**क्या मेयर पद पर सहमति बना पायेगा कांग्रेस आलाकमान ? **कांग्रेस की रार में, भाजपा मौके की तलाश में ! **संतुलन बनाने के लिए एक गुट से मेयर तो दूसरे से डिप्टी मेयर सम्भव किसी को 'सरदार' के तौर पर 'सरदार' मंजूर नहीं, तो कोई सरदार पर ही अड़ा है। ये ही सोलन नगर निगम में कांग्रेस की सियासत का मौजूदा हाल है। दो गुटों में बंटे पार्षद आमने सामने है और इनको एक पाले में लाना आलाकमान के लिए पापड़ बेलने से कम नहीं। सरदार सिंह को मेयर बनाने का जो वादा 2021 में नगर निगम चुनाव नतीजों के बाद हुआ था वो पूरा होगा, या पार्टी मेयर -डिप्टी मेयर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने का खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ेगा, ये सवाल बना हुआ है। कांग्रेस के पास कुल नौ पार्षद है और नगर निगम पर कब्ज़ा बरकरार रखने के लिए इतने ही उसे चाहिए, न एक कम न एक ज्यादा। पर ये होगा कैसे, यहीं पेंच अटका है। पार्टी के बड़े नेताओं को क्रॉस वोटिंग का डर खाये जा रहा है और भाजपा मौके की तलाश में है। 17 वार्डों वाली सोलन नगर निगम में 9 पार्षद कांग्रेस के है, 7 भाजपा के और एक निर्दलीय। 2021 में चुनाव के बाद कांग्रेस के मेयर और डिप्टी मेयर बने थे। कहते है तब ढाई साल के लिए पूनम ग्रोवर मेयर बनी तो अगले ढाई साल का वादा सरदार सिंह से हुआ। वहीँ डिप्टी मेयर पद के लिए चार लोगों में 15 -15 महीने का कार्यकाल बांटने की बात हुई। पहला नंबर राजीव कोड़ा का था और अब तक पुरे ढाई साल वो ही डिप्टी मेयर रहे। कहते है इसी बात को लेकर कुछ पार्षदों में नाराजगी थी। ऐसे ही चार पार्षद 2022 विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा पार्षदों के साथ मिलकर अविश्वास प्रस्ताव ले आएं। इनमे सरदार सिंह, ईशा, संगीता और पूजा शामिल है। तब कांग्रेस के इन चार और भाजपा के पार्षदों के बीच तय हुआ था कि पूजा मेयर बनेगी और भाजपा के कुलभूषण गुप्ता डिप्टी मेयर। पर तकीनीकी कारणों से इनका अविश्वास प्रस्ताव गिर गया और सारे अरमान धरे रह गए। इसके बाद पूनम ग्रोवर और राजीव कोड़ा अपने पदों पर बने रहे। पर कांग्रेस के पार्षदों के बीच की तल्खियों की झलक अक्सर जनरल हाउस में दिखती रही। अब अविश्वास प्रस्ताव लाने वाले उन्हीं चार में से एक पार्षद सरदार सिंह मेयर पद के दावेदार है। अविश्वास प्रस्ताव में शामिल होने के चलते लाजमी है उनके नाम पर कुछ लोगों को अप्पत्ति हो। वहीँ वार्ड 12 पार्षद उषा शर्मा का नाम भी चर्चा में है। बहरहाल आलाकमान के सामने सभी नौ पार्षदों को एक नाम पर राजी करने की चुनौती है। माना जा रहा है कि संतुलन सुनिश्चित करने के लिए मेयर और डिप्टी मेयर अलग अलग गुट से हो सकते है। सियासत में जो दीखता है, जरूरी नहीं वैसा ही हो। 9 पार्षद होने के बाद भी मेयर डिप्टी मेयर कांग्रेस के हो, ऐसा जरूरी नहीं है। हालांकि कांग्रेस की ही तरह भाजपा भी दो गुटो में बंटी हुई है, लेकिन निर्दलीय को जोड़ लिया जाएँ तो कांग्रेस से संख्या में सिर्फ एक कम है। अगर भाजपा ने कैंडिडेट दिया तो कुलभूषण गुप्ता पार्टी उम्मीदवार हो सकते है। 6 बार की पार्षद मीरा आनंद भी रेस में है। पर क्रॉस वोटिंग की सम्भावना तो यहाँ भी है। हालांकि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल सोलन नगर परिषद् के अध्यक्ष रह चुके है और यहाँ की हर सियासी नब्ज से वाकिफ भी। ऐसे में बिंदल के रहते भीतरखाते बहुत कुछ पक सकता है। बहरहाल कांग्रेस के नौ पार्षद क्या किसी एक नाम पर साथ आएंगे या नहीं, इसी पर निगाह टिकी है।
* कांग्रेस के खाते में 24 सीटें * दहाई का आंकड़ा भी नहीं छू पाई भाजपा, पूर्व मेयर भी हारी चुनाव शिमला नगर निगम चुनाव में सत्ताधारी कांग्रेस ने शानदार जीत दर्ज की है। करीब 11 साल बाद कांग्रेस की अगर निगम में वापसी हुई है। वहीँ भाजपा को एक और झटका लगा है और प्रदेश की सत्ता के बाद शिमला नगर निगम भी भाजपा के हाथ से निकल गई। कुल 34 वार्डों में से 24 में कांग्रेस को जीत मिली है, जबकि भाजपा को 9 और सीपीआईएम को एक वार्ड में जीत मिली है। आम आदमी पार्टी का इस चुनाव में खाता भी नहीं खुला है, वहीँ निर्दलीय प्रत्याशियों पर भी जनता ने भरोसा नहीं जताया है। शिमला नगर निगम चुनाव : वार्ड 33 से कांग्रेस के चमन प्रकाश जीते शिमला नगर निगम चुनाव : वार्ड 29 विकासनगर से कांग्रेस कि रचना भारद्वाज जीती शिमला नगर निगम चुनाव : वार्ड 30 से कांग्रेस के राम रतन वर्मा जीते शिमला नगर निगम चुनाव : वार्ड 31 से भाजपा की आशा शर्मा जीती शिमला नगर निगम चुनाव : वार्ड 32 से भाजपा की निशा ठाकुर जीती शिमला नगर निगम चुनाव : वार्ड 34 से कांग्रेस के आलोक पठानिया जीते **Shimla MC Election Result Live: 23 वार्डों में कांग्रेस, 9 में भाजपा, 1 में सीपीआईएम (Updated at 15:25) **Shimla MC Election Result Live: बहुमत पार कांग्रेस, अब तक 20 वार्डों में कांग्रेस, 7 में भाजपा, 1 में सीपीआईएम **शिमला नगर निगम चुनाव : वार्ड 28 छोटा शिमला से कांग्रेस के सुरेंद्र चौहान जीते **शिमला नगर निगम चुनाव : वार्ड 24 से कांग्रेस के कुलदीप ठाकुर जीते **शिमला नगर निगम चुनाव : वार्ड 23 से कांग्रेस के नरेंद्र ठाकुर जीते **कांग्रेस को बहुमत, भाजपा से शिमला नगर निगम भी छीना **शिमला नगर निगम चुनाव : वार्ड 23 भट्टाकुफर से कांग्रेस के नरेंद्र ठाकुर जीते **शिमला नगर निगम चुनाव : वार्ड 22 से कांग्रेस के विनीत शर्मा जीते Shimla MC Election Result Live: 17 वार्डों में कांग्रेस, 5 में भाजपा, 1 में सीपीआईएम ( Updated at 14:20) Shimla MC Election Result Live: 13 वार्डों में कांग्रेस, 5 में भाजपा, 1 में सीपीआईएम ( Updated at 13:30) **वार्ड नंबर 18 इंजन घर से कांग्रेस के प्रत्याशी अंकुश वर्मा की हुई जीत **वार्ड नंबर 15 लोअर बज़ार से कांग्रेस प्रत्याशी उमंग बंगा की हुई जीत Shimla MC Election Result Live: 11 वार्डों में कांग्रेस, 5 में भाजपा, 1 में सीपीआईएम ( Updated at 13:29 ) ** शिमला नगर निगम चुनाव : वार्ड 20 से भाजपा के कमलेश मेहता जीते। वार्ड नंबर 17 बेनमोर से कांग्रेस प्रत्याशी शीनम कटारिया ने 799 मतों से जीत हासिल की है। संजोली वार्ड नंबर 19 से कांग्रेस प्रत्याशी ममता चंदेल की हुई जीत। **अब तक 15 नतीजे घोषित, 10 में कांग्रेस, 4 में भाजपा और 1 में सीपीआईएम की जीत (Updated at 13:18) किरण बाबा जाएंगी कोर्ट वार्ड नंबर 8 बालूगंज से चुनाव हारने के बाद भाजपा प्रत्याशी किरण बाबा ने कोर्ट जाने की बात कही है। उन्होंने नतीजों में गड़बड़ी के आरोप लगाए है। किरण ने ईवीएम बदलने का भी आरोप लगाया। **वार्ड नंबर 13 कृष्णानगर से भाजपा के बिट्टू कुमार की हुई जीत ,वार्ड नंबर 11 नाभा से कांग्रेस प्रत्याशी सिमी नंदा की हुई जीत और वार्ड 10 टूटीकण्डी से कांग्रेस प्रत्याशी उमा ने जीत हासिल की है। वहीं अगर आम आदमी पार्टी कि बात की जाए तो अभी तक आम आदमी पार्टी एक भी सीट पर जीत हासिल नहीं कर पाई है। वही वार्ड 16 जाखू से कांग्रेस प्रत्याशी अतुल गौतम आगे चल रहे है। ** दोपहर 12:40 तक घोषित हुए नतीजों में 14 में से 9 वार्ड में कांग्रेस को जीत मिली है , जबकि 4 में भाजपा व 1 में सीपीआईएम प्रत्याशी जीते है। ***वार्ड नंबर 2 रूलदूभट्टा से भाजपा की सरोज ठाकुर, वार्ड नंबर 3 कैथू से कांग्रेस की कांता सुयाल, वार्ड नंबर 6 टुटू से कांग्रेस की मोनिका भारद्वाज, और वार्ड नंबर 7 मज्याठ से कांग्रेस की अनिता शर्मा चुनाव जीत गई हैं, वार्ड नंबर 1 भराड़ी से भाजपा की मीना चौहान और वार्ड नंबर 4 अनाडेल से कांग्रेस की कांग्रेस की उर्मिला कश्यप ने चुनाव जीता है वार्ड नंबर 5 समरहिल से माकपा प्रत्याशी वीरेंद्र ठाकुर चुनाव जीते हैं। वार्ड नंबर 9 से कांग्रेस की किरण शर्मा ने जीत हासिल की है।
Shimla, Himachal's oldest pre-independence municipality, will vote in municipal elections again on May 2, 2023. With elections approaching, the major political parties, BJP and Congress are extensively pursuing door-to-door campaigns, Nukad sabhas, and template distribution programs at the local level. With the BJP losing the HP state assembly election in 2022 and the Congress taking control Experts believes there is a strong chance for Congress to recapture Shimla MC. INC, the major political force in Himachal at the moment, appears to be certain of them winning the MC elections. With the momentum of the recent HP Vidhan Sabha election and CM Sukhu emerging as a powerful and authentic figure in Shimla's eyes. Furthermore, three incumbent MLAs, two of whom are cabinet ministers in the HP government, make Congress's chances fancy the forthcoming election. This advantage, however, comes with significant pressure to gain the Shimla region back after a long stretch, or it will be a major loss for the current Sukhu government. BJP, the former MC victor, is currently aggressively pursuing the campaign program. With significant BJP political faces are expected to visit Shimla's municipal region, demonstrating the BJP's determination to keep its political hold on the Municipal cooperation of Shimla. Additionally, their manifestos have good junctures with 21 announced vade containing guarantees and freebies (water and garbage bill). However, it will require considerable work from both local and state officials to make it happen. Since, Municipal Cooperation elections are mostly based on local issues, as well as the workability and relationship of the local ward councilor. BJP can give Congress run for the seats for the MC election to be held from May 2nd. Hence, the victory of either of the major parties in the municipal election is too early to predict in the current scenario and MC can go into either of the party's hands.
शिमला नगर निगम चुनावों में हॉट सीट माने जाने वाली संजौली चोक से भाजपा ने फिर से पूर्व महापौर सत्या कौंडल को चुनावी मैदान में उतारा है। मंगलवार को ढोल नगाड़ों ओर दल बल के साथ सत्या कौंडल नामांकन भरने उपायुक्त कार्यालय पहुंची। इस दौरान पूर्व मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर चेतन बरागटा सहित कई नेता उनके साथ मौजूद रहे। नामांकन भरने के बाद सत्या कौंडल ने फिर से जीत की हुंकार भरी। उन्होंने कहा कि पूर्व नगर निगम में शिमला शहर में विकास कार्य हुए हैं और स्मार्ट सिटी के तहत शिमला शहर का नक्शा बदला है। शहर में पार्किंग ओवरब्रिज लिफ्ट सहित कई कार्य किए गए हैं और संजौली रोड में भी विकास कार्य किए गए हैं। ऐसे में उन्हें पूरा विश्वास है कि संजौली की जनता फिर से उन्हें गीता कर भेजेगी और फिर से शहर में भाजपा का नगर निगम पर कब्जा होगा इसी दौरान पूर्व मंत्री गोविंद ठाकुर ने कहा कि शिमला में नगर निगम चुनाव होने जा रहे हैं और भाजपा को पूरा विश्वास है कि शिमला की जनता फिर से भाजपा का साथ देगी और शिमला नगर निगम में भाजपा का कब्जा होगा। वहीं उन्होंने कांग्रेस सरकार पर भी निशाना साधा और कहा कि 4 महीने में ही सुख की सरकार से लोगों का मोहभंग हो गया है और इन चुनावों में शिमला के लोग भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में मतदान कर दोबारा से इतिहास रचेंगे।
शिमला नगर निगम चुनावों में कई दिग्गज नेता भी चुनावी मैदान में उतरे है। शिमला शहरी कांग्रेस के अध्यक्ष और पूर्व में दो बार पार्षद रहे जितेंद्र चौधरी ने भी चुनावी ताल ठोकी है और भराड़ी वार्ड से अपना नामांकन पत्र दाखिल किया है। मंगलवार को जितेंद्र चौधरी ने अपने समर्थकों के साथ उपायुक्त कार्यालय में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया और अपनी जीत का दावा किया। नामांकन के बाद जितेंद्र चौधरी ने कहा कि वह पूर्व में दो बार पार्षद रह चुके हैं और अभी उनकी धर्मपत्नी भराड़ी वार्ड से ही पार्षद थी। वहीं उन्होंने भाजपा पर भी निशाना साधा और कहा कि पूर्व में प्रदेश में भाजपा की सरकार थी और शिमला नगर निगम भी भाजपा की थी और शहर में केवल स्मार्ट सिटी के नाम पर डंगे और लोहे का ढांचा खड़ा किया गया है। स्मार्ट सिटी के पैसे की बर्बादी की गई है प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है और नगर निगम में कांग्रेस के काबिज होने के बाद शिमला शहर का एक समान विकास किया जाएगा।
राजधानी शिमला में नगर निगम चुनावों का बिगुल बज चूका है और टिकट आवंटन के साथ ही राजनीतिक पारा चढ़ने लगा है। वहीं देर रात तक चली कांग्रेस पार्टी नेताओं की बैठक के बाद दस प्रत्याशियों के नामों पर मुहर लगी है। हालांकि, अभी भी आठ वार्डों में प्रत्याशियों के नाम तय करने को लेकर पार्टी को जद्दोजहद करनी पड़ रही है। इनमें एक से ज्यादा दावेदार होने के कारण अभी तक प्रत्याशियों के नाम तय नहीं हो पाए हैं। देर रात जारी की गई सूची में भराड़ी वार्ड से शहरी कांग्रेस अध्यक्ष जितेंद्र चौधरी, कैथू से कांता सुयाल, मज्याठ से अनिता शर्मा, कच्चीघाटी से किरण शर्मा, रामबाजार से सुषमा कुठियाला, फागली से रूप चंद, जाखू से अतुल गौतम, संजौली से ममता चंदेल, लोअर ढली से विशाखा मोदी और कंगनाधार से रामरतन वर्मा को पार्टी ने अपना प्रत्याशी बनाया है और आठ प्रत्याशियों की अंतिम सूची अब सोमवार को जारी हो सकती है। वहीं सोमवार और मंगलवार को नामांकन भरने का समय है। कांग्रेस से टिकट के इंतजार में देर रात तक दावेदार भी जागते रहे। पार्टी नेताओं की बैठक देर शाम सात बजे से शुरू हो गई थी। लेकिन दस दावेदार तय करने में 11:30 बज गए। टिकट मिलने से जहां कुछ दावेदार अब नामांकन भरने की तैयारी में जुट गए हैं तो कुछ दुखी हैं। दूसरी तरफ भाजपा भी अभी तीन वार्डों में भराड़ी, कैथू और मल्याणा में अपने प्रत्याशी तय नहीं कर पाई है। अभी भाजपा 31 वार्डों में ही प्रत्याशी तय कर पाई है। तय किए गए ज्यादातर प्रत्याशी सोमवार को नामांकन भी भर सकते है।
शिमला नगर निगम चुनाव में प्रत्याशियों की पहली सूची जारी करने में कांग्रेस ने बढ़त बना ली है और अब भाजपा भी 12 अप्रैल को नगर निगम शिमला के सभी 34 वार्डों के प्रत्याशियों की घोषणा कर सकती है। बुधवार को विली पार्क शिमला में भाजपा चुनाव समिति की बैठक होनी है। इस बैठक में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, प्रदेश सह प्रभारी संजय टंडन, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप, त्रिलोक जम्वाल, राकेश जम्वाल, त्रिलोक कपूर, पवन राणा, रश्मीधार सूद उपस्थित रहेंगे। भाजपा प्रदेश सह प्रभारी संजय टंडन ने कहा कि सभी 34 वार्डों की बैठकें हो चुकी है। 12 अप्रैल को भाजपा के नगर निगम में 34 प्रत्याशियों की घोषणा की जाएगी। 13, 17 और 18 अप्रैल को भाजपा प्रत्याशी नामांकन भरेंगे।
नगर निगम चुनाव में भी कांग्रेस पार्टी विधानसभा की तर्ज पर शहर की जनता को दस गारंटियां देने की तैयारी कर रही है। सोमवार को कांग्रेस मुख्यालय में कांग्रेस की चुनाव के लिए बनाई घोषणा पत्र कमेटी की निगम चुनाव प्रभारी तेजिंद्र पाल बिट्टू की अध्यक्षता में बैठक हुई। इसमें प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह, शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर, शहरी विधायक हरीश जनारथा, केहर सिंह खाची, पूर्व मेयर ओर विधायक आदर्श, मनोज कुमार सहित कमेटी के सदस्य मौजूद रहे। बैठक के दौरान प्रभारी ने कहा कि विधानसभा की तरह कांग्रेस निगम चुनाव में भी आम जनता, पूर्व मेयर, पार्षद और वरिष्ठ कांग्रेसियों की राय लेकर अगले सप्ताह दस गारंटियों वाला घोषणा पत्र जारी करेगी। इसमें शहर की स्पष्ट रूप से दिखाई देने वाली समस्याओं के साथ यहां किए जाने वाले विकास कार्यों पर विस्तार से चर्चा की गई। इसी के साथ प्रभारी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी प्रदेश में सत्ता में आने के बाद अपनी घोषणाओं को पूरा करने की दिशा में काम कर रही है। और कहा कि कांग्रेस मिलकर इन चुनाव में तीस से अधिक सीटें जीतकर आएगी।
हिमाचल प्रदेश के बेरोजगार एवं प्रशिक्षित युवाओं के लिए नौकरी पाने का सुनहरा मौका मिलने जा रहा है।हिमाचल प्रदेश एचपीयूएसएसएएल संगठन लिमिटेड ने (792) पदों पर भर्ती के लिए नोटिफिकेशन जारी किया है। इसमें कई पदों पर भर्तियां की जाएगी। इन पदों के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 14/12/2022 निर्धारित की गई है। संगठन के सचिव विनीत शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि , इसमें जूनियर ऑफिस असिस्टेंट , कंप्यूटर ऑपरेटर एंड प्रोग्रामिंग असिस्टेंट, फिटर, इलेक्ट्रीशियन, वायरमैन, मैकेनिक डीजल ,ड्राफ्ट्समैन सिविल, पंप ऑपरेटर एंड मैकेनिक, टर्नर ,सीनियर इंजीनियर, प्रोडक्शन मैनेजर, अकाउंट्स मैनेजर, इलेक्ट्रिकल इंजीनियर, एचआर एडमिन एग्जीक्यूटिव, सीनियर एग्जीक्यूटिव , सुरक्षा गार्ड, सुरक्षा सुपरवाइजर, सीनियर मैनेजर इंजीनियरिंग, सीनियर ऑफिसर/ असिस्टेंट, स्टोर असिस्टेंट, जूनियर इंजीनियर सिविल, ड्राइवर, स्टाफ नर्स एएनएम, स्टाफ नर्स जीएनएम , लैब टेक्नीशियन , कार्यालय सहायक, ऑफिस कोऑर्डिनेटर, डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेटर, ब्लॉक कोऑर्डिनेटर, आयुर्वेदिक फार्मासिस्ट , फ्रंट ऑफिस एग्जीक्यूटिव फीमेल , कंस्ट्रक्शन हेल्पर , एरिया सेल्स मैनेजर, बैंक सेल्स एग्जीक्यूटिव, रिक्रूटमेंट ऑफीसर कार्यालय , कैसियर फीमेल, टेलीकॉलर फीमेल, फ्रंट डेस्क मैनेजर ,स्वीपर, बिजनेस डेवलपमेंट मैनेजर , फॉर्म सेल्स एग्जीक्यूटिव एजेंट, पीएन कम हेल्पर के पदों को भरने के लिए अधिसूचना जारी की गई है. सभी पदों के लिए ऑनलाइन आवेदन व्हाट्सएप नंबर पर ही लिए जाएंगे सभी पद हिमाचल प्रदेश के लिए आरक्षित किए गए है। (यहां करें आवेदन ) इन पदों के इच्छुक उम्मीदवार आवेदन करने के लिए संगठन के व्हाट्सएप नंबर 62304-06027 पर अपनी शैक्षणिक योग्यता के मूल प्रमाण पत्रों की छाया प्रति, आधार कार्ड, पुलिस चरित्र प्रमाण पत्र , रोजगार कार्यालय पंजीकरण कार्ड, स्कैन, पीडीएफ फाइल बनाकर अंतिम तिथि तक अपना आवेदन भेज सकते हैं. निर्धारित तिथि के बाद मिलने वाले आवेदन रद्द कर दिए जाएंगे। इन पदों के लिए आयु सीमा 18 वर्ष से लेकर 50 वर्ष तक निश्चित की गई है। उम्मीदवार आवेदन करते समय पदनाम लिखना अनिवार्य किया गया है। संगठन द्वारा उम्मीदवारों का चयन प्रक्रिया लिखित परीक्षा/ छटनी परीक्षा और इंटरव्यू के आधार पर ही किया जाएगा। लिखित परीक्षा 25 दिसंबर 2022 को ऑनलाइन ही आयोजित की जाएगी , सभी पदों की लिखित परीक्षा में हिमाचल सामान्य ज्ञान, एवरीडे साइंस, समाजशास्त्र ,कंप्यूटर न्यूमेरिकल एटीट्यूट, जनरल हिंदी, जनरल इंग्लिश, गणित विषय से संबंधित ऑब्जेक्टिव टाइप (एमसीक्यू) (150) प्रश्न पूछे जाएंगेहिमाचल प्रदेश के बेरोजगार एवं प्रशिक्षित युवाओं के लिए नौकरी पाने का सुनहरा मौका मिलने जा रहा है। हिमाचल प्रदेश एचपीयूएसएसएएल संगठन लिमिटेड ने (792) पदों पर भर्ती के लिए नोटिफिकेशन जारी किया है।इसमें कई पदों पर भर्तियां की जाएगी। इन पदों के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 14/12/2022 निर्धारित की गई है। संगठन के सचिव विनीत शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि , इसमें जूनियर ऑफिस असिस्टेंट , कंप्यूटर ऑपरेटर एंड प्रोग्रामिंग असिस्टेंट, फिटर, इलेक्ट्रीशियन, वायरमैन, मैकेनिक डीजल ,ड्राफ्ट्समैन सिविल, पंप ऑपरेटर एंड मैकेनिक, टर्नर ,सीनियर इंजीनियर, प्रोडक्शन मैनेजर, अकाउंट्स मैनेजर, इलेक्ट्रिकल इंजीनियर, एचआर एडमिन एग्जीक्यूटिव, सीनियर एग्जीक्यूटिव , सुरक्षा गार्ड, सुरक्षा सुपरवाइजर, सीनियर मैनेजर इंजीनियरिंग, सीनियर ऑफिसर/ असिस्टेंट, स्टोर असिस्टेंट, जूनियर इंजीनियर सिविल, ड्राइवर, स्टाफ नर्स एएनएम, स्टाफ नर्स जीएनएम , लैब टेक्नीशियन , कार्यालय सहायक, ऑफिस कोऑर्डिनेटर, डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेटर, ब्लॉक कोऑर्डिनेटर, आयुर्वेदिक फार्मासिस्ट , फ्रंट ऑफिस एग्जीक्यूटिव फीमेल , कंस्ट्रक्शन हेल्पर , एरिया सेल्स मैनेजर, बैंक सेल्स एग्जीक्यूटिव, रिक्रूटमेंट ऑफीसर कार्यालय , कैसियर फीमेल, टेलीकॉलर फीमेल, फ्रंट डेस्क मैनेजर ,स्वीपर, बिजनेस डेवलपमेंट मैनेजर , फॉर्म सेल्स एग्जीक्यूटिव एजेंट, पीएन कम हेल्पर के पदों को भरने के लिए अधिसूचना जारी की गई है. सभी पदों के लिए ऑनलाइन आवेदन व्हाट्सएप नंबर पर ही लिए जाएंगे. सभी पद हिमाचल प्रदेश के लिए आरक्षित किए गए है। (यहां करें आवेदन ) इन पदों के इच्छुक उम्मीदवार आवेदन करने के लिए संगठन के व्हाट्सएप नंबर 62304-06027 पर अपनी शैक्षणिक योग्यता के मूल प्रमाण पत्रों की छाया प्रति, आधार कार्ड, पुलिस चरित्र प्रमाण पत्र , रोजगार कार्यालय पंजीकरण कार्ड, स्कैन, पीडीएफ फाइल बनाकर अंतिम तिथि तक अपना आवेदन भेज सकते हैं. निर्धारित तिथि के बाद मिलने वाले आवेदन रद्द कर दिए जाएंगे। इन पदों के लिए आयु सीमा 18 वर्ष से लेकर 50 वर्ष तक निश्चित की गई है। उम्मीदवार आवेदन करते समय पदनाम लिखना अनिवार्य किया गया है। संगठन द्वारा उम्मीदवारों का चयन प्रक्रिया लिखित परीक्षा/ छटनी परीक्षा और इंटरव्यू के आधार पर ही किया जाएगा। लिखित परीक्षा 25 दिसंबर 2022 को ऑनलाइन ही आयोजित की जाएगी , सभी पदों की लिखित परीक्षा में हिमाचल सामान्य ज्ञान, एवरीडे साइंस, समाजशास्त्र ,कंप्यूटर न्यूमेरिकल एटीट्यूट, जनरल हिंदी, जनरल इंग्लिश, गणित विषय से संबंधित ऑब्जेक्टिव टाइप (एमसीक्यू) (150) प्रश्न पूछे जाएंगे. लिखित परीक्षा का परिणाम 15 जनवरी 2023 को ऑफिशियल/ आधिकारिक वेबसाइट www.hpussa.in पर घोषित किया जाएगा। उम्मीदवार अनिवार्य वांछनीय शैक्षणिक योग्यता , पदनाम की डिटेल, नोटिफिकेशन संगठन की आधिकारिक वेबसाइट www.hpussa.in पर भी देख सकते है। सभी उम्मीदवारों को इनरोलमेंट नंबर ऑनलाइन ही जारी किए जाएंगे। इन पदों के लिए एप्लीकेशन फीस /आवेदन शुल्क सभी श्रेणियों के वर्गों के लिए सामान्य वर्ग, ईडब्ल्यूएस, एससी, एसटी ,ओबीसी, दिव्यांग, अनुसूचित जाति, एपीएल, बीपीएल, फ्रीडम फाइटर, स्वतंत्रता सेनानी वर्गों के लिए 1870 रुपए शुल्क निर्धारित किया गया है, जो कि नॉन रिफंडेबल रहेगा। उम्मीदवार की शैक्षणिक योग्यता 10वीं, 12वीं, स्नातक, स्नातकोत्तर, एमबीए मार्केटिंग/ फाइनेंस, एमसीए, बीसीए ,पीजीडीसीए, एमकॉम, बीकॉम , एमटेक, बीटेक, बीएससी बीएड, एमएससी साइंस, आईटीआई डिप्लोमा/ एएनएम /जीएनएम डिप्लोमा हिमाचल सरकार एवं भारत सरकार के किसी मान्यता प्राप्त संस्थान से उत्तीर्ण होना अनिवार्य किया गया है। नियुक्त /चयनित उम्मीदवारों का मासिक वेतनमान राज्य सरकार के पॉलिसी एक्ट सीटीसी ग्रेड पे- 11710/- से लेकर 35860/- रुपए सीटीसी ग्रेड पे- दिया जाएगा। यह नियुक्तियां 2 वर्ष के अनुबंध आधार पर की जाएगी, जिन्हें कॉन्ट्रैक्ट समाप्ति के बाद रेगुलर किया जाएगा। नियुक्त किए गए उम्मीदवारों को हिमाचल प्रदेश के किसी भी जिले में तैनाती दी जा सकती है। यह सभी पद विभागों, मल्टीनेशनल कंपनियों , प्रोजेक्ट, फाइनेंस सेक्टर, बैंक , सोसाइटी ,मेडिकल कॉलेज , हॉस्पिटल, एनजीओ ,कॉल सेंटर में भरे जाएंगे। इसके अलावा पीएफ, जीपीएफ, जनरल इंश्योरेंस , प्रमोशन की सुविधा भी मिलेगी। असफल उम्मीदवारों को भी नौकरी दी जाएगी। उम्मीदवार अधिकतर जानकारी के लिए कार्यालय /अधिकारियों के मोबाइल नंबर 9418139918 , 6230590985 पर संपर्क कर सकते है। लिखित परीक्षा का परिणाम 15 जनवरी 2023 को ऑफिशियल/ आधिकारिक वेबसाइट www.hpussa.in पर घोषित किया जाएगा। उम्मीदवार अनिवार्य वांछनीय शैक्षणिक योग्यता , पदनाम की डिटेल, नोटिफिकेशन संगठन की आधिकारिक वेबसाइट www.hpussa.in पर भी देख सकते है। सभी उम्मीदवारों को इनरोलमेंट नंबर ऑनलाइन ही जारी किए जाएंगे। इन पदों के लिए एप्लीकेशन फीस /आवेदन शुल्क सभी श्रेणियों के वर्गों के लिए सामान्य वर्ग, ईडब्ल्यूएस, एससी, एसटी ,ओबीसी, दिव्यांग, अनुसूचित जाति, एपीएल, बीपीएल, फ्रीडम फाइटर, स्वतंत्रता सेनानी वर्गों के लिए 1870 रुपए शुल्क निर्धारित किया गया है, जो कि नॉन रिफंडेबल रहेगा. उम्मीदवार की शैक्षणिक योग्यता 10वीं, 12वीं, स्नातक, स्नातकोत्तर, एमबीए मार्केटिंग/ फाइनेंस, एमसीए, बीसीए ,पीजीडीसीए, एमकॉम, बीकॉम , एमटेक, बीटेक, बीएससी बीएड, एमएससी साइंस, आईटीआई डिप्लोमा/ एएनएम /जीएनएम डिप्लोमा हिमाचल सरकार एवं भारत सरकार के किसी मान्यता प्राप्त संस्थान से उत्तीर्ण होना अनिवार्य किया गया है। नियुक्त /चयनित उम्मीदवारों का मासिक वेतनमान राज्य सरकार के पॉलिसी एक्ट सीटीसी ग्रेड पे- 11710/- से लेकर 35860/- रुपए सीटीसी ग्रेड पे- दिया जाएगा। यह नियुक्तियां 2 वर्ष के अनुबंध आधार पर की जाएगी, जिन्हें कॉन्ट्रैक्ट समाप्ति के बाद रेगुलर किया जाएगा। नियुक्त किए गए उम्मीदवारों को हिमाचल प्रदेश के किसी भी जिले में तैनाती दी जा सकती है। यह सभी पद विभागों, मल्टीनेशनल कंपनियों , प्रोजेक्ट, फाइनेंस सेक्टर, बैंक , सोसाइटी ,मेडिकल कॉलेज , हॉस्पिटल, एनजीओ ,कॉल सेंटर में भरे जाएंगे। इसके अलावा पीएफ, जीपीएफ, जनरल इंश्योरेंस , प्रमोशन की सुविधा भी मिलेगी। असफल उम्मीदवारों को भी नौकरी दी जाएगी। उम्मीदवार अधिकतर जानकारी के लिए कार्यालय /अधिकारियों के मोबाइल नंबर 9418139918 , 6230590985 पर संपर्क कर सकते है।
सोलन नगर निगम में अब वेबसाइट के जरिये होगा बिलो का भुगतान सोलन की जनता को अब नगर निगम के तहत होने वाले बिलो का भुगतान घर बैठे कर सकेगी। नगर निगम सोलन के द्वारा पानी,कूड़ा तथा प्रॉपर्टी टैक्स के भुगतान के लिए ऑनलाइन सिस्टम करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। निगम कमिश्नर राजीव कुमार ने बातचीत में बताया की अप्रैल माह के अंत तक नगर निगम के तहत होने वाले भुगतानों को ऑनलाइन कर दिया जायेगा। उन्होंने कहा की नगर निगम की वेबसाइट तैयार हो चुकी है और अप्रैल माह के अंत तक इस शुरू कर दिया जायेगा। उन्होंने कहा ऑनलाइन सिस्टम होने से लोगो को लाइन में नहीं लगना पड़ेगा उपभोक्ता कही पर हो अपने बिल का भुगतान समय पर जब चाहे तब कर सकता है। इसे पहले भुगतान करने के लिए लोगो को निगम के चक्कर लगने पड़ते थे, ऑनलाइन होने के बाद लोगो को निगम आने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी। इसमें पंजीकरण करने का आसान तरीका है। रजिस्टर करने के लिए सबसे पहले निगम की वेबसाइट www.mcsolan.in पर सिटीजन लॉग इन करें। इसके बाद उपभोक्ता आईडी बनाई जाएगी। आईडी पर डाटा सबमिट करने के तथा सफल पंजीकरण होने के बाद उपभोक्ता के नंबर पर यूजर आईडी और पासवर्ड आएगा। इसके बाद उपभोक्ता घर बैठे ही रजिस्टर हो जाएगा और वह प्रॉपर्टी टैक्स, पानी, कूड़ा, हाउस टैक्स और शॉप रैंट के बिल जमा कर सकेंगे। ऑनलाइन के साथ - साथ ऑफलाइन की भी रहेगी सुविधा : नगर निगम सोलन बिलो के भुगतान के लिए ऑनलाइन सिस्टम तो कर रही है, लेकिन जो लोग ऑनलाइन भुगतान करने में सक्षम नहीं है निगम के द्वारा उनके लिए ऑफलाइन सुविधा भी जारी रखी है। सोलन की जनता ऑनलाइन तथा ऑफ़ लाइन दोनों प्रकार से भुगतान कर पाए गए। नगर निगम सोलन के अंतर्गत शहर में करीब 12 हजार पानी के कनेक्शन हैं। निगम द्वारा उपभोक्ताओं को प्रत्येक माह पानी का बिल दिया जाता है। इनमें 626 उपभोक्ता ऐसे हैं जिन्होंने कई माह से निगम को पानी का बिल नहीं दिया है। शहर के करोड़पति लोग निगम को बिल के नाम पर अंगूठा दिखा देते हैं या यूं कहे कि बहुमंजिला भवनों में रहने वाले लोग कई माह से मुफ्त का पानी पी रहे हैं। हालांकि नगर निगम ने इन डिफाल्टर उपभोक्ताओं को पहले भी मौखिक रूप से कई बार चेतावनी दी लेकिन इसका कोई असर नहीं हुआ। नगर निगम सोलन के आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि निर्धारित समय में यदि पानी का बिल जमा नहीं करवाया तो निगम द्वारा सख्त कार्रवाई की जाएगी। बिना किसी पूर्व सूचना के डिफाल्टर उपभोक्ताओं के पानी के कनेक्शन काट दिए जाएंगे। अब ई-मेल पर मिलेंगे हर प्रकार के बिल ई-मेल किए जाएंगे ।
जम्मू-कश्मीर के शोपियां में सीआरपीएफ टीम पर आज सुबह आतंकियों ने हमला किया है। हमले में एक जवान घायल हो गया है, जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बताया जा रहा है कि शोपियां जिले के जैनापोरा गांव जैनापोरा गांव में आतंकियों ने अचानक सुरक्षाकर्मियों पर फायरिंग शुरू कर दी। सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके को घेल लिया है। सर्च ऑपरेशन जारी है। गौरतलब है कि एक दिन पहले ही जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में आतंकियों ने बीजेपी के कुलगाम किसान मोर्चा के प्रमुख और सरपंच और उनकी पत्नी की गोली मारकर हत्या कर दी थी। सोमवार शाम करीब चार बजे अनंतनाग पुलिस को जिले के लालचौक इलाके में एक आतंकवादी घटना की सूचना मिली, जहां आतंकवादियों ने भाजपा के सरपंच और उनकी पत्नी पंच पर गोलियां चलाईं।
'अपने चेहरे से जो जाहिर है छुपाये कैसे ' वसीम बरेलवी के एक शेर का ये मिस्रा मंडी कांग्रेस के हाल को बखूबी बयां कर रहा है। स्पष्ट दिख रहा है कि लगातार मिल रही पराजय से मंडी में कांग्रेस का जमीनी कार्यकर्ता उदास है और हौंसला पस्त। पर पार्टी का असल मर्ज है बड़े नेताओं का बड़ा अहम् और सुनहरे अतीत पर टिका उनका वहम। इन्हीं दिग्गजों के अहम् और वहम के बीच फिलवक्त मंडी में कांग्रेस ठंडी दिख रही है। ये दिग्गज अगर ताव में आ जाएं तो कार्यकर्ता को हौंसला भी मिले और आस भी जगे। पर फिलहाल तो पार्टी कंफ्यूज है, न दिशा है, न मजबूत चेहरा और न ही कोई ठोस रणनीति। 2022 में प्रदेश की सल्तनत और कांग्रेस के बीच सबसे बड़ी चुनौती मंडी की रणभूमि होगी। हालहीं में जिला परिषद् और नगर निगम चुनाव में कांग्रेस की खूब किरकिरी हुई है और अब लोकसभा का उपचुनाव दस्तक दे रहा है। 2022 की उम्मीद जिन्दा रखने के लिए उपचुनाव में पार्टी पर बेहतर करने का दबाव है, पर वर्तमान राजनैतिक परिवेश में डगर बेहद कठिन दिख रही है। अंतर्कलह से ग्रस्त कांग्रेस की राह मुश्किल इसलिए भी है क्योंकि मजबूत भाजपा से मुकाबला करने से पहले कांग्रेस को अपनों को भी साधना होगा। बहरहाल, कांग्रेस को सबसे पहले ये तय करना होगा कि मंडी संसदीय उप चुनाव में पार्टी की तरफ से मैदान में कौन होगा। जगजाहिर है कि पंडित सुखराम कांग्रेस में वापस इसीलिए लौटे थे ताकि पोते आश्रय को सांसद बनता देख सके। पर 2019 के लोकसभा चुनाव में जनता ने उनके अरमान कुचले ही नहीं बल्कि अरमानों का कचूमर निकाल दिया था। आश्रय का राजनैतिक सफर भी अब तक फीका -फीका सा ही रहा है। बावजूद इसके हालहीं दिए बयान में पंडित जी ने फिर पोते को सांसद देखने की इच्छा व्यक्त की है। यानी पंडित जी की विरासत के बूते एक बार फिर आश्रय का दावा प्रबल रहेगा। दूसरे दावेदार है प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष निगम भंडारी जो पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू के करीबी माने जाते है। निगम भंडारी उभरते हुए चेहरे तो है, युवाओं में पकड़ भी है पर सुक्खू का करीबी होना उन्हें बाकी कई दिग्गजों से दूर कर देता है। तीसरा पक्ष ये है कि पार्टी वरिष्ठ नेता कौल सिंह ठाकुर को मैदान में उतार सकती है। हालांकि खुद कौल सिंह ठाकुर फिलहाल चुनाव लड़ने से इंकार कर रहे है। बाकी अंतिम निर्णय पार्टी आलाकमान को करना है। पंडित सुखराम की पारिवारिक भूलभुलैया और मझधार में अटकी कांग्रेस हिमाचल की सियासत के चाणक्य पंडित सुखराम पोते सहित कांग्रेस का हाथ थामे हुए है, तो उनके पुत्र अनिल शर्मा कहने को तो भाजपा के विधायक है लेकिन उनकी स्थिति किसी से छिपी नहीं है। कभी मुख्यमंत्री उन पर तंज कसते हुए कहते है कि " अगर साथ होते तो और बात होती', तो कभी बेटे द्वारा उनकी तारीफ़ करने पर भरी सभा में कांग्रेसी भी लाल हो जाते है। बहरहाल जो सियासी इक्वेशन सुखराम फैमिली, कांग्रेस और भाजपा के बीच बनी हुई है, ऐसी कोई और मिसाल हिमाचल ही क्या देश के सियासी इतिहास में भी शायद ही हो। भविष्य में पंडित सुखराम एंड फैमिली का क्या रुख रहेगा ये फिलहाल अबूझ पहेली है। सुखराम की सियासत को समझने वाले फिलहाल इस विषय पर कोई भी दावा करने से बच रहे है। हालांकि जिस तरह की तनातनी बीते दिनों अनिल शर्मा और प्रदेश सरकार के बीच दिखी है उसे देखते हुए माना जा सकता है कि 2022 चुनाव से पहले अनिल की कांग्रेस में घर वापसी होगी। पर ये सिर्फ कयास है और पल - पल बदलती सियासत में कुछ भी मुमकिन है। यानी पंडित सुखराम की पारिवारिक भूलभुलैया में कांग्रेस मझधार में अटकी है। पंडित सुखराम फैक्टर : क्या वो दौर अब गुजर चुका है पंडित सुखराम, वो नेता है जो कभी मुख्यमंत्री तो न बन सके लेकिन जब भी मौका लगा अपनी ताकत का लोहा खूब मनवाया। यूं ही इन्हें हिमाचल की सियासत का चाणक्य नहीं कहा जाता, इतिहास गवाह है 1998 में इन्हीं की मेहरबानी से धूमल सरकार बनी भी और पांच साल चली भी। इन्हीं के कोप से वीरभद्र सिंह ने पांच वर्ष सत्ता का वनवास झेला। मौके के हिसाब से मोहरे चलना पंडित सुखराम की वो सियासी अदा रही है जिसका कोई सानी नहीं। 2017 से पहले बेटे अनिल शर्मा समेत पंडित जी कांग्रेस से भाजपा में गए और बेटे को लगातार दूसरी बार मंत्री भी बनवा दिया। पर कहते है ना 'बुलंदी देर तक किस शख़्स के हिस्से में रहती है, बहुत ऊँची इमारत हर घड़ी खतरे में रहती है'। पोते को सांसद बनाने की चाह में पंडित जी 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले वापस कांग्रेस में आ गए। पर सर मुंडाते ही ओले पड़ गए। पोता भी चुनाव हारा, बेटे का मंत्री पद भी गया और सबसे बड़ा नुकसान पंडित सुखराम का तिलिस्म टूट गया। जिस अंतर से आश्रय चुनाव हारे उससे स्पष्ट था कि पंडित सुखराम की विरासत के नाम पर आश्रय को सिर्फ टिकट मिला वोट नहीं। बहरहाल यक्ष प्रश्न यही है कि क्या मंडी की सियासत में पंडित सुखराम का जादू बरकरार है या वो दौर अब गुजर चुका है? जाहिर है उपचुनाव में यदि आश्रय उम्मीदवार होते है तो उनकी प्रदर्शन कांग्रेस के साथ - साथ पंडित सुखराम एंड फॅमिली का भी इम्तिहान होगा। सरकार उसी की बनी जो मंडी जीता इतिहास गवाह है कि 10 विधानसभा सीटों वाला जिला मंडी जिस भी राजनैतिक दल ने जीता वही सत्ता पर काबिज हुआ और जिसे मण्डी ने ठुकराया उसे सत्ता से भी हाथ धोना पड़ा। 1982 से 2017 तक हुए 9 विधानसभा चुनाव भी इस बात की तस्दीक करते है। इन 9 में से 7 बार उसी पार्टी की सरकार बनी जिसने मंडी में सर्वाधिक सीटें जीती। जबकि 1998 में भाजपा की सरकार इसलिए बनी क्योंकि मंडी में 4 सीट कब्जाने वाली हिमाचल विकास कांग्रेस से उसका गठबंधन हुआ। वहीं 2012 में कांग्रेस और भाजपा दोनों को 5 - 5 सीटें मिली थी, हालांकि सरकार बनाने में कांग्रेस कामयाब रही थी। विस् चुनाव कांग्रेस भाजपा अन्य 1982 5 2 3 कांग्रेस की सरकार बनी 1985 7 2 1 कांग्रेस की सरकार बनी 1990 1 8 ( गठबंधन ) 1 भाजपा की सरकार बनी 1993 9 0 1 कांग्रेस की सरकार बनी 1998 4 3 4 सुखराम के समर्थन से भाजपा सरकार बनी 2003 6 2 2 कांग्रेस की सरकार बनी 2007 3 6 1 भाजपा की सरकार बनी 2012 5 5 0 कांग्रेस की सरकार बनी 2017 0 9 1 भाजपा की सरकार बनी 2017 से कांग्रेस के सितारे गर्दिश में मंडी में 2017 का विधानसभा चुनाव बुरी तरह हारने के बाद कांग्रेस 2019 का लोकसभा चुनाव भी रिकॉर्ड अंतर से हारी थी। हालहीं में हुए नगर निगम चुनाव में कांग्रेस को 15 में से सिर्फ 4 वार्ड में जीत मिली। जबकि इसी वर्ष जनवरी में हुए जिला परिषद् चुनाव में 36 वार्ड में से कांग्रेस ने सिर्फ एक वार्ड पर जीत दर्ज की थी। कमोबेश ऐसी ही स्थिति पंचायत समिति में भी रही जहां भाजपा का दबदबा रहा। 2017 में आमने - सामने थे दो दिग्गज सियासी घराने 2017 के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले वीरभद्र कैबनेट के मंत्री अनिल शर्मा भाजपा में शामिल हो गए। भाजपा ने भी उन्हें मंडी सदर से ही टिकट दिया और वे फिर विधायक बन गए। वहीं कौल सिंह ठाकुर की बेटी चंपा ठाकुर उक्त चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी थी जिन्हें अनिल ने हराया था। मान सकते है कि इस हार की टीस इन दोनों सियासी घरानों के बीच बढ़ी दूरी का कारण है। अगर अनिल वापस कांग्रेस में आते है तो पार्टी अनिल को टिकट देगी या चंपा को, ये कांग्रेस के समक्ष सबसे बड़ी उलझन होगी। कौल सिंह ठाकुर और चंपा ठाकुर के तेवर बयां कर रहे है कि घर वापसी होती भी है तो भी अनिल की राह मुश्किल ही होगी। अलबत्ता चंपा का दावा टिकट के लिए होना लाज़मी है। क्या 'जयराम' को 'मंडी का सीएम' कहना मंडी में भारी पड़ेगा कांग्रेस जयराम ठाकुर को मंडी का सीएम कहकर उन पर निरंतर निशाना साधती रही है। प्रदेश के बाकी हिस्सों में शायद कांग्रेस को इससे कोई लाभ हो सके लेकिन मंडी में कांग्रेस का ये नारा उलटा ही पड़ेगा। एक किस्म से कांग्रेस खुद सीएम जयराम ठाकुर द्वारा मंडी में करवाए गए विकास को मान्यता दे रही है। 50 साल से दो परिवारों ने दिलाई जीत मंडी संसदीय क्षेत्र में कांग्रेस का झंडा पंडित सुखराम और वीरभद्र सिंह के परिवार ने ही बुलंद रखा है। 1971 से अब तक हुए 13 लोकसभा चुनाव और एक उप चुनाव में कांग्रेस को उप चुनाव सहित 8 में जीत मिली है और ये सभी जीत पंडित सुखराम, वीरभद्र सिंह और वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह के नाम दर्ज है। यानी 50 साल से मंडी में कांग्रेस की सियासत सिर्फ दो परिवारों के भरोसे चली है ।
नगर निगम चुनावों में बेहतरीन प्रदर्शन के लिए हिमाचल प्रदेश कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला ने समस्त कार्यकर्ताओं को बधाई देते हुए कहा कि नगर निगम चुनावों में जनता ने यह साफ कर दिया है कि उसका विश्वास और आशीर्वाद सिर्फ कांग्रेस पार्टी के साथ है। कांग्रेस ने सोलन और पालमपुर में शानदार प्रदर्शन किया है। मंडी एवं धर्मशाला में कहां कमी रही इसकी समीक्षा भी की जाएगी। राजीव ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के प्रति जनता का भारी स्नेह देखने को मिल रहा है जो कि संकेत है कि 2022 में भाजपा की करारी हार होगी और कांग्रेस जनता जनार्दन के आशीर्वाद से सत्ता में आएगी। भाजपा ने बड़े-बड़े वादे किए, चुनावी घोषणा पत्र जारी किए लेकिन सब जुमले ही रहे क्योंकि धरातल पर कुछ भी दिखाई नहीं दिया जो कि घोषणापत्र में चिन्हित किया गया था। यही कारण है कि भाजपा सरकार पर जनता का भरोसा उठ चुका है। आने वाले फतेहपुर व मंडी विधानसभा उपचुनाव में जमीनी स्तर पर कार्य होगा। अब उन्हीं मुद्दों की बात होगी जो वास्तविकता और जमीनी स्तर से जुड़े हैं और भाजपा के झूठे प्रचार का भी हम मुंहतोड़ जवाब देंगे। राजीव शुक्ला ने बताया कि आज की तारीख में भाजपा की तानाशाही नीतियों और झूठे वादों और डबल इंजन के जुमलों से जवान, किसान, आम जनता ,युवा, महिलाएं व हर वर्ग पूर्णत: परेशान है। बेवजह की महंगाई बढ़ने से आज सारा समाज त्रस्त है। राजीव शुक्ला ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से आह्वान करते हुए कहा कि आप सब अपनी कमर कस लें और मजबूती से संगठन के सिद्धांतों को जनता तक पहुंचाने का कार्य करें। कांग्रेस इस देश की सबसे पुरानी पार्टी है जिसने सदैव जनता का भला चाहा है और उम्मीद है आने वाले समय में भी इसी तरह से कांग्रेस जनता के मुद्दों का ध्यान रखेगी और जनता का प्यार और स्नेह कांग्रेस के साथ बना रहेगा।
अतिरिक्त उपायुक्त सोलन अनुराग चन्द्र शर्मा ने आज नगर निगम सोलन के शेष 08 नव निर्वाचित पार्षदों को शपथ दिलाई। इस अवसर पर नगर निगम सोलन के वार्ड नम्बर 01 से निर्वाचित पार्षद मनीष कुमार, वार्ड नम्बर 02 से निर्वाचित पार्षद सुषमा शर्मा, वार्ड नम्बर 03 से निर्वाचित पार्षद रजनी, वार्ड नम्बर 05 से निर्वाचित पार्षद कुलभूषण, वार्ड नम्बर 06 से निर्वाचित पार्षद रेखा साहनी, वार्ड नम्बर 09 से निर्वाचित पार्षद शैलेन्द्र गुप्ता, वार्ड नम्बर 13 से निर्वाचित पार्षद मीरा आनंद तथा वार्ड नम्बर 16 से निर्वाचित पार्षद सीमा को शपथ दिलवाई गई। तदोपरान्त नगर निगम सोलन के महापौर एवं उप महापौर का निर्वाचन सम्पन्न हुआ। वार्ड नम्बर 08 से निर्वाचित पार्षद पूनम ग्रोवर को नगर निगम सोलन का महापौर एवं वार्ड नम्बर 14 से निर्वाचित पार्षद राजीव कुमार को उप महापौर चुना गया। महापौर के निर्वाचन में वार्ड नम्बर 08 से निर्वाचित पार्षद पूनम ग्रोवर को 09 तथा वार्ड नम्बर 01 से निर्वाचित पार्षद मनीष कुमार को 08 मत पड़े। उपमहापौर के निर्वाचन में वार्ड नम्बर 14 से निर्वाचित पार्षद राजीव कुमार को 09 तथा वार्ड नम्बर 09 से निर्वाचित पार्षद शैलेन्द्र गुप्ता को 08 मत पड़े।अतिरिक्त उपायुक्त ने इस अवसर पर नव निर्वाचित महापौर, उप महापौर एवं सभी सभी पार्षदों को बधाई दी। इस अवसर पर नगर निगम सोलन के सभी नव निर्वाचित पार्षद, नगर निगम सोलन के आयुक्त एल.आर. वर्मा, सहायक आयुक्त (लीव रिर्जव) एच.एस. राणा सहित अन्य अधिकारी तथा कर्मचारी उपस्थित रहे।
एमसी धर्मशाला काे नए मेयर व डिप्टी मेयर मिल गए हैं। भाजपा के ओंकार नैहरिया अब नगर निगम के नए महापाैर और निर्दलीय पार्षद सर्वचंद उपमहापाैर होंगे। नगर निगम धर्मशाला में मेयर और डिप्टी मेयर की ताजपाेशी के लिए आज प्रस्तावित कार्यक्रम था। जानकारी के अनुसार ओंकार नैहरिया को निर्विरोध चुन लिया गया। वहीं, डिप्टी मेयर के लिए निर्दलीय सर्वचंद गलोटिया और पूर्व मेयर देवेंद्र जग्गी के बीच मुकाबला हुआ। मतदान में सर्वचंद गलोटिया को 11और देवेंद्र जग्गी को 6 मत पड़े। गाैरतलब है कि नगर निगम धर्मशाला में बीजेपी के 8, कांग्रेस 5 और निर्दलीय पार्षद 4 हैं।
हिमाचल प्रदेश में शहरी निकायों के वार्ड सदस्यों और पंचायत प्रधानों के चुनाव के लिए आज मतदान हो रहा है। चार नगर निगमों, छह नगर पंचायतों सहित 128 पंचायतों को देर शाम जनप्रतिनिधि मिलेंगे। सुबह आठ बजे से मतदान शुरू हो गया है और शाम चार बजे तक मतदान होगा। प्रोटोकॉल के तहत शाम 4 से 5 बजे तक कोरोना संक्रमित वोट डाल सकेंगे। मतदान के तुरंत बाद वोटों की गिनती की जाएगी और इसके तुरंत बाद नतीजे घोषित होंगे। मतदान से एक दिन पहले यानी मंगलवार को सैनिटाइजेशन किया जा चुका है ताकि कोरोना संक्रमण से बचा जा सके। चार नगर निगमों के 64, नगर पंचायतों में 44 वार्ड सदस्य चुने जाने हैं। नगर निगम चुनाव में इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन से मतदान हो रहा है जबकि छह नगर पंचायतों और पंचायत प्रधानों के चुनाव में मतपत्रों का इस्तेमाल हो रहा है। कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला और भाजपा प्रभारी अविनाश राय खन्ना के नेतृत्व में पहला चुनाव है। इन दोनोें नेताओं के साथ साथ भाजपा व् कांग्रेस के कई बड़े नेताओं की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी है।
शिमला। प्रदेश के चार नगर निगम, 6 नगर पंचायत और तीन ब्लाॅक में पंचायत चुनाव के लिए एक हजार 73 प्रत्शायी मैदान में हैं। सात अप्रैल काे हाेने वाले मतदान के लिए आज नामांकन का अंतिम दिन था। राज्य निर्वाचन आयोग से मिली जानकारी के मुताबिक नगर निगम धर्मशाला की 17 सीटाें के लिए 86, पालमपुर की 15 सीटाें के लिए 89, मंडी की 15 सीटाें के लिए 96 और नगर निगम साेलन की 17 सीटाें के लिए 48 उम्मीदवार रणभूमि में उतर गए हैं। सबसे अधिक मंडी नगर निगम में 96 प्रत्याशी हैं, जबकि नगर निगम साेलन में सबसे कम 48 उम्मीदवार। इसी तरह से कंडाघाट नगर पंचायत में 20, चिड़गांव में 23, नेरवा में 22, आनी में 20, निरमंड में 24 और नगर पंचायत अंब के लिए 33 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं।
नगर पंचायत सोलन के निर्वाचन के लिए नियुक्त चुनाव पर्यवेक्षक एवं बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ विकास प्राधिकरण के संयुक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी नरेन्द्र कुमार ने आज कण्डाघाट में निर्वाचन से सम्बन्धित समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की।नरेन्द्र कुमार ने स्वतन्त्र एवं निष्पक्ष निर्वाचन के दृष्टिगत पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी मतदान केन्द्रों पर सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता रखी जाए। निर्वाचन ड्यटी में सभी पुलिस कर्मचारी पूरी सजगता के साथ कार्य करें। उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन सुनिश्चित बनाया जाए। निष्पक्ष निर्वाचन के लिए आवश्यक है कि निर्वाचन कार्य में संलग्न कार्य सभी अधिकारी एवं कर्मचारी नियमों का पूर्ण पालन सुनिश्चित करें एवं किसी भी समस्या की स्थिति में निर्वाचन अधिकारी को रिपोर्ट करें।उन्होंने निर्वाचन अधिकारी एवं उपमण्डलाधिकारी कण्डाघाट डाॅ. विकास सूद से नगर पंचायत कण्डाघाट के क्षेत्र एवं मतदाता संख्या सहित अन्य जानकारी प्राप्त की और उचित दिशा-निर्देश जारी किए। तहसीलदार कण्डाघाट अमन राणा एवं कण्डाघाट थाना के प्रभारी बृजलाल इस अवसर पर उपस्थित थे।
नगर निगम सोलन के वार्ड नम्बर 01 से 17 तक के निर्वाचन के लिए कुल 73 नामांकन प्राप्त हुए हैं। यह जानकारी आज यहां जिला निर्वाचन अधिकारी एवं उपायुक्त सोलन केसी चमन ने दी। उन्होंने कहा कि नगर निगम सोलन के सभी वार्डों के लिए भारतीय जनता पार्टी के 17, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के 18 सहित कुल 23 स्वतन्त्र एवं 15 अन्य उम्मीदवारों ने नामांकन प्रस्तुत किए हैं। नामांकन प्रस्तुत करने के प्रथम दिन 07 स्वतन्त्र उम्मीदवारों ने नामांकन प्रस्तुत किए। नामांकन प्रस्तुत करने के द्वितीय दिन भारतीय जनता पार्टी के 09, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के 06 तथा 04 स्वतन्त्र उम्मीदवारों सहित कुल 19 नामांकन प्रस्तुत किए गए। नामांकन प्रस्तुत करने के अन्तिम दिन आज भारतीय जनता पार्टी के 08, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के 12, 12 स्वतन्त्र उम्मीदवारों और 15 अन्य सहित कुल 47 नामांकन प्रस्तुत किए गए। केसी चमन ने कहा कि नामांकन पत्रों की संवीक्षा 25 मार्च, 2021 को प्रातः 10.00 बजे से की जाएगी। 27 मार्च, 2021 को प्रातः 10.00 बजे से सांय 03.00 बजे तक नामांकन वापिस लिए जा सकेंगे। मतदान 07 अप्रैल, 2021 को प्रातः 08.00 बजे से सांय 04.00 बजे तक आयोजित होगा।
नगर निगम सोलन के निर्वाचन के लिए नामांकन भरने के अन्तिम दिन आज वार्ड नम्बर 10 से 17 तक के लिए कुल 26 नामांकन प्रस्तुत किए गए। यह जानकारी सहायक निर्वाचन अधिकारी एवं क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी सोलन हर्ष अमरेन्द्र सिंह ने दी। हर्ष अमरेन्द्र सिंह ने कहा कि नगर निगम सोलन के वार्ड नम्बर-10 चैंरीघाटी से आज इंदु पत्नी वीरेंद्र निवासी नवकुंज, समीप जेबीटी सोलन एवं ईशा पराशर पत्नी अंकुश सूद, निवासी टैंक रोड सोलन तथा रानी शर्मा, पत्नी ओमदत्त कौशल, निवासी कमला लाॅज समीप टेलीफोन एक्सचेंज सोलन ने नामांकन प्रस्तुत किया। वार्ड नम्बर-11 डिग्री काॅलेज से दिव्या पत्नी रजनीश, निवासी गांव पाजो, डाकघर कोटलानाला, सोलन एवं अनीष ठाकुर, सुपुत्र रमेश कुमार, निवासी समीप बीएल स्कूल, शामती, सोलन तथा अभिषेक ठाकुर सुपुत्र देविंद्र ठाकुर, निवासी जगत निवास, गांव पाजो, डाकघर कोटलानाला सोलन और गगन प्रीत सिंह सुपुत्र सर्वजीत सिंह, निवासी डिफेंस बिल्डिंग सोलन ने नामांकन प्रस्तुत किया। वार्ड नम्बर-12 सनी साईड से आज उषा पत्नी ब्रह्म राज शर्मा, निवासी ब्रह्म निवास-2, रेडक्राॅस रोड, सोलन तथा प्रियंका अग्रवाल सुपुत्री स्वर्गीय बृज मोहन चैहान, निवासी समीप सैनिक रेस्ट हाउस, दि माल सोलन ने नामांकन प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि वार्ड नम्बर-13 कलीन से नरेंद्र कुमार सुपुत्र, स्वर्गीय पूर्ण चंद, निवासी मकान नम्बर 121, वार्ड नम्बर-13, गांव कलीन सोलन तथा कुमारी भावना सुपुत्री शिव चरण, निवासी कलीन सोलन ने नामांकन प्रस्तुत किया। वार्ड नम्बर-14 हाउसिंग बोर्ड से नरेश गांधी सुपुत्र शंकर दास, निवासी हाउस नम्बर-278, एचबी काॅलोनी, फेज-1, सोलन एवं सुशील पंवर सुपुत्र नंद लाल पंवर, निवासी दर्शन काॅटेज, वार्ड नम्बर-14, सोलन तथा राजीव कुमार सुपुत्र सुरेन्द्र कुमार, निवासी हाउस नम्बर-101 एचबी काॅलोनी, फेज-1 सोलन और सुलक्षणा पत्नी सुरेंद्र, निवासी हाउस नम्बर-101 एचबी काॅलोनी, फेज-1 सोलन ने नामांकन प्रस्तुत किया। वार्ड नम्बर-15 तहसील पटरार से आशा जम्वाल पत्नी राकेश जम्वाल, निवासी सांईटिस्ट काॅलोनी, शामती, सोलन ने नामांकन प्रस्तुत किया। सहायक निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि वार्ड नम्बर-16 रबौण आंजी से आशा पत्नी पवन कुमार, निवासी गांव रबौण सोलन तथा सपना पत्नी सुभाष कौंडल, निवासी रबौण सोलन एवं अनुराधा पत्नी श्याम दास, निवासी रबौण सोलन और वीना पत्नी मुनिलाल, निवासी रबौण सोलन ने नामांकन प्रस्तुत किया। हर्ष अमरेन्द्र सिंह ने कहा कि वार्ड नम्बर-17 बसाल पट्टी कथेड़ से अंकुश शर्मा सुपुत्र सुरेश शर्मा, निवासी पार्वती निवास चम्बाघाट, अमित सुपुत्र सुंदर सिंह, निवासी गांव बावरा, सोलन, विकास ठाकुर, सुपुत्र ईश्वर दत्त, निवासी कथेड़ समीप एचआरटीसी वर्कशाॅप, सोलन, भगवान सिंह सुपुत्र रतन सिंह, निवासी गांव बावरा सोलन, राजेश कुमार, सुपुत्र स्वर्गीय गीता राम, निवासी गांव बेर की सेर, सोलन तथा सरदार सिंह ठाकुर सुपुत्र डीआर ठाकुर, निवासी शारदा फार्म, कथेड़ सोलन ने नामांकन प्रस्तुत किया। नगर निगम सोलन के वार्ड नम्बर 10 से 17 के लिए कुल 38 नामांकन प्रस्तुत किए गए हैं। हर्ष अमरेन्द्र सिंह ने कहा कि नामांकन पत्रों की संवीक्षा 25 मार्च, 2021 को प्रातः 10.00 बजे से की जाएगी। 27 मार्च, 2021 को प्रातः 10.00 बजे से सांय 03.00 बजे तक नामांकन वापिस लिए जा सकेंगे। मतदान 07 अप्रैल, 2021 को प्रातः 08.00 बजे से सांय 04.00 बजे तक आयोजित हो।
नगर निगम सोलन के निर्वाचन के लिए नामांकन भरने के अन्तिम दिन आज वार्ड नम्बर 01 से 09 तक के लिए कुल 21 नामांकन प्रस्तुत किए गए। यह जानकारी सहायक निर्वाचन अधिकारी एवं उपमण्डलाधिकारी सोलन अजय यादव ने दी। अजय यादव ने कहा कि नगर निगम सोलन के वार्ड नम्बर-01 देहूंघाट से आज विक्रम सिंह सुपुत्र झिना राम गाजटा, निवासी गीता भवन, विजय विहार काॅलोनी, देहूंघाट, सोलन तथा रोमिंद्र सिंह सुपुत्र दलबीर सिंह, निवासी गंगा निवास, समीप एससीईआरटी रबौण सोलन ने नामांकन प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि वार्ड नम्बर-02 रेलवे स्टेशन से आज मंजू कुमारी पत्नी रमेश चंद, निवासी बंसल निवास, समीप सुंदर सिनेमा, सोलन एवं शम्मी साहनी पत्नी सरन कुमार साहनी निवासी समीप आईटीआई, सुखसागर, सोलन तथा स्वतन्त्रता कुमारी सैनी, पत्नी ओम प्रकाश सैनी निवासी ब्लाॅक एफ/1, फ्लैट ए/8, सुगन्धा अपार्टमेन्ट, सपरून, सोलन ने नामांकन प्रस्तुत किया। अजय यादव ने कहा कि वार्ड नम्बर-03 कथेड़ से नम्रता सिंह तंवर निवासी समीप पीएनबी बैंक, कथेड़, बाईपास सोलन तथा पार्वती तनवर पत्नी राजेंद्र सिंह निवासी समीप पीएनबी बैंक कथेड़, बाईपास सोलन और रजनी पत्नी गौरव, निवासी मकान नम्बर-100 समीप कृष्णा मंदिर, माल रोड सोलन एवं निर्मल शर्मा पत्नी बंसी लाल शर्मा, निवासी शर्मा निवास, न्यू कथेड़ सोलन ने नामांकन प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि वार्ड नम्बर-04 चम्बाघाट सलोगड़ा से संगीता ठाकुर पत्नी राजीव ठाकुर, निवासी अमर बिल्डिंग, चम्बाघाट, सोलन तथा सोनाली निवासी गांव बेर पानी, ब्रूरी सोलन ने नामांकन प्रस्तुत किया। अजय यादव ने कहा कि वार्ड नम्बर-05 लोअर बाजार से ब्रिज मोहन शर्मा सुपुत्र सोमनाथ शर्मा, निवासी लोअर बाजार सोलन तथा अजीत पाल सिंह सुपुत्र इकबाल सिंह, निवासी समीप पीएनबी बैंक ब्रूरी, सोलन एवं कुलभूषण सुपुत्र बनारसी दास, निवासी लोअर बाजार सोलन ने नामांकन प्रस्तुत किया। वार्ड नम्बर-06 जवाहर पार्क से आज रेखा साहनी पत्नी भरत साहनी, निवासी साहनी काॅम्पलैक्स, सर्कुलर रोड सोलन ने नामांकन प्रस्तुत किया। वार्ड नम्बर-07 ठोडो ग्राउन्ड से सुनीता देवी, पत्नी माम चंद निवासी आदर्श नगर, धोबीघाट सोलन ने नामांकन प्रस्तुत किया। अजय यादव ने कहा कि वार्ड नम्बर-08 शिल्ली रोड से मोहन लाल सुपुत्र जेआर चैहान, निवासी शक्ति नगर जौणाजी रोड सोलन तथा पवन कुमार गुप्ता सुपुत्र देशराज गुप्ता, निवासी हाउस नम्बर 63/3, वार्ड नम्बर-5 सोलन एवं विक्रम भाटिया सुपुत्र रामलाल, निवासी शक्ति नगर जौणाजी रोड सोलन ने नामांकन प्रस्तुत किया। सहायक निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि वार्ड नम्बर-09 मधुबन काॅलोनी से हतिन्द्र पंवर सुपुत्र आरएस पंवर, निवासी दुर्गा मेडिकाॅज ऑपोजिट रिजनल हाॅस्पिटल सोलन तथा कमल देव शर्मा सुपुत्र वमन लाल निवासी कमला लाॅज, समीप टेलीफोन एक्सेचेंज सोलन ने नामांकन प्रस्तुत किया। नगर निगम सोलन के वार्ड नम्बर 1 से 9 के लिए कुल 35 नामांकन प्रस्तुत किए गए हैं। अजय यादव ने कहा कि नामांकन पत्रों की संवीक्षा 25 मार्च, 2021 को प्रातः 10.00 बजे से की जाएगी। 27 मार्च, 2021 को प्रातः 10.00 बजे से सांय 03.00 बजे तक नामांकन वापिस लिए जा सकेंगे। मतदान 07 अप्रैल, 2021 को प्रातः 08.00 बजे से सांय 04.00 बजे तक आयोजित होगा।
शिमला। प्रदेश के चार नगर निगमों में 7 अप्रैल को हाेने वाले चुनाव के लिए प्रमुख राजनीतिक दलाें कांग्रेस और भाजपा के साथ-साथ आज़ाद प्रत्याशी भी मैदान में उतर चुके हैं। आज नामांकन भरने की अंतिम तारीख थी। कुल मिला कर चार नगर निगमों की 64 सीटाें के लिए 319 प्रत्याशियाें में चुनावी जंग हाेगी। हालंकि नाम वापस लेने की अंतिम तारीख 27 मार्च है, लेकिन जाे मैदान में उतर चुके हैं वे डटे भी रहेंगे। राज्य चुनाव आयोग के मुताबिक धर्मशाला की 17 सीटाें के लिए 86, पालमपुर की 15 सीटाें के लिए 89, मंडी की 15 सीटाें के लिए 96 और नगर निगम साेलन की 17 सीटाें के लिए 48 उम्मीदवार रणभूमि में उतर गए हैं। सबसे अधिक मंडी नगर निगम में 96 प्रत्याशी हैं, जबकि नगर निगम साेलन में सबसे कम 48 उम्मीदवार। जिस तरह से उम्मीदवाराें ने नामांकन भरने में रूचि दिखाई है, इससे साफ जाहिर है कि चाराें नगर निगमों के चुनाव में मुकाबला काफी राेचक हाेने वाला है।
हिमाचल में होने वाले चार नगर निगम चुनाव को लेकर आज वर्चुअल माध्यम से एक बैठक का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद सुरेश कश्यप ने की। इस बैठक में भाजपा प्रदेश प्रभारी अविनाश राय खन्ना एवं भाजपा प्रदेश सह प्रभारी संजय टंडन विशेष रुप से उपस्थित रहे। धर्मशाला, पालमपुर, मंडी एवं सोलन नगर निगम चुनाव का जायजा लेते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप ने कहा कि भाजपा ने सभी 64 वार्डों के प्रभारियों की नियुक्ति कर ली है और जल्द ही सभी प्रत्याशियों की अधिकारिक घोषणा भी कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि सभी नगर निगमों चुनाव का भाजपा एक विजन डॉक्यूमेंट भी बनाएगी जिस को जनता के बीच ले जाया जाएगा, उन्होंने बताया कि प्रत्येक नगर निगम क्षेत्र में एक चुनाव कार्यालय खोला जाएगा और उसके उपरांत वार्ड स्तर पर भी एक चुनाव कार्यालय खोला जाएगा। इन कार्यालयों में चुनाव को लेकर प्रतिदिन की गतिविधियों का ब्यौरा रखा जाएगा। उन्होंने बताया कि किसी भी प्रकार के मतभेदों को मिटाने के लिए भाजपा हर स्तर पर काम करेगी। बैठक को संबोधित करते हुए भाजपा प्रभारी अविनाश राय खन्ना ने कहा कि सभी कार्यकर्ता जिनके पास पार्टी का दायित्व है या नहीं है इन चुनावों में धरातल पर काम करेंगे, उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का धन्यवाद करते हुए कहा कि यह नवगठित नगर निगम बनने से स्थाई जनता को बड़ा फायदा होगा। उन्होंने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि इस चुनाव में 100% वोटर तक घर-घर जाकर संपर्क करना होगा , साथ ही उन्होंने कहा कि वार्ड स्तर की बैठकों का आयोजन नियमित रूप से किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस भाजपा कि कार्यप्रणाली से डरती है जिसके कारण वह भयभीत होकर मीडिया में जाकर तथ्यहीन बयान बाजी कर रहे हैं। वंही, भाजपा से प्रभारी संजय टंडन ने कहा कि भाजपा इन चुनाव को धरातल पर युद्ध स्तर पर लड़ेगी। सभी भाजपा के मोर्चे इस चुनाव में अग्रिम भूमिका में रहकर सभी 64 वार्डों में कार्य करेंगे उन्हें कहा कि जो विजन डॉक्यूमेंट भाजपा द्वारा बनाया जाएगा उसमें छोटे से छोटे मुद्दों का भी ध्यान रखा जाएगा। उन्होंने बताया कि भाजपा इस चुनाव में वार्ड स्तर पर कार्य करेगी और प्रत्येक मतदाता से घर घर जाकर संपर्क साधेगी। उन्होंने कहा कि यह चुनाव आने वाले 2022 के चुनाव की दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण है। बैठक में प्रदेश महामंत्री त्रिलोक कपूर एवं सोलन नगर निगम चुनाव के प्रभारी डॉ राजीव बिंदल अपने सुझाव प्रदेश अध्यक्ष के समक्ष रखें।
नगर परिषद सोलन के सभी 15 वार्डों एवं नगर परिषद परवाणू के सभी 9 वार्डों की मतदाता सूचियां तैयार कर ली गई हैं। यह जानकारी निर्वाचक पंजीकरण अधिकारी नगर परिषद एवं उपमंडलाधिकारी सोलन रोहित राठौर ने दी। रोहित राठौर ने कहा कि नगर परिषद सोलन तथा नगर परिषद परवाणू के सभी वार्डों की मतदाता सूचियों को हिमाचल प्रदेश नगर निर्वाचन नियम,2015 के अंतर्गत तैयार किया गया है। नगर परिषद सोलन के सभी वार्डों की मतदाता सूचियां उपमंडलाधिकारी कार्यालय सोलन, कार्यकारी अधिकारी नगर परिषद सोलन या तहसीलदार सोलन के कार्यालय समय में निरीक्षण के लिए उपलब्ध हैं। यदि मतदाताओं को मतदाता सूची में प्रविष्टि के संदर्भ में कोई भी दावे व आपत्तियां दर्ज करवानी हैं तो वे 9 सितंबर,2019 तक आवश्यकतानुसार पत्र 4,5 व 6 भरकर इन्हें सही करवा सकते हैं। रोहित राठौर ने कहा कि नगर परिषद सोलन के लिए सभी दावें व आपत्तियां निर्वाचक पंजीकरण अधिकारी नगर परिषद सोलन एवं उपमंडलाधिकारी सोलन के कार्यालय में, तथा नगर परिषद परवाणू के लिए उपमंडलाधिकारी सोलन एवं कार्यकारी अधिकारी नगर परिषद परवाणू के कार्यालय में निर्धारित तिथि तक प्रेषित की जा सकती हैं। मतदाता स्वयं या किसी एजेंट के माध्यम से भी निर्धारित तिथि तक इन्हें प्रस्तुत कर सकते हैं।
12 पंचायतों को शामिल करने की आवश्यकता, सिर्फ सपरून ने दी सहमति सोलन को नगर निगम बनाने के लिए शहर की समीपवर्ती 12 पंचायतों को शहरी परिसीमन में शामिल किया जाना आवश्यक हैं। दरअसल, बिना इन पंचायतों के विलय के 50 हज़ार जनसँख्या का मापदंड पूरा नहीं होता। इनमें से कुछ पंचायतों का आंशिक विलय होना हैं तो कुछ का पूरा। नगर निगम के लिए अब तक आश्वासन तो खूब मिले, लेकिन जिन पंचायतों को शहर में मिलाया जाना हैं उन्हें कभी भी एक मंच पर लाकर चर्चा नहीं की गई। जानकारी के अनुसार 2018 में नगर परिषद् ने ऐसी 8 पंचायतों को नोटिस जारी किये थे, किन्तु कुछ नहीं हुआ। नगर परिषद् अध्यक्ष देवेंद्र ठाकुर के अनुसार हालहीं में लोकसभा चुनाव की आचार सहिंता लगने से पूर्व कुछ पंचायतों को नोटिस ज़ारी किये गए हैं। उन्होंने बताया कि फिलहाल किसी पंचायत से कोई जवाब नहीं मिला हैं। हालांकि मिली जानकारी अनुसार इनमें से एक पंचायत (सपरून ग्राम पंचायत ) ने ग्राम सभा में इस हेतु प्रस्ताव पारित किया हैं। इसके अतिरक्त किसी भी पंचायत की ग्राम सभा में इस हेतु प्रस्ताव पारित होने की कोई जानकारी नहीं हैं। फ्लोटिंग आबादी कहीं अधिक 2011 सेंसेस के अनुसार शहर की आबादी करीब 39200 हैं। किन्तु इसमें कोई संशय नहीं हैं कि शहर की फ्लोटिंग आबादी 70 हज़ार से भी अधिक हैं। शहर में करीब 20 छात्र रहते हैं, जो आसपास के शिक्षण संस्थानों में शिक्षा ले रहे हैं। लोग भी चाहते हैं शामिल होना विलय की जाने वाली पंचायतों को एक मंच पर लाकर कभी चर्चा नहीं की गई। कई पंचायतों के लोग भी नगर निगम में शामिल होना चाहते हैं, किन्तु उनसे कभी भी संवाद स्थापित करने का प्रयास नहीं किया गया। ग्राम पंचायत सपरून ने किया प्रस्ताव पास अधिकांश ग्राम पंचायतों की ग्राम सभा में इस हेतु प्रस्ताव नहीं लाया गया। सिर्फ ग्राम पंचायत सपरून में इस हेतु 7 जुलाई को प्रस्ताव लाया गया था, जिसमें पंचायत के आबादी बहुल क्षेत्र को शहरी परिसीमन में शामिल करने पर सहमति बनी थी। वित्तीय लाभ पर नहीं स्पष्टता विलय होने वाली पंचायतों को क्या लाभ दिए जाएंगे और उनके वित्तीय लाभ कब तक और किस प्रारूप में ज़ारी रहेंगे, इस बार में कोई फार्मूला नहीं सुझाया गया।
राजनैतिक इच्छाशक्ति नगर निगम की राह में आती रही है आड़े सोलन के साथ अन्याय कर धर्मशाला को दिया गया नगर निगम का दर्जा आखिर सोलन को कब मिलेगा नगर निगम का दर्जा ! इसमें कोई संशय नहीं है कि सोलन प्रदेश के सबसे तेज विकसित हो रहे शहरों में शुमार है। शहर के विकास को नियोजित तरीके से रफ़्तार देने के लिए नगर परिषद् को नगर निगम में तब्दील किये जाना अत्यंत आवश्यक है। ये काम कई वर्ष पूर्व हो जाना चाहिए था लेकिन राजनैतिक इच्छाशक्ति नगर निगम की राह में आड़े आती रही है। वीरभद्र सरकार के कार्यकाल में सोलन के साथ अन्याय कर धर्मशाला को नगर निगम का दर्जा दे दिया गया। सोलन के तत्कालीन विधायक और मंत्री कर्नल धनीराम शांडिल शायद सोलन के हक़ की बात जोरशोर से नहीं रख सकें, जबकि धर्मशाला के लिए तब मंत्री रहे सुधीर शर्मा ने कोई कसर नहीं छोड़ी। भाजपा तो यही आरोप लगाती रही है। खेर इस बात को करीब चार वर्ष बीत चुके है और प्रदेश में भाजपा की सरकार बने भी डेढ़ वर्ष से अधिक का समय हो गया हैं, पर सोलन वासियों को अब तक नगर निगम नहीं मिला। नगर निगम सोलन का हक़ हैं, सोलन की जनता की इस सोच का हम सम्मान करते हैं और यही कारण हैं कि फर्स्ट वर्डिक्ट ने 'नगर निगम सोलन का हक़' नाम से ख़बरों की एक विशेष श्रंखला शुरू करने का निर्णय लिया हैं। मकसद हैं नगर निगम बनाने की दिशा में अब तक हुए कार्य से आपको अवगत करवाना और आपकी आवाज़ को हुकूमत तक पहुँचाना। जाने क्या हैं नगर निगम के मापदंड.... नगर निगम बनाने हेतु दो मुख्य मापदंड है। पहला स्थानीय निकाय की वार्षिक आय का दो करोड़ से अधिक होनी चाहिए, जो सोलन नगर परिषद् आसानी से पूरा करती है। नगर निगम बनाने के लिए शहर की आबादी 50 हज़ार होनी चाहिए। नियम के अनुसार इसके लिए सेंसेस के आंकड़े लिए जाते हैं। 2011 सेन्सस के अनुसार सोलन की आबादी ( शहरी परिसीमन ) 39256 है। आसपास की 12 पंचायतों का विलय करके 11208 की आबादी और जुटाई जा सकती है। इनमें कुछ पंचायतें पूर्ण रूप से शामिल की जानी है, जबकि कुछ का आंशिक विलय किया जाना है। यदि ऐसा किया जाए तो आबादी का मापदंड आसानी से पूरा होता हैं। यदि धर्मशाला की बात करें तो वहां की आबादी सिर्फ 22 हज़ार के करीब थी, किन्तु समीपवर्ती क्षेत्रों को शहरी परिसीमन में मिलाकर 50 हज़ार आबादी का मापदंड पूरा किया गया था। सोलन की राह धर्मशाला के मुकाबले काफी आसान हैं, कमी हैं तो सिर्फ राजनैतिक इच्छाशक्ति की। अब तक क्या हुआ :- जिन पंचायतों को शहर में मिलाया जाना हैं उन्हें कभी भी एक मंच पर लाकर चर्चा नहीं की गई। किसी भी पंचायत की ग्राम सभा में इस हेतु कभी कोई प्रस्ताव पारित नहीं हुआ। जानकारी के अनुसार 2018 में नगर परिषद् ने ऐसी 8 पंचायतों को नोटिस जारी किये थे, किन्तु कुछ नहीं हुआ। नगर परिषद् अध्यक्ष देवेंद्र ठाकुर ने जानकारी दी कि हालहीं में लोकसभा चुनाव की आचार सहिंता लगने से पूर्व कुछ पंचायतों को नोटिस ज़ारी किये गए हैं। उन्होंने बताया कि फिलहाल किसी पंचायत से कोई जवाब नहीं मिला हैं।