पालमपुर :कायाकल्प संस्थान पालमपुर के प्रशासक एवम मुख्य चिकित्सा अधिकारी आशुतोष गुलेरी ने बताया कि जो लोग कोरोना को हराकर वापिस आएं हैं उनकी शारीरिक क्षमता कमजोर हो जाती है इसलिये उन्हें अपने काम पर वापिस आने पर दो या तीन महीने अपनी मासपेशियों पर ज्यादा जोर नहीं देना चाहिये क्योंकि इससे उनके दिल पर ज्यादा जोर पड़ने से उन्हें और समस्याओं से झूझना पड़ सकता है। आशुतोष गुलेरी ने बताया कि लोकडाउन के कारण भी घरों में रहकर लोगों में मोटापे और मानसिक तनाव की समस्या आ रही है जिसके लिए उन्हें निरंतर योगाभ्यास और प्राणायाम करना चाहिए। बता दें कि कोरोना काल में कायाकल्प में लोग अपने शारीरिक असंतुलन का उपचार यहां उपलब्ध नेचुरोपैथी, फिजियोथेरेपी तथा पंचकर्मा विधियों से करवा रहे हैं। जहाँ बिना सुई और बिना चीरे के इलाज हो रहा है। आहार थैरेपी, चुम्बकीय थैरेपी तथा एक्यूप्रेशर का भी यहां इस्तेमाल किया जाता है। जो लोग बाहरी क्षेत्रों से आकर अपना इलाज करवा रहें है उन्हें रहने, खाने पीने तथा दवाइयों की पूरी सुविधा मात्र 900 रुपये से शुरू हो जाती है। हर व्यक्ति चाहे वह इनडोर इलाज करवा रहा है या आउटडोर उन्हें इलाज में वरिष्ठ नागरिकों को 15 प्रतिशत, बी पी एल परिवारों को 25% तथा अंत्योदय को 100 प्रतिशत छूट है। कायकल्प संस्थान द्वारा शुरू की गई फेसबुक लाइव स्ट्रीम पर भी योगा तथा प्राणायाम की ट्रेनिंग ली जा सकती तथा लोग संस्थान आकर विशेषज्ञ चिकित्सकों का परामर्श ले सकते हैं।
नई पेंशन स्कीम कर्मचारी महासंघ ने एनपीएस कर्मचारियों की सुरक्षा के मद्देनजर एक अनोखी पहल की है। इस आशय की जानकारी देते हुए कांगड़ा जिला प्रधान राजिन्दर मन्हास ने बताया कि कर्मचारी महासंघ पिछले लंबे समय से प्रदेश सरकार से केंद्र की 2009 की अधिसूचना को हिमाचल में लागू करने की मांग करता आया है। जिसके तहत सेवा के दौरान एनपीएस कर्मचारी की मौत पर परिवार को पेंशन का प्रावधान है। परन्तु जब सरकार ने पिछले तीन साल से इस मांग को नजरअंदाज किया तो इससे मायूस होकर महासंघ ने कोरोना के खतरे को देखते हुए अपने एक लाख कर्मचारियों की सुरक्षा का जिम्मा उठाया है। जिसके तहत अगस्त माह में संगठन ने 5000 कर्मचारियों को एल आई सी के माध्यम से 5 लाख का ग्रुप इन्सुरेंस दिलवाया जो सामान्य मृत्य पर भी कवरेज प्रदान करता है। जिला प्रधान ने बताया कि इस योजना के तहत अभी तक 10 परिवारों को 5 -5 लाख की राशि इसी योजना के तहत मिल चुकी है। जिला प्रधान ने बताया कि इन 10 कर्मचारियों में 4 की मौत कोरोना की वजह से हुई थी। कांगड़ा जिला प्रधान राजिन्दर मन्हास ने बताया कि महासंघ के राज्य अध्यक्ष प्रदीप ठाकुर और समस्त राज्य कार्यकारणी ने अब यह मन बना लिया है कि हिमाचल के एक लाख कर्मचारियों को इस ग्रुप इन्सुरेंस प्लान से जोड़ा जाएगा। इसके लिए हिमाचल के 12 जिलों में इसकी शुरुआत हो चुकी है। जिसे लेकर पिछले कल मंडी में जिला प्रधान लेखराज , चम्बा में सुनील जरयाल, सिरमौर में जिला प्रधान सुरिंदर पुंडीर और कांगड़ा में राजिन्दर मन्हास की अगुवाई में ओपन गूगल मीट हुई। इन बैठकों में राज्य अध्यक्ष के साथ राज्य महासचिव भरत शर्मा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष सौरभ वैद्य, राज्य मीडिया प्रभारी पंकज शर्मा के साथ बिलासपुर जिला प्रधान राजिन्दर वर्मन , सोलन जिला प्रधान अशोक ठाकुर भी उपस्थित रहे,अन्य जिलों में भी ऐसी बैठके रखी जा रही हैं। संगठन राज्य महासचिव भरत शर्मा ने कहा कि सरकार की इस अनदेखी से हिमाचल के एक लाख कर्मचारी बहुत मायूस हैं। कई कर्मचारियों का कोरोना काल में देहान्त हुआ और उन कर्मचारियों के परिवारों को भी कर्मचारी का जमा एनपीएस का पैसा भी अब 20% नगद दिया जा रहा है। और 80% उसी के पैसे की नाम मात्र पेंशन दी जा रही है। जबकि केंद्र अपने कर्मचारियों की मौत पर परिवार को फैमिली पेंशन दे रहा है। तो हिमाचल में यह अलग कानून क्यूँ फॉलो किया जा रहा है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि तत्काल आगामी बैठक में 2009 की अधिसूचना को लागू किया जाए नही तो आगामी विधानसभा चुनाव में जैसे संगठन ने ग्रुप इन्सुरेंस का विकल्प खोजा है उसी प्रकार कर्मचारी और विकल्प ना खोज लें।
कांगड़ा : राजकीय उच्च विद्यालय ठाकुरद्वारा में ऑनलाइन पर्यावरण दिवस मनाया गया। बच्चों ने पर्यावरण सुरक्षा संबंधी संदेश देने के लिए विभिन्न तरह की गतिविधियां की सुंदर-सुंदर चित्र बनाये ,पौधारोपण किया, स्लोगन बनाएं, पर्यावरण सुरक्षा संबंधी कविताओं का गान किया। भाषा अध्यापक राजीव डोगरा ने कहा कि पर्यावरण दिवस मनाने का तात्पर्य बच्चों को पर्यावरण के साथ जोड़ना तथा बच्चों के अंदर के कलात्मक गुणों को बाहर निकालना ही मुख्य लक्ष्य है। मुख्याध्यापक प्रवेश शर्मा ने बच्चों को पर्यावरण सुरक्षा संबंधी संदेश दिया और कहा कि ठाकुरद्वारा स्कूल में हर दिवस बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। जहां बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ उनके कलात्मक गुणों का भी विकास किया जा सके। कार्यक्रम को सफल बनाने में सभी अध्यापकों अमीचंद, सुनील कुमार, ज्योति प्रकाश,रविंद्र कुमार,राकेश कुमार और प्रवीण लता का सहयोग रहा।
विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने शुक्रवार को सिविल हॉस्पिटल भवारना में हो रहे वैक्सीनेशन का जायज़ा लिया। वैक्सीनेशन करवाने आए लोगों का होंसला बढ़ाया तथा अन्य लोगों को भी वैक्सीनेशन के लिए प्रेरित करने की अपील की। परमार ने कोविड काल में बेहतर सेवा देने के लिए चिकित्सकों, स्वास्थ्य कर्मियों, सफाई कर्मियों, पुलिस प्रशासन, पत्रकारों, अन्य कर्मचारियों और स्वयंसेवी संस्थाओं की प्रशंसा की। साथ उन्होंने कहा कि भवारना चिकित्सा खण्ड में 34 हजार से अधिक लोगों ने वैक्सीन की डोज़ ले ली है जोकि एक बड़ा आंकड़ा है। इसी बाबत उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए की वैक्सीनेशन और टेस्टिंग को बढ़ाया जाए। परमार ने टेस्टिंग और वैक्सीनेशन को संस्थान से बाहर किसी खुले स्थान पर करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने इस अवसर पर हॉस्पिटल को पीपीई किट, ग्लव्स, मास्क और सैनिटाइजर भेंट किए। इस अवसर पर उन्होंने 24 करोड़ की लागत से बनने वाले सिविल हॉस्पिटल भवारना के बहुमंजिला निर्माणाधीन भवन का निरीक्षण किया और विभाग को समयबद्ध कार्यपूर्ण करने के निर्देश दिए। इस मौके पर भड़गवार की प्रधान सोनिया बंटा, उपप्रधान शिवालिक, भवारना की प्रधान बंदना अवस्थी, उपप्रधान तनु भारती, भाजपा मंडलाध्यक्ष देश राज शर्मा, अंकुर कटोच सहित बीएमओ भवारना, चिकित्सक उपस्थित रहे।
पूर्व मंत्री एवम अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव सुधीर शर्मा द्वारा संचालित शक्ति हेल्पलाइन से कोरोना मरीजों को घर द्वार पर निशुल्क दवाइयां, ऑक्सीमीटर, सैनिटाइजर सहित मास्क इत्यादि उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। वंही धर्मशाला विधानसभा और साथ लगते क्षेत्रों में ऐसे कोरोना संक्रमित मरीज जो भोजन बनाने में असमर्थ हैं उन्हें भी हेल्पलाइन द्वारा दो वक़्त का पोष्टिक भोजन उनके घर पर उपलब्ध करवाया जा रहा है। जिसका लाभ अभी तक लगभग 1800 कोरोना संक्रमित ले चुके हैं। गौरतलब है कि सुधीर शर्मा ने पिछले वर्ष भी कोरोना संक्रमित मरीज़ों सहित उनके परिवारों, गरीब लोगों व दूसरे प्रदेशों से यहां काम करने आए मजदूरों को राशन, मास्क एवम सैनिटाइजर उपलब्ध करवाए थे। इस वर्ष भी उन्होंने पूरे प्रदेश में सबसे पहले पहल करते हुए अपने घर को कोविड सेंटर बनाने की पेशकश की थी तथा शक्ति हेल्पलाइन चलाकर उन्होंने कोरोना संक्रमित गरीब परिवारों को निशुल्क भोजन, ऑक्सीजन सिलिंडर, अस्पतालों में बेड प्रबंधन इत्यादि करवाकर मानवता की मिसाल कायम की है। इसी क्रम को जारी रखते हुए सुधीर शर्मा गावों और शहरी क्षेत्र धर्मशाला को अपने स्तर पर सनिटाइज करवा रहे हैं। एक नई पहल की शुरुवात करते हुए उन्होंने सभी आशावर्करों को अपनी ओर से ऑक्सीमीटर, सैनिटाइजर, दवाइयां सहित अन्य उपयोगी सामान देने का क्रम भी शुरू किया है। साथ ही साथ उनके द्वारा पुलिस कर्मचारियों, डाक विभाग के कर्मचारियों को भी सैनिटाइजर, फेसशील्ड, मास्क इत्यादि उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। हिमाचल कॉंग्रेस के दिशानिर्देश अनुसार ब्लॉक कांग्रेस तथा अग्रणी संगठनों द्वारा "अपना शहर,अपना दायित्व" एवं “अपना गाँव, अपना उत्तरदयित्व” के तहत प्रथम पंक्ति के कोरोना योद्धाओं को प्रोत्साहित करते हुए तथा उनकी सुरक्षा हेतु हर संभव सहायता पहुँचाई जा रही है।
पैराग्लाइडिंग के लिए विश्व प्रसिद्ध बीर बिलिंग घाटी से जनवरी माह में लापता हुए पैराग्लाइडर पायलट रोहित भदोरिया का शव मिल गया है। जालसू पास और बड़ा भंगाल की पहाड़ियों के बीच में एक संकरे पहाड़ के निकट शव मिलने की सूचना है। हालांकि, आधिकारिक रूप से पुलिस ने इसकी अभी तक कोई पुष्टि नहीं की है। लेकिन सर्च अभियान में जुटी टीम ने यह सूचना बीर में दी है। जहां शव मिला है, उसी स्थान में पिछले महीने रोहित का काफी सामान भी मिला था। रोहित को ढूंढने के लिए लगातार एक बड़ा सर्च अभियान चल रहा था। इस दौरान अप्रैल में उसका कुछ सामान जालसू जोत के समीप मिला था। उसी क्षेत्र में अब बर्फ कम होने के बाद रोहित का शव मिलने की सूचना मिली है। मूल रूप से दिल्ली के रहने वाले 48 वर्षीय रोहित भदोरिया काफी समय से बीड़ में रह रहे थे। इसी साल 8 जनवरी को रोहित ने बिलिंग से उड़ान भरी थी। कुछ घंटों की उड़ान के बाद उतराला से ऊपर की पहाड़ियों से अचानक रोहित लापता हो गए थे।
देश एक ओर जहाँ कोरोना महामारी से जूझ रहा है। ऐसे में वैश्विक महामारी कोविड से निपटने के लिए कई समाजसेवी संस्थाएं भी सहयोग के लिए आगे आ रही। पालमपुर के इनरव्हील क्लब की महिला स्वयंसेवियों ने आज एसडीएम पालमपुर को 10 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर भेंट किए। इस अवसर पर सिविल हॉस्पिटल के एमएस डॉ विनय महाजन, एसएमओ डॉ जयदेश राणा भी उपस्थित रहे। एसडीएम ने कहा इस महामारी में उपचार के लिए सबसे अधिक जरूरत किसी चीज़ की है तो वे ऑक्सीजन है। ऐसे समय में इनरव्हील क्लब द्वारा ऑक्सीजन कंसंट्रेटर प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को उपलब्ध करवाना बहुत अनुकरणीय कार्य है। उन्होंने इनरव्हील क्लब का इस भेंट के आभार प्रकट करते हुए कहा कि इससे किसी जरूरतमंद को उपयोग के लिए उपलब्ध होने से उसकी जान बच सकेगी। उन्होंने कहा कि इस संकट काल में बहुत से लोग तथा संस्थाए मदद के लिए आगे आए हैं और इनके माध्यम से कोविड से लड़ने के लिए दवाई और उपकरण इत्यादि उपलब्ध करवाए गए हैं।
कांगड़ा जिला के नूरपुर उपमंडल की ममूह गुरचाल पंचायत के मैहरका गांव के कोरोना संक्रमित व्यक्ति जिनका गत दिवस दिल्ली से अपने पैतृक गांव आते समय बीच रास्ते में निधन हो गया था और स्थानीय प्रशासन की देखरेख में कोविड प्रोटोकॉल के साथ अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान एसडीएम डॉ सुरेन्द्र ठाकुर, तहसीलदार सुरभि नेगी, बीडीओ डॉ रोहित शर्मा तथा नगर परिषद की कार्यकारी अधिकारी आशा वर्मा सहित भाजयुमो के प्रदेश सचिव भवानी पठानिया भी उपस्थित रहे। सुरेन्द्र ठाकुर ने बताया कि स्थानीय स्वयंसेविओं की मदद से उनके पैतृक गांव में पूरे कोविड प्रोटोकॉल के साथ अंतिम संस्कार की रस्म निभाई गई। उन्होंने बताया कि उपमंडल में इन दिनों में कोविड के कारण जिन मरीजों की मौत हुई है प्रशासन अपनी देखरेख में उनके अंतिम संस्कार की रस्म निभा रहा है। उन्होंने बताया कि उपमंडल के तहत 100 से अधिक स्वयंसेविओं ने कोविड के मरीजों की सहायता तथा इसके कारण किसी व्यक्ति की मौत हो जाने पर उसके अंतिम संस्कार के लिए अपनी सेवाएं देने की इच्छा जाहिर की है। उन्होंने बताया कि संकट के इस समय में प्रशासन को स्थानीय पंचायतों तथा स्वयंसेवियों का पूरा सहयोग मिल रहा है।
एसडीएम देहरा धनबीर ठाकुर ने बीते दिनों रक्कड़ तहसील के अंतर्गत अलोह पंचायत में घरों में जाकर कोरोना संक्रमितों का हाल जाना। उन्होंने कहा कि कोरोना से लगभग सभी लोग घरों में ही ठीक हो रहे हैं, इसलिए घबराने की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा कि लोग घरों में ही रहकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा बताई गई चिकित्सा विधि का पालन करें और पूरे जज्बे से कोरोना को हराने की मनोस्थिति रखें। एसडीएम ने यह भी सुनिश्चित किया कि संक्रमितों या उनके परिवारों को किसी प्रकार की कोई आवश्यक वस्तु की कमी न हो। उन्होंने स्थानीय पंचायत प्रतिनिधियों और कर्मचारियों को संक्रमितों के परिवारों से निरंतर संपर्क में रहने को कहा। एसडीएम ने कोरोना संक्रमितों से मिलने के उपरांत क्षेत्र में कोरोना नियमों की अनुपालना का जायजा लिया। उन्होंने आवश्यक सेवाओं में लगे सभी विभागों के कर्मचारियों और पंचायत प्रतिनिधियों को कोरोना नियमों की अनुपालना सुनिश्चित करवाने को कहा।
पालमपुर में राज्य सभा सांसद इंदु गोस्वामी ने मेक शिफ्ट अस्पताल राधा स्वामी सत्संग परौर के लिए गर्म एवं ठंडे पानी के डिस्पेंसर तथा एलईडी टीवी भेंट किए। सांसद ने रविवार को यह उपकरण एसडीएम पालमपुर धर्मेश रामोत्रा को भेंट किए। उन्होनें आश्वाशन दिया कि भविष्य में भी उनके द्वारा यथासंभव सहयोग उपलब्ध करवाया जायेगा। सांसद ने राधा स्वामी सत्संग ब्यास का आभार प्रकट करते कहा कि संस्था द्वारा कोरोना संकट में जो सहयोग प्राप्त हो रहा है वो मानवता की सेवा में बहुत सराहनीय है। उन्होंने कहा कि राधा स्वामी संत्सग परौर में 256 का बिस्तरों का अस्पताल बनाया गया है और इसमें मनिफोल्ड ऑक्सीजन की व्यवस्था का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि ज़िला में अतिरिक्त 256 बिस्तरों की सुविधा उपलब्ध होने से कोरोना संक्रमित लोगों को उपचार के लिये लाभ उपलब्ध होगा। एसडीएम ने सांसद इंदु गोस्वामी का उपकरण उपलब्ध देने के लिए आभार प्रकट किया और कहा कि सांसद द्वारा इससे पूर्व भी डेडीकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर पपरोला के लिए भी उपकरण उपलब्ध करवाए गये हैं।
जिला कांगड़ा के भंगवार में मां की अर्थी को अकेले कंधे पर उठाने का मामला अभी शांत नहीं हुआ था कि मंडी जिले में भी मानवता को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। यहां अर्थी को कंधा देने के लिए जब लोग आगे नहीं आए तो शव को डंडे से बांधकर एक किलोमीटर दूर सड़क तक पहुंचाया गया। मंडी जिले के जोगेंद्रनगर उपमंडल के लडभड़ोल तहसील के गवाला गांव में जब लोगों ने बुजुर्ग महिला के अंतिम संस्कार से किनारा कर लिया तो एथलेटिक्स सेंटर जोगेंद्रनगर के खेल प्रशिक्षक गोपाल ठाकुर सामने आए। दरअसल धर्मपुर के संधोल की रहने वाली बुजुर्ग महिला करीब पांच-छह दिन पहले ही गवाला गांव में अपनी बेटी के घर आई थी। इसी बीच बेटी संक्रमित हो गई। शनिवार को वृद्धा की मौत हो गई, लेकिन उसकी अर्थी को उठाने के लिए गांव के लोग सामने नहीं आए, जबकि वृद्धा संक्रमित नहीं थी। प्रशासन को जब इस बात का पता चला तो उन्होंने एथलेटिक्स सेंटर जोगेंद्रनगर के खेल प्रशिक्षक गोपाल ठाकुर से संपर्क किया। वह अपने सेंटर के खिलाड़ी विशाल व सुमित के साथ गवाला गांव पहुंच गए। उन्होंने डंडों से बांधकर वृद्धा के शव को सड़क तक पहुंचाया। उधर, शव सड़क में पहुंचने के बाद स्वजन अंतिम संस्कार के लिए अपने गांव संधोल ले गए।
हिमाचल प्रदेश में प्रतिदिन कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। प्रदेश में मृत्युदर बढ़ रही है। इसी बाबत हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शान्ता कुमार ने कोरोना संक्रमण के चलते अपनी चिंता व्यक्त की है उन्होने कहा हिमाचल कोरोना संक्रमण जैसे भयवाह बीमारी है झुह रहा है और प्रदेश में कांगड़ा जिला कोरोना संक्रमण से सबसे अधिक पीड़ित है। उन्होंने कहा की इसका सबसे बड़ा कारण पिछले महीने तीन हजार से अधिक हुई शादियां है। उससे पहले लोगों बहुत खबरदार किया था परन्तु सब नहीं संभले, नियमों का उलंघन किया गया। कई जगह धामें की गई जिसके परिणाम सामने है। उन्होंने कहा कि दूसरी लहर ही इतना पीड़ित कर रही है। अब तीसरी भी आने वाली है। सरकार और जनता को बहुत अधिक सावधान होने की आवष्यकता है। शान्ता कुमार ने कहा कि हिमाचल प्रदेश को जगत प्रकाश नडडा, अनुराग ठाकुर तथा कुछ और दानी बहुत मदद कर रहे है। बहुत से समाजसेवी विभिन्न स्थानों पर कई प्रकार से सेवा में लगे हुए है। उन सबका हम बहुत बहुत धन्यवाद करते है। उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुरसे आग्रह किया है कि लाॅकडाउन की सख्ती तब तक और अधिक बढ़ाई जाए जब तक बिमारी पूरी तरह से नियन्त्रण में नही आती।
कोरोना महामारी के बीच मरीजों के लिए मंदिर न्यास चिंतपूर्णी ने भी मदद के हाथ बढ़ाए हैं। मंदिर न्यास मरीजों के लिए मेडिकल उपकरण उपलब्ध कराएगा। श्रद्धालुओं के लिए भी मंदिर न्यास चिंतपूर्णी की वेबसाइट पर लिंक बनाया गया है। श्रद्धालु मास्क, ऑक्सीमीटर समेत 13 तरह के मेडिकल उपकरण दान कर सकते हैं। माता श्री चिंतपूर्णी की ऑफिशियल वेबसाइट खोलते ही मेडिकल सामग्री दान देने के लिए लिंक दिखेगा। श्रद्धालु अपनी श्रद्धा के अनुसार मेडिकल उपकरण दान कर सकते हैं। ऐसे करें सामग्री दान इनमें पल्स ऑक्सीमीटर, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, पीपीई किट, मास्क, ऑक्सीजन सिलिंडर और दवाइयां आदि शामिल हैं। सारा सामान मंदिर अधिकारी श्री माता चिंतपूर्णी तहसील जिला ऊना हिमाचल प्रदेश को कुरियर के माध्यम से भेजा जा सकता है। इसके अलावा श्रद्धालु खुद चिंतपूर्णी सदन में आकर भी मेडिकल सामग्री दान कर सकते हैं। वेबसाइट के लिंक पर रजिस्टर किए गए श्रद्धालुओं से मंदिर कर्मचारी खुद संपर्क करेंगे। मंदिर न्यास को मेडिकल सामग्री दान करने के मामले की पुष्टि मंदिर अधिकारी अभिषेक भास्कर ने की है। उन्होंने बताया कि श्रद्धालु धन के बजाय मेडिकल सामग्री दान करें। एसडीएम अंब मनेश यादव का कहना है कि कोरोना से जंग लड़ने के लिए सभी लोगों को मदद के लिए आगे आना चाहिए। इस आपदा के समय मेडिकल उपकरणों की बहुत ज्यादा जरूरत है, इसलिए मंदिर न्यास को अगर कोई मेडिकल उपकरण दान करना चाहता है तो वे मंदिर ट्रस्ट की वेबसाइट पर जाकर सामान कुरियर से भेज सकते हैं।
नई पेंशन स्कीम कर्मचारी एसोसिएशन ने सरकार से आग्रह किया है कि कोविड ड्यूटी में लगाए गए 18 से 44 साल के कर्मचारियों को सरकार वैक्सीन लगा कर ही ड्यूटी पर भेजे। एसोसिएशन के कांगड़ा जिला प्रधान राजेंद्र मन्हास ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से उन्हें पिछले सप्ताह में 15 से अधिक कर्मचारियों की कोरोना से मौत हुई है, जिसमें अधिकतर 45 साल से कम उम्र के कर्मचारी हैं। ऐसे में कर्मचारी बेहद असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने सरकार से 2009 की केंद्र की अधिसूचना की भी मांग करते हुए कहा कि समय की नजाकत को देखते हुए सरकार को यह अधिसूचना तत्काल प्रभाव से लागू कर देनी चाहिए क्योंकि इस अधिसूचना के तहत सेवा के दौरान कर्मचारी की मौत पर एनपीएस कर्मचारी के परिवार को परिवारिक पेंशन का प्रावधान है। जिला प्रधान ने कहा कि सरकारी कर्मचारी सरकार के हर आदेश का पालन बड़ी मुस्तैदी से कर रहे हैं और वैक्सीन, कोविड एंट्री से लेकर कोविड मरीजों की मॉनिटरिंग जैसे कई कार्य कर रहे हैं, जिसमें उनके संक्रमित होने का खतरा बना रहता है। ऐसे में सरकार का भी फर्ज बनता है कि अपने कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए जरूरी कदम उठाएं।
हिमाचल प्रदेश में सत्ता सुख उसी राजनैतिक दल का नसीब होता हैं जिसपर जिला कांगड़ा की कृपा बरसती हैं। इतिहास भी इस बात की तस्दीक करता हैं कि प्रदेश की सत्ता का रास्ता कांगड़ा से होकर गुजरता हैं। जो कांगड़ा फ़तेह नहीं कर पाता उसे सत्ता हासिल नहीं होती। वर्ष 1985 से ये सिलसिला चला आ रहा हैं। 1985, 1993, 2003 और 2012 में कांग्रेस पर कांगड़ा का वोट रुपी प्यार बरसा तो सत्ता भी कांग्रेस को ही मिली। वहीं 1990, 1998, 2007 और 2017 में कांगड़ा में भाजपा इक्कीस रही और प्रदेश की सत्ता भी भाजपा को ही मिली। यानी 1985 से 2017 तक हुए आठ विधानसभा चुनाव में प्रदेश की सत्ता में जिला कांगड़ा का तिलिस्म बरकरार रहा हैं। इससे पहले 1982 के चुनाव में भाजपा को 10 सीटें मिली थी लेकिन प्रदेश में सरकार कांग्रेस की बनी थी। जिला कांगड़ा का सियासी मिजाज समझना बेहद मुश्किल हैं। कांगड़ा वालों ने मौका पड़ने पर किसी को नहीं बक्शा, चाहे मंत्री हो या मुख्यमंत्री। जो मन को नहीं भाया उसे कांगड़ा वालों ने घर बैठा दिया। अतीत पर नज़र डाले तो 1990 में जब भाजपा-जनता दल गठबंधन प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता पर काबिज हुआ तब शांता कुमार ने जिला कांगड़ा की दो सीटों से चुनाव लड़ा था, पालमपुर और सुलह। जनता मेहरबान थी शांता कुमार को दोनों ही सीटों पर विजय श्री मिली थी। पर 1993 का चुनाव आते -आते जनता का शांता सरकार से मोहभंग हो चूका था। नतीजन सुलह सीट से चुनाव लड़ने वाले शांता कुमार खुद चुनाव हार गए। वहीँ पिछले चुनाव में वीरभद्र कैबिनेट के दो दमदार मंत्री सुधीर शर्मा और जीएस बाली को भी हार का मुँह देखना पड़ा। वर्ष कुल सीट कांग्रेस भाजपा अन्य 1985 16 11 3 2 1990 16 1 12 3 ( जनता दल जिसका भाजपा के साथ गठबंधन था ) 1993 16 12 3 1 1998 16 5 10 1 2003 16 11 4 1 2007 16 5 9 2 2012 15 10 3 2 2017 15 3 11 1 2017 में मिले थे चार मंत्रिपद, अब तीन मंत्री 2017 के विधानसभा चुनाव में जिला कांगड़ा की 15 में से 11 सीटें भाजपा के खाते में आई थी। सरकार गठन के बाद जिला को चार कैबिनेट मंत्री पद मिले। विपिन सिंह परमार को स्वास्थ्य, किशन कपूर और खाद्य आपूर्ति, सरवीण चौधरी को शहरी विकास और विक्रम सिंह को उद्योग मंत्रालय मिला। यानी जयराम कैबिनेट में जिला कांगड़ा को दमदार महकमे मिले। इसके बाद 2019 में किशन कपूर सांसद बनकर लोकसभा चले गए। जबकि विपिन सिंह परमार से मंत्री पद लेकर उन्हें माननीय विधानसभा स्पीकर बना दिया गया। तदोपरांत 2020 में हुए मंत्रिमंडल विस्तार में सरवीण चौधरी से शहरी विकास जैसा महत्वपूर्ण महकमा लेकर उन्हें सामजिक न्याय मंत्रालय का ज़िम्मा दे दिया गया। वंही राकेश पठानिया की कैबिनेट में वन, युवा एवं खेल मंत्री के तौर पर एंट्री हुई। विक्रम सिंह ही एकमात्र ऐसे मंत्री है जो शुरू से जयराम कैबिनेट में बने हुए है और जिनका वजन भी बढ़ा है। मंत्रिमंडल विस्तार में उनके पोर्टफोलियो में परिवहन जैसा महत्वपूर्ण महकमा भी जोड़ दिया गया। वर्तमान में तीन मंत्रिपद और विधानसभा स्पीकर का पद कांगड़ा के हिस्से में है। सियासी माहिर मानते है की स्वास्थ्य और शहरी विकास जैसे महत्वपूर्ण मंत्रालय छीनने की टीस जरूर कही न कही कांगड़ा में मन में रह सकती है। मिशन 2022 में क्या ध्वाला के लिए जगह होगी ज्वालामुखी के विधायक रमेश चंद ध्वाला के ज़िक्र के बिना कांगड़ा में भाजपा का सियासी जोड़ भाग अधूरा है। कांगड़ा में भाजपा का बड़ा ओबीसी चेहरा माना जाने वाले ध्वाला को कैबिनेट रैंक तो मिली लेकिन पद नहीं। इतना ही नहीं पार्टी संगठन के साथ उनकी खींचतान भी जगजाहिर है। कई मौकों पर ध्वाला ने खुलकर अपनी ही सरकार काे घेरने से भी गुरेज नहीं किया। हालांकि अब तक ध्वाला सीएम के खिलाफ खुलकर बोलने से बचते दिखे है, पर उनके मन की टीस साफ दिखती है। 2022 आते-आते ध्वाला की ज्वाला और भड़कती है या नहीं, ये देखना दिलचस्प होगा। इसी तरह क्या भाजपा की 2022 योजना में उनके लिए स्थान है या नहीं, ये भी बड़ा सवाल है। कांग्रेस: एकजुट रहकर ही 2022 फ़तेह संभव कांगड़ा में कांग्रेस की बात करें तो हालहीं में हुए दो नगर निगमों के चुनाव में पार्टी का प्रदर्शन बेहतर रहा है। पालमपुर में कांग्रेस को शानदार जीत मिली तो धर्मशाला में भी मामला ठीक ठाक रहा। अब फतेहपुर में उप चुनाव होना है जिसके लिए भी पार्टी तैयार दिख रही है। खासबात ये है कि पिछले चुनाव में धराशाई होने वाले कांग्रेसी दिग्गज भी अब वापस मुख्यधारा में दिख रहे है। पर पार्टी के दो बड़े नेताओं के बीच वर्चस्व की लड़ाई हमेशा ही पार्टी की परेशानी बढ़ाती रही है। इन दो ब्राह्मण नेताओं की खींचतान से न सिर्फ पार्टी का नुक्सान हुआ है बल्कि इन दिग्गजों की निजी साख भी धूमिल हुई है। ऐसे में 2022 फ़तेह करने के लिए जरूरी है कि पार्टी एकजुट रहे।
विधान सभा अध्यक्ष, विपिन सिंह परमार कोरोना संक्रमित लोगों का कुशलक्षेम जानने रविवार को स्वयं सिविल अस्पताल थुरल पहुंचे। उन्होंने कोविड-19 संक्रमित लोगों से बात की और उन्हें उपलब्ध स्वास्थ्य सेवाओं की जानकारी हासिल की। उन्होंने संक्रमित लोगों के उपचार के लिए सरकार द्वारा हर सम्भव सहायता की प्रतिबद्धता जताते हुए उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की। उन्होंने कहा कि कोविड-19 से पूरा विश्व बुरी तरह प्रभावित है और प्रदेश में भी कोविड की दूसरी लहर का व्यापक असर देखने में आया है। उन्होनें कहा कि हमारे चिकित्सक, नर्सेज एवं अन्य पैरामेडिकल स्टाफ पूरी तन्मयता से दिन रात संक्रमितों के उपचार में लगे हैं और आशा वर्कर होम आइसोलेशन में रखे लोगों का ध्यान रख रही हैं। दिन-रात सेवा के लिए थपथपाई स्वस्थ कर्मचारियों की पीठ उन्होंने कहा कि वैश्विक संकट में चिकित्सक, नर्सेज, सफाई कर्मचारी, आशा वर्कर, पैरामेडिकल स्टाफ, पुलिस और प्रशासन निःस्वार्थ मानव सेवा का अनुकरणीय कार्य कर रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के लोग बिना आराम दिन रात कोविड संक्रमितों को बचाने में लगे हैं। उन्होंने चिकित्सकों, नर्सेज के साथ बैठक कर मौजूदा स्तिथि पर चर्चा की। उन्होंने अस्पताल में ऑक्सीजन की उपलब्धता और दवाइयों की जानकारी हासिल करने के साथ आशा वर्करों को होम आइसोलेशन में रखे गए कोरोना संक्रमित के लिये दवाई और ऑक्सीमीटर और पीपीई किट इत्यादि की उपलब्धता के बारे में जानकारी हासिल की साथ ही स्वास्थ्य कर्मियों को भरोसा दिलाया की सरकार कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए उन्हें हर संभव सहायता उपलब्ध करवाने के लिए गंभीरतापूर्वक कार्य कर रही है। संक्रमितों के प्रति संवेदनशीलता जरूरी परमार ने कहा कि लोग कोरोना की भेंट चढ़ असमय मौत का ग्रास बन रहे हैं। कोरोना संक्रमण से निधन के उपरांत कोरोना संक्रमितों का अंतिम संस्कार पीड़ित परिवार के समुख सबसे बड़ी चुनोती का कार्य बन रहा है और यह समाज और प्रदेश के लिए बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण हैं। पीड़ित परिवार के प्रति संवेदनशील होने के स्थान पर लोग उनसे दूर भाग रहे हैं। उन्होंने पंचायत प्रतिनिधियों, आशा वर्करों को किसी के कोरोना संक्रमित होने पर उसकी हर सम्भव सहायता और दुर्भाग्यवश किसी की मौत होने पर उसके अंतिम संस्कार के लिए सभी कोविड एप्रोप्रियेट बिहेवियर की अनुपालना के साथ सहयोग की अपील की। 6 करोड़ से बनेगा थुरल अस्पताल का अतिरिक्त भवन इस अवसर पर विधान सभा अध्यक्ष ने सिविल हॉस्पिटल थुरल के 6 करोड़ की लागत से बनने वाले अतिरिक्त भवन निर्माण स्थल का निरीक्षण भी किया। उन्होंने कहा कि थुरल अस्पताल को 100 बिस्तरों के अस्पताल में स्तरोन्नत करने के उपरांत यहां अतिरिक्त भवन का निर्माण किया जा रहा रहा है। साढ़े 19 करोड़ से हो रहा दो पुलों का निर्माण इसके उपरांत विपिन सिंह परमार ने थुरल बछवाई सड़क निर्माण और न्यूगल नदी में साढ़े 10 करोड़ की लागत से बनने वाले पुल के कार्य और हमीरपुर पालमपुर सड़क मार्ग पर मोल खड्ड पर बैरघट्टा के पास 9 करोड़ 40 लाख से निर्मित होने वाले पुल के कार्य का भी निरीक्षण किया और लोक निर्माण विभाग को इन्हे समयबद्ध पूरा करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर भाजपा मंडलाध्यक्ष देश राज शर्मा, महामन्त्री विपिन जम्वाल, बीएमओ डॉ केएल कपूर, अधिशाषी अभियंता लोक निर्माण मुनीष सहगल उपस्थित रहे।
पालमपुर : जिला में कोरोना संक्रमितों के निधन पर अंतिम संस्कार प्रशासन की देखरेख में सुनिश्चित किया जा रहा है। पालमपुर, बैजनाथ, धीरा में आज विभिन्न स्थानों पर कोरोना संक्रमितों के निधन पर अंतिम संस्कार प्रशासन की देखरेख तथा कोविड प्रोटोकॉल के साथ किया गया। जानकारी देते हुए सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि उन्होंने बताया कि विकास खंड पंचरुखी ग्राम पंचायत गदियाडा के राजकुमार का दाह संस्कार विकास खंड पंचरुखी के अधिकारी राजेश्वर भाटिया ने सम्पन्न करवाया। राजकुमार के पिता प्रकाश चंद का भी निधन कोरोना के कारण पिछले कल ही हुआ था। घर में छोटी बेटी तथा बेटा और पत्नी ही होने के कारण अंतिम संस्कार प्रशासन ने करवाया। संस्कार मे स्थानीय पंचायत के उप प्रधान विनोद कुमार एवं वार्ड पंच ने मिलकर कार्य किया। प्रवक्ता ने बताया कि गांव मझेरना तहसील बैजनाथ की मीना देवी, पंचायत महलपट्ट के नरेश कुमार का दाह संस्कार महाकाल मे प्रशासन द्वारा करवाया गया। इसके अलावा गांव कोटली व रीत में विधि राम और प्रकाशो देवी का अंतिम संस्कार तहसीलदार की मौजूदगी में कोविड प्रोटोकॉल के तहत किया गया। रीत की प्रधान भी दाह संस्कार के लिए आगे आए और बीडीओ भी मृतक के घर पहुंचे। उपमंडल धीरा के अतंर्गत कोविड 19 के कारण मरने वाले गांव पनापर की वीना देवी और गांव धनियारा के कुलदीप चंद राणा का अंतिम संस्कार पीपीई किट इत्यादि उपलब्ध करवा कर कोविड नियमों की अनुपालना के साथ प्रशासन द्वारा किया गया l
जिला कांगड़ा के उपमंडल ज्वाली के अधीन सिविल हस्पताल ज्वाली की एक थ्रोट सैंपल ले जाने वाली एंबुलेंस का ज्वाली हड़सर रोड पर एक्सीडेंट हो गया । जिसमें दोनों चालकों को स्थानीय लोगों की सहायता से बचा लिया गया तथा ज्वाली उपमंडल की पुलिस को भी सूचित कर दिया गया । सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया।
हिम जन कल्याण संस्था द्वारा पालमपुर के साथ-साथ गांव में भी सेनिटीज़िंग का कार्य शुरू किया गया है। इसी कड़ी में पट्टी में भी संस्था के स्वयंसेवियों द्वारा सेनिटीज़िंग का कार्य किया गया व् मास्क भी बांटे गए। जानकारी देते हुए संस्था के उपाध्यक्ष रमन अवस्थी ने बताया कि संस्था द्वारा घर में आइसोलेटेड लोगों के लिए खाने का प्रबंध किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त सेनिटीज़िंग का कार्य भी किया जा रहा है। इसी कड़ी में आज पट्टी में सेनिटीज़िंग की गई। उन्होंने कहा कि संस्था द्वारा समय-समय पर समाज सेवा के कार्य किए जाते हैं तथा कोरोनाकाल में लोगों को कोरोनावायरस से बचाने के लिए सेनिटीज़िंग तथा मास्क वितरण का कार्य किया जा रहा है।
नर्सिंग करियर मानव जाति की सेवाए के लिए समर्पित एक महान कार्य है। वे दिन-रात काम करती हैं। वे दूसरों के प्रति बहुत विनम्र और सहानुभूति रखती हैं। इसी के चलते 12 मई को अंतरराष्ट्रीय नर्सिंग डे के रूप में मनाया जाता है। इसी उपलक्ष्य पर फोर्टिस अस्पताल कांगड़ा में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें अस्पताल की सभी नर्सिंस को बेहतरीन सेवाएं प्रदान करने के लिए नवाजा गया और उनका हौसला अफजाई किया गया। इस अवसर पर फोर्टिस अस्पताल के एमएस डाॅ अनिल कायस्था एवं नर्सिंग हैड मेजर बलजीत कौर ने कहा कि कोविड-19 के इस मुश्किल दौर में नर्सिंस समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को समझती हुईं बेहतरीन सेवाएं प्रदान कर रही हैं। साथ ही वे अपने परिवार को भी संभाल रही हैं। उन्होंने कहा कि एक नर्स का विनम्र स्वभाव एवं मुस्कान मरीज के जीवन में नई सफूर्ति लाता है और उसे जीने के लिए प्रेरित करता है।
हिमाचल प्रदेश चिकित्सा अधिकारी संघ ने आज सरकार की जारी उस अधिसूचना का संज्ञान लेते हुए उस पर कड़ा अफसोस और विरोध जताया है जिसमें उनके सन्ग्रोध पीरियड को खतम किया गया है। प्रदेश महासचिव डॉ पुष्पेंद्र वर्मा ने बताया कि सरकार को इस महामारी के समय में इस तरह के फरमान जो कि दूसरे प्रदेशों में या दूसरी बड़े शहरों में जारी हो रहे हैं उनका अनुसरण करने से बचना चाहिए। यह बेहद ही दुर्भाग्यपूर्ण है और हमारे करोना वारियर्स के लिए दुखदाई है कि सरकार 10 दिन लगातार कोविड वार्ड में ड्यूटी देने के बाद 7 दिन के आइसोलेशन के पीरियड को खत्म कर रही है,जोकि इस समय बहुत ही गलत निर्णय है। चिकित्सक, स्टाफ नर्सेज अन्य पैरामेडिकल स्टाफ 10 दिन एक बहुत ही बड़े वायरल लोड के वातावरण के अंदर काम कर रहे हैं और इसलिए उसके बाद उनको आइसोलेशन पीरियड वैसे ही जारी रहना चाहिए जैसे पहले था ।सरकार का कहना है कि इनको दोनों वैक्सीन की डोज लग चुकी है , इसलिए आप तब तक काम करते रहें जब तक आप का शरीर करोना संक्रमित नहीँ हो जाता, जो कि एक बहुत ही असंवेदनशील और मानवीय मूल्यों के हितों के विरोधात्मक तर्क है। सरकार कहती है कि एम्स दिल्ली में इस तरह की व्यवस्था है, इसलिए हम भी ऐसी करेंगे, तो सरकार से हम पूछना चाहते हैं कि एम्स दिल्ली में तो और भी बहुत सारी व्यवस्थाएं हैं अपने चिकित्सकों के लिए , तो क्या वह भी आपने आज तक लागू करी है? AIIMS स्वास्थ्य संस्थान अपने हर चिकित्सक और पैरामेडिकल स्टाफ को आवासीय सुविधा परिसर में उपलब्ध करवाता है क्या हिमाचल में भी सरकार ऐसा कर रही है? और सबसे बड़ा सवाल वैक्सीन तो करोना वॉरियर्स को लगी है उनके बच्चों को या उनके घर वालों को नहीं लगी है, तो क्या करोना वारियेर्स के परिवार वालों की जान की कोई कीमत नहीं है? दूसरा सरकार को हम यह बता देना चाहते हैं कि सबसे ज्यादा जो मृत्यु दर है वह क्रोना वारियेर्स और उनकी परिवारों के सदस्यों की है। पूरे देश में आज तक 750 से ऊपर चिकित्सक और 1200 सौ से ऊपर पैरामेडिकल स्टाफ अपनी जान की आहुति इस महामारी के साथ लड़ाई में अपने प्रदेश और देश के लोगों की जान बचाने के लिए दे चुके हैं। सबसे मजेदार सवाल यह है कि क्या सरकार इस बात की गारंटी दे सकती है के कोरोना वॉरियर्स को वैक्सीन लगने के बाद वह करोना से संक्रमित नहीं होंगे और हुए तो क्या उनका और उनके परिजनों का पूरा ख्याल रखेगी? और रही ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट को अनुसरण करने की बात तो सरकार के ध्यान अर्थ हम लाना चाहते हैं के एम्स में जो भी कोरोना वॉरियर्स कोविड वार्ड में ड्यूटी दे रहे हैं वह सिर्फ 6 घंटे प्रतिदिन की ड्यूटी दे रहे हैं और 1 सप्ताह में उनको सिर्फ 5 बार ही यह ड्यूटी करनी पड़ती है और उसके बाद उनको 2 दिन का अवकाश दिया जाता है, और साथ में हम यह भी बता देते हैं कि इस समय एम्स दिल्ली में ओपीडी सर्विस बंद है केवल टेली मेडिसन सुविधा उपलब्ध है। इसके अलावा हर समय एक चिकित्सकों और पैरामेडिकल स्टाफ की टीम हमेशा तैनात रहती है अगर ड्यूटी पर किसी भी चिकित्सक और पैरामेडिकल स्टाफ को कोई भी समस्या हो रही हो तो उसको स्थानांतरित करने के लिये। अंत में सबसे महत्वपूर्ण यह है कि जितने चिकित्सक ऑल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेज दिल्ली में है उतने पूरे हिमाचल प्रदेश के अंदर नहीं है , तो इसलिए सरकार को अपने प्रदेश के हिसाब से सबको विश्वास में लेकर क्रोना वारियेर्स के बारे में कोई नीति बनानी चाहिए।हिमाचल प्रदेश मेडिकल अफसर इस अधिसूचना का विरोध करती है और इस विरोध में हमारे साथ प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेजेस के रेजिडेंट डॉक्टर संघ हमारे साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं। अगर इस अधिसूचना को 3 दिन के भीतर वापस नहीं लिया जाता है तो सारे प्रदेश के चिकित्सक काले बिल्ले लगाकर इसका विरोध करेंगे। यह समय महामारी का है इसलिए हम अपनी जनता को एक भी पल का कष्ट नहीं दे सकते इसलिए सरकार इस मसले पर गंभीरता पूर्वक विचार करें और इस अधिसूचना को तुरंत वापस लिया जाए ।हम माननीय मुख्यमंत्री जी और माननीय स्वास्थ्य मंत्री जी से यह विशेष अनुरोध करते हैं कि इस मामले में आप खुद विशेष रूप से हस्तक्षेप कर पुनर्विचार करके इस अधिसूचना को जल्द से जल्द रद्द करवा कर करोना वारियेर्स के मनोबल को बढ़ाएं।
पालमपुर : कोविड की दूसरी लहर समूचे देश में चुनौती के रूप में उभर रही है। जहाँ सरकार इस स्थिति से निपटने के लिए भरसक प्रयास कर रही है, वहीँ कई स्वयं सेवी संस्थायें भी इस अभियान से जुड़ रही हैं और इस पुनीत कार्य मे बहुमूल्य योगदान निभा रहे है। इसी कड़ी में दिल्ली में विशेष बच्चों की सशक्तिकरण, रोजगार, आर्थिक स्वावलम्बन, व् वेस्ट प्रबंधन मे कार्यरत संस्था शक्ति फाउंडेशन ने हिमाचल के पालमपुर क्षेत्र में बढ़ते कोरोना के मामलों के चलते प्रशासन की मदद के लिए अपना हाथ बढ़ाया है। राधा स्वामी सत्संग परौर में बनाये जा रहे डेडीकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर के लिए संस्था ने 5 ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर शक्ति फॉउंडेशन के प्रतिनिधि राजीव अहल ने उपमंडल अधिकारी धर्मेश रमोत्रा को सपुर्द किये। इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग से ज़िला कार्यक्रम अधिकारी डॉ राजेश सूद,समाजसेवी एवं हिमोत्कर्ष प्रदेश सचिव मनोज कंवर भी उपस्थित रहे। संस्था ने होम आइसोलेशन में रहने वाले संक्रमितों की मदद के लिए ऑक्सीजन सेचुरेशन व् बुखार जांच के लिए पल्स ऑक्सीमीटर व् डिटिजल थर्मामीटर भी प्रशासन को प्रदान किये। शक्ति फॉउंडेशन के प्रतिनिधि राजीव अहल ने इस अवसर पर जानकारी दी कि इस संस्था ने पिछले 11 वर्ष से दिल्ली मैं विशेष बच्चों के लिए 85000 थेरेपी सेशन, 550 स्कूल के छूटे बच्चों को पढ़ाकर वापिस शिक्षा से जोड़ा, 150 महिलाओं को कूड़े कचरे के काम से आगे बढ़ाते हुए वैलाकपिक रोजगार दिए, और पिछले वर्ष से लॉकडाउन में 6000 जरूरतमंद परिवारों को राशन उपलब्ध कराया। शक्ति फॉउंडेशन के संस्थापक अनुराग कश्यप ने बताया कि उत्तराखंड के कुछ कोविड प्रभावित पहाड़ी क्षेत्रों में भी इस प्रकार की मदद कर रही है। वहीँ उन्होंने अन्य समाज सेविओं से इस कार्य में जुड़ने का आह्वान किया। एसडीएम धर्मेश रमोत्रा ने शक्ति फाउंडेशन की पहल का स्वागत किया।उन्होंने कहाँ की संस्था द्वारा मुहैया करवाई गई मदद कोरोना से पीड़ित लोगों के काम आएगी।
बढ़ते कोरोना संक्रमण के दौरान कुछ लोग मानवता की मिसाल पेश कर रहे हैं। जिला काँगड़ा बढ़ते कोरोना मामलों के चलते सूबे का हॉटस्पॉट बन चूका है। इसी बीच पालमपुर के बुड्ढा मल एंड संस ज्वेलर्स के एमडी मानिक करवाल ने कोरोना के खिलाफ सराहनीय कदम बढ़ाया है। मानिक करवाल ने आज एसडीएम पालमपुर धर्मेश रामोत्रा को 51 हजार रुपये का चेक भेंट किया। यह धनराशि ऑक्सीमीटर, फ्लोमीटर, पीपीई किट इत्यादि सामान खरीदने के लिए भेंट किये गए हैं। एसडीएम धर्मेश रामोत्रा ने उक्त राशि भेंट करने के लिए मानिक करवाल का आभार जताया है।
कोविड-19 संक्रमण तेज़ी से फेल रहा है। हिमाचल प्रदेश में भी कोरोना के मामलों में लगातार इज़ाफ़ा हो रहा है। बढ़ते मामलों के चलते जिला कांगड़ा सूबे में कोरोना हॉटस्पॉट बन गया है। रोजाना एक हजार के अधिक मामले सामने आने के बाद जिला काँगड़ा प्रदेश में संक्रमण और मौत के आंकड़ों में सबसे अधिक चल रहा है। पिछले 38 दिनों में जिला कांगड़ा में एक साल के मुकाबले डेढ़ गुना से भी अधिक मामले सामने आए हैं। जिला कांगड़ा में कोरोना संक्रमण के 16035 मामले और 272 मरीजों की मौत दर्ज की गई है। यानी पिछले 38 दिनों में औसतन हर दिन 422 लोग संक्रमण की चपेट में आए हैं और करीब सात संक्रमित मरीजों की मौत दर्ज की गई है। बढ़ते मामलों के साथ जिला कांगड़ा में टेस्टिंग भी बढ़ा दी गई है। अब रोजाना जिला में चार हजार के करीब लोगों की कोरोना जांच की जा रही है, जिसमें से एक हजार से अधिक लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव पाई जा रही है। यानी रोजाना टेस्ट करवाने वाले लोगों में करीब 25 फीसदी की रिपोर्ट पॉजिटिव पाई जा रही है।
नई पेंशन स्कीम कर्मचारी एसोसिएशन के कांगड़ा जिला प्रधान राजिंदर मन्हास ने सरकार से आग्रह किया है कि कोविड ड्यूटी में लगाए गए 18 से 44 साल के कर्मचारियों को सरकार वैक्सीन लगा कर ही ड्यूटी पर भेजे जिला प्रधान ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से उन्हें लगातार कर्मचारियों के फोन आ रहे हैं कि इस मांग को सरकार के सामने रखा जाए क्योंकि पिछले 10 दिनों में 15 कर्मचारियों की कोरोना से मौत हुई है जिसमें अधिकतर 45 साल से कम उम्र के कर्मचारी हैं। ऐसे में कर्मचारी खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने सरकार से 2009 की केंद्र की अधिसूचना की भी मांग करते हुए कहा कि समय की नज़ाकत को देखते हुए सरकार को यह अधिसूचना तत्काल प्रभाव से लागू कर देनी चाहिए क्योंकि इस अधिसूचना के तहत सेवा के दौरान कर्मचारी की मौत पर एनपीएस कर्मचारी के परिवार को परिवारिक पेंशन का प्रावधान है। जिला प्रधान ने कहा कि सरकारी कर्मचारी सरकार के हर आदेश का पालन बड़ी मुस्तेदी से कर रहे हैं और वैक्सीन और कोविड एंट्री से लेकर कोविड मरीजों की मॉनिटरिंग जैसे कई कार्य कर रहे हैं जिसमें उनके संक्रमित होने का खतरा बना रहता है। ऐसे में सरकार का भी फर्ज बनता है कि अपने कर्मचारियों की सुरक्षा हेतु जरूरी कदम उठाएं।
हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के लंबागांव इलाके की एक पंचायत मझेड़ा में एक बहु ने अपने ही 102 वर्षीय स्वतंत्रता सेनानी सुसर सुखीराम को डंडो से बुरी तरह से पीटा है। एसडीएम जयसिंहपुर और पुलिस ने इस घटना पर कड़ा रुख अपनाते हुए अब आरोपी बहु को गिरफ्तार कर लिया है। इसके बाद एसडीएम ने डीएसपी बैजनाथ को इस पूरे मामले में जांच के आदेश दिए हैं, जिसके बाद पुलिस ने धारा 452, 323, 504 और 506 के तहत मामला दर्ज कर लिया है और महिला को गिरफ्तार भी कर लिया है। इस पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल भी हो रहा है। जिस के बाद हर कोई अब बहु की निंदा कर रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस वायरल वीडियो में दिख रहा है कि लंबागांव विकास खंड की मझेड़ा पंचायत में स्वतंत्रता सेनानी को उसकी बहु डंडो से पीट रही है। वहीं इस महिला का पति यानि बुजुर्ग का बेटा इस मामले को चुपचाप देख रहा है। इस आरोपी महिला का पति क्लास वन अधिकारी बताया जा रहा है। ससुर को पिटता देख दूसरी बहु सुसर को जब अपने कमरे में ले आई तो बुजुर्ग उनके सामने काफी रोने लगा। वहीं जब पिटाई करने वाली इस आरोपी महिला को इस बात का पता चला कि उसकी इस हरकत का वीडियो बन चुका है तो उसने डंडा लेकर अपने भतीजे के ऊपर भी हमला कर दिया। वीडियो के सोशल मीडिया पर वायरल होते ही स्थानीय प्रशासन हरकत में आ गया। एसडीएम जयसिंहपुर पवन कुमार ने डीएसपी बैजनाथ को इस पूरे मामले की जांच के आदेश दिए हैं। डीएसपी बैजनाथ बीडी भाटिया ने जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी महिला को गिरफ्तार कर जांच शुरू कर दी है। स्थानीय विधायक रविंद्र रवि धीमान ने भी इस घटना को शर्मसार बताया है और पुलिस से कड़ी कार्रवाई करने को भी कहा है।
फोर्टिस अस्पताल कांगड़ा में शनिवार से कोविड-19 से संक्रमित रोगियों के लिए ऑक्सीजन सहित सभी सुविधाएं आरंभ हो चुकी हैं। कोविड मरीज को सीएमओ कार्यालय धर्मशाला की अनुमति द्वारा ही फोर्टिस अस्पताल में दाखिला मिलेगा। इस संबंध में फोर्टिस कांगड़ा के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ अनिल कायस्था ने बताया कि मरीजों को चिंता करने जरूतरत नहीं है, फोर्टिस कांगड़ा में कोविड वार्ड अलग बिल्डिंग में स्थापित किया गया है, ताकि नाॅन कोविड पेंशेंट को संक्रमण का कोई खतरा न हो और वे अपना इलाज सुचारू रूप से करवा सकें। साथ ही उन्होंने कहा कि फोर्टिस कांगड़ा की मुख्य बिल्डिंग में ओपीडी सेवाओं के साथ-साथ आईपीडी एवं एमरजेंसी सेवाएं पहले की तरह ही पूर्ण रूप से चल रही हैं। कोविड सुरक्षा के मद्देनजर थर्मल सक्रिनिंग के साथ-साथ रेपिड एंटीजन की पूरी सुविधा मरीजों को दी जारी है।
केंद्रीय वित्त एवं कॉर्पोरेट अफ़ेयर्स राज्यमंत्री श्री अनुराग सिंह ठाकुर ने वित्त मंत्रालय द्वारा कोरोना आपदा की इस घड़ी में स्वास्थ्य संस्थानों जैसे निजी अस्पताल, कोविड सेंटर, डिस्पेंसरी, नर्सिंग होम समेत सभी मेडिकल सेंटरों द्वारा अब दो लाख रुपए से ज्यादा की कैश पेमेंट ले सकने के निर्णय की जानकारी दी है। अनुराग ठाकुर ने कहा “ मोदी सरकार कोरोना आपदा की इस घड़ी में देशवासियों की हरसम्भव मदद करने के लिए प्रतिबद्ध है कोरोना मरीज़ों के परिजनों को उपचाराधीन मरीज़ों के इलाज में पेमेंट संबंधी समस्या लगातार हमारे ध्यान में लाई जा रही थी। इसे दृष्टिगत रखते हुए वित्त मंत्रालय ने सभी स्वास्थ्य संस्थानों जैसे निजी अस्पताल, कोविड सेंटर, डिस्पेंसरी, नर्सिंग होम समेत सभी मेडिकल सेंटर को अब दो लाख रुपए से ज्यादा की कैश पेमेंट ले सकने संबंधी आदेश जारी कर दिया है। यह छूट 31 मई तक लागू रहेगी। दो लाख रुपए से ऊपर की कैश पेमेंट के लिए आधार कार्ड या पैन कार्ड देना होगा। मरीज का विवरण, भुगतानकर्ता का पैन या आधार, मरीज और भुगतानकर्ता के बीच रिश्ते की जानकारी लेकर अस्पताल दो लाख रुपए से ज्यादा की कैश पेमेंट ले सकेंगे। अस्पताल में भर्ती कोरोना मरीज और उनके रिश्तेदारों को पेमेंट को लेकर हो रही समस्याओं को दूर करने के लिए हमने यह निर्णय लिया है” अनुराग ठाकुर ने कहा “ आयकर कानून की धारा-269ST के अंतर्गत देश में किसी भी व्यक्ति को 2 लाख रुपए से ज्यादा के नकद लेनदेन को प्रतिबंधित करती है।मगर महामारी के इस समय में इलाज करा रहे लोगों को इस क़ानूनी बाध्यता के चलते किसी प्रकार की समस्या का सामना ना करना पड़े इसलिए वित्त मंत्रालय द्वारा यह कदम उठाया गया। वित्त मंत्रालय के अधीनस्थ केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड (CBIC) ने कोविड संबंधी आयात से जुड़े सवालों के समाधान के लिए एक सहायता प्रकोष्ठ बनाया है, ताकि सीमा शुल्क विभाग से ऐसे सामान की त्वरित निकासी हो सके जिसके त्वरित व सकारात्मक परिणाम हमें मिले हैं।वित्त मंत्रालय पूरी गम्भीरता के साथ प्रधानमंत्री जी के निर्देशों का पालन करते हुए कोरोना से राहत देने के लिए सभी ज़रूरी कदम उठा रहा है”
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आज चम्बा से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से कांगड़ा जिले के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिले में कोविड के मामलों में हुई तीव्र वृद्धि के दृष्टिगत कोविड रोगियों की सुविधा के लिए बिस्तरों की क्षमता बढ़ाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि कांगड़ा जिले के परौर में अस्थाई प्रबन्ध किए जाएंगे जिससे अगले दस दिनों में 250 अतिरिक्त बिस्तरों की क्षमता उपलब्ध होगी। आने वाले दिनों में यहां बिस्तरों की क्षमता को लगभग 1000 तक बढ़ा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि गंभीर रूप से बीमार रोगियों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के लिए आईसीयू बिस्तरों की क्षमता बढ़ाने के अलावा ऑक्सीजन की सुचारू आपूर्ति की जानी चाहिए। जयराम ठाकुर ने कहा कि आरटीपीसीआर टेस्ट के लिए निजी प्रयोगशालाओं को भी सूचीबद्ध किया जाना चाहिए ताकि अधिक संख्या में कोविड के लिए जांच की जा सके और रोगियों को जल्द से जल्द जांच की रिपोर्ट उपलब्ध हो सके। उन्होंने कहा कि रोगियों को अस्पताल ले जाने और उपचार के उपरांत घर वापिस छोड़ने को वाहनों की सुविधा प्रदान करने के लिए प्रभावी तंत्र विकसित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार ने प्रदेश के लिए छह पीएसए ऑक्सीजन प्लांट स्वीकृत किए हैं। इन्हें नागरिक अस्पताल पालमपुर, क्षेत्रीय अस्पताल मण्डी, शिमला जिले के नागरिक अस्पताल रोहड़ू व नागरिक अस्पताल खनेरी, डाॅ. यशवंत सिंह परमार राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल नाहन और क्षेत्रीय अस्पताल सोलन में स्थापित किया जाएगा। इससे इन स्वास्थ्य संस्थानों में 1400 बिस्तरों को ऑक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित होगी। जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार ने कोविड अस्पताल में तैनात विभिन्न श्रेणियों के चिकित्सकों और पैरा मेडिकल स्टाफ को 30 जून तक प्रोत्साहन राशि देने का निर्णय लिया है। चैथे व पांचवें वर्ष के एमबीबीएस विद्यार्थियों, अनुबंध चिकित्सकों, सीनियर और जूनियर रेजिडेंट डाॅक्टरों को 3000 रुपये प्रतिमाह का प्रोत्साहन दिया जाएगा। कोविड ड्यूटी पर तैनात नर्सिंग विद्यार्थियों, जीएनएम तृतीय वर्ष के विद्यार्थियों और अनुबंध प्रयोगशाला स्टाफ को 1500 रुपये प्रतिमाह का प्रोत्साहन प्रदान किया जाएगा। प्रदेश सरकार पूरे राज्य और विशेषकर उन जिलों में बिस्तरों की क्षमता बढ़ाने के हर संभव प्रयास कर रही है जहां कोविड-19 के मामले अधिक हैं। उन्होंने कहा कि इसके अलावा परौर में बिस्तरों की क्षमता को 1000 तक बढ़ाया जाएगा। मण्डी के राधास्वामी सत्संग ब्यास परिसर में 200 बिस्तरों की क्षमता और आईजीएमसी शिमला के नए ओपीडी ब्लाॅक में अतिरिक्त 300 बिस्तरों की क्षमता सृजित करने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसके अलावा बद्दी-बरोटीवाला क्षेत्र में कोविड रोगियों के लिए अतिरिक्त 500 बिस्तरों की सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए उपयुक्त स्थान चयनित कर लिया गया है। इसके साथ उपायुक्त कांगड़ा राकेश प्रजापति ने कहा कि अब तक जिले में कोविड के 359489 सैंपल की जांच की जा चुकी है, जिनमें से 19570 पाॅजीटिव पाए गए है। वर्तमान में जिले में 5384 सक्रिय मामले हैं और जिले की पाॅजीटिविटी दर 5.44 प्रतिशत जबकि रिकवरी दर 70.34 प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि जिला में टीकाकरण अभियान सफलतापूर्वक चल रहा है और अभी तक अग्रिम पंक्ति के योद्धाओं, कोरोना योद्धाओं और 45 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों को वैक्सीन की 3,82,851 खुराकें दी जा चुकी हैं। प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार, उपाध्यक्ष हंस राज, सांसद इन्दु गोस्वामी, विधायक मुल्ख राज प्रेमी, वूल फेडरेशन के अध्यक्ष त्रिलोक कपूर, पूर्व विधायक प्रवीण शर्मा, डा. राजेन्द्र प्रसाद राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय टांडा के प्रधानाचार्य डाॅ. भानु अवस्थी और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
नई पेंशन स्कीम कर्मचारी एसोसिएशन के आह्वान पर आज कांगड़ा के अलग-अलग विभागों के कर्मचारियों ने अपने दिवंगत कर्मचारी सुरेश गौतम को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस आशय की जानकारी देते हुए कांगड़ा जिला प्रधान रजिंदर मन्हास ने बताया की 30 अप्रैल 2018 को जिला बिलासपुर से संबंध रखने वाले जल शक्ति विभाग के कर्मचारी सुरेश गौतम बिलासपुर के कर्मचारियों के साथ दिल्ली में पेंशन बहाली के आंदोलन में शामिल होने गए थे और वापसी में आज ही के दिन एक सड़क दुर्घटना का शिकार हो गए। उनकी याद में एनपीएस कर्मचारियों ने आज उनका तीसरा शहीदी दिवस मनाया और कर्मचारियों ने प्रण लिया की सुरेश गौतम की कुर्बानी को व्यर्थ नहीं जाने दिया जाएगा और पेंशन बहाली तक यह आंदोलन जारी रखा जाएगा। जिला प्रधान ने कहा कि कांगड़ा के 20 खंडों में संगठन की 20 खण्ड कार्यकारणी ने यह श्रद्धांजलि समारोह मनाया और कोविड-19 नियमों का पालन कर श्रदांजलि अर्पित की। सभी कर्मचारियों ने सरकार से मांग की सुरेश गौतम की धर्मपत्नी को अभी तक करुणामूलक आधार पर नौकरी नहीं मिल पाई है। अतः सरकार उन्हें तत्काल नियुक्ति पत्र प्रदान करें। जिला प्रधान ने कहा कि पिछले एक सप्ताह में 9 कर्मचारियों की कोविड की वजह से सेवा के दौरान मृत्य हो चुकी है आज संगठन ने उन्हें भी श्रद्धासुमन अर्पित की। साथ ही सरकार से आग्रह किया कि 2009 की अधिसूचना को तत्काल एनपीएस कर्मचारियों के लिए लागू किया जाए जिससे दिवंगत कर्मचारी के परिवार को परिवारिक पेंशन का लाभ मिल सके।
वैश्विक महामारी कोरोना ने पुरे विश्व में हाहाकार मचाया हुआ है। दो साल से विश्व में इस महामारी का संकट छाया हुआ है। इसी के चलते हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शान्ता कुमार ने इस महामरी को लेकर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि इतिहास की किसी भी बड़ी से बड़ी विपत्ति के मुकाबले में आज का कोरोना सबसे बड़ा संकट है जिसने पूरे विश्व में हाहाकार मचा रखी है। टी.वी. देखना और अख्बार पढ़ना कठिन हो गया है। उन्होंने कहा इस प्रकार की भयंकर परिस्थिति में राजनितिक नेताओं की एक-दूसरे पर तीखी कड़वी अलोचना उन्हें कोरोना से भी अधिक दुखी करती है। यह आलोचना का समय नहीं, सहयोग का समय है। गलतियां सबसे होती है परन्तु उन पर कड़वी आलोचना करना बहुत बड़ा पाप है। इससे जनता का मनोबल टूटता है। आज की स्थिति में मनोबल सबसे अधिक आवश्यक है। शान्ता कुमार ने सभी दलों के नेताओं से आग्रहपूर्वक निवेदन किया है कि परस्पर आलोचना बिलकुल बन्द कर दीजिए। यदि सरकार में कोई कमी है तो उसे एक सुझाव के रूप में सरकार को बताएं। उन्होंने कहा कि राजनीति में उनके आदर्श अटल बिहारी वाजपेयी रहे है। वे बार-बार कहते थे कि दलों की दीवारें बहुत छोटी होती है परन्तु राष्ट्र का मन्दिर बहुत ऊँचा होता हैं। बांग्लादेश के युद्ध में भाजपा ने खुल कर सरकार की मदद की। यहां तक कि अटल बिहारी वाजपेयी ने इन्दिरा गांधी को दुर्गा तक कह दिया। बाद में पार्टी के भीतर इस पर आलोचना भी हुई थी। शान्ता कुमार ने सभी से आग्रहपूर्वक निवदेन किया है कि कोई किसी की आलोचना न करे तथा सहयोग दें। कोई ऐसा काम न करे कि विपक्ष को आलोचना का मौका मिले। सरकार को गरीब दुखियों की सहायता करनी है। सरकार कर रही है। जयराम ठाकुर बहुत अच्छे तरीके से सरकार का संचालन कर रहे है। सरकार को साधन चाहिए। साथ ही कहा कि, उन्हें विश्वास है प्रदेश के सभी कर्मचारियों ने कटौती पर बिलकुल बुरा नहीं मना होगा।
विधानसभा क्षेत्र फतेहपुर के अंतर्गत आती ग्राम पंचायत बड़ी बतराहण के सभी लोगों से पंचायत के उपप्रधान रमेश धीमान ने अपील की है कि कोविड-19 और दो दिवसीय लॉकडाउन के चलते सरकार द्वारा दिए गए दिशा निर्देशों का पालन करें। यदि उनके वार्ड में कोई व्यक्ति पॉजिटिव पाया जाता है, तो तुरंत इसकी सूचना अपने वार्ड मेंबर को दे। उन्होंने लोगों से कोविड-19 के नियमों का पालन करने की अपील की। हमेशा मास्क पहने, समय-समय पर हाथों को धोए, सैनिटाइज करें और 2 गज की दूरी बनाए रखें। पॉजिटिव व्यक्तियों से भी अनुरोध किया है कि वह सरकार द्वारा निर्धारित समयावधि तक खुद को क्वारंटाइन रखें। अपने वार्ड से संबंधित आशा वर्कर, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता से संपर्क बनाए रखें। दवाई या किसी अन्य सहायता के लिए वार्ड मेंबर को बताएं ताकि इस बीमारी को रोका जा सके। ग्राम पंचायत बड़ी बतराहण और उसके प्रतिनिधि सहायता के लिए सदैव तत्पर रहेंगे।
कोरोना महामारी के चलते प्रदेश सरकार ने कई नए दिशा निर्देश जारी किए है। प्रदेश सरकार द्वारा जारी आदेश के अनुसार बाहर से आने वाला हर हिमाचली सात दिन तक आईसोलेट रहेगा। वहीं इसी बीच कांग्रेस व भाजपा के बीच ज़ुबानी जंग भी लगातार जारी है। कांग्रेस के पूर्व मंत्री व राष्ट्रीय सचिव सुधीर शर्मा ने सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने भाजपा सरकार के इस फ़रमान को तुग़लकी फ़रमान करार दिया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अधिकांश लोगों के पास घरों में अलग-अलग कमरे और शौचालय की व्यवस्था नहीं है। सरकार ने लोगों को उनके हाल पर छोड़ दिया है। शासन और प्रशासन इनकी कोई सुध नहीं ले रहा है। उन्होंने कहा कि कोरोना की पहली लहर में भी अगर सामाजिक संगठन आगे ना आए होते तो आईसोलेशन सेंटर में लोग भूखे मर जाते। सरकार के यह दावे है कि कोरोना के मरीज़ों के लिए अस्पतालों में पूरी सुविधा है पर यह खोखले साबित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार अस्पतालों के अंदर CCTV केमरा लगवाए ताकि मरीज़ों के परिजन बाहर से उनका हाल चाल देख सकें और उनको व्यवस्था की पूरी जानकारी रहे। उन्होंने संयुक्त बयान में कहा की अगर बाहर से आने वाले किसी भी व्यक्ति को रहने की अलग व्यवस्था न हो तो वह उनसे सम्पर्क कर सकते है। सब अपने-अपने चुनाव क्षेत्रों में उचित प्रबंधन के साथ व्यवस्था करेंगे ताकि कोरोना महामारी को फैलने से रोका जा सके, उन्होंने ने कहा कि जो भी साधन उनके पास हैं वह पीड़ित तथा असहाय व्यक्तियों के लिए उपलब्ध करवाए जाएंगे और सारे समाज को मिलकर इस महामारी से लड़ना होगा। उन्होंने सामाजिक संगठनो से भी अपील की है कि वह भी आगे बढ़कर पहले की भाँति अपना योगदान दें। इस मौके पर पूर्व विधायक जगजीवन पाल, यादवेंद्र गोमा, संजय रत्न, किशोरी लाल, एवं कांग्रेस नेता केवल सिंह पठानीया, कमल किशोर, सूरिंदर मनकोटिया व OBC सेल के प्रदेश अध्यक्ष दिलाबर सिंह छोटू उपस्थित रहे।
कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव एवं पूर्व मंत्री सुधीर शर्मा ने आज जारी एक बयान में कहा कि कोरोना महामारी के दूसरे स्ट्रेन से निपटने के लिए प्रदेश सरकार को युद्ध स्तर पर कार्य करना चाहिए। महामारी को रोकने के लिए कर्फ्यू में और सख़्ती करनी होगी। जहाँ तक वैक्सीन का सवाल है तो प्रदेश के अंदर वो सारी सुविधाएँ उपलब्ध है जिनसे की घर घर जाकर वैक्सीन का टीकाकरण किया जा सकता है। कोल्ड चैन को मेन्टेन करने के लिए प्रदेश के अधिकतर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में ILR (ice land refrigerator) हैं और घर घर वेक्सीन लगाने की सुविधा भी है। साथ ही सभी वेटनेरी अस्पतालों, डिस्पेंसरियों तथा पी.वी.डी. में रेफ्रिजरेटर और वैक्सीन करियर उपलब्ध है। यह प्रदेश की हर पंचायत में स्थित हैं जिनकी सहायता से स्वास्थ्य विभाग का फ़ील्ड स्टाफ़ जो की पहले भी करोना महामारी से निपटने के लिए मुस्तैद रहा है अब प्रदेश के हर घर में जाकर वैक्सीन भी लगा सकता है। और ये भी पता लगा सकता है कि उस परिवार के कितने सदस्यों को वैक्सीन लगी, कितने लोग करोना संक्रमित हुए और वास्तु स्थिति क्या है। इससे जहाँ ये पता चल जाएगा की अब तक कितने लोगों को वास्तव में वेक्सीन लगी है वही इस महामारी से हम प्रदेश की जनता को बचा पाएंगे और घर में ही रहते हुए सभी को वैक्सीनेशन की सुविधा दी जा सकेगी। आज के समय में जब महामारी तेज़ी से बढ़ रही है और बार बार लोगों से ही आग्रह किया जा रहा है कि वो घर से ना निकलें तो सरकार को जो संसाधन अपने पास उपलब्ध है उनका पूरा दोहन करना चाहिए ताकि समय रहते प्रदेश के 18 वर्ष से ऊपर के सभी लोगों को वैक्सीन की सुविधा उपलब्ध हो। प्रदेश सरकार जितना जल्द इस अभियान को शुरू करती है उतना जल्द महामारी को रोका जा सकता है। इस महामारी से सबको मिलकर लड़ना होगा और अगर सरकार टीकाकरण को घर घर जा कर करवाने की पहल करती है तो इस से जुड़ी भ्रांतियां भी दूर होंगी। इस प्रक्रिया से पूरे प्रदेश को दस दिन के भीतर वेक्सीन लगाई जा सकेगी जिससे की सभी सुरक्षित रहें।
सुलह विधान सभा क्षेत्र के अंतर्गत खरौठ निवासी गुरदेव सिंह की सांप काटने से हुई मृत्यु के बाद उसकी धर्मपत्नी दया देवी को विधान सभा अध्यक्ष, विपिन सिंह परमार ने प्रदेश सरकार के रिलीफ मैन्युअल के तहत 4 लाख रुपये की राहत राशि का चैक भेंट किया। विधान सभा अध्यक्ष ने कहा कि सरकार, प्रदेश के कमज़ोर वर्गों के कल्याण के लिए कृतसंकल्प है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार आर्थिक रूप से कमज़ोर और जरूरतमंद लोगों की हर संभव सहायता करने का प्रयास कर उन्हें राहत देने का प्रयास कर रही है। सुलह हलके में जरूरतमंद लोगों को इलाज़, बच्चों को पढ़ाई खर्च और बेटियों की शादी इत्यादि के लिए करोड़ों रुपये की सहायता सरकार से उपलब्ध करवाई गई है। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार ने लोगों के कल्याण के लिए स्वर्ण जयन्ती आश्रय योजना/अनुसूचित जाति कल्याण ‘‘स्वर्ण जयन्ती आश्रय योजना’’ आरंभ कर 12 हज़ार लाभार्थियों को मूलभूत सुविधाओं से परिपूर्ण आवास देने का लक्ष्य निर्धारित किया है। उन्होंने बताया कि 2022 तक अनुसूचित जाति वर्ग के सभी पात्र आवेदकों को घर की सुविधा उपलब्ध करवा दी जाएगी। स्वर्ण जयन्ती आश्रय योजना हेतु 180 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। परमार ने कहा कि सरकार ने शगुन नाम से महत्वपूर्ण योजना आरंभ की है जिसमें अर्थिक रूप से साधन विहिन परिवारों की बेटियों की शादी के 31 हजार रुपये की सहायता उपलब्ध करवाई जाएगी और इसके लिए 50 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में प्रदेश के 5,77,000 लोगों को विभिन्न सामाजिक सुरक्षा पेंशन प्रदान की जा रही है जिस पर राज्य सरकार 875 करोड़ रुपये का वार्षिक व्यय किए जा रहे हैं। विधान सभा अध्यक्ष ने इस अवसर पर सुलह विधान सभा क्षेत्र के अंतर्गत अपने निवास स्थान ननाओं में लोगों की समस्याओं का निपटारा किया और अधिकारियों को भी आदेश दिए कि जनसमस्याओं को प्राथमिकता पर समयबद्ध हल करें।
एमसी धर्मशाला काे नए मेयर व डिप्टी मेयर मिल गए हैं। भाजपा के ओंकार नैहरिया अब नगर निगम के नए महापाैर और निर्दलीय पार्षद सर्वचंद उपमहापाैर होंगे। नगर निगम धर्मशाला में मेयर और डिप्टी मेयर की ताजपाेशी के लिए आज प्रस्तावित कार्यक्रम था। जानकारी के अनुसार ओंकार नैहरिया को निर्विरोध चुन लिया गया। वहीं, डिप्टी मेयर के लिए निर्दलीय सर्वचंद गलोटिया और पूर्व मेयर देवेंद्र जग्गी के बीच मुकाबला हुआ। मतदान में सर्वचंद गलोटिया को 11और देवेंद्र जग्गी को 6 मत पड़े। गाैरतलब है कि नगर निगम धर्मशाला में बीजेपी के 8, कांग्रेस 5 और निर्दलीय पार्षद 4 हैं।
पुलिस थाना नूरपुर के अधीन कंडवाल चौकी की टीम ने धर्मशाला के एक युवक की टैक्सी से 6.17 ग्राम हेरोइन बरामद की। युवक के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है, जिसे आज ही न्यायालय में पेश किया जाएगा। जानकारी के मुताबिक सुबह करीब आठ बजे पुलिस चौकी कंडवाल की टीम ने नाके के दौरान टैक्सी नंबर एचपी 01डी 4267 की शक के आधार पर तलाशी ली। तलाशी के दौरान पुलिस ने गाड़ी से 6.17 ग्राम हेरोइन बरामद की। गाड़ी में चालक सुमित कुमार निवासी गांव अप्पर दाड़ी तहसील धर्मशाला और अंदर बैठे दो अन्य युवक अरुण कुमार धौलाधार कॉलोनी झिकली बड़ोल धर्मशाला व चंद्रेश कुमार गांव लोअर बड़ोल तहसील धर्मशाला जिला कांगड़ा तीनों को हिरासत में ले लिया है। पुलिस थाना नूरपुर में मुकदमा दर्ज किया है। मामले की पुष्टि डीएसपी नूरपुर आइपीएस अशोक रत्न ने की है।
हिमाचल प्रदेश में शहरी निकायों के वार्ड सदस्यों और पंचायत प्रधानों के चुनाव के लिए आज मतदान हो रहा है। चार नगर निगमों, छह नगर पंचायतों सहित 128 पंचायतों को देर शाम जनप्रतिनिधि मिलेंगे। सुबह आठ बजे से मतदान शुरू हो गया है और शाम चार बजे तक मतदान होगा। प्रोटोकॉल के तहत शाम 4 से 5 बजे तक कोरोना संक्रमित वोट डाल सकेंगे। मतदान के तुरंत बाद वोटों की गिनती की जाएगी और इसके तुरंत बाद नतीजे घोषित होंगे। मतदान से एक दिन पहले यानी मंगलवार को सैनिटाइजेशन किया जा चुका है ताकि कोरोना संक्रमण से बचा जा सके। चार नगर निगमों के 64, नगर पंचायतों में 44 वार्ड सदस्य चुने जाने हैं। नगर निगम चुनाव में इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन से मतदान हो रहा है जबकि छह नगर पंचायतों और पंचायत प्रधानों के चुनाव में मतपत्रों का इस्तेमाल हो रहा है। कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला और भाजपा प्रभारी अविनाश राय खन्ना के नेतृत्व में पहला चुनाव है। इन दोनोें नेताओं के साथ साथ भाजपा व् कांग्रेस के कई बड़े नेताओं की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी है।
मंगलवार को विश्राम गृह फतेहपुर में प्रेस क्लब फतेहपुर टीम कि संयुक्त बैठक हुई। इस दौरान एसडीएम अंकुश शर्मा ने मीडिया से उपमंडल की भौगोलिक परिस्थियों कि जानकारी हासिल करते हुए मीडिया से सहयोग की अपील भी की। साथ ही कहा कि प्रशासन व मीडिया में बेहतर संवाद होने के कारण कई समस्याओं का निपटारा किसी परेशानी के बिना हो सकता है, हम सब को पहले इंसानियत के तौर पर एक दूसरे का सहयोग करना चाहिए ताकि जनता को इसका पूरा फायदा मिल सके । वहीं जनता तक सरकार व प्रशासन द्वारा चलाई योजनाएं समय रहते पहुंचे इसके लिये मिडिया का बहुत बड़ा योगदान रहता है । वहीं मीडिया के सज्जनों ने भी प्रशासन को पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया । साथ ही कहा प्रशासन को भी चाहिए कि प्रताड़ित व पीड़ित को समय रहते न्याय दिलवाये ताकि समाज में एक अच्छा सन्देश जा सके । इस मौके पर क्लब चेयरमैन सिकन्दर मंगलोत्र , प्रधान जमात अली , उपप्रधान अनिल शर्मा, मनमोहन चंबियाल ,बलबिंद्र चंबियाल, बिजय समियाल , रबिन्द्र मैहरा, बलजीत ठाकुर, अमन पठानिया चरणजीत बैद, अजय सिंह ,अनिल ठाकुर, कृष्ण शर्मा सहित अन्य उपस्थित रहे ।
प्रदेश सरकार ने खाद्य आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग के तहत सस्ते राशन की बेहतर आपूर्ति, निगरानी के लिए राज्यस्तरीय समिति का गठन किया गया है। इस समिति का गठन खाद्य आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव की अध्यक्षता में किया गया है। इसमें 10 सदस्य बनाए गए हैं। इनमें निदेशक परिवहन विभाग, उपायुक्त सिरमौर, ऊना, कांगड़ा, हमीरपुर व बिलासपुर, कार्यकारी निदेशक भारतीय खाद्य निगम, महाप्रबंधक भारतीय खाद्य निगम, क्षेत्रीय कार्यालय निदेशक खाद्य आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग और प्रबंध निदेशक खाद्य आपूर्ति निगम शामिल हैं। यह समिति भारतीय खाद्य निगम और प्रदेश खाद्य आपूर्ति विभाग व निगम में तालमेल स्थापित करने के साथ सस्ते राशन के परिवहन और ई-टेंडङ्क्षरग की निगरानी करेगी। इसका गठन केंद्रीय उपभोक्ता व खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय के निर्देश के तहत किया गया है।
पुलिस थाना नगरोटा बगवां के तहत टैक्सी चालक का शव उसकी टैक्सी में अधजली हालत में बरामद हुआ, पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्तिथि का जायजा लिया , वहीं जाँच -पड़ताल के लिए फॉरेंसिक टीम को भी बुलाया गया। युवक की पहचान 27 वर्षीय पंकज चौधरी टीकावणी का रहने वाला अविवाहित था। मिली जानकारी अनुसार युवक अपनी टैक्सी में सवारी लेकर गया था। झियोल रोड पर उसकी कार सुबह लोगों ने देखी और पुलिस को सूचित किया। पुलिस इसे प्रथम दृष्टया हत्या मान कर चली है। थाना प्रभारी नगरोटा बगवां श्याम लाल शर्मा ने बताया कि मामले की जाँच की जा रही है वहीं फॉरेंसिक टीम भी मौके पर पहुँच कर सबूत जुटाने में लग गई है।
हिमाचल प्रदेश में कोरोना महामारी बेक़ाबू होती जा रही है। आठ दिन के अंदर-अंदर प्रदेश में कोरोना 34 लोगों की जान ले चुका है। ये सभी लोग 60 साल और इससे ज्यादा उम्र के हैं। प्रदेश में कोरोना से मृत्यु दर 0.2 प्रतिशत बढ़ी है। पहले मृत्यु दर 1.60 प्रतिशत थी, जो अब 1.62 प्रतिशत पहुंच गई है। दूसरी ओर रिकवरी दर में कमी दर्ज हुई है। पहले प्रदेश में रिकवरी दर 94 प्रतिशत थी, वह अब गिरकर 93.13 प्रतिशत पहुंच गई है। स्वास्थ्य सचिव अमिताभ अवस्थी ने सोमवार को मेडिकल कॉलेजों के प्रधानाचार्यों और मुख्य चिकित्सा अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस की, इसमें कोरोना पर काबू पाने पर चर्चा हुई। ऊना, कांगड़ा, सिरमौर, शिमला और सोलन जिले में कोरोना के ज्यादा मामले आ रहे हैं। जिला शिमला में अब तक कोरोना से सबसे ज्यादा 275 लोगों की मौत हुई है, जबकि कांगड़ा जिले में भी 228 लोग दम तोड़ चुके है। जिला ऊना में सामुदायिक संक्रमण हो गया है। कस्बों में कोरोना के मरीज आ रहे है। सरकार ने जिला ऊना के डीसी और सीएमओ को बीमारी के प्रति सतर्क रहने के लिए कहा है।
नूरपुर के एसडीएम डॉ.सुरेंद्र ठाकुर सहित उनके कार्यालय के तीन अन्य कर्मचारी काेरोना संक्रमित पाए गए हैं। इनकी कोविड-19 रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद एसडीएम कार्यालय को आगामी दो दिनों के लिए बंद कर दिया गया है। एसडीएम डॉ.सुरेंद्र ठाकुर ने इसकी जानकारी दी। दो दिन पूर्व डॉ.सुरेंद्र ठाकुर व उनके कार्यालय के एक अन्य कर्मचारी की कोविड-19 रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। लेकिन आज एसडीएम कार्यालय के दो और कर्मचारियों की कोविड-19 रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इसके बाद एसडीएम डॉ.सुरेंद्र ठाकुर ने आगामी दो दिनों के लिए एसडीएम कार्यालय बंद करने के आदेश दिए हैं। उन्होंने लोगों से सरकार के दिशा निर्देशों का पालन करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि दिन प्रतिदिन कोविड-19 के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। सावधानी से ही इस बीमारी पर काबू पाया जा सकता है। उन्होंने लोगों से मॉस्क पहनने, शारीरिक दूरी बनाए रखने हाथों को सैनिटाइज करने की अपील की।
प्रदेश के चार नगर निगम में 7 अप्रैल काे हाेने वाली वाेटिंग के लिए कल शाम यानी साेमवार काे प्रचार थम जाएगा। अंतिम दिन 6 मार्च काे डाेर-टू-डाेर वाेट मांग सकेंगे। बीते 22 मार्च से लेकर अब तक चाराें नगर निगम क्षेत्राें में कांग्रेस और भाजपा ने जमकर प्रचार किया। भाजपा प्रत्याशियाें की जीत सुनिश्चित करने के लिए सरकार और संगठन दाेनाें ने खूब पसीना बहाया, ताे कांग्रेस ने भी काेई कसर नहीं छाेड़ी। सीएम जयराम ठाकुर ने चाराें नगर निगम के लिए अपना समय निकला और सहयाेगी मंत्रियाें काे जाे जिम्मेवारियां साैंपी गई उसका भी परिणाम सात अप्रैल काे सामने आएगा। हालांकि हार या जीत का फैसला जनता 7 अप्रैल काे करेगी, लेकिन दाेनाें राजनीतिक दलाें ने अपनी-अपनी दावेदारी जताने में काेई कमी नहीं रखी। ऐसे में अब देखना है कि नगर निगम साेलन, पालमपुर, धर्मशाला और मंडी की जनता किसे शहरी निकाय की चाबी साैंपती है।
हिमाचल प्रदेश के स्कूलों में पांच अप्रैल से विद्यार्थियों की दाखिला प्रक्रिया शुरू होगी। अभिभावक फोन के माध्यम से भी शिक्षकों से संपर्क कर अपने बच्चों के दाखिले करवा सकेंगे। इसके अलावा विद्यार्थियों के बिना भी अभिभावक स्कूलों में आकर दाखिलों से संबंधित औपचारिकताएं पूरी कर सकेंगे। स्कूलों में पांच अप्रैल से शिक्षक और गैर शिक्षक आना शुरू कर देंगे। उधर, स्कूलों में ऑनलाइन पढ़ाई कब से शुरू होगी। इसको लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है। आने वाले दिनों में शिक्षा विभाग इस बाबत प्रस्ताव तैयार कर सरकार की मंजूरी को भेजेगा। नया शैक्षणिक सत्र 12 अप्रैल से शुरू किया जाना प्रस्तावित था लेकिन 15 अप्रैल तक विद्यार्थियों के लिए स्कूल बंद होने के चलते फिलहाल इस बाबत भी अंतिम फैसला नहीं हुआ है। उच्च शिक्षा निदेशक डॉ.अमरजीत कुमार शर्मा ने बताया कि आने वाले दिनों में नए शैक्षणिक सत्र और ऑनलाइन पढ़ाई को लेकर फैसला ले लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि 13 अप्रैल से प्रदेश में 10वीं और 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाएं शुरू होनी है। सभी जिला उपनिदेशकों और स्कूल प्रिंसिपलों को पत्र जारी कर परीक्षा केंद्रों में सैनिटाइजेशन अभियान चलाने को कह दिया है। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए बनाए गए एसओपी में ही परीक्षाएं ली जाएंगी।
उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी ने जिला की विभिन्न ग्राम पंचायतों में 7 अप्रैल को होने वाले मतदान के दृष्टिगत शराब की बिक्री पर तुरन्त प्रतिबंध लगाने के आदेश जारी किए है। उन्होंने बताया कि इन मतदान केन्द्रों के अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों में दुकानों, ढाबों, होटलों, सार्वजनिक स्थलों तथा घरों में शराब का वितरण व बिक्री को पूर्णतयः प्रतिबंधित किया गया है। यह प्रतिबंध 48 घंटे के लिए लगाया गया है, जो मतदान समाप्त होने के निर्धारित समय तक जारी रहेगा। इन आदेशों की अवहेलना करने वालों पर नियमानुसार कड़ी कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।
प्रदेश में तीन दिन बाद नगर निगम चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच चुनाव करवाना चुनौती से कम नहीं होगा। नगर निगम चुनाव में इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) से मतदान होगा। 7 अप्रैल को चार नगर निगम, छह नई नगर परिषदों और 128 पंचायतों में मतदान होगा। नगर पंचायत और पंचायत के चुनाव में बैलेट पेपरों से वोटिंग होंगे। माना जा रहा है कि कोरोना महामारी के खौफ से मतदान प्रतिशत प्रभावित हो सकता है। राज्य चुनाव आयोग के आदेशों पर मतदान से एक दिन पहले सभी मतदान केंद्रों को सैनिटाइज करना अनिवार्य होगा। चुनाव आयोग के जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार कोरोना संक्रमित वोटरों के लिए 4 बजे के बाद एक घंटे का समय वोट डालने के लिए रखा है। ऐसे वोटरों को पीपीई किट पहने स्वास्थ्य कर्मी मतदान कराने के लिए लेकर जाएंगे। इसके बाद ईवीएम को सैनिटाइज किया जाएगा और दूसरे वोटर से मतदान करवाया जाएगा। इस दौरान इस्तेमाल दस्तानों और मास्क को सुरक्षित तरीके से नष्ट कराया जाएगा। ऐसे वोटरों से पहले सुबह 8 बजे से दोपहर बाद 4 बजे तक दूसरे वोटर मतदान करेंगे। राज्य चुनाव आयोग के अनुसार थर्मल स्कैनर, मास्क, पीपीई किट, सैनिटाइजर फेस शील्ड का स्टाक उपलब्ध होगा । इनका इस्तेमाल मतदान के समय किया जाना है। राज्य चुनाव आयोग के चुनाव अधिकारी संजीव महाजन का कहना है कि चुनाव अधिकारियों ने कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए तैयारियां कर ली हैं।
हिमाचल के राशन कार्ड उपभोक्ताओं को अब सस्ता राशन लेने के लिए दूर के डिपो में जाने से मिलेगा छुटकारा। सरकार शहरी क्षेत्रों में तीन और ग्रामीण क्षेत्रों में दो किलोमीटर के दायरे में सस्ते राशन के डिपो खोलने जा रही है। पहले पांच व इससे ज्यादा किलोमीटर में डिपो खोले जाते थे। कैबिनेट की मंजूरी के बाद खाद्य नागरिक एवं आपूर्ति विभाग ने इसकी अधिसूचना जारी कर दी है। विभाग पंचायतों व अन्य क्षेत्रों में मांग पर भी सरकार डिपो खोलेगी। इसके अतिरिक्त प्रदेश में नए मिट्टी के तेल के डिपो नहीं खुलेंगे। वर्तमान में जिन डिपुओं में केरोसिन तेल मिल रहा है, उन्हीं डिपो में मिलता रहेगा।
धर्मशाला में 1 अप्रैल को 95 नए कोरोना संक्रमित मामले सामने आए हैं। जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई है। धर्मशाला में कोरोना के बढ़ते मामलों से लोगों में दहशत का माहौल है। प्रशासन ने बढ़ते मामलों को देखते हुए मैक्लोडगंज को कंटेनमेंट व बफर जोन बनाया था, लेकिन इस अधिसूचना को कुछ ही समय के बाद निरस्त कर दिया गया। नगर निगम के चुनाव इस अधिसूचना के निरस्त होने की बड़ी वजह है जिससे लोगों में कोरोना को लेकर दहशत बढ़ती जा रही है। लोग अपने उम्मीदवारों के प्रचार प्रसार के लिए नुक्कड़ सभाएं, जनसभाएं कर रहे हैं, जिससे भीड़ एकत्रित हो रही है। ऐसे में नगर निगम चुनाव के दौरान कोरोना के मामले धर्मशाला शहर में ज्यादा बढ़ने के संकेत मिल रहे हैं। वहीं, कंफर्म मामले 9578 तथा रिकवरी अब तक 8735 हो चुकी है,जबकि 616 एक्टिव मामले हैं, और 225 लोगों ने कोरोना के चलते अपना दम तोड़ दिया है। ऐसे में धर्मशाला व मैक्लोडगंज में सबसे ज्यादा मामले सामने आएं हैं और 17 अलग-अलग वार्डों से भी कोरोना संक्रमित व्यक्तियों की पुष्टि हो रही है।
पूर्व मुख्यमंत्री के निवास समीरपुर में युवा भाजपा नेता आशीष महाजन की अगुवाई में अब तीन दर्जन कांग्रेस कार्यकर्ताओं समेत कांग्रेश बूथ अध्यक्ष और कांग्रेस यूथ अध्यक्ष भाजपा में शामिल है। सुजानपुर विधानसभा लगातार चर्चा का विषय बनी हुई है। कुछ समय पूर्व ही हुए पंचायती राज चुनावों में मिली करारी शिकस्त के बाद कांग्रेस पार्टी का पारम्परिक वोट बैंक भी टूटकर भाजपा में शामिल हो रहा है। सुजानपुर में वरिष्ठ भाजपा नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री प्रो० प्रेम कुमार धूमल के करिश्माई नेतृत्व का जलवा खूब ज़ोर शोर से चल रहा है, तो कांग्रेस पार्टी चारों खाने चित्त हो पड़ी है। बुधवार देर शाम सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र की तीन ग्राम पंचायतों पनोह, थाना धबड़ियाणा और चलोह के करीब तीन दर्जन कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं ने भारतीय जनता पार्टी के युवा नेता आशीष महाजन की अगुवाई में पूर्व मुख्यमंत्री से मिलकर अपनी मर्जी से भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया। पूर्व मुख्यमंत्री ने सभी लोगो को पार्टी का पटका पहनाकर विधिवत रूप से भाजपा में शामिल किया। उन्होंने भाजपा में शामिल होने वाले सभी लोगों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी। कांग्रेस को छोड़कर भारतीय जनताा पार्टी में शामिल होने वालों में कांग्रेस पार्टी के पंचायत पनोंह के बूथ अध्यक्ष प्रीतम सिंह और इसी पार्टी के यूथ कांग्रेस अध्यक्ष राजेश कुमार उर्फ बग्गू भी विधायक राजेंद्र राणा और कांग्रेस पार्टी का साथ छोड़ते हुए भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए हैं। इसके साथ इस पंचायत के रवि कुमार, कृष्ण्ण कुमार, धर्म सिंह, टेक चंद, सुभााष चंद्र, फितू राम, सुरजीत सिंह, सुरेश कुमार, दलजीत सिंह, पंचायत थाना धबड़ियाणा से जितेंद्र कुमार राम सिंह, जोगीदास, प्रकाशा देवी, विमला देवी, अनिता कुमारी, गुड्डी देवी, अंजू कुमारी, निशा देवी, तारो देवी, प्रमिला, सीमा, प्रवीण कुमारी और पंचायत चलोह से पूूजा देवी, मीरा देवी, विद्या देवी, अशोक कुमार और सुमन कुमारी सहित दर्जनों कार्यकर्ता भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए हैं। शामिल हुए सभी कार्यकर्ताओं ने एक स्वर में कहा है कि कांग्रेस पार्टी और विशेष रूप से विधायक राणा लगातार पार्टी के कार्यकर्ताओं की अनदेखी कर रहेे हैं, विगत चुनावों में उन्होंने राणा को जितवा कर बहुत बड़ी गलती की थी, जिसका वह खामियाजा आज तक भुगत रहे हैं। वह अब पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल केे नेतृत्व में आस्था जताते हुए भाजपा में शामिल हो गए हैं । पार्टी द्वारा उन्हें जो भी कार्य दिया जाएगा वह उसका बखूबी निर्वहन करेंगे।