राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बहादपुर में कक्षा 9वी से लेकर 12 वी तक के विद्यार्थियों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए व्यवसायिक शिक्षक शैलेंदर कुमार द्वारा वैभब कपिता को बतौर अतिथि शिक्षक (निशुल्क) आमंत्रित किया गया। वैभव कपिता चितकरा यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग डिग्री कर चुके और उन्होंने 8 वर्षो से इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी की बड़ी कंपनियों से अनुभव प्राप्त किया है। वे IIT बॉम्बे जैसे देश के महान शिक्षण संस्थानों में बतौर अतिथि शिक्षक लेक्चर दे चुके। वे हिमाचल के ऊना जिला के निवासी है। आजकल वे मुंबई में अपनी कम्पनी चला रहें हैँ और स्वरोजगार के साथ रोज़गार प्रदान कर रहें हैँ। उन्होंने बच्चों को नई शिक्षा निति के तहत व्यवसायिक शिक्षा विषय पढ़ने और कौशल का विकास करके अपनी रुची के अनुसार व्यवसाय का चयन करके व्यवसायिक शिक्षा पर बल देने और बढ़ती बेरोजगारी दर में स्वरोज़गार हासिल करने एवं आत्मनिर्भर बनने पर बल दिया गया। विद्यार्थी उनके द्वारा दी गई जानकारी से लाभन्वित हुए और महत्वपूर्ण जानकारियां हासिल की। वैभव ने केंद्र सरकार के इस प्रोजेक्ट को एक बहुत अच्छी पहल बताया और नई शिक्षा नीति में भी व्यवसायिक शिक्षा को बल दिया। शैलेन्द्र कुमार ने अधिक जानकारी देते हुये बताया कि राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बहदपुर स्वतंत्रता से पहले से चल रहा शिक्षण संस्थान हैँ और प्रधानाचार्य के अथक प्रयासों से आज यह इंदोरा के उच्चत्म शिक्षण संस्थानों में गिना जाता है। यहाँ पर विद्यार्थियों के सर्वेंगीन विकास के लिए हर एक सुविधा है और व्यवसायिक शिक्षा 2015 से सुचारु रूप से यहाँ चल रही हैँ।
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बहादपुर में कक्षा 9वी से लेकर 12वी तक के विद्यार्थियों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए उन्हें कंप्यूटर हार्डवेयर की प्रैक्टिकल जानकारी प्रदान करवाई गई। जिसमें व्यवसायिक शिक्षक शैलेंदर कुमार द्वारा कम्प्यूटर हार्डवेयर और मरम्मत को अपना रोजगार बनाकर बडूखर में ही अपना व्यवसाय कर रहे प्रदीप कुमार को बतौर अतिथि शिक्षक आमंत्रित किया गया। बच्चों को नई शिक्षा निति के तहत व्यवसायिक शिक्षा विषय पढ़ने और कौशल का विकास करके अपनी रुची के अनुसार व्यवसाय का चयन करके व्यवसायिक शिक्षा पर बल देने और बढ़ती बेरोजगारी दर में स्वरोज़गार हासिल करने एवं आत्मनिर्भर बनने पर बल दिया गया। इस दौरान विद्यार्थियों ने महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त की।
आरपी नेगी।शिमला प्रदेश के चार नगर निगमों में हाेने जा रहे चुनावाें के लिए सरकार और संगठन ने पूरी ताकत झाेंक दी है। ऐसे में अब आगामी सात दिनों तक सरकार के मंत्री, विधायक, पार्टी पदाधिकारी समेत कार्यकर्ता खूब पसीना बहाएंगे। सीएम जयराम ठाकुर भी दाे दिनों में धर्मशाला और पालमपुर में वाेटर्स के नब्ज टटाेलेंगे। वे आज ही धर्मशाला में प्रचार के लिए कूद पड़े हैं। चुनावी शेडयूल के मुताबिक 7 अप्रेल काे सुबह 8 से दाेपहर बाद 4 बजे तक वाेटिंग हाेनी है। प्रचार के लिए अब कम समय रहते देख सरकार के सभी मंत्री और संबंधित क्षेत्राें के विधायकों ने भी पूरा माेर्चा संभाल रखा है। प्रदेश में भाजपा की सरकार हाेने के नाते चाराें नगर निगमों पर भाजपा कब्जा जमाने की आस में हैं। इन दिनों राज्य सचिवालय से भी राैनक गायब हाे चुकी है। कारण यह है कि अधिकांश मंत्री मिशन इलेक्शन में कूद पड़े हैं और वैसे भी सीएम आउट ऑफ स्टेशन हाेते ही मंत्रियाें की अनुपस्थिति आम बात बन जाती है। वहीं, दूसरी तरफ कांग्रेस भी सभी सीटाें पर जीत दर्ज करने के लिए काेई कसर नहीं छाेड़ना चाहती। प्रदेश अध्यक्ष कुलदउीप सिंह राठाैर से लेकर विधयकों ने भी जिम्मेवारियाँ साैंपी है। ऐसे में अब देखना हैं कि 7 अप्रैल के दिन वाेटर्स किसे अपना प्रतिनिधि चुनते हैं? उल्लेखनीय है कि मंडी, साेलन और पालमपुर में पहली बार चुनाव हाे रहे हैं, जबकि नगर निगम धर्मशाला में दूसरी बार।
शिमला। हिमाचल प्रदेश विभागीय परीक्षा बोर्ड के एक प्रवक्ता ने बताया कि प्रदेश सरकार के विभिन्न श्रेणियों के पात्र अधिकारियों एवं कर्मचारियों के लिए विभागीय परीक्षाएं 17 से 25 मई तक आयोजित की जाएंगी। उन्होंने कहा कि भारतीय प्रशासनिक सेवा, हिमाचल प्रदेश प्रशासनिक सेवा, भारतीय वन सेवा, हिमाचल प्रदेश वन सेवा, तहसीलदार व नायब तहसीलदार, राज्य में कार्यरत अन्य समस्त राजपत्रित अधिकारी, पात्र अराजपत्रित अधिकारी (अधीक्षक ग्रेड-प्प् व वरिष्ठ सहायक) तथा आबकारी एवं कराधान विभाग के निरीक्षकों, हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड के राजपत्रित अधिकारी, पात्र अराजपत्रित अधिकारी, हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड लिमिटेड के अभियन्ताओं व हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम के वरिष्ठ प्रबन्धकों/सहायक अभियन्ताओं के लिए निर्धारित डेटशीट के अनुसार परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी। प्रवक्ता ने कहा कि केवल पेपर नम्बर-1 वित्तीय प्रशासन में उपस्थित होने वाले उम्मीदवारों की सुविधा के लिए राजकीय महाविद्यालय धर्मशाला, राजकीय (कन्या) वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला मण्डी और राजकीय महाविद्यालय, संजौली, शिमला में परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। अन्य सभी विषयों की परीक्षाएं राजकीय महाविद्यालय संजौली, शिमला में आयोजित की जाएंगी। उन्होंने कहा कि जो अभ्यार्थी परीक्षा में उपस्थित होना चाहते है वे अपने आवेदन पत्र ऑनलाइन प्रक्रिया के माध्यम से मानव सम्पदा पोर्टल पर 1 से 30 अपै्रल तक भर सकते हैं। प्रार्थियों द्वारा किए गए आवेदन तभी माननीय होंगे जब उन्हें विभाग द्वारा अनुमोदित किया जाएगा। विभागध्यक्ष प्रार्थियों द्वारा किए गए आवेदनों को 7 मई तक अनुमोदित कर पाएंगे। इसके उपरान्त विभागाध्यक्ष की विंडों स्वतः ही बन्द हो जाएगी। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड लिमेटिड के अभ्यार्थी अपना आवेदन पत्र पहले की भांति दिए प्रपत्र पर दिए जाएंगे। परीक्षा की समय सारणी व ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया की पूर्ण जानकारी हिप्पा की वेबसाइट www.hipashimla.nic.in. पर उपलब्ध है।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने प्रदेश के लोगों से कोरोना महामारी के प्रति और अधिक सतर्क रहने का आह्वान किया है। मुख्यमंत्री ने आज कांगड़ा जिला के डाॅ.राजेन्द्र प्रसाद चिकित्सा महाविद्यालय टांडा के परिसर में प्रदेश में कोविड महामारी की स्थिति की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने बताया कि इस बार यह वायरस अधिक प्रभावशाली और खतरनाक बनकर लौटा है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने कोरोना के नए स्ट्रेन का अध्ययन करने के उपरान्त पाया कि इसमें खांसी और बुखार जैसे कोई लक्षण सामने नहीं आ रहे हैं, और मरीजों को जोड़ों में दर्द, शारीरिक कमजोरी, कम भूख लगने और कोविड-19 निमोनिया जैसी समस्याएं आ रही हैं। उन्होंने कहा कि पूर्व में सामने आए मामलों के मुकाबले इस बार मरीजों का स्वास्थ्य बिगड़ने में कम समय लग रहा है, और कभी-कभी कोई भी लक्षण सामने नहीं आ रहा है। इसलिए स्वयं, परिवार और समाज को खतरे में डालने से बेहतर है कि हम और अधिक सतर्क रहें। जयराम ठाकुर ने चिकित्सा अधिकारियों और स्थानीय प्रशासन को उन लोगों पर कड़ी निगरानी रखने को कहा जो होम क्वारंटीन में रखे गए हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों की निगरानी करने और इस घातक महामारी के विरूद्ध लड़ने तथा एहतियाती उपायों के प्रति समाज को जागरूक करने के लिए स्थानीय पंचायती राज प्रतिनिधियों को शामिल किया जाना चाहिए। सार्वजनिक स्थानों में लोगों को बिना मास्क के घुमने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए और दुकानदारों को बिना मास्क के लोगों को अपनी दुकानों में आने की अनुमति नहीं देनी चाहिए। इस महामारी को दूर रखने के लिए उचित स्वच्छता सम्बन्धी आदतें अपनाना जरूरी है। परस्पर दूरी के नियमों का पालन किए बिना हम कोरोना को नहीं हरा सकते हैं। स्वास्थ्य विभाग के सभी सुरक्षा मंत्रों को अपना कर हम सुरक्षित रह सकते हैं जिससे हमें आर्थिक गतिविधियों को सुचारू रखने में सहायता मिलेगी और देश और प्रदेश की विकास, उन्नति और आर्थिकी प्रभावित नहीं होगी। जयराम ठाकुर ने कारोना वायरस का सामुदायिक संक्रमण रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग को कोरोना वायरस सम्बन्धी परीक्षणों को बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस का नया रूप हमारे नासाग्रसनी (नेसोफिरेंजियल) भाग में नहीं रहता है और यह सीधे तौर पर फेफड़ों को प्रभावित कर रहा है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग लोगों को इस कठिन समय में प्रोत्साहित करे ताकि वे इस घातक महामारी से कम से कम प्रभावित हों। उन्होंने लोगों को सतर्क रहने और जहां तक सम्भव हो भीड़-भाड़ वाले स्थानों से बचने और सार्वजनिक स्थानों व परिवहन के उपयोग के दौरान हर समय मास्क पहनने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि बार-बार हाथ धोने की आदत को अपनाना चाहिए क्योंकि यह बेहतर स्वास्थ्य सुनिश्चित करता है। लोगों की लापरवाही के कारण प्रतिदिन बड़ी संख्या में नए मामले सामने आ रहे हैं जो समाज को खतरे में डाल रहे हैं। इससे पूर्व, कांगड़ा जिला के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. गुरूदर्शन गुप्ता ने कहा कि कोरोना के नए स्ट्रेन के मरीजों में बुखार के कोई भी लक्षण सामने नहीं आ रहे हैं, लेकिन एक्स-रे की रिपोर्ट में निमोनिया के मामूली लक्षण सामने आ रहे हैं। इसका अर्थ है कि इस वायरस का सीधा प्रभाव फेफड़ों पर पड़ रहा है, जिससे वायरल निमोनिया के कारण मरीजों को सांस सम्बन्धी गम्भीर दिक्कतों का सामना कर पड़ रहा है। इससे यह साबित होता है कि कोरोना का नया स्ट्रेन अधिक जानलेवा और घातक है। उन्होंने कहा कि कोरोना की नई लहर पहले से अधिक जानलेवा है और हमें इस महामारी को हराने के लिए उचित स्वास्थ्य सम्बन्धी आदतों को अपनाना चाहिए। विधानसभा अध्यक्ष डाॅ. विपिन सिंह परमार, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री सरवीण चौधरी, वन मंत्री राकेश पठानिया, उपायुक्त कांगड़ा राकेश प्रजापति, पुलिस अधीक्षक विमुक्ता रंजन, टांडा चिकित्सा महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डाॅ.भानू अवस्थी इस अवसर पर उपस्थित थे।
हर व्यक्ति में कला समाहित होती है, केवल उसे अभिव्यक्त करने के लिए प्रोत्साहन की आवश्यकता होती है। यह साबित कर दिखाया है सोनम सोई ने। सोनम बहुत ही अच्छी कलाकार है तथा उनकी आर्ट गैलरी में बहुत सी बढ़िया एवं उम्दा पेंटिंग्स रखी गई हैं। इन पेन्टिंग्स का सिंहावलोकन करने से ऐसा लगता है कि यह पेंटिंग अभी बोल पड़ेगी। उनके द्वारा तस्वीरों में जान डाल दी गई है केवल जुबान नहीं डाली जा सकी। सोनम सोई को बचपन से ही आर्ट एंड क्राफ्ट में रुचि थी तथा वह स्कूल समय से ही पेंटिंग्स बनाती थी। उनकी पेंटिंग्स की प्रदर्शनी भी कई बार लग चुकी है जिसमें जानी-मानी हस्तियों ने इनकी पेंटिंग को बहुत सराहा तथा इनाम दिए हैं। सोनम सोई का सपना है कि उनकी पेंटिंग्स को किसी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शनी में शामिल किया जाए ताकि उनकी कला को पहचान मिल सके। उन्होंने कहा कि उनके पास इस तरह की पेंटिंग की बहुत सारी क्लेक्शन है जिसे किसी उचित प्लेटफार्म की तलाश है। अगर कोई पाखी उनकी पेंटिंग्स को उचित स्थान दे, तो उनकी कला में और भी निखार आ सकता है। उन्होंने कहा कि वह शीघ्र ही कुछ महान हस्तियों के पोर्ट्रेट बनाएंगे जिसमें मोदी, अमित शाह, हरियाणा के मुख्यमंत्री खट्टर तथा पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह आदि शामिल हैं।
हिमाचल प्रदेश में कोरोना के मामलें दिनोंदिन बढ़ते जा रहे है। इसका पर्यटन कारोबार पर बहुत अधिक प्रभाव पड़ा है। मनाली के सरकारी और निजी होटलों में ऑक्यूपेंसी 15 दिनों के अंदर 50 फीसदी तक गिर गई है। इसके चलते होटलों में एडवांस बुकिंग रद्द कर दी गई है। 15 से 20 फीसदी आक्यूपेंसी पहुंचने से मनाली का पर्यटन कारोबार छह माह के सबसे न्यूनतम स्तर पर पहुंच गया है। इसके कारण पहले से नुकसान झेल रहे हजारों होटलियरों, टैक्सी यूनियन और वोल्वो यूनियन की चिंता बढ़ गई है। मनाली और कुल्लू में लगभग तीन हजार होटल व होम स्टे हैं। इनमें से करीब 2200 होटल व होम स्टे खुल चुके है। जबकि बाकि बचे होटलों की मार्च और अप्रैल में खुलने की तैयारी थी। कुल्लू-मनाली में पर्यटन विकास निगम के सबसे अधिक होटल चल रहे हैं। यहाँ भी पिछले सप्ताह से सन्नाटा छाया है। पर्यटकों की संख्या में कमी आने से निगम के होटलों में 15 प्रतिशत ही कमरे लग रहे है। कई राज्य जैसे पंजाब, दिल्ली, महाराष्ट्र में कोरोना के मामले बढ़ने से प्रदेश पर्यटन पटरी से निचे उतर गया है। पर्यटन विकास निगम के डीजीएम अनिल तनेजा ने कहा कि पर्यटन 60 फीसदी से घटकर 15 प्रतिशत तक आ गया है। ऑनलाइन बुकिंग के साथ एडवांस बुकिंग भी रद्द हो गई है। गौरतलब है कि शिमला में हुई उच्च स्तरीय बैठक में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि पर्यटकों के प्रदेश में आने पर रोक नहीं लगाई जाएगी। होटल व होम स्टे में सख्ती से मानव संचालन प्रक्रिया का पालन करने को कहा गया है, क्योंकि इस बार हालात बिगड़े तो रोजगार व आर्थिक स्थिति गड़बड़ा सकती है। वंही मरीजों की संख्या बढ़ने पर आगे के निर्णय लिए जाएंगे।
पूर्व मंत्री व कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव सुधीर शर्मा ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि भारतीय जनता पार्टी सत्ता के नशे में चूर होकर नगर निगम चुनावों मे कांग्रेस के उम्मीदवारों पर दबाव बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि धर्मशाला में कांग्रेस पार्टी के दो उम्मीदवारों को नामांकन रद्द करने की धमकी दी जा रही है। वार्ड न.17 से कांग्रेस की उम्मीदवार आशा देवी को अधिकारी घर जाकर धमका रहे हैं कि उनका नामांकन रद्द कर दिया जाएगा।जबकि चुनाव आयोग के अनुसार जो उम्मीदवार खड़े हैं, उनके नाम पर आपत्ति की समय अवधि समाप्त हो चुकी है। यह वही लोग हैं जिन्होंने वार्ड न.17 की उम्मीदवार आशा देवी को जो जाति प्रमाण पत्र जारी किया था, अब उसे रद्द करने की बात कह रहे हैं। भाजपा पूरी तरह बौखला गई है। उन्होंने कहा कि सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग करने का प्रयास किया जा रहा है, अधिकारियों और कर्मचारियों का ध्यान रखना चाहिए। सत्ता आती जाती रहती है, अगर इसी तरह कांग्रेस के उम्मीदवारों को धमकाते रहे तो परिणाम अच्छे नहीं होंगे। कांग्रेस पार्टी के लोग चुप नहीं बैठेंगे। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को चुनाव आयोग के नियमों का पूरी तरह से पता ही नहीं है। जब एक बार नामांकन स्वीकार कर लिया जाता है तो उसके बाद उसे रद्द नहीं किया जा सकता। हैरानी की बात है कुछ अधिकारियों ने तो कांग्रेस उम्मीदवार पर एफ़आइआर तक करने की धमकी दी है। याद रक्खें वर्तमान सरकार का कार्यकाल समाप्ति की और है।
हिमाचल प्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते स्वास्थ्य विभाग ने डॉक्टरों की छुट्टियों पर सख्ती कर दी है। अब विभाग ने डॉक्टरों को फील्ड में ही रहने के निर्देश दिए हैं। आपात स्थिति में ही डॉक्टरों को छुट्टी मिल सकेगी। प्रदेश के चार जिलों ऊना, सोलन, सिरमौर और कांगड़ा में कोरोना विकराल रूप धारण कर रहा है। बीते एक सप्ताह से इन चार जिलों में कोरोना के सौ से अधिक मामले दर्ज किए हैं। डेढ़ महीना पहले प्रदेश में सक्रिय मामले सौ से नीचे थे, लेकिन आज प्रदेश में इनकी संख्या 1700 के पास पहुंच गई है। मौत का आंकड़ा भी एक हजार पार हो गया है। स्वास्थ्य विभाग इन जिलों के सीएमओ के साथ संपर्क बनाए हुए है। सीएमओ और वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारियों को सतर्क रहने को कहा जा रहा है। गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश में अब तक 1.98 लाख के करीब लोगों को कोविड-19 से बचाव के लिए वैक्सीन लगाई जा चुकी है।
शिमला। प्रदेश के चार नगर निगम, 6 नगर पंचायत और तीन ब्लाॅक में पंचायत चुनाव के लिए एक हजार 73 प्रत्शायी मैदान में हैं। सात अप्रैल काे हाेने वाले मतदान के लिए आज नामांकन का अंतिम दिन था। राज्य निर्वाचन आयोग से मिली जानकारी के मुताबिक नगर निगम धर्मशाला की 17 सीटाें के लिए 86, पालमपुर की 15 सीटाें के लिए 89, मंडी की 15 सीटाें के लिए 96 और नगर निगम साेलन की 17 सीटाें के लिए 48 उम्मीदवार रणभूमि में उतर गए हैं। सबसे अधिक मंडी नगर निगम में 96 प्रत्याशी हैं, जबकि नगर निगम साेलन में सबसे कम 48 उम्मीदवार। इसी तरह से कंडाघाट नगर पंचायत में 20, चिड़गांव में 23, नेरवा में 22, आनी में 20, निरमंड में 24 और नगर पंचायत अंब के लिए 33 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं।
वतराहन पँचायत के बार्ड न.पांच के किसानों की एक विशेष बैठक रविवार को स्थानीय ब्लॉक समिति सदस्य तमन्ना देवी की अध्यक्षता में संपन्न हुई। इस दौरान सर्वसम्मति से एक कमेटी का गठन किया गया। जिसमें पूर्ण सिंह को प्रधान, रघुनाथ सिंह को उपप्रधान, अनिल शर्मा को सचिव तिलक राज को कोषाध्यक्ष व अंकुश मनकोटिया, राकेश धीमान, रविंद्र सिंह, पवन कुमार को सदस्य तथा नेक सिंह को मुख्य सलाहकार व शाम सिंह को अध्यक्ष मनोनीत किया गया। इस मौके पर नवनिर्वाचित कमेटी के समक्ष एक प्रस्ताव रखा गया। जिसे सर्वसम्मति से मान लिया गया। प्रस्ताव में ट्यूबवेल के रखरखाव के लिए पांच न.बार्ड के सभी लोगों से तीन महीने का शुल्क सौ रुपये देने का प्रावधान किया गया। इसके लिए कमेटी के सदस्यों ने अपनी सहमति प्रदान की।वहीं खेतों में कृषि संबन्धी पानी की समस्या को लेकर कुहल, सप्लाई टैंक बनवाने बारे चर्चा की गई ।जबकि ट्यूबेल के जर्जर भवन को लेकर भी विस्तृत चर्चा की गई। कमेटी ने निर्णय लिया कि हर तीसरे महीने से पहले वीरवार को नलकूप बार्ड पांच पर एक बैठक विशेष रूप से आयोजित हो। कमेटी ने निर्धारित शुल्क जमा नही करवाने पर ऐसे व्यक्ति को पानी नहीं देने का निर्णय भी लिया। इस मौके पर पंचायत के अन्य किसान भी मौजूद रहे।
नगर निगम के चुनाव के लिए कल से नामांकन पत्र भरे जाएंगे पर दोनों ही पार्टियों में से किसी ने भी अपने प्रत्याशियों की घोषणा नहीं की है। ऐसे में संभावित प्रत्याशी असमंजस की स्थिति में हैं। कांग्रेस दावा कर रही है कि आज दोपहर बाद नगर निगम के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा करेगी। कांग्रेस शिमला में बैठक कर नामों की घोषणा करने जा रही है। ऐसे में दोपहर बाद शिमला में होने वाली बैठक पर सभी दावेदारों की नजर है कि पार्टी हाईकमान किसका नाम घोषित करती है। वहीं, भाजपा भी नामों की घोषणा आज कर सकती है। हालांकि भाजपा व कांग्रेस के प्रत्याशी उम्मीदवारों की घोषणा न होने के कारण मानसिक परेशानी में हैं। एक वार्ड से चार व कहीं पर इससे भी ज्यादा दावेदार हैं, ऐसे में दोनों ही राजनीतिक दल यह देख रहे हैं कि पहले एक दल नामों की घोषणा कर दें तो दूसरा उस हिसाब से रणनीति तैयार करेगा। लेकिन नामों की घोषणा में होने वाली देरी ने उम्मीदवारों की परेशानी को बढ़ा दिया है। फील्ड में अपनी ताकत झोंक चुके उम्मीदवार घर-घर दस्तक दे रहे हैं। लेकिन टिकट घोषणा में देरी से मायूस हैं। हालांकि कांग्रेस आज अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर रही है। बता दें की 22, 23, 24 मार्च को सुबह ग्यारह बजे से शाम तीन बजे तक नामांकन पत्र दाखिल हो सकेंगे। 25 मार्च को सुबह 10 बजे से नामांकन पत्रों की जांच होगी। 27 मार्च को सुबह दस बजे से पांच बजे तक नामांकन पत्र वापस लिए जा सकंगे। इसी दिन उम्मीदवारों के नाम व चुनाव चिन्ह जारी किए जाएंगे। सात अप्रैल को सुबह आठ बजे से दोपहर बाद चार बजे तक होगा। इसी दिन मतगणना भी होगी।
चंडीगढ़ से गगल आ रहे एयर इंडिया के विमान के साथ हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा के गगल एयरपोर्ट पर शनिवार दोपहर करीब पौने दो बजे लैंडिंग के दौरान एक पक्षी टकरा गया। हादसे के दौरान 72 सीटर विमान में बैठीं 45 सवारियां बाल-बाल बच गईं। पक्षी के टकराने के बाद विमान का एक हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है। विमान की लैंडिंग के बाद ही चालक को पक्षी के टकराने के बारे में पता चला। विमान को गगल एयरपोर्ट पर ही रखा गया है। गगल से दिल्ली जाने वाली उड़ान भी रद्द करनी पड़ी। गगल से विमान की दिल्ली के लिए वापसी 2:55 पर होनी थी। वंही,लैंडिंग करवाते वक्त पायलट को भारी दिक्कत आ रही थी। गगल एयरपोर्ट के निदेशक किशोर शर्मा और यातायात प्रभारी गौरव कुमार ने बताया कि पक्षी के टकराने से विमान का कुछ हिस्सा क्षतिग्रस्त हुआ है। इस कारण यह विमान फिलहाल गगल एयरपोर्ट पर ही है। इंजीनियर द्वारा विमान को ठीक करने बाद रविवार को विमान दिल्ली के लिए रवाना होगा।
बुधवार दोपहर को चिंतपूर्णी माता मंदिर की लिफ्ट के पास शम्भू बैरियर की तरफ से आती एक कार ने तीन श्रद्धालुओं को टक्कर मार दी और इनमें से एक श्रद्धालु गाड़ी के नीचे फंस गया। जिसे मौके पर उपस्थित नजदीक के दुकानदारों और वहां से निकल रहे श्रद्धालुओं ने गाड़ी उठाकर निकाला। वहां से निकल रहे लोकल गाड़ी वालों ने उक्त लोगों को अपनी गाड़ी में अस्पताल पहुंचाया। जालंधर के रामा मंडी से ये श्रद्धालु मां के दरबार में माथा टेकने पहुंचे थे कि अचानक सफेद रंग की कार नंबर एच पी-19-इ-7539 सड़क के किनारे चल रहे श्रद्धालुओं पर जा चढ़ी। परिवहन विभाग के मुताबिक उक्त गाड़ी अनूप कुमार के नाम से पंजीकृत है। घटनास्थल पर मौजूद साक्ष्यों से लगता है कि कार चालक को ढंग से गाड़ी चलाना नहीं आता था और उसने जगह न होने के बावजूद गाड़ी ठोक दी। घायलों में एक महिला श्रद्धालु भी शामिल है, जिसे उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है। जबकि देसराज निवासी बेहड़ जसवां तहसील अम्ब और रामा मंडी जालंधर से जय किशन गंभीर रूप से घायल हुए हैं, जिन्हें रेफर करने को तैयारी की जा रही है। मौके पर पुलिस भी पहुंच गई है और सारे मामले की तफ्तीश में जुटी है।
कोविड-19 पॉजिटिव विद्यार्थियों की परीक्षा अब नहीं रुकेगी। कोविड-19 पॉजिटिव भी अपनी परीक्षा दे सकेंगे। इसके लिए प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड ने इंतजाम कर लिए हैं। अप्रैल से शुरू हो रही वार्षिक परीक्षाओं में इस बार कोविड-19 के विशेष इंतजाम हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा किए गए हैं। अगर कोई विद्यार्थी परीक्षा की तय तिथियों में कोरोना संक्रमित होता है तो भी उसे परीक्षा से वंचित नहीं रखा जाएगा, इसके लिए अलग से व्यवस्था की गई है। शिक्षा बोर्ड की ओर से पॉजिटिव परीक्षार्थी के लिए अलग कक्ष की व्यवस्था की जाएगी। परीक्षा देने से पहले विद्यार्थियों की थर्मल स्कैनिंग की जाएगी। इस दौरान यदि किसी बच्चे को बुखार या जुकाम लगता है तो उसकी भी परीक्षा उसी दिन ली जाएगी। परीक्षाएं कोविड-19 एसओपी गाइडलाइन के तहत होंगी। कैसे बच्चों की परीक्षा लेनी है, क्या सावधानियां इस दौरान अपनाई जाएंगी, इंविजलेटर को क्या सावधानियां बरतनी हैं, इसके लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए जा रहे हैं। कोविड-19 संक्रमित विद्यार्थी की उत्तरपुस्तिका का पैकेट कैसे बनाना है तथा उसको सही तरीके से सैनिटाइज किया जाना है, संबंधी विभिन्न सुरक्षा उपायों को अपनाया जाएगा। लेकिन परीक्षा निर्धारित तिथि को ही होगी।
हिमाचल प्रदेश आउटसोर्स कर्मचारी महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष शैलेन्द्र शर्मा ने जिला कांगडा के फतेहपुर में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मुलाकात कर एक ज्ञापन सौंपा। आउटसोर्स कर्मचारी महासंघ पिछले काफि समय से लगातार सरकार के समक्ष अपनी मांगों को लेकर मुखर हुआ है। इसी कडी में फलेहपुर विधानसभा में जयराम ठाकुर जी के दौरे के चलते प्रदेशाध्यक्ष शैलेन्द्र शर्मा ने अपनी मांगें पुनः सरकार के सामने रखी। विधानसभा में बजट सत्र के दौरान मुख्यमंत्री ने कर्मचारियों के लिए एक माॅडल टेंडर डाक्युमेंट बनाकर सभी विभागों को भेजने की भी बात कही थी और कहीं न कहीं यह भी मानते है कि आउटसोर्स प्रथा प्रदेश हित में नहीं है। जल शक्ति मंत्री महेन्द्र सिंह ठाकुर ने विधानसभा में जल शक्ति विभाग के कुछ कर्मचारियों को विभाग में मर्ज करने की बात कही है जिससे प्रदेश में कार्यरत हजारों कर्मचारियों को एक आस नजर आई है। शैलेन्द्र कुमार ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में लगभग पिछले 10-15 साल से विभिन्न सरकारी विभागों, निगमों, बोर्डों, योजनांओं एवं कार्यालयों में आउटसोर्स आधार पर हजारों कर्मचारी अपनी सेवांए दे रहे है। ये कर्मचारी सरकार के दूसरे नियमित कर्मचारियों के साथ बराबर काम करने के साथ-2 दिए गए पद के सभी कार्य संभालते है। जब बात वेतन एवं सुविधांओ की आती है तो हमेशा से ही हम सब सौतेला व्यवहार एवं शोषण झेल रहे है। जहां उसी काम या पद को संभालने के लिए एक नियमित कर्मचारी को 40-50 हजार रू का वेतन मिलता है वहीं उसी काम तथा पद का कार्य संभालने के लिए आउटसोर्स कर्मचारियों को 6 से 8 हजार रू मिलते है उसके लिए भी आधा महिना तरसती निगाहों से इंतजार करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि इन्सान के जीवन में सबसे महत्वपूर्ण समय 21 वर्ष से शुरू होकर लगभग 35 वर्ष तक होता है। किसी भी व्यक्ति या परिवार का जीवन इन 10-15 वर्षों पर निर्भर करता है क्योंकि ये वह समय होता है जब हम अपनी शिक्षा के बाद स्वतंत्र रूप से ऐसा व्यवसाय या काम चुनते है जो हमें सामाजिक तथा आर्थिक रूप से सुदृड़ बनाकर सम्मानजनक जीवन देता है। इतने महत्वपूर्ण साल बिताने के बाद में चयन आयोग से उसी पद को संभालने के लिए एक कर्मचारी नियुक्त होता है और पिछले 10-15 वर्षों से ईमानदारी से बिना किसी स्वार्थ के काम कर रहे कर्मचारी को घर बैठने पर मजबुर होना पड़ता है। यह बात चिंतनिय है कि अपने जीवन के महत्वपूर्ण 5-10 वर्ष किसी कार्यालय या संस्था को देने के बाद भी व्यक्ति को एक सम्मानजनक जीवन नहीं मिलता फिर जीवनयापन के लिए दर-दर की ठोंकरे खानी पडती है। आउटसोर्स कर्मचारी महासंघ ने सभी कर्मचारियों, उनके परिवारों तथा हिमाचल को युवाओं के हित को देखते हुए मांग की है कि आउटसोर्स प्रथा को बंद किया जा सके जिससे कोई भी युवा अपनी जिंदगी के महत्वपूर्ण साल युं ही नाम मात्र के वेतन के लिए खर्च न करें। उन्होंने मांग की है कि जो कर्मचारी इस समय विभाग में है उनके लिए एक स्थायी नीति बनाकर उन्हें वरियता के आधार पर आने वाली भर्तियों में कोटे के माध्यम से विभाग में लिया जाए। अन्य मांगों में समय पर वेतन, नौकरी की सुरक्षा, समान काम समान वेतन इत्यादि शामिल है।
हिमाचल में होने वाले चार नगर निगम चुनाव को लेकर आज वर्चुअल माध्यम से एक बैठक का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद सुरेश कश्यप ने की। इस बैठक में भाजपा प्रदेश प्रभारी अविनाश राय खन्ना एवं भाजपा प्रदेश सह प्रभारी संजय टंडन विशेष रुप से उपस्थित रहे। धर्मशाला, पालमपुर, मंडी एवं सोलन नगर निगम चुनाव का जायजा लेते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप ने कहा कि भाजपा ने सभी 64 वार्डों के प्रभारियों की नियुक्ति कर ली है और जल्द ही सभी प्रत्याशियों की अधिकारिक घोषणा भी कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि सभी नगर निगमों चुनाव का भाजपा एक विजन डॉक्यूमेंट भी बनाएगी जिस को जनता के बीच ले जाया जाएगा, उन्होंने बताया कि प्रत्येक नगर निगम क्षेत्र में एक चुनाव कार्यालय खोला जाएगा और उसके उपरांत वार्ड स्तर पर भी एक चुनाव कार्यालय खोला जाएगा। इन कार्यालयों में चुनाव को लेकर प्रतिदिन की गतिविधियों का ब्यौरा रखा जाएगा। उन्होंने बताया कि किसी भी प्रकार के मतभेदों को मिटाने के लिए भाजपा हर स्तर पर काम करेगी। बैठक को संबोधित करते हुए भाजपा प्रभारी अविनाश राय खन्ना ने कहा कि सभी कार्यकर्ता जिनके पास पार्टी का दायित्व है या नहीं है इन चुनावों में धरातल पर काम करेंगे, उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का धन्यवाद करते हुए कहा कि यह नवगठित नगर निगम बनने से स्थाई जनता को बड़ा फायदा होगा। उन्होंने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि इस चुनाव में 100% वोटर तक घर-घर जाकर संपर्क करना होगा , साथ ही उन्होंने कहा कि वार्ड स्तर की बैठकों का आयोजन नियमित रूप से किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस भाजपा कि कार्यप्रणाली से डरती है जिसके कारण वह भयभीत होकर मीडिया में जाकर तथ्यहीन बयान बाजी कर रहे हैं। वंही, भाजपा से प्रभारी संजय टंडन ने कहा कि भाजपा इन चुनाव को धरातल पर युद्ध स्तर पर लड़ेगी। सभी भाजपा के मोर्चे इस चुनाव में अग्रिम भूमिका में रहकर सभी 64 वार्डों में कार्य करेंगे उन्हें कहा कि जो विजन डॉक्यूमेंट भाजपा द्वारा बनाया जाएगा उसमें छोटे से छोटे मुद्दों का भी ध्यान रखा जाएगा। उन्होंने बताया कि भाजपा इस चुनाव में वार्ड स्तर पर कार्य करेगी और प्रत्येक मतदाता से घर घर जाकर संपर्क साधेगी। उन्होंने कहा कि यह चुनाव आने वाले 2022 के चुनाव की दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण है। बैठक में प्रदेश महामंत्री त्रिलोक कपूर एवं सोलन नगर निगम चुनाव के प्रभारी डॉ राजीव बिंदल अपने सुझाव प्रदेश अध्यक्ष के समक्ष रखें।
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज कांगड़ा जिले की उप-तहसील नगरोटा सूरियां को तहसील में स्तरोन्नत करने की घोषणा की और ज्वाली निर्वाचन क्षेत्र में 161.58 करोड़ रुपये की लागत से लोक निर्माण विभाग और जल शक्ति विभाग की 21 विकास परियोजनाओं के शिलान्यास और लोकार्पण किए। उन्होंने लोक निर्माण विभाग मण्डल ज्वाली के अन्तर्गत तीन परियोजनाओं के लोकार्पण तथा 10 परियोजनाओं के शिलान्यास किए। उन्होंने नगरोटा सूरियां में 6.17 करोड रुपये की लागत से निर्मित राजकीय महाविद्यालय भवन और अटल आदर्श विद्यालय कोटला का लोकार्पण किया। उन्होंने 3.66 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले करोटा बनतुंगली शहीद संगत सिंह के घर तक सम्पर्क मार्ग, 5 करोड़ रुपये की लागत से राजकीय महाविद्यालय ज्वाली के भवन, 5.47 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नगरोटा सूरियां के अतिरिक्त भवन, 6.42 करोड़ रुपये की लागत से नागरिक अस्पताल ज्वाली के अतिरिक्त खंड, 7.04 करोड़ रुपये की लागत से राजोल अनुही बग्गा मार्ग, 5.55 करोड़ रुपये की लागत से हरनोटा से जिंजपुर मार्ग, 4.03 करोड़ रुपये की लागत से गिरन खड्ड नोड कुट जरपाल अपर अमलेला से अमलेला सड़क, 7.43 करोड़ रुपये की लागत से सिद्धपुरघाड़ भल्लाड़ सड़क, 2.92 करोड़ रुपये की लागत से मानव भारती स्कूल नधोली से रुपाटा तक सम्पर्क मार्ग, 4 करोड़ रुपये की लागत से ग्राम पंचायत हार की खब्बल गौ अभ्यारण्य का शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री ने जल शक्ति विभाग की विभिन्न जलापूर्ति योजनाओं की आधारशिलाएं भी रखीं। इनमें 40.77 करोड़ रुपये की लागत से ज्वाली मण्डल के अंतर्गत विभिन्न जलापूर्ति योजनाओं के संवर्धन कार्य, 29.66 करोड़ रुपये की लागत से नगरोटा सूरियां खण्ड के विभिन्न गांवों के लिए घाड़-जरोट उठाऊ जलापूर्ति योजना और अन्य बहु ग्रामीण जलापूर्ति योजना, 15.76 करोड़ रुपये की लागत से ज्वाली में शहरी पेयजल आपूर्ति योजना, 6.57 करोड़ रुपये की लागत से आंशिक रूप से कवर की गई पलौरा लुधियार आदि गांवों की बस्तियों के लिए उठाऊ पेयजल आपूर्ति योजना, 2.56 करोड़ रुपये की लागत से आंशिक रूप से कवर की गई पलानथ, मनारा और देहरी आदि गांवों की बस्तियों के लिए उठाऊ पेयजल आपूर्ति योजना और 5.89 करोड़ रुपये की लागत से सिद्धपुरघाड़ की आंशिक रूप से कवर की गई बस्तियों के लिए उठाऊ पेयजल आपूर्ति योजनाओं के शिलान्यास किए। इसके पश्चात, मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने नगरोटा सूरियां बस स्टैंड में एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए ज्वाली निर्वाचन क्षेत्र के लोगों को तीव्र गति से विकास करने के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि पूरे राज्य में चहुंमुखी विकास बिना किसी भेदभाव के किया जा रहा है। उन्होंने कोविड-19 संकट के बीच केन्द्र और राज्य सरकारों को समर्थन देने और विभिन्न प्राधिकरणों द्वारा जारी किए गए दिशा-निर्देशों का पालन करने के लिए लोगों का धन्यवाद किया। विपक्ष पर तंज कसते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष ने कोरोना संकट के दौरान प्रदेश सरकार का सहयोग के बजाय सरकार की आलोचना ही की और किसी प्रकार की सहायता नहीं की। उन्होंने राज्य में लोकसभा आम चुनाव-2019 में भाजपा को सभी सीटें देने और हाल ही में संपन्न हुए पंचायती राज संस्थाओं के चुनावों में बहुमत प्रदान करने के लिए लोगों का धन्यवाद किया। उन्होंने विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं और कार्यक्रमों जैसे जन मंच, सामाजिक सुरक्षा पेंशन मुख्यमंत्री सेवा संकल्प योजना, हिमकेयर योजना, सहारा योजना आदि के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होेंने कहा कि 65 वर्ष की आयु होने पर महिलाओं को 1000 रुपये की सामाजिक सुरक्षा पेंशन प्रदान की जा रही है, जो 70 वर्ष की उम्र में बढ़कर 1,500 रूपये हो जाएगी। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार राज्य में बिना किसी भेदभाव के आम आदमी को राहत देने में विश्वास रखती है। उन्होंने कहा कि हिम केयर के तहत मरीजों के इलाज पर 150 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि चालू वित्त वर्ष के दौरान राज्य में आवासहीन लोगों के लिए 12,000 घरों का निर्माण किया जाएगा। जय राम ठाकुर ने राजकीय उच्च पाठशाला नदोली को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला में स्तरोन्नत, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, नगरोटा सूरियां में बिस्तरों की क्षमता को बढ़ाकर 50 करने और मतलाहड़ से समलाना, सफेदा मोड से सोल्दा, हरिजन बस्ती माता घाट से सिहुनी और डबाई से न्योल सड़क के लिए 10-10 लाख रुपये की घोषणा की। उन्होंने कहा कि घाड़-जरोट पर रेल पुल के निर्माण के मामले को केन्द्रीय मंत्री पीयूष गोयल के समक्ष रखा जाएगा और सीआरएफ के तहत देहरा-ज्वाली सड़क के सुधारीकरण के लिए संभावनाएं तलाशी जाएंगी। उन्होंने कहा कि व्यावसायिक कक्षाएं सभी औपचारिकताएं पूर्ण करने के उपरांत शुरू की जाएंगी। उन्होंने बाई-पास सड़क को स्तरोन्नत करने की मांग पर विचार करने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि नगरोटा सूरियां के लिए पहले से ही पुलिस चैकी स्वीकृत कर दी गई है।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आज कांगड़ा जिले के फतेहपुर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत राजा का तालाब के लिए उप-तहसील की घोषणा की। इसकी स्थापना उपायुक्त (राहत एवं पुनर्वास) कार्यालय परिसर में की जाएगी। उन्होंने राजकीय महाविद्यालय रे के दो करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाले भवन की घोषणा की और कहा कि राजकीय महाविद्यालय देहरी को मांग के अनुसार अतिरिक्त भवन प्रदान किया जाएगा। उन्होंने रैहन स्टेडियम और पूर्व सैनिक भवन में चरण-1 के अंतर्गत खेल सुविधाएं सृजित करने के लिए प्रत्येक को 20-20 लाख रुपये की घोषणा की। उन्होंने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत घनेटी-थाथ्र सड़क और बड़ी भटरान सड़क और देनी-लराथ-समलेहट सड़क, कन्दोर-पट्टा-मुखतयाल सड़क, देनी-कुम्भ-तनहारा-हटाली सड़क, नरनु-कुखनाला-समाना, जगनौली-मलहांटा और पलाखु-छुरूडी सड़क के लिए 10-10 लाख रुपये की घोषणा की। उन्होंने कहा कि मांग के अनुसार सीआरसी मोडर्न वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला रैहन को आठ कमरे उपलब्ध करवाए जाएंगे। उन्होंने सभी औपचारिकताओं को पूरा करने के उपरान्त फतेहपुर में बस अड्डा और रियाली में अनाज मण्डी खोलने का आश्वासन दिया। उन्होंने राजकीय उच्च पाठशाला टटवाली को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला में स्तरोन्नत करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि महिला बहुतकनीकी महाविद्यालय रैहन के शैक्षणिक भवन का कार्य शीघ्र ही पूरा कर लोकार्पण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि नागरिक अस्पताल रैहन में शीघ्र ही अल्ट्रासांउड तकनिशियन की नियुक्ति की जाएगी। शिक्षा निदेशालय को भेजे गए प्रस्ताव के अनुरूप राजकीय उच्च पाठशाला फतेहपुर बदयाली और समलेट में व्यावसायिक कक्षाएं शुरू की जाएंगी। मुख्यमंत्री ने राज्य ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग के सौजन्य से हिमाचल प्रदेश खण्ड स्तरीय स्वर्ण जयंती ग्राम सम्मेलन के लोकार्पण के उपरान्त रैहन स्टेडियम में विशाल जनसभा को सम्बोधित करते हुए ये घोषणाएं कीं। जयराम ठाकुर ने कहा कि कोविड-19 महामारी के कारण प्रदेश सरकार को प्रभावी तरीके से कार्य करने और जनता की सेवा करने के लिए अभी केवल दो वर्ष प्राप्त हुए हैं क्योकि पिछला पूरा वर्ष इस महामारी से लड़ने में निकल गया। उन्होंने कोविड-19 महामारी से लड़ने और स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी किए गए दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन करने के लिए राज्य के लोगों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि कोविड महामारी के दौरान प्रदेश सरकार ने बाहरी राज्यों में फंसे 2.5 लाख विद्यार्थियों, कामगारों और अन्य लोगों को सुरक्षित उनके घर पहुंचाया। मुख्यमंत्री ने देश को जीवंत, मजबूत और पारदर्शी नेतृत्व प्रदान करने और कोविड महामारी से देश को कारगर तरीके से बाहर निकालने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह केवल प्रधानमंत्री द्वारा उठाए गए प्रभावी कदमों के कारण ही संभव हुआ है कि देश आत्मनिर्भर बन रहा है और आज देश हर दिन लगभग 6 लाख पीपीई किट बनाने में सक्षम बन पाया है। भारत आज विश्व के लगभग 60 देशों को कोरोना वैक्सीन उपलब्ध करवा रहा है। उन्होंने देश के विज्ञानियों को कोरोना वैक्सीन बनाने के लिए सहयोग देने और प्रोत्साहित करने के लिए भी प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त किया। जय राम ठाकुर ने पिछले लोकसभा चुनावों और हाल ही में संपन्न हुए पंचायती राज संस्थाओं के चुनावों में राज्य सरकार को अपना भरपूर सहयोग देने के लिए प्रदेशवायिों का धन्यवाद किया। उन्होंने लोगों से प्रदेश में चार नगर निगमों चुनावों और फतेहपुर विधानसभा के उप-चुनाव में भाजपा को सहयोग देने का आग्रह किया। उन्होंने हाल ही में पंचायती राज संस्थाओं के चुनावों में चुने गए प्रतिनिधियों को बधाई देते हुए प्रदेश के चहुमुखी विकास के लिए एकजुट होकर कार्य करने का आग्रह किया। इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने फतेहपुर उप-मण्डल में लोक निर्माण विभाग और जल शक्ति विभाग की 2927.46 लाख रुपये की नौ विकासात्मक परियोजनाओं की आधारशिलाएं रखीं और लोकार्पण किए। उन्होंने 102.69 लाख रुपये की लागत से निर्मित उठाऊ सिंचाई योजना बैली के सुधारीकरण और संवर्धन, तलारा, कुटलैहड़, बाला और सोहार आदि के लिए 194.74 लाख रुपये की लागत से निर्मित उठाऊ जलापूर्ति योजना और खवाजा खड्ड पर बदुखार रियाली बेला लुधियारचन सड़क में 512.15 लाख रुपये की लागत से निर्मित होने वाले पुल की आधारशिला रखी। मुख्यमंत्री ने जल जीवन मिशन के तहत 143.63 लाख रुपये की लागत से गोलवान, बटरान, हतस्पंद बासा उठाऊ जलापूर्ति योजना द्वारा गोलवान, बटरान, सकरी, चतेर, बासा आदि गांवों में क्रियाशील नल द्वारा जल (एफएचटीसी) प्रदान करने, मनोह सिहाल, हारा, लोहारा आदि गांवों को नल द्वारा जल (एफएचटीसी) कनेक्शन प्रदान करने के लिए 542.45 लाख रुपये की लागत से पाली, कूट, लोहारा उठाऊ जलापूर्ति योजना, जल जीवन मिशन के तहत 532.33 लाख रुपये की बरोट, होरी देवी, समलेट उठाऊ जलापूर्ति योजना के माध्यम से बरोट, सुनेत, होरी देवी, हटली, समलेट आदि गांवों को नल द्वारा जल (एफएचटीसी) कनेक्शन प्रदान करने और पट्टा-जटियां और आस-पास के गांवों को 533.84 लाख रुपये की लागत की पीएलडब्ल्यूएसएस। उन्होंने लोक निर्माण विभाग की 289.34 लाख रुपये की लागत की दो परियोजनाएं, जिसमें डडवाला वाया रैहन बाजार पुराना बस अड्डा से सकड़ी सड़क और सकड़ी खड्ड पर पुल का निर्माणा शामिल है। उन्होंने राजा-का-तालाब में 75.89 लाख रुपये की लागत से प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र भवन व आवास के निर्माण की आधारशिलाएं रखीं।
आरपी नेगी। शिमला प्रदेश के चार नगर निगमों में चुनावी बिगुल बज गया है और 7 अप्रैल काे सुबह 6 से दाेपहर 4 बजे तक वाेटिंग हाेगी। राज्य निर्वाचन आयोग ने आज यानी शनिवार की छुट्टी के दिन अधिसूचना भी जारी कर दी है। ऐसे में तीन नए नगर निगम साेलन, मंडी, पालमपुर में पहली बार और धर्मशाला में दूसरी बार चुनाव हाेना है। स्टेट इलेक्शन कमीशन की ओर से जारी नाेटिफिकेशन के मुताबिक 22, 23 और 24 मार्च काे सुबह 11 से दाेपहर 3 बजे तक नामांकन भरे जाएंगे, जबकि 25 मार्च काे सुबह 10 बजे से नामांकन पत्राें की छंटनी हाेगी। 27 मार्च काे सुबह 10 से दाेपहर 3 बजे तक नाम वापस ले सकेंगे। उसी दिन प्रत्याशियाें काे चुनाव चिन्ह वितरित किए जाएंगे। प्राप्त जानकारी के मुताबिक 22 मार्च काे पाेलिंग स्टेशन की लिस्ट जारी की जाएगी। प्राप्त जानकारी के मुताबिक चार नगर निगमों में 142 पाेलिंग स्टेशन हैं। 1 लाख 38 हजार वाेटर्स चार नगर निगम में हाेने वाले चुनाव के दाैरान 1 लाख 38 हजार 666 वाेटर्स लाेकतंत्र में भूमिक निभाएंगे। राज्य निर्वाचन आयोग से मिली जानकारी के मुताबिक नगर निगम मंडी में 32 हजार 533, नगर निगम पालमपुर में 33 हजार 333, नगर निगम धर्मशाला में 37 हजार 986 तथा नगर निगम साेलन में 34 हजार 814 मतदाता हैं। 69 हजार 69 महिला वाेटर्स चार नगर निगमों में इस बार 69 हजार 69 महिला मतदाता हैं। साेलन में 16 हजार 901 महिला और 17913 पुरूष मतदाता हैं। इसी तरह से एमसी मंडी में 16514 महिला और 16 हजार 19 पुरूष, पालमपुर में 16 हजार 703 मतदाता महिला और 16 हजार 630 पुरूष वाेटर्स हैं। जबकि नगर निगम धर्मशाला में 18 हजार 951 महिला और 19 हजार 35 पुरूष वाेटर्स हैं। सबसे अधिक मंडी में 38 पाेलिंग स्टेशन नगर निगम मंडी में सबसे अधिक 38 पाेलिंग स्टेशन हैं। जबकि साेलन में 36 और पालमपुर तथा धर्मशाला में 34-34 पाेलिंग स्टेशन हैं। जहां 7 अप्रैल काे सुबह 8 से दाेपहर 4 बजे तक वाेटिंग हाेगी और उसी दिन मतदात के तुरंत पश्चात काउंटिंग हाेगी।
हिमाचल प्रदेश आउटसोर्स कर्मचारी महासंघ हिमाचल प्रदेश के अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा पेश किये गए बजट का स्वागत किया और इस बजट को सबका साथ सबका विकास नीति पर आधारित बताया। हिमाचल प्रदेश आउटसोर्स कर्मचारी महासंघ यूनियन ने बजट स्पीच में मुख्यमंत्री द्वारा आउटसोर्स कर्मचारियों के साथ हो रहें शोषण को रोकने के लिए कदम उठाने की बात का स्वागत किया है। महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष शैलेन्द्र शर्मा ने कहा की हमें उम्मीद है कि सरकार जल्दी हि ठोस कदम उठाते हुए ओउटसोर्स कर्मचारियों की जॉब की सुरक्षा और सम्मान जनक वेतन का विशेष ध्यान रखते हुए एक ठोस नीति बनाएगी। वंही, उन्होंने ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी का बिजली विभाग के आउटसोर्स कर्मचारियों के निलंबन को रोकने के सरकार द्वारा बोर्ड को आदेश के लिए धन्यवाद किया और मजदूर वर्ग के मानदेय बढ़ोतरी के जयराम सरकार के फैसले का स्वागत करते हुए, उन्होंने हज़ारो परिवारों की ओर से मुख्यमंत्री का धन्यवाद किया। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग में काम कर रहें आउटसोर्स कर्मचारियों की वेतन बढ़ोतरी का सरकार से निवेदन कर शीघ्र हि स्थायी नीति के ऐतिहासिक फैसले के लिए समिति का गठन करने की मांग की।
आंगनबाड़ी वर्करज़ व हेल्परज़ यूनियन सम्बन्धित सीटू की राज्य कमेटी आंगनबाड़ी कर्मियों की प्री प्राइमरी में नियुक्ति व अन्य मांगों को लेकर नौ मार्च को प्रदेशव्यापी हड़ताल करेगी। इस दिन हज़ारों आंगनबाड़ी कर्मी शिमला में विधानसभा के बाहर ज़ोरदार प्रदर्शन करेंगे। हड़ताल के संदर्भ में यूनियन ने निदेशक महिला एवं बाल विकास विभाग हिमाचल प्रदेश सरकार शिमला को हड़ताल नोटिस भेज दिया है। आंगनबाड़ी कर्मियों ने केंद्र व प्रदेश सरकार को चेताया है कि अगर आंगनबाड़ी वर्करज़ को प्री प्राइमरी कक्षाओं के लिए नियुक्त करने के आदेश जारी न किये तो आंगनबाड़ी कर्मी नौ मार्च को प्रदेशव्यापी हड़ताल करके सभी आंगनबाड़ी केंद्रों को बन्द कर देंगे व इस दिन प्रदेशभर के हज़ारों आंगनबाड़ी कर्मी बजट सत्र के दौरान विधानसभा का घेराव करेंगे। उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा वर्ष 2021 के आइसीडीएस बजट में की गई 30 प्रतिशत की कटौती को आंगनबाड़ी कर्मियों के रोज़गार पर बड़ा हमला करार दिया है। उन्होंने प्रदेश सरकार द्वारा आंगनबाड़ी वर्करज़ व हैल्परज़ के वेतन में पांच सौ व तीन सौ रुपये की बढ़ोतरी को क्रूर मज़ाक करार दिया है। उन्होंने मांग की है कि आंगनबाड़ी कर्मियों को हरियाणा की तर्ज़ पर वेतन और अन्य सुविधाएं दी जाएं। उन्होंने आंगनबाड़ी कर्मियों के लिए तीन हज़ार रुपये पेंशन, दो लाख रुपये ग्रेच्युटी, मेडिकल व छुट्टियों की सुविधा लागू करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि कर्मियों की रिटायरमेंट उम्र 65 वर्ष करने, नई शिक्षा नीति 2020 को खत्म करने, मिनी आंगनबाड़ी कर्मियों को बराबर वेतन देने की मांग की है। उन्होंने आंगनबाड़ी कर्मियों को वर्ष 2013 का नेशनल रूरल हेल्थ मिशन के तहत किये गए कार्य की बकाया राशि का भुगतान तुरन्त करने की मांग की है। उन्होंने मांग की है कि प्री प्राइमरी कक्षाओं व नई शिक्षा नीति के तहत छोटे बच्चों को पढ़ाने का जिम्मा केवल आंगनबाड़ी वर्करज़ को दिया जाए क्योंकि वे काफी प्रशिक्षित कर्मी हैं। इस संदर्भ में उनकी नियमित नियुक्ति की जाए तथा इसकी एवज़ में उनका वेतन बढाया जाए।
जिला कांगड़ा एसएमसी अध्यापक संघ ने सरकार के बजट में 2555 एसएमसी अध्यापकों के साथ 500 रुपये मानदेय में वृद्धि करके भद्दा मज़ाक बताया है,जोकि बहुत ही निराशाजनक हैं। जिला कांगड़ा एसएमसी अध्यापक संघ के अधयक्ष विकास ठाकुर ने कहा कि एसएमसी अध्यापकों को सरकार से उम्मीद थी कि सरकार बजट में 2555 एसएमसी अध्यापकों के लिए पीटीए, पैट, पैरा और पंजाबी व उर्दू अध्यापकों की तर्ज पर स्थाई नीति बनाएगी। लेकिन सरकार ने 500 रुपये बढ़ा कर एसएमसी अध्यापकों के साथ मजाक किया हैं। अब इसको लेकर एसएमसी अध्यापक जल्दी राज्यस्तरीय बैठक करेंगें तथा सड़को पर उतरने से भी परहेज नही करेंगें। उन्होंने कहा कि एसएमसी अध्यापक पिछले 09 वर्षों से हिमाचल प्रदेश के विभिन्न अति दुर्गम घाटियों के स्कूलों में कम वेतन और बिना किसी अवकाश के लगातार अपनी सेवाएं दे रहें हैं। सरकार ने जब पीटीए, पैट, पैरा और पीढ़ियड बेसिस पंजाबी व उर्दू अध्यापकों को नियमित कर दिया हैं, तो सरकार एसएमसी अध्यापकों के साथ अन्याय क्यों कर रही हैं। सरकार इनकी तर्ज पर 2555 एसएमसी अध्यापकों को भी नियमित करें जिससे एसएमसी अध्यापकों का भविष्य सुरक्षित हो सके। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने जल्दी से सही निर्णय नहीं लिया, तो 2555 एसएमसी अध्यापक परिवार सहित सड़कों पर उतरेंगे।
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर हिमाचल महिला पुलिस की अलग झलक शिमला के रिज मैदान में देखने को मिलेगी। 8 मार्च अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर पूरे हिमाचल प्रदेश में ट्रैफिक और कानून व्यवस्था को महिला पुलिस नियंत्रित करेगी। इसके पीछे का मकसद महिला सशक्तिकरण और महिला पुलिस को उनकी सेवाओं के प्रति सम्मान देना है। इसके अलावा हिमाचल के स्थापना दिवस के स्वर्णिम जयंती वर्ष व अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर महिला पुलिस हिमाचल प्रदेश में अपने 50 वर्ष के सफर की झलकी लोगों को दिखाएंगे। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर रिज मैदान में महिला पुलिस परेड, बाइक स्टंट और साहसिक कर्तव्य दिखाएगी। 1973 में हिमाचल प्रदेश में केवल 3 महिलाएं थी, लेकिन अब इनकी संख्या 2300 हो गई है। डीजीपी संजय कुंडू ने बताया कि प्रदेश के स्थापना दिवस के स्वर्णिम जयंती वर्ष के मौके पर महिला पुलिस के योगदान व महिलाओं को सम्मान देने के मकसद से "women in hp police" कार्यक्रम किया जाएगा। जिसका शुभारंभ राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय करेंगे। सुमेधा द्विवेदी ने बताया कि महिला दिवस पर राजधानी शिमला में वीमेन परेड, महिला पुलिस कर्मियों द्वारा अभी तक के शौर्य को बताने वाली प्रदेशनी का आयोजन होगा। पुलिस में महिला सशक्तिकरण को लेकर कई तरह के प्रयासों को शो केस ज़रिए दिखाया जाएगा। महिला सशक्तिकरण में योगदान देेने वाले देश के बड़े अभिनेताओं और बुद्धिजीवियों के बधाई और शुभकामनाएं संदेश भी प्रदेश महिला पुलिस को मिले हैं, जिसमें हेमा मालिनी, अमीर खान, अनुपम खेर, प्रकाश झा, हंसराज हंस जैसे फिल्मी दिग्गजों ने महिला दिवस पर महिला पुलिस के इस खास कार्यक्रम के लिए संदेश के ज़रिए उत्साह वर्धन किया है।
हिमाचल प्रदेश में मौसम का मिजाज एक बार फिर बदल गया है। शिमला जिले के सिद्धपुर क्षेत्र में सुबह ताजा बर्फबारी हुई है। कुल्लू और लाहौल-स्पीति में सुबह से बादल छाए है। शनिवार रात को लाहौल के कई इलाकों में हल्की बर्फबारी हुई है। रोहतांग दर्रा में 10 सेंटीमीटर बर्फबारी दर्ज की गई। जलोड़ी दर्रा में हुई पांच सेंटीमीटर बर्फबारी से बस सेवा बंद हो गई है। हाईवे-305 से फॉर बाई फॉर वाहन ही चल रहे हैं जिससे लोगों को पैदल सफर करना पड़ा। कुल्लू व लाहौल की ऊंची चोटियों पर ताजा बर्फबारी के बाद तापमान में गिरावट आई है। तापमान लुढ़कने से लोगों को गर्मी से राहत मिली है। पिछले कई दिनों से घाटी में दिन के समय गर्मी महसूस की जा रही थी। खराब मौसम को देखते हुए प्रशासन ने लोगों को एहतियात बरतने की सलाह दी है। वहीं किसानों व बागवानों को एक बार फिर अच्छी बारिश की उम्मीद जगी है।
शिमला। प्रदेश के तीन नए नगर निगमों के विकास के लिए राज्य सरकार ने पहले चरण में 886.87 लाख रुपए बजट का प्रावधान किया है। कांग्रेस विधायक अशीष बुटेल द्वारा पूछे गए एक लिखित सवाल के लिखित जवाब में शहरी विकास मंत्री ने यह जानकारी दी है। मंत्री सुरेश भारद्वाज द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक पालमपुर नगर निगम के लिए 2 कराेड़ 76 लाख 68 हजार 488, साेलन के लिए 2 करेाड़ 85 लाख 81 हजार 779 और नगर निगम मंडी के लिए 3 कराेड़ 24 लाख 36 हजार 594 रूपए की धनराशि स्वीकृत की गई है। आने वाले दिनों में इन नगर निगमों के विकास के लिए राज्य सरकार और अधिक बजट का प्रावधान भी करेगी।
कृषि विश्वविद्यालय के डीजीसी नेगी पशु चिकित्सा व पशु विज्ञान महाविद्यालय के क्लिनिकल कॉम्प्लेक्स को उत्कृष्टता का केंद्र बनाया जाएगा। कृषि विश्वविद्यालय में आज यहां मीडिया कर्मियों से बातचीत करते हुए कुलपति प्रो.हरीन्द्र कुमार चैधरी ने कहा कि डा.जी.सी. नेगी पशु चिकित्साव पशु विज्ञान महाविद्यालय में सुपर पशु चिकित्सा मल्टीस्पेशलिटी कॉम्प्लेक्स राज्य भर से बीमार पशुओं को विशेष और विशिष्ट मल्टीस्पेशलिटी सुविधाएं व नैदानिक सेवाएं प्रदान करने के लिए जाना जाता है। तकनीकी व अन्य सुविधाओं को और अधिक बढ़ाकर इसे उत्कृष्टता केंद्र बनाने के लिए प्रयास शुरू किए गए हैं। प्रो.चैधरी ने उन वैज्ञानिकों और छात्रों की सराहना की जो पशु प्रजनन, पशु चिकित्सा और पशु चिकित्सा सर्जरी के क्षेत्रों में किसानों को सेवाएं प्रदान कर रहे है। कोविड-19 महामारी के दौरान भी निर्बाध रूप से नैदानिक सेवाएं यहां प्रदान की गईं। उन्होंने कहा कि एक त्वरित उपचार सामान्यतः कॉलेज के क्लिनिक में प्रभावी डायग्नोस्टिक प्रयोगशाला सेवाओं से पहले कर दिया जाता है। इसके उपरान्त पशु चिकित्सा सूक्ष्म जीव विज्ञान, पशुचिकित्सा परजीवी विज्ञान और पशु चिकित्सा पैथोलॉजी विभाग द्वारा डायग्नोस्टिक सेवाएं दी जाती है प्रो.चैधरी ने बताया कि शीघ्र ही डाजीसी नेगी पशु चिकित्सा व पशु विज्ञान महाविद्यालय में रियायती दरों पर दवाएं उपलब्ध कराने के लिए एक बाहय पशु चिकित्सा केंद्र स्थापित किया जाएगा। किसानों को इलाज के लिए उनके पशुओं को यहां लाने के लिए भी कुछ सुविधाएं भी प्रदान की जाएंगी इस अवसर पर डीन डा. मनदीप शर्मा ने जानकारी दी कि बीवीएससी के तीसरे व चैथे वर्ष के स्नातक छात्र यहां क्लिीकल अभ्यास करते हैं। उन्होंने बताया कि वित्तीय वर्ष 2020-21 के दौरान विभिन्न डायग्नोस्टिक विभागों द्वारा छोटे और बड़े जानवरों के कुल 8500 मामलों का इलाज किया गया। इन विभागों की डायग्नोस्टिक प्रयोगशालाओं में विभिन्न बीमारियों की पहचान के लिए लगभग 6000 डायग्नोस्टिक सैंपल लिए गए। विभिन्न रोगों के लिए 1000 से अधिक जानवरों का विशेषीकृत इलाज किया गया। वेटरनरी क्लिनिकल कॉम्प्लेक्स के विभागाध्यक्ष डा. पंकज सूद ने बताया कि यहां राज्य सरकार के पशुपालन विभाग और राज्य भर के किसानों से पशु चिकित्सकों के लिए नियमित रूप से प्रत्यक्ष डायग्नोस्टिक सेवाएं भी प्रदान की जाती हैं।
राज्य स्तरीय होली महोत्सव पालमपुर के आयोजन को लेकर महोत्सव समिति के अध्यक्ष एसडीएम पालपुर धर्मेश रामोत्रा की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में राजसभा सांसद इंदु गोस्वामी विशेष रूप से उपस्थित रही। बैठक में कोविड -19 में होली महोत्सव के आयोजन को लेकर विस्तारपूर्वक चर्चा की गई और महोत्सव समिति के सरकारी और गैरसरकारी सदस्यों ने अपने सुझाव दिये। राज्यसभा सांसद इंदु गोस्वामी ने कहा कि मेले और त्यौहार हमारी समृद्ध संस्कृति तथा परंपराओं का हिसा हैं। पालमपुर होली हमारी आस्था से जुड़ा पर्व है और हजारों लोगों की जनभावनाये इससे जुड़ी हुई हैं। उन्होंने कहा कि कोविड संक्रमण में होली महोत्सव का आयोजन में पूरी सावधानी से हो इसे सुनिश्चित किया जाये। उन्होंने महोत्सव समिति को आदेश दिये कि महोत्सव का आयोजन में सरकार द्वारा निर्धारित कोविड की सभी एसओपी की अनुपालना के साथ गरिमापूर्ण तरीके से लोगों की जनभावनाओं के अनुरुप किया जाए। उन्होंने प्रशासन को महोत्सव आयोजन स्थल पर बिना मास्क प्रवेश प्रतिबंधित करने, लोगों के हाथ सैनिटाइज करने के आदेश दिए। महोत्सव समिति के अध्यक्ष एवं एसडीएम पालमपुर, धर्मेश रामोत्रा ने बताया कि होली महोत्सव का आयोजन भव्य लेकिन छोटे स्तर पर गरिमापूर्ण तरीके से किया जाएगा। उन्होंने कहा कि महोत्सव समिति के सुझाव और कोविड महामारी के चलते मोहत्सव के आयोजन में कुछ कार्यक्रमों में कटौती की गई है। उन्होंने कहा कि खेलों में केवल स्थानीय टीमों को ही बुलाया जायेगा, महिलाओं के लिए मनोरंजक खेलों का आयोजन किया जायेगा। मेले में छोटे बच्चों के झूले इत्यादि नहीं होंगे ना ही दंगल का आयोजन। मेला मैदान में भी इस बार डोम नहीं लगेगी केवल स्टाल होंगे और उनकी संख्या में भी कटौती की गई है। मेले में केवल कुछ ही विभागों की प्रदर्शनी लगाई जाएगी। उन्होंने बताया कि राज्य स्तरीय होली महोत्सव का आयोजन 26 से 29 मार्च तक शहीद कैप्टन विक्रम बतरा मैदान पालमपुर में किया जायेगा। उहोली मेले में केवल एक ही सांस्कृतिक संध्या का आयोजन 29 मार्च को किया जायेगा। इसमें स्थानीय और हिमाचली कलाकारों को मौका दिया जायेगा। सभी झांकी कमेटियों से भी कोविड संक्रमण को देखते हुए चारों दिन एक एक झांकी ही निकालने का निवेदन किया गया है। बैठक में अतिरिक्त महाधिवक्ता हिमांशु मिश्रा, प्रदेश पर्यटन प्रकोष्ठ के संयोजक विनय शर्मा, भाजपा पालमपुर मंडल के अध्यक्ष अभिमन्यु भट्ट, संजीव सोनी, सुरेंद्र ठाकुर, आयुक्त नगर निगम पंकज शर्मा , डीएसपी पालमपुर अमित शर्मा, तहसीलदार पालमपुर वेद प्रकाश अग्निहोत्री सहित महोत्सव समिति के सरकारी एवं गैर सरकारी सदस्य उपस्थित रहे।
राज्य बिजली बोर्ड का प्रबंध निदेशक अब कौन होगा इसे लेकर सरगर्मियां तेज हो चुकी है। बोर्ड में वर्तमान एमडी का कार्यकाल 6 मार्च को समाप्त हो जाएगा। अब देखना यह होगा की एमडी के पद पर कोई नया अधिकारी आएगा या फिर वर्तमान एमडी को ही सेवा विस्तार दिया जाएगा। इसी मामले को लेकर पावर इंजीनीर्स ने आपत्ति जताई है। पावर इंजीनीर्स व अन्य एसोसिएशन नहीं चाहती कि इस पद पर अब किसी को भी सेवाविस्तार मिले। बता दें कि इससे पहले पूर्व सरकारे सेवाविस्तार देती रही हैं, जिससे पावर इंजीनियरों को नुकसान हुआ है। वरिष्ठता के आधार पर सौंपा जाए एमडी का पद पावर इंजीनीर्स , नॉन डिप्लोमा एसोसिएशन, आईटीआई डिप्लोमा संघ , कनिष्ट अभियंता संघ का कहना है कि वरिष्ठता के आधार पर ही बोर्ड में एमडी का पद सौंपा जाए जिससे निचले स्तर पर भी प्रमोशन चैनल चलता रहे। हालाँकि राज्य सरकार ने वरिष्ठता की तर्ज दी है, लेकिन फिर भी जुगाड़तंत्र से कुछ लोग अपनी इच्छाओं को बरकरार रखना चाहते हैं। उधर हिमाचल प्रदेश स्टील उद्योग एसोसिएशन ने भी प्रदेश विद्युत बोर्ड में सेवानिवृत्त कर्मचारियों के विस्तार देने का विरोध किया है। एसोसिएशन द्वारा मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को लिखे पत्र में स्टील उद्योग संघ ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि हिमाचल प्रदेश में विद्युत बिजली बोर्ड में अपनी सेवाएं दे चुके कर्मचारियों को दोबारा सेवाएं पर रखना युवा बेरोजगार के खिलाफ एक खिलवाड़ है। उन्होंने बताया जहां एक तरफ तो देश में बेरोजगारी बढ़ती जा रही है दूसरी तरफ विद्युत बोर्ड लगातार सेवानिवृत्त कर्मचारियों को सीमा विस्तार देकर युवाओं के साथ धोखा कर रहा है। संघ ने बताया कि पुराने कर्मचारियों को सेवा विस्तार देने से भ्रष्टाचार के मामले बढ़ने की संभावना भी सबसे अधिक रहती हैं। विभिन्न एसोसिएशन ने कहा है कि यदि इस पद पर वर्तमान प्रबंध निदेशक को ही सेवाविस्तार दिया गया तो सरकार को विरोध का सामना करना पड़ेगा। वहीँ विभिन्न संघों का कहना है की यदि सरकार इस बार प्रबंध निदेशक को विस्तार देती है तो इसका खामियाजा सरकार को आने वाले विधानसभा चुनाव में भुगतना पड़ेगा।
भाजपा प्रदेश महामंत्री एवं विधायक राकेश जमवाल ने विधानसभा सत्र में हुई अप्रिय करार देते हुए कहा कि जिस प्रकार से कांग्रेस नेताओं द्वारा हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल के साथ विधानसभा सत्र के प्रथम दिन दुर्व्यवहार किया गया, उससे हिमाचल शर्मसार हुआ है। विधानसभा के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ जब राज्यपाल के साथ ऐसा व्यवहार किया गया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेताओं ने धक्का-मुक्की कर पुलिसकर्मियों, राज्यपाल की एडीसी और नेताओं का अपमान किया, इनके किए गए कृतज्ञ चल चित्रों के माध्यम से सामने आए हैं। उन्होंने कहा की कांग्रेस के नेता पूरे प्रदेश में प्रेस वार्ता एवं धरना प्रदर्शन कर अपनी गलती को छुपाने की कोशिश कर रहे हैं। आज कांग्रेस का असली चेहरा एक बार फिर जनता के सामने सार्वजनिक हो गया है। जिस प्रकार से उन्होंने गुंडागर्दी विधानसभा के अंदर दिखाने की कोशिश की है, वह सोच से भी परे एवं निन्दनीय है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के अंदर वर्चस्व की लड़ाई चल रही है। केवल यही एक कारण है कि इनका अंतर्द्वंद जनता के सामने विभिन्न रूपों में बाहर निकल कर आता है। आज भी प्रत्येक नेता अपना वर्चस्व बनाने के लिए इस प्रकरण पर राजनीति कर रहे हैं। कांग्रेस पार्टी बौखलाई हुई है, उनको पता लग गया है कि जनता ने उनको नकार दिया है। कांग्रेस पार्टी हिमाचल में ही नहीं पूरे देश भर में अपना धरातल पर स्थान खोती चली जा रही है बड़ी जल्दी कांग्रेसी एक क्षेत्रीय दल से भी नीचे की पार्टी बन जाएगी। उन्होंने कहा भाजपा का मानना है कि इस गलती के लिए जो एफ आई आर दर्ज हुई है, वह पूरी तरह से ठीक है। जिस प्रकार से इस कृतिज्ञ पर नेताओं पर कार्रवाई होगी और हो रही है वह भी बिल्कुल उचित ह। ऐसा प्रकरण फिर ना हो इसके लिए प्रदेश सरकार को कड़े से कड़े निर्णय लेने चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के समस्त नेताओं को सार्वजनिक माफी मांगनी चाहिए और प्रण लेना चाहिए कि ऐसा प्रकरण इतिहास में फिर ना हो।
हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के गांव घरोह निवासी प्रभात ठाकुर ने बेहतरीन आविष्कार किया है। उन्होंने बिना रिमोट के उड़ने वाला पहला स्वदेशी ड्रोन बनाया है। यह ड्रोन गूगल मैप की मदद से जगह को तलाश कर वहां दवाइयां और जरूरी सामान पहुंचाएगा। प्रभात ठाकुर ने 100 फीसदी आटोमेटिक फीचर वाला स्वदेशी ड्रोन तैयार किया है। यह ड्रोन पूरी तरह से ऑटोमेटिक है। यह पहाड़ी राज्यों के दुर्गम क्षेत्रों में भी दवाइयां और सामान पहुंचाने में काफी मददगार होगा। इसकी खास बात यह है कि अगर बीच रास्ते में ड्रोन की बैटरी खत्म हो जाए या सिग्नल टूट जाए तो जहां से उड़ान भरी थी, वहां यह खुद सुरक्षित पहुंच जाएगा। कोर इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र के विशेषज्ञ प्रभात ठाकुर का यह स्वदेशी ड्रोन केंद्र सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय की स्वदेशी माइक्रो प्रोसेसर चैलेंज प्रतियोगिता में शामिल हुआ था। प्रभात ठाकुर ने बताया कि प्रतियोगिता के पहले चरण में देश की करीब 6000 कंपनियों ने हिस्सा लिया था। अगली प्रतियोगिता टॉप 25 के लिए है। टॉप 100 में पहुंचने पर केंद्र सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने उन्हें एक लाख रुपये की राशि बतौर इनाम दी। इस राशि का इस्तेमाल प्रभात टॉप 25 के लिए प्रोजेक्ट पर काम करने में खर्च करेंगे। प्रभात 3 वर्षों से इस ड्रोन पर मेहनत कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज जिला मण्डी में लाल बहादुर शास्त्री चिकित्सा महाविद्यालय नेरचैक को 7 करोड़ रुपये की लागत की 128 स्लाईस सिटी स्कैन और 1.20 करोड़ रुपये की लागत की सीलिंग माउटिड एक्स-रे मशीन समर्पित की। इस अवसर पर विद्यार्थिओं और कर्मचारियों को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सिटी स्कैन मशीन, पूरे क्षेत्र में सबसे आधुनिक मशीन है। उन्होंने कहा कि यह मशीन प्रदेश के मण्डी, कुल्लू, लाहौल-स्पीति, बिलासपुर, हमीरपुर और चम्बा जिलों में लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने में अह्म भूमिका निभाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस चिकित्सा महाविद्यालय ने कोविड-19 महामारी के दौरान सराहनीय सेवाएं प्रदान की है। यह महाविद्यालय लोगों को बेहतरीन स्वास्थ्य सेवा सुविधाएं प्रदान करने में भी इस क्षेत्र का उत्कृष्ठ महाविद्यालय बन कर उभरा है। प्रदेश और केन्द्र सरकार के सहयोग से केंसर देखभाल केन्द्र स्थापित करने के लिए 45 करोड़ रुपये की परियोजना प्रदान करने का कार्य प्रगति पर है। उन्होंने कहा कि इससे क्षेत्र के लोगों को बेहतर केंसर देखभाल सुविधाएं सुनिश्चित होगी। जय राम ठाकुर ने कहा कि लाल बहादुर शास्त्री चिकित्सा संस्थान में 6.10 करोड़ रुपये की लागत से कोविड-19 मेक शिफ्ट अस्पताल स्थापित किया गया है। उन्होंने कहा कि महामारी समाप्त होने उपरान्त सरकार ने इस मेक शिफ्ट अस्पताल का प्रभावी उपयोग सुनिश्चित करने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री ने महाविद्यालय के दंत चिकित्सा विभाग को 94 लाख रुपये की लागत की टीएमटी, ईएचसीओ, ब्रोन्कोस्कोप चिकित्सा उपकरण और 37 लाख रुपये की लागत की सीबीसीटी तथा एक्स-रे मशीन समर्पित की।
राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नडडा, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, पूर्व मुख्यमंत्री प्रो0 प्रेम कुमार धूमल, पूर्व मुख्यमंत्री शान्ता कुमार, प्रदेश प्रभारी अविनाश राय खन्ना, सह प्रभारी संजय टंडन, केन्द्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद सुरेश कश्यप, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ0 राजीव बिन्दल, सतपाल सिंह सत्ती, प्रदेश महामंत्री संगठन पवन राणा, सांसद किशन कपूर, रामस्वरूप शर्मा, इंदू गोस्वामी, प्रदेश महामंत्री त्रिलोक जम्वाल, त्रिलोक कपूर, राकेश जम्वाल, प्रदेश प्रवक्ता प्रो0 राम कुमार, प्रदेश सह मीडिया प्रभारी सुमित शर्मा सहित सभी पदाधिकारीगण, सभी मंत्रीगण, विधायकगण ने हरोली मण्डल अध्यक्ष रविन्द्र जसवाल के निधन पर गहरा दुःख प्रकट किया है। वे 60 वर्ष के थे तथा पिछले कुछ दिनों से बीमार थे। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि रविन्द्र जसवाल पार्टी के निष्ठावान कार्यकर्ता थे। पार्टी उनके योगदान को सदैव याद रखेगी। उन्होनें कहा कि रविन्द्र जसवाल के निधन से पार्टी को बहुत बड़ी क्षति हुई है जिसकी भरपाई निकट भविष्य करना कठिन होगा। उन्होनें रविन्द्र जसवाल के परिवारजनों के प्रति अपनी गहरी संवदेनाएं व्यक्त की और कहा कि इस दुख की घड़ी में पार्टी उनके साथ खड़ी है। भाजपा नेताओं ने दिवंगत आत्मा को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए ईश्वर से प्रार्थना की है कि उनकी आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दे व परिवार को इस दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें।
बढ़ती आबादी, शहरीकरण और अनेक विकासात्मक कार्योंं के कारण हमारे प्राकृतिक संसाधनों पर दबाव बढ़ता जा रहा है। वन, जो कि एक महत्वपूर्ण प्राकृतिक संसाधन है वह भी इस बढ़ते दबाव से अछूते नहीं है। वास्तव में विकासात्मक कार्यों का सबसे अधिक प्रभाव वनों पर ही पड़ा है। हिमाचल प्रदेश का कुल वन क्षेत्र 37,948 वर्ग कि.मी. है। इस कुल वन क्षेत्र के 15,433.52 वर्ग कि.मी.पर ही हरित वन आवरण है। प्रदेश का लगभग 16,376 वर्ग कि.मी. वन क्षेत्र वृक्ष रेखा अथवा ट्री-लाईन से ऊपर है, जो हमेशा बर्फ से ढका रहता है। हिमाचल प्रदेश वन विभाग का उदेश्य प्रदेश के प्राकृतिक संसाधनों का भावी पीढ़ियों के लिए प्रभावी प्रबन्धन तथा वनों और वन्य जीवों के संरक्षण के साथ-साथ वनों पर निर्भर समुदायों की प्रतिदिन की आवश्यकताओं जैसे चारा, बालन, ईमारती लकड़ी, औषधीय पौधों आदि की पूर्ति व आजीविका के साधन उपलब्ध करवाना है। इसके अतिरिक्त वन विभाग का लक्ष्य वर्ष 2030 तक प्रदेश के हरित वन आवरण को 30 प्रतिशत तक बढ़ाना है। अपने इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए वन विभाग को प्रदेश के प्रत्येक वर्ग के सहयोग की आवश्यकता है। प्रदेश की जनता को वनों के महत्व, उनका संरक्षण और विकास के बारे में जानकारी होना आवश्यक है। वनों के संरक्षण में समाज के प्रत्येक वर्ग की भागीदारी सुनिश्चित करने तथा लोगों व वनों के बीच के पारम्परिक बन्धन को मजबूत करने के लिए वन विभाग प्रयासरत है। विभाग द्वारा अनेक योजनाएं चलाई जा रही हैं, जिनके माध्यम से लोगों को वन गतिविधियों से जोड़ा जा रहा है। प्रदेश सरकार द्वारा वन विभाग के माध्यम से इस दिशा में विद्यार्थी वन मित्र योजना चलाई जा रही है, जिसका उदेश्य स्कूली छात्रों में वनों और पर्यावरण के महत्व को समझाना है। पौधरोपण और पौधों की सुरक्षा के प्रति जागरूक करके उन्हें वनों के संरक्षण के प्रति संवेदनशील बनाना है। इस योजना से न केवल भाग लेने वाले विद्यार्थी वन एवं पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक होंगे अपितु इस संदेश को फैलाने के लिए भी एक महत्वपूर्ण कड़ी साबित होंगे। विद्यार्थी वन मित्र योजना के अन्तर्गत वर्ष 2018-19 में 228 स्कूलों के माध्यम से 164.30 हेक्टेयर क्षेत्र में 1,66,830 पौधे रोपे गए तथा वर्ष 2019-20 में 146 स्कूलों के माध्यम से 131.5 हेक्टेयर क्षेत्र में 86,702 पौधे रोपित किए गए है। वर्ष 2020-21 में 114 नए विद्यालयों के माध्यम से 106 हेक्टेयर क्षेत्र में 90,500 पौधे लगाए गए है। इस योजना के अन्तर्गत ऐसे स्कूलों को लाया जा रहा है जिनमें ईको क्लब गठित है और जिनके आस-पास बंजर वन भूमि उपलब्ध हो। जहां पर स्कूली बच्चें स्थानीय पौधों की प्रजातियां रोपित करके स्वयं इन पौधों की देखभाल कर सकें। योजना के तहत विद्यार्थियों में हरित प्रदेश की भावना जगाने का भी प्रयास किया जा रहा है। विद्यार्थी वन मित्र योजना में पौधरोपण के लिए भूमि चयन से लेकर पौधे रोपित करने तक के कार्यों में स्कूल प्रशासन व विद्यार्थियों की भूमिका अहम रहती है। पौधरोपण की सूक्ष्म योजना भी स्कूल प्रशासन द्वारा ही तैयार की जाती है, जिसकी स्वीकृति स्थानीय वन मण्डल अधिकारी द्वारा दी जाती है। वन विभाग योजना को तैयार करने और पौधरोपण करने के लिए केवल आवश्यक तकनीकी जानकारी उपलब्ध करवाता है। पौधरोपण क्षेत्र की फेन्सिंग, खरपतवार हटाना, पौधे को पानी देना आदि के अतिरक्त यदि कोई पौधा सूख जाए तो उसके स्थान पर दूसरा पौधा लगाने का कार्य भी विद्यार्थियों द्वारा ही किया जाता है। जिससे विद्यार्थी भावनात्मक रूप से उनके द्वारा लगाए गए पौधों से जुड़ जाते हैं। योजना के माध्यम से जहां एक ओर वन विभाग को अपने हरित आवरण को बढ़ाने के लक्ष्य में मदद मिल रही है, वहीं दूसरी ओर विद्यार्थियों को भी वृक्षों की जानकारी मिल रही है। विद्यार्थी वनों के महत्व को समझ रहे हैं और पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक होने के साथ-साथ वे अन्य लोगों को भी वन एवं पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रेरित कर रहे हैं।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ हिमाचल प्रदेश के प्रांत संघचालक वीर सिंह रागड़ा ने श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र को अपनी ओर से एक लाख एक रूपए की निधि का समपर्ण की। उन्होंने कहा कि श्रीराम जन्मभूमि पर मंदिर का निर्माण समस्त हिन्दुओं के लिए सौभाग्य का अवसर है। 500 वर्षा के अभूतपूर्व संघर्ष के बाद आज हिन्दू समाज को ये दिन देखने का अवसर मिला है। वर्तमान पीढ़ी के लिए ये बड़ी सौभाग्य की बात है कि मंदिर निर्माण का अवसर उनके जीवन में आया है। युग-युगांतरों तक इसका स्मरण किया जाएगा, जिसके लिए 5 लाख से अधिक हिन्दुओं ने जीवन का बलिदान दिया है। उन्होंने कहा कि श्रीराम समस्त हिन्दू समाज के आराध्य हैं और निधि समर्पण अभियान श्रीराम को उनके घर यानि मंदिर में स्थापित करेगा, जिसमें समस्त हिन्दू समाज का योगदान मिल रहा है। उधर राष्ट्र सेविका समिति हिमाचल प्रांत की संचालिका राजकुमारी सूद ने भी श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण निधि समर्पण अभियान समिति के माध्यम से श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र को मंदिर निर्माण हेतु अपने परिवार की ओर से 51 हजार रूपए की राशि का चेक भेंट किया। उनका जीवन भी अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन से जुड़ा रहा है। अपने जीवनकाल में अपने आराध्य प्रभु श्रीराम का मंदिर बनना साकार होता देख रही है, जिसके लिए वे काफी भाव विभूर है। इस अवसर पर अभियान समिति के सदस्य और विहिप प्रांत संगठन मंत्री नीरज दौनेरिया, अभियान प्रचार प्रमुख महीधर प्रसाद व समिति के अन्य सदस्य उपस्थित रहे।
आने वाले बज़ट सत्र 2020-21 के मददे नज़र हिमाचल प्रदेश आउटसोर्स कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष शैलेन्द्र कुमार ने जिला कांगडा के रैहन मुख्यमन्त्री जयराम ठाकुर से मिले। उन्होंने जयराम ठाकुर को आउटसोर्स कर्मचारियों की मांगों को लेकर एक ज्ञापन सौंपा। शैलेन्द्र कुमार ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में लगभग पिछले 10-15 साल से विभिन्न सरकारी विभागों, निगमों, बोर्डों, योजनाओं एवं कार्यालयों में आउटसोर्स आधार पर हजारों कर्मचारी अपनी सेवांए दे रहे है। ये कर्मचारी सरकार के दूसरे नियमित कार्यक्रमों के साथ बराबर काम करने के साथ-2 दिए गए पद के सभी कार्य सँभालते है। परन्तु बात जब वेतन एवं सुविधाओं की आती है तो हमेशा से ही हम लोगों के साथ सौतेला व्यवहार किया जाता है। इस समय अधिकतर कर्मचारियों का वेतन न्यूनतम वेतन दर से भी कम है। आउटसोर्स कर्मचारी महासंघ ने सभी कर्मचारियों, उनके परिवारों तथा हिमाचल को युवाओं के हित को देखते हुए मांग की है कि आउटसोर्स प्रथा को बंद किया जाये जिससे कोई भी युवा अपनी जिंदगी के महत्वपूर्ण साल नाम मात्र के वेतन के लिए खर्च न कर दे। उन्होंने मांग की है कि जो कर्मचारी इस समय विभाग में है उन्हें वरियता के आधार पर या आने वाली भर्तियों में कोट के माध्यम से विभाग में लिया जाए। अन्य मांगों में समय पर वेतन, नौकरी की सुरक्षा, समान काम समान वेतन इत्यादि शामिल है। जयराम ठाकुर जी ने ज्ञापन को कनसीडर करते हुए इस पर विचार करने का आश्वासन दिया। महासंघ के हारों कर्मचारियों ने उम्मीद जताई है कि आने वाले बजट सत्र में मुख्यमंत्री इन मांगों को पुरा करके सभी कर्मचारियों एवं उनकेपरिवारों के लिए एक उम्मीद की किरण बनकर सामने आएँगे।
हिमाचल प्रदेश के चार नगर निगम में चुनावों की तैयारी शुरू, मार्च के पहले सप्ताह में बजेगा चुनावी डंका
हिमाचल प्रदेश के चार नगर निगमों के चुनाव मार्च के पहले सप्ताह घोषित होंगे। धर्मशाला नगर निगम के चुनाव 9 अप्रैल से पहले कराए जाने हैं। ऐसे में तीन नए नगर निगमों मंडी, पालमपुर और सोलन में भी साथ चुनाव कराने की तैयारी शुरू हो गई है। इन निगमों की मतदाता सूचियों का अंतिम प्रकाशन 26 फरवरी से पहले होना है। चारों निगमों में चुनाव से पहले मतदाता सूचियों में नाम दर्ज कराने का अंतिम मौका दिया गया है। नए वोटर पचास रुपये शुल्क देकर 26 फरवरी तक नाम दर्ज करा सकेंगे। राज्य चुनाव आयोग ने निशुल्क नाम दर्ज कराने का समय 16 फरवरी तक रखा था। धर्मशाला, सोलन, मंडी और पालमपुर नगर निगम के चुनाव से पहले राज्य चुनाव आयोग ने मतदाता सूचियों का अंतिम प्रकाशन की तैयारी शुरू कर दी है। राज्य चुनाव अधिकारी संजीव महाजन ने बताया कि नगर निगमों के चुनाव घोषित होने से पहले मतदाता सूचियों का अंतिम प्रकाशन करने की तारीख 26 फरवरी निर्धारित की है। धर्मशाला, सोलन, मंडी और पालमपुर नगर निगम के चुनाव के लिए डेढ़ सौ इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन का इस्तेमाल किया जाएगा। निर्वाचन आयोग ने इन ईवीएम की व्यवस्था कर ली है। राज्य चुनाव आयोग के अनुसार इन चारों नगर निगमों के लिए 75 मतदान केंद्र स्थापित होंगे। प्रत्येक मतदान केंद्र में एक-एक ईवीएम लगेगी। इसके अलावा इतनी ही ईवीएम अतिरिक्त रखी जाएंगी।
हिमाचल प्रदेश के आयकरदाताओं को राशन डिपो में 117 रुपये लीटर खाद्य तेल, 39 रुपये किलो चीनी और 15 रुपये किलो नमक मिलेगा। खाद्य आपूर्ति विभाग ने आयकर देने वालों का राशन कोटा संबंधित क्षेत्रों के डिपो में भेज दिया है। जिन आयकरदाताओं के कार्ड बंद किए गए थे, उन कार्डों को भी खोला जा रहा है। आयकर देने वालों को राशन गरीबी रेखा से ऊपर उपभोक्ताओं से महंगा मिलेगा, लेकिन बाजार रेट के हिसाब से यह 10 से 20 रुपये तक सस्ता है। आटा और चावल केंद्र सरकार उपलब्ध कराती है। ऐसे में यह राशन आयकर दाताओं और एपीएल को एक ही रेट पर दिया जाता है। दालें, तेल, चीनी और नमक प्रदेश सरकार खुद उपभोक्ताओं को सब्सिडी पर उपलब्ध कराती है। यह राशन आयकर दाताओं को बंद किया गया था। अब सरकार ने इन उपभोक्ताओं को बिना सब्सिडी बाजार से कम रेट पर राशन देने का फैसला किया है। खाद्य आपूर्ति मंत्री राजेंद्र गर्ग ने बताया कि आयकरदाताओं का राशन डिपो में भेज दिया है। यह बाजार मूल्य की अपेक्षा काफी सस्ता है। हिमाचल में पौने तीन लाख के करीब आयकरदाता हैं।
कांगड़ा के 12 वीं कक्षा के छात्र शान फुलझेले ने हिमाचल प्रदेश के सार्वजनिक पुनर्वास केंद्रों की सेवाओं और बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर को आज धर्मशाला में मुख्यमंत्री राहत कोष हेतु 1.71 लाख रुपये का चेक भेंट किया। मुख्यमंत्री ने शान फुलझेले की सराहना करते हुए कहा कि उनका यह कदम जरूरतमंदों की मदद करने के लिए दूसरों को प्रेरित करने वाला है। शान एडवेंचर स्पोर्ट्स के शौकीन हैं, उन्हें 16 साल की उम्र में इंटरनेशनल पैराग्लाइडिंग लाइसेंस प्राप्त हुआ है और वे स्टेट लेवल वाल क्लाइंबर हैं। उन्होंने ‘ड्रग कल्चर’ को समाप्त कर ‘एडवेंचर स्पोर्ट्स कल्चर’ को बढ़ाने की संकल्पना की है। शान ने यह फंड किटो प्लेटफार्म और 2020 की गर्मियों के दौरान एलइएपीपी कार्यक्रम की अगुवाई कर 7-8 देशों के दानकर्ताओं से अंशदान के रूप में प्राप्त किया है। शान फुलझेले के पिता डीआईजी एवं पुलिस प्रशिक्षण केन्द्र डरोह के प्रधानाचार्य अतुल फुलझेले भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
भाजपा के प्रदेश सह प्रभारी संजय टंडन ने भाजपा कार्यसमिति को संबोधित करते हुए सोशल मीडिया के सत्र लेते हुए कहा कि सोशल मीडिया आज के समय की सबसे बड़ी मांग है, कोई भी नेता अगर राजनीति करना चाहता है तो उसको सोशल मीडिया पर पूर्ण रूप से सक्रिय होना पड़ेगा। संजय टंडन ने भाजपा कार्यसमिति के सदस्यों को सोशल मीडिया की जानकारी देते हुए कहा कि सोशल मीडिया सभी के लिए नए रास्ते खोलता है और आने वाले 2022 के चुनावों के लिए सोशल मीडिया का मिशन रिपीट में बहुत महत्वपूर्ण रोल रहने वाला है। उन्होंने कहा कि सभी भाजपा नेता गण अपना फेसबुक, टि्वटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर खाता जल्द खोलेंगे। भाजपा के प्रभारी ने विधायकों, 2017 के प्रत्याशी, मंत्रिमंडल भाजपा प्रदेश पदाधिकारी को उनके सोशल मीडिया के बारे में जागरूक किया व अवगत करवाया और उनको बताया कि उनमें कैसे अच्छे कार्य हो सकते हैं, फॉलोवर कैसे बड़ा सकते है। उन्होंने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सोशल मीडिया के बारे में सभी प्रदेश पदाधिकारियों को विस्तृत रूप से बताया और नमो ऐप का भी उपयोग बताया। उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप भी सोशल मीडिया पर अच्छा कार्य कर रहे हैं उन्होंने कहा कि समय-समय पर सोशल मीडिया की समीक्षा बैठकें प्रदेश में होती रहेगी।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने हिमाचल प्रदेश के छह जिलों में 21 से 23 फरवरी तक येलो अलर्ट जारी किया है। हिमाचल प्रदेश मेँ शिमला, सोलन, सिरमौर, मंडी, कुल्लू और चंबा में अंधड़ और बारिश की चेतावनी के साथ येलो अलर्ट जारी किया गया है। मैदानी क्षेत्रों में 24 और 25 फरवरी को मौसम साफ रहेगा। उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में 21 से 25 फरवरी तक बर्फबारी का पूर्वानुमान है। 23 फरवरी को पूरे प्रदेश में अंधड़, बारिश और बर्फबारी की संभावना जताई गई है। ऊना में अधिकतम तापमान 27.4, बिलासपुर में 26.0, हमीरपुर में 25.8, सुंदरनगर में 24.2, कांगड़ा-मंडी में 24.1, भुंतर में 23.2, नाहन में 23.0, सोलन-चंबा में 22.8, धर्मशाला में 18.4, मनाली में 16.0, शिमला में 15.8, कल्पा में 12.5, डलहौजी में 9.9 और केलांग में 4.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। केलांग में न्यूनतम तापमान माइनस 6.7, कल्पा में माइनस 1.4, मनाली में 2.0, सोलन में 4.0, मंडी में 4.1, भुंतर में 4.3, शिमला में 5.6, धर्मशाला में 6.0, ऊना में 7.0, हमीरपुर में 8.2, कांगड़ा में 8.4, बिलासपुर में 8.5 और नाहन में 12.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ।
हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के पालमपुर में बीएस-4 वाहनों के पंजीकरण फर्जीवाड़े में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। इस मामले की पड़ताल करते हुए पुलिस ने एक कर्मचारी समेत 111 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। आरोपी कर्मचारी आरएलए ब्रांच में तैनात था। डीएसपी पालमपुर अमित शर्मा ने कहा बीएस-4 वाहन पंजीकरण मामले में पुलिस ने अब एफआईआर दर्ज कर ली है। उन्होंने उम्मीद जताई कि जल्द ही पूरे मामले का खुलासा हो जाएगा। बता दें कि कांगड़ा के इंदौरा में भी कुछ ऐसा ही मामला सामने आया थ। टैक्स बचाने के लिए बीएस-4 वाहनों के रजिस्ट्रेशन अप्रैल-2020 में बंद कर दिए गए थे, लेकिन बाद में जाली आधारकार्ड के आधार पर गाड़ियों के रजिस्ट्रेशन किये गए। इनमें ज्यादातर रजिस्ट्रेशन अप्रैल 2020 से लेकर सितम्बर 2020 के बीच किए गए। जांच में पाया गया कि ज्यादातर लोगों ने जाली आधार कार्ड पेश किए हैं, क्योंकि बाकी राज्यों की अपेक्षा हिमाचल में रजिस्ट्रेशन फीस काफी कम है।
प्रदेश के गर्म इलाकों में कृषि-बागवानी क्षेत्र को बढ़ाने के लिए उद्यान विभाग की ओर से क्लस्टर तैयार किए जा रहे हैं। इसमें प्रदेश सरकार की एचपीशिवा योजना में 1688 करोड़ से फलदार पौधे लगाए जाएंगे। किसानों और बागवानों को इसी बजट से सिंचाई और फेंसिंग की सुविधा भी दी जाएगी। सस्ते दामों पर पौधे भी मुहैया करवाए जाएंगे। विभाग ने सात जिलों के 27 खंडों में 347 क्लस्टर तैयार किए गए हैं। इसमें सोलन, ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, मंडी, कांगड़ा और सिरमौर शामिल हैं। सोलन को छोड़कर अन्य जिलों में पौधों की रोपाई का कार्य भी शुरू हो गया है। सोलन में जून माह तक तैयार किए क्लस्टरों में रोपाई का कार्य शुरू हो जाएगा। जिला उपनिदेशक उद्यान विभाग डॉ. राजेंद्र कुमर शर्मा ने बताया कि योजना में सोलन के दो गर्म क्षेत्रों को शामिल किया गया है।
राष्ट्रीय आयुष मिशन के सौजन्य से आयुष विभाग उपमंडल देहरा द्वारा 20 फरवरी 2021 को राजकीय आयुर्वेदिक स्वास्थ्य केंद्र अम्ब पठियार ज्वालाजी में निशुल्क चिकित्सा शिविर लगाया जाएगा। उपमंडलीय आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी देहरा डाॅ. बृजनंदन शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि इस शिविर में अर्श भगदर रोग विशेषज्ञ, पंचकर्म विशेषज्ञ, बालरोग विशेषज्ञ, मर्म चिकित्सा विशेषज्ञ व अन्य सभी प्रकार के रोगों के विशेषज्ञ चिकित्सक लोगों का उपचार करेंगे व निशुल्क दवाईयां भी वितरित की जाएंगी। डाॅ. शर्मा ने बताया कि राज्य योजना बोर्ड के उपाध्यक्ष व ज्वालामुखी के विधायक रमेश चन्द धवाला मुख्यातिथि के रूप में इस शिविर का उद्घाटन करेंगे। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि अधिक से अधिक मात्रा में आकर इस शिविर का लाभ उठाएं।
हिमाचल प्रदेश के सरकारी स्कूलों में जल्द ही 584 शिक्षकों की नियुक्ति होगी। टीजीटी के 584 पदों पर इसी सप्ताह बैचवाइज भर्ती का परिणाम जारी होगा। प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय ने नियुक्तियों की मंजूरी को शिक्षा मंत्री के पास फाइल भेज दी है। संभावित है कि मार्च में शिक्षकों की नियुक्तियां हो जाएंगी। चयनित होने वाले टीजीटी को अनुबंध आधार पर नियुक्ति मिलेगी। इन्हें 13900 रुपये मासिक वेतन दिया जाएगा। कोरोना वायरस से बचाव के लिए हुए लॉकडाउन के चलते बैचवाइज भर्ती प्रक्रिया अप्रैल 2020 में रुक गई थी। लॉकडाउन हटने के बाद निदेशालय ने दोबारा से प्रक्रिया शुरू की। भर्ती प्रक्रिया में सामान्य वर्ग में 1999 में बीएड करने वालों का टीजीटी आर्ट्स की भर्ती में नंबर आएगा। टीजीटी की बैचवाइज भर्ती में सामान्य वर्ग के लिए नॉन मेडिकल में 1998 और मेडिकल में 2001 के बैच वालों को नौकरी मिल सकती है। सामान्य वर्ग में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग में आर्ट्स में 2001, नॉन मेडिकल में 1999 और मेडिकल में 2003, अनुसूचित जाति में आर्ट्स का 2003, नॉन मेडिकल में 2005 और मेडिकल में 2006, अनुसूचित जनजाति में आर्ट्स का 2003, नॉन मेडिकल का 2006 और मेडिकल में 2005 का बैच चल रहा है। चयनित उम्मीदवारों को पहली नियुक्ति प्रदेश के दूरदराज और जनजातीय क्षेत्रों में दी जाएगी।
भाजपा के बीच चल रही आंतरिक कलह एक बार फिर से खुलकर सामने आई है जहां प्रदेश प्रभारी अविनाश राय खन्ना के सामने ही भाजपा कार्यकर्ता भिड़ गए। भिड़ंत इतनी थी की नौबत हाथापाई पर आ गई।ये मामला जिला कांगड़ा के संगठनात्मक जिला देहरा का है। जहां एक भाजपा नेता और भाजयुमो कार्यकर्ता भाजपा प्रदेश प्रभारी अविनाश खन्ना के सामने ही भिड़ गए। जानकारी के अनुसार भाजपा युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने देहरा में आए भाजपा के प्रभारी अविनाश राय खन्ना से व्यक्तिगत मुलाकात करनी चाही, लेकिन उसी दौरान प्रदेश कार्यसमिति के एक सदस्य व वन विभाग की निदेशक ने युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं पर पार्टी विरोधी कार्य करने के इल्जाम लगाना शुरू कर दिए। जिस पर युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने प्रतिक्रिया दी तो प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य ने युवा मोर्चा की कार्यकर्ताओं से बतमीज़ी करना शुरू कर दी। इसी दौरान बात हाथापाई पर पहुंच गई, जिसमें युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं और उक्त प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य के बीच में खूब नोकझोंक हुई। भाजपा प्रदेश प्रभारी के समक्ष हुई यह घटना काफी शर्मसार करने वाली थी। जो यह इंगित करती है कि अब भाजपा में अनुशासन और शिष्टाचार करीब-करीब खत्म हो चुका हूं। भाजयुमो कार्यकर्ताओं से उलझने वाला उक्त कार्यकर्ता सरकार में बैठे एक मंत्री का काफी करीबी बताया जाता है। उधर युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने नाम ना लेने की शर्त पर कहा कि उक्त कार्यसमिति सदस्य खुद को टिकटार्थी मानता है, और वह इससे पूर्व भी युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं इसी तरह से उलझ चुका है। प्रदेश प्रभारी के समक्ष हुई कार्यकर्ताओं के बीच इस झड़प की चर्चे आज राजनीतिक गलियारों में खूब हो रहे, जिससे विरोधी पार्टी को बैठे-बिठाए मुद्दा मिल गया। बरहाल कल से धर्मशाला में प्रदेश कार्यसमिति की बैठक शुरू होने जा रही है, ऐसे में भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच में उमड़ा यह विवाद किस करवट बैठता है, देखना दिस्प होगा।
जिला युवा सेवा एवं खेल विभाग कांगड़ा स्थित धर्मशाला के निर्देशन से जय परशुराम युवा मंडल घडोली ने पांच दिवसीय कार्य शिविर का शुभारंभ किया। पहले दिन में तालाब की साफ सफाई की गई, जिसकी अध्यक्षता फतेहपुर ब्लॉक कि स्वयंसेविका मीनु वाला ने की। युवाओं का ध्यान स्वच्छता की ओर आकर्षित किया गया। जिसमें तालाब और जल स्त्रोतों को साफ सुथरा रखने की सलाह दी गई। उन्होंने कहा कि जल स्त्रोत ही हमारे जीवन की एक अमूल्य श्रृंखला क्योंकि जल ही जीवन है। जब तक हम जल स्त्रोतों को साफ सुथरा और उनका निर्माण नहीं करेंगे, तो दिन प्रतिदिन हमारे जीवन में जल की कमी आती रहेगी। जिसके लिए युवाओं को हर संभव प्रयास करने की सलाह दी। इस कार्य को करवाने के लिए जय परशुराम युवा मंडल के प्रधान रवि कुमार व सदस्य पंकज, शुभम शर्मा, सूरज शर्मा, साहिल शर्मा, रवि कुमार, बिशंबर दास, राकेश कुमार, शिवकुमार व अन्य मौजूद रहे।
विकास खण्ड फ़तेहपुर की ग्राम पंचायत गोलवां आदर्श पंचायत के रूप में जल्द ही नशा मुक्त की श्रेणी में शुमार होगी। क्षेत्र में बिक रही अवैध शराब व युवाओं के नशे के प्रति बढ़ते रुझान के विरुद्द अपनी पहली बैठक में ग्राम पंचायत गोलवां ने सामूहिक रूप से फैसला लिया है की क्षेत्र में न ही अवैध शराब की बिक्री होगी और न ही किसी प्रकार का कोई मादक पदार्थ का सेवन पँचायत में करने दिया जाएगा। नवनिर्वाचित प्रधान संजीव कुमार पप्पू ने नशे के खिलाफ शुरू किए अपने अभियान को अमलीजामा पहनते हुए लिखित रूप से आदेश भी जारी कर दिए हैं। उन्होंने बताया की पँचायत चुनावों से पहले गांव में नशाखोरी अपने चरम पर थी। गांव व अन्य सार्वजनिक स्थानों पर नशे से संबंधित पदार्थ सरेआम बेचे जा रहे थे। जिससे गांव का भविष्य काफी खराब हो रहा था। वहीं क्षेत्र की युवा पीढ़ी नशे के दलदल में घुसती जा रही थी। नशे के कारण वाहन दुर्घटनाएं बढ़ने व घरों में नशे के कारण हो रही अंतरकलह से कई घरों में अशांति का माहौल पैदा होने से न सिर्फ क्षेत्र के कई बुद्धिजीवी व परिवार चिंतित थे।बलिक नवनिर्वाचित पँचायत भी विशेष रूप से बेहद परेशान थी। उन्होंने कहा कि समस्त प्रतिनिधियों ने पँचायत को नशा मुक्त करने का प्रण लिया है। नशे का सेवन करने वाले या बेचने वाले व्यक्ति के खिलाफ पँचायत कड़ी कार्यवाही करेगी। इस मौके पर बीडीसी सदस्य मुनीश कालिया, उपप्रधान अरुण कुमार, बार्ड पंच नीलम कुमारी, बार्ड पंच संजीव संजू, रेणु देवी, स्वर्णा देवी, इंदू वाला, मंगल सिंह, रमना कुमारी सहित अन्य बुद्धिजीवी शामिल रहे।
हिमाचल प्रदेश कर्मचारी संघर्ष मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष प्रवीण शर्मा ने कहा लोगों के हक को छीनकर राजनीतिक दल खुशी न मनाएं। जनता को तंग करके कर आज तक कोई भी देश विकसित नहीं हुआ। पेंशन से वंचित लोगों से लेकर करुणामूलक आश्रित परिवारों तक आज सभी सड़क पर हैं। करुणामूलक आश्रित परिवारों को अपने पिता,अपने पति का सरकारी कर्मचारी होते हुए भी 15 वर्षों बाद करुणा का हक नहीं मिला है। करुणामूल्क आश्रित परिवारों के बच्चे बेरोजगारी की मार सहते सहते अधेड़ उम्र में पहुंच गए हैं। लेकिन सरकार की करुणा आज तक नहीं छलकी है। प्रवीण शर्मा ने कहा कि कर्मचारी सरकार की कठपुतली बन कर रह गए हैं। आशा वर्कर्स, सिलाई अध्यापिकाएं, करुणामूल्क आश्रित परिवार, आउटसोर्स, पीस मील वर्कर्स, डेली वेज, पार्ट टाइम, एसएमसी अध्यापक, अनुबंध अध्यापक, बेरोजगार, प्राइवेट कर्मचारी, पेंशन से वंचित कर्मी सब दुःखी हैं। फिर भी हमारी सरकारे डंके की चोट पर कहती है कि हमने देश का विकास कर दिया।
सीजीसी झनजेरी द्वारा पालमपुर में "प्रिंसिंपल कम टीचर मीट" का आयोजन किया गया। क्षेत्र के प्रमुख स्कूलो के शिक्षकों ने काफी संख्या में इस बैठक में भाग लिया और नई पुरानी शिक्षण पदधतीयो से परिचित हुए जिन्हें छात्रों के लिए सर्वागीण रूप से लागू किया जा सकता है, जो हमारे देश का भविष्य हैं। इस मौके पर चंडीगढ़ कॉलेज ऑफ साइंस के निदेशक डॉ जीजी शास्त्री ने स्कूल के शिक्षकों को कार्यप्रणाली के बारे में बताया, जिसका उपयोग स्कूली छात्रों को भविष्य के लिए तैयार करने में किया जा सकता है। उन्होंने नई शिक्षा नीतियों पर चर्चा की और छात्र किस तरह इसका लाभ उठा सकते हैं, इस बारे में जानकारी साझा की। डॉ शास्त्री ने सीजीसी जोश के बारे जानकारी देते हुए बताया की मेधावी छात्र झनजेरी की ओपन स्कॉलरशिप स्कीम यानी सीजीसी जोश के माध्यम से आवेदन करके करोड़ तक की छात्रवृति प्राप्त कर सकते है। वंही उन्होंने कहा कि सीजीसी झनजेरी इस सत्र से लॉ कॉलेज शुरू करने जा रहा है।