तभी वह व्यवस्थित ढंग से पूरा होगा, सप्ताह के मध्य में प्रमोशन का योग बनेगा। कारोबारी पार्टनरशिप के लिए यह समय बिल्कुल उपयुक्त है, संभव हो तो संतान को व्यापार के साथ जोड़ें। युवाओं द्वारा नॉलेज बढ़ाने के लिए सप्ताह के अंत तक स्थितियां और भी प्रबल हो जाएगी। काम बन सकता है। परिवार में बड़े भाई का स्वास्थ्य गड़बड़ है तो सप्ताह के अंत तक उन्हें लाभ मिलने की संभावना है। कन्या - कन्या राशि के लोग यदि नौकरी बदलने का विचार कर रहे हैं तो इस समय बदलाव कर सकते हैं, ऐसे में अच्छे ऑफर पर गौर करें। कारोबारियों को व्यापार में अच्छा लाभ मिलेगा और 24 मई के बाद से ब्रिकी भी बढ़ेगी जो स्वतः लाभ देगी। अपनों से परायों जैसा व्यवहार युवाओं के मन को व्यथित कर सकता है, आप कर भी क्या सकते हैं। परिवार में संतान का स्वास्थ्य बिगड़ सकता है जिसको लेकर चिंता बनी रहेगी। इस सप्ताह सेहत को लेकर स्थितियां उतार चढ़ाव वाली रहेंगी कभी ठीक महसूस करेंगे तो कभी बीमार। तुला - कार्यस्थल पर नए लक्ष्य प्रस्तुत होंगे, उनके परिप्रेक्ष्य में नए विचारों व कार्यशैली से सामंजस्य बिठाएंगे। सहज भाव से रचनात्मक दिशा में बढ़ें। परिस्थितियों का पुन: आकलन करेंगे। पुराने विचारों व पूर्वाग्रहों से दूरी बनाएंगे। निजी संबंधों में असमंजस उत्पन्न होने पर विनोदी स्वभाव के साथ नई शुरुआत करें। परिवर्तन का विरोध करने के बजाय अनुभवों से सीख लेकर नए अवसरों की दिशा में बढ़ें। रचनात्मक दिशा में कदम बढ़ाएंगे। चुनौतियों को स्वीकार करें वृश्चिक - यह सप्ताह आपके लिए खुशियां लेकर आएगा. परिवार में कोई तनाव होगा तो अभी आपको उससे मुक्ति मिलेगी और आप कुछ नया सोचेंगे। प्रेम जीवन बिता रहे लोग इस सप्ताह पूरी तरह रोमांटिक होंगे और उनका रोमांस साफ नजर आएगा। वे अपने प्रिय को अपनी नजरों के सामने रखने का कोई भी मौका हाथ से नहीं जाने देंगे। विवाहितों का गृहस्थ जीवन अच्छा रहेगा। आपका जीवनसाथी आपको कुछ महत्वपूर्ण सलाह देगा, जो आपके बहुत काम आएगा। व्यापारियों का दिमाग बहुत अच्छे से चलेगा और आपको लाभ मिलेगा। नौकरीपेशा लोगों के लिए यह सप्ताह अच्छा रहने वाला है। काम में तेजी आएगी। प्रॉपर्टी खरीदने में आपको सफलता मिलने के प्रबल योग बनेंगे धनु - यह सप्ताह मध्यम रूप से फलदायक रहेगा। विवाहितों का गृहस्थ जीवन सामान्य रहेगा। प्रेम जीवन बिता रहे लोगों को अपने बीच चली आ रही गलतफहमी को दूर कर इस सप्ताह प्रेम को बढ़ाने की कोशिश करनी चाहिए। आपको काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा, लेकिन आप उनसे घबराएंगे नहीं, बल्कि और मेहनत कर आगे बढ़ेंगे। अभी आपकी रिस्क लेने की क्षमता बढ़ेगी। इससे आपको व्यापार में अच्छे नतीजे मिलेंगे। नौकरीपेशा लोगों को भी इस सप्ताह काफी कुछ मिलेगा, लेकिन घर की कुछ जिम्मेदारियां आपका ध्यान आकर्षित करेंगी और उनके लिए आपको समय निकालना पड़ेगा। मकर - इस सप्ताह परिवार और वित्त से जुड़े कार्यों से सकारात्मक परिणाम प्राप्त होंगे। इस सप्ताह जारी उथल-पुथल से भी राहत मिल सकती है। अनुभवी और धार्मिक लोगों के साथ कुछ समय बिताने से आपकी सोच में सकारात्मक बदलाव आएगा। इस सप्ताह पड़ोसियों के साथ संबंधों में मतभेद न पैदा होने दें। धैर्य और संयम से स्थिति को संभालें। घर में किसी इलेक्ट्रॉनिक वस्तु को नुकसान होने से उच्च लागत हो सकती है। किसी अजनबी के साथ व्यवहार करते समय सावधानी बरतें। घर की व्यवस्था को लेकर पति-पत्नी के बीच विवाद हो सकता है। इस सप्ताह आपका स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। कुंभ - अधिकांश समय निजी और पारिवारिक कार्यों को पूरा करने में व्यतीत होगा। किसी करीबी रिश्तेदार के साथ चल रहा विवाद आपकी मेहनत पर पानी फेर देगा। कुछ समय रुचि के कार्यों में व्यतीत करने से शांति और शांति प्राप्त होगी। समय के परिवर्तन के कारण इस सप्ताह अपनी दिनचर्या में सुधार करना आवश्यक है। कोई करीबी रिश्तेदार इस सप्ताह आपकी गतिविधियों में कुछ व्यवधान पैदा कर सकता है। इस सप्ताह बच्चों के साथ कुछ समय बिताने से उनका आत्मविश्वास बढ़ेगा। मीडिया और ऑनलाइन गतिविधियों के बारे में अधिक से अधिक जानकारी प्राप्त करने का प्रयास करें। शादी में गलतफहमियां न रखें। मौजूदा स्थिति में सकारात्मक रहने के लिए विशेषज्ञों की सलाह पर ध्यान दें। मीन - सकारात्मक रहने के लिए कुछ समय धार्मिक और आध्यात्मिक गतिविधियों में बिताएं। यह आपके व्यक्तित्व और निर्णय लेने की आपकी क्षमता में भी सुधार करेगा। अन्य लोगों के साथ बहस में न पड़ें। नहीं तो बैठने में परेशानी हो सकती है। किसी प्रोजेक्ट की असफलता से विद्यार्थी थोड़ा निराश महसूस करेंगे। आर्थिक रूप से यह सप्ताह आपके लिए अच्छा रहेगा। इस सप्ताह पति-पत्नी एक-दूसरे के रिश्ते में मतभेद नहीं रखते। ज्यादा काम करने से मांसपेशियों और सर्वाइकल दर्द बढ़ सकता है।
मेष सप्ताह की शुरुआत कार्यों में रही किसी बड़ी अड़चन के दूर होने के साथ होगी। अटके हुए महत्वपूर्ण कार्यों में सफलता मिलेगी या फिर उसमें प्रगति होगी। धर्म-कर्म में रुचि जगेगी और किसी धार्मिक स्थान की यात्रा भी संभव है। नौकरीपेशा लोगों को प्रमोशन और मनचाहा पद मिल सकता है। भूमि, भवन और वाहन आदि सुख-साधनों में वृद्धि होने के योग बन रहे हैं। सप्ताह के मध्य में जीवनसाथी की सेहत कुछ नरम रह सकती है। अचानक से किसी चीज की खरीद में बड़ी धनराशि खर्च करनी पड़ सकती है। छात्रों का मन पढ़ाई से उचट सकता है। सप्ताह के अंत में परिवार के संग समय बिताने का मौका मिलेगा। प्रेम संबंधों में मजबूती आयेगी। वृष वृष राशि के जातकों को इस सप्ताह अपने क्रोध पर नियंत्रण रखने की जरूरत रहेगी। बात से ही बात बनेगी और बात से ही बात बिगड़ेगी, ऐसे में किसी भी सूरत में अपना आपा न खोएं। नौकरीपेशा लोगों पर कामकाज का ज्यादा बोझ रहेगा। जरूरत से ज्यादा भागदौड़ अधिक करनी पड़ सकती है। स्त्रियों से विशेष रूप से सावधान रहें। किसी स्त्री के कारण अपयश हो सकता है। यदि किसी बड़ी योजना पर धन निवेश करने की सोच रहे थे तो थोड़ा इंतजार करना बेहतर रहेगा। किसी शुभचिंतक की सलाह पर ही कोई बड़ा फैसला लें। सप्ताह के मध्य में सेहत को लेकर सतर्क रहें। नेत्र कष्ट या फिर हड्डियों से जुड़े रोग उभर सकते हैं। इस दौरान अनावश्यक चीजों पर खर्च हो सकता है। मिथुन मिथुन राशि के जातकों को इस सप्ताह आय कम और खर्च ज्यादा रहेगा। भाई-बहनों से किसी बात को लेकर तकरार हो सकती है। नौकरीपेशा लोगों को कठिन परिश्रम के पश्चात ही कार्यों में सफलता मिलेगी। धन के लेन-देन में खूब सावधानी रखने की जरूरत है। किसी कार्य योजना के लिए धन उधार लेने से पूर्व खूब सोच विचार कर लें। सप्ताह के अंत में हालात में कुछ सुधार होगा। नए व्यापारिक संबंध बनेंगे, जिनसे भविष्य में लाभ होगा। संतान पक्ष से सुखद समाचार मिल सकता है। जीवनसाथी का पूरा सहयोग मिलेगा। किसी मित्र या स्वजन के माध्यम से प्रेम संबंधों में पनपी गलत फहमियां दूर होंगी। महिलाओं का परोपकारी एवं धार्मिक कार्यों के प्रति मन लगेगा। कर्क रोजी-रोजगार के लिए भटक रहे लोगों की नए अवसर प्राप्त हो सकते हैं। नये कार्यों की योजना बनेगी। संपत्ति से संबंधित मामलों में विशेष रूप से लाभ होगा। कोर्ट-कचहरी में चल रहा मामला में आपको बड़ी सफलता मिल सकती है। सप्ताह के मध्य में कुछ ऐसे नए एवं महत्वपूर्ण निर्णय ले सकते हैं, जो भविष्य में काफी लाभप्रद साबित होंगे। व्यापार में अप्रत्याशित लाभ के योग बनेंगे। सप्ताह के अंत में अचानक से कोई यात्रा करनी पड़ सकती है। यात्रा खर्चीली और थकान भरी होगी। इस दौरान सेहत का विशेष ख्याल रखें। सप्ताह के अंत में छात्रों को असमंजस की स्थिति का सामना करना पड़ सकता है। परिवार के किसी सदस्य की सेहत को लेकर मन चिंतित रहेगा। स्वयं की सेहत का भी विशेष ध्यान रखने की जरूरत रहेगी। सिंह इस सप्ताह छोटी-मोटी बातों को नजरअंदाज करने की जरूरत रहेगी, अन्यथा सालों से बने संबंध टूट सकते हैं। कार्यक्षेत्र में सहयोगियों को साथ लेकर चलने पर ही सफलता के योग हैं। सप्ताह की शुरुआत में अपनी सेहत का विशेष ध्यान रखें। श्वसन संबंधी समस्याएं पैदा हो सकती हैं। सप्ताह के मध्य में अत्यधिक खर्चे से मन अशांत रहेगा। वहीं सप्ताह के अंत में किसी वरिष्ठ की मदद कार्यों में अड़चनें दूर होंगी। व्यवसाय में लाभ एवं बढ़ोत्तरी के अवसर प्राप्त होंगे। सुदूर यात्रा के भी योग बनेंगे। किसी पर्वतीय क्षेत्र में या धर्म स्थान पर अचानक जाना पड़ सकता है। संतान पक्ष से सुखद समाचार मिलने पर घर में खुशी का माहौल रहेगा। कन्या कन्या राशि के जातकों के लिए यह सप्ताह भाग्यवर्धक है। सप्ताह की शुरुआत में किसी प्रभावी व्यक्ति से मुलाकात होगी, जिसकी मदद से कोई बड़ा काम बनेगा। किसी वरिष्ठ व्यक्ति की मदद से परिवार में संपत्ति को लेकर चले आ रहे विवाद का निपटारा होगा। व्यापार में अप्रत्याशित लाभ होगा। किसी बड़ी योजना में निवेश भी कर सकते हैं। विदेश से संबंधित कारोबार करने वालों के लिए समय शुभ है। सप्ताह के मध्य में अपनी चीजों को लेकर सतर्क रहने की जरूरत रहेगी। विशेष तौर पर नये वाहन की सुरक्षा करें एवं वाहन धीमें चलाएं। दांपत्य जीवन में मधुरता बनी रहेगी। प्रेम संबंध विवाह में तब्दील हो सकते हैं। सप्ताह के अंत में संतान पक्ष से मानसिक कष्ट हो सकता है। तुला इस सप्ताह आपके सामने कुछ चुनौतियां आयेंगी लेकिन आप अपनी सूझबूझ से उनसे पार पाने में सफल होंगे। माता-पिता या किसी मित्र की मदद से कोई अटका कार्य पूरा होगा। धन लाभ एवं पारिवारिक सुख में बढ़ोत्तरी होगी। नौकरीपेशा लोगों का तबादला हो सकता है। कामकाजी महिलाओं के लिए समय अनुकूल रहेगा। कार्यक्षेत्र में आपको प्रशंसा और प्रमोशन मिल सकता है। इस दौरान रोजी-रोजगार की दिशा में किए गये प्रयास सफल होंगे। छोटी दूरी की यात्रा हो सकती है। यात्रा सुखद और लाभदायक होगी। घर के किसी सदस्य या मित्र की मदद से मनचाहा जीवनसाथी मिल सकता है। महिलाओं की धार्मिक कार्यों में रुचि बढ़ेगी। जीवनसाथी की सेहत का ख्याल रखें। वृश्चिक वृश्चिक राशि के लिए यह सप्ताह अत्यंत ही सुखद साबित होने जा रहा है। परिवार में किसी धार्मिक कार्य के संपन्न होने से मन में शांति और खुशी प्राप्त होगी। किसी कार्य विशेष के लिए किए गये प्रयास सफल होंगे। व्यवसाय में अप्रत्याशित लाभ होगा। नौकरी प्राप्त करने की दिशा में चल रहे प्रयास सफल होंगे। ऑफिस में वरिष्ठ अधिकारियों का सहयोग रहेगा। सप्ताह के मध्य में यात्रा के प्रबल योग हैं। ऐसे में कोरोना काल को देखते हुए अपनी सेहत और सामान दोनों का विशेष ध्यान रखें। दांपत्य जीवन में जीवनसाथी की अपेक्षाओं की अनदेखी न करें। घर हो या बाहर अपनी मूल्यवान चीजों का विशेष रूप से ख्याल रखें। किसी मित्र के साथ लंबे समय से चली आ रही मित्रता प्रेम में बदल सकती है। धनु करियर और कारोबार की दृष्टि से यह सप्ताह धनु राशि के जातकों के लिए नये अवसर लेकर आ रहा है। पूर्व में सोची हुई योजनाओं में सफलता मिलेगी। कारोबार में लाभ व उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। किसी आत्मीय जन की मदद से लंबे समय से पारिवारिक सदस्यों के साथ चली आ रही कोई बड़ी गलतफहमी के दूर होगी। परिजन आपके प्रेम संबंधों पर विवाह की मुहर लगाने को तैयार हो जाएंगे। सप्ताह के अंत में घर में होने वाले मांगलिक कार्यों से मन शांत रहेगा। छात्रों और युवाओं को करियर बनाने की दिशा में बड़ी उपलब्धि हासिल होगी। बदलते मौसम में सावधानी रखें अन्यथा सेहत संबंधी समस्याएं पैदा हो सकती हैं। मंगलवार के दिन किसी भी प्रकार का लेन-देन करने से बचें। किसी से भूलकर भी धन उधार न लें। मकर मकर राशि के जातकों पर इस सप्ताह आलस्य हावी हो सकता है। जिसके चलते हाथ आये अवसर से हाथ खो सकते हैं। लाभ एवं उन्नति के पर्याप्त अवसर के बावजूद समुचित लाभ नहीं उठा पायेंगे। कामकाज संबंधी निर्णयों में देरी के चलते नुकसान उठाना पड़ सकता है। सप्ताह के मध्य में छुपे हुए शत्रुओं से सतर्क रहने की आवश्यकता है। विरोधी आपके लिए षड़यंत्र रच सकते हैं। किसी भी कागज पर हस्ताक्षर करने से पहले ठीक से जरूर पढ़ें और किसी को कोई ऐसा वादा न करें जिसे आपको भविष्य में पूरा करने में परेशानी उठानी पड़े। जीवनसाथी की सेहत को लेकर चिंता बनी रहेगी। खान-पान का विशेष ध्यान रखें। युवाओं का समय मध्यम है। प्रेम संबंधों में सोच-समझकर ही कदम आगे बढ़ाएं। कुंभ यह सप्ताह राजनीति से जुड़े लोगों के लिए विशेष रूप से शुभ है। भाग्य का पूरा साथ मिलेगा और लंबे समय से अटके काम पूरे होंगे। छात्रों को परीक्षा-प्रतियोगिता से जुड़ी कोई शुभ सूचना प्राप्त होगी। व्यवसाय में अपेक्षा से अधिक लाभ प्राप्त होगा। विभिन्न स्रोतों से आये के अवसर बनेंगे। गृहस्थ जीवन में संपन्नता आयेगी। पत्रकारिता, शिक्षा, लेखन आदि के क्षेत्र से जुड़े लोगों को मान-सम्मान प्राप्त होगा। सप्ताह के मध्य में धार्मिक कार्यों में अधिक समय व्यतीत होगा। परिवार में किसी मांगलिक कार्य के संपन्न से हंसी खुशी का माहौल रहेगा। किसी मित्र या रिश्तेदार से लंबे समय बाद मुलाकात होगी। सप्ताह के अंत में महिलाओं को खुद की सेहत या फिर किसी बात को लेकर मन चिंतित रहेगा। मीन इस सप्ताह मीन राशि के जातकों को परिस्थिति के साथ तालमेल बिठाते हुए आगे बढ़ने की जरूरत रहेगी। संपत्ति से जुड़े विवादों को कुछ दिनों के लिए टाल दें। कार्यों में कुछ अड़चनों के बावजूद सफलता प्राप्त होगी। सामाजिक एवं धार्मिक आयोजनों में मान-सम्मान प्राप्त होगा। भविष्य की योजना को लेकर धन निवेश कर सकते हैं। हालांकि धन निवेश करने से पहले किसी अनुभवी व्यक्ति या शुभचिंतक की सलाह लेना उचित रहेगा। सप्ताह के अंत में युवाओं को खुशियां मनाने के तमाम अवसर मिलेंगे। दोस्तों परिजनों के साथ मौज-मस्ती करते हुए समय बीतेगा। दांपत्य जीवन में किसी बात को लेकर अनबन हो सकती है। प्रेम संबंधों में किसी तीसरे व्यक्ति के दखल से मन में तनाव बना रहेगा। सेहत को लेकर सावधान रहें। पेट और जोड़ों से संबंधित परेशानियां हो सकती हैं।
1-मेष राशि : सगे-संबंधियों और इष्ट-मित्रों के साथ सहयोगात्मक व्यवहार बनेगा। कार्यक्षेत्र में सहयोग मिलेगा। हालांकि इस दौरान गुप्त शत्रुओं से सावधान रहना होगा। विरोधी पक्ष से समझौता करते समय भी खूब सावधानी बरतें। आर्थिक मामलों में योजनाबद्ध तरीके से आगे बढ़ना उचित रहेगा। परिवार से जुड़े किसी महत्वपूर्ण फैसला लेने में परिजन आपके साथ खड़े होंगे। परीक्षा-प्रतियोगिता की तैयारी में जुटे लोगों को कठिन परिश्रम की आवश्यकता रहेगी। प्रेम संबंधों में सावधानी के साथ कदम आगे बढ़ें और अपने प्रेम का प्रदर्शन करने से बचें। दांपत्य जीवन में मधुरता बनी रहेगी। 2-वृष राशि : अपनी महत्वाकांक्षाओं पर नियंत्रण बना कर रखना होगा। रोजगार की दिशा में प्रयास कर रहे लोगों को संघर्ष के बाद ही सफलता के संकेत मिल रहे हैं। इस दौरान व्यवसायियों को बाजार में फंसा धन निकालने में मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा। किसी भी योजना में निवेश करते समय अत्यंत सावधानी बरतें। कार्यक्षेत्र में सहयोग मिलेगा। इस दौरान धार्मिक कार्यों में खूब मन लगेगा। संपत्ति के क्रय-विक्रय के लिए किये जा रहे प्रयास सार्थक साबित होंगे। परीक्षा-प्रतियोगिता की तैयारी में जुटे लोगों को कोई शुभ समाचार प्राप्त होगा। 3-मिथुन राशि : रोजगार की दिशा में किये जा रहे प्रयासों में सफलता मिलेगी। कार्यक्षेत्र में बदलाव के योग बनेंगे। प्रमोशन या ट्रांसफर की भी संभावना है। कोई भी बड़ा निर्णय लेते समय अपने शुभचिंतकों या इष्ट-मित्रों की राय की अनदेखी करने की भूल न करें। कारोबार को लेकर पूर्व में सही समय और सही दिशा में लिया गया फैसला आपके लिए लाभकारी साबित होगा। आय के नये स्रोत बनेंगे। परिवार में मांगलिक, धार्मिक कार्य संपन्न हो सकते हैं। किसी के बहकावे आदि में न आयें। वैवाहिक जीवन सुखमय बना रहेगा। महिलाओं की धार्मिक कार्यों में रूचि बढ़ेगी। 4-कर्क राशि : पारिवारिक मामलों को सुलझाने के लिए स्वजनों का साथ न मिल पाने पर मन थोड़ा खिन्न रहेगा। कार्यक्षेत्र में भी विरोधी सक्रिय रहेंगे। विभाग अथवा स्थान परिवर्तन संभव है। जीवनसाथी के साथ लंबी दूरी की यात्रा संभव है। अनचाही लंबी दूरी की यात्रा संभव है। यात्रा के दौरान सेहत और सामान दोनों का पूरा ख्याल रखें। इस दौरान अचानक बड़े खर्च आ सकते हैं, जिससे बजट बिगड़ सकता है। 5-सिंह राशि : पेशेवर और व्यावसायिक जीवन में चीजें पक्ष में आएगी। बाजार में फंसा हुआ धन अप्रत्याशित रूप से निकल आएगा। कामकाज के सिलसिले में लंबी या छोटी दूरी की यात्रा संभव है। यात्रा सुखद एवं लाभदायक साबित होगी। इस दौरान परिवार में कोई मांगलिक कार्य संपन्न होगा। प्रेम संबंधों में आ रही सभी अड़चनें दूर होंगी। संतान पक्ष से कोई सुखद समाचार मिलेगा और उससे समाज में आपका मान-सम्मान बढ़ेगा। खान-पान का विशेष ख्याल रखें। पेट संबंधी परेशानियां हो सकती हैं। 6-कन्या राशि : अपनी भावनाओं पर पूरी तरह नियंत्रण रखना होगा। भावनाओं में बहकर या संकोचवश किसी से कोई ऐसा वादा करने से बचें, जिसे भविष्य में पूरा करने पर आपको परेशानी का सामना करना पड़े। कार्यक्षेत्र में सहयोगियों के साथ तालमेल बनाने की बहुत जरूरत रहेगी। किसी के प्रति नकारात्मक सोच लाने से बचें। इस दौरान आर्थिक मामलों में पूंजी निवेश सोच-समझकर करें। पारिवारिक सदस्यों के साथ किसी महत्वपूर्ण विषय पर सहमति बन जाने पर आप राहत की सांस लेंगे। छोटे भाई-बहनों से यथा संभव सुख, सहयोग प्राप्त होता रहेगा। असमंजस की स्थिति में चीजों को सही समय आने तक के लिए टालना उचित रहेगा। 7-तुला राशि: अपनी वाणी और व्यवहार पर पूरी तरह से नियंत्रण रखना होगा। स्वयं के भीतर अत्यधिक आक्रामकता महसूस कर सकते हैं। इस दौरान किसी के साथ ऐसा व्यवहार न करें जो स्वयं के लिए पसंद नहीं है। विशेष तौर पर किसी के साथ हंसी-मजाक करते समय इस बात का पूरा ख्याल रखें। कार्यक्षेत्र में संघर्ष के बाद सफलता प्राप्त होने के योग बनेंगे। धन के लेन-देन में आवश्यक सावधानी बरतें। भूमि, वाहन, भवन आदि के क्रय विक्रय के लिए यह मास, सामान्य सुख कारक रहेगा। इस संबंध में कुछ भागदौड़ आदि करनी पड़ेगी। दांपत्य जीवन में मधुरता बनी रहेगी। कठिन समय में जीवनसाथी का पूरा साथ मिलेगा। 8-वृश्चिक राशि: कामकाज के सिलसिले में अधिक भागदौड़ करनी पड़ सकती है। इस दौरान घर और बाहर दोनों जगह किसी बड़े फैसले को लेते समय खुद को असमंजस की स्थिति में पाएंगे। ऐसी स्थिति में कोई बड़ा निर्णय लेने की बजाय उसे कुछ दिनों के लिए टाल देना बेहतर रहेगा। किसी के साथ अधिक तर्क-वितर्क करने से बचें और अपना व्यवहार सकारात्मक रखने का प्रयास करें। संतान पक्ष को लेकर मन चिंतित रहेगा। बड़े व्यापारियों के मुकाबले छोटे व्यवसाय करने वालों का समय थोड़ा बेहतर रहेगा। सुख-समृद्धि को बनाए रखने के लिए जीवनसाथी के साथ बेहतर तालमेल बनाकर चलें। 9-धनु राशि : कार्यक्षेत्र में नई जिम्मेदारियां मिल सकती हैं, जिससे भागने की बजाय आपको उसके बेहतर तरीके से करके पूरी करके दिखाना चाहिए। इसके माध्यम से आप लोगों को अपनी क्षमता का लोहा मनवा सकते हैं। विदेश से जुड़े कारोबार करने वाले लोगों को अप्रत्याशित लाभ की प्राप्ति होगी। पूर्व में किसी योजना में किए गए निवेश का लाभ प्राप्त होगा। पिकनिक या टूरिज्म के लिए परिवार के साथ लंबी या छोटी यात्रा संभव है। जीवनसाथी के साथ सुखद समय बिताने के कई अवसर प्राप्त होंगे। 10-मकर राशि: किसी बात को लेकर छोटे भाई-बहनों के साथ गलतफहमियां पनप सकती हैं। विवाद चाहे घर का हो या फिर बाहर का उसे सुलझाते समय विवाद की बजाय संवाद का सहारा लेना होगा। करिअर या कारोबार में मनचाही सफलता न मिल पाने के चलते मन थोड़ा खिन्न रहेगा। सेहत की दृष्टि से आपको इस माह काफी सतर्क रहने की आवश्यकता है। कोई पुरानी बीमारी एक बार फिर उभर सकती है। परीक्षा-प्रतियोगिता की तैयारी में जुटे छात्रों को कठिन परिश्रम करने पर ही सफलता के योग बनेंगे। 11-कुंभ राशि : करियर और कारोबार की दिशा में किये गये प्रयासों में सफलता मिलने से मन प्रसन्न रहेगा। इस दौरान कार्यस्थल पर सीनियर और जूनियर आपके कामकाज की तारीफ करते नजर आएंगे। इस दौरान सत्ता पक्ष से लाभ प्राप्ति के योग बनेंगे। संतान पक्ष की किसी बड़ी उपलब्धि से समाज में मान-सम्मान बढ़ेगा। गुप्त शत्रुओं से सतर्क रहें, अन्यथा बने-बनाए काम बिगड़ भी सकते हैं। दांपत्य जीवन में मधुरता बनी रहेगी। हालांकि जीवनसाथी की सेहत को लेकर मन थोड़ा चिंतित रह सकता है। 12-मीन राशि: पैतृक संपत्ति या भूमि-भवन से जुड़े मामलों में सफलता हाथ लग सकती है। इस दौरान धन-धान्य और अचल संपत्ति की प्राप्ति के योग बन रहे हैं। घर में भाई-बहनों और परिजनों का तो वहीं कार्यक्षेत्र में सीनियर और जूनियर का पूरा सहयोग मिलेगा। इष्ट मित्रों की मदद से अटके हुए प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाने में कामयाब होंगे। सुख-सुविधाओं से जुड़ी चीजों पर खुले हाथ से खर्च करेंगे। अपनी सेहत और सामान दोनों की विशेष रूप से सुरक्षा करनी होगी। दांपत्य जीवन को मधुर बनाए रखने के लिए जीवनसाथी की भावनाओं को नजरअंदाज करने से बचना होगा।
मेष राशि-धैर्यशीलता में कमी आ सकती है, अपनी भावनाओं को वश में रखें। पारिवारिक जम्मिेदारियां बढ़ सकती हैं। नौकरी में तरक्की के योग बन रहे हैं। आय में वृद्धि होगी, वस्त्रों आदि पर खर्च बढ़ सकते हैं। शैक्षिक कार्यों में व्यवधान आएंगे, संतान को स्वास्थ्य विकार रहेंगे। मानसिक शांति तो रहेगी, लेकिन मन में असंतोष भी रहेगा। घर परिवार में धार्मिक कार्य होंगे, वस्त्रादि उपहार में प्राप्त हो सकते हैं। अनियोजित खर्चों में वृद्धि होगी। जीवनसाथी से धन की प्राप्ति हो सकती है, यात्रा लाभप्रद रहेगी। वृष राशि-वृष राशि के जातकों के लिए यह सप्ताह मिलाजुला साबित होगा। सप्ताह के पूर्वार्ध में इष्ट मित्रों के सहयोग से महत्वपूर्ण कार्यों में सफलता मिलेगी। अचानक से लंबी या छोटी दूरी की यात्रा का भी योग बनेगा। यात्रा सुखद एवं लाभदायक होगी। नौकरीपेशा लोगों की अपने अधिकारियों से निकटता बढ़ेगी और वे इसका पूरा लाभ उठाने में कामयाब होंगे लेकिन उत्तरार्ध में कार्यक्षेत्र में आपको ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत रहेगी क्योंकि इस दौरान आपके विरोधी सक्रिय हो सकते हैं और आपको नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर सकते हैं। किसी महिला से वाद-विवाद करने से बचें। करियर-कारोबार को लेकर व्यस्तता रहेगी, लेकिन इन सबके बीच अपने सेहत संबंधी दिक्कतों की भूलकर भी अनदेखी न करें। प्रेम अथवा वैवाहिक संबंधों के प्रति ईमानदार रहें, अन्यथा यह आपके पार्टनर के साथ बहुत बड़े विवाद की वजह बन सकता है। अविवाहित लोगों का विवाह तय हो सकता है। मिथुन राशि-अपनी भावनाओं में वश में रखें, आत्म संयत रहें। संतान की ओर से सुखद समाचार मिल सकता है। शैक्षिक व बौद्धिक कार्यों से यश व मान-सम्मान में वृद्धि होगी। परिवार में शांति रहेगी, वाहन सुख में वृद्धि होगी। परिवार के साथ किसी धार्मिक स्थान की यात्रा पर जा सकते हैं। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी लेकिन क्रोध की भी अधिकता रहेगी। जीवनसाथी से वैचारिक मतभेद हो सकते हैं। माता का सानिध्य व सहयोग मिलेगा। राजनीतिक महत्वाकांक्षा की पूर्ति होगी। कर्क राशि-कर्क राशि के जातकों को इस सप्ताह दिल के साथ दिमाग का समन्वय करके ही कोई फैसला लेना चाहिए। विशेष तौर पर धन के लेन-देन करते समय विवेक का पूरा इस्तेमाल करें, अन्यथा बाद में पछताना पड़ सकता है। सप्ताह की शुरुआत में किसी के पचड़े में फंसने की बजाय अपने काम से काम रखने की जरूरत रहेगी, अन्यथा आपको मन और धन दोनों से ही परेशान होना पड़ सकता है। इस दौरान मन किसी अनजान भय को लेकर डरा रहेगा। नौकरीपेशा लोगों का समय मध्यम है। परीक्षा-प्रतियोगिता की तैयारी में जुटे छात्रों को कठिन परिश्रम करने पर ही सफलता के योग बनेंगे। इधर-उधर की बातों में उलझने की बजाय यदि आप अपने लक्ष्य पर फोकस करेंगे तो सफलता अवश्य मिलेगी। प्रेम संबंध विवाह में तब्दील हो सकते हैं। दांपत्य जीवन में मधुरता बनी रहेगी और कठिन समय में जीवनसाथी का पूरा सहयोग मिलेगा। माता की सेहत को लेकर मन चिंतित रहेगा। सिंह राशि-माता का सानिध्य व सहयोग मिलेगा, बातचीत में संयत रहें। वाणी में कठोरता के भाव रहेगा, संचित धन में कमी आ सकती है। प्रतियोगी परीक्षा व साक्षात्कार आदि कार्यों के सुखद परिणाम मिलेंगे। घर-परिवार में धार्मिक संगीत के कार्य होंगे। वाहन सुख में वृद्धि होगी। क्रोध एवं आवेश की अधिकता रहेगी, दाम्पत्य सुख में वृद्धि होगी। संतान को स्वास्थ्य विकार हो सकते हैं, लेखनादि कार्यों से आय में वृद्धि के योग बन रहे हैं, स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें। कन्या राशि-आत्मविश्वास में वृद्धि होगी, लेकिन आत्मसंयत रहें। अपनी भावनाओं को वश में रखें, माता से धन प्राप्ति के योग बन रहे हैं। दाम्पत्य सुख में वृद्धि होगी, किसी मित्र के सहयोग से रोजगार के अवसर मिल सकते हैं। आय में वृद्धि होगी, परंतु किसी दूसरे स्थान पर जाना पड़ सकता है। आशा-निराशा के मश्रिति भाव मन में रहेंगे, स्वभाव में चिड़चिड़ापन हो सकता है। पारिवारिक जम्मिेदारियां बढ़ सकती हैं, परिवार में मान-सम्मान बढ़ेगा। नौकरी में पदोन्नति के योग बन रहे हैं। तुला राशि-भवन सुख का विस्तार होगा, मात-पिता का सहयोग मिलेगा। वस्त्रों आदि के प्रति रूझान बढ़ेगा, संचित धन में कमी आ सकती है। पठन-पाठन में रुचि रहेगी। शैक्षिक कार्यों के सुखद परिणाम मिलेंगे, संतान सुख में वृद्धि होगी। आय में कमी व खर्चों में वृद्धि की स्थिति हो सकती है। अपनी भावनाओं को वश में रखें, स्वभाव में चिड़चिड़ापन रहेगा। भवन सुख का विस्तार होगा, नौकरी में तरक्की के योग बन रहे हैं। घर में धार्मिक कार्य हो सकते हैं, किसी धार्मिक यात्रा पर जाने के योग भी बन रहे हैं। वृश्चिक राशि-वृश्चिक राशि के लिए यह सप्ताह नये अवसरों का द्वार खोलने जा रहा है। यदि इस दौरान आपके जीवन में कोई कठिनाई या समस्या भी आती है तो निश्चित मानिए कि उसमें भी आपको कोई न कोई लाभ का अवसर प्राप्त होगा। सप्ताह की शुरुआत में काम-धंधे को लेकर कुछ व्यस्तता रहेगी। बाजार में फंसा धन निकल आने पर आप राहत की सांस लेंगे। नौकरीपेशा लोगों को तरक्की के नए अवसर प्राप्त होंगे। भूमि-भवन के क्रय-विक्रय से लाभ होगा। महिलाओं का अधिकांश समय घर-गृहस्थी को संवारने में बीतेगा। घर के किसी प्रिय सदस्य के विवाह तय हो जाने पर खुशियों का माहौल रहेगा। यदि आप किसी के सामने प्रेम का प्रस्ताव रखने की सोच रहे थे, तो किसी महिला मित्र की मदद से आपकी बात इस सप्ताह बन जायेगी। महिलाओं का अधिकांश समय धार्मिक कार्यों में बीतेगा। मौसमी बीमारियों को लेकर सचेत रहें। धनु राशि-स्वभाव में चिड़चिड़ापन हो सकता है, परंतु आत्मवश्विास में वृद्धि होगी। कार्यों के प्रति जोश व उत्साह रहेगा। नौकरी व कार्यक्षेत्र में वस्तिार हो सकता है। स्थान परिवर्तन की भी संभावना बन रही है। अफसरों का सहयोग मिलेगा, कार्यक्षेत्र में परश्रिम की अधिकता रहेगी। मानसिक शांति तो रहेगी लेकिन पारिवारिक जम्मिेदारियां बढ़ सकती हैं। नौकरी में कार्यभार में वृद्धि संभव है, आय में भी वृद्धि होगी। स्थान परिवर्तन भी संभावित है। मकर राशि-मन में शांति व प्रसन्नता के भाव रहेंगे, लेकिन बातचीत में संयत रहें, क्रोध के अतिरेक से बचें। शैक्षिक कार्यों के सुखद परिणाम रहेंगे, शोध आदि कार्यों के लिए किसी दूसरे स्थान पर जाना पड़ सकता है। नौकरी में अफसरों का सहयोग मिलेगा, स्थान परिवर्तन हो सकता है। वाणी में कठोरता का भाव रहेगा, बातचीत में संयत रहें। वस्त्रों आदि की ओर रूझान बढ़ेगा, नौकरी में अफसरों का सहयोग मिलेगा, तरक्की के मार्ग प्रशस्त होंगे। आय में वृद्धि होगी, संचित धन भी बढ़ेगा लेकिन किसी दूसरे स्थान पर जाना पड़ सकता है। मित्रों का सहयोग मिलेगा। कुंभ राशि-मन में निराशा के भाव उत्पन्न हो सकते हैं। माता का सहयोग मिलेगा, नौकरी में परिवर्तन के योग बन रहे हैं। कार्यक्षेत्र में परिवर्तन संभव है, संतान की ओर से सुखद समाचार मिल सकता है। वस्त्रों व गहनों के प्रति रुझान रहेगा। स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें, किसी पुराने मित्र से भेंट हो सकती हैं। आत्मसंयत रहें, वाणी में सौम्यता रखें, परिवार में हंसी खुशी का माहौल बना रहेगा। कार्य में परिश्रम की अधिकता अधिक रहेगी। मीन राशि-आत्मविश्वास में वृद्धि होगी, कुटुंब परिवार में धार्मिक कार्य होंगे। संतान सुख में वृद्धि होगी, क्रोध के अतिरेक से बचें। उच्च शिक्षा एवं शोध आदि कार्यों के लिए विदेश प्रवास की संभावना बन रही है। नौकरी में कार्यक्षेत्र में परिवर्तन के योग बन रहे हैं। स्थान परिवर्तन भी संभव है। मन में शांति व प्रसन्नता के भाव रहेंगे, आत्मविश्वास से लबरेज रहेंगे लेकिन अति उत्साही होने से बचें। माता व परिवार की किसी बुजुर्ग महिला से धन की प्राप्ति के योग बन रहे हैं। नौकरी में अफसरों का सहयोग तो मिलेगा लेकिन स्थान परिवर्तन की संभावना भी बन रही है।
हिमाचल को देवभूमि के नाम से जाना जाता है लेकिन यहां पर ऐसी कई मान्यताएं भी हैं, जिन पर यकीन करना शायद आम इंसान के बस में नहीं है। यहाँ अगर बात करें राक्षसी शक्तियों से जुडी अविश्वसनीय प्रथा की तो हिमाचल में डगयाली की कहानी भी आपको हैरान कर देगी। हम आपको बता दें कि हमारा मकसद किसी को डराना या अंधविश्वास को बढ़ावा देना नहीं है, किन्तु आप तक सभी तथ्यों को पहुंचाने के मकसद से आपको आज हम डगयाली के बारें में जानकारी देंगे। हिमाचल के कुछ एक जिला में 2 दिन तक डगयाली ( जिसका अर्थ कुछ एक क्षेत्रों में चुड़ैल है ) की रात मानी जाती है। स्थानीय लोगों की मान्यता है कि इन 2 रातों को बुरी शक्तियों का प्रभाव ज्यादा रहता है, जिनमें तांत्रिक साल में एक बार काली शक्तियों को जागृत करने के लिए साधना करते हैं, जिनसे बचने के लिए यहां के लोग अपने घरों के बाहर टिंबर के पत्ते लटकाते हैं। जबकि कुछ लोग कांटे वाले किसी भी पौधे के तने को दरवाजे के आसपास रखते है। कहा यह भी जाता है की इस माह सभी देवी-देवता सृष्टि की रक्षा छोड़ असुरों के साथ युद्ध करके अपनी शक्तियों का प्रर्दशन करने अज्ञात प्रवास पर चले जाते हैं। इस माह की अमावस्या की रात को ही डगयाली या चुड़ैल की रात कहा जाता है। ऐसी मान्यता है कि इस अमावस्या की रात को जितने भी काली विद्या वाले तांत्रिक होते हैं वे काली शक्तियों को जागृत कर किसी का अहित करने के लिए तंत्र का सहारा लेते हैं। क्यूंकि ऐसा माना जाता है कि इस दौरान देवता बुरी शक्तियों से लड़ाई करने चले जाते हैं तो इस डर के कारण अपने घरों के बाहर दिये जलाकर रोशनी करते है और बुरी शक्तियों के प्रभाव को खत्म करने का आह्वान करते हैं। आपको इस बात से और अत्यधिक हैरानी होगी की लोग मानते है कि इस दौरान देवताओं और बुरी शक्तियों के बीच की लड़ाई में यदि देवता जीत जाते हैं तो पूरा साल सुख-शांति से गुजरता है। और अगर ऐसा न हो तो खैर, हम इस बात कि पुष्टि नहीं करते। लेकिन ये सच है कि लोग इस दिन को इसी नजरिये से देखते हैं।
2021 आने में अब बस कुछ ही समय बाकी हैं. ये साल लोगों में उम्मीद की लहर लेकर आया है अगर बात 2020 की करें तो ये साल कई लोगो के लिए सेहत, नौकरी और धन के लिहाज ठीक नहीं रहा रहा है. इस साल में लोगों को बहुत सी परेशानिओं का सामना करना पड़ा लेकिन 2021 से लोगों को काफी उम्मीद है. ज्योतिषियों के अनुसार साल 2021 किन लोगों के लिए सर्वोत्तम रहेगा, किनके लिए सामान्य रहेगा और किन लोगों को विशेष सावधानी बरतनी होगी जानिए . मेष वार्षिक राशिफल (Aries ) साल 2021 मेष राशि वालों के लिए सर्वोत्तम रहने वाला है. हालांकि, इस साल आपको कुछ शारीरिक कष्ट हो सकता है लेकिन आर्थिक रूप से स्थितियां अच्छी रहेंगी. आपके सारे रुके हुए काम पूरे होंगे. इस साल आप कई अच्छे फैसले लेंगे. नौकरी में तरक्की करेंगे और इस साल आपका व्यापार भी बढ़ेगा. साल के पहले चार महीने में बदलाव आएगा. पैसों के मामले में सावधानी रखें वरना आकस्मिक धनहानि हो सकती है. भाग्य- 8.1/10 वृषभ वार्षिक राशिफल (Taurus ) वृष राशि वालों को साल 2021 में सेहत पर ध्यान देना होगा. मानसिक शांति के लिए योग करते रहें. इस साल लोन से जुड़ी समस्या दूर हो सकती है. 2021 बुध का अंक का बना रहा है, जो वृष राशि के लिए आर्थिक रूप से काफी अच्छा रहेगा. इस साल अप कई तरह के अवगुणों से दूर होंगे. शुक्र और शनि की वजह से व्यापार में वृद्धि होगा. दांपत्य जीवन अच्छा रहहे. राहु की वजह से शुरूआत में कुछ दिक्कतें हो आ सकती हैं लेकिन मई के बाद फायदा होगा. भाग्य- 7.7/10 मिथुन वार्षिक राशिफल (Gemini ) मिथुन राशि के लोगों पर शनि की ढैय्या चल रही है जिसकी वजह से ये साल उतार-चढ़ाव भरा रहेगा. आप कई तरह की चुनौतियों का सामना करेंगे. सूर्य की वजह से आत्मबल मिलेगा जिससे आप सभी समस्याओं को पार कर लेंगे. साल 2021 बुध का साल रहेगा. साल की शुरूआत में आपके कुछ काम बन सकते हैं. निजी जीवन में दिक्कत बढ़ेगी लेकिन आपको संयम से काम लेना होगा. ये साल आपके लिए सामान्य रहेगा भाग्य- 6.4/10 कर्क वार्षिक राशिफल (Cancer ) ये साल कर्क राशि वालों के लिए धन लाभ लेकर आया है. इस साल आपके जीवन में कुछ बड़े बदलाव आ सकते हैं. चंद्रमा अपनी ही राशि में विद्यमान है जिससे आपका भाग्योदय होगा. शुरूआती महीनों में आपका स्वास्थ्य बिगड़ सकता है लेकिन 5 अप्रैल के बाद से दिसंबर तक आपकी सेहत अच्छी रहेगी. कार्यक्षेत्र के लिहाज से ये साल अच्छा रहेगा. नौकरी और व्यवसाय में सफलता मिलेगी. साल 2021 आपके लिए सफलता से भरा रहेगा. कुला मिलाकर ये साल आपके लिए उत्तम रहेगा. भाग्य- 7.3/10 सिंह वार्षिक राशिफल (Leo ) 2021 में आपके निर्णय लेने की क्षमता बढ़ेगी. सेहत को लेकर किसी तरह की लापरवाही ना करें. मई के महीने में जीवनसाथी से विवाद हो सकता है. खान-पान पर ध्यान देना होगा वरना सेहत बिगड़ सकती है. व्यापार में सोच समझकर निवेश करें. इस साल आपके सभी रुके काम पूरे होंगे. जून और दिसंबर के महीने में खास सावधानी बरतनी होगी. छात्रों के लिए ये साल उत्तम रहेगा. भाग्य- 7.2/10 कन्या वार्षिक राशिफल (Virgo ) 2021 कन्या राशि वालों के लिए बहुत अच्छा रहने वाला है. इस साल व्यापार और प्रॉपर्टी में बहुत लाभ मिलेगा. इस साल एक्सीडेंट और चोट-चपेट से बचाव करना होगा. स्किन और हड्डियों की समस्या से परेशान हो सकते हैं. बुध के मंत्रों का जाप करें. गुरू कुछ हानि पहुंचा सकता है. विदेश से धन लाभ मिल सकता है. इस साल आप कर्म के प्रति समर्पित रहेंगे. पुष्य नक्षत्र से लाभ होगा. ये साल आपके लिए मिला-जुला रहेगा. भाग्य- 7.1/10 तुला वार्षिक राशिफल (Libra) साल 2021 आपके लिए बहुत बड़ा परिवर्तन लेकर आ रहा है. इस साल आपको अपने मन पर नियंत्रण रखना होगा. मांगलिक लोग कुंडली मिलाकर ही शादी करें. आर्थिक रूप से ये साल अच्छा रहेगा लेकिन 17 मार्च के बाद बीमारीयां परेशान कर सकती हैं. राहु की वजह से सेहत में दिक्कत हो सकती है. सेहत पर खास ध्यान देना होगा. भाग्य- 7.1/10 वृश्चिक वार्षिक राशिफल (Scorpio) 2021 में वृश्चिक राशि के लोगों को खूब मेहनत करनी पड़ेगी और आपको इस मेहनत का परिणाम भी मिलेगा. ज्यादा काम की वजह से परेशान हो सकते हैं. इस साल सेहत सामान्य रहेगा. शादी के लिए ये साल अच्छा है. करियर में बदलाव करेंगे. नौकरी छोड़कर बिजनेस या बिजनेस छोड़ कर नौकरी में आ सकते हैं. निवेश के लिए ये साल बेहतर है. संतान के करियर को लेकर परेशान रहेंगे. भाग्य- 7.6/10 धनु वार्षिक राशिफल (Sagittarius ) धनु राशि के लिए साल 2021 काफी अच्छा रहेगा. सूर्य आपके भाग्य लग्न में बैठा है. साल के शुरूआती महीने में कुछ कष्ट आ सकते हैं लेकिन राहु के प्रभाव से अच्छे परिणाम मिलेंगे. कभी-कभी उतार-चड़ाव आ सकते हैं. सेहत, व्यापार और नौकरी के लिए अच्छा योग बन रहा है. थोड़ा संभल कर चलने की जरूरत होगी. भाग्य- 7.9/10 मकर वार्षिक राशिफल (Capricorn ) मकर राशि वालों के लिए साल 2021 सर्वोत्तम रहने वाला है. इस साल आपकी सेहत से जुड़ी समस्याएं खत्म होंगी. अप्रैल के बाद की स्थितियां अच्छी बनेंगी. आलस्य का त्याग करें और चरित्र ठीक रखें. दांपत्य जीवन सुखमय रहेगा. विदेश से धन लाभ हो सकता है. ये साल आपके लिए सफलताओं से भरा रहेगा. भाग्य- 8.2/10 कुंभ वार्षिक राशिफल (Aquarius) कुंभ राशि के लोगों के लिए साल 2020 अच्छा रहेगा. खासतौर से अप्रैल के बाद का समय बेहतरीन होगा. इस साल आपको धनलाभ होगा और नए जीवन की शुरूआत होगी. धन आगमन की तुलना में खर्च कम होगा और आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी. भाग्य- 7.5/10 मीन वार्षिक राशिफल (Pisces ) मीन राशि वालों के लिए ये साल काफी शुभ रहेगा. आपके सभी रुके हुए काम पूरे होंगे. पैसों के मामले में ये साल बहुत अच्छा रहने वाला है. इस साल आप कर्म के क्षेत्र में पूरी तरह समर्पित रहेंगे जिसके काफी अच्छे परिणाम आपको मिलेंगे. साल 2021 आपके लिए बहुत अच्छा रहने वाला है.
हिमाचल प्रदेश के दो जिलों की सीमाओं पर लगता आहदेवी एक बहुत सुन्दर स्थान है। यह मंदिर जिला हमीरपुर से 24 किलोमीटर दुरी पर पूरब की ओर और मंडी की सीमा पर स्थित है। यह मंदिर सैंकड़ों वर्ष पुराना है। मंदिर में माँ जालपा पिंडी रूप मैं विराजमान है। यहाँ गुग्गा पीर जी की पुरानी मूर्तियाँ भी स्थापित है। यहाँ पर विराजमान माता आहदेवी पर हज़ारों लोगों की आस्था का प्रतीक हैं। इस मंदिर की कहानी उस समय से सुनाई जा रही है जब इस क्षेत्र में राजाओं का राज्य हुआ करता था। कहा जाता है की मंडी रियासत के गाँव झड्यार का एक परिवार और काँगड़ा रियासत जो अब जिला हमीरपुर है के एक गाँव संगरोह के एक परिवार के खतों का खेती के लिए प्रयोग करते थे। एक बार खेतों में जुताई करते हुए हल एक पत्थर से टकराया और अचानक उस पत्थर से रक्त बहने लगा। इस करिश्मे को देखकर सभी हैरान हो गए और ये बात आग की तरह चारों ओर फ़ैल गई। जब माँ की इस पिंडी को बहार निकाला गया तो माँ ने दर्शन दिए और अपने लिए एक स्थान माँगा। इस बात पर हमीरपुर और मंडी के लोगों में बहस हो गई। मंडी के लोग कहने लगे ये पिंडी हमे मिली है इस लिए हम इसे अपने गांव ले जाएंगे और वहां इसकी स्थापना करेंगे। पर हमीरपुर के लोग इस पिंडी को अपने स्थान पर स्थापित करने के लिए अड़िग थे। इस बीच मंडी के परिवार ने पिंडी उठाई और चल पड़े, जब वह आहदेवी के पास पहुंचे तो उन्होंने वहां विश्राम करने के लिए पिंडी ज़मीं पर रख दी। पर जब उन्होंने वहां से प्रस्थान करने के लिए पिंडी उठाई तो पिंडी हिली भी नहीं। दोनों पक्षों की लाखों कोशिशें के बावजूद भी जब कोई वहां से पिंडी नहीं उठा सका बुज़ुर्गों ने फैसला लिया की इस पिंडी को वहीं स्थापित कर दिया जाए। तो वहीं दोनों परिवारों को इस पिंडी की पूजा अर्चना की जिम्मेवारी सौंप दी गई। उस दिन से लेकर आज तक उन दो परिवारों के वंशज इस मंदिर में मुख्य पुजारियों की भूमिका निभा रहे हैं। आहदेवी हमीरपुर में सबसे ऊंचा स्थान है, और यहाँ बहुत तेज़ हवाएं चलती हैं, इस वजह से इसका नाम आहदेवी पड़ गया। यह भी कहा जाता है की हरयाणा के जिला अम्बालके गाँव नन्न्योला से एक महात्मा बाबा सरवन नाथ आए और यहाँ के मनमोहक दृश्य को देख कर यहीं तपस्या करने लगे। एक दिन माता ने उन्हें दर्शन देकर अपना मंदिर बनवाने की इच्छा प्रकट की। बाबा ने ये सुन यहाँ लोगों के साथ मिल कर एक मंदिर का निर्माण करवाया। कई वर्षों तक बाबा ने इस मंदिर में सेवाएं दी।
मेष आज के दिन आत्ममथंन कई मुश्किलों से बाहर निकालने में आपकी मदद करेंगे। ऑफिशियल कार्यों में भी जल्दबाजी के चलते गलती होने की प्रबल आशंका बनी हुई है, हो सकता है पिछला कार्य पुनः करना पड़ जाए। कारोबार को बढ़ाने के लिए अपनी क्षमता व योग्यता का पूरा प्रदर्शन करेंगे जिसमें सफलता भी मिलेगी। युवाओं के कुछ सपने अधुरे रहने से मन उदास रहेगा। सेहत में शारीरिक कमजोरी महसूस होगी जो किसी स्वास्थ्य संबंधित बीमारी का कारण बन सकती है, थैरपी लेने के लिए समय उपयुक्त चल रहा है। घर पर रहते हुए सदस्यों के साथ फैमली डिनर की प्लानिंग कर सकते हैं। वृष आज के दिन मन में द्वंद की स्थिति रहेगी जो कार्यों में अनेक अवरोध डाल सकती है। जिस पर आप सबसे ज्यादा विश्वास करते हैं, वहीं अविश्वास का कारण बन सकता है। कर्मक्षेत्र में सहकर्मियों से संपर्क को कमजोर न होने दें, वर्तमान समय में यह बेहद जरूरी है। व्यावसायिक गतिविधियाँ सामान्य रूप से चलती रहेंगी, साथ ही छोटे-मोटे निवेश करने के लिए दिन उपयुक्त है। हेल्थ की बात करें तो आंखों में दर्द या इंफेक्शन की समस्या उत्पन्न हो सकती है इसका तुरंत इलाज करना ही सही रहेगा, अन्यथा भविष्य में परेशानियां झेलनी पड़ेगी. संतान से संबंधित कोई शुभ सूचना मिलने की संभावना है। मिथुन आपके मूड में बारंबार परिवर्तन आने के कारण मन में अनिश्चितता रहेगी । परिणामस्वरूप मानसिक अस्वस्थता अनुभव करेंगे। पारिवारिक सदस्यों के साथ बातचीत करके और आवश्यक लगे तो विशेषज्ञों की सलाह लेकर बेचैनी कम कर सकेंगे। स्वास्थ्य का ध्यान रखने की गणेशजी की सलाह है। कर्क गणेशजी की कृपा से आज आप जो कुछ भी विचार करेंगे और युक्ति-प्रयुक्तियों को अजमाएँगे उसमें आपको सफलता मिलेगी। विद्यार्थी अध्ययन में अच्छा प्रदर्शन करेंगे तथा अधूरे कार्य पूरे होंगे। आप अपनी कल्पनाशक्ति का अच्छा चमत्कार दर्शा सकेंगे। संक्षेप में आज का दिन आपके लिए खुशी का और विविधतापूर्ण रहेगा सिंह आज के दिन आध्यात्मिकता की तरफ भी थोड़ा रूझान बढ़ाना चाहिए, जिससे आप प्रसन्नता व आत्मिक शांति का अनुभव करेंगे। ऑफिशियल कार्य समय रहते पूर्ण होंगे जिससे अन्य कार्यों के लिए भी पर्याप्त समय मिलेगा। व्यापारियों का बैंकिग संबंधित कार्य में रुकावट आने की वजह से मन में झुंझलाहट रहने की आशंका है। युवाओं को मनपसंद विषयों में अच्छे परिणाम मिलने से वह प्रसन्न रहेंगे। मुंह में छालें हो सकते हैं, यह समस्या पेट की गर्मी की वजह से होगी। संतान की हैबिट्स पर ध्यान रखें. अगर आपकी संतान छोटी है तो खेलते समय उसका विशेष ध्यान रखें, गिर कर चोट लग सकती है। कन्या आशावादी बनें और उजले पक्ष को देखें। आपका विश्वास और उम्मीद आपकी इच्छाओं व आशाओं के लिए नए दरवाज़े खोलेंगी। भविष्य में अगर आपको आर्थिक रुप से मजबूत बनना है तो आज से ही धन की बचत करें। आपका मज़ाकिया स्वभाव सामाजिक मेल-जोल की जगहों पर आपकी लोकप्रियता में इज़ाफ़ा करेगा। आप अपने प्रिय की बांहों में आराम महसूस करेंगे। आज अनुभवी लोगों से जुड़कर जानने की कोशिश करें कि उनका क्या कहना है। यदि आपको व्यस्त दिनचर्या के बाद भी अपने लिए समय मिल पा रहा है तो आपको इस समय का सदुपयोग करना सीखना चाहिए। ऐसा करके अपने भविष्य को आप सुधार सकते हैं। आप और आपका हमदम एक-दूसरे से आज एक-दूसरे की ख़ूबसूरत भावनाओं का इज़हार कर सकेंगे। तुला ससुराल वालों से नाराजगी और किसी बात को लेकर लड़ाई हो सकती है। बात करते समय अपना संयम न खोए किसी पेचीदा बात को रखते समय ना सीमा का उल्लंघन करें, ना होने दें। वरिष्ठ व्यक्ति की जिद के आगे आज आपको झुकना पड़ेगा। अहंकार आपका सबसे बड़ा शत्रु होगा। बहुत कष्ट से किए हुए काम में असफलता मिल सकती है। लेकिन, अपना आत्मविश्वास कम ना होने दें। अगर बात किसी जमीन से जुड़े मुद्दे की है, तो अपनी बात पर कायम रहें। वृश्चिक शारीरिक बीमारी के सही होनी की काफ़ी संभावनाएँ हैं और इसके चलते आप शीघ्र ही खेल-कूद में हिस्सा ले सकते हैं। जो लोग काफी वक्त से आर्थिक तंगी से गुजर रहे थे उन्हें आज कहीं से धन प्राप्त हो सकता है जिससे जीवन की कई परेशानियां दूर हो जाएंगी। अपने जीवन-साथी के साथ प्यार, अपनापन और स्नेह महसूस करें। मुहब्बत की टीस आज रात आपको सोने नहीं देगी। आप क़ामयाबी ज़रूर हासिल करेंगे – बस एक-एक करके महत्वपूर्ण क़दम उठाने की ज़रूरत है। आपके पास समय तो होगा लेकिन बावजूद इसके भी आप कुछ ऐसा नहीं कर पाएंगे जो आपको संतुष्टि दे। जीवनसाथी के साथ एक आरामदायक दिन बीतेगा। धनु आज का दिन आपके लिए मध्यम रूप से फलदायक रहेगा। आपको अपने विरोधियों से कुछ परेशानी हो सकती है। घर परिवार के लोग किसी बात को लेकर वाद-विवाद कर सकते हैं। आप एक बुद्धिमान व्यक्ति की तरह उन्हें कोई काम की सलाह देंगे जो बहुत काम आएगी। शादीशुदा लोगों के गृहस्थ जीवन के लिए दिनमान अच्छा रहेगा। प्रेम जीवन बिता रहे लोग रिश्ते में कुछ दिक्कतें महसूस करेंगे। आपका प्रिय गुस्से में आकर आपको उल्टा सीधा बोल सकता है। इनकम सामान्य रहेगी और सेहत बढ़िया रहेगी। काम के सिलसिले में दिनमान आपके पक्ष में रहेगा। मकर अच्छी चीज़ों को ग्रहण करने के लिए आपका दिमाग़ खुला रहेगा। नौकरी पेशा से जुड़े लोगों को आज धन की बहुत आवश्यकता पड़ेगी लेकिन बीते दिनों में किये गये फिजुलखर्च के कारण उनके पास पर्याप्त धन नहीं होगा। कोई ऐसा रिश्तेदार जो बहुत दूर रहता है, आज आपसे संपर्क कर सकता है। आप रोमांटिक ख़यालों और सपनों की दुनिया में खोए रहेंगे। दफ़्तर की राजनीति हो या फिर कोई विवाद, चीज़ें आपके पक्ष में झुकी नज़र आएंगी। खेलकूद जीवन का जरुरी हिस्सा है लेकिन खेलकूद में इतने भी व्यस्त न हो जाएं कि आपकी पढ़ाई में कमी आ जाए। मुमकिन है कि आपके माता-पिता आपके जीवनसाथी को कुछ शानदार आशीर्वाद दें, जिसके चलते आपके वैवाहिक जीवन में और निखार आएगा। कुंभ आपके लिए आज का दिन अच्छा रहेगा। पारिवारिक जिम्मेदारियां निभाएंगे और सेहत को लेकर थोड़े चिंतित हो सकते हैं लेकिन परिवार वालों का सहयोग हर काम में आपको मिलेगा जिससे काम के सिलसिले में आपको अच्छे नतीजे मिलेंगे। आपके मित्र और आपके साथ काम करने वाले लोग आपको सपोर्ट करेंगे। प्रेम जीवन बिता रहे लोगों के लिए दिनमान अच्छा रहेगा। शादीशुदा लोगों के गृहस्थ जीवन में तनाव दिखाई देगा। मीन ऐसी गतिविधियों में शामिल हों जो रोमांचक हों और आपको सुकून दें। धन का आगमन आज आपको कई आर्थिक परेशानियों से दूर कर सकता है। वैवाहिक बंधन में बंधने के लिए अच्छा समय है। आज के दिन रोमांस के नज़रिए से कोई ख़ास आशा नहीं की जा सकती है। कामकाज के मोर्चे पर आपकी कड़ी मेहनत ज़रूर रंग लाएगी। हितकारी ग्रह कई ऐसे कारण पैदा करेंगे, जिनकी वजह से आज आप ख़ुशी महसूस करेंगे। आपके जीवनसाथी की कामकाज को लेकर व्यस्तता आपकी उदासी का कारण बन सकती है।
हिमाचल को देवभूमि के नाम से जाना जाता है लेकिन यहां पर ऐसी कई मान्यताएं भी हैं, जिन पर यकीन करना शायद आम इंसान के बस में नहीं है। यहाँ अगर बात करें राक्षसी शक्तियों से जुडी अविश्वसनीय प्रथा की तो हिमाचल में डगयाली की कहानी भी आपको हैरान कर देगी। हम आपको बता दें कि हमारा मकसद किसी को डराना या अंधविश्वास को बढ़ावा देना नहीं है, किन्तु आप तक सभी तथ्यों को पहुंचाने के मकसद से आपको आज हम डगयाली के बारें में जानकारी देंगे। हिमाचल के कुछ एक जिला में 2 दिन तक डगयाली ( जिसका अर्थ कुछ एक क्षेत्रों में चुड़ैल है ) की रात मानी जाती है। स्थानीय लोगों की मान्यता है कि इन 2 रातों को बुरी शक्तियों का प्रभाव ज्यादा रहता है, जिनमें तांत्रिक साल में एक बार काली शक्तियों को जागृत करने के लिए साधना करते हैं, जिनसे बचने के लिए यहां के लोग अपने घरों के बाहर टिंबर के पत्ते लटकाते हैं। जबकि कुछ लोग कांटे वाले किसी भी पौधे के तने को दरवाजे के आसपास रखते है। कहा यह भी जाता है की इस माह सभी देवी-देवता सृष्टि की रक्षा छोड़ असुरों के साथ युद्ध करके अपनी शक्तियों का प्रर्दशन करने अज्ञात प्रवास पर चले जाते हैं। इस माह की अमावस्या की रात को ही डगयाली या चुड़ैल की रात कहा जाता है। ऐसी मान्यता है कि इस अमावस्या की रात को जितने भी काली विद्या वाले तांत्रिक होते हैं वे काली शक्तियों को जागृत कर किसी का अहित करने के लिए तंत्र का सहारा लेते हैं। क्यूंकि ऐसा माना जाता है कि इस दौरान देवता बुरी शक्तियों से लड़ाई करने चले जाते हैं तो इस डर के कारण अपने घरों के बाहर दिये जलाकर रोशनी करते है और बुरी शक्तियों के प्रभाव को खत्म करने का आह्वान करते हैं। आपको इस बात से और अत्यधिक हैरानी होगी की लोग मानते है कि इस दौरान देवताओं और बुरी शक्तियों के बीच की लड़ाई में यदि देवता जीत जाते हैं तो पूरा साल सुख-शांति से गुजरता है। और अगर ऐसा न हो तो....... खैर, हम इस बात कि पुष्टि नहीं करते। लेकिन ये सच है कि लोग इस दिन को इसी नजरिये से देखते हैं।
अक्सर राखी बांधने केमुहूर्त में हर बार, भद्रा के समय को लेकर असमंजस बना रहता है परंतु इस बार राखीबांधने के लिए पूरा दिन है, भद्रा काल की बजाय कोरोना काल का ध्यान रखना होगा। जहां तक संभव हो, वीडियो कॉल आदि से संबंधियों से संपर्क करें। बहनेंहृदय से भाई की दीर्घायु की प्रार्थना करें और भाई उनकी रक्षा व हर प्रकार कीसहायता का वचन दें और निभाएं। यदि आपआमने सामने होना ही चाहते हैं, तो बेहतर होगा राखी व अन्य वस्तुओं को सेनेटाइज करें, मॉस्क लगाएं, उचित दूरी बना कर रखें। बाजार में बनी राखियों की बजाए, कलावाअर्थात रक्षा सूत्र बांधें। कोरियर या डाक व्यवस्था सुचारु न होने से और कोरोनावायरस के कारण, हो सकता है आपकी भेजी राखी न मिले। इस बार क्यों खास है रक्षाबंधन सावन के अंतिम सोमवार को रक्षाबंधन का पर्व कई शुभ योग व नक्षत्रों के संयोग में 3 अगस्त को मनाया जाएगा। 29 साल बाद श्रावण पूर्णिमा पर सावन के अंतिम सोमवार को रक्षाबंधन का पर्व कई शुभ योग व नक्षत्रों के संयोग में 3 अगस्त को मनाया जाएगा। इस बार भद्रा और ग्रहण का भी रक्षाबंधन पर कोई साया नहीं है। इस अवसर पर सर्वार्थ सिद्धि और दीर्घायु आयुष्मान योग के साथ ही सूर्य शनि के समसप्तक योग, प्रीति योग, सोमवती पूर्णिमा, मकर का चंद्रमा श्रवण नक्षत्र उत्तराषाढा नक्षत्र सोमवार को रहेगा। इससे पहले तिथि वार और नक्षत्र का यह संयोग सन् 1991 में बना था। रक्षाबंधन से पहले 2 अगस्त को रात्रि 8 बजकर 43 मिनट से 3 अगस्त को सुबह 9 बजकर 28 मिनट तक भद्रा रहेगी। रक्षाबंधन का व्रत करने वाले लोगों को सुबह उठकर स्नान आदि करने के बाद वेदोक्त विधि से पित्र तर्पण और ऋषि पूजन भी करना चाहिए। बहनें रेशम आदि का रक्षा कवच बनाकर उसमें सरसों केशर, चंदन, अक्षत और दूर्वा रखकर रंगीन सूती वस्त्र में बांधकर उस पर कलश की स्थापना करें। इसके बाद विधि पूर्वक पूजन करें। बहन भाई के दाहिनी हाथ में बांध ऐसा करने से वर्ष भर भाई का जीवन सुखी रहेगा। वहीं शास्त्रों में राखी बांधन के लिए अभिजीत मुहूर्त व गोधूलि बेला विशेष बताई गई है। शाम को 5ः30 बजे गोधूलि बेला का शुभ मुहूर्त रहेगा। वैसे दिन भर शुभ चौघड़िया मुहूर्त में भी राखी बांधी जा सकती है। शुभ महूर्त राखी बांधने का मुहूर्त : 09:27:30 से 21:11:21 तक अवधि : 11 घंटे 43 मिनट रक्षा बंधन अपराह्न मुहूर्त : 13:45:16 से 16:23:16 तक रक्षा बंधन प्रदोष मुहूर्त : 19:01:15 से 21:11:21 तक क्यों बांधें राखी ? आधुनिक युग में भाई-बहन एक दूसरे की पूर्ण सुरक्षा का भी ख्याल रखें। नारी सम्मान हो। समाज में महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों में कमी आएगी। भाई-बहन को स्नेह, प्रेम, कर्तव्य एवं दायित्व में बांधने वाला राखी का पर्व जब भाई का मुंह मीठा करा के और कलाई पर धागा बांध कर मनाया जाता है तो रिश्तों की खुशबू सदा के लिए बनी रहती है और संबंधों की डोर में मिठास का एहसास आजीवन परिलक्षित होता रहता है। फिर इन संबंधों को ताजा करने का अवसर आता है भईया दूज पर। राखी पर बहन, भाई के घर राखी बांधने जाती है और भैया दूज पर भाई, बहन के घर तिलक करवाने जाता है। ये दोनों त्योहार, भारतीय संस्कृति की अमूल्य धरोहर हैं जो आधुनिक युग में और भी महत्वपूर्ण एवं आवश्यक हो गए हैं जब भाई और बहन, पैतृक संपत्ति जैसे विवादों या अन्य कारणों से अदालत के चककर काटते नजर आते हैं। राखी का पर्व टूटे संबंधों को बांधने का भी एक महत्वपूर्ण पर्व है। पुत्रियों के मायके आने का जहां सावन एक अवसर है, रक्षा बंधन सबको बांधने का एक बहाना है। बाबुल का आंगन गुलजार करने का एक मौका है। भाई - बहनों के मध्य चल रहे गिले शिकवों को भुलाने का एक सुअवसर है। इसी लिए धागा बांधने के बाद मिठाई खिलाने से दिल का गुबार मिठास में घुल जाता है। भारतीय उत्सवों का मजा परिवार संग ही आता है। अतः रक्षा बंधन एक पारिवारिक मिलन है। सावन और सावन के सोमवारों से चलता हुआ यह सिलसिला तीज से होता हुआ कृष्णोत्सव तक निर्बाध चलता रहता है। रक्षाबंधन सुरक्षा का मात्र सूत्र ही नहीं रह जाता अपितु एक वचनबद्धता और जिम्मेवारियों का बंधन बन जाता है। एक सम्मान सूचक तंत्र की जगह ले लेता है जिसमें अपनेपन का एहसास समा कर स्नेह का बंधन बन जाता है। इस धागे का संबंध अटूट होता है। जब तक जीवन की डोर और श्वांसों का आवागमन रहता है एक भाई अपनी बहन के लिए और उसकी सुरक्षा तथा खुशी के लिए दृढ़ संकल्पित रहता है। वर्तमान में यह त्यौहार बहन-भाई के प्यार का पर्याय बन चुका है, कहा जा सकता है कि यह भाई-बहन के पवित्र रिश्ते को और गहरा करने वाला पर्व है। एक ओर जहां भाई-बहन के प्रति अपने दायित्व निभाने का वचन बहन को देता है, तो दूसरी ओर बहन भी भाई की लंबी उम्र के लिये उपवास रखती है। इस दिन भाई की कलाई पर जो राखी बहन बांधती है वह सिर्फ रेशम की डोर या धागा मात्र नहीं होती बल्कि वह बहन-भाई के अटूट और पवित्र प्रेम का बंधन और रक्षा पोटली जैसी शक्ति भी उस साधारण से नजर आने वाले धागे में निहित होती है। इस विधि से बांधे राखी बहनें भाई को लाल रोली या केसर या कुमकुम से तिलक करे, ज्योति से आरती उतारते हुए उसकी दीर्घायु की कामना करे और मिठाई खिलाए और राखी बांधते हुए ईश्वर से उसकी लंबी आयु की और रक्षा की कामना करें। भाई उपहार स्वरुप बहन को शगुन या उपहार अवश्य दे। पुलिस, सैनिक बल तथा सैनिकों को भी रक्षार्थ राखी बांधी जाती है। पुरोहित अपने जजमानों के रक्षा सूत्र बांधते हैं और उनके पालन पोषण का वचन लेते हैं। पुरोहित वर्ग को कलाई पर रक्षासूत्र की मौली के तीन लपेटे देते हुए इस मंत्र का उच्चारण करना चाहिए- येन वद्धो बली राजा दानवेन्द्रो महाबलः! तेन त्वामबुध्नामि रक्षे मा चल मा चल ! गृह सुरक्षा हेतु करें उपाय वास्तु शास्त्र के अनुसार यदि मौली को गंगा जल से पवित्र करके गायत्री मंत्र की एक माला करके अपने प्रवेश द्वार पर तीन गांठों सहित बांधें तो घर की सुरक्षा पुख़्ता हो जाती है और चोरी, दरिद्रता तथा अन्य अनिष्ट से बचाव रहता है। रुठे भाई को मनाने के लिए यदि आपका भाई किसी कारणवष रुष्ट है तो शुभ मुहूर्त पर एक पीढ़ी पर साफ लाल कपड़ा बिछाएं। भ्राता श्री की फोटो रखें। एक लाल वस्त्र में सवा किलो जौ, 125 ग्राम चने की दाल, 21 बताशे, 21 हरी इलायची, 21 हरी किशमिश,125 ग्राम मिश्री, 5 कपूर की टिक्कियां ,11 रुपये के सिक्के रखें और पोटली बांध लें । मन ही मन भाई की दीर्घायु की प्रार्थना करते तथा मन मुटाव समाप्त हो जाने कामना करते हुए पोटली को 11 बार फोटो पर उल्टा घुमाते हुए,पोटली को शिव मंदिर में रख आएं। भाई दूज पर आपका भाई स्वयं टीका लगाने आ जाएगा। कौन से रंग का तिलक और राखी हो अपने भ्राता श्री के लिए मानवीय जीवन में रंगों का विशेष महत्व होता है। आज ही रंगों का चुनाव कर लें बांधने और बंधवाने वाले भाई- बहन। भाई की चंद्र राशि के अनुसार रक्षा क्वच बांधें । मेष राशिः मंगल कामना करते हुए कुमकुम का तिलक लगाएं और लाल रंग की डोरी बांधें।संपूर्ण वर्ष स्वस्थ रहेंगे। बृषभः सिर पर सफेद रुमाल रखें और चांदी की या सिलवर रंग की राखी बांधें।रोली में अक्षत मिला लें। मन शांत और प्रसन्न रहेगा। मिथुनःहरे वस्त्र से भाई का सिर ढांकें, हरे घागे या हरे रंग की राखी आत्मविश्वास उत्पन्न करेगी। कर्कःचंद्रमा जैसे रंग अर्थात सफेद, क्रीम धागों से बनी मोतियों वाली राखी भइया का मन सदा शांत रखेंगी। सिंहः गोल्डन रंग या पीली, नारंगी राखी और माथे पर सिंदूर या केसर का तिलक आपके भाई का भाग्यवर्द्धन करेगा। कन्याः हरा या चांदी जैसा धागा या रक्षासूत्र करेगा भाई की जीवन रक्षा। तुलाः शुक्र का रंग फिरोज़ी, सफेद, क्रीम का प्रयोग रुमाल, राखी और तिलक में प्रयोग करें, जीवन में सुख समृद्धि बढ़ेगी। बृश्चिकः यदि भाई इस राशि के हैं तो चुनिये लाल गुलाबी और चमकीली राखी या धागा और खिलाएं लाल मिठाई। धनुः गुरु का पीताम्बरी रंग भाई की पढ़ाई में लगाएगा चार चांद। बांधिए उन्हें पीली रेशमी डोरी । मकरः ग्रे या नेवी ब्लू रुमाल से सिर ढकें , नीले रंग के मोतियों वाली राखी बचाएगी बुरी नजर से। कुंभः आस्मानी या नीले रंग की डोरी से बनी राखी या डोरी भाग्यशाली रहेगी। मीनः हल्दी का तिलक, लाल, पीली या संतरी रंग की राखी या धागा शुभता लाएगा। पुराणों तथा आधुनिक युग में रक्षा सूत्र इंद्र की पत्नी ने इंद्र को ही राखी बांधी थी। यम को उनकी बहन यमुना ने। लक्ष्मी जी ने राजा बली को। द्रौपदी ने कृष्ण के हाथ में चोट लगने पर साड़ी का पल्लू बांधा था और इस पर्व पर वचन लिया।चीरहरण के समय भगवान कृष्ण ने द्रौपदी की रक्षा की। चित्तौड़ की महारानी करमावती ने हुमायूं को चांदी की राखी भेजी थी। सिकंदर को राजा पुरु की पत्नी ने राखी बांधी थी।सामाजिक संस्थाओं से संबद्ध महिलाएं, पुलिस कर्मियों, सैनिकों, जवानों और राजनेताओं को आधुनिक युग में बांध रही हैं। राखी इलेक्ट्रॉनिक हो या डिजाइनर या ई मेल हो या डाक द्वारा भेजे गए चार धागे..... मुख्य बात है उसके पीछे परस्पर विश्वास, दायित्व, कर्तव्य, निष्ठा और स्नेह। इसी प्रकार भाई अपनी बहन को राखी के फलस्वरुप क्या उपहार देता है, महत्वपूर्ण है, रक्षासूत्र की भावना और उसकी लाज। इतिहास साक्षी है कि भ्रातृ विरोध ने ही देष को विदेशियों के हाथ सौंप दिया। भक्त प्रहलाद, भक्त ध्रुव की रक्षा के लिए भगवान ने क्या कुछ नहीं किया। उसी तरह रक्षा सूत्र के बंधन की मर्यादा का निर्वाह करना चाहिए तभी यह परंपरा सार्थक सिद्ध होगी। विशेष: यदि इस लेख का उपयोग आप प्रकाशन या आगे भेजने केलिए करते हैं तो लेखक का चित्र और नाम के साथ मोबाईल नंबर देना अनिवार्य होगा।
5 जुलाई को धनु राशि में चंद्र ग्रहण लग रहा है। जुलाई माह की यह एक महत्वपूर्ण खगोलीय घटना है। ज्योतिष शास्त्र में सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण को शुभ फल देना वाला नहीं माना गया है। वैज्ञानिकों, खगोलविदों और ज्योतिषियों के लिए साल 2020 बहुत ही रोचक रहने वाला है। धनु राशि में 30 जून को देव गुरु बृहस्पति ने प्रवेश किया जहां पहले से ही राहु मौजूद है। ग्रहण के दौरान बृहस्पति पर राहु की दृष्टि धनु राशि को प्रभावित करेगी। 5 जून से 5 जुलाई 2020 तक यानी एक माह के अंदर तीसरा ग्रहण है। इस दिन सूर्य मिथुन राशि में होगें और पूर्णिमा तिथि रहेगी। चंद्र ग्रहण: समय उपच्छाया से पहला स्पर्श: 08:37 प्रात: परमग्रास चन्द्र ग्रहण: 09:59 प्रात: उपच्छाया से अन्तिम स्पर्श: 11:22 प्रात: ग्रहण अवधि: 02 घण्टे 43 मिनट 24 सेकेंड ग्रहण दुनिया के कुछ ही इलाकों में दिखाई देगा। ये ग्रहण दक्षिण एशिया के कुछ इलाकों नॉर्थ और साउथ अमेरिका, यूरोप के देशों और पश्चिमी अफ्रीकी देशों में अमेरिका, और ऑस्ट्रेलिया में दिखाई देगा। इस ग्रहण में चंद्रमा और सूर्य के बीच पृथ्वी होती है लेकिन पृथ्वी की बाहरी छाया ही चंद्रमा को छू पाती है ऐसे में चंद्रमा पूरी तरह से गायब नहीं होता, बल्कि इसका एक किनारा ही छाया से ढक जाता है। चंद्रग्रहण भारतीय समयानुसार दिन में है इसलिए यहां के लोगों को दिखाई नहीं देगा। हालांकि यह 2 घंटे 23 मिनट तक रहने वाला ग्रहण होगा। लास एंजिल्स में 4 जुलाई रात 8 बजकर 5 मिनट से शुरू होकर 10 बजकर 52 मिनट तक दिखाई देगा। यह पौने तीन घंटे तक देखा जा सकेगा। केपटाउन में 5 जुलाई को सुबह 5 बजे तक खत्म होगा। इसके बाद 30 नवंबर को चंद्रग्रहण व 14 दिसंबर 2020 को टोटल सूर्यग्रहण होगा। इसे भी हम भारत से नहीं देख पाएंगे। चंद्र ग्रहण का प्रभाव सभी राशियों पर पड़ता है. देश दुनिया पर भी इसका प्रभाव रहता है। 5 जुलाई को लगने वाले चंद्र ग्रहण में सूतक काल मान्य नहीं है। इस ग्रहण को उपछाया ग्रहण माना जा रहा है. जब उपछाया ग्रहण होता है तो सूतक नहीं लगता है इसलिए भोजन और पूजा आदि कार्य किए जा सकते हैं लेकिन गर्भवती महिलाएं विशेष ध्यान रखें और नियमों का पालन करें। बेशक यह ग्रहण भारत में नहीं दिखेगा फिर भी हर ग्रहण का देशों, मनुष्यों, प्रकृति, वनस्पति, मौसम, जलवायु आदि पर राशि अनुसार प्रभाव अवश्य पड़ता है। इस ग्रहण से प्राकृतिक आपदाओं, सीमा विवाद, जल प्रलय, बाढ़ आदि की आशंकाओं से इंकार नहीं किया जा सकता। इसकी संभावना 41 दिन तक बनी रहती है। जहां तक मनुष्यों पर चंद्र ग्रहण के प्रभाव का विश्लेषण किया जाए तो यह 8 राशियों के लिए कल्याणकारी ही है। शेष 4 के लिए अनिष्टकारी नहीं कह सकते अतः इस ग्रहण के राशिफल से घबराने की आवश्यकता नहीं है। इस ग्रहण के फल का प्रभाव 30 दिन तक रहेगा। यह राशिफल चंद्र राशि के अनुसार है। मेष - राशि वालों के लिए सौभाग्यवद्धक । बृष- विरोधियों से सावधान रहें। मिथुन- निवेश के लिए अच्छा समय। कर्क- जल से उत्पन्न बीमारी से सावधान रहें। सिंह- पंचम भाव के कारण व्यापार, संतान पक्ष से विवाह संबंधी अच्छे समाचार मिलेंगे। कन्या- प्रापर्टी से लाभ, ननिहाल से शुभ समाचार, माता की सेहत का ध्यान रखें। तुला- ग्रहण का प्रभाव सम रहेगा। वृश्चिक- जहां चोटादि लगने की संभावना हो वहां सचेत रहें। धनु- इस राशि में ग्रहण लगना हानिकारक होने की बजाय सकारात्मक प्रभाव रहेगा। मकर- संक्रमण तथा गुप्त शत्रुओं से सावधानी बरतें। कुंभ- ग्रहण का प्रभाव लाभ भाव में होने से, लॉकडाउन के कारण रुके व्यापार में गति आएगी। मीन- राशि के लिए ग्रहण लक्की है, महीने में कुछ शुभ समाचार मिलेंगे। 2020 में कुल ग्रहण - पहला ग्रहण: 10-11 जनवरी, चंद्र ग्रहण (लग चुका है) - दूसरा ग्रहण: 5 जून, चंद्र ग्रहण (लग चुका है) - तीसरा ग्रहण: 21 जून, यह सूर्य ग्रहण (लग चुका है) - चौथा ग्रहण: 05 जुलाई - पांचवा ग्रहण: 30 नवंबर को लगेगा, यह चंद्र ग्रहण होगा - छठा ग्रहण: 14 दिसंबर को लगेगा, यह सूर्य ग्रहण होगा
भारत में वसंत मास की तरह श्रावण मास का भी संपूर्ण जनमानस को बेसब्री से इंतजार रहता है। जब चारों ओर मानसून के दौरान प्रकृति के साथ साथ तथा मानस पटल पर भी हरियाली छाने लगती है। श्रावण कृष्ण प्रतिपदा, 5 जुलाई की प्रातः 10 बजकर 15 मिनट पर आरंभ होकर सोमवार की सुबह 9ः 25 तक रहेगी, इसी लिए सावन का आरंभ 5 की बजाय 6 जुलाई से हो रहा है। 5 जुलाई रविवार को ही प्रातः चंद्र ग्रहण भी लग रहा है जो भारत में दृश्य नहीं होगा। गुरु पूर्णिमा तथा आषाढ़ी पूर्णिमा के दिन, 6 जुलाई से उत्तराषाढ़ा नक्षत्र और वैधृति योग लिए, सावन के सोमवार आरंभ हो रहे हैं जो 3 अगस्त को समाप्त होंगे। चंद्र मकर राशि में तथा गुरु अपनी ही धनु राशि में होने से यह महीना और विशेष हो जाएगा। इसबार सावन के महीने का आरंभ और समापन दोनों ही भगवान शिव के प्रिय वार सोमवार से हो रहा है जिसे एक शुभ संयोग माना जाता है। शुक्लपक्ष की अष्टमी तिथि का क्षय होने से पूरा मास 29 दिन का है जिसमें 5 सोमवार के अलावा कई विशेष पर्व व त्योहार इसी श्रावण मास में पड़ेंगे। ज्योतिषीय दृष्टि से भी इस बार सावन का महीना कुछ विशिष्ट माना जा रहा है क्योंकि इस अवधि में काफी अंतराल के बाद 11 सर्वार्थ सिद्धि, 10 सिद्धि, 12 अमृत तथा 3 अमृत सिद्धि जैसे विशेष संयोग बन रहे हैं। कोरोना ग्रहण इन सुयोगों के बावजूद, मंदिरों में पहले जैसी भीड़ नहीं हो सकेगी। कांवड़ या शोभा यात्राएं नहीं हो सकेंगी। संक्रमण फैलने के डर से शिवलिंग को हाथ लगाने, जल या दूध चढ़ाने तथा लंगर लगाने की प्रथा या मान्यताएं आदि, दूरी बनाए रखने के कारण फीकी रह सकती हैं। मंदिरों में भीड़ जुटाने की बजाय , घर में ही छोटे शिवलिंग पर अभिषेक करना अधिक उपयुक्त रहेगा। श्रावण के सोमवार की तालिका 6 जुलाई- पहला सोमवार 13 जुलाई- दूसरा सोमवार 20 जुलाई- तीसरा सोमवार 27 जुलाई- चौथा सोमवार 03 अगस्त- पांचवां व अंतिम सोमवार इसके अलावा ये त्योहार, व्रत, एवं पर्व भी सावन को विशेष बना रहे हैं- 7 जुलाई को मंगला गौरी व्रत,16 को कामिका एकादशी, 20 को सोमवती व हरियाली अमावस, 23 को हरियाली तीज, 25 को नाग पंचमी, 30 जुलाई को पवित्रा एकादशी व्रत और 3 अगस्त को रक्षा बंधन। सावन के सोमवार पंश्चिम एवं दक्षिण भारत के अनुसार! सोमवार 20 जुलाई 27 जुलाई 03 अगस्त 10 अगस्त 17 अगस्त भारत में हर महीने का एक अलग महत्व है लेकिन सावन के महीने को भगवान शंकर से जोड़कर देखा जाता है, इसलिए इसका महत्व बढ़ जाता है। ये दिन भगवान शिव की अराधना के लिए सबसे खास माने जाते हैं। ऐसी मान्यता है कि इस महीने में भगवान शंकर की पूजा अर्चना करने से या हर सोमवार नियमपूर्वक शिवलिंग पर जल अर्पित करने से हर मनोकामना पूरी होती है और कई लाभ मिलते हैं। जिस काम को पूरा करने की आप लंबे समय से प्रयासरत हैं और वह होते-होते रह जाता है तो सावन के महीने में शिव की अराधना से वह पूरी हो जाती है। प्रकृति के लिहाज से भी श्रावन मास का खास महत्व है। प्रकृति हरी-भरी रहती है और यह माना जाता है कि इस महीने जो जातक खुद को प्रकृति के करीब महसूस करता है, उसे प्रकृति की देवी से भी आर्शीवाद प्राप्त होता है। सावन के सोमवार को खरीदें इनमें से कोई भी एक चीज, होगा भाग्य उदय 1. भस्म: पहले सोमवार को या किसी भी सावन के सोमवार को शिव मूर्ति के साथ यदि भस्म रखते हैं तो शिव कृपा मिलेगी। 2. रुद्राक्ष: ऐसी मान्यता है कि रुद्राक्ष की उत्पत्ति भगवान शिव के आंसुओं से हुई थी। इसलिए यदि आप इसे सावन के सोमवार को घर में लाते हैं और घर के मुखिया के कमरे में रखते हैं तो भगवान शिव न केवल रुके हुए काम को पूरा करते हैं, बल्कि इससे आर्थिक लाभ भी होता है। इससे प्रतिष्ठा में भी वृद्धि होती है। 3. गंगा जल: भगवान शंकर ने गंगा मां को अपनी जटा में स्थान दिया था इसलिए यदि आप सावन के सोमवार को गंगाजल लाकर घर की किचन में रखते हैं तो घर में सम्पन्नता बढ़ेगी और तरक्की व सफलता मिलती है। 4. चांदी या तांबे का त्रिशूूल: घर के हॉल में चांदी या तांबे का त्रिशूूल स्थापित करके आप घर की सारी नेेगेटिव एनर्जी खत्म कर सकते हैं. इस बार सावन में इसे जरूर लाएं। 5. चांदी या तांबे का नाग: नाग को भगवान शिव का अभिन्न अंग माना जाता है। घर के मेन गेट के नीचे नाग-नागिन के जोड़े को दबाने से रुके हुए काम पूरे होते हैं। 6. डमरू: घर में डमरू रखने से नेगेटिव एनर्जी का असर नहीं होता. खासतौर से यदि आप इसे बच्चों के कमरे में रखें तो ज्यादा अच्छा होगा। बच्चे किसी भी नकारात्मक ऊर्जा से बचे रहेंगे और उन्हें हर काम में सफलता भी प्राप्त होती है। 7. जल से भरा तांबे का लोटा: घर के जिस हिस्से में परिवार सबसे ज्यादा रहता है, वहां एक तांबे के लोटे में जल भरकर रख दें। इससे घर के लोगों के बीच प्रेम और विश्वास बना रहेगा। ध्यान रखें कि समय-समय पर उस पानी को बदलते रहें। उस पानी को ऐसे ही जाया ना करें, उसे किसी पेड़ या पौधे में डाल दें। 8. चांदी के नंदी: जिस प्रकार घर में चांदी की गाय रखने का महत्व है उसी प्रकार चांदी के नंदी घर में रखने का भी खास महत्व है. अपनी तिजारी या अलमारी में जहां आप पैसे या गहने रखते हैं, वहां चांदी के नंदी रखें. इससे आपको धन लाभ होगा और आपकी आर्थिक सम्पन्नता बढ़ेगी. सावन के महीने में भक्त तीन प्रकार के व्रत रखते हैं। 1. सावन सोमवार व्रत 2. सोलह सोमवार व्रत 3. प्रदोष व्रत श्रावण महीने में सोमवार को जो व्रत रखा जाता है, उसे सावन का सोमवार व्रत कहते हैं. वहीं सावन के पहले सोमवार से 16 सोमवार तक व्रत रखने को सोलह सोमवार व्रत कहते हैं और प्रदोष व्रत भगवान शिव और मां पार्वती का आशीर्वाद पाने के प्रदोष के दिन किया जाता है। व्रत और पूजन विधि – सुबह-सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि कर स्वच्छ कपड़े पहनें। – पूजा स्थान की सफाई करें। – आसपास कोई मंदिर है तो वहां जाकर भोलेनाथ के शिवलिंग पर जल व दूध अर्पित करें। – भोलेनाथ के सामने आंख बंद शांति से बैठें और व्रत का संकल्प लें। – दिन में दो बार सुबह और शाम को भगवान शंकर व मां पार्वती की अर्चना जरूर करें। – भगवान शंकर के सामने तिल के तेल का दीया प्रज्वलित करें और फल व फूल अर्पित करें। – ऊं नम: शिवाय मंत्र का उच्चारण करते हुए भगवान शंकर को सुपारी, पंच अमृत, नारियल व बेल की पत्तियां चढ़ाएं। – सावन सोमवार व्रत कथा का पाठ करें और दूसरों को भी व्रत कथा सुनाएं। – पूजा का प्रसाद वितरण करें और शाम को पूजा कर व्रत खोलें। सोमवार शाम पढ़ें शिव चालीसा, भोलेनाथ प्रसन्न होकर देंगे यह वरदान अंत में भगवान शिव की आरती करें और प्रसाद का वितरण करें। विशेषः कोरोना काल के दृष्टिगत आप यह पूजा अपने घर बैठ कर भी कर सकते हैं। मंदिरों में सामाजिक दूरी तथा सफाई आदि का सख्ती से पालन करें। हिुंदू धर्म के अनुयायियों ने पहले भी इतिहास में देश काल पात्र के अनुसार स्वयं को बखूबी ढाला है और इस काल में भी ढाल सकते हैं।
अक्सर कई विद्वान चौमासे को लेकर स्वयं तो चिंतित रहते ही है परंतु सारे समाज को कई बिंदुओं पर भ्रमित कर देते हैं और आमजन पूछता रह जाता है कि क्या अब चार महीने के लिए शादियों का लॉक डाउन आरंभ हो रहा है? मान्यता है कि इस चतुर्मास में विष्णु भगवान क्षीर सागर में निद्रा में चले जाते हैं और पृथ्वी पर इस दौरान कोई भी धार्मिक एवं विवाह जैसे शुभ कार्य वर्जित रहते हैं। इसे श्री विष्णु शयनोत्सव भी कहा जाता है। परंतु मुहूर्त चिंतामणि तथा पीयूषधारा जैसे ग्रंथों के अनुसार ,उत्तर भारत में , लोकमान्यता अनुसार विवाहादि के मुहूर्त स्वीकार किए गए हैं। अतः पहली जुलाई से लेकर 25 नवंबर तक विवाह बंद नहीं होंगे न ही कोई मांगलिक कार्य वर्जित होंगे। हां! केेवल श्राद्ध, आश्विन, कार्तिक तथा पौष महीनों के कुछ दिन छोड़ कर विवाह मुहूर्त प्रबल हैं। पहले हीे कोरोना तथा लॉकडाउन के कारण जनसाधारण के अधिकांश कार्य रुके पड़े हैं इसी लिए हम यहां क्रियात्मक रुप से होने वाली धार्मिक परंपराओं के पौराणिक तथा आधुनिक संदर्भाें का विवेचन कर रहे हैं। हरिशयनी एकादशी, देवशयनी एकादशी, पद्मा एकादशी, पद्मनाभा एकादशी नाम से पुकारी जाने वाली एकादशी इस वर्ष 1 जुलाई को आ रही है। इस दिन से गृहस्थ लोगों के लिए चतुर्मास नियम प्रारंभ हो जाते हैं। देवशयनी एकादशी नाम से ही स्पष्ट है कि इस दिन श्रीहरि शयन करने चले जाते हैं। इस अवधि में श्रीहरि पाताल के राजा बलि के यहां चार मास निवास करते हैं। चतुर्मास असल में संन्यासियों द्वारा समाज को मार्गदर्शन करने का समय है। आम आदमी इन चार महीनों में अगर केवल सत्य ही बोले तो भी उसे अपने अंदर आध्यात्मिक प्रकाश नजर आएगा। इन चार मासों में कोई भी मंगल कार्य- जैसे विवाह, नवीन गृहप्रवेश आदि नहीं किया जाता है। 2020 में देवउठनी एकादशी 25 नवंबर, 2020 (बुधवार) कब है? ऐसा क्यों? तो इसके पीछे सिर्फ यही कारण है कि आप पूरी तरह से ईश्वर की भक्ति में डूबे रहें, सिर्फ ईश्वर की पूजा-अर्चना करें। बदलते मौसम में जब शरीर में रोगों का मुकाबला करने की क्षमता यानी प्रतिरोधक शक्ति बेहद कम होती है, तब आध्यात्मिक शक्ति प्राप्ति के लिए व्रत करना, उपवास रखना और ईश्वर की आराधना करना बेहद लाभदायक माना जाता है। वास्तव में यह वे दिन होते हैं जब चारों तरफ नकारात्मक शक्तियों का प्रभाव बढ़ने लगता है और शुभ शक्तियां कमजोर पड़ने लगती हैं ऐसे में जरूरी होता है कि देव पूजन द्वारा शुभ शक्तियों को जाग्रत रखा जाए। देवप्रबोधिनी एकादशी से देवता के उठने के साथ ही शुभ शक्तियां प्रभावी हो जाती हैं और नकारात्मक शक्तियां क्षीण होने लगती हैं। देवशयनी एकादशी के चार माह के बाद भगवान् विष्णु प्रबोधिनी एकादशी के दिन जागतें हैं। देवशयनी एकादशी प्रसिद्ध जगन्नाथ रथयात्रा के तुरन्त बाद आती है और अंग्रेजी कैलेण्डर के अनुसार देवशयनी एकादशी का व्रत जून अथवा जुलाई के महीने में आता है। चतुर्मास जो कि हिन्दु कैलेण्डर के अनुसार चार महीने का आत्मसंयम काल है, देवशयनी एकादशी से प्रारम्भ हो जाता है। एकादशी के व्रत को समाप्त करने को पारण कहते हैं। एकादशी व्रत के अगले दिन सूर्योदय के बाद पारण किया जाता है। एकादशी व्रत का पारण द्वादशी तिथि समाप्त होने से पहले करना अति आवश्यक है। यदि द्वादशी तिथि सूर्योदय से पहले समाप्त हो गयी हो तो एकादशी व्रत का पारण सूर्योदय के बाद ही होता है। द्वादशी तिथि के भीतर पारण न करना पाप करने के समान होता है। भगवान विष्णु का प्यार और स्नेह के इच्छुक परम भक्तों को दोनों दिन एकादशी व्रत करने की सलाह दी जाती है। देवशयनी एकादशी बुधवार, जुलाई 1, 2020 को 2 जुलाई को, पारण (व्रत तोड़ने का) समय - 05:24 सुबह से 08:13 तक पारण तिथि के दिन द्वादशी समाप्त होने का समय - 03:16 शाम एकादशी तिथि प्रारम्भ - जून 30, 2020 को शाम 07:49 बजे एकादशी तिथि समाप्त - जुलाई 01, 2020 को शाम 05:29 बजे देवशयनी एकादशी पूजा विधि देवशयनी एकादशी व्रत की शुरुआत दशमी तिथि की रात्रि से ही हो जाती है। दशमी तिथि की रात्रि के भोजन में नमक का प्रयोग नहीं करना चाहिए। अगले दिन प्रात: काल उठकर देनिक कार्यों से निवृत होकर व्रत का संकल्प करें भगवान विष्णु की प्रतिमा को आसन पर आसीन कर उनका षोडशोपचार सहित पूजन करना चाहिए। पंचामृत से स्नान करवाकर, तत्पश्चात भगवान की धूप, दीप, पुष्प आदि से पूजा करनी चाहिए। भगवान को ताम्बूल, पुंगीफल अर्पित करने के बाद मन्त्र द्वारा स्तुति की जानी चाहिए। इसके अतिरिक्त शास्त्रों में व्रत के जो सामान्य नियम बताये गए है, उनका सख्ती से पालन करना चाहिए। इस व्रत को करने से समस्त रखते वाले व्यक्ति को अपने चित, इंद्रियों, आहार और व्यवहार पर संयम रखना होता है। एकादशी व्रत का उपवास व्यक्ति को अर्थ-काम से ऊपर उठकर मोक्ष और धर्म के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है।
देवधरा हिमाचल में यूँ तो कण-कण में शिव बस्ते हैं, यहाँ अनेक शिवालय हैं, किन्तु सोलन जिले के जटोली स्थित महादेव का मंदिर सबसे अलग है। द्रविड़ शैली में बना ये मंदिर एशिया का सबसे ऊँचा शिव मंदिर हैं और इसका निर्माण पूरा होने में करीब 33 वर्ष का समय लगा।माना जाता हैं कि पौराणिक काल में स्वयं भोलेनाथ इस स्थान पर रुके थे, तत्पश्चात सिद्ध तपस्वी बाबा कृष्णानंद परमहंस ने इस स्थान पर घोर तपस्या की। बाबा कृष्णानंद परमहंस के कहे अनुसार ही वर्ष 1980 में मंदिर का निर्माण कार्य शुरू हुआ। 2013 में मंदिर को आमजन के दर्शनार्थ हेतु खोला गया, जिसके बाद यहाँ देश -विदेश से आने वाले भक्तों का तांता लगा रहता हैं। ये लोगों की भगवान शिव में अटूट आस्था और स्वामी परमहंस की महानता ही हैं , जो उन्हें जटोली की ओर खींच लाती है। इसलिए विशेष हैं जटोली मंदिर :- 124 फुट ऊंचा यह मंदिर भारत ही नहीं बल्कि एशिया में सबसे ऊंचा शिव मंदिर है। 1946 में परम हंस महाराज पहली बार यहा पहुंचे। 1980 में उन्होंने शिवालय की नींव रखी थी। 13 जुलाई 1983 को वे ब्रह्मलीन हो गए। मंदिर निर्माण का कार्य हरियाणा निवासी स्वामी के भक्त ने शुरू किया था। करोड़ों रुपये से बने इस मंदिर के निर्माण का खर्च भक्तों के चढ़ावे और दान दी गई धनराशि से ही किया गया है। करीबन 33 साल चले निर्माण कार्य के उपरांत मंदिर को 24 जनवरी 2013 को भक्तों के दर्शनार्थ हेतु खोल दिया गया। मंदिर के गर्भ गृह में शिव, पार्वती, गणेश, कार्तिकेय विराजमान हैं। मंदिर में स्थापित शिवलिंग गुजरात से लाया गया हैं जिसकी कीमत 18 लाख रुपये है। यह शिवलिंग स्फटिक मणि पत्थर यानि क्रिस्टलयुक्त है। ऐसा माना जाता है कि जो व्यक्ति मंदिर में सात रविवार नियमित रूप से आता है उसकी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं। कहा जाता है कि मंदिर स्थित जल कुंड के जल के सेवन से कई रोगों से छुटकारा मिलता है। स्वामी कृष्णानंद परमहंस ने यहा तपस्या के दौरान इस बात की भविष्यवाणी की थी कि यहां बनने वाले मंदिर के कारण हिमाचल का नाम देश ही विश्व में प्रसिद्ध होगा। भक्तों ने अब जटोली मंदिर को ही अपनी चार धाम मान लिया है। यहा पहला धाम कुटिया, दूसरा धाम- सुखताल कुंड, तीसरा धाम-समाधि और फिर चौथा धाम शिवालय मंदिर को माना जाता है। 10 जुलाई को हर साल यहा मंदिर परिसर में गुरु महाराज की पुण्यतिथि मनाई जाती है। बहती हैं अटूट दिव्य जलधारा वर्ष 1946 में श्रीश्री 1008 स्वामी कृष्णा नंद परमहंस महाराज वर्तमान पाकिस्तान ( तब हिन्दुस्तान) से जटोली में भ्रमण करने आए थे। प्रकृति की गोद में बसा ये स्थान परमहंस महाराज को तप के लिए भा गया। वह दिन भर कुंड वाले स्थान पर बैठकर तप करते और रात को गुफा में जाकर सो जाते थे। भक्ति में लीन महाराज परमहंस ने कुछ समय बाद यही धूणा लगा लिया। धीरे -धीरे लोगों को महाराज के बारे में ज्ञात हुआ और वे उनके दर्शनार्थ पहुँचने लगे। कहा जाता हैं कि उस दौरान इस क्षेत्र में कोई पेयजल का स्तोत्र नहीं था, इसलिए महाराज परहंस ने क्षेत्र में पानी के लिए तप किया और कुछ ही दिनों बाद पानी की अटूट दिव्य धारा बहने लगी। यह जलधारा अब भी मौजूद है।