भारतीय खाने का स्वाद उनके मसालों पर निर्भर होता है। भारतीय घरों की रसोई में अलग अलग व्यंजनों के लिए कई तरह के खाद्य मसाले होते हैं। ये खाद्य मसाले खड़े या पाउडर के रूप में होते हैं और खाना बनाते समय दोनों तरह के मसालों का उपयोग किया जा सकता है। इन्हीं मसाला पाउडर में एक गरम मसाला भी होता है, जो खाने के स्वाद और रंग दोनों को बदल देता है। गरम मसाला पाउडर आपको आसानी से बाजार में मिल जाएगा, लेकिन सब्जी के स्वाद को दोगुना बढ़ाने के लिए घर पर ही गरम मसाला बना सकते हैं। यहां आपको घर पर आसानी से गरम मसाला बनाने की विधि और गरम मसाला के लिए जरूरी सामग्रियों के बारे मे बताया जा रहा है। गरम मसाला बनाने के लिए सामग्री आधा कप जीरा 5 बड़ी इलायची 1/4 कप काली मिर्च 1/4 कप धनिया बीज 3-4 सूखी लाल मिर्च एक चम्मच सौंफ एक चम्मच लौंग 10 दालचीनी की डंडियां 4-5 तेजपत्ता दो चम्मच शाह जीरा एक चम्मच जायफल आधा चम्मच अदरक पाउडर। अदरक पाउडर को छोड़कर बाकी के सभी मसालों को पैन में मध्यम आंच पर भून लें। ध्यान रखें कि मसाले जले नहीं, उनमें से खुशबू आने लगे तो सभी को निकालकर मिक्सर जार में डालें। उस पुरे मटीरियल को मिक्सर में डाल कर उसको अच्छी तरह से ग्राइंड कर लें। आपका गरम मसाला पाउडर बनकर तैयार है। किसी सब्जी को पकाते समय आखिर में गरम मसाला देकर एक मिनट पका लें। इससे खाने का स्वाद बढ़ जाएगा।
विनायक ठाकुर सुनहेत बाजार में करणी सेना देहरा के उपाध्यक्ष रमन राणा ने हिन्दू नववर्ष मनाया। इस दौरान उन्होंने अपनी टीम सहित सुनहेत बाजार ओम के झंडे हिन्दू नव वर्ष के उप्लक्षय पर रमन राणा एवम उनकी टीम ने सुनहेत बाजार में ओम के झंडे लगाकर यह विशेष दिवस मनाया। इस दौरान बाजार की दुकानों पर लगभग 30 ओम के झंडे लगाए गए। इस दौरान रमन राणा ने कहा करणी सेना प्रार्थना करती है कि अब कोरोना जैसी भयानक बीमारी से फिर कभी सामना न करना पड़े। लोग खुशहाली से अपना जीवन व्यतीत करें। दुनिया के तमाम कैलेंडर किसी न किसी रूप में भारतीय हिंदू कैलेंडर का ही अनुसरण करते हैं। भारतीय पंचांग और काल निर्धारण का आधार विक्रम संवत ही हैं। इसकी शुरुआत मध्य प्रदेश की उज्जैन नगरी से हुई। यह हिंदू कैलेंडर राजा विक्रमादित्य के शासन काल में जारी हुआ था। तभी इसे विक्रम संवत् के नाम से भी जाना जाता है। विक्रमादित्य की जीत के बाद जब उनका राज्यारोहण हुआ, तब उन्होंने अपनी प्रजा के तमाम ऋणों को माफ करने की घोषणा करने के साथ ही भारतीय कैलेंडर को जारी कर इसे विक्रमी संवत का नाम दिया था।
मुकेश अंबानी ने कहा कि रिलायंस जियो 2021 की दूसरी छमाही में 5जी सेवा लॉन्च करने की तैयारी कर रही है। वह इंडिया मोबाइल कांग्रेस कार्यक्रम को संबोधित केर रहे थे। उन्होंने कहा कि इसके लिए नीतिगत बदलाव और प्रक्रिया में तेजी लाने की जरूरत है। जब तक इसे नीतिगत रूप से आसान और सस्ता नहीं बनाया जाएगा, सभी तक इसकी पहुंच संभव नहीं है। अंबानी ने कहा कि 2021 में जियो भारत में 5जी क्रांति लेकर आएगी। पूरा नेटवर्क स्वदेशी होगा। इसके अलावा हार्डवेयर और टेक्नॉलजी भी स्वदेशी होगी। जियो के जरिए हम आत्मनिर्भर भारत का सपना पूरा करेंगे। उन्होंने कहा कि भारत को 5जी स्पेक्ट्रम को लेकर जल्द से जल्द फैसला लेना चाहिए, साथ में उन्होंने यह भी कहा कि जियो 5जी क्रांति को लीड करेगा। भारत आने वाले दिनों में सेमी कन्डक्टर का मैन्युफैक्चरिंग हब बन सकता है। हम सेमी कन्डक्टर के लिए केवल आयात के भरोसे नहीं रह सकते हैं।
हर लड़की चाहती है की वह अपनी शादी के दिन सबसे खूबसूरत और नेचुरल लगे. इस दिन सबकी नज़रे उस पर रहती है इसलिए वो कई दिनों पहले से ही तैयारियां शुरू कर देती है. इसके लिए वो कई प्रोडक्ट्स भी इस्तेमाल करती है जो केमिकल से बहरे होते हैं. ये जल्दी रिजल्ट्स तो देते है लेकिन लम्बे समय तक इस्तेमाल करने पर त्वचा को हानि भी पहुंचते हैं. इनकी जगह बहुत से ऐसे नेचुरल तरीके भी हैं जिन से आपकी त्वचा शादी रेडी हो जाएगी और आप बहुत ब्यूटीफुल लगेंगी. अगर आप भी दुल्हन बनने वाली हैं तो फॉलो कीजिए हमारे ये नेचुरल ब्यूटी टिप्स और बने जाए साल की सबसे खूबसूरत दुल्हन. पपीता, अंगूर और केला- तीनों के पल्प को मैश करके मिक्स करें. फेस पर अप्लाई करें. 20 मिनट बाद धो लें. एवोकैडो ऑयल को अपना बॉडी मसाज ऑयल बना लें. रात को सोने से पहले मसाज करें. यह स्किन को सॉफ्ट व स्मूद बनाता है. यह स्किन को हील भी करता है. आप इससे क्यूटिकल्स को भी मसाज कर सकती हैं. गुलाब की पत्तियां भी स्किन के लिए चमत्कार करती हैं. अगर आपकी स्किन ऑयली है, तो गुलाब की पत्तियों को दूध के साथ और अगर ड्राई है, तो मिल्क क्रीम के साथ क्रश करें. यह पैक 20 मिनट तक लगाकर रखें. चेहरा धो लें. यह स्किन पर रोज़ी ग्लो देगा. पपीते के टुकड़े को स्किन पर रब करने से दाग़-धब्बे दूर होते हैं और स्किन ग्लो करती है. पपीते में पैपेन नाम का तत्व होता है, जो दाग़-धब्बों को हल्का करता है. अपनी डल स्किन को हेल्दी ब्राइडल ग्लो देने के लिए आप शहद यूज़ करें. रोज़ाना शहद को चेहरे पर 10 मिनट के लिए लगाएं और पाएं ग्लोइंग स्किन. आजकल लेट मैरिजेस होने लगी हैं, तो अगर आप 30 की उम्र में दुल्हन बनने जा रही हैं, तो स्किन को टोन करने व यंग लुक देने के लिए एग व्हाइट का पैक यूज़ करें. अंडे के स़फेद भाग में बेसन मिलाकर पेस्ट बनाएं. फेस पर अप्लाई करें. सूखने पर धो लें. एंगेजमेंट होते ही वीकली मेनीक्योर प्लान करें. यह व़क्त एक्सपेरिमेंट करने का होता है. आप अपने नेल्स के लिए डिफरेंट शेप्स व नेल पेंट्स के डिफरेंट शेड्स ट्राई कर सकती हैं. स्किन केयर रूटीन फॉलो करें. क्लींज़िंग, टोनिंग, मॉइश्चराइज़िंग. थोड़ा एक्सपेरिमेंट करके आप यह जान जाएंगी कि आपको कौन-से ब्यूटी प्रोडक्ट्स सूट करते हैं. स्किन पर स्मूद इफेक्ट के लिए विटामिन सी सीरम यूज़ करें. विटामिन सी सीरम स्किन को रिंकल फ्री रखता है और स्किन को सॉफ्ट-स्मूद बनाता है. विटामिन सी में मौजूद एंटी ऑक्सीडेंट्स त्वचा को यंग लुक देते हैं. ये स्किन को सूर्य की हानिकारक किरणों से भी बचाते हैं. टिंटेड मॉइश्चराइज़र से आपको कई तरह के फ़ायदे हो सकते हैं. यह त्वचा को नेचुरल ग्लो देता है. स़िर्फ फेस ही नहीं, पूरी बॉडी की स्किन का ख़्याल रखें. बॉडी बटर्स यूज़ करें, ताकि स्किन मॉइश्चराइज़्ड रहे. होममेड उबटनों का प्रयोग करें, ताकि नेचुरल तरी़के से स्किन हेल्दी व ग्लोइंग बने. कोहनियों, घुटनों व एड़ियों पर ख़ास ध्यान दें, जिन्हें अक्सर नज़रअंदाज़ किया जाता है. नींबू के रस से इन हिस्सों की मसाज करें. इससे वहां का कालापन भी दूर होगा और स्किन हेल्दी बनेगी. अपने पैरों को ख़ूबसूरत बनाने व थकान मिटाने के लिए उन्हें पैंपर करें. एक टब में गर्म दूध लें और उसमें पानी व नमक मिलाएं. पैरों को इसमें डुबोकर रखें. आधे घंटे बाद पानी से धो लें. दूध में लैक्टिक एसिड होता है, जो स्किन को सॉफ्ट व स्मूद बनाता है. बेहतर होगा कि तेज़ केमिकलयुक्त सोप्स व फेस वॉश अवॉइड करें. आप बेसन, दूध व हल्दी का पेस्ट यूज़ करना शुरू कर दें. डेंटल ब्यूटी व हेल्थ पर ध्यान दें. टीथ व्हाइटनिंग ट्रीटमेंट लें और दांतों से जुड़ी सभी समस्याओं का सही इलाज कराएं. स्ट्रॉबेरीज़ या नींबू को दांतों पर रब करने से दांतों के दाग़ दूर होते हैं और दांतों में हेल्दी व्हाइट शाइन आती है. मेकअप लुक्स ट्राई करें और फाइनल कर लें कि आपको शादी के लिए परफेक्ट लुक कौन-सा रखना है. मेकअप टेस्ट रन ज़रूरी है, ताकि शादी के दिन कंफ्यूज़न न रहे. अपनी ब्यूटीशियन की सलाह लें. आईब्रोज़ शेप करवाएं और डिसाइड कर लें कि कैसा शेप आपको फाइनल करना है. बहुत ज़्यादा पतला या मोटा नहीं होना चाहिए. हेयर स्टाइल व हेयर कट्स फाइनल करें. बालों में हेल्दी ग्लो के लिए हेयर केयर रूटीन फॉलो करें. बालों को शादी से लगभग एक महीना पहले कंडीशन करना शुरू कर दें. मैश किया हुआ एवोकैडो बालों में अप्लाई करने से बाल सिल्की स्मूद बनते हैं. ऑलिव ऑयलयुक्त शैपूज़ व कंडीशनर्स बालों के रूखेपन को ख़त्म करते हैं. होंठों पर मलाई से मसाज करें, इससे लिप्स मॉइश्चराइज़ होंगे और उनका कालापन भी दूर होगा. एसपीएफ 30 युक्त लिप बाम यूज़ करें. हेल्दी डायट शुरू कर दें. अगर आप अनहेल्दी या जंक फूड की शौक़ीन हैं, तो बेहतर होगा कि अभी अपना डायट प्लान बदलें और हेल्दी ऑप्शन्स ट्राई करें. इससे आपकी सेहत ही नहीं ब्यूटी भी प्रभावित होगी. शादी से लगभग हफ़्ते या 15 दिन पहले से सोडियम अवॉइड करें. इससे वेट लॉस में फ़र्क़ पड़ेगा और आप हेल्दी व लाइट भी फील करेंगी. बहुत ज़्यादा नमक के प्रयोग से बचें. नियमित रूप से वर्कआउट शुरू करें. बेहतर होगा कि ट्रेनर की निगरानी में जिम जॉइन करें. इससे आपका फिटनेस लेवल बढ़ेगा. एक्स्ट्रा फैट्स निकल जाएगा. बॉडी शेप में और टोन्ड रहेगी, टॉक्सिन्स भी निकल जाएंगे. स्ट्रेस से दूर रहें. ख़ुश रहें. स्ट्रेस से न स़िर्फ मानसिक थकान होती है, बल्कि स्किन भी डल होने लगती है, पिंपल्स की समस्या होने लगती है. आप जितना अधिक ख़ुश रहेंगी, आपकी स्किन उतनी ही ग्लो करेगी. नींद पूरी करें. नींद पूरी न होने से भी पिंपल्स, डार्क सर्कल्स, डल स्किन व हेयर फॉल जैसी समस्या होने लगती है.
आजकल कोई झड़ते बालों से परेशान है, तो किसी के बाल ही नहीं बढ़ते। वहीं कुछ लोग असमय सफेद होते बालों से परेशान हैं। कोई बालों की डॉयनेस से तंग है टी कोई डैंड्रफ से। बालों को लेकर हर किसी की अपनी-अपनी परेशानी है। लेकिन इन सभी समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता बस कुछ सिंपल स्टेप्स फॉलो कर के। सही प्रॉडक्ट का इस्तेमाल करे : बालो मे कोई प्रॉडक्ट इस्तेमाल करने से पहले उसका क्वालिटी का जाँच कर ले और सिर्फ़ अच्छे प्रॉडक्ट ही इस्तेमाल करने से नही चलेगा सही देखभाल भी ज़रूरी हैं। कई बार ग़लत प्रॉडक्ट इस्तेमाल करने से बाल खराब, रूखे, और सफेद हो जाते हैं। इसलिए बालो पे केमिकल प्रॉडक्ट इस्तेमाल करने से अच्छा नॅचुरल प्रॉडक्ट ही इस्तेमाल करे। सही आहार : अच्छे प्रॉडक्ट के साथ-साथ अच्छे आहार पे भी ध्यान देना होगा। उपयुक्त आहार सेवन करने से बालो को सभी पोशाक तत्व मिल जाते हैं। आहार मे आप गाजर, मछली का समावेश कर सकते हैं। खाने मे सभी चीज़ो का होना ज़रूरी हैं, विटामिन, प्रोटीन, ग्रावि वाली सब्जी। बालो मे तेल मसाज करे : बालो पे तेल का मसाज करना बहुत ही उपयोक्त हैं। अब सबसे बड़ी कन्फुजन रहता है की कॉन्सा तेल का इस्तेमाल करे क्यूंकी मार्केट मे बहुत सारे तेल मिलते हैं। तो मैं आपको बताता हूँ आप नॅचुरल तेल का इस्तेमाल करे, आप नारियल का तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं ये बहुत ही फ़ायदेमंद हैं। इससे आपके बाल मे रूखापन ख़तम हो जाएगा, और बाल रेशमी दिखने लगेंगे। टेंसन मे न रहे : बाल लंबा ना होने का एक मुख्य कारण टेंसन भी है, अगर आपको हाइपर टेंसन रहता है तो आपके बाल ज़्यादा झड़ते है, जिससे आपका बाल पतला ओर छोटा हो जाते है। कंघी ध्यान पूर्वक करे : बहुत बारीक कंघी का इस्तेमाल ना करे, क्यों की उसके इस्तेमाल से आपके बाल फँस जाते है और ज़्यादा झड़ते है। इसलिए खुले हुए यानी ब्रश जैसे कंघी का प्रयोग करे उससे आपके बाल कंघी मे कम फसेंगे ओर उन्हे हालता सा मसाज भी मिल जाता है। अच्छे कंडीशनर इस्तेमाल करे : हर बार शॅमपू करने के बाद अपने बाल अच्छे कंडीशनर से धोए। ताकि आपके बालो की मजबूती और चमक बनी रहे। नॅचुरल शॅमपू का इस्तेमाल : आपको हुमेशा शॅमपू खरीदने से पहले ये देख लेना चाहिए की उसमे केमिकल ना हों, यानी सस्ते शॅमपू को ना ले, बल्कि महेंगे ओर अच्छे ब्रांड का ही ले। अपने बालों को बाहरी नुकसान से बचाए : धूप में, पूल में, या सुबह के यातायत के समय, यदि आप बालों की सुरक्षा नहीं कर रहें है तो इससे बालों को नुकसान पहुंच सकता है। अपने बालों को सुरक्षित रखने के लिए उसी तरह से जागरूक रहें- जिस तरह की आप अपनी त्वचा के लिए रहते हैं- ऐसा करने से बाल लंबे समय तक घने बने रहेंगे। यदि आप ज्यादा देर तक धूप के संपर्क में रहने वाले हैं, तो हैट पहने, इस तरह से आपके बाल रूखे नहीं होंगे और झड़ेंगे भी नहीं। पूल में स्विम कैप पहने जिससे की क्लोरीन से आपके बालों को नुकसान न पहुंचे। प्रदूषण वाली जगह पर ज्यादा देर तक न रहें। यदि आपको ट्रैफिक में चलना पड रहा है, तो हैट या स्कार्फ पहने।
सरसों के तेल से खाना बनाना स्वस्थ्य के लिए बहुत ही लाभदायक होता है। लेकिन आप शायद ही जानते होंगे की सरसों का तेल सर्दियों में ब्यूटी एजेंट की तरह भी इस्तेमाल किया जा सकता है। सरसों के तेल के कई फायदे हैं। उन में से कुछ फायदे नीचे दिए गए हैं : 1. ठंड में स्किन को डीप क्लीन करने के लिए इससे बेहतर क्लेंजर नहीं है। मेकअप रिमूवर की तरह भी इसका इस्तेमाल किया जा सकता है। 2. यह दांतों को साफ करने वाला नैचुरल एजेंट भी है। नींबू के रस और नमक के साथ मस्टर्ड ऑइल मिक्स करके दांतों पर मालिश करने से दातों में शाइन और मजबूती आती है। 3. ठंड के मौसम में ड्राय और पैची स्किन से छुटकारा पाना चाहते हैं तो सुबह फेस वॉश करने से पहले ही मस्टर्ड ऑइल की कुछ बूंदों से चेहरे की मसाज कर लें। दिनभर स्किन मॉइश्चुराइज्ड रहेगी और ग्लो भी बना रहेगा। 4. चेहरे पर एक्ने और रैशेज हैं तो मस्टर्ड ऑइल की कुछ बूंदें लेकर 10 से 15 मिनट तक मसाज करने से स्किन हेल्दी बनी रहेगी और ग्लो भी करेगी। इस तेल में एंटी-बैक्टीरियल प्रॉपर्टीज़ भी होती हैं, जिससे स्किन साफ रहती है। ठंड के दिनों में मस्टर्ड ऑइल की मसाज से स्किन पर मौजूद डार्क स्पॉट्स और पिगमेंटेशन कम होता है। 5. ठंड के मौसम में हर हफ्ते बालों में मस्टर्ड ऑइल की वॉर्म मसाज करने से बाल झड़ना और फ्रिज़ी हेयर की समस्या काफी हद तक थम जाती है।
वी एस एल एम कॉलेज ऑफ एजुकेशन चंडी के सभागार में बीएड एवं डीएलएड के वरिष्ठ प्रशिक्षुओं ने कॉलेज के नव आगंतुक एवं कनिष्ठ बीएड और डीएलएड के प्रशिक्षुओं के स्वागत सम्मान में एक रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम( ”नूतन प्रशिक्षु अभिनंदन समारोह ") का आयोजन किया l इस कार्यक्रम में कॉलेज के संस्थापक अध्यक्ष सुरेश चंद्र शर्मा बतौर मुख्य अतिथि एवं कॉलेज प्रबंधन समिति के सचिव चंद्रमोहन शर्मा विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहेl इस रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का आगाज मां सरस्वती वंदना एवं मुख्य अतिथि द्वारा दीप प्रज्वलन के उपरांत स्वागत गीत से हुआ lइस के उपरांत बीएड एवं डीएलएड के प्रशिक्षुओं ने बारी-बारी से सांस्कृतिक कार्यक्रमों की मनमोहक प्रस्तुतियां दी lजिसने सभागार में उपस्थित सभी को अपनी मनमोहक प्रस्तुतियों से मंत्रमुग्ध कर दिया l इन प्रस्तुतियों के तहत बीएड एवं डीएलएड प्रशिक्षुओं ने पंजाबी भंगड़ा, गिद्दा , हिमाचली नाटी ,हरियाणवी नृत्य एकल गान , एवं शिक्षाप्रद लघु नाटका का प्रस्तुतीकरण एवं मंचन किया lइस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण मिस्टर एवं मिस फ्रेशर प्रतियोगिता रही l जिसमें कॉलेज के नवीन बीएड एवं डीएलएड के प्रशिक्षुओं ने मॉडलिंग के द्वारा अपनी दिलकश अदाओं से सबको मन मोह लिया l इस प्रतियोगिता में निखिल को मिस्टर फ्रेशर एवं दीक्षा को मिस फ्रेशर ऑफ वी एस एल एम कॉलेज ऑफ एजुकेशन चंडी के खिताब से नवाजा गया l. इसी के तहत इस प्रतियोगिता में रोहित को मिस्टर पर्सनैलिटी एवं शोभना को मिस पर्सनैलिटी के खिताब से भी नवाजा गया l कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि ने अपने संबोधन में बच्चों को समाज में फैल रही नशे जैसी कुरीतियों से दूर रहने का आह्वान किया साथ ही प्रशिक्षुओं को कर्मठता के साथ अपने कार्य को करने का आह्वान किया l इसके साथ उन्होंने नूतन वर्ष की सभी को शुभकामनाएं एवं उनके उज्जवल भविष्य की कामना की l इसके उपरांत कॉलेज प्रबंधन समिति के सचिव चंद्रमोहन शर्मा ने भी सभागार में सभी को संबोधित करते हुए कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रमों से बच्चों को अपनी छिपी हुई प्रतिभा को दिखाने का सुअवसर प्राप्त होता है l साथ ही उन्होंने कॉलेज द्वारा बच्चों की जनकल्याण के लिए किए जा रहे कार्यों के बारे में प्रकाश डाला l कार्यक्रम के अंत में कॉलेज विभागाध्यक्ष राज मणि शर्मा ने भी इस कार्यक्रम पर अपने विचार रखें और नव वर्ष की सभी को शुभकामनाएं दीl इसके उपरांत डी एल एड प्रथम वर्ष कि प्रशिक्षु रोहित ने इस भव्य एवं यादगार स्वागत सम्मान कार्यक्रम के आयोजन एवं प्रबंधन के लिए कॉलेज के डीएलएड एवं बीएड के वरिष्ठ प्रशिक्षुओं का अपने कनिष्ठ एवं नवीन साथी प्रशिक्षुओं की तरफ से तहे दिल से धन्यवाद किया l इस कार्यक्रम में कॉलेज प्रवक्ता हीरा दत्त शर्मा, संजीव चौहान , सपना चौहान ,कुसुमलता शर्मा, प्रीति शर्मा ,सुमेधा ठाकुर एवं कॉलेज के गैर शिक्षक वर्ग से सुमन लता रितिका के अलावा वी एस एल एम संस्कार भारती की प्रधानाचार्य कल्पना ठाकुर, दीपक एवं समस्त स्टाफ के सदस्य एवं बीएड और डीएलएड के समस्त प्रशिक्षु इस कार्यक्रम में उपस्थित रहेl
सुजानपुर के विधायक राजेंद्र राणा ने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा है कि चंद उद्योगपतियों की इस सरकार ने देश को गृह युद्ध की ओर धकेल दिया है। जाति-धर्म में बांटकर लड़ाई-झगड़े करवाए जा रहे हैं, जोकि इनका विकास का एजैंडा बन गया है। उन्होंने कहा कि यह सरकार सदियों तक याद रखी जाएगी, क्योंकि 70 साल में इस सरकार के समय कमरतोड़ महंगाई ने सारे रिकार्ड तोड़ दिए हैं। बेरोजगारी से युवा दुखी व परेशान हैं। देश की जनता का ध्यान बांटने के लिए नित नए-नए हथकंडे अपनाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि गलत नीतियों के चलते देश की आर्थिक स्थिति डांवाडोल हो गई है। लोकतंत्र की परिभाषा बदल दी गई है और ज्वलंत मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए लड़ाई-झगड़ों में जनता को उलझाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि गृह युद्ध से ऐसे हालात बना दिए गए हैं, जिसमें तिल-तिल पूरा देश जल रहा है। उन्होंने कहा कि देश की जी.डी.पी. दर की इतनी गिरावट आज तक नहीं देखी। अर्थव्यवस्था चकनाचूर हो चुकी है। बैंक कंगाल हो चुके हैं तथा आर.बी.आई. को खोखला किया जा रहा है। ई.डी. व सी.बी.आई. को अपने हिसाब से सरकार के खिलाफ आवाज उठाने वालों के खिलाफ चलाया जा रहा है। राजेंद्र राणा ने कहा कि देश का हरेक वर्ग इस समय सरकार से त्रस्त हो चुका है। अब नागरिकता संशोधन कानून से सरकार ने पूरे देश में अशांति व अराजकता का माहैल बना दिया है। विद्यार्थियों को भी निशाना बनाया जा रहा है। जिस सरकार में विद्यार्थी ही सुरक्षित नहीं हैं तथा महिलाएं रात को अकेले घर से बाहर नहीं जा सकती हैं। ऐसी सरकार कोई क्या उम्मीद कर सकती है।
हिमाचल प्रदेश विद्युत बोर्ड लिमिटिड द्वारा उन उपभोक्ताओं के विद्युत कुनैक्शन काट दिए जाएंगे, जिन्होंने नवम्बर, 2019 में अपने बिजली के बिल जमा नहीं करवाए हैं। यह जानकारी आज यहां प्रदेश विद्युत बोर्ड निगम लिमिटिड के सहायक अभियंता रमेश कुमार शर्मा ने दी। उन्होंने कहा कि काटे जाने वाले कुनैक्शन की कुल संख्या 748 है। उपभोक्ताओं द्वारा जमा न करवाई गई कुल राशि 26,27,036.04 रुपये है। इनमें 450 घरेलू उपभोक्ता हैं। इनकी कुल राशि 11,28,558.97 रुपये है। कुल उपभोक्ताओं में से 274 व्यवसायिक उपभोक्ता हैं। इनकी कुल राशि 13,06,746.95 रुपये है। अन्य 24 उपभोक्ताओं की राशि 1,91,730.12 रुपये है। उन्होंने सभी उपभोक्ताओं से आग्रह किया है कि वे अपने बिल 24 दिसम्बर, 2019 तक जमा करवा दें। उन्होंने कहा कि बिल जमा करने के लिए इस दिन एक काउंटर सेर चिराग (जौणाजी) तथा दूसरा काउंटर ब्रूरी में लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि उपभोक्ता अपने बिल पेटीएम, गूगल पे, अमेजॉन, भीम ऐप, फोन पे अथवा वैबसाईट www.hpsebl.in द्वारा भी जमा करवा सकते हैं। उन्होंने सभी उपभोक्ताओं से अनुरोध किया वे अपने बिजली तुरंत जमा करवा दें ताकि उनकी विद्युत आपूर्ति यथावत रहे।
प्रदेश सरकार द्वारा कार्यान्वित किए जा रहे मादक पदार्थ एवं मदिरा व्यसन पर रोक अभियान के अन्तर्गत आज यहां भाषा एवं संस्कृति विभाग सोलन द्वारा नशा निवारण पर भाषण एवं नारा लेखन प्रतियोगिताएं आयोजित की गई। जिला के विभिन्न विद्यालयों के छात्रों ने नशे से होने वाली हानियों व नशे के पीडि़तों के लक्षण व बचाव के संबंध में भाषण व नारा लेखन प्रतियोगिता के माध्यम से अपने विचार प्रकट किए। कार्यक्रम का शुभारंभ जिला भाषा अधिकारी कान्ता नेगी ने किया। उन्होंने कहा कि इस तरह की प्रतियोगिताओं के आयोजन का उद्देश्य युवाओं को नशे जैसी बुराई से दूर रखना है। उन्होंने कहा कि युवाओं के कलात्मक गतिविधियों में भाग लेने से जहां उनका कलात्मक कौशल निखर कर सामने आएगा वहीं उन्हें समाज में जिम्मेदार नागरिक बनने की प्रेरणा मिलेगी। उन्होंने कहा कि युवा दृढ़ संकल्प व इच्छा शक्ति से नशे जैसी दुष्प्रवृति से छुटकारा पा सकते हैं। भाषण प्रतियोगिता में गीता आदर्श विद्यालय सोलन के सौरभ प्रथम, राजकीय छात्र वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला सोलन के अजय द्वितीय तथा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला गौड़ा की महक कंवर ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। नारा लेखन प्रतियोगिता के वरिष्ठ वर्ग में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला गौड़ा की महक कंवर पहले, राजकीय छात्र वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला सोलन के चंद्रशेखर दूसरे तथा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला गौड़ा की मानसी कंवर तीसरे स्थान पर रहीं। राजकीय छात्र वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला सोलन के नवीन को सांत्वना पुरस्कार प्रदान किया गया। प्रतियोगिता के मध्यम वर्ग में राजकीय छात्र वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला सोलन के सागर दीप्टा प्रथम, इसी पाठशाला के अमन द्वितीय तथा राजकीय छात्रा वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला सोलन की खुशी यादव तृतीय स्थान पर रही। सरस्वती विद्या मंदिर सोलन की सोनाली को सांत्वना पुरस्कार प्रदान किया गया। नशा निवारण अभियान के तहत स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा जिला के विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों, ग्राम पंचायतों एवं आंगनबाड़ी केंद्रों में 877 प्रतिभागियों को नशे से होने वाली हानियों व इससे बचाव के संबंध में जागरूक किया गया। शूलिनी विश्वविद्यालय के रेड रिबन क्लब में 10, औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान सोलन में 150, धर्मपुर विकास खंड की ग्राम पंचायत जाबली में 130, ग्राम पंचायत दियोठी में 70, चिकित्सा खंड अर्की की राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला नवगांव में 68, चिकित्सा खंड चंडी के अंतर्गत ग्राम पंचायत नालका में 60, आंगनबाड़ी केंद्र लोअर बटेड़ में 20, चिकित्सा खंड सायरी के राजकीय माध्यमिक विद्यालय में 50, धर्मपुर के राजकीय महाविद्यालय में 225, चिकित्सा खंड अर्की के आंगनबाड़ी केंद्र भूमती में 29, चिकित्सा खंड चंडी के आंगनबाड़ी केंद्र बटेड़ में 50 तथा चिकित्सा खंड सायरी के आंगनबाड़ी केंद्र दाउंटी में 15 प्रतिभागियों को नशे के दुष्प्रभावों से अवगत करवाया गया। नशा निवारण अभियान के तहत राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान सोलन में भी 86 प्रशिक्षुओं को नशे से होने वाली हानियों व इसके बचाव के बारे में अवगत करवाया गया।
उप पुलिस अधीक्षक परवाणू योगेश रोल्टा ने कहा कि नशा एक ऐसी दुष्प्रवृति है जो युवा शक्ति को धीरे-धीरे खोखला कर रही है। योगेश रोल्टा सोलन जिला के धर्मपुर विकास खंड की ग्राम पंचायत जाबली में नेहरू युवा केंद्र सोलन द्वारा मादक पदार्थ एवं मदिरा व्यसन पर रोक अभियान के अंतर्गत आयोजित जागरूकता कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि विभिन्न प्रकार के नशों के सेवन से युवा जहां इसके आदी बनते जा रहे हैं वहीं देश का भविष्य भी अक्षम हो रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार व जिला प्रशासन द्वारा नशा निवारण को लेकर आयोजित किए जा रहे कार्यक्रमों की सफलता तभी सिद्ध हो सकती है जब युवा यह प्रण लें कि वे कभी नशा नहीं करेंगे और नशा बेचने वालों की सूचना पुलिस को देंगे। उन्होंने कहा कि पुलिस को नशे के सौदागरों की सूचना देने वाले का नाम गुप्त रखा जाता है। पुलिस द्वारा हिमाचल ड्रग फ्री ऐप आरंभ की गई है। कोई भी व्यक्ति इस ऐप को अपने मोबाइल फोन में डाउनलोड करके नशे के सौदागरों की जानकारी पुलिस को दे सकता है। उन्होंने सभी से आग्रह किया इस ऐप को अपने मोबाइल फोन में डाउनलोड करें और इसका प्रयोग करें। ग्राम पंचायत जाबली के प्रधान डीसी धीमान ने इस अवसर पर कहा कि युवाओं को आज से ही से दूर रहने के लिए दृढ़संकल्प होना होगा। उन्होंने कहा कि अध्यापकों व अभिभावकों को भी चाहिए कि वे अपने बच्चों की प्रत्येक गतिविधि पर ध्यान दें। खण्ड चिकित्सा अधिकारी डा. अमित रंजन तलवाड ने कहा कि एक अनुमान के अनुसार देश का 40 प्रतिशत युवा नशे की चपेट मे आ गया है। यह अत्यन्त चिंता का विषय है। युवाओं में नशे की प्रवृति को रोकने के लिए हमें सबको एकजुट होकर कार्य करना होगा तभी नशे का समूल नाश किया जा सकता है। नेहरू युवा केन्द्र के लेखराज कौशिक ने कहा कि नशा निवारण जागरूकता कार्यक्रमों में युवक मण्डलों व महिला मण्डलों तथा स्वयंसेवी संस्थाओं की महत्वपूर्ण भूमिका है। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला जाबली की प्रधानाचार्य मीना अग्रवाल ने युवाओं से नशे से दूर रहने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि विद्यालय में नशा निवारण समिति गठित की गई है। समिति द्वारा छात्रों को नशे के विरूद्ध जानकारी देने के लिए समय-समय पर जागरूकता अभियान आयोजित किए जाते हैं। इस अवसर पर उपस्थित लोगों को नशे से दूर रहने की शपथ भी दिलाई गई। इस अवसर पर खण्ड विकास अधिकारी रवि कुमार बैंस स्थानीय युवक व महिला मंडलों के सदस्य व बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।
हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड से प्राप्त जानकारी के अनुसार 10 दिसम्बर, 2019 को कुम्हारहट्टी के समीप बाड़ा में राष्ट्रीय राजमार्ग के फोरलेन कार्य के दृष्टिगत 11 केवी हिमाचल कंडक्टर फीडर की विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी। यह जानकारी बोर्ड के सहायक अभियंता दिनेश ठाकुर ने दी। उन्होंने कहा कि इसके कारण क्षेत्र के बाड़ा, बड़ोग गांव, कलोल व इसके आसपास के क्षेत्रों में प्रातः 10.00 बजे से सांय 6.00 बजे तक विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी। उन्होंने इस अवधि में लोगों से सहयोग की अपील की है।
उपायुक्त सोलन केसी चमन ने हिमाचल प्रदेश पंचायती राज अधिनियम 1994 की धारा 126 व हिमाचल प्रदेश पंचायती राज (सामान्य) नियम 1997 के नियम 124 के तहत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए सोलन जिला के विकास खंड सोलन, कंडाघाट, धर्मपुर, नालागढ़ व कुनिहार के लिए निर्वाचित हुए उप प्रधानों व सदस्यों के नामों का विवरण जन साधारण के लिए प्रकाशित करने की अधिसूचना जारी कर दी है। इस अधिसूचना के अनुसार विकास खंड सोलन की ग्राम पंचायत कोरों के वार्ड संख्या-2 कोरों-2 से सदस्य पद के लिए श्याम देई, पत्नी मनोहर लाल, गांव कोरों, डाकघर कुम्हारहट्टी, ग्राम पंचायत शामती के वार्ड संख्या-3 कावगड़ी-1 से सदस्य पद के लिए नरेंद्र कुमार पुत्र मोहन लाल, गांव कावगड़ी, डाकघर शामती, ग्राम पंचायत धरोट के वार्ड संख्या-3 गरा से सदस्य पद के लिए जय सिंह, पुत्र लेख राम, गांव व डाकघर धरोट तथा ग्राम पंचायत सपरून के वार्ड संख्या-5 सपरून-3 से सदस्य पद के लिए निर्मला देवी, पत्नी दीपक कुमार, गांव व डाकघर सपरून को निर्वाचित घोषित किया गया है। विकास खंड कंडाघाट की ग्राम पंचायत छावशा के वार्ड संख्या-7 डूमैहर-2 से सदस्य पद के लिए आनंद भारती, पुत्र परसराम, गांव व डाकघर डूमैहर को निर्वाचित घोषित किया गया है। विकास खंड धर्मपुर की ग्राम पंचायत दाड़वां के वार्ड संख्या-1 शन से सदस्य पद के लिए राधा देवी, पत्नी बृजलाल, गांव शन, डाकघर दाड़वां को निर्वाचित घोषित किया गया है। विकास खंड नालागढ़ की ग्राम पंचायत खिल्लियां में उप प्रधान पद के लिए अवतार कौर, पत्नी सुरजीत सिंह, गांव व डाकघर खिल्लियां को निर्वाचित घोषित किया गया है। इसी विकास खंड की ग्राम पंचायत नंड के वार्ड संख्या-6 नंड-2 से सदस्य पद के लिए हुसन चंद, पुत्र लायम राम, गांव व डाकघर नंड, ग्राम पंचायत लूनस के वार्ड संख्या-5 लूनस-2 से सदस्य पद के लिए दुर्गा राम, पुत्र नानकू, गांव व डाकघर लूनस, ग्राम पंचायत करसौली के वार्ड संख्या-3 करसौली-1 से सदस्य पद के लिए पुष्पिंद्र कौर, पत्नी गुरनाम सिंह, गांव करसौली, डाकघर कालीबाड़ी, ग्राम पंचायत रामशहर के वार्ड संख्या-2 से सदस्य पद के लिए दुर्गादत्त, पुत्र सुंदर राम, गांव लोहाणा, डाकघर रामशहर तथा वार्ड संख्या-7 रामशहर-2 से संदीपना वर्मा, पत्नी नरेंद्र वर्मा, गांव व डाकघर रामशहर एवं ग्राम पंचायत भटोलीकलां के वार्ड संख्या-1 भटोलीकलां-1 से सदस्य पद के लिए जय सिंह पुत्र गुरदयाल सिंह, गांव व डाकघर भटोलीकलां को निर्वाचित घोषित किया गया है। विकास खंड कुनिहार की ग्राम पंचायत बसंतपुर के वार्ड संख्या-2, उच्चागांव-2 से सदस्य पद के लिए मीना देवी, पत्नी मनोहर लाल, गांव चाकलू, कुनिहार तथा ग्राम पंचायत डूमैहर के वार्ड संख्या-4 से सदस्य पद के लिए नाथ कुमार, पुत्र मेलर राम, गांव व डाकघर डूमैहर को सदस्य निर्वाचित घोषित किया गया है।
हिमाचल प्रदेश में 19 अक्तूबर तक मौसम साफ बना रहेगा। इस दौरान प्रदेशवासी खिली धूप का आनंद उठा सकते हैं। रविवार को भी शिमला सहित राज्य के सभी क्षेत्रों में धूप खिली रही। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार इस दौरान अधिकतम तापमान सामान्य से एक से दो डिग्री कम रहा, वहीं न्यूनतम तापमान सामान्य रहा। बता दें कि प्रदेश में मौसम भले ही साफ हो गया है, लेकिन सुबह-शाम बढ़ रही ठंड से कई तरह की बीमारियां फैलने का खतरा भी सताने होने लगा है। उधर, मौसम केंद्र की मानें तो अक्तूबर में बारिश व बर्फबारी की ज्यादा संभावना नहीं है।
कुशल कर्मचारियों की कमी से विद्युत परिषद का बुनियादी ढांचा चरमरा गया है। यह बात ऊना में हिमाचल राज्य विद्युत परिषद पेंशनर कल्याण संघ प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक को संबोधित करते हुए प्रदेशाध्यक्ष ई. बीके सूद ने कही। प्रदेश के समस्त जिला कार्यकारिणी के पदाधिकारियों एवं सदस्यों ने भाग लिया। महामंत्री पीएल गुप्ता ने संघ की गतिविधियों पर विस्तार से प्रकाश डाला। सरकार को जल्द ही रिक्त चल रहे पदों को भरना चाहिए। पेंशनरों के मेडिकल बिलों का भुगतान भी समय पर नहीं हो रहा है, जिसके चलते उन्हें अपना इलाज करवाने में दिक्कतें पेश आ रही हैं।
कुनिहार क्षेत्र के लोगों व विभिन्न संस्थाओं द्वारा लम्बे समय से सिविल अस्पताल कुनिहार के लिए की जा रही 108 एम्बुलेंस सेवा की मांग की खानापूर्ति कर क्षेत्र के लोगों से एक भद्दा मजाक किया गया है। बता दे लगभग 20 पंचायतों का केंद्र बिंदु कुनिहार सिविल अस्पताल में प्रतिदिन सैंकड़ो मरीज अपने स्वास्थ्य की जांच के लिए आते हैं।तथा कई मरीजो को गम्भीर अवस्था मे सोलन शिमला रैफर किया जाता है।तथा सड़क दुर्घटना के गम्भीर मामले भी यंहा से सोलन शिमला या चंडीगढ़ रैफर किए जाते हैं।जिसके लिए लोगो को प्राइवेट वाहन या टैक्सी कर गम्भीर अवस्था मे बिना किसी स्वास्थ्य सेवा के मरीज को मजबूरी वश सोलन, शिमला या चंडीगढ़ पहुंचाना पड़ता है।कुनिहार से सोलन, शिमला की दूरी लगभग 45 किमी है तो चंडीगढ़ लगभग 80 किमी है।इतनी लम्बी दूरी तक पहुंचते पहुंचते गम्भीर अवस्था मे मरीज की हालत बहुत ही नाजुक हो जाती है तो कई बार मरीज यंहा तक पहुंचने से पहले ही दम तोड़ देते हैं।इस समस्या को देखते हुए बड़े लंबे समय से क्षेत्र के लोग व सामाजिक संस्थाएं यहाँ 108 सेवा की मांग कर रहे थे। जिसे पूरा करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने कुछ दिन पहले चण्डी ब्लॉक से एक पुरानी एम्बुलेंस जिसका स्वास्थ्य खुद ही खराब है।सिविल अस्पताल कुनिहार में खड़ी कर दी है। क्षेत्र में चर्चा है कि इस एम्बुलेंस की पासिंग भी नही हुई है व इसे चलाने के लिए चालक तक नही है।विकास सभा कुनिहार के अध्यक्ष धनीराम तनवर,सर्व एकता मंच के अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह ठाकुर,नव चेतना संस्था के अध्यक्ष कुलदीप कँवर सहित अन्य सभी संस्थाओं के पदाधिकारियो ,सदस्यों व आम जनता ने कुनिहार व आसपास की पंचायतों के लोगो से इसे एक भद्दा मजाक बताया है। तथा क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग व सरकार के प्रति भारी रोष व्याप्त है।इनका कहना है कि अगर सरकार व विभाग 108 एम्बुलेंस सेवा उपलब्ध नही करवा सकती तो ऐसा भद्दा मजाक जनता के साथ क्यों किया जा रहा है। जब इस बारे बी एम ओ अर्की राधा शर्मा से बात हुई तो उन्होंने बताया कि चण्डी ब्लॉक के सी एच सी में दो एम्बुलेंस थी जिसमे से एक को कुनिहार के लिए भेजा गया है।इसके सारे कागजात चैक करके व इसमें जो कुछ कमी होगी उसे पूरा कर व चालक का इंतजाम कर इसे जल्द ही लोगो की सेवा के लिए उपलब्ध करवा दिया जाएगा।
पांच वैरायटी के कलाकंद, सब लाजवाब कलाकंद एक ऐसा मिष्ठान है जिसका नाम सुनते ही मुँह में पानी आ जाता है और जब कलाकंद की बात होती है तो सबसे पहले ईशर स्वीट्स का नाम जहन में आता है। क्वालिटी से कोई समझौता नहीं और स्वाद ऐसा कि पेट भर जाए पर मन नहीं, ईशर स्वीट्स के कलाकंद के न सिर्फ स्थानीय लोग, बल्कि शिमला -कसौली आने वाले लाखों पर्यटक भी मुरीद है। यहाँ एक दो नहीं बल्कि पुरे पांच किस्म का कलाकंद मिलता है, सादा सफ़ेद कलाकंद, बटर स्कॉच कलाकंद, केसर कलाकंद, अंजीर कलाकंद और शुगर फ्री कलाकंद। सब एक से बढ़कर एक और लाजवाब ! करीब पिछले 5 दशक से लोग ईशर स्वीट्स के कलाकंद के मुरीद है और कई लोग तो ऐसे है जो कई किलोमीटर का सफर तय कर सिर्फ ईशर स्वीटस का कलाकंद खाने आते है। तीसरी पीढ़ी बढ़ा रही व्यवसाय श्री ईशर दास किसी ज़माने में शादी-ब्याह में खाना बनाने का कार्य करते थे। धीरे -धीरे उनके हाथ का स्वाद रंग लाने लगा और दूर -दूर से लोग उन्हें खाना बनाने बुलाने लगे, खासतौर से कलाकंद। इसके बाद श्री ईशर दास ने कालका में पहली दूकान खोली, जहां वहां अब भी बैठते है। वर्तमान में ईशर स्वीट्स की तीन दुकानें है और उनकी तीसरी पीढ़ी यानी की उनके पोते कमल और निखिल उनका व्यवसाय आगे बढ़ा रहे है। हर वैरायटी के लिए रखे गए है विशेष कारीगर : कमल श्री ईशर दस के पोते कमल ने बताया कि कलाकंद के अतिरक्त ईशर स्वीट्स दवार निर्मित ड्राई फ्रूट्स की मिठाइयों की भी काफी मांग है। विशेषकर सात प्रकार की बकलावा स्वीट्स की डिमांड न सिर्फ हिमाचल और हरियाणा से, बल्कि अन्य प्रदेशों से भी आती है। उन्होंने बताया कि हर वैरायटी की मिठाई और पकवान बनाने के लिए विशेष कारीगर रखे गए है, मसलन बंगाल से आये कारीगर बंगाली मिठाई तैयार करते हैं, तो राजस्थान से आये कारीगर घेवर और जलेबी बनाते है।
State Bank of India, the country’s largest bank has waived charges on immediate payment services and real -time gross settlement (RTGS) transactions through internet and mobile banking. It is applicable with effect from July 1, 2019. This is not all, the bank has also decided not to charge any fee on fund transfer through mobile phones using immediate payment service (IMPS) w.e.f August 1, 2019. With a market share of around 25 percent, SBI is the India’s largest bank. At the end of FY 2018-19, the SBI customers using internet banking were more than six crore, and those who were availing mobile banking facility were around 1.41 crores. The bank’s decision to abolish charges on using internet and mobile banking will benefit million's of customers. The bank has taken this decision after receiving guidelines from RBI to promote digital transactions.
उसकी अदाकारी का असर कुछ ऐसा था कि आज भी लोग अपने बच्चों का नाम प्राण नहीं रखते। हम बात कर रहे है बॉलीवुड के सबसे बड़े खलनायक प्राण सिकंद की। आज प्राण साहब की पुण्यतिथि है। 1940 से 1980 के दशक तक प्राण की बॉलीवुड में तूती बोलती थी। जब प्राण पर्दे पर आते थे तो लोग उन्हें गालियां देने लगते। यूँ तो बॉलीवुड में एक से बढ़कर एक खलनायक हुए, लेकिन प्राण जैसा न कभी कोई था और न शायद कभी हो । पुरानी दिल्ली, ब्रिटिश भारत में 12 फरवरी 1920 को प्राण एक मिडिल क्लास परिवार में जन्म हुआ । जब 19 के हुए तो हीरो बनने लाहौर चले गये। 1940 में उन्हें फिल्म 'यमला जट' में काम करने का अवसर मिला और प्राण हीरो बन गए । लाहौर में करीब 22 पंजाबी फिल्मों में काम करने के बाद जब 1947 में भारत और पाकिस्तान का विभाजन हुआ और प्राण वापस हिंदुस्तान लौट आये। फिर संघर्ष का दौर शुरू हुआ, लेकिन प्राण हालत से हारने वाले नहीं थे। एक साल स्ट्रगल करने के बाद उन्हें फिल्म 'बांबे टॉकीज' मिली और प्राण का भारतीय सिनेमा में रोमांचक सफर शुरू हुआ। खलनायक बने और ऐसे बने कि लोग उनसे नफरत करने लगे, दरअसल यही प्राण की असली कामयाबी थी। एक दौर ऐसा भी आया कि बगैर प्राण के कोई बड़ी बॉलीवुड फिल्म बनती ही नहीं थी। कहा तो ये भी जाता है कि उस दौर के कई अभिनेता इसलिए फिल्म छोड़ देते थे क्यूंकि उसमे प्राण होते थे । प्राण ने सिर्फ खलनायक के किरदार कर ही अपनी प्रतिभा नहीं मनवाई, बल्कि कई ऐसे पॉजिटिव किरदार भी निभाए जो कालजयी बन गए । चाहे फिल्म 'जंजीर' में पठान शेर खान का किरदार हो, या 'अमर अखबर एंथनी','उपकार', 'विक्टोरिया 203', 'सनम बेवफा', 'डॉन', 'दोस्ताना' जैसी फिल्मों में उनके द्वारा निभाए गए किरदार, प्राण ने हमेशा अमिट छाप छोड़ी । वर्ष 2013 तक अपने फिल्मी करियर में और भी कई अवार्ड बटोर चुके प्राण ने 93 की उम्र में आखिरी सांस ली । पर प्राण आज भी अपने चाह्वानो के दिलों में राज करते है ।
Abhinam Eye Care Centre, Solan has become the most trusted hospital for treatment of eyes. Each day, large number of patients arrive from across the Himachal and sometimes from other states also. The Hospital is equipped with latest equipments required for diagnosis & treatment. Moreover, Abhinam Eye Care Centre, Solan is affiliated by the Himachal Pradesh government and here patients may also avail the benefit of Ayushman Bharat Yojna. It is the first eye hospital of the region which is affiliated for Ayushman Bharat Scheme.In special conversation with First Verdict, Dr Namita Thakur and Dr. Abiraj K. Sinha from Abhinam Eye Care Center shared very useful information related to care of eyes. If you are 40 plus, you need regular eye check–up According to Dr Namita, change in near vision in 40 plus age is a normal thing, perhaps a person need glasses to see up close or may find it uneasy to adjust to glare or distinguishing some colours. She said, with age there is more risk of developing age-related eye diseases and conditions, which includes age-related macular degeneration, cataract, diabetic eye disease, glaucoma, low vision and dry eye. Dr Namita recommended everyone with 40 plus age should regularly visit an eye care professional for a comprehensive eye check up. There are so many eye diseases which have no early warning signs or symptoms, but a dilated exam can detect eye diseases in their early stages before vision loss occurs. Early detection and treatment can help a person saving his sight. If you are a diabetic, your eyes need extra care As told by Dr. Abiraj, Retina consultant at Abhinam Eye Care Centre "If you are a diabetic, than you must take extra care of your eyes, as diabetic eye disease is a complication of diabetes and a leading cause of blindness.” He shared that the most common form of diabetic eye disease is diabetic retinopathy which occurs when diabetes damages the tiny blood vessels inside the retina. He prescribed regular eye check-up for diabetic people. According to him, with a healthy life style one may minimise the chances of diabetic retinopathy, it is must to control blood sugar and cholesterol, to do regular work out, consume adequate fruits and vegetables & to avoid smoking and liquor consumption Consult the doctor if you have dry eye syndrome symptoms "If someone feels Burning sensation in eyes, Itchy eyes, Aching sensations, Heavy eyes, Fatigued eyes, Sore eyes, Dryness sensation, Red Eyes, Photophobia or Blurred vision, then probably Dry eye syndrome is the reason,” Dr Namita says. “But it is curable,” she added. Dr Namita shared that with the routine use of artificial tears and minor behavioural modifications one can significantly reduce dry eye symptoms.
यदि आप लजीज तिब्बतियन व चाइनीस व्यंजन खाना चाहते है तो फ्रेंड्स फ़ूड कार्नर आपके लिए उपयुक्त स्थान है। बीते करीब डेढ़ दशक में सोलन के आंनद काम्प्लेक्स स्थित फ्रेंड्स फ़ूड कार्नर, तिब्बतियन व चाइनीस व्यंजनों के चाहवानों का पसंदीदा रेस्टोरेंट बना हुआ है । पारम्परिक जायके से भरपूर यहां के व्यंजन शहर के हर वर्ग व उम्र के लोगों को खूब भाते है । आलम ये है कि तिबबति व चाइनीस खाने की चर्चा होते ही सोलनवासियों के जहन में सबसे पहले फ्रेंड्स फ़ूड कार्नर का नाम आता है । ये कहना भी अतिश्योक्ति नहीं होगा कि फ्रेंड्स कार्नर ने ही सोलन में तिब्बत्ति व चाइनीस व्यंजनों को पहचान दिलाई है । रेस्टोरेंट के मालिक अर्जुन नेगी बताते है कि जब करीब 17 वर्ष पूर्व उन्होंने अपना पहला रेस्टोरेंट शुरू किया था तब शुरुआत में लोगों से बहुत अच्छी प्रतिक्रिया नहीं मिली थी। लोग तिब्बती व चाइनीस व्यंजनों को बहुत अधिक पसंद नहीं करते थे ।उस दौरान रेस्टोरेंट को ज़ारी रखना एक बहुत बड़ी चुनौती थी लेकिन उन्हें भरोसा था कि एक बार जो भी उनके लजीज व्यंजन चख लेगा वो लौट कर जरूर आएगा, और हुआ भी ऐसा ही। देखते देखते ऐसा समय आ गया जब एक रेस्टोरेंट छोटा पड़ने लगा। इसी के चलते वर्ष 2010 में उन्होंने बगल में ही एक और रेस्टोरेंट खोल दिया। खुद तैयार करते हैं मसाले फ्रेंड्स कार्नर में मोमो ,थुकुपा ,शाप्ता ,टीमो ,थिंतुक सहित सभी तिब्बती व्यंजन पकाने में पारम्परिक तिब्बती मसालों व रेसिपी का इस्तेमाल किया जाता है और स्पेशलिस्ट शेफ इन्हें पकाते है। इन विशेष मसालों को तैयार भी खुद अर्जुन नेगी ही करते है । शौक को ही बनाया व्यवसाय अर्जुन नेगी खुद एक बेहतरीन कुक है । वे शौकियां तौर पर घर पे कभी कभार खाना पकाते थे जिसे उनका परिवार व दोस्त बहुत चाव से खाते थे। उन्हीं की प्रशंसा से उन्हें प्रोत्साहन मिला और उन्होंने खाने में ही अपना जीवन यापन का ज़रिया तलाश लिया। अर्जुन कहते है कि उन्हें खाना पकाना बेहद पसंद है इसीलिए वे सफल है । फ्रेंड्स फ़ूड कार्नर के 14 सफल वर्षो के सफर में अर्जुन की पत्नी कलसंग ने भी उनका बखूबी साथ दिया है । आज कलसंग ही दोनों रेस्टॉरेंट्स का प्रबंधन सम्भाल रही है । क्वालिटी के साथ कोई समझौता नहीं तिब्बतियन व चाइनीस व्यंजनों में मसाला कम होता है और बॉइल्ड होने के चलते खाने के पोस्टिक तत्व बरकरार रहते है । अर्जुन नेगी कहते हैं कि उन्होंने कभी भी क्वालिटी के साथ समझौता नहीं किया और हमेशा लोगों को अपना बेहतरीन देने का प्रयास किया है ।