पूरे देश भर के साथ-साथ हिमाचल में भी आज से कोरोना टीकाकरण का महाअभियान शुरू हो रहा है। आज प्रदेश के 27 सेंटरों में सुबह दस बजे से इसका आगाज़ हुआ। पहले चरण के पहले दिन 2529 लोगों को कोरोना का टीका लगेगा। इसके लिए सभी 27 सेंटरों में कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड पहुंचा दी गई है। इंजेक्शन के बाद 45 मिनट तक व्यक्ति उसी सेंटर में डॉक्टरों की निगरानी में रहना होगा। वैक्सीनेशन का पहला चरण 10 दिनों तक चलेगा। इसके बाद सेंटरों की संख्या बढ़ाकर 46 कर दी जाएगी। उधर, प्रदेश सरकार ने इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज (आईजीएमसी) शिमला और डॉ. राजेंद्र प्रसाद टांडा मेडिकल कॉलेज अस्पताल कांगड़ा को वेब टेक्नोलॉजी सेंटर बनाया है। इन सेंटरों में कोरोना वैक्सीनेशन का सीधा प्रसारण होगा। केंद्रीय मंत्रालय भी इसकी मानीटरिंग करेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कोरोना वॉरियर्स से बात करेंगे। बता दें, प्रदेश में यह अभियान 2 फरवरी तक चलेगा। इस दौरान प्रदेश में 41 हजार लोगों को पहले टीका लगेगा। इनमें डॉक्टर, स्वास्थ्य कर्मी, नर्सें, सफाई कर्मी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और आशा वर्कर्स शामिल हैं। एक टीका लगने के बाद दूसरा टीका 28 दिन बाद लगेगा। वैक्सीन का टीका लगने के बाद 42 दिन तक उक्त व्यक्ति को परहेज करना पड़ेगा। जिस भी व्यक्ति को वैक्सीन लगेगी उसको भीड़ वाले इलाके में जाने से बचना होगा, मास्क पहनना होगा, किसी प्रकार के संक्रमण की चपेट में आने से बचना होगा। करीब 5 हजार स्वास्थ्य कर्मी इस टीकाकारण को पूरा करवाएंगे।
हिमाचल प्रदेश में 10वीं और 12वीं कक्षा की प्री बोर्ड परीक्षाएं स्कूलों में ही करवाई जाएंगी। कोरोना के दौर में स्कूल नहीं खुलने की स्थिति को देखते हुए पहले ये परीक्षाएं ऑनलाइन ही करवाई जानी थी । अब 15 फरवरी से पूरे प्रदेश में बोर्ड कक्षाओं के लिए स्कूल नियमित तौर पर खुलने से हिमाचल प्रदेश में प्री बोर्ड परीक्षाएं स्कूलों में ही करवाए जाने का निर्णय लिआ गया है । बता दें छह जनवरी को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के साथ हुए ऑनलाइन संवाद के दौरान विद्यार्थियों ने स्कूलों को जल्द खोलने की मांग की थी। इसी कड़ी में शुक्रवार को हुई राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में स्कूलों को खोलने को लेकर विस्तार से चर्चा की गई। मंत्रिमंडल की बैठक में फैसला लिया गया कि दसवीं-बारहवीं की बोर्ड कक्षाओं के अलावा पांचवीं, आठवीं, नौवीं और जमा एक कक्षा को भी 15 फरवरी से खोला जाए। बोर्ड कक्षाओं की वार्षिक परीक्षाएं मई में प्रस्तावित हैं। स्कूल शिक्षा बोर्ड ने डेटशीट भी जारी कर दी है। ऐसे में अब 10वीं और 12वीं की प्री बोर्ड परीक्षाएं भी स्कूलों में ही होगी ।
शिमला।हिमाचल प्रदेश मंत्रिमण्डल की बैठक आज यहां मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर की अध्यक्षता में आयोजित हुई। मंत्रिमण्डल ने निर्णय लिया कि ग्रीष्मकाल में बंद होने वाले सरकारी स्कूलों के सभी अध्यापक इस माह की 27 तारीख से स्कूलों में उपस्थित होंगे। ग्रीष्मकाल में बंद होने वाले 5वीं व 8वीं से 12वीं कक्षाओं के विद्यार्थियों को निर्धारित मानक संचालन प्रक्रियाओं की सख्ती से अनुपालना कर एक फरवरी, 2021 से नियमित कक्षाएं लगाने की अनुमति होगी। इन स्कूलों के प्रबन्धन को स्कूल परिसरों में फेस मास्क, परस्पर दूरी और सेनेटाइजर का उपयोग सख्ती से सुनिश्चित करना होगा। इसी तरह औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों और बहुतकनीकी एवं अभियांत्रिकी महाविद्यालय इस वर्ष एक फरवरी, 2021 से खोले जाएंगे। मंत्रिमण्डल ने निर्णय लिया कि शीतकालीन बंद होने वाले स्कूलों में 5वीं और 8वीं से 12वीं कक्षाओं के विद्यार्थियों को शीतकालीन छुट्टियां समाप्त होने के बाद 15 फरवरी, 2021 से नियमित कक्षाओं में आने की अनुमति होगी। हर घर पाठशाला के तहत शिक्षा के लिए आॅनलाइन प्रणाली जारी रहेगी। राज्य में निजी स्कूल भी यही प्रणाली अपना सकते हैं। शीतकालीन छुट्टियों के उपरांत सभी सरकारी महाविद्यालय 8 फरवरी, 2021 से नियमित कक्षाओं के लिए खोले जाएंगे, उन्हें मानक संचालन प्रक्रियाओं की सख्ती से अनुपालना सुनिश्चित करनी होगी। कोविड-19 महामारी के दृष्टिगत राज्य सरकार ने आइजीएमसी शिमला, सीएच नालागढ़, राजेन्द्र प्रसाद राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय टांडा तथा चिकित्सा महाविद्यालय नेरचैक में चार मेक शिफ्ट अस्पतालों का निर्माण किया है। अब कोविड-19 के मामलों में कमी आने पर मंत्रिमंडल ने इन मेक शिफ्ट अस्पतालों का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित करने का निर्णय लिया। आईजीएमसी में मेक शिफ्ट अस्पताल को मेडिसिन इंटेन्सिव केयर यूनिट, राजेन्द्र प्रसाद राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय टांडा में मेक शिफ्ट अस्पताल को संक्रामक रोग वार्ड, सीएच नालागढ़ में मेक शिफ्ट अस्पताल को ट्रामा केयर सेंटर तथा एसएलबीएसजीएमसी मंडी, नेरचैक में मेक शिफ्ट अस्पताल को सुपरस्पेशलिटी वार्ड के रूप में उपयोग किया जाएगा। मंत्रिमण्डल ने क्षेत्रीय अस्पताल धर्मशाला तथा दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल शिमला को नाॅन कोविड अस्पताल अधिसूचित करने का भी निर्णय लिया। मंत्रिमण्डल ने जिला शिमला की तहसील चैपाल के कमांदल, कुमारला, गीतारटा और आरा गांवों में 599.1935 हेक्टेयर क्षेत्र पर सीमेंट प्लांट के लिए चूना और खनन खनिज की निकासी के लिए मै. आर.सी.सी.पी.एल. प्राइवेट लिमिटेड नवी मुम्बई के पक्ष में पट्टे में देने पर तीन वर्ष के लिए लैटर आॅफ इन्टेंट जारी करने को मंजूरी प्रदान की। मंत्रिमण्डल ने पं. जवाहर लाल नेहरू राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय चम्बा परिसर के शीघ्र निर्माण के लिए निर्माण स्थल में से 28 पुराने सरकारी ढांचों को गिराने की अनुमति प्रदान की। मंत्रिमण्डल ने प्रदेश के पुलिस थानों को अधिक महिला मित्र और सुलभ बनाने के लिए जिला पुलिस कार्यालयों और पुलिस थानों में महिला हेल्प-डैस्क स्थापित करने का निर्णय लिया। बैठक में पुलिस विभाग में महिला हेल्प-डैस्क को सुदृढ़ बनाने के लिए 136 स्कूटी अथवा स्कूटर खरीदने के अलावा 272 हैलमेट और 136 डैस्क टाॅप कम्प्यूटर खरीदने की मंजूरी प्रदान की गई। मंत्रिमण्डल ने प्रदेश के छः जिलों शिमला, कांगड़ा, कुल्लू, सिरमौर, सोलन और चम्बा के एंटी हयूमन टैªफिकिंग यूनिट को सुदृढ़ बनाने के लिए आवश्यक मशीनरी और उपकरण प्रदान करने के लिए अपनी स्वीकृति प्रदान की। बैठक में बिलासपुर जिला के झण्डूता और कांगड़ा जिले के जयसिंहपुर में नए नागरिक न्यायालयों के लिए विभिन्न श्रेणियों के छः पदों को सृजित कर इन्हें भरने की स्वीकृति प्रदान की। वन विभाग ने मंत्रिमण्डल के समक्ष मार्च, 2021 तक के लक्ष्यों और वर्ष 2021 और 2022 तक के लक्ष्यों के बारे में प्रस्तुति दी। मंत्रिमण्डल ने लगाए गए पेड़ों की संख्या के बजाय पेड़ों की उत्तरजीविता पर ध्यान केंद्रित करने का सुझाव दिया। राजस्व विभाग ने भी प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना पर प्रस्तुति दी।
16 जनवरी से देश भर में कोविड टीकाकरण का महाअभियान शुरू होने जा रहा है। इसको लेकर सरकार व प्रशासन की तैयारियां पूरी है। देश की विभिन्न जगहों में कोविड वैक्सीन की डिलीवरी लगभग पूरी हो गई है। इसके साथ शुक्रवार सुबह हिमाचल के विभिन्न जिलों में भी कोरोना वैक्सीन 'कोविशील्ड' की डिलीवरी हुई। गुरुवार को राष्ट्रीय टीकाकरण वाहन में 8 डिब्बों में 93 हजार वैक्सीन की डोज परिमहल लाई गई। इसके बाद रात 8 बजे वैक्सीन के डिब्बों में डिस्पैच नंबर लगाकर अन्य सेंटरों के लिए भेज दिया गया। 16 जनवरी को प्रदेश के 27 केंद्रों में ये वैक्सीन लगाई जाएगी। पहले चरण में यह अभियान 10 दिनों तक चलाया जाएगा। इस दौरान प्रदेश में 41 हजार लोगों को पहले टीका लगेगा। इनमें डॉक्टर, स्वास्थ्य कर्मी, नर्सें, सफाई कर्मी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और आशा वर्कर्स शामिल हैं। एक टीका लगने के बाद दूसरा टीका 28 दिन बाद लगेगा। वैक्सीन का टीका लगने के बाद 42 दिन तक उक्त व्यक्ति को परहेज करना पड़ेगा। जिस भी व्यक्ति को वैक्सीन लगेगी उसको भीड़ वाले इलाके में जाने से बचना होगा, मास्क पहनना होगा, किसी प्रकार के संक्रमण की चपेट में आने से बचना होगा। करीब 5 हजार स्वास्थ्य कर्मी इस टीकाकारण को पूरा करवाएंगे। इन जिलों में हुई वैक्सीन की डिलीवरी शिमला जिला में सबसे पहले 11050 कोरोना वररियरों को टिका लगाया जाएगा। इसके लिए आईजीएमसी, केएनएच, रिपन, ठियोग और रामपुर अस्पतालों में वैक्सीनेशन केंद्र बनाए गए हैं। IGMC में करीब 2200 कर्मचारियों को वैक्सीन लगाई जाएगा। वहीं, सोलन जिला में 4300 कोरोना वैक्सीन पहुंची हैं। पहला टीका एमएमयू के एक प्रशिक्षु और सोलन अस्पताल में रेडियोग्राफर को लगेगा। कुल्लू जिला अस्पताल में देर रात करीब ढाई बजे 2800 वैक्सीन पहुंचीं। इनमें से 200 डोज जिला अस्पताल केलांग के लिए अटल टनल रोहतांग होकर भेजी गई हैं जबकि 2600 डोज को कुल्लू में लगाया जाएगा। सिरमौर के नाहन में कोरोना वैक्सीन के 3400 डोज पहुंचे हैं। उधर, मेडिकल कॉलेज चंबा में 3800 वैक्सीन पहुंची हैं। स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना वैक्सीन विभिन्न केंद्रों के लिए रवाना कर दी है। ऊना जिले में 3300 डोज पहुंची हैं। बिलासपुर में कोरोना वैक्सीन की 2300 डोज पहुंची हैं। कांगड़ा जिले में 8600 वैक्सीन पहुंची हैं।
चंबा। तीसा उपमंडल के सिरी संपर्क मार्ग पर गत रात्रि एक कार के गहरी खाई में गिर गई। हादसे में दो लोगों की मौत हो गई, जबकि चार लोग घायल हो गए हैं। हादसे की सूचना मिलने के बाद पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद चंबा मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया। पुलिस ने दुर्घटना में मारे गए लोगों के शवों का पोस्टमार्टम करवाने के बाद परिजनों को सौंप दिया हैं। पुलिस ने मामला दर्ज कर दुर्घटना के विस्तृत कारणों की जांच आरंभ कर दी है। जानकारी के अनुसार जिला के तीसा के बैरागढ़ में एक कार देर रात गहरी खाई में जा गिरी। हादसे में जेबीटी अध्यापक सहित दो लोगों की मौत हो गई, जबकि चार अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। कार में कुल 6 लोग सवार थे। घायलों को उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज चंबा में भर्ती करवाया गया है।
वीरवार देर रात छैला-कैन्ची से सैन्ज सड़क पर एक कार हादसे की शिकार हो गई। इस हादसे में दो युवकों की मौत हो गई है। पुलिस ने मौके पर पहुँच कर शवों को पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल ठियोग भेज दिया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर हादसे के कारणों की जांच शुरू कर दी है। बताया जा रहा है की छैला-कैन्ची से सैन्ज की तरफ जा रही एक गाड़ी सड़क से नाले में जा गिरी जिससे दो युवकों की मौत हो गई। दोनों युवकों के नाम प्रांज्य (24) नेरुवा व मनोज (23) फागु बताए जा रहे है।
हिमाचल प्रदेश में 27 जनवरी से स्कूल खोलने की तैयारी की जा रही है। इस पर आज मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में होनी वाली कैबिनेट बैठक में फैसला लिया जाएग। बैठक में शिक्षा विभाग इससे संबंधी प्रस्ताव को मुख्यमंत्री के सामने रखेगा। प्रस्ताव के तहत प्रदेश के ग्रीष्मकालीन स्कूलों में 10वीं और 12वीं कक्षा की नियमित पढ़ाई शुरू करने की योजना है। बैठक में गैर बोर्ड कक्षाओं की वार्षिक परीक्षाओं पर भी फैसला होने के आसार हैं। शीतकालीन स्कूलों को फरवरी के पहले सप्ताह में मौसम देख कर खोले जाने की संभावना जताई जा रही है। चुनाव प्रक्रिया संपन्न होने के बाद स्कूलों में सैनिटाइजेशन प्रक्रिया होगी। 27 जनवरी से स्कूलों को नियमित पढ़ाई के लिए खोला जा सकता है।
आज पूरे प्रदेश में लोहड़ी व मकर संक्रांति का पर्व मनाया गया। जिला मंडी में पड़ने वाले प्रसिद्ध धार्मिक एवं पर्यटक स्थल तत्तापानी में भी इस पर्व की धूम देखी गई। हालांकि, कोरोना के चलते प्रशासन की ओर से लोहड़ी व मकर संक्रांति मेले की अनुमति नहीं दी गई, पर यहां काफी संख्या में श्रद्धालु स्नान व तुलादान करवाने पहुंचे। भले ही पिछले वर्ष के मुकाबले श्रद्धालुओं की संख्या कम रही, पर स्नान करने आए लोगों की धार्मिक आस्था में कोई कमी नहीं दिखी। उधर, पिछले वर्ष के मुकाबले शिमला-करसोग मार्ग पर तत्तापानी में कुछ ही दुकानें सजी दिखीं। गर्म पानी के चश्मों के समीप भी दुकानें कम ही सजाई गई हैं। बता दें, लोहड़ी और मकर सक्रांति पर्व का मेला पूरे महीने चलता है जिसमें देश सहित प्रदेश के कोने-कोने से श्रद्धालु पहुंचते हैं। ऐसे में मेले के दौरान लाखों का कारोबार होता है, लेकिन इस बार मेला न लगने से कारोबारियों को निराशा ही हाथ लगी है। वहीं, तत्तापानी में बीते वर्ष मकर संक्रांति के पर 1995 किलोग्राम खिचड़ी पकाने का विश्व रिकॉर्ड गिनीज बुक में दर्ज हुआ था। सवा सात फीट चौड़े, चार फीट ऊंचे बर्तन में 25 शेफ की मदद से पांच घंटे में इस खिचड़ी को तैयार किया गया। विशाल पतीले का वजन क्रेन की मदद से उठाकर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के प्रतिनिधि की मौजूदगी में किया गया था और विश्व रिकॉर्ड का सर्टिफिकेट सीएम जयराम ठाकुर को सौंपा गया था।
हिमाचल प्रदेश सरकार ने सेवा पोर्टल का विस्तार कर उपभोक्ताओं को इसमें और सुविधाएं दी है। अब सेवा पोर्टल पर विभिन्न विभागों के 47 ऑनलाइन कार्य हो जाएंगे। व्यापारिक कार्यक्रमों एवं व्यापारिक सुधारों और पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सरकार के सूचना विभाग ने ये नई सेवाएं ऑनलाइन सेवा पोर्टल पर आरंभ करवा दी हैं। नई सेवाओं में सिनेमा के लिए लाइसेंस या फिल्म बनाने के लिए लाइसेंस, पेट्रोलियम पदार्थों को संग्रहित करने, बेचने, इनका ट्रांसपोर्ट करने का एनओसी, विस्फोटक पदार्थ उत्पादित करने, बेचने व रखने का एनओसी, पटाखे बेचने का एनओसी, गैर वन भूमि के सर्टिफिकेट बनाने, राजस्व कोर्ट में विभिन्न विवादों को फाइल करना, नए पानी कनेक्शन लेने, सीवरेज कनेक्शन, व्यापार लाइसेंस बनाने, मापतौल यंत्रों के लिए आवेदन व पर्यटन संबंधित कार्यक्रम आयोजित करने के लिए सरकार के सेवा पोर्टल पर लोग ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। पहले सेवा पोर्टल पर राजस्व विभाग से संबंधित 18 तरह की सेवाएं, जबकि अन्य विभागों सहित 36 तरह की सेवाएं मिलती थीं। सरकार ने 11 और नई सेवाओं को ई-डिस्ट्रिक्ट पर उपलब्ध करवाकर लोगों को राहत दी है। इन सेवाओं को लोकमित्र केंद्रों व स्वयं ही ऑनलाइन माध्यम से आवेदन कर सकते हैं।
हिमाचल प्रदेश के कुल्लू ज़िला में पुलिस को एक बड़ी कामयाबी मिली है। पुलिस ने कुल्लू में नशे की तस्करी करने वालों से 111 किलो चरस बरामद की है। हिमाचल में अबतक ये चरस की सबसे बड़ी खेप है। 7 महीने पहले भी पुलिस ने 42 किलो चरस के साथ तस्करों पर काबू किया था। जनवरी के महीने में अब तक पुलिस 33 किलो चरस पकड़ चुकी है। हिमाचल पुलिस की प्रवक्ता मोनिका ने मामले की पुष्टि करते हुए कहा है कि पुलिस ने कुल्लू से जो चरस बरामद की है उसकी कीमत करोड़ों में है। हिमाचल के इतिहास में ये सबसे बड़ी चरस बरामदगी है। उन्होंने कहा कि ओप्रेशन अभी भी जारी है पूरी जानकारी जल्द ही सांझा की जाएगी।
शिमला। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में 15 जनवरी को हिमाचल प्रदेश मंत्रिमंडल की बैठक होगी। बैठक में विधानसभा के बजट सत्र से सम्बंधित निर्णय लिया जा सकता है। हिमाचल प्रदेश पूर्ण राज्यत्व दिवस के 50 वर्ष पूरे होने के अवसर पर आयोजित किए जाने वाले स्वर्ण जयंती समारोह को लेकर भी चर्चा हो सकती है। मंत्रिमंडल की बैठक में प्रदेश में 16 जनवरी से शुरू होने जा रहे कोरोना टीकाकरण अभियान को लेकर भी चर्चा होगी। इसके अलावा सार्वजनिक कार्यक्रमों के लिए लगी 50 लोगों की शर्त को लेकर भी समीक्षा की जा सकती है। प्रदेश में स्कूलों सहित अन्य शिक्षण संस्थान खोलने और बोर्ड की परीक्षाओं के आयोजन को लेकर भी चर्चा होने की संभावना है। यह बैठक साढे दस प्रदेश सचिवालय में शुरू होगी।
पंचायती चुनाव में तैयार कि गई सूचियों में अब एक और चौका देने वाला मामला सामने आया है। धर्मशाला की रक्कड़ पंचायत में रहने वाले पूर्व मंत्री व कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव सुधीर शर्मा का नाम भी मतदाता सूची से गायब हो गया है। ऐसे में विपक्ष को एक बड़ा सियासी मुद्दा मिल गया है। कांग्रेस नेता ने सरकार पर पंचायती चुनाव को हाईजैक करने का बड़ा आरोप लगया है। सुधीर शर्मा ने कहा की हिमाचल प्रदेश में हो रहे पंचायती राज चुनाव में मतदाता सूचियों में भारी धांधली देखने को मिली है। प्रदेश चुनाव आयोग और राष्ट्रीय चुनाव आयोग की सूचियों में भारी अंतर है। लगभग हर पंचायत से सैंकड़ो मतदाता सूची से गायब है। पूर्व मंत्री का कहना है कि यह एक सोची समझी साजिश है। उन्होंने कहा कि हैरानी कि बात ये है कि उन्हीं लोगों के नाम सूची से गयाब है जिनके वोटर कार्ड बने हुए है और जिन्होंने पिछले साल नगर निगम और पंचायती चुनाव में वोट किया था। सुधीर शर्मा का कहना है कि उन्होंने अब निर्णय लिया है कि वह उच्च न्यायालय में याचिका दायर कर प्रदेश चुनाव आयोग से सवाल उठाएंगे कि विधानसभा चुनावों की मतदाता सूची पिछले पंचायती राज चुनावों की मतदाता सूची और अबकी बार जो पंचायतीराज के चुनाव हो रहे हैं, उस सूची में इतना बड़ा अंतर क्यों है। प्रदेश के हजारों मतदाता मतदान करने से क्यों वंचित कर दिए गए और अगर इसी प्रकार छल कपट से प्रदेश सरकार पंचायती राज चुनावों को हाईजैक करना चाहती है, तो चुनाव करवाने का औचित्य क्या है। इतने बड़े स्तर की धांधली और वह भी पंचायत चुनावों में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
हिमाचल के पौंग बांध में बर्ड फ्लू के कारण हज़ारों प्रवासी पक्षियों की मौत के बाद अब राहत भरी खबर आई है। पौंग बांध के पानी में बर्ड फ्लू का संक्रमण नही फैला है। बता दें, विभाग द्वारा पानी के 4 सैंपल लेकर से जल शक्ति विभाग धर्मशाला भेजे गए थे, जिनकी रिपोर्ट अब नेगेटिव आई है। लैब में 16 पैमानों पर परीक्षण किया गया और पानी के सभी तत्वों की मात्रा मानक सीमा में आंकी गई। अब रिपोर्ट्स नेगेटिव आने के बाद स्पष्ट हो गया है कि यहां मछलियों में किसी तरह के संक्रमण फैलने का डर नहीं है। पानी की रिपोर्ट सामान्य आने के बाद अब सारी आशंकाएं खत्म हो गई हैं। हालांकि, जिला प्रशासन के अगले फैसले तक कांगड़ा जिला के देहरा, जवाली, इंदौरा और फतेहपुर उपमंडल में मीट-अंडों के साथ मछली की बिक्री पर प्रतिबंध जारी रहेगा।
हिमाचल प्रदेश के सभी स्कूलों में अगले सप्ताह से ऑनलाइन यूनिट टेस्ट शुरू होने की संभावना है। 6 जनवरी को विद्यार्थियों के साथ हुई मुख्यमंत्री की बैठक के बाद शिक्षा विभाग यूनिट टेस्ट के लिए योजना बनाने में जुट गया है। सप्ताह भर ऑनलाइन माध्यम से करवाई गई पढ़ाई के आधार पर टेस्ट लेने को लेकर योजना तैयार की जा रही है। व्हाट्सएप से पढ़ाई के लिए शिक्षण सामग्री तैयार करने वाले शिक्षकों के समूह से इस बाबत विस्तृत योजना उच्च शिक्षा निदेशालय ने मांगी है। मुख्यमंत्री के साथ हुई संवाद के दौरान अधिकांश विद्यार्थियों ने सप्ताह भर हुई पढ़ाई का टेस्ट लेने की मांग की थी। विद्यार्थियों ने कहा था कि साप्ताहिक क्विज लेकर हालांकि यह प्रक्रिया चल रही है लेकिन अगर यूनिट टेस्ट होना शुरू हो जाएं तो विद्यार्थियों को इससे लाभ होगा। बीते दिनों शिक्षा सचिव की ओर से उच्च और प्रारंभिक शिक्षा निदेशक और समग्र शिक्षा अभियान के राज्य परियोजना निदेशक को इस संदर्भ में लिखित में भी अवगत करवा दिया है। सरकार के निर्देशानुसार शिक्षा निदेशालय ने यूनिट टेस्ट लेने के लिए योजना बनाना शुरू कर दिया है। संभावित है कि इस सप्ताह के अंत तक टेस्ट लेने को लेकर तैयारियां पूरी कर ली जाएंगी।
Women will be inducted as pilots in the Army Aviation Corps from next year, Indian Army Chief General Manoj Mukund Naravane said on Tuesday. Till now, women are only part of ground duties in the Army Aviation Corps. Women pilots would be flying helicopters to forward locations and be part of operations at the borders, the Army Chief said, adding that the proposal has been cleared. The Indian Air Force has 10 women fighter pilots. In the Indian Navy, women pilots are flying the Dornier aircraft and as observers on board helicopters and the P8I surveillance aircraft. Other than the 10 fighter pilots, the IAF has 111 women pilots who fly transport planes and choppers. During his annual press conference in New Delhi, General Naravane said: "Last month, I had initiated a proposal that women officers can be recruited to Army Aviation. The next course which will begin in July this year, will induct women for training purposes in flying branch and after one year they will be able to join in operational duties." The Indian Army raised the Army Aviation Corps on November 1, 1986 and it comprises helicopters that fly in conflict and peace zones. The Aviation Corps is critical for the Indian Army as it is pressed into action for the evacuation of injured troops during operations or health emergencies in high altitude areas.
हिमाचल प्रदेश में अब प्री बोर्ड परीक्षाएं स्कूल में ही ली जाएंगी। फरवरी में होने वाली दसवीं और बारहवीं कक्षा की प्री बोर्ड परीक्षाओं के ऑनलाइन होने की संभावना बहुत कम हो गई है। शिक्षा विभाग जनवरी के अंतिम सप्ताह में स्कूल खोलने की तैयारी में जुटा है। अब ऐसे में फरवरी के अंत तक प्री बोर्ड परीक्षाएं लेने का शेड्यूल बनाना भी शुरू कर दिया गया है। हालांकि, नॉन बोर्ड कक्षाओं की परीक्षाओं को लेकर अभी स्थिति स्पष्ट नहीं है। फरवरी में कोरोना संक्रमण के मामले देखने के बाद ही पांचवीं, आठवीं, नवीं और दसवीं कक्षा की परीक्षाएं लेने का फैसला होगा। पहली से चौथी और छठी-सातवीं कक्षा की परीक्षाएं ऑनलाइन होंगी या ऑफलाइन इसको लेकर भी आने वाले दिनों में स्थिति स्पष्ट होगी। 15 जनवरी को प्रस्तावित राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में बोर्ड कक्षाओं के लिए स्कूल 27 जनवरी से खुलने का प्रस्ताव जा रहा है। सरकार की मंजूरी मिल गई तो 27 जनवरी से हिमाचल के ग्रीष्मकालीन स्कूलों में दसवीं और बारहवीं कक्षा की नियमित पढ़ाई शुरू कर दी जाएगी। शीतकालीन स्कूलों को खोलने का फैसला मौसम को देखकर लिया जाएगा। फरवरी में इन दोनो कक्षाओं की प्री बोर्ड परीक्षाएं होनी है।
IND v/s Aus के चौथे टेस्ट से पहले इंडियन टीम को बड़ा झटका लगा है। भारतीय टीम के तेज़ गेंदबाज़ जसप्रीत बुमराह चोट के कारण ब्रिस्बेन टेस्ट से बहार हो गए हैं। टीम इंडिया पहले से ही अपने चोटिल खिलाड़ियों को लेकर परेशान है और अब इस कड़ी में जसप्रीत बुमराह का भी नाम जुड़ गया है। बताया जा रहा है कि सिडनी टेस्ट के दौरान बुमराह को मांसपेशियों में खिंचाव आया था जिसके बाद उन्हें स्कैन के लिए ले जाया गया था। बुमराह की रिपोर्ट के अनुसार स्कैन रिपोर्ट में स्ट्रेन नजर आ रहा है टीम मैनेंजमेंट चौथे टेस्ट में जसप्रीत बुमराह को शामिल कर कोई खतरा नहीं मोल लेना चाहता। भारत ऑस्ट्रेलिया की सीरीज अभी एक एक से बराबर है जबकि इसके बाद भारत को इंग्लैंड के खिलाफ चार टेस्ट मैचों की घरेलू सीरीज खेलनी है। इसी को देखते हुए बुमराह चौथे टेस्ट से बाहर किया है। हालांकि टींम इंडिया की लिस्ट इस वक्त चोट की काफी लंबी है।
राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार सोलन जिला की सभी 240 ग्राम पंचायतों के लिए मतदान 17, 19 तथा 21 जनवरी, 2021 को तीन चरणों में आयोजित होगा। यह जानकारी जिला निर्वाचन अधिकारी (पंचायत) एवं उपायुक्त सोलन केसी चमन ने दी। केसी चमन ने कहा कि जिला के सभी विकास खण्डों में जिला परिषद, पंचायत समिति, ग्राम पंचायत प्रधान, उप प्रधान तथा वार्ड सदस्यों के निर्वाचन के लिए तिथियां निर्धारित कर दी गई हैं। उन्होंने कहा कि सभी चरणों में चुनाव के दौरान कोविड-19 महामारी से सम्बन्धित मानक परिचालन प्रक्रिया का पूर्ण पालन सुनिश्चित बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि सभी चरणों में सम्बन्धित जिला परिषद, पंचायत समिति तथा ग्राम पंचायत के प्रधान, उप प्रधान एवं वार्ड सदस्यों के लिए मतदान होगा। नालागढ़ विकास खण्ड जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि नालागढ़ विकास खण्ड की सभी 77 ग्राम पंचायतों के लिए तिथि वार मतदान की सारिणी निश्चित कर दी गई है। केसी चमन ने कहा कि नालागढ़ विकास खण्ड में 17 जनवरी, 2021 को ग्राम पंचायत बारियां, बवासनी, बघेरी, भटोलीकलां, धरमाणा, दिग्गल, गागुवाल, घड़याच, जुखाड़ी, करसौली, खेड़ा, कश्मीरपुर, लेही, मनलोग कलां, मलौण, मंझोली, मटूली, नवाग्राम, पोले दा खाला, रेडू उपरला, राजपुरा, रिया, रामशहर, सौर, सरौर तथा थाना में मतदान होगा। जिला निर्वाचन अधिकारी (पंचायत) ने कहा कि नालागढ़ विकास खण्ड में 19 जनवरी, 2021 को ग्राम पंचायत बहेड़ी, भाटियां, बगलैहड़, चीलड़, छियाछी, ढांग निहली, ढैला, डोली, घोलोवाल, हरिपुर संडोली, जगतपुर, जगनी, कोईड़ी, क्यार कनैता, लग, लूनस, मलपुर, मस्तानपुरा, नंड, नंदपुर, पंजैहरा, प्लासीकलां, रडियाली, रतवाड़ी, साई तथा सुनेड़ में मतदान होगा। उन्होंने कहा कि 21 जनवरी, 2021 को नालागढ़ विकास खण्ड की ग्राम पंचायत बधोखरी, बाह, बायला, भोगपुर, बैरछा, बरूणा, भियुंखरी, चमदार, चड़ोग, दभोटा, गोल जमाला, गुल्लरवाला, जयनगर, जोघों, खिल्लियां, किरपालपुर, किशनपुरा, कुण्डलू, कोहू, लोधी माजरा, माजरा, मलैहणी, मानपुरा, मितियां तथा सौड़ी में मतदान होगा। कण्डाघाट विकास खण्ड केसी चमन ने कहा कि कण्डाघाट विकास खण्ड में जिला परिषद, पंचायत समिति, ग्राम पंचायत प्रधान, उप प्रधान तथा वार्ड सदस्यों के निर्वाचन के लिए तिथियां निर्धारित कर दी गई हैं। उन्होंने कहा कि सभी चरणों में चुनाव के दौरान कोविड-19 महामारी से सम्बन्धित मानक परिचालन प्रक्रिया का पूर्ण पालन सुनिश्चित बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि सभी चरणांे में सम्बन्धित जिला परिषद, पंचायत समिति तथा ग्राम पंचायत के प्रधान, उप प्रधान एवं वार्ड सदस्यों के लिए मतदान होगा। केसी चमन ने कहा कि 17 जनवरी, 2021 को कण्डाघाट विकास खण्ड की ग्राम पंचायत कनैर, कोट, बाशा, रहेड़, सिरीनगर, झाझा, नगाली, छावशा तथा सतड़ोल में मतदान होगा। उन्होंने कहा कि 19 जनवरी, 2021 को कण्डाघाट विकास खण्ड की ग्राम पंचायत जधाणा, बीशा, हिन्नर, ममलीग, पौधना, मही, चायल, वाकना तथा सकोड़ी में मतदान होगा। जिला निर्वाचन अधिकारी (पंचायत) ने कहा कि 21 जनवरी, 2021 को कण्डाघाट विकास खण्ड कि ग्राम पंचायत काहला, सायरी, सैंज, क्वारग, तुंदल, बांजणी, देलगी तथा दंघील में मतदान होगा। धर्मपुर विकास खण्ड केसी चमन ने कहा कि धर्मपुर विकास खण्ड में जिला परिषद, पंचायत समिति, ग्राम पंचायत प्रधान, उप प्रधान तथा वार्ड सदस्यों के निर्वाचन के लिए तिथियां निर्धारित कर दी गई हैं। उन्होंने कहा कि सभी चरणों में चुनाव के दौरान कोविड-19 महामारी से सम्बन्धित मानक परिचालन प्रक्रिया का पूर्ण पालन सुनिश्चित बनाया जाएगा। केसी चमन ने कहा कि 17 जनवरी, 2021 को विकास खण्ड धर्मपुर की ग्राम पंचायत बनासर, नारायणी, बुघार कनैता, बरोटीवाला, कोट, जाडला, पट्टानाली, नालका, मंधाला, सूरजपुर, डकरयाणा, गोयला, गुल्हाड़ी, कोटबेजा तथा गांगुड़ी में मतदान होगा। उन्होंने कहा कि 19 जनवरी, 2021 को विकास खण्ड धर्मपुर की ग्राम पंचायत टकसाल, प्राथा, रौड़ी, मंडेसर, केंडोल, बढलग, कालूझंडा, घड़सी, हुड़ंग, बाड़ियां, सनवारा, नाहरी, चम्मों, जगजीतनगर तथा जाबली में मतदान होगा। जिला निर्वाचन अधिकारी (पंचायत) ने कहा कि 21 जनवरी 2021 को विकास खण्ड धर्मपुर की ग्राम पंचायत जंगेशु, कोटला, कृष्णगढ़, भावगुड़ी, धर्मपुर, आंजीमातला, चामियां, चण्डी, गनोल, कसौली गढ़खल, गढ़खल सनावर, दाड़वां, कोटी नाम्ब तथा मेहलों में मतदान होगा। सोलन विकास खण्ड केसी चमन ने कहा कि सोलन विकास खण्ड में जिला परिषद, पंचायत समिति, ग्राम पंचायत प्रधान, उप प्रधान तथा वार्ड सदस्यों के निर्वाचन के लिए तिथियां निर्धारित कर दी गई हैं। उन्होंने कहा कि सभी चरणों में चुनाव के दौरान कोविड-19 महामारी से सम्बन्धित मानक परिचालन प्रक्रिया का पूर्ण पालन सुनिश्चित बनाया जाएगा। केसी चमन ने कहा कि 17 जनवरी, 2021 को विकास खण्ड सोलन की ग्राम पंचायत जौणाजी, सलोगड़ा, सपरून, बड़ोग, बोहली, भोजनगर, डांगरी, तोप की बेड़, जाडली, कक्कड़हट्टी, जाबल जमरोट, ओच्छघाट तथा नौणी मझगांव में मतदान होगा। उन्होंने कहा कि 19 जनवरी, 2021 को सोलन विकास खण्ड की ग्राम पंचायत मशीवर, देवठी, सन्होल, आंजी, अन्हेच, नेरीकलां, पड़ग, शड़याणा, बसाल, पट्टा बरावरी, भारती, चेवा तथा शमरोड़ में मतदान होगा। जिला निर्वाचन अधिकारी (पंचायत) ने कहा कि 21 जनवरी, 2021 को सोलन विकास खण्ड की ग्राम पंचायत सेरी, सेर बनेड़ा, धरोट, हरिपुर, चामत भड़ेच, कोठों, शामती, कोरों कैंथड़ी, काबाकलां, रणों तथा सुल्तानपुर में मतदान होगा। कुनिहार विकास खण्ड केसी चमन ने कहा कि कुनिहार विकास खण्ड में जिला परिषद, पंचायत समिति, ग्राम पंचायत प्रधान, उप प्रधान तथा वार्ड सदस्यों के निर्वाचन के लिए तिथियां निर्धारित कर दी गई हैं। उन्होंने कहा कि सभी चरणों में चुनाव के दौरान कोविड-19 महामारी से सम्बन्धित मानक परिचालन प्रक्रिया का पूर्ण पालन सुनिश्चित बनाया जाएगा। केसी चमन ने कहा कि 17 जनवरी, 2021 को विकास खण्ड कुनिहार की ग्राम पंचायत खनलग, दानोघाट, समोग, भूमति, कुंहर, बागा (करोग), दाड़ला, क्यारड़, पलानियां, साई, बसंतपुर, चम्यावल, धुुंधन, ग्याणा, हनुमान बड़ोग, मान, सारमा, सरयांज तथा सेवड़ा चण्डी में मतदान होगा। उन्हांेने कहा कि 19 जनवरी, 2021 को कुनिहार विकास खण्ड की ग्राम पंचायत पलोग, नवगांव, सन्याड़ी मोड़, सूरजपुर, घणागुघाट, हाटकोट, कोठी, मांगल, रौड़ी, दसेरन, बलेरा, बनोह खरड़हट्टी, बातल, कोटली, जघून, मांगू, पट्टा, चंईयाधार तथा शहरोल में मतदान होगा। जिला निर्वाचन अधिकारी (पंचायत) ने कहा कि 21 जनवरी, 2021 को कुनिहार विकास खण्ड की ग्राम पंचायत कशलोग, कोटलू, चाखड़, संघोई, दांवटी, रोहांज जलाणा, कुनिहार, बखालग, पारनु, डूमैहर, बरायली, बड़ोग, बेरल, दधोगी, देवरा, मटेरनी, सानण तथा सरली में मतदान होगा।
टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली अब पापा बन गए हैं। उनकी पत्नी अनुष्का शर्मा ने कुछ देर पहले ही बेटी को जन्म दिया है। अनुष्का और विराट की बेटी का जन्म मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्प्ताल में आज दोपहर को हुआ। विराट कोहली ने ट्विटर पर खुशी जाहिर करते हुए बेहद भावुक शब्दों में लोगों की शुभकामनाओं के लिए शुक्रिया अदा किया है। उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा, ''हम दोनों को यह बात बताते हुए खुशी हो रही है कि आज दोपहर हमारे यहां बेटी हुई है। हम आपके प्यार और मंगलकामनाओं के लिए दिल से आभारी है। अनुष्का और बेटी, दोनों बिल्कुल ठीक हैं। यह हमारा सौभाग्य है कि हमें इस जिंदगी का यह चैप्टर अनुभव करने को मिला। हम जानते हैं कि आप यह जरूर समझेंगे कि इस समय हम सबको थोड़ी प्राइवेसी चाहिए होगी।'' विराट के इस पोस्ट के बाद उनके और अनुष्का के फैंस में ख़ुशी की लहर दौड़ गए है। बेटी के जन्म के बाद विराट और अनुष्का को बधाईयां मिलने का सिलसिला भी शुरू हो चुका है।
शिमला। छराबड़ा में बीते 6 जनवरी के रात बर्फ में फंसे पर्यटको को बचाने गई क्यूआरटी टीम की गाड़ी गिरने मामले में एक गंभीर रूप से घायल पुलिस जवान कि मौत हो गई है। गाड़ी के स्किट हो कर सड़क से नीचे गिरने में पुलिस के 6 जवान घायल हो गए थे जिसमे विरेन्द्र को गम्भीर चोट आई थी। वीरेंद्र को आईजीएसमी में दाखिल करवाया गया था लेकिन वीरेंद्र सोमवार सुबह जिंदगी की जंग हार गया और उसकी मौत हो गई । गोरतलब है कि 6 जनवरी रात को कुफरी छराबड़ा में पर्यटको को सुरक्षा प्रदान करने गई पुलिस की गाड़ी के स्किट हो कर सड़क से नीचे गिर गई थी जिसमे 6 पुलिस जवान घायल हो गए थे। इस दुर्घटना में वीरेन्द्र को गंभीर चोट आई थी।
प्रदेश में 27 जनवरी से 10वीं व् 12वीं कक्षाओं के स्कूल खुल सकते हैं। प्रदेश में स्कूल खोलने की शुरुआत ग्रीषमकालीन पाठशालाओं से की जाएगी। उच्च शिक्षा निदेशालय ने प्रस्ताव बनाकर राज्य मंत्रिमंडल की मंजूरी के लिए भेजने की तैयारी कर ली है। शीतकालीन जिलों के स्कूलों को फरवरी के पहले सप्ताह में मौसम की स्थिति को देखकर खोलने का फैसला लिया जाएगा। शिक्षा विभाग ने पड़ोसी राज्यों की एसओपी को स्टडी करने के बाद 27 जनवरी से नियमित पढ़ाई करवाने का फैसला लिया है। अधिकारियों का कहना है कि 21 जनवरी तक पंचायत चुनाव में शिक्षक व्यस्त रहेंगे। चुनाव प्रक्रिया पूरी होने के बाद स्कूलों को सैनिटाइज किया जाएगा। 27 जनवरी से ग्रीष्मकालीन जिलों में बोर्ड कक्षाओं की पढ़ाई शुरू करवाई जा सकती है।
हिमाचल प्रदेश में 50 शहरी निकायों के लिए आज सुबह 8 बजे से मतदान शुरू हो गया है। चार बजे के बाद कोरोना संक्रमित मतदाता वोट डाल पाएंगे। चुनाव आयोग द्वारा ये आश्वस्त किया गया है कि सभी जगह शांतिपूर्ण वोटिंग हो रही है। जहां एक तरफ नगर पंचायत और नगर परिषद् चुनाव के उम्मीदवारों कि धड़कने तेज़ हुई हैं तो वहीं दूसरी तरफ मतदाताओं में भी वोटिंग को लेकर जबरदस्त उत्साह दिख रहा है । कोरोना काल में हो रहे चुनावों के मद्देनजर चुनाव आयोग ने कड़े दिशा-निर्देश दिए हैं। सभी मतदान केंद्रों को सैनिटाइज किया गया है। हर पोलिंग पार्टी के साथ एक-एक स्वास्थ्य कर्मी की तैनाती की गई है। मतदाताओं की थर्मल स्क्रीनिंग की जा रही है। 29 नगर परिषदों और 21 नगर पंचायतों के 416 वार्डों में चुनाव के लिए 456 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। 411 वार्ड सदस्य पदों के लिए 1196 प्रत्याशियों का भविष्य 281536 वोटर तय करेंगे। 144636 पुरुष और 136900 महिला मतदाता वोट डालेंगी। शहरी निकाय चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष रूप से करवाने के लिए राज्य चुनाव आयोग ने 2736 अफसरों और कर्मचारियों की तैनाती की है। मतदान केंद्रों में सुरक्षा के लिए पुलिस कर्मी और होमगार्ड भी तैनात हैं। राज्य चुनाव आयोग ने चुनाव ड्यूटी में 2736 अफसर और कर्मचारी तैनात किए हैं। दस फीसदी रिजर्व में रखे गए हैं। शाम 4 बजे तक ईवीएम से मतदान होगा। शाम 4 से 5 बजे तक कोरोना पॉजिटिव मरीज मतदान कर सकेंगे। मतदान की प्रक्रिया पूरी होते ही मतगणना शुरू हो जाएगी। आज ही देर रात तक नतीजे भी घोषित कर दिए जाएंगे।
जम्मू कश्मीर के उधमपुर ज़िले में मिनी बस 15 फ़ीट की गहराई में जा गिरी। बस में सवार सभी 15 यात्री घायल हो गए है। घायलों को उपचार के लिए चेनानी के नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जानकारी के मुताबिक सभी घायल दिल्ली के रहने वाले थे। उनकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। ये सभी हिल स्टेशन पटनीटॉप से वापस कटरा लौट रहे थे। बताया जा रहा है कि ये श्रद्धालु माता वैष्णो देवी के दर्शन के बाद पटनीटॉप घूमने चले गए थे। पटनीटॉप से लौटते समय यह मिनी बस उधमपुर जिले में सड़क हादसे का शिकार को गई। सभी घायल दिल्ली में रोहिणी के रहने वाले है।
शुक्रवार के दिन एक चीनी सैनिक भारतीय सीमा में घुस आया है। जिसे भारतीय सेना द्वारा पूर्वी लद्दाख में पैंगोंग त्सो के दक्षिणी तट पर पकड़ लिया गया है। सैनिक को तुरंत वापिस भेजने की मांग चीन ने भारत से की है। उनका कहना है की सैनिक गलती से चीन-भारत सीमा क्षेत्र में गुमराह हो गया है। चीनी सेना की एक ऑनलाइन वेबसाइट पर चीनी सेना ने कहा कि रात के अंधेरे और जटिल भौगोलिक स्थिति की वजह से चाइनीज पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के फ्रंटियर डिफेंस फोर्स का एक जवान शुक्रवार की सुबह भारत-चीन सीमा से गुम हो गया है। उनकी पीएलए फ्रंटियर डिफेंस फोर्स ने भारत को मामले कि सुचना दे दी है। उन्हें उम्मीद है कि भारतीय सेना इस मामले में उनकी मदद करेगी। बता दें कि इस सैनिक की गिरफ्तारी ऐसे समय पर हुई है, जब भारतीय सेना और चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ने बड़ी संख्या में अपने सैनिकों की तैनाती लद्दाख में की हुई है। मई महीने में पैंगोंग झील क्षेत्र में हुई झड़प के बाद से दोनों देशों के बीच तनाव जारी है जिसके परिणाम स्वरूप दोनों देशों ने लद्दाख क्षेत्र में अपने-अपने सैनिकों और सुरक्षा बलों की संख्या बढ़ा रखी है।
शुक्रवार को उत्तराखंड के बागेश्वर जिले में भूकंप का झटका आने के बाद अब शनिवार को उत्तरकाशी में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। शनिवार सुबह 11:27 पर उत्तरकाशी जिला मुख्यालय समेत जिले के अन्य हिस्सों में भूकंप का तेज झटका महसूस किया गया। तीव्रता रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 3.3 मापी गई है। भूकंप का झटका इतना तेज़ था कि लोग अपने घरों से बाहर निकल आए थे। हालंकि किसी भी प्रकार के नुकसान की कोई सुचना प्राप्त नहीं हुई है। भूकंप के लिहाज से उत्तराखंड संवेदनशील है। बागेश्वर जोन फाइव में आता है और भूकंप की दृष्टि से बेहद संवेदनशील माना जाता है। पिछले माह दिसंबर में उत्तराखंड के कई इलाको में भूकंप के झटके महसूस किए गए है। आपदा प्रबंधन विभाग भूकंप के बारे में विस्तृत जानकारी जुटाने में लगा है। उत्तराखंड के साथ ही हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश समेत आसपास के क्षेत्रों में भूकंप के पूर्वानुमान की अब और अधिक सटीक जानकारी मिलेगी।
हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले एक बड़ा हदसा पेश आया है। कुल्लू जिला की पार्वती घाटी के तहत आने वाले शाट स्कूल के समीप शनिवार सुबह एक कार अनियंत्रित होकर सड़क से नीचे जा गिरी। हादसे में कार चालक पुलिस जवान की मौके पर ही मौत हो गई है। मृतक पुलिस जवान मनाली में डयूटी के लिए जा रहा था। सूचना मिलते ही पुलिस की टीम भी मौके पर पहुंची। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पुलिस हादसे के कारणों का पता लगाने में जुट गई है। मिली जानकारी के अनुसार कांस्टेबल वेद राज जो थर्ड बटालियन पंडोह में तैनात था उसकी मनाली में अस्थायी तौर पर डयूटी लगाई गई थी। शनिवार सुबह जैसे वह अपनी कार में शाट स्कूल के पास मोड़ पर पहुंचा तो कार अचानक अनियंत्रित होकर सड़क से नीचे लुढ़क गई। सड़क से काफी नीचे लुढ़कने के चलते उसकी मौके पर ही मौत हो गई। एसपी गौरव सिंह ने कहा कि कार हादसे में कांस्टेबल की मौत हो गई है। हादसा सुबह करीब साढ़े सात बजे हुआ है।
हिमचाल में बर्ड फ्लू के बढ़ते कहर ने चिकन के व्यवसाय को बड़ा झटका दिया है। प्रदेश पहले से ही कोरोना संकट से जूझ रहा है और अब बर्ड फ्लू की दस्तक ने मुश्किलें और बढ़ा दी हैं। बर्ड फ्लू के खौफ से हिमाचल प्रदेश में चिकन और अंडों की डिमांड तेजी से घट रही है। प्रदेश में चिकन की मांग में करीब 50 से 70 फीसदी कमी आई है। इस कारण चिकन के दामों में भरी गिरावट देखने को मिल रही है। उधर, दामों में भारी गिरावट के बावजूद लोग चिकन और अंडों का सेवन करने से फिलहाल परहेज कर रहे हैं। पोल्ट्री का कारोबार करने वाले व्यापारियों के व्यवसाय पर इसका असर साफ दिख रहा है। प्रदेश के शिमला, सोलन, मंडी व कांगड़ा जिलों में चिकन-अंडों की मांग में भरी गिरावट देखी गई। शिमला शहर में चिकन-अंडों की मांग 15 से 20 फीसदी तक घट गई है। मंडी जिले में बर्ड फ्लू की आशंका से अंडे, चिकन और मछली के कारोबार में 50 प्रतिशत की गिरावट आई है। मांग कम हो गई है और दाम भी करीब 30 से 40 फीसदी तक गिर गए हैं। जबकि, कांगड़ा जिला में चिकन के दाम में 70 से 80 रुपये तक कम हुए हैं। मौजूदा समय में मुर्गे का मीट अब 100 रुपये प्रति किलो तक पहुंच चुका है। बावजूद इसके लोग चिकन खरीदने से परहेज कर रहे हैं। कई क्षेत्रों में थोक में मुर्गा 60 रुपये प्रति किलो के नीचे आ गया है। सोलन जिला में लोगों ने अंडे और चिकन की खरीद कम कर दी है। कारोबार 70 फीसदी कम हो गया है। चंबा व हमीरपुर में भी दो दिनों के भीतर ही चिकन और अंडे की मांग काफी कम हो गई है। वहीँ, इन सभी जिलों में पनीर, खोया और मटर की डिमांड बढ़ गई है।
सोलन जिला के नालागढ़, जगतपुर पंचायत के गांव जगराला के, 41 वर्षीय बटालियन हवलदार मेजर कुलदीप सिंह, द्रास में शहीद हो गए हैं। कुलदीप सिंह ने ऑप्रेशन स्नो लैपर्ड के तहत शहादत पाई है। शहीद कुलदीप सिंह के दादा दौला सिंह भी स्वतंत्रता सेनानी थे। कुलदीप सिंह की शहादत पर नालागढ़ क्षेत्र में गम का माहौल है। जानकारी अनुसार 10 जुलाई, 1999 को सेना में भर्ती हुए कुलदीप सिंह में बचपन से ही देश सेवा का जज्बा था। उनके बड़े भाई सुरेंद्र सिंह बीएसएफ से सेवानिवृत्त हुए हैं। इसके अलावा चचेरे भाई भी सेना में तैनात हैं। 79 मीडियम आर्टिलरी रैजीमैंट में तैनात कुलदीप सिंह की पार्थिव देह आज पैतृक गांव पहुंचने की उम्मीद है।
भारत में कोरोना वैक्सीन को लेकर तेज़ी से काम शुरू हो गया है। सम्भावना है कि अगले सप्ताह तक लोगोँ को वैक्सीन देना शुरू कर दिया जाएगा। वही देश में कोरोना के नए स्ट्रेन का कहर भी बढ़ता जा रहा है। दिनोंदिन नए स्ट्रेन से संक्रमित मामले सामने आ रहे है। इसी बीच स्वास्थ्य परिवार कल्याण मंत्रालय ने कोरोना के नए स्ट्रेन से संक्रमित होने वाले आधिकारिक आंकड़ों की जानकारी दी है। उन्होंने बताया की शुक्रवार सुबह तक देश में कोरोना के नए स्ट्रेन के 80 मामले सामने आए है। तीन दिन पहले ही नए स्ट्रेन के सबसे अधिक मामलों की पुष्टि पुणे की लैब में की गई। बता दें की अभी हाल में ही ब्रिटेन से उत्तर प्रदेश के मेरठ लौटे एक परिवार में दो साल की बच्ची में कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन का पता चला था। वहीं तमिलनाडु में भी संक्रमण के नए मामलों का पता चला है।
ऊना में वन विभाग को एक बड़ी कामयाबी हासिल हुई है। वन विभाग की टीम ने अम्ब में एक खैर की लकड़ियों से भरा ट्रैक्टर बरामद किया है। हालांकि, कार्रवाई के दौरान तस्कर अंधेरे का फायदा उठाकर मौके से फरार हो गए। पुलिस ने ट्रैक्टर जब्त कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। जानकारी के मुताबिक, बुधवार को देर रात ऊना में लम्बासैल के जंगल में वन विभाग के कर्मचारी गश्त पर मौजूद थे। गश्त के दौरान वन विभाग ने जंगल से खैर की लकड़ियों से भरा ट्रैक्टर बरामद किया है। अँधेरे का फयदा उठा कर ट्रैक्टर चालक और अन्य सवार घटना स्थल से फरार हो गए। वन विभाग ने ट्रैक्टर को कब्ज़े में लेकर आगामी कारवाही शुरू कर दी है। घटना स्थल पर ट्रैक्टर से खैर के 20 मौछे बरामद हुए है, जिसकी कीमत करीब 70 हज़ार रुपए आंकी गई है। वन विभाग के कर्मचारी जंगल में हो रहे अवैध कटान की जाँच कर रही है। पता लगया जा रहा है की कटान सरकारी ज़मीन से हुआ या निजी जमीन से, फिलहाल के लिए मामले को पुलिस थाना अम्ब में दर्ज कर दिया गया है।
करीब 7 माह के लम्बे इंतज़ार के बाद हिमाचल में एक बार फिर कोचिंग संस्थानों को खोलने के आदेश जारी हो गए हैं। आज हिमाचल में सभी कोचिंग संसथान खोले जा सकेंगे। हिमाचल सरकार ने संस्थान खोलने के लिए एसओपी जारी कर दी है। एसओपी के मुताबिक विद्यार्थियों को अभिभावकों के सहमति पत्र पर ही कोचिंग संस्थान में प्रवेश मिलेगा। थर्मल स्क्रीनिंग के बाद ही प्रवेश दिया जाएगा। कोचिंग संस्थान के कमरे की क्षमता के 50 प्रतिशत विद्यार्थी ही संचालक बिठा सकेंगे। वहीं, छात्रों शिक्षकों व अभिभावकों के लिए फेस मास्क पहनना अनिवार्य रहेगा। इसके अलावा सैनिटाइजेशन का भी नियमित तौर पर बंदोबस्त करना होगा। संस्थान में सैनिटाइजर और हैंड वॉश/साबुन भी उपलब्ध करवाने होंगे। बता दें, बीते वर्ष दो नवंबर से सरकार ने कोचिंग संस्थान खोलने को मंजूरी दी थी। इस दौरान शिक्षण संस्थानों में कोरोना संक्रमण के कई मामले सामने आने के बाद 11 नवंबर को दोबारा से संस्थान बंद कर दिए गए थे। अब हिमाचल मंत्रिमंडल ने प्रतियोगी और बोर्ड परीक्षाओं की तैयारियों में जुटे विद्यार्थियों के लिए दोबारा से कोचिंग संस्थान खोल दिए हैं।
भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज को गुरुवार से सिडनी क्रिकेट ग्राउंड (एससीजी) में ऑस्ट्रेलिया के साथ शुरू हुए तीसरे टेस्ट मैच के पहले दिन की शुरुआत से पहले राष्ट्रगान के समय रोते हुए देखा गया था। सिराज का रोते हुए वीडियो और फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। सिराज ने मैच से पहले कैमरे में कैद हुए उस भावुक क्षण के बारे में भी बताया, जब वह अपने आंसू नहीं रोक पाए थे। उन्होंने बताया कि उनके दिवंगत पिता की याद ने उनकी आंखों में आंसू ला दिए थे। सिराज ने कहा, ‘उस समय पिता की याद आ गई। मैं बहुत भावुक था। वह मुझे टेस्ट क्रिकेट खेलते हुए देखना चाहते थे।’ उन्होंने कहा, ‘काश वह मुझे भारत के लिए खेलते हुए देख पाते।’ सिराज के पिता का भारतीय टीम के ऑस्ट्रेलिया पहुंचने के तकरीबन एक सप्ताह बाद 20 नवंबर को निधन हो गया था। उन्हें वापस जाने का विकल्प दिया गया था, लेकिन इस तेज गेंदबाज ने भारत के लिए खेलने के सपने को पूरा करने के लिए तब ऑस्ट्रेलिया में ही रुकने का फैसला किया था।
कोरोना महामारी के चलते किसान आंदोलन को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने चिंता व्यक्त की है। दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में तब्लीगी जमात के आयोजन से कोरोना फैलने के मामले में गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। इस दौरान सुप्रीम कोर्ट ने किसान आंदोलन में कोरोना की स्थिति को लेकर भी चिंता व्यक्त की है। SC ने केंद्र से पूछा कि क्या किसान आंदोलन में कोरोना नियमों का पालन हो रहा है या नहीं। उन्होंने कहा की कोरोना का संक्रमण बढ़ने का डर तो किसान आंदोलन वाली जगह पर भी है। यदि नियमों का पालन नहीं किया तो कोरोना की स्थिति बिगड़ने का खतरा बढ़ जाएगा। उन्होंने कहा की हमें नहीं पता किसान संक्रमण से सुरक्षित है या नहीं हम नहीं चाहते की कोरोना से मुश्किलें बढ़े।
किसान मोर्चा अब दिनोंदिन और मज़बूत होता जा रहा है। किसान आंदोलन को अब 42 दिन होने को आए है, और अभी भी सरकार किसानों की मांगों को लेकर कोई समाधानं नहीं निकाल पाई है। दिल्ली की सीमाओं पर अपनी मांगों पर डटे किसानों ने वीरवार को केएमपी पर ट्रैक्टर मार्च निकला। किसानों का कहना है कि खराब मौसम के पूर्वानुमान की वजह से ट्रैक्टर मार्च एक दिन के लिए बढ़ाया गया। किसान इसे 26 जनवरी को किसानों की होनें वाली ट्रेक्टर परेड का रिहर्सल बता रहे है। सिंघु, टीकरी, गाजीपुर और पलवल से हज़ारो किसान ट्रैक्टर मार्च के लिए रवाना हुए। किसान इस ट्रैक्टर मार्च के माध्यम से सरकार को बता रहे है कि जब तक उनकी मांगे नहीं मानी जाती वो पीछे नहीं हटेंगे। यह आंदोलन अब देशव्यापी व् जनव्यापी रूप ले चूका है। बिहार, ओडिशा, झारखंड में अलग-अलग तरीके से किसान सरकार के किसान-मजदूर-गरीब विरोधी चेहरे को बेनकाब कर रहे हैं। दुनिया भर के राजनैतिक और सामाजिक संगठनों का इस आंदोलन को समर्थन मिल रहा है।
हिमाचल प्रदेश में बर्ड फ्लू को लेकर अलर्ट जारी है। पौंग डैम में हज़ारों प्रवासी पक्षी मृत मिलने के बाद अब बिलासपुर में भी 18 से 20 मृत कौवे मिले हैं। यह कौवे कोलबांध से सटे जमथल गांव में एक नाले में मरे हुए पाए गए। इससे स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल पैदा हो गया है। इसकी सूचना तुरंत ही सम्बंधित विभाग को दी गई जिसके बाद विभाग ने मौके पर पर पहुंच कर सैंपल जांच के लिए भेजे। मरे हुए कौवों को दफना दिया गया है। वहीं, ग्रामीणों के अनुसार मरे हुए कौवों की चोंच से झाग निकल रहा था। हालांकि, विभाग द्वारा इसकी पुष्टि नहीं की गई है। फिलहाल, विभाग ने इनके सैंपल लेकर जांच के लिए भेज दिए है। इन कौवों की मौत का कारन तो रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा।
देश के कई राज्यों में स्कूल खोलने के बाद अब हिमाचल प्रदेश सरकार भी स्कूल खोलने को लेकर विचार कर रही है। बुधवार को प्रदेश के मुखयमंत्री जयराम ठाकुर ने विद्यार्थियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की, जिस दौरान विद्यार्थियों ने मुख्यमंत्री से जल्द से जल्द स्कूल खोलने की मांग के साथ वार्षिक परीक्षाओं को स्कूलों में ही आयोजित करने की मांग की। मुख्यमंत्री ने विभाग के अधिकारीयों को स्कूल खोलने की संभावनाओं पर विचार करने के निर्देश दिए है। सबसे पहले बोर्ड की परीक्षाओं को स्कूल में आयोजित करवाने की संभावनाओं को लेकर प्रस्ताव तैयार किया जाएगा। इसी के साथ ऐसे विद्यार्थी जो ऑनलइन पढाई शुरू होने के समय किन्हीं कारणों से सिलेबस कवर नहीं कर पाए, उनके लिए रिवीजन करवाने के लिए भी योजना बनाई जा रही है। एक सप्ताह के भीतर रिवीजन शुरू हो सकती है। विद्यार्थियों के साथ हुए संवाद के बाद शंकाएं दूर करने के लिए सप्ताह में एक दिन विशेष ऑनलाइन सत्र शुरू करने की भी तैयारी शुरू हो गई है। प्रदेश में बीते साल दो नवंबर से स्कूलों को खोला गया था, लेकिन कोरोना संक्रमण के मामले अधिक आने के चलते इन्हें बंद करना पड़ा था। अब कोरोना संक्रमण के मामलों में कमी आई है। ऐसे में स्कूलों को खोला जा सकता है। अभी प्रदेश में 12 फरवरी तक छुट्टियां घोषित की गई है। संभावित है की जनवरी के अंत या फरवरी के पहले सप्ताह में स्कूल खोल दिए जाएंगे।
हिमाचल प्रदेश में कोरोना महामारी के बाद अब बर्ड फ्लू ने दस्तक दी है। इसको लेकर अब प्रदेश भर में अलर्ट जारी है। इसी बीच बुधवार को कालका-शिमला राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर चक्की मोड़ के पास 300 से ज्यादा मरे हुए मुर्गे-मुर्गियां मिले हैं। आशंका जताई जा रही है की किसी अज्ञात व्यक्ति ने इन्हे मंगलवार की देर रात यहाँ फेंका होगा। जब अगली सुबह लोगों ने इन्हे यहाँ देखा तो आस पास इलाके में हड़कंप मचा गया। इसके बाद तुरंत प्रशासन को सूचित किया गया। इन मर पक्षियों के सैंपल लेकर जांच के लिए जालंधर भेज दिए गए हैं। मरे हुए मुर्गे-मुर्गियों को गड्ढे में दबा दिया गया है। अब रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति साफ होगी कि इनकी मौत फ्लू से हुई है या किसी अन्य वजह से। वहीं पुलिस ने चक्की मोड़ के पास मरे हुए मुर्गे-मुर्गियां फेंकने वाले की तलाश शुरू करदी है। बता दें, हाईवे में यह पहला मामला नहीं है कि किसी ने मरे हुए मुर्गे-मुर्गियां फेंके हों। कोरोना के शुरुआती दौर में भी चक्की मोड़ से दत्यार के बीच काफी संख्या में मरे हुए मुर्गे फेंके गए थे। उधर, कांगड़ा के पौंग डैम में मृत प्रवासी पक्षियों की संख्या बढ़कर 3,055 हो गई है। बुधवार को भी यहाँ 300 और प्रवासी पक्षी मृत पाए गए। इन्हें गड्ढे में डालकर दबा दिया गया है। वन्यप्राणी विंग लगातार यहाँ दौरा कर रही है। वही, देहरादून से आई पक्षी विशेषज्ञों की टीम ने बुधवार को धमेटा व गुगलाडा के पास बांध क्षेत्र का दौरा किया। आज नगरोटा सूरियां में स्थिति का जायजा लिया जाएगा।
कोरोना वायरस के कारन ठप पड़ी परिवहन सेवा धीरे-धीरे अब पूरी तरह सुचारु होने लगी है। आज हिमाचल प्रदेश परिवहन निगम (HRTC) ने 10 माह के लम्बे अंतराल के बाद लग्जरी बस सेवा शुरू कर दी है। मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) के तहत पहले दिन ट्रायल के तौर पर चंडीगढ़ और दिल्ली रूट पर 7 बसों का संचालन किया जा रहा है। सुबह के समय शिमला से 9 बजे दिल्ली के लिए लग्जरी बस रवाना हुई। धर्मशाला से चंडीगढ़ और मनाली से चंडीगढ़ के लिए भी सुबह के समय लग्जरी चलाई गई। रात्रि सेवा के तहत शिमला से दिल्ली, बीड़-बैजनाथ-दिल्ली, धर्मशाला-दिल्ली और मनाली-दिल्ली रूट पर गुरुवार को वोल्वो बसें रवाना की गईं। प्रदेश सरकार की ओर से 100 फीसदी ऑक्युपेंसी पर बसें चलाने के निर्णय के बाद लग्जरी बसों का संचालन भी सौ फीसदी ऑक्युपेंसी पर हो रहा है। बस को रूटों पर भेजने से पहले कोरोना के सभी नियमों का पालन सुनिश्चित किया जा रहा है। बसों को रूट पर भेजने से पहले सैनिटाइज किया जाएगा। सभी यात्रियों के लिए मास्क पहनना अनिवार्य किया गया है। अस्वस्थ यात्रियों को यात्रा की अनुमति नहीं होगी। चालक और परिचालकों को कोरोना से बचाव के लिए सभी आवश्यक एहतियात का पालन करना होगा। जैसे-जैसे रूटों पर यात्रियों की संख्या बढ़ेगी, लग्जरी बसों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी।
बीते कल नारकण्डा में एक बेहत दुखद घटना पेश आई है। नारकण्डा से हाटु की ओर जा रहे हरियाणा के पर्यटकों की कार दुर्घटना के शिकार हो गई। कार में सवार 4 पर्यटकों में से 2 ने मौके पार ही दम तोड़ जबकि अन्य 2 गंभीर रूप से घायल हो गए। जानकारी के मुताबिक हरियाणा से आए पर्यटक भारी बर्फ़बारी के बीच हाटु की और बढ़ रहे थे। स्थानीय लोगों ने उन्हें सावधान भी किया पर उन्होंने एक न सुनी। वह हाटु की ओर शाम को 6:00 बजे रवाना हो गए। कुछ ही दूर चलने के बाद उनकी गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गई जिस से दो युवकों की मौके पर ही मौत हो गई। इस घटना की जानकारी SDM कुमारसैन ने अपने सोशल मीडिया पर दी है। उन्होंने इस घटना पर दुख जताया है। SDM ने अपने पोस्ट में लिखा, "कल एक बहुत दुखद घटना नारकंडा में घटी हरियाणा से आए 4 पर्यटक मना करने के बावजूद भी हाटु की ओर शाम को 6:00 बजे रवाना हो गए कुछ ही दूर चलने के बाद उनकी गाड़ी फिसल गई जिस से दो युवकों की जान मौके पर ही चली गई।" साथ ही उन्होंने बताया है कि प्रशासन ऐतिहातन तौर पर हाटु की तरफ बढ़ रही सड़क को आज से वाहनों कि आवाजाही के लिए बंद कर दिया है। उन्होंने चेतावनी भी दी है यदि कोई शरारती तत्व पर्यटन के नाम पर पर्यटकों को हाटु तक ले जाने कि व्यवस्था करते हैं तो उन पर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने लिखा, "प्रशासन ऐतिहातन तौर पर हाटु की तरफ बढ़ रही सड़क को आज से वाहनों के लिए बंद करने का आदेश देती है। पर अगर तब भी कुछ शरारती तत्व पर्यटन के नाम पर पर्यटकों को हाटु तक ले जाने का कोई भी व्यवस्था करते हैं तो उन पर उचित कार्रवाई जरूर होगी।" उन्होंने लोगों से आग्रह किया है कि आपकी सुरक्षा आपके अपने हाथ है इसलिए प्रशासन के निर्देशों का पालन करें। उन्होंने दूसरे पर्यटकों को भी सचेत करने का आग्रह किया है। "व्यवसाय जरूरी है पर जान उससे भी ज्यादा कीमती है। मेरा आप सभी से आग्रह हैं अगर आप किसी पर्यटक को Hatu की तरफ जाते देखें तो अगर मौका लगे तो उनको जरूर सचेत करें कि आगे की राह उनके लिए सुरक्षित नहीं है। यह न केवल उन पर्यटकों के लिए लाभदायक होगा परंतु हमारे प्रशासन, पुलिस, डॉक्टर एवं स्थानीय वालंटियर जिन्होंने कल पूरी रात काम करके एक शव को नीचे से निकालने में मदद की उनकी जान के लिए भी राहत की बात होगी।" उन्हें लिखा।
कोरोना महामारी के फैलते संक्रमण को देखते हुए देश के तमाम राज्यों में पिछले साल से ही सभी स्कूल व शिक्षण संस्थान बैंड हैं। पर अब जिस तरह कोरोना महामारी की रफ्तार कम होती नजर आ रही है तो धीरे-धीरे कई राज्यों में स्कूल भी खुलने लगे हैं। ऐसे में पंजाब सरकार ने भी ऐलान किया है कि कल से राज्य में सभी स्कूल फिर से खोले जाएंगे। पंजाब सरकार के आदेशों के मुताबिक, प्रदेश में 5वीं से 12वीं तक के सरकारी और निजी दोनों स्कूल खुलेंगे। पंजाब के शिक्षा मंत्री विजय इंदर सिंगला ने कहा है कि माता-पिता के बार-बार अनुरोध के बाद राज्य सरकार ने छात्रों के लिए कक्षा 5 से सोशल डिस्टेंसिंग के साथ कक्षाओं को फिर से खोलने की अनुमति देने का फैसला किया है। 7 जनवरी से स्कूल सुबह 10 से दोपहर 3 बजे तक खोले जाएंगे। आदेश सभी सरकारी, अर्ध सरकारी और निजी स्कूलों के लिए है। आदेश को राज्य के सभी स्कूलों के साथ साझा किया गया है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इसके लिए मंजूरी दे दी है। स्कूलों को निर्देश दिया गया है कि वे अधिकतम सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए और जारी किए गए विभिन्न एसओपी में सरकार द्वारा निर्धारित सभी प्रोटोकॉल का पालन करें। सिंगला ने यह भी बताया कि सभी स्कूल प्रबंधन को स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी गाइडलाइन का पालन करने के लिए सख्त निर्देश दिए गए है।
अभी कोरोना का खतरा पूरी टला नहीं की भारत में एक और बीमारी ने अपने पैर पसार लिए है, कोरोना महामारी के बीच अब भारत के कई राज्यों में बर्ड फ्लू के मामले बढ़ते जा रहे हैं। राजस्थान, मध्य प्रदेश, झारखंड, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश में इस वायरस को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है। पोल्ट्री फार्म, जलाशयों और प्रवासी पक्षियों पर विशेष निगरानी रखने को भी कहा गया है। साथ ही संक्रमण वाली जगहों पर मांस बेचने पर भी प्रतिबंध लगाया जा रहा है। इस बर्ड फ्लू के आने के बाद लोगों में दहशत का माहौल है। हिमाचल में सात दिन के भीतर मृतक परिंदों का आंकड़ा 2,403 पहुंच गया है। दिसंबर 2020 में जापान, साउथ कोरिया, वियतनाम और चार यूरोपीय देशों में बर्ड फ्लू के मामले आने शुरू हुए थे और अब ये भारत के कई हिस्सों में फैल चुका है। ये वायरस सिर्फ पक्षियों के लिए ही नहीं बल्कि इंसानों के लिए भी घातक साबित हो सकता है। WHO द्वारा जारी की गई वार्निंग में भी बर्ड फ्लू को इंसानों के लिए घातक बताया गया है? आइए जानते हैं कि आखिर बर्ड फ्लू होता क्या है और ये कैसे फैलता है? क्या होता है बर्ड फ्लू बर्ड फ्लू एक वायरल इंफेक्शन है जिसे एवियन इन्फ्लूएंजा (Avian Influenza) भी कहते हैं। ये एक पक्षी से दूसरे पक्षियों में फैलता है। बर्ड फ्लू का सबसे जानलेवा स्ट्रेन H5N1 होता है। H5N1 वायरस से संक्रमित पक्षियों की मौत भी हो सकती है। ये वायरस संक्रमित पक्षियों से अन्य जानवरों और इंसानों में भी फैल सकता है और इनमें भी ये वायरस इतना ही खतरनाक है। इंसानों में बर्ड फ्लू का पहला मामला 1997 में हॉन्ग कॉन्ग में आया था। उस समय इसके प्रकोप की वजह पोल्ट्री फार्म में संक्रमित मुर्गियों को बताया गया था। 1997 में बर्ड फ्लू से संक्रमित लगभग 60 फीसदी लोगों की मौत हो गई थी। ये बीमारी संक्रमित पक्षी के मल, नाक के स्राव, मुंह की लार या आंखों से निकलने वाली पानी के संपर्क में आने से होती है। H5N1 बर्ड फ्लू इंसानों में होने वाले आम फ्लू की तरह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में आसानी से नहीं फैलता है। एक इंसान से दूसरे इंसान में तभी फैलता है जब दोनों के बीच बहुत करीबी संपर्क हो। जैसे कि संक्रमित बच्चे की देखभाल करने वाली मां या घर के किसी अन्य संक्रमित सदस्य का ख्याल रखने वाले लोग। किन पक्षियों में होता है बर्ड फ्लू बर्ड फ्लू प्रवासी जलीय पक्षियों खासतौर से जंगली बतख से प्राकृतिक रूप से फैलता है। इन जंगली पक्षियों से ये वायरस घरेलू मुर्गियों में फैल जाता है। जंगली पक्षियों से ये बीमारी सूअरों और गधों तक भी फैल जाती है। साल 2011 तक ये बीमारी बांग्लादेश, चीन, मिस्र, भारत, इंडोनेशिया और वियतनाम में फैल चुकी थी। इंसानों में कैसे फैलता है बर्ड फ्लू इंसानों में कैसे फैलता है बर्ड फ्लू- बर्ड फ्लू इंसानों में तभी फैलता है जब वो किसी संक्रमित पक्षी के संपर्क में आए हों। ये करीबी संपर्क कई मामलों में अलग-अलग हो सकता है। कुछ लोगों में ये संक्रमित पक्षियों की साफ-सफाई से फैल सकता है। कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक, चीन में ये पक्षियों के बाजार से फैला था। संक्रमित पक्षियों से दूषित पानी में तैरने-नहाने या मुर्गों और पक्षियों की लड़ाई छुड़वाने वाले लोगों में भी बर्ड फ्लू का संक्रमण हो सकता है। इसके अलावा संक्रमित जगहों पर जाने वाले, कच्चा या अधपका मुर्गा-अंडा खाने वाले लोगों में भी बर्ड फ्लू फैलने का खतरा होता है। H5N1 में लंबे समय तक जीवित रहने की क्षमता होती है। संक्रमित पक्षियों के मल और लार में ये वायरस 10 दिनों तक जिंदा रहता है। बर्ड फ्लू के लक्षण बर्ड फ्लू के लक्षण- बर्ड फ्लू होने पर आपको कफ, डायरिया, बुखार, सांस से जुड़ी दिक्कत, सिर दर्द, मांसपेशियों में दर्द, गले में खराश, नाक बहना और बेचैनी जैसी समस्या हो सकती है। अगर आपको लगता है कि आप बर्ड फ्लू की चपेट में आ गए हैं तो किसी और के संपर्क में आने से पहले डॉक्टर को दिखाएं। क्या है इलाज अलग-अलग तरह के बर्ड फ्लू का अलग-अलग तरीकों से इलाज किया जाता है लेकिन ज्यादातर मामलों में एंटीवायरल दवाओं से इसका इलाज किया जाता है। लक्षण दिखने के 48 घंटों के भीतर इसकी दवाएं लेनी जरूरी होती हैं। बर्ड फ्लू से संक्रमित व्यक्ति के अलावा, उसके संपर्क में आए घर के अन्य सदस्यों को भी ये दवाएं ली जाने की सलाह दी जाती है, भले ही उन लोगों में बीमारी के लक्षण ना हो। कैसे करें बचाव जो भी बचाव के तरीके हम कोरोना महामारी के लिए इस्तेमाल कर रहे है जैसे मास्क लगाना, संक्रमितों से दुरी बनाएं रखना, सांइटिज़ेर का इस्तेमाल करना, ये सभी आदतें हमें बर्ड फ्लू से बचा सकती है। इसके साथ ही हमें संक्रमण वाली जगहों पर जाने से बचना चाहिए, अधपक्के मास का सेवन नहीं करना चाहिए।
कोरोना महामारी के बाद अब प्रदेश में बर्ड फ्लू के घातक H5N1 वायरस के काले बादल मंडरा रहा है। इस घातक वायरस से पक्षी ही नहीं इंसान भी खतरे में हैं। इसी के चलते स्वास्थ्य विभाग ने एहतियात के लिए प्रदेश सरकार से इंसानों में बर्ड फ्लू की टेस्टिंग के लिए अनुमति मांगी है। विभाग ने यह कदम इसलिए उठाए हैं ताकि बर्ड फ्लू के लक्षणों की समय पर जांच व उपचार हो सके। इसके अलावा फील्ड कर्मचारियों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि फ्लू के लक्षण मिलने पर तुरंत स्वास्थ्य विभाग से संपर्क करें। मंगलवार को विभाग ने एच5 एन1 फ्लू को हराने के लिए कांगड़ा जिले में ब्लॉक स्तर पर दवाइयां पहुंचा दी हैं। आयुर्वेद विभाग लोगों को इम्युनिटी बढ़ाने के लिए घरेलू नुस्खे और आयुर्वेदिक काढ़ा इस्तेमाल करने की सलाह दे रहा है। अधिकारियों का कहना है कि घर में भी लोग तुलसी, लौंग, काली मिर्च और आंवले का इस्तेमाल कर अपनी इम्युनिटी बढ़ा सकते हैं। उनका कहना है कि किसी भी फ्लू से बचने के लिए इम्युनिटी और विटामिन-सी लेना बेहद जरूरी है।
हिमाचल प्रदेश राज्य मंत्रिमंडल की बैठक मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर की अध्यक्षता में आयोजित हुई। मंत्रिमंडल ने भारत में कोरोना वैक्सीन के प्रयोग को अनुमति देने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त करने के लिए प्रस्ताव पारित किया। इससे भारत विश्व के अन्य देशों में अग्रणी बना है। मंत्रिमण्डल ने आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत वैक्सीन के उत्पादन के लिए देश के वैज्ञानिकों का भी आभार व्यक्त किया। मंत्रिमण्डल ने अमेरिका की डेटा फर्म माॅर्निंग कंसल्ट द्वारा देश में कोविड-19 महामारी को प्रभावी ढंग से नियंत्रित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को दुनिया भर में सर्वश्रेष्ठ और सबसे लोकप्रिय राजनेता आंके जाने पर बधाई दी है। मंत्रिमण्डल ने शिमला, कांगड़ा, मण्डी और कुल्लू जिलों में लगाए गए रात्रि क्फ्र्यू को हटाने और प्रदेश के सभी सरकारी कार्यालयों में पहले की तरह छः दिन के कार्य दिवस को बहाल करने का निर्णय लिया। मंत्रिमण्डल ने राज्य में प्रशिक्षण कक्षाओं को 50 प्रतिशत क्षमता के साथ अनुमति प्रदान करने का निर्णय लिया। इसके लिए राज्य शिक्षा विभाग द्वारा मानक संचालन प्रक्रिया जारी की जाएगी। राज्य निर्वाचन आयोग के आग्रह पर मंत्रिमण्डल ने आंतरिक बैठकों में 50 से अधिक लोगों को अनुमति नहीं देने की शर्त में छूट देने का निर्णय लिया है। इससे आयोग को चुनाव से सम्बन्धित प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रभावी तरीके से चलाने में मदद मिलेगी। राज्य में कोविड-19 की परिस्थिति के दृष्टिगत मंत्रिमण्डल ने आईजीएमसी शिमला, सीएचसी नालागढ़ और डाॅ. राजेन्द्र प्रसाद राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय टांडा मंे मेक शिफ्ट अस्पतालों को कार्यशील बनाने का निर्णय लिया। इसके लिए वार्ड सिस्टर, स्टाफ नर्सों, डीईओज और चतुर्थ श्रेणी को कुछ समय के लिए आउट सोर्स आधार पर जबकि चिकित्सा अधिकारियों की व्यवस्था फ्रेश अथवा सीधे वाॅक इन इन्टरव्यू के माध्यम से की जाएगी। भविष्य में कोविड की परिस्थिति के दृष्टिगत एचएलएल के प्रस्ताव को अस्थगित रखने का निर्णय लिया गया है। मंत्रिमण्डल ने राज्य में आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, हिम केयर योजना और राजकीय चिकित्सा प्रतिपूर्ति योजना के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए निजी अस्पतालों के पंजीकरण हेतु सिंगल विंडो एम्पेन्लमेंट शुरू करने को भी स्वीकृति प्रदान की। मंत्रिमण्डल के समक्ष बागवानी विभाग ने मार्च, 2021 तक छः माह के लक्ष्यों और अपै्रल, 2021 से मार्च, 2022 तक के लक्ष्यों के बारे में प्रस्तुति दी। इस अवसर पर पशु पालन विभाग ने भी एवियन इन्फ्लुएंजा के बारे में प्रस्तुति दी। मंत्रिमण्डल ने स्वास्थ्य और पशु पालन विभाग को एवियन फ्लू की उचित दवाओं और कर्मचारियों के लिए पीपीई किट की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने का परामर्श दिया। मंत्रिमण्डल ने उपायुक्त जिला कांगड़ा द्वारा आवागमन के लिए लगाए गए प्रतिबन्धों की सख्ती से अनुपालना करने की सलाह दी।
जयराम सरकार की इस साल की पहली कैबिनेट बैठक सचिवालय में शुरू हो गई है। आज की इस कैबिनेट बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले होने के आसार है। हालांकि, पंचायती राज चुनाव की आदर्श चुनाव आचार संहिता के चलते सरकार कोई बड़ी घोषणा तो कैबिनेट में नहीं कर सकती है, लेकिन कोविड-19, हिमाचल दिवस और गणतंत्र दिवस को लेकर कैबिनेट में रणनीति बन सकती है। इसके अलावा बर्ड फ्लू की दस्तक को लेकर भी कैबिनेट में चर्चा की जाएगी। कोरोना वैक्सीन ट्रायल को लेकर भी कैबिनेट में चर्चा हो सकती है। वही चार ज़िलों में लागू रात्रि कर्फ्यू को लेकर भी कैबिनेट में आज नया फैसला लिया जा सकता है। कैबिनेट में विभिन्न विभागों की प्रेजेंटेशन दी जा सकती है। इसके अलावा कई अन्य निर्णय लिए जा सकते है जो चुनाव आचार संहिता के दायरे में नहीं आते हों। बता दें कि जयराम सरकार ऐसी पहली सरकार है जिसने सत्ता में आने से पहले हर माह 3 कैबिनेट बैठक करने का निर्णय लिया था। यही वजह है कि हर माह पहले तीसरे और चौथे हफ्ते में कैबिनेट हो जाती है। इसके अलावा बैठक में कई अन्य महत्वपूर्ण फैसले भी लिए जा सकते हैं।
उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी ने धारा 144 के अंतर्गत निहित शक्तियों का प्रयोग कर आदेश जारी करते हुए बताया कि जिला शिमला में रात्रि कर्फ्यू रात 10 बजे सुबह 6 बजे तक 31 जनवरी, 2021 तक प्रभावी रहेगा। उन्होंने बताया कि इस दौरान 28 नवम्बर, 2020 को जारी किए गए आदेशों में निहित शर्तें लागू रहेगी। उन्होंने बताया कि यह आदेश जिला शिमला में 06 जनवरी, 2021 से 31 जनवरी, 2021 तक लागू रहेंगे। उन्होंने बताया कि आदेशों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ धारा 188, 269 व 270 के तहत कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।
हिमाचल प्रदेश में सोमवार और मंगलवार को भारी बर्फबारी का अलर्ट जारी किया गया है। प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ के चलते बारिश, ओलावृष्टि तथा तेज हवाओं के आसार भी जताए गए हैं। प्रदेश के अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों के लिए ऑरेंज अलर्ट की चेतावनी जारी की गई है। पश्चिमी विक्षोभ के चलते तापमान में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई है परंतु फिर भी प्रदेश के कुछ एक क्षेत्रों में शून्य से नीचे तापमान दर्ज किया गया है। मौसम विज्ञान केंद्र के निर्देशक मनमोहन सिंह ने कहा कि आज और कल के लिए हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और बर्फ़बारी की चेतावनी जारी की गई है जिसके चलते आज मैदानी क्षेत्रों में भारी बारिश होने की संभावना जताई गई है। वहीं 5 जनवरी को हिमाचल प्रदेश के अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्र शिमला, नारकंडा, चंबा, कांगड़ा तथा लौहल में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने भी सैलानियों से वाहन चलाने को लेकर सावधानी बरतने के लिए कहा है।
जिला मड़ी के उपमंड़ल करसोग के तहत पड़ने वाली दूरदराज ग्राम पंचायत शोरशण के पजैंडी गांव में शुक्रवार देर रात एक दर्दनाक हादसा पेश आया है जिसमें गौशाला में बधे पांच मवेशी आगजनी की भेट चढ़ गए। पुलिस व राजस्व विभाग ने घटना स्थल का मुआयना कर आंगामी कार्यवाही शुरु कर दी है। जानकारी के अनुसार यह हादसा शुक्रवार देर रात पेश आया। आग इतनी भयानक थी की ग्रामीण हरी कृष्ण की गौशाला में बधें चार गाय व एक बछड़ी ज़िंदा जल गए। इस घटना का पता तब चला जब दुसरे गांव के लोगों ने पजैंडी मे धुआं व आग की लपटे उठती देखी। उन्होंने तुरंत ही गांव के लोगो को सुचित किया। सुचना मिलने तक गौशला में रखे पशु मौत का ग्रास बन चुके थे व गौशाला जलकर राख हो गई थी। सूचना मिलते ही पुलिस विभाग पांगणा के कर्मचारी व राजस्व विभाग करसोग के कर्मचारी मौके पर पहुंचे व घटना का मुआईना किया। पुलिस ने मामला दर्ज कर आग लगने के कारणों की जांच शुरु कर दी है। राजस्व विभाग ने करीब 2 लाख के नुकसान का आंकलन किया है। तहसीलदार करसोग राजेन्द्र ठाकुर ने जानकारी देते हुए बताया कि इस भीष्ण अग्निकाड़ में गौशाला में बधें एक बछड़ी व चार गाय की मौत हो गई। पीड़ित परिवार को राहत के तौर पर 20 हजार रूपये की राहत राशि दे दी गई है।
नए साल में कोरोना महामारी से निजात मिलने की उम्मीद है। देश में वैक्सीन का ड्राई रन आज किया गया है और जल्दी ही वैक्सीन लोगों लगाने का काम भी शुरू हो जाएगा। पूरे देश के साथ हिमाचल प्रदेश में भी कोरोना वैक्सीन का ड्राई रन किया गया। प्रदेश के शिमला में तीन जगहों डीडीयू अस्पताल, तेंजिन अस्पताल और कसुम्पटी के सरकारी स्कूल में वैक्सीन का ड्राई रन किया गया जिसमें 25-25 लोगों को ट्रायल के तौर पर वैक्सीन लगाई गई। ड्राई रन के बाद देश में वैक्सीन लगाने का फाइनल दौर शुरू हो जाएगा। पहले चरण में स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन लगाई जाएगी उसके बाद अन्य लोगों को वैक्सीन लगाने का काम शुरू होगा। शिमला में डब्ल्यूएचओ की टीम की निगरानी में वैक्सीन का ड्राई रन किया गया। वेक्सिनेशन में 5 मेम्बर की टीम रहेगी। पहले से रजिस्ट्रेशन होगी फिर जिन लोगों को वैक्सीन लगाने के लिए मेसेज किया है उनकी लिस्ट वेरिफिकेशन होगी और उसके बाद उसको वैक्सीन लगाई जाएगी। वैक्सीन लगाने के बाद मरीज को आधे घंटे के लिए ऑब्जरवेशन में रखा जाएगा जंहा पर देखा जाएगा कि वैक्सीन का मरीज को कोई साइड इफेक्ट तो नहीं हुआ।ऑब्जरवेशन के बाद मरीज को घर भेज दिया जाएगा और वैक्सीन लगाने की अगली डेट भी दी जाएगी। ड्राई रन का मकसद वैक्सीन के लगाए जाने पर किसी भी तरह की खामी न हो उसको दूर करना है। ड्राई रन के आधार पर ही प्रदेश में वैक्सीन लगाने का काम शुरू होगा।
कुनिहार। कुनिहार बाजार में पेट्रोल पंप के पास नव वर्ष की पहली रात्रि में एक करियाना की दुकान आग लगने से पूरी तरह जल कर खाक हो गई। आगजनी में लाखों रुपए का करियाना व डेली नीड्स का सामान जल कर राख हो गया। गनीमत यह रही की आग साथ वाली दुकानों व रिहायशी मकानों की ओर नहीं फैली अन्यथा हादसा भयंकर हो सकता था। व्यापार मण्डल के सदस्य सूचना मिलते ही घटना स्थल पर पहुंचे व अपने व्यापारी साथी को सांत्वना दी। दुकान के मालिक राम रत्तन तनवर ने बताया कि दुकान के साथ ही रहने वाले पड़ोसियों ने जब रात्रि में दुकान से धुंआ उठता देखा तो उन्होंने मुझे व मेरे परिवार को आग लगने की सूचना दी व सभी ने मिलकर दुकान के शटर उठाए, लेकिन उस समय तक दुकान में रखा करियाना व अन्य सामान पूरी तरह जल चुका था। स्थानीय पुलिस व पटवारी मौके पर पहुंचे व घटना का जायजा लिया। गौर रहे कि कुनिहार क्षेत्र जिला सोलन का एक बहुत बड़ा व्यापारिक केंद्र है। यंहा पर प्रदेश सहित दूरदराज क्षेत्र से लोग खरीददारी करने आते है। प्रदेश व जिला सोलन का अग्रणी व्यापारिक हब होने के कारण कुनिहार में फायर स्टेशन होना बहुत जरूरी है। पिछले कुछ वर्षों में यंहा कई बड़ी आगजनी की घटनाएं हो चुकी है। आगजनी की घटनाओं को रोकने के लिए अर्की या फिर सोलन से फायर बिग्रेड को बुलाना पड़ता है और जब तक फायर बिग्रेड की गाड़ियां कुनिहार पहुंचती है तब तक आग सब कुछ जला कर खाक कर चुकी होती है। ओम प्रकाश ठाकुर, भगमल तनवर, पवन ठाकुर, सुरेश, विजय कंवर, साहिल ठाकुर, विजय गर्ग, विनय गर्ग आदि कारोबारियों ने सरकार से विकसित व्यापारिक केंद्र कुनिहार में जल्द फायर स्टेशन खोलने की मांग की है, ताकि आगजनी की घटनाओं पर अकुंश लग सके। व्यापार मंडल के प्रधान सुमित मित्तल ने भी सरकार से कुनिहार में फायर स्टेशन या फायर हाइड्रेंट खोलने की मांग की है, ताकि आगजनी पर जल्द काबू पाया जा सके। प्रत्यक्षदर्शी ओम प्रकाश ठाकुर ने बताया कि रात्री में उन्हें जैसे ही घर के साथ वाली दुकान मेंआग लगने का पता चला, तो उन्होंने अन्य पड़ोसियों को उठा कर इसकी सूचना दुकान के मालिक व उसके परिवार को दी। सभी ने मिल कर दुकान के शटर को किसी तरह उठाया, परन्तु तब तक दुकान में रखा सारा समान राख हो चुका था।
शिमला। हिमाचल प्रदेश में आज से मौसम बदलेगा। शनिवार को छह मध्य पर्वतीय जिलों शिमला, सोलन, सिरमौर, मंडी, कुल्लू और चंबा के कई क्षेत्रों में बारिश और बर्फबारी का पूर्वानुमान है। तीन से पांच जनवरी तक पूरे प्रदेश में मौसम खराब रहने की संभावना है। चार और पांच जनवरी को अधिक बारिश और बर्फबारी के आसार हैं। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक मनमोहन सिंह के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से मौसम में यह बदलाव आ रहा है। इसमे 3 से पांच तक प्रेदेश में मौसम खराब रहेगा। इसमे 4 ओर 5 जनवरी को प्रदेश के ऊपरी इलाकों में भारी बर्फबारी और निचले इलाकों में बारिश हो सकती है।