भारत सरकार की ओर से जिले के स्वास्थ्य केंद्रों पर स्वास्थ्य मेले का आयोजन किया जा रहा है। उपायुक्त किन्नौर आबिद हुसैन सादिक ने बाताया कि भारत सरकार के निर्देशानुसार किन्नौर जिला के कल्पा उपमण्डल के सांगला स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 20 अप्रैल, उपमण्डल के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पूह में 21 अप्रैल व निचार उपमण्डल के भावानगर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 22 अप्रैल, 2022 को स्वास्थ्य मेले का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस दौरान एक ही छत के नीचे एलोपैथी, आयुर्वैदिक व होम्योपैथी के विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा स्वास्थ्य जांच सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी। मेले के दौरान आयुष्मान भारत व हिम केयर कार्ड भी बनाऐ जाऐगे। उन्होंने बताया कि इस दौरान स्त्री रोग विशेषज्ञ, नेत्र रोग विशेषज्ञ व शल्य चिकित्सा विशेषज्ञ द्वारा लोगों की निःशुल्क स्वास्थ्य जांच की जाएगी तथा विभिन्न प्रकार के टैस्ट सुविधा भी उपल्बध होगी। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग द्वारा निःशुल्क दवाईयां भी उपलब्ध करवाई जाएगी। स्वास्थ्य मेले के दौरान आयुर्वैदिक तथा होम्योपैथिक विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा लोगों की निःशुल्क स्वास्थ्य जांच व विभिन्न प्रकार के टैस्ट किए जाएंगे तथा रोगियों को निःशुल्क दवाएं भी वितरित की जाएगी। उपायुक्त किन्नौर आबिद हुसैन सादिक ने जिला वासियों से भी आग्रह किया है कि वे स्वास्थ्य मेले का लाभ अवश्य उठाऐ। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य मेले का मुख्य उद्देश्य जहां लोगों को उनके घर द्वार के निकट विशेषज्ञ चिकित्सा सुविधा उपल्बध करवाने के साथ-साथ केंद्र तथा प्रदेश सरकार द्वारा चलाए जा रही विभिन्न स्वास्थ्य योजनाओं व कार्यक्रमों के बारे में भी जागरूक करना है तथा लोगों को विभिन्न बीमारियों से बचाव के बारे में भी जानकारी प्रदान करना है।
जिला किन्नौर पूह थाना के अंतर्गत यंगथंग में पुलिस ने ठेके के सेलमैन के गुप्त अड्डे से 120 पेटी अवैध शराब बरामद की है । जानकारी देते हुए डी एस पी हेडक्वार्टर नवीन जालटा ने बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि यंगथंग ठेके के सेलमैन अनिल कुमार निवासी कांगड़ा ने किसी गुप्त स्थान पर अबैध शराब रखी है जिस पर जिला विशेष अन्वेषण ईकाई (एस आई यू ) की टीम ने सहायक उप निरीक्षक शिव देव की अगुवाई में गुप्त सूचना के आधार पर अनिल कुमार के गुप्त अड्डे पर छापेमारी की तथा वहां एक कमरे से 35 पेटी अग्रेजी शराब, 70 पेटी बीयर व 15 पेटी देसी (कुल 120 पेटी ) अबैध शराब बरामद की गई। उन्होंने बताया कि पुलिस ने अनिल कुमार के खिलाफ पुलिस थाना पूहमें एच पी एक्साइज एक्ट के तहत मामला दर्ज कर छानबीन की जा रही है। डीएसपी ने यह भी बताया कि वहीं दूसरे मामले में पुलिस ने नमज्ञा में एक व्यक्ति से 53 ग्राम अबैध चरस भी बरामद की है । उन्होंने बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि नमज्ञा में मंडी निवासी घनश्याम अबैध चरस बेचने का धंधा करता है जिस पर पूह थाना प्रभारी की अगुवाई में पुलिस टीम ने जाल बिछाकर उक्त व्यक्ति को नमज्ञा में दबोचा तथा उससे 53 ग्राम चरस बरामद की गई जिस पर पुलिस ने पूह थाना में उक्त व्यक्ति के खिलाफ एन डी एंड पी एस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है ।
समर नेगी। रिकांगपिओ किन्नौर जिला में 17 अप्रैल को 4873 शिशुओं को पोलियो ड्राॅप्स पिलाई जाएगी। जिला टीकाकरण अधिकारी किन्नौर डाॅ. अन्वेषा ने कहा कि किन्नौर जिला में 17 अप्रैल, 2022 को 5 वर्ष तक के 4873 बच्चों को पोलियो खुराक पिलाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए समूचे जिला में 100 बूथ स्थापित किए जाएंगे, जिसके तहत सांगला क्षेत्र में 13, रिकांगपिओ क्षेत्र में 17, पूह स्वास्थ्य खंड में 34 तथा निचार विकास खंड में 36 बूथ स्थापित किए जाएंगे। इस कार्य को पूरा करने के लिए 412 स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व आशा-वकर्स की सेवाएं ली जाएंगी। इसके अलावा 20 सूपरवाईजर्स भी तैनात किए जाएंगे। डाॅ. अन्वेषा ने बताया कि एक स्थान से दूसरे स्थान पर जा रहे बच्चों की सुविधा के लिए अकपा तथा चोरा में विशेष पोलियो बूथ स्थापित किए जाएंगे, जहां वाहनों में आने व जाने वाले सभी बच्चों को पोलियो ड्राॅप्स पिलाई जाएगी। स्वास्थ्य विभाग द्वारा तीनों उपमंडलों में मोबाईल वैन के माध्यम से भी पोलियो ड्राॅप पिलाई जाएगी। उन्होंने जिला के सभी अभिवावकों से आग्रह किया है कि वे 5 वर्ष तक के सभी बच्चों को अपनी निकटतम पोलियो बूथ पर पोलियो खुराक अवश्य पिलाएं।
नाथपा पंचायत के प्रधान आर.पी नेगी युलाम ने जन संवाद यात्रा नाम की एक पहल की शुरुआत की है । इसके तहत पंचायत आपके द्वार एक मुहिम चलाई जा रही है ,जिसकी पहल पिछले कल स्लारिंग ,रोक्चरंग ,काचरंग गांव से शुरू किया है । इस मुहिम के तहत पंचायत के प्रतिनिधियों के साथ साथ पंचायत के सभी अधिकारियों को मौके पर जनता के समक्ष मौके पर ही जा कर सभी समस्याओं का निपटारा किया जा रहा है ,साथ ही साथ इस जन संपर्क के माद्यम से लोगो को पंचायत के तहत मिलने वाली सुविधाओं बारे जागरूक किया जा रहा है , इस मौके पर प्रधान उप प्रधान वार्ड पंच ,पंचायत सचिव ,पंचायत तकनीकी सहायक ,पंचायत सहायक इत्यादि मौजूद थे , साल में 3 बार इस मुहिम के तहत पंचायत हर वार्ड में जन संवाद यात्रा का आयोजन करेगी ।
रिकांगपिओ पूह खंड के तहत ग्राम पंचायत नेसंग में अखिल कर्मचारी कल्याण परिषद ने एक दिवसीय पौधारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें समस्त ग्रामवासी, सेवानिवृत्त कर्मचारी गण, युवक मंडल, महिला मंडल एवं विकास कमेटी के सहयोग से लगभग 500 चिलगोजा के पौधे लगाए गए। इस दौरान विशेषकर गांव के स्लाइडिंग जगह में पौधरोपण किया, जहां पर भू-स्खलन होने की संभावना बनी होती है। वहीं, इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए वन परिक्षेत्र अधिकारी कल्पा मनमोहन सिंह आभार व्यक्त किया। अखिल कर्मचारी कल्याण परिषद ने संघ के अध्यक्ष ठाकुर सिंह नेगी ने बताया कि संघ की ओर से भविष्य में भी इस तरह के कार्यक्रम का आयोजन किया जाता रहेगा। वहीं, दूसरी ओर गांव में खुशहाली और हरियाली लाने में भी हमेशा सहयोग रहेगा। इस कार्यक्रम के द्वारा लोगों को पेड़-पौधों के महत्व से अवगत कराया गया।
फर्स्ट वर्डिक्ट। रिकांगपिओ गुरुकुल पब्लिक स्कूल सांगला द्वारा आज स्कूल प्रबंधन समिति की बैठक बुलाई गई। इस बैठक में सर्वप्रथम एसएमसी की नई कार्यकारिणी का गठन किया गया। इसमें सर्वसम्मति से जितेंद्र नेगी को प्रधान नियुक्त किया गया तथा ममता को उपप्रधान व आईडो नेगी को सलाहकार व अरुणा, नित्यानंद, दीपक, नरेश, चंद प्यारी, कृष्ण गोपाल, ललिता, ऊषा, रविन्द्र नेगी व जुगल किशोर को सचिव नियुक्त किया गया। वहीं, कोरोना काल के लबे अंतराल पश्चात स्कूल खुलने पर विद्यार्थियों के सरल तरीके से अध्यापन व बेहतर शिक्षा हेतु चर्चा हुई। इस बैठक में निर्णय लिया गया कि कमजोर विद्यार्थियों के लिए अतिरिक्त समय दिया जाएगा तथा उन्हें टीचिंग लर्निंग मेटेरियल द्वारा पढ़ाया जाएगा तथा समय-समय पर टेस्ट द्वारा विद्यार्थियों के परखा भी जाएगा।
फर्स्ट वर्डिक्ट। रिकांगपिओ हिमाचल प्रदेश वन विकास निगम के उपाध्यक्ष सूरत नेगी ने आज रिकांगपिओ में निर्माणाधीन किसान भवन का निरीक्षण किया। उन्होंने लोक निर्माण विभाग को किसान भवन का निर्माण कार्य मई,2022 तक पूरा करने के निर्देश दिए, ताकि जिला वासियों को एक ही छत के नीचे कृषि संबंधी सभी सुविधाएं उपलब्ध हो सके। सूरत नेगी ने कहा कि 4 करोड़ 48 लाख रुपए की लागत से बनने वाले इस भवन में कृषि विभाग, भू-संरक्षण, मृदा परीक्षण व पशुपालन विभाग के कार्यालय स्थापित होंगे। इस के अलावा भवन धरातल मंजिल में किसानों को ठहरने की सुविधा भी उपलब्ध होगी। इस अवसर पर लोक निर्माण विभाग के अधिषाषी अभियंता दिनेश कुमार सेन, आत्मा के परियोजना निदेशक डॉ. रवि शर्मा, जिला कृषि अधिकारी आत्मा परियोजना उपनिदेशक बलबीर ठाकुर व कनिष्ठ अभियंता जितेंद्र पाल व अन्य उपस्थित थे।
किन्नौर।फर्स्ट वर्डिक्ट किला निर्माण एवं किन्नौर के विकासात्मक कार्यो से सम्बंधित चर्चा के लिए पूर्व विधायक तेजवंत सिंह नेगी, किन्नौर भाजपा के वरिष्ठ कार्यकर्त्ता प्रह्लाद सिंह, सुनील, सापनी गांव के उप प्रधान प्यार चंद और सापनी ऐतिहासिक किला निर्माण कमेटी के सदस्यों ने भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर से भेंट की। अनुराग ठाकुर ने किला निर्माण कमेटी से वृस्तृत चर्चा की व किला निर्माण हेतु पूर्तत: सहयोग के लिए हामी भी भरी। साथ ही पूर्व विधायक तेजवंत सिंह नेगी ने किन्नौर के विकासात्मक कार्यों पर सार्थक चर्चा भी की।
फर्स्ट वर्डिक्ट। रिकांगपिओ हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त वेटरनरी फार्मासिस्ट प्रशिक्षण संस्थान शारड़ा के निकट हीरानगर में ओम एजुकेशन सोसायटी द्वारा संचालित संस्थान के लिए प्रवेश प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इस 2 वर्षीय पाठ्यक्रम के लिए योग्यता 10+2 में सामान्य वर्ग के लिए 60 प्रतिशत व अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए 50 प्रतिशत रहेगी। वहीं, प्रवेश शुल्क में जनजातीय क्षेत्र के अनुसूचित जाति व जनजाति वर्ग के अंतर्गत आईआरडीपी व बीपीएल कार्ड धारकों के लिए 5 प्रतिशत की छूट समाहित रहेगी। संस्थान की अध्यक्ष ने बताया कि शेष सत्र 2022-2024 के लिए प्रवेश प्रक्रिया आरंभ हो चुकी है व सत्र 20 अप्रैल से शुरू हो जाएगा, जिसके लिए दूरभाष नंबर 9418017024 पर संपर्क कर सकते हैं।
समर नेगी |रिकांगपि भारत सरकार द्वारा चलाए जा रहे "खेलो इंडिया खेलो" कार्यक्रम के तहत आज किन्नौर जिला के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कल्पा में जिला युवा सेवा एवं खेल विभाग किन्नौर द्वारा बाॅक्सींग ट्रायल का आयोजन किया गया। जिसमें जिले के विभिन्न क्षेत्रों से आए 70 खिलाड़ियों ने भाग लिया। कार्यकारी जिला युवा सेवा एवं खेल अधिकारी विक्रम बिश्ट ने बताया कि बाॅक्सींग ट्रायल में 30 खिलाड़ियों का चयन किया गया जिसमें 15 पुरूष तथा 15 महिला खिलाड़ी शामिल हैं। इसके अलावा 9 अतिरिक्त खिलाड़ियों का भी चयन किया गया। गौरतलब है कि खेलो इंडिया योजना के तहत रिकांग पिओ में बॉक्सिंग कोचिंग केंद्र खोला जाना प्रस्तावित है जिसको लेकर खेल विभाग की ओर से यह ट्रायल करवाया गया है।
समर नेगी। रिकांगपिओ जल शक्ति विभाग रिकांगपिओ द्वारा अंबेडकर भवन सांगला में वैली की 10 पंचायत छितकुल, रकछम, बटसेरी, थेमगारंग, सांगला, कामरु, चांसु, शोंग, ब्रुआ और सापनी के वी डब्ल्यू एस सी कमेटी की महिलाओं के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया जिसमे लगभग 60 महिलाओ ने भाग लिया। इस प्रशिक्षण के दौरान जल शक्ति विभाग के तरफ से वीआरसी फूला नेगी ने एफ टी के किट भी कमेटी को सौपा तथा पानी की गुणवता जांच करने के तरीके भी सिखाए । इस अवसर पर चांसु प्रधान बीरबल लोक्ट्स, सांगला प्रधान देव सांकी, प्रधान शौंग, प्रधान रामप्यारी, प्रधान बुआ गीता, प्रधान थेमगारग मनोहर देवी व उप प्रधान सांगला लोकेश नेगी भी विशेष रूप से मौजूद रहे।
फर्स्ट वर्डिक्ट। रिकांगपिओ ठाकुर सेन नेगी राजकीय महाविद्यालय रिकांगपिओ में राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई (एनएसएस) के सात दिवसीय शिविर का सोमवार को शुभारंभ हुआ। इस अवसर पर प्रो. जनक नेगी ने बतौर मुख्यातिथि शिरकित कर दीप प्रज्वलित कर शिविर का शुभारंभ किया गया। मुख्यातिथि ने उपस्थित विद्यार्थियों और स्वयंसेवियों को पढ़ाई के साथ-साथ सामाजिक कल्याण, राष्ट्र सेवा, सामाजिक चेतना और जागरूकता, रक्तदान, नशे के खिलाफ जागरूकता, ग्रामीण शिक्षा तथा समाज सेवा के कार्यक्रमों मे बढ़-चढ़कर भाग लेने के लिए प्रेरित किया। वहीं, कार्यक्रम अधिकारी प्रो. शांता नेगी ने इस अवसर पर सात दिवसीय कार्यक्रम और आयोजित की जा रही गतिविधियों के बारे मे विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि इस शिविर में लगभग 60 स्वयंसेवी भाग ले रहे हैं। शिविर के दौरान स्वयंसेवी स्वच्छता, जागरूकता अभियान, समाजिक चेतना, इत्यादि गतिविधियों का आयोजन करने के साथ साथ समीपवर्ती गावों मे सफाई, जागरूकता अभियान और लोक कल्याण के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने यह भी बताया कि शिविर मे प्रत्येक दिन सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे और विभिन्न क्षेत्रों से संबंधित प्रतिष्ठित लोगों को स्त्रोत पुरुष के रूप में बुला कर स्वयंसेवियों का मार्गदर्शन और करियर काउंसलिंग किया जाएगा। इस अवसर पर प्राध्यापक डॉ. जीवन मसोई, बालम नेगी, ज्ञान चंद शर्मा, शीला नेगी, शैलजा नेगी, मोहन सिंह नेगी, धर्मकीर्ति, बृज मोहन, कृष्ण कुमार नेगी, निर्मला नेगी, यशपाल शर्मा, सचिन भारद्वाज, भगवान सिंह, कमलेश कुमार तथा अधीक्षक भगत सिंह नेगी इत्यादि उपस्थित रहे।
समर नेगी। रिकांगपिओ किन्नौर जिला में साहसिक खेलों व पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। जिले में जहां प्रदेश सरकार द्वारा साहसिक खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए अनेक प्रयास किए जा रहे हैं वहीं जिले की स्थानीय संस्थाओं द्वारा भी अनेक साहसिक खेल गतिविधियां समय-समय पर आयोजित की जा रही हैं जिससे जहां युवाओं की ऊर्जा का सकारात्मक दिशा में प्रयोग हो रहा है वहीं पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा मिलने के साथ-साथ युवाओं को रोजगार व स्वरोजगार के अवसर भी प्राप्त हो रहे हैं जो ज़िले की आर्थिकी को सुदृढ़ करने में अहम भूमिका निभा रहे हैं। जिले के रकच्छम में आज जिला स्की एवं स्नो बोर्ड एसोसीएशन द्वारा जिले के युवाओं के लिए आयोजित 14 दिवसीय स्की प्रशिक्षण शिविर का आज समापन हो गया जिसकी अध्यक्षता 17वीं वाहिनी भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल के उप-सैनानी राहुल वालिया ने की। उन्होंने कहा कि किन्नौर जिला में साहसिक खेलों की अपार संभावनाएं हैं तथा इस तरह के प्रशिक्षण शिविर युवाओं की ऊर्जा को सकारात्मक दिशा प्रदान करने में सहायक होते हैं। उन्होंने स्की प्रशिक्षण ले रहे युवाओं से भी आग्रह किया कि वे और अधिक कठिन परिश्रम करें ताकि राज्य, राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में भाग ले सकें। उल्लेखनीय है कि किन्नौर जिला के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में लगभग 3 से 4 माह भारी बर्फबारी होती है। ऐसे में यहां बर्फ से संबंधित खेलों के प्रसार की बहुत संभावनाएं हैं। 14 दिवसीय प्रशिक्षण शिवरि में जिले के विभिन्न हिस्सों के 20 खिलाड़ियों ने भाग लिया जिन्हें राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त स्की कोच लाल चंद नेगी ने प्रशिक्षण प्रदान किया।
समर नेगी। रिकांगपिओ उपायुक्त किन्नौर आबिद हुसैन सादिक ने आज जिला स्तरीय पंचायती राज संस्थाओं की एक दिवसीय कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुए सभी पंचायती राज संस्थाओं के जन प्रतिनिधियों से आग्रह किया कि ग्रामीण विकास अभिकरण किन्नौर द्वारा विभिन्न योजनाओं के तहत स्वीकृत सभी कार्यों को निर्धारित समय के भीतर पूरा करें ताकि जिले में विकास की गति में तेजी लाई जा सके व इन विकास कार्यों से लोगों को लाभ प्राप्त हो सके। उन्होंने कहा कि पंचायती राज संस्थाओं को 15वें वित्त आयोग मनरेगा, स्वच्छ भारत मिशन व एन.आर.एल.एम के तहत विभिन्न विकास कार्यों के लिए राशि जारी की गई है। इन विकास कार्यों की गत जिला परिषद की बैठक में भी समीक्षा की गई थी। इसी उदेश्य को लेकर आज इस कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है जिसका मुख्य उदेश्य विभिन्न मुद्दों के तहत विकास कार्यों में तेजी लाना है। उपायुक्त ने कहा कि जिले में ग्राम विकास के तहत स्वीकृत कार्य की समीक्षा बैठक हर माह की जाएगी ताकि निर्धारित लक्ष्य को समय पर पूरा किया जा सके। उन्होंने कहा कि मनरेगा की जिले के लोगों को रोजगार प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका रहती है। कोविड काल में जब सभी कार्य रूक गए थे और बहुत से लोग बेरोज़गार हो गए थे। उस समय मनरेगा के तहत कार्यों से लोगों को आर्थिक संबल प्राप्त हुआ। उन्होंने कहा कि मनरेगा से जहां काम का सामुदायिक विकास सुनिश्चित हो रहा है वहीं स्थानीय ग्राम वासियों को रोजगार भी प्राप्त हो रहा है। उन्होंने स्वच्छ भारत मिशन के तहत निजी तथा सामुदायिक शौचालय के निर्माण के लक्ष्य को शीघ्र पूर्ण करने का भी आग्रह किया। उपायुक्त ने कहा कि 15वें वित आयेाग के तहत 116 विकासात्मक योजनाओं के लिए जिला परिषद को 3 करोड़ 12 लाख रुपये की राशि प्राप्त हुई है जिसमें से 54 विकासात्मक योजनाओं के लिए 1 करोड़ 14 लाख रुपये की राशि जारी कर दी गई है जिसमें पूह विकास खण्ड के तहत 21 पंचायतें, कल्पा के तहत 10 व निचार विकास खण्ड के तहत 23 पंचायतें शामिल हैं। उन्होंने सभी पंचायत प्रधानों से भी आग्रह किया कि वे इन विकास कार्यों को शीघ्र पूर्ण करें। उपनिदेशक एवं परियोजना अधिकारी ग्रामीण विकास अभिकरण जयवंती ठाकुर ने उपायुक्त तथा कार्यशाला में उपस्थित सभी पंचायती राज जन प्रतिनिधियों का स्वागत किया।
रिकांगपिओ. स्वास्थ्य विभाग किन्नौर द्वारा ज़िला आयुर्वेदिक चिकित्सा अधिकारी किन्नौर स्थित रिकांगपिओ के सभागार में विश्व श्रवण दिवस का आयोजन ज़िला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ कवि राज नेगी की अध्यक्षता में किया गया। इस अवसर पर ज़िला आयुर्वेदिक चिकित्सा अधिकारी किन्नौर डॉ किशोरी लाल, डॉ कनिका नेगी, जितेंद्र, स्वास्थ्य शिक्षक सुभाषचंद्र , व्यवहार परिवर्तन संचार समन्वयक रमेश नेगी, आशा कोऑर्डिनेटर विकास कुमार सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।
रिकांगपिओ. हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक वित्तीय साक्षरता केंद्र रिकांगपिओ द्वारा नाबार्ड के सौजन्य से वित्तीय साक्षरता सप्ताह के दौरान रिकांगपिओ व कल्पा में वित्तीय साक्षरता शिविरों का आयोजन किया गया। रिकांगपिओ में आयोजित शिविर में सहायक महाप्रबंधक वीरेंद्र शर्मा व दिल बहादुर नेगी भी विशेष रूप से उपस्थित थे। इन शिविरों में स्थानीय लोगों व स्वयं सहायता समूहों ने बढ़चढ़ कर भाग लिया। शिविरों के दौरान वित्तीय साक्षरता केंद्र रिकांगपिओ के समन्वयक राजीव नेगी द्वारा लोगों को गोइंग डिजिटल और गो सिक्योर, स्वयं सहायता समूह और राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका योजना का गठन और उसकी कार्यशैली, ऑनलाइन धोखाधड़ी, एटीएम फ्रॉड, प्रधा मंत्री जीवन ज्योति योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, अटल पेंशन योजना, किसान क्रेडिट कार्ड, और भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। उन्होंने कहा कि आजकल बहुत से लोग जानकारी के अभाव में ऑनलाइन ठगी का शिकार हो रहे हैं। हालांकि बैंकों द्वारा लोगो को इस बारे में बार बार जागरूक भी किया जा रहा है परन्तु फिर भी लोग ठगी का शिकार हो रहे हैं। उन्होंने स्वयं सहायता समूह के सदस्यों से भी आग्रह किया कि वे भी लोगों को ऑनलाइन ठगी से बचने के लिए जागरूक करें ताकि लोग इससे बच सकें।
किन्नौर मेडिकल ऑफिसर एसोसिएशन वेतन विसंगतियों व अपनी अन्य मांगों को लेकर सुबह साढ़े 9 बजे से साढ़े 11 बजे तक पेन डाउन हड़ताल पर रहे । इस दौरान चिकित्सालय में केवल आपातकालीन सेवाएं ही चालू रहीं। एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉक्टर सुनील की अगुवाई में पेन डाउन हड़ताल में जिला के सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने बढ़चढ़ कर भाग लिया । वही दूसरी तरफ डॉक्टरों के पेन डाउन हड़ताल के चलते दूरदराज क्षेत्रो से क्षेत्रीय अस्पताल रिकांगपिओ आए सेंकडो मरीजों को भी दो घण्टे तक परेशानियों का सामना करना पड़ा। एसोसिएशन के उपाध्यक्ष डॉक्टर रजत व प्रेस सचिव डॉ अश्वनी ने बताया कि एसोसिएशन प्रदेश सरकार से नए वेतन मान की विसंगतियों को दूर करने , वेसिक प्लस एनपीए की अधिकतम सीमा पंजाब के बराबर करने , टाईम स्केल 4.9.14 को फिर से बहाल करने , पीजी अलॉउन्स को 7 हजार से 20 हजार करने व एनपीए को फिर से 20 से 25 प्रतिशत करने की मांग की गई। इस अवसर पर एसएमओ एसएस नेगी, जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ कविराज सहित एसोसिएशन के जनरल सेक्रेटरी डॉ अनुभव नेगी सहित अन्य सदस्य मौजूद थे। आखिर डॉक्टर क्यों कर रहे पैन डाउन स्ट्राइक 1 - छठवें वेतन आयोग के लगते ही टाइम स्केल को बंद करना। 2- मेडिकल विभाग में प्रमोशन्स का ऑप्शन्स बहुत कम है जिसमे टाइम स्केल 4.9.14.है , जो मेडिकल ऑफिसर्स उपनगर में काम करते है उनके फाइनेंशियल उत्थान का एक मात्र सहारा । 3- एनपीए को घटाकर 20 प्रतिशत कर देना। वही पहले एनपीए 25 प्रतिशत । 4 - पीजी अलॉन्स कई वर्षों से 7 हजार रुपये । 5 - अपर पे स्केल की सेलिंग पंजाब से लगभग 19 हजार का अंतर होना।
फर्स्ट वर्डिक्ट। रिकांगपिओ क्षेत्रीय चिकित्सालय रिकांगपिओ में वीरवार को किन्नौर मेडिकल ऑफिसर एसोसिएशन द्वारा वेतन विसंगतियों व अपनी अन्य मांगों को लेकर सुबह साढ़े 9 बजे से लेकर साढ़े 11 बजे तक पेन डाउन हड़ताल पर रहे। इस दौरान चिकित्सालय में केवल आपातकालीन सेवाएं ही चालू रहीं। इस पेन डाउन हड़ताल में एसोसिएशन के पदाधिकारियों व सदस्यों ने बढ़चढ़ कर भाग लेकर विरोध प्रदर्शन किया। एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉक्टर सुनील ने बताया कि एसोसिएशन प्रदेश सरकार से नए वेतन मान की विसंगतियों को दूर करने, वेसिक प्लस एनपीए की अधिकतम सीमा पंजाब के बराबर करने, टाईम स्केल 4.9.14 को फिर से बहाल करने, पीजी अलॉउन्स को 7 हजार से 20 हजार करने व एनपीए को फिर से 20 से 25 प्रतिशत करने की मांग की गई। उन्होने यह भी बताया कि एसोसिएशन द्वारा लंबे समय से प्रदेश सरकार से उनकी मांगों को पूरा करने की मांग की जा रही है, परंतु प्रदेश सरकार द्वारा उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है, जिससे एसोसिएशन को आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ रहा है। अगर सरकार उनकी मांगों को शीघ्र पूरा नहीं करती तो वे अपने संघर्ष को और तेज करेंगे।
फर्स्ट वर्डिक्ट। रिकांगपिओ जिला किन्नौर लोकमित्र संघ दोबारा मंगलवार को लोकमित्र केंद्र संचालकों की समस्याओं के समाधान व स्थाई नीति बनाने हेतु उपायुक्त किन्नौर के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा। ज्ञापन में संघ पदाधिकारियों ने बताया कि लोकमित्र केंद्रों के माध्यम से आज हर क्षेत्र के हर लाभार्थी को सभी सरकारी व गैर सरकारी सुविधाएं एक ही छत के नीचे मिल रही है, जिसमें लोक मित्र केंद्र संचालक अहम भूमिका निभा रहे हैं परंतु फिर भी लोकमित्र संचालक अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहे हैं क्योंकि सरकार दोबारा 2008 में तय की गई दरों पर आज तक लोकमित्र संचालक काम कर रहा है। उन्होंने बताया कि आज हर चीज के मूल्य में काफी बढ़ोतरी हो चुकी है, लेकिन लोक मित्र केंद्र दोबारा दी जा रही सेवाओं की दरों में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है ,यही नहीं वर्ष 2008 में हिमाचल सरकार दोबारा एक पंचायत में एक ही लोक मित्र केंद्र होना निश्चित किया गया था परन्तु अब ऐसा नहीं है और यदि एक ही पंचायत में अगर 5-6 लोक मित्र केंद्र हो जाएंगे तो एक भी संचालक सही रूप से अपना घर परिवार नहीं चला सकता है। संघ ने प्रदेश सरकार से लोकमित्र केंद्रों में दी जा रही सुविधाओं के सेवा शुल्क में बढ़ोतरी करने, लोक मित्र केंद्र संचालकों को सरकार दोबारा मानदेय तय करने, लोक मित्र केंद्र संचालकों को सरकार दोबारा दी गई अधिसूचना को तुरंत प्रभाव से लागू करने पंचायत घरों में सीमित करने, पूर्व में सरकार दोबारा तय किए गए मापदंडों के अनुसार एक पंचायत में एक ही लोक मित्र की व्यवस्था को लागू करने, सरकार की महत्वपूर्ण योजना हिम केयर व आयुष्मान में लोक मित्र केंद्र संचालकों का पंजीकरण निशुल्क करने तथा सरकार दोबारा जो भी नई सेवाएं प्रदान की जाती है उसे संबंधित प्रशिक्षण खंड स्तर पर अवश्य करने की मांग की है
फर्स्ट वर्डिक्ट। रिकांगपिओ। जनजातीय जिला किन्नौर के भावानगर से भावा वैली के संपर्क मार्ग स्थित मोड़ पर एक एप्लाइड वाहन ऑल्टो 800 भावा खड्ड में गिरने से उसमें सवार तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार पिछले कल रात वाहन में सवार तीन व्यक्ति क्राबा निवासी बाबू राम के साथ दो नेपाली सुनील व कुलवंत रिकांगपिओ से कट गांव की ओर जा रहे थे कि भावानगर से कटगांव सम्पर्क सड़क मार्ग के समीप पठानकोट नामक स्थान पर रात 11 बजे के करीब वाहन अनियंत्रित होकर सड़क मार्ग से 100 मीटर नीचे गहरी खाई में जा गिरी जिस कारण वाहन में आग लग गई तथा वाहन में सवार तीनो की मौके पर ही मौत हो गई । सूचना मिलते ही एसडीपीओ भावानगर राजू सहित पुलिस टीम मौके पर रवाना हुए । पुलिस व ग्रामीणों की सहायता से शवों को गहरी खाई से बाहर निकाला जा रहा है । एसडीपीओ भावानगर राजू ने बताया कि वाहन में सवारो की पहचान बाबू राम (30) पुत्र भूप सिंह क्राबा निवासी सुनील (21) व कुंदन (40) नेपाली के रूप में हुई है जबकि वाहन में आग लगने से बाबू राम पूरी तरह से जल गया है । उन्होंने बताया कि पुलिस द्वारा मामला दर्ज कर छानबीन की जा रही है फिलहाल दुर्घटना होने के कारण अभी पता नही चल पाया है ।
फर्स्ट वर्डिक्ट। रिकांगपिओ जिला किन्नौर राष्ट्रीय उच्च मार्ग 5 पर कड़छम के पास सोमवार सुबह एक चलती गाड़ी पर पहाड़ी से अचानक पत्थरों के गिरने से एक महिला व एक पुरूष गम्भीर रूप से घायल हो गए हैं । घायलों को शोलतू हॉस्पिटल में प्राथमिक उपचार देने के बाद रामपुर रैफर कर दिया गया है । जानकारी के अनुसार विनय नेगी निवासी कोठी जो कि भावानगर में वीडीओ पद पर तैनात हैं सोमवार सुबह अपनी गाड़ी महिंद्रा लोगान एचपी 25 बी 0077 में रिकांगपिओ से भावानगर जा रहे थे कि कड़छम के पास पहाड़ी से अचानक बड़े बड़े पत्थर गाड़ी पर जा गिरे, जिससे गाड़ी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई तथा उसमें सवार विनय नेगी पुत्र स्वर्गीय नरेंद्र कुमार व एक अन्य महिला अनुपमा पत्नी अंकुश कुमार निवासी हमीरपुर गम्भीर रूप से घायल हो गए । घायल महिला व पुरुष को स्थानीय लोगों द्वारा शोलतू हॉस्पिटल में ले जाया गया जहां चिकित्सकों द्वारा विनय नेगी को प्राथमिक उपचार देने के बाद रामपुर रेफर कर दिया गया है।
फर्स्ट वर्डिक्ट। रिकांगपिओ जनजातीय क्षेत्र जिला किन्नौर में बुधवार देर रात से हो रहा हिमपात शुक्रवार को भी जारी रहा, हलांकि शुक्रवार को मौसम में थोड़ा बदलाब हुआ तथा हिमपात भी कम हुआ परन्तु ऊंचाई व मध्यम ऊंचाई वाले क्षेत्रों में रूक रूक कर हिमपात व निचले क्षेत्रों में बारिश जारी रही । इस हिमपात से तापमान में भी गिरावट आई है जिससे जिले में शीत लहर का प्रकोप भी बढ़ गया है । इस हिमपात से ऊंचाई वाले ग्रामीण क्षेत्रों में जनजीवन काफी प्रभावित हुआ है क्योंकि इस हिमपात से ऊंचाई वाले क्षेत्रों के अधिकतर संपर्क सड़क मार्ग अबरुद्ध हो गए हैं जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में वाहनों की आवाजाही बंद हो गई है तथा लोगों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाना मुश्किल हो गया। जिला में हुए इस हिमपात के कारण जिला के लगभग 26 सम्पर्क सड़क मार्ग पूरी तरह अबरुद्ध हो गए हैं जिससे लोगों को परेशानियों से दो चार होना पड़ रहा है । उपायुक्त किन्नौर आबिद हुसैन सादिक ने बताया कि जिला में पिछले दो दिनों से बर्फबारी जारी है तथा इस हिमपात से जनजीवन भी काफी प्रभावित हुआ है । उन्होंने यह भी बताया कि ऊपरी क्षेत्रों में 5 इंच से लेकर 1 फुट तक हिमपात हुआ है जिससे लगभग 26 सम्पर्क सड़क मार्ग अबरुद्ध हो गए हैं । उपायुक्त ने बताया कि एन एच , ग्रिफ व लोकनिर्माण विभाग मशिनिरियों के साथ अलर्ट पर हैं परन्तु जिला में अभी तक हिमपात जारी है तथा जैसे ही बर्फबारी रुकेगी बैसे ही सड़क मार्गों को बहाल करने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
फर्स्ट वर्डिक्ट। रिकांगपिओ जिला किन्नौर में पिछले कल से ऊंचाई वाले क्षेत्रों में रुक-रुक कर बर्फबारी का दौर जारी है। वहीं, निचले क्षेत्रों में भी बारिश का सिलसिला जारी है। वहीं, आज सुबह से ही हिमपात शुरू हो गया है, जिससे जनजातीय जिला फिर से शीत लहर की चपेट में आ गया है। जिला किन्नौर में 9 दिन पहले लगातार 3 दिन भारी हिमपात हुआ था, जिससे जिला के अधिकांश संपर्क सड़क मार्गों के अबरुद्ध होने के साथ साथ विद्युत आपूर्ती, पेयजल स्कीमें भी बाधित हूई थी, जिस कारण जनजीवन भी पूरी तरह प्रभावित हो गया था। जिला में हो रहे हिमपात व बारिश से लोगों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाना भी मुश्किल हो गया है। हालांकि इस हिमपात से अभी तक जनजीवन पर खासा प्रभाव नहीं पड़ा है तथा राष्ट्रीय उच्च मार्ग-5 पर रिकांगपिओ से रामपुर, शिमला व पूह तरफ वाहनों की आवाजाही सामान्य रूप से चली हुई है, परंतु जिला ऊंचाई वाले क्षेत्रों में अधिक हिमपात होने से कई संपर्क सड़क मार्गों के अबरुद्ध होने की सूचना है, जिससे ऊंचाई वाले अधिकतर ग्रामीण क्षेत्रों में वाहनों की आवाजाही बंद हो गई है। कल्पा, नेसंग, सांगला, छितकुल, रकछम, कुनु चारंग, आसरंग सहित अन्य ऊंचाई वाले क्षेत्रों में लगभग 6 इंच से 1 फिट तक ताजा हिमपात दर्ज किया गया है। वहीं, जिला प्रशासन ने भी खराब मौसम के चलते जिला में एडवाइजरी जारी की है। उपायुक्त किन्नौर आबिद हुसैन सादिक ने बताया कि मौसम विज्ञान केंद्र शिमला द्वारा जारी पूर्वानुमान के अनुसार जिला में 5 फरवरी तक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भारी तथा निचले क्षेत्रों में हल्के हिमपात की संभावना जताई गई है। इसलिए जिला प्रशासन द्वारा सभी जिलावासियों तथा पर्यटकों से मौसम विभाग द्वारा जारी पूर्वानुमान के मद्ेदनजर आग्रह किया है कि बर्फबारी के दृष्टिगत ऊंचाई वाले स्थानों पर जाने से बचें और यदि अति आवश्यक होने पर ही एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाएं।
किन्नौर जिला में मंगलवार को कोविड के 17 नए मामले सामने आए हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सोनम नेगी ने बताया कि जिले में आज कोविड के 96 सेंपल लिये गये जिसमें 17 सेंपल की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। जबकि आई जी एम सी शिमला भेजे गए 183 सेम्पल की रिपोर्ट का इंतजार है। पॉजिटिव आने वालों में 5 मामले निचार खण्ड से, 4 मामले कल्पा खण्ड और पूह खण्ड से 8 मामले शामिल है। उन्होंने कहा कि जिले में अब तक कोविड के 89160 सेम्पल लिये जा चुके हैं जिनमे से 84688 सेम्पल की रिपोर्ट नेगिटिव आई है। जिले में अब तक 4289 मामले पॉजिटिव आये हैं और 4102 स्वस्थ हो चुके हैं। जिले मे कोविड के 147 मामले सक्रिय है। जिले मे कोविड-19 के कारण 40 रोगियों की मृत्यु हो चुकी है। डॉ नेगी ने जिला वासियों से कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने का आग्रह किया है तथा घर से बाहर निकलते समय सही प्रकार से मास्क पहनने व दो गज की दूरी की अनुपालना सुनिश्चित बनाने को कहा है। उन्होंने कहा कि कोविड रोधी टीका लगाने व कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने से ही इस महामारी से बचा जा सकता है।
अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ जिला किन्नौर के अध्यक्ष योगराज (योगी बईरयान) ने कहा कि अश्विनी ठाकुर के नेतृत्व में जो बैठक हुई उसमें कल मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आश्वासन दिया था कि कर्मचारियों को घबराने की जरूरत नही है। कर्मचारियों के हितों के साथ कुठाराघात नही किया जाएगा और आज प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कर्मचारियो को 3 प्रतिशत अतिरिक्त DA का ऐलान कर उन्हें अधिकारियों को मिले 31 प्रतिशत DA के समकक्ष लाया है। इस एलान के बाद हिमाचल के सभी कर्मचारियों को भी अब 31% DA देय तिथि से दिया जाएगा। योगी ने कहा कि पे कमीशन लागू होने के बाद विसंगतियों से नाराज और 15 प्रतिशत की वृद्धि का तीसरा विकल्प मांग रहे कर्मचारियो को भी मुख्यमंत्री ने तीसरा विकल्प देने का ऐलान किया है। वही मुख्यमंत्री ने इस बात का भी ऐलान किया कि सरकार किसी भी कर्मचारी को पे कमीशन लागू होने के बाद आर्थिक नुकसान नहीं होने देगी। उन्होंने राज्य के कर्मचारियों को यह भी आश्वासन दिया कि अगर तीसरे विकल्प के बाद भी किसी भी कर्मचारी को कोई नुकसान होता है तो सरकार ऐसे मामलों पर नए सिरे से विचार करेगी। राज्य के 1 लाख 75 हजार पेंशन धारकों को अब पंजाब पे कमीशन के तहत मिलने वाले लाभ दिए जाएंगे। योगराज ने कहा कि मुख्यमंत्री ने पूर्ण राज्यत्व दिवस के मौके पर कर्मचारियों को सौगात दी है। इसके लिये जिला अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ किन्नौर ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का धन्यवाद किया तथा साथ ही प्रदेश वन विकास निगम के उपाध्यक्ष सूरत नेगी का भी आभार प्रकट किया।
जिला किन्नौर में मौसम ने एक बार फिर से करवट बदल ली है, जिले के ऊँचाई वाले इलाकों में पिछली रात से ही जम कर बर्फबारी हो रही है। समूचे क्षेत्र ने बर्फ की चादर ओढ़ ली है ।वही लगातार हो रही बर्फबारी से जन जीवन अस्त व्यस्त हो गई है। भारी बर्फबारी होने से किन्नौर जिले में सभी सम्पर्क मार्ग अवरुद्ध हो गए हैं तथा ग्रामीण क्षेत्रों में विधुत व्यवस्था भी चरमराई सी गई है। वही जिला के बागवान - किसान अच्छी बर्फबारी से काफी खुश है क्योंकि बर्फबारी यहां की नकदी फसलों के लिए एक संजीवनी का काम करती है। बर्फबारी के चलते हुए जिला किन्नौर का जनजीवन थम सा गई है व अभी भी भारी बर्फबारी का दौर जारी है। हालांकि जिला प्रशासन द्वारा किन्नौर मुख्यालय रिकांगपिओ तक सड़क मार्ग से बर्फ हटाने का कार्य युद्धस्तर पर चलाया हुआ है। भारी बर्फबारी को देखते हुए प्रशासन ने भी लोगों को घरों से बाहर न निकलने की अपील की जा रही है।
नेहरू युवा खेल केंद्र, खेल मंत्रालय भारत सरकार, देवी दुर्गा खेल एवं संस्कृति क्लब उरनी की सहयोग से उरनी गांव में राष्ट्रीय युवा सप्ताह कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्यअतिथि प्रोफेसर सिकंदर कुमार नेगी के साथ विशिष्ट अतिथि क्लब के कोषाध्यक्ष शिव सिंह नेगी व गोपाल नेगी उपस्थित थे। इस अवसर पर विभिन्न प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें भाषण प्रतियोगिता,पेंटिंग प्रतियोगिता और पारंपरिक लोकगीत प्रतियोगिता को रखा गया था। भाषण प्रतियोगिता में प्रथम स्थान अंजलि, द्वितीय स्थान विजेंद्र कुमार ने प्राप्त किया। पेंटिंग प्रतियोगिता में प्रथम स्थान साहिल कुमार, द्वितीय स्थान सनी देओल ने प्राप्त किया। पारंपरिक लोकगीत में जिगर नेगी प्रथम, द्वितीय स्थान सौरभ प्राप्त ने किया। मुख्य अतिथि प्रोफेसर सिकंदर नेगी ने कहा कि स्वामी विवेकानंद हर युवा के लिए प्रेरणा के स्रोत है। उन्होंने कहा कि 12 जनवरी स्वामी विवेकानन्द के जन्मदिन को देश 'राष्ट्रीय युवा दिवस' के रूप में मनाता है व स्वामी के विचार इंसान के दिल में आज भी स्फूर्ति पैदा कर देते हैं।
किन्नौर :सोमवार को जारी एक प्रेससवार्ता के दौरान उपायुक्त किन्नौर आबिद हुसैन सादिक ने बताया कि मौसम विज्ञान केंद्र शिमला द्वारा जारी पूर्वानुमान के अनुसार 19, 20, 22 व 23 जनवरी, 2022 को जिले के उपरी क्षेत्रों में भारी बर्फबारी की संभावना जताई गई है। उन्होेंने जिला वासियों से आग्रह किया कि मौसम विभाग की चेतावनी के मद्देनज़र पहाड़ी वाले भागों व कण्डों पर जाने से परेहज करें। उन्होंने ग्राम पंचायत प्रधानों व गैर सरकारी संगठनों , पर्यटकों व नागरिकों से भी से आग्रह किया कि मौसम विभाग द्वारा जारी पूर्वानुमान को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाए तथा उंचाई वाले स्थानों पर जाने से बचें ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके। उन्होंने बताया कि जिले में किसी प्रकार की आपदा व दुर्घटना से निपटने के लिए जिला आपदा प्रबंधन के दूरभाष नम्बर 85808-19827, 94594-57587 01786-223155-51,52,53,54 एवं टोल फ्री नम्बर 1077 पर सूचित करें।
हमारे देश में नए साल के आगाज के साथ ही कई त्यौहार आते है। बैसाखी, मकर सक्रांति, पोंगल इसके कई उदाहरण हैं। इसी बीच एक और त्योहार है जो अपने रंग, रुप और कला से भारतीय संस्कृति को कई सालों से समृद्ध करती हुई आ रही है। इस अनोखे फेस्टिवल को ‘लोसर’ कहा जाता है। वैसे तो लोसर तिब्बती न्यू ईयर के रुप में मनाया जाता है और इसका मतलब तिब्ब्ती भाषा में नया साल ही होता है, लेकिन यह त्यौहार भारत के भी कई हिस्सों में मनाया जाता है। भारत के वो इलाके जहां तिब्बती मूल के लोग रहते हैं, वहां इस त्यौहार को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। इस विशेष पर्व को मनाने का मुख्य उद्देश्य पारंपरिक संस्कृति को संजोए रखने के साथ-साथ आपसी भाईचारे और रिश्तों को मजबूत बनाना और नववर्ष का स्वागत करना है। समृद्धि का पर्याय है लोसर लोसर वैसे तो मुख्य रुप से तिब्ब्ती न्यू ईयर का त्यौहार है, लेकिन इस त्यौहार को बौद्ध धर्म को मानने वाले लोगों के अलावा देश के कई हिस्सो में रहने वाले भारतीय और तिब्बती लोग भी मनाते हैं।। हिमाचल के कुछ इलाकों में इस त्यौहार का हिन्दु रुपांतरण भी देखने को मिलता है। तीन दिनों के इस त्यौहार में लोग बौद्ध पंचाग के अनुसार अपना घर सजाते हैं। लोसर के पहले दिन सूर्योदय से पहले घर का सबसे बड़ा सदस्य घर की छत पर "दारछोत" यानी झंडा लगाते है। इसके बाद घर के चूल्हे में "शुर्कू" यानी पहाड़ी जड़ी बूटी से निर्मित हवन सामग्री डाला जाता है। इसके बाद सत्तू, घी, रत्न ज्योत के मिश्रण से त्रिकोणीय प्रतिमा बनाया जाता है जिसे ब्रयंगस कहा जाता है और इसे एक बड़े परात में रखा जाता है इसके अलावा आटे से बकरी भेड़ का स्कल्पचर बना कर ब्रयंगस के चारो और इसे रखा जाता है, जिसमें सेब, खुमानी, चिलगोज़ा सहित सभी फसल को रखा जाता है। ब्रयंगस के ऊपर घी का तिलक लगाया जाता है और ड्राई फ्रूट नट्स की माला बना कर प्रतिमा को पहनाया जाता है, इस माला को "दिरमा" कहा जाता है। इसके बाद घर में सबसे कम उम्र की औरत या बेटी इसकी पूजा कर सुख समृद्धि की कामना करती है । इस विधि के दौरान घर के सभी सदस्य का शामिल होना अनिवार्य होता है। लोसर के पहले दिन हॉर्स रेस आकर्षण का केंद्र रहता है। लोसर के दूसरे दिन किसी प्राचीन मैदान या खेत में सुबह से ही नाच गाने का दौर शुरू होता है इस दौरान सभी लोग स्थानीय वेशभूषा में शामिल होते है। लोसर के अंतिम दिन ब्रयंगस खंडित किया जाता है और इसे प्रसाद के रूप में सभी को वितरित किया जाता है। लोसर का इतिहास लोसर की उत्पत्ति बौद्ध-पूर्व काल में तिब्बत में हुई थी। इतिहास पर अगर गौर करें तो लोसर फैस्टिवल की जड़े हमें यहां के पुराने बॉर्न धर्म से जुड़ी हुई मिलती हैं, जिसमें ठंड के दिनों में धूप जलाने का रिवाज हुआ करता था। बताया जाता है कि नौवें तिब्बती राजा, पुड गुंग्याल के शासनकाल के दौरान इसी रिवाज़ को वार्षिक त्यौहार बनाने के लिए इसे एक फसल त्यौहार के साथ मिला दिया गया। बैशाखी, पोंगल आदि की तरह ही लोसर में भी फसल के लिए आभार व्यक्त किया जाता है। लोसार का बाद में तिब्बत में आई बौद्ध परंपरा की ओर झुकाव हो गया। ऐसा माना जाता है कि, पुड गुंग्याल के शासनकाल के दौरान बेल्मा नाम की एक बूढ़ी औरत हुआ करती थी, जो लोगों को चंद्रमा के आधार पर समय की गणना करना सिखाती थी। उस विश्वास के साथ, कुछ स्थानीय लोग लोसर को बाल ग्याल लो के रूप में संदर्भित करते हैं। लोसर को मनाने की तिथि हर साल बदलती है। देश के विभिन्न क्षेत्रों में होती है लोसर की धूम भारत देश में लोसर का ये पर्व लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश में मनाया जाता है। यह त्योहार इन जगहों पर रहने वाली तिब्बती और बौद्ध धर्म को मानने वाले लोगों के लिए नए साल की शुरूआत है। हिमाचल प्रदेश के किन्नौर, लाहौल, स्पीति और कांगड़ा में इस त्योहार की धूम दिखती है। वहीं अरुणाचल प्रदेश में मोनपा जनजातियों द्वारा तवांग, मेम्बा और मेचुखा घाटी में इसे मनाया जाता है। भारत के विभिन्न क्षेत्रों में रहने वाले योलमो, शेरपा, तमांग, गुरुंग और भूटिया समुदाय भी लोसार के उत्सव में भाग लेते हैं। हिमाचल में ऐसे मनाया जाता है लोसर मेला जिला किन्नौर के ऊपरी क्षेत्र रोपा घाटी में नव वर्ष का लोसर मेला हर वर्ष शकसंवत के पौष माह के पहले दिन से शुरू होता है, जो कई दिनों तक चलता है। ग्रामवासी इस मेले की तैयारी कई दिन पूर्व से ही करते हैं। खास कर भोटी (स्थानीय जनजाति) इस मेले को लेकर खासे उत्सुक रहते है। वे लोग इस दिन एक-दूसरे को मिलते हैं, किन्नौरी सूखे मेवे चिलगोजा, बादाम से बनी माला एक-दूसरे के गले मे पहनाकर नव वर्ष की बधाई लोसमा टाशी (नव वर्ष शुभ हो) कह कर देते हैं। खास बात यह भी है कि इस दिन जो भी घर का सदस्य बाहर रहता हो या घर से बाहर गया हो, उसका घर में आना जरूरी है नहीं तो इसका महत्व नहीं रहता है। नव वर्ष के अवसर पर सभी को नए वस्त्र पहनना अनिवार्य है वह भी किन्नौरी वेशभूषा न कि आधुनिक परिधान। पूह क्षेत्र में लोसर- बौद्ध अनुयायियों नव वर्ष का त्योहार है। दिसंबर के अंत में मनाए जाने वाले इस त्योहार को लामा लोग ही मानते हैं। इसमें गृह देवता के पास दीपक जलाया जाता है, आटे की कई प्रतिमाएँ बनाई जाती हैं। लोग दोपहर के पहले घर से नहीं निकलते। लामा और जोमो अर्थात भिक्षुणी दोनों मेले में नाचते हैं। इस दिन प्रत्येक व्यक्ति की इच्छा होती है कि वह शुभ शकुन देखे। इसलिए लोग उसी व्यक्ति, जानवर व पक्षी को देखने का प्रयास करता है, जिसके साथ शुभ जुड़ा हो। अरुणाचल में दिसंबर से ही शुरू होती है लोसर की तैयारियां अरुणाचल प्रदेश में मोनपा लोग लोसर की तैयारियाँ दिसंबर से ही शुरू कर देते है। जैसे घर की साफ़ -सफाई करवाते है, नए कपड़े खरीदे जाते है, खाने पीने का सामान इकठ्ठा किया जाता है। यहाँ पहले दिन लोग अपने घरवालों के साथ ही इसे मानते है और घर में ही खाते पीते और विभिन्न तरह के खेल खेलते है। दूसरे दिन लोग एक-दूसरे के घर जाते है और नए साल की बधाई देते है और तीसरे दिन प्रार्थना के झंडे लगाए जाते है। ईटानगर के थप्टेन ग्यात्सेलिंग मठ में यह उत्सव धूमधाम से मनाया जाता है। सबसे पहले मठ के बाहर भगवान बुद्ध की प्रतिमा को एक पेड़ के नीचे स्थापित किया जाता है और उसके सामने दिया जलाया जाता है। उसके बाद प्रार्थना झंडों को बाँधा जाता है। इसके बाद नृत्य संगीत का कार्यक्रम होता है। इनका संगीत बहुत ही मधुर होता है और नृत्य की शैली अत्यंत मधुर और मंद सी होती है। नर्तक जो टोपी पहनते है वह याक के बालों से बनाई जाती है और ये मोनपा जनजाति की बहुत ही पारंपरिक टोपी होती है। उत्तराखंड में होली खेल कर मनाया जाता है लोसर उत्तराखंड राज्य के पर्वतीय इलाको में रहने वाले लोग लोसर मनाकर अपनी परम्पराओं को जीवित रखे हुए हैं। इस प्रांत के डुण्डा ब्लाक में भूटिया जनजाति के लोग तीन दिन तक इस त्योहार की मस्ती में डूबे रहते हैं। सभी बच्चे, बूढ़े और महिला एक दूसरे के साथ होली खेलते हैं, ये लोग गुलाल से होली नहीं खेलते बल्कि एक दूसरे पर रंग की तरह सूखा आटा लगाकर खुशी प्रकट करते हैं। भूटियो के साथ ही तिब्बती भी भगवान बुद्ध की पूजा अर्चना कर इस त्योहार में भाग लेते हैं। बौद्ध मंदिरों में बड़े बड़े रंगबिरंगे झंडे लगाए जाते हैं और त्योहार की मिठाई बाँटी जाती है। बौद्धनाथ स्तूप में होती है रौनक नेपाल में लोसर बहुत ही अलग तरीके से मनाया जाता है। जो लोग बौद्ध नहीं हैं वे भी अपने बौद्ध मित्रों से इस उत्सव में शामिल होने जाते हैं। मंदिरों और स्तूपों में पारंपरिक नृत्य और गायन चलता रहता है। काठमांडू के बौद्धनाथ स्तूप पूजा के लिये आने वाले परिवारों द्वारा जलाई गई मोमबत्तियों की रोशनी और झंडियाँ से सभी परिवेश को एक रंगीन स्वर्गिक दृश्य में बदल देती हैं। लाल वस्त्र धारण किये हुए हजारों बौद्ध भिक्षुओं की उपस्थिति इस स्तूप भी लोसर उत्सव में अद्भुत बना देती है। लो शोमा टाशी के साथ यह उत्सव पूरा होता है और सब अपने अपने घर लौटते हैं। लो शोमा टाशी का अर्थ है नव वर्ष मंगलमय रहे। इसी प्रकार नेपाल में टाशी या टासी दोनो प्रकार के रूप इस वाक्य में प्रयुक्त होते हैं। लद्दाख में ख़ास फेस्टिवल्स में से एक है लोसर लद्दाख का लोसर फेस्टिवल यहां मनाए जाने वाले खास फेस्टिवल्स में से एक है जिसे दिसंबर महीने में मनाया जाता है। फेस्टिवल में लद्दाखी बौद्धजन घरेलू धार्मिक स्थलों पर या गोम्पा यानी की मोनास्ट्री में अपने देवताओं को धार्मिक चढ़ावा चढ़ाकर खुश करते हैं। इसके अलावा इस महोत्सव में अलग-अलग तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रम, पारंपरिक प्रदर्शनी और पुराने रीति-रिवाजों का भी प्रदर्शन किया जाता है। पुरानी परंपरा के अनुसार लदाख में लोग अपने परिवार के सदस्यों की छोक्तेन पर जाते हैं और उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हैं। इस फेस्टिवल में नृत्य और संगीत की खूबसूरत जुगलबंदी से आम लोग भी आकर्षित होते है। लद्दाख में लोसर के पहले तीन दिन बेहद ख़ास देश के विभिन्न प्रांतों में मनाये जाने वाले लोसर का ये पर्व दस से पंद्रह दिन तक चलता है। इस त्यौहार की शुरूआत घरो और मंदिरों में रोशनी के साथ होती है। चारों ओर रोशनी से देश का हर वो हिस्सा जगमगा उठता है जहां लोसर की धूम रहती है। पुरानी परंपराओं की मानें तो कई जगह इस दिन परिवार के लोग अपने घरों के मृत लोगों के छोक्तेन पर जाते हैं। यूँ तो इस त्यौहार के सभी पंद्रह दिन हर्षोउल्लास के साथ मनाये जाते है, लेकिन लोसर के पहले तीन दिन बेहद ही ख़ास माने जाते है। पहला दिन - इस त्योहार के पहले दिन को पिछले वर्ष की हर तरह की बुराइयों और बुरी आत्माओं को दूर करने के लिए घरों की अच्छी तरह से लोग साफ-सफाई करते हैं। इस दिन को ‘गुटुक’ नाम का एक अनोखा व्यंजन बनाया जाता है। वहीं विशेष आटे के गोले बनाए जाते हैं जिनमें विभिन्न सामग्रियों को भरा जाता है। आटे के गोले को खाते समय जिस व्यक्ति के खाने में जो सामग्री निकलती है वो उस आदमी के चरित्र के विशिष्ट लक्षणों के रुप में देखा जाता है। ऐसा सिर्फ हंसी मजाक के तौर पर लोग आपस में करते हैं। दूसरा दिन - दूसरे दिन लोग स्थानीय ‘मठों’ पर पहुंचते हैं और अपना ट्रिब्यूट देते हैं। मठो पर जाने से पहले बाजारों, सड़कों और गलियों से लोग एक जुलूस निकालते हैं जिसमें वे अपने माथे पर ‘मेथी’ नाम की एक चीज ढ़ोते हैं। इस दौरान लोग ज्वलंत मशालें लेकर नारे लगाते हुए मठों की ओर जाते हैं। कहा जाता है कि, यह जुलूस शहर से बुरी आत्माओं या शक्तियों की विदाई के लिए निकाली जाती है। इस दिन लोग मठो पर दुआ मांगते हैं और अपनी इच्छा अनुसार मठो के भिक्षुओं को उपहार भेंट करते हैं। तीसरा दिन - यह दिन लोसर महोत्सव के मुख्य समारोहों का अंतिम दिन होता है। इस दिन लोग एक री-यूनियन भोज का आयोजन करते है, वो आपस में मिलते हैं और एक खास तरह का केक जिसे काप्स कहते है, उसका सेवन चांग नामक एक मादक पेय का सेवन करते हैं। पारंपरिक नृत्य बनता है आकर्षण का केन्द्र यूँ तो लोसर के त्यौहार में कई प्रकार की पारम्परिक चीज़े लोगो को आकर्षित करती है, लेकिन इस त्योहार का सबसे मुख्य आकर्षण होता हैं पारंपरिक नृत्य, जो लोग इस त्यौहार के दौरान करते हैं। इसमें डांस करने वाले लोग कुछ खास किस्म के रंगीन और चमकीले कपड़े पहनते हैं और अपने चेहरे पर दानव या किसी पशु का मुखौटा पहनते है। यह डांस दुनियाभर के लोगों के लिए आकर्षण का केन्द्र बनता हैं। लोसर पर खान-पान भी विशिष्ट लोसर पर्व के पहले दिन गांव में घरों की छतों पर बौद्धमंत्रों के साथ बौद्ध झंडे लगाकर सुख-शांति, अमन और नए साल का स्वागत करते हुए लोसर मेले का आगाज किया जाता है। इस दौरान गांव के प्रत्येक घर में बाड़ी दु, ओगला और फाफरे के पारंपरिक व्यंजन बनाए और सब्जियों के साथ परोसे जाते है। इसके बाद ग्रामीण जुटे और तोषिम कार्यक्रम किया जाता है। इस दौरान किन्नौरी नाटी यानी कायंग का दौर चलता है व् तीन दिन इस पर्व की धूम रहती है।
किन्नौर जिला में कोविड के 13 नए मामले सामने आए हैं । मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सोनम नेगी ने बताया कि जिले मे रविवार को कोविड के 130 सेंपल लिए गए थे जिन में से 13 मामलो की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। पॉजिटिव आने वाले सभी मामले टिडोंग जल विधुत परियोजना से सम्बंधित है। गत दिनों इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल शिमला जांच के लिए भेजे गये 60 सेम्पल की रिपोर्ट का इंतजार है। उन्होंने कहा कि जिले में अब तक कोविड के 83998 सेम्पल लिये जा चुके हैं जिनमे से 80352 सेम्पल को रिपोर्ट नेगिटिव आई है। जिले में अब तक कुल 3586 मामले पॉजिटिव आए हैं। 3495 स्वस्थ हो चुके हैं। जिले मे कोविद के 52 मामले सक्रिय है। कोविड के कारण जिले मे 39 रोगियों की मृत्यु हो चुकी है। उन्होंने जिला वासियों से कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने का आग्रह किया है तथा घर से बाहर निकलते समय सही प्रकार से मास्क पहनने व दो गज की दूरी की अनुपालना सुनिश्चित बनाने को कहा है। उन्होंने 15 से 18 वर्ष के बच्चों से कोविड रोधी टीका अवश्य लगाने को कहा है। उन्होंने कहा कि कोविड रोधी टीका लगाने व कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने से ही इस महामारी से बचा जा सकता है।
किन्नौर। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण किन्नौर द्वारा गत दिवस विकास खंड कल्पा की ग्राम पंचायत खंवागी में एक विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया । शिविर की अध्यक्षता सचिव जिला विधिक सेवाएँ प्राधिकरण किन्नौर निशांत वर्मा ने की। वर्मा ने ग्रामवासियों को जागरूक करते हुए कहा कि प्राधिकरण का मुख्य उदेश्य लोगों में कानूनी साक्षरता व जागरूकता पैदा करना है ताकि निर्धन व असहाय लोगों को निशुःलक कानूनी सहायता प्रदान कर उन्हें शीघ्र व सस्ता न्याय दिलवाया जा सकें । उन्होनें वाद विवाद के मामलों को लोक अदालत व मध्यस्थता के माध्यम से निपटारे पर विशेष बल दिया। जिसके लिए जिला स्तर , उपमण्डल स्तर व उच्च न्यालय स्तर पर प्राधिकरण। द्वारा मुफ्त कानूनी सेवा समीतियों में गठन किया गया है। वर्मा ने बताया कि निशुःलक कानूनी सहायता हेतु प्रार्थी सादे कागज पर जिला स्तर पर उपमण्डल स्तर पर या उच्च न्यालय में आवश्यक प्रमाण पत्रों सहित आवेदन कर सकता है। समितियों के माध्यम से आवेदक के दस्तावेजों की समीक्षा कर पात्रता के आधार पर उसे निशुःलक कानूनी सहायता प्रदान कि जाती है। जिसमे अधिवक्ता की फीस भी प्राधिकरण द्वारा वहन की जाती है।सचिव ने घरेलू हिंसा अधिनियम, भरण पोषण अधिनियम, लोक अदालत व मध्यस्थता आदि विषयों पर लोगों को विस्तृत जानकारी प्रदान की।
किन्नौर। जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण के तत्वावधान में 10 जनवरी को रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाएगा। किन्नौर के सचिव निशांत वर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि प्राधिकरण द्वारा स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से क्षेत्रीय अस्पताल रिकांकिग पिओ में 10 जनवरी 2022, प्रातः 10:00 बजे एक रक्तदान एवं जागरूकता शिविर का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि रक्तदान शिविर के आयोजन का मुख्य उद्देश्य लोगों विशेष कर युवाओं को रक्तदान के लिये प्रेरित करना व जागरूक करना है। उन्होंने कहा कि हमारे द्वारा किया गया रक्तदान एक जरूरतमंद रोगी को जीवनदान देने मे सहायक सिद्ध होता है तथा रक्तदान करने से हमारे शरीर पर कोई बुरा प्रभाव भी नही पड़ता बल्कि इससे कई लाभ ही होते हैं। उन्होंने सभी जिलावासियों से अनुरोध किया कि स्वेच्छा से शिविर में रक्तदान कर असंख्य बहुमूल्य जीवन बचाने के लिए आगे आएं।
रिकांगपिओ : (समर नेगी) जिला दण्डाधिकारी एवं जिला आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण किन्नौर के अध्यक्ष आबिद हुसैन सादिक ने वीरवार को कोरोना के बढते मामलों के मध्यनजर आपदा प्रबन्धन अधिनियम 2005 के तहत अधिसूचना जारी की है। इसके तहत जिले में “नो मास्क नो सर्विस" नियम लागू किया गया है। जिले में रात्री 10 बजे से सुबह के 5 बजे तक रात्रि र्क्फयु लागू रहेगा। अधिसूचना अनुसार जिले में सभी विवाह आयोजन स्थलों/वेंकेट हाल सभी सामाजिक/शैक्षणिक/खेल/मनोरजन/सांस्कृतिक/राजनितिक/धार्मिक व अन्य कार्यक्रमों में क्षमता के 50 प्रतिशत लोग ही शामिल हो सकेगें और इस दौरान कोविड सुरक्षा प्रोटोकाल को अपनाना आवश्यक होगा। आयोजकों को इस तरह के आयोजनों के लिए सम्बन्धित उपमण्डलाधिकरी से आयोजन के कम से कम एक सप्ताह पूर्व अनुमति लेनी आवश्यक होगी । होटल व रेस्टोरेंट खुले रहेगे पंरन्तु इन्हें कोविड प्रोटोकाल का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करना होगा। जिले में सभी सिनेमा हाल/मल्टी पलैक्स/खेल परिसर/स्टेडियम/सविमिंग पूल/जिम आगामी आदेशों तक बद रहेगें। धार्मिक स्थलो व पूजा स्थलों पर लंगर लगाने की मनाही की है।अधिसूचना के अनुसार पुलिस अधीक्षक किन्नौर, सम्बन्धित उप-मण्डलाधिकरी व सम्बन्धित पंचायती राज संस्थाओं को इन आदेशो की अनुपालना सुनिश्चित बनाना होगा। यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू हो गए है। उल्लघंन करने वालो के खिलाफ आपदा प्रबन्धन अधिनियम 2005 की धारा 51 से 60 व आई0पी0सी0 की धारा 188, 269 तथा 270 के तहत कारवाही अमल में लाई जाएगी।
किन्नौर: उपायुक्त किन्नौर आबिद हुसैन सादिक ने बुधवार को बर्फबारी व कड़ाके की सर्दी के बीच क्षेत्रीय अस्पताल रिकांगपिओ से एक सचल चिकित्सा वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस दौरान उपायुक्त ने कहा कि यह सचल चिकित्सा वाहन अनेक चिकित्सा सुविधाओं से लैस है तथा जिले के लोगों विशेषकर दूर-दराज क्षेत्र में रहने वाले लोगों को उनके घर द्वार के निकट विशेषज्ञ चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाने में वरदान साबित होगी। आबिद हुसैन ने कहा कि इस सचल चिकित्सा वाहन में जहां रोगियों को उनके घर द्वार के निकट विशेषज्ञ चिकित्सा जांच व विभिन्न टेस्ट करवाने की सुविधा होगी। वहीं, मरीजों को दवाइयां भी उपलब्ध होंगी. उन्होंने कहा कि वाहन में आपदा के समय उपयोग होने वाले सभी औजार भी उपलब्ध करवाए गए हैं। वाहन के अंदर एक प्रयोगशाला स्थापित की गई है, जहां विभिन्न प्रकार की चिकित्सीय टेस्ट उपलब्ध होंगे। उन्होंने कहा कि यह वाहन जिले के ऐसे दूर-दराज क्षेत्रों जहां पर चिकित्सा संस्थान व चिकित्सक नहीं है उनके घर द्वार के निकट चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाएगा। इस सकल चिकित्सा वाहन में लोगों को विभिन्न रोगों से बचाव के लिए जागरूक करने के लिए टेलीविजन भी स्थापित किया गया है, जिसके माध्यम से लोगों को टेलीविजन स्क्रीन पर विभिन्न रोगों से सम्बन्धित जानकारी प्रदान की जाएगी। उपायुक्त ने बताया कि यह सचल वाहन सीएसआर के तहत कोलगेट एंड पामोलिव लिमिटेड नालागढ़ द्वारा प्रदान किया गया है. उन्होंने सचल चिकित्सा वाहन उपलब्ध करवाने के लिए कोलगेट एंड पामोलिव लिमिटेड का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि जिला वासी विशेषकर जिले के दूर-दारज क्षेत्र के लोग इस से लाभान्वित होंगे। वहीं, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सोनम नेगी ने उपायुक्त किन्नौर का सीएसआर के तहत क्षेत्रीय अस्पताल रिकांगपिओ को सचल चिकित्सा वाहन उपलब्ध करवाने के लिए आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि शीघ्र ही इस सचल चिकित्सा वाहन के माध्यम से दूर-दराज क्षेत्रों में चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध करवानी आरम्भ कर दी जाएगी, ऐसे में लोगों को जांच के लिए जिला मुख्यालय स्थित अस्पताल में नहीं आना पडे़गा।
जिला गृह रक्षक कल्याण संघ किन्नौर द्वारा संघ अध्यक्ष संजय बिष्ट की अध्यक्षता में भारतीय जनता मजदूर संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष शांत प्रकाश जाटव के निर्देशानुसार उपायुक्त किन्नौर आबिद हुसैन सादिक के माध्यम से राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व गृह मंत्री भारत सरकार अमित शाह को गृह रक्षक/ होमगार्ड अधिनियम 1946-47 एवं 1962- 63 में संशोधन हेतु ज्ञापन भेजा। ज्ञापन में संघ ने बताया कि वर्तमान समय में पूरे भारतवर्ष में लगभग 8 लाख होमगार्ड स्वयंसेवक कार्यरत हैं जो कि स्थाई पॉलिसी के अभाव में जहां एक ओर कार्य विसंगति व परिश्रमिक विसंगति से जूझ रहे हैं वहीं दूसरी ओर सरकारी सुविधाओं से भी वंचित है। उन्होंने यह भी बताया कि होमगार्ड देश के सुरक्षा बलों के साथ सर्दी, गर्मी, बाढ़ आदि के साथ साथ अन्य किन्ही भी स्थितियों में कंधा से कंधा मिलाकर पुलिस ट्रेनिंग लेकर लगातार सेवा कर रहे हैं तथा इन सबके बाबजूद गृह रक्षकों को अवैतनिक, अल्प वैतनिक, बिना पेंशन, ग्रैच्यूटी, स्वास्थ्य सुविधा व विना इंश्योरेंस आदि के बगैर यह सब कार्य स्वयं सेवक की हैसियत से करने होते हैं तथा यह सब भारत सरकार के गृह रक्षक अधिनियम 1946-47 एवं 1962 -63 नियम के तहत कार्य करते हैं तथा इस नियम के अनुसार गृह रक्षक एक स्वयंसेवक हैं। परिणाम स्वरूप वे कर्मचारी के सुविधाओं से वंचित रहता है। इस कारण उसके काम करने के घंटे और नियुक्ति संशय में रहती है, तथा गृह रक्षक हमेशा संशय में रहता है कि कल कहीं उसको कार्य से ना हटा दिया जाए तथा इस कार्य को करने के लिए उसे केवल 300, 500 व 700 रुपये प्रतिदिन मानदेय दिया जाता है जो कि न्यूनतम वेतन से काफी कम है। संघ ने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री व गृह मंत्री से गृह रक्षक अधिनियम में संशोधन कर गृह रक्षकों को केंद्रीय अथवा राज्य कर्मचारी का दर्जा देने की मांग की है।
रिकांगपिओ में जिला जल रक्षक संघ की बैठक का आयोजन किया गया। बैठाक में निचार, सांगला, पूह उपमंडल से सभी जलरक्षकों ने भाग लिया। इस बैठक में जल शक्ति मंडल रामपुर के अधीन कार्यरत राजेंद्र सिंह विशेष तौर पर उपस्थित रहे तथा इस दौरान उनकी अध्यक्षता में पुरानी कार्यकारिणी को भंग कर नई कार्यकारिणी का गठन किया गया। इस बैठक में सर्वसम्मति में रजनीश कुमार को प्रधान, मोहित कुमार को उपप्रधान, प्रेम राज को कोषाध्यक्ष, अनोद कुमार को सचिव व परविंदर को मीडिया प्रभारी चुना गया। वंही जीवन सिंह, रोहित कुमार, विकास, राजीव कुमार, बलदेव सिंह सुमित कुमार, नरेश कुमार, दोरजे नामग्याल, एमके बोरिस, राज कुमार, छेमित दोर्जे को कार्यकारिणी सदस्य चुना गया। इस बैठक में जलरक्षक संघ की किन्नौर इकाई ने सरकार से अनुबंध अवधि को 12 से घटाकर आठ वर्ष करने और वेतन बढ़ोतरी की मांग व समाधान करने की मांग उठाई गई। उन्होंने जल रक्षकों को पंचायतीराज से हटाकर जल शक्ति विभाग के अधीन करने की भी मांग की।
किन्नौर जिला के रिकांग पिओ स्थित बचत भवन में 24 दिसम्बर को प्रशासन गांव की ओर कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। यह जानकारी कार्यक्रम आयोजन को लेकर आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपमण्डलाधिकारी कल्पा स्वाति डोगरा ने दी। उन्होंने कहा कि इस दौरान विभिन्न विभागों द्वारा अपने स्टाॅल लगाए जाएंगे। जहां पर वह सरकार द्वारा विभाग के माध्यम से आरंभ की गई विभिन्न योजनाओं व कार्यक्रमों के बारे में लोगों को जागरूक करेंगे। इसके अलावा विभागाध्यक्ष योजनाओं के बारे में भी उपस्थित जनों को बताएंगे। इस दौरान स्वयं सहायता समूहों द्वारा तैयार किए गए उत्पाद प्रदर्शित किए जाएंगे। उपमण्डलाधिकारी ने बताया कि कार्यक्रम में कल्पा उपमण्डल की ग्राम पंचायत कल्पा, दूनी, रोघी, युवारंगी, कोठी, तेलंगी, पांगी, खवांगी व शुद्धारंग के लोग भाग लेंगे।
हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक वित्तीय साक्षरता केंद्र रिकांगपिओ द्वारा नाबार्ड के सौजन्य से जिला किन्नौर के ठंगी, मूरंग, यूला और जनकपुरी में वित्तीय साक्षरता शिविरों का आयोजन किया गया। इन शिविरों में स्थानीय लोगों व स्वयं सहायता समूहों ने बढ़चढ़ कर भाग लिया तथा शिविर के दौरान समन्वयक राजीव नेगी द्वारा लोगों को स्वयं सहायता समूह और राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका योजना का गठन और उसकी कार्यशेली, ऑनलाइन धोखादड़ी, एटीएम फ्रॉड, प्रधान मंत्री जीवन ज्योति योजना, प्रधान मंत्री सुरक्षा बीमा योजना, अटल पेंशन योजना, किसान क्रेडिट कार्ड, और भारत सरकार द्वारा चलाए जा रही विभिन्न योजनाओं के बारे मे विस्तृत जानकारी दी गई। उन्होंने कहा कि आजकल बहुत से लोग जानकारी के अभाव में ऑनलाइन ठगी का शिकार हो रहे हैं हालांकि बैंकों द्वारा लोगों को इस बारे में बार-बार जागरूक भी किया जा रहा है, परन्तु फिर भी लोग ठगी का शिकार हो रहे हैं। उन्होनें स्वयं सहायता समूह के सदस्यों से भी आग्रह किया कि वे भी लोगों को ऑनलाइन ठगी से बचने के लिए जागरूक करें ताकि लोग इससे बच सकें।
जिला किन्नौर के कल्पा ब्लॉक के रकछम गांव में वीरवार को भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस बल की द्वितीय बटालियन द्वारा रकछम ग्राम पंचायत के उपप्रधान खजान सिंह के नेतृत्व में रकछम क्लब के बच्चों को खेलकूद की सामग्री भेंट की गई। इस दौरान उन्होंने बच्चों को वॉलीबॉल, फुटबॉल, बास्केटबॉल के साथ दो नेट भी वितरित किए। इस अवसर पर भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस बल के डिप्टी कमांडेंट लेखराज राणा ने बताया कि भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस बल का उद्देश्य है कि बच्चे पढ़ाई लिखाई के साथ-साथ खेलकूद में भी आगे आकर गौरव हासिल कर सके। उन्होंने रकछम क्लब के बच्चों से आग्रह किया कि वे नशे से दूर रहकर पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद में भी समय दें ताकि भविष्य में वे एक अच्छे खिलाड़ी के रूप में तैयार हो सके और गांव का नाम रोशन कर सकें। इस अवसर पर रकछम ग्राम पंचायत के उपप्रधान खजान सिंह नेगी ने भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस बल का धन्यवाद किया तथा भविष्य में भी इस तरह के सहयोग की आशा की।
किन्नौर जिला में इन दिनों प्रतिदिन तापमान में भारी गिरावट दर्ज की जा रही है। वही रात के समय तापमान माइनस में पहुँच रहा है। जिसके कारण पूरे क्षेत्र में ठंड का प्रकोप जारी है। पिछले दिनों हुई बर्फबारी के बाद अब ऊँचाई वाले क्षेत्रों में जल स्त्रोत, पानी के झरने सहित नदिया भी जमने की कगार पर पहुँच गई है। वही दिन के समय में भी बर्फ की सिल्लियां जमी हुई देखी जा सकती है। जिसका स्थानीय व पर्यटको द्वारा खूब आनंद लिया जा रहा है। मौसम विभाग की माने तो किन्नौर जिला में आने वाले समय में तापमान में और अधिक गिरावट होने की संभावना है। यहाँ के लोगों को ठंड से दो-चार होना पड़ सकता है। मौसम में गिरावट आने से यहाँ के नकदी फसल सहित अन्य फसलों के लिए वरदान साबित होगा।
कोविड-19 टीकाकरण की दूसरी डोज की लक्ष्य प्राप्ति में देश में प्रथम स्थान प्राप्त करने पर राज्य स्तरीय कार्यक्रम जिला के बिलासपुर स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान चिकित्सा संस्थान के प्रांगण में आयोजित की गई। इस कार्यक्रम में क्षेत्रीय चिकित्सालय रिकांगपिओ में तैनात पुरुष स्वास्थ्य पर्यवेक्षक सुभाष पंचारस को कोविड-19 काल में उनकी सराहनीय सेवाओं के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ मनसुख मांडविया व भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने प्रशस्ति पत्र के साथ टोपी मफलर पहनाकर सम्मानित किया। इस दौरान विशेष रूप से मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर तथा केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर उपस्थित रहे। टीकाकरण की दूसरी डोज की लक्ष्य प्राप्ति पर जहां किन्नौर पहला जिला बना, वहीं इस अभियान को सफल बनाने में स्वास्थ्य कर्मियों का अहम भूमिका रही है।
किन्नौर जिले के बेरोजगार युवक एवं युवतियों को आत्मर्निभर बानाने की दिशा में मुख्यमंत्री स्वावलम्बन योजना के अन्तर्गत उपायुक्त कार्यालय किन्नौर स्थित रिकांगपिओ में जिला स्तरीय समिति की बैठक का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता उपायुक्त किन्नौर आबिद हुसैन सादिक ने की। उपायुक्त ने बताया कि योजना के अन्तर्गत 32 मामले प्राप्त हुए थे। जिसमें से 29 मामलों को स्वीकृति प्रदान कर दी गई है। जिसमें स्माल गुडज कैरियर, जेसीबी व होटल की परियोजनाएं शामिल है। उन्होनें बताया कि वित्त वर्ष 2021-22 में 109 मामले जिला स्तरीय समिति द्वारा अनुमोदन उपरान्त विभिन्न बैंको को प्रायोजित किए गए है जिनमें से 73 मामलों को बैंको द्वारा स्वीकृत किया जा चुका है जिस से 7.36 करोड रू0 निवेश कर 86 लोगो को रोजगार उपल्बध होगा। उन्होनें बताया कि मुख्यमंत्री स्वावलम्बन योजना में 18 से 45 वर्ष तक के युवा व 18 से 50 वर्ष तक की महिलाए 1 करोड रू की परियोजना लागत पर 60 लाख तक के बैंक ऋण क्रमःश 25 तथा 30 प्रतिशत तथा विधवाएं 35 प्रतिशत अनुदान के लिए पात्र होगे। उन्होने बताया की योजना में कृषि एवं पशुपालन से सम्बन्धित गतिविधियों को भी शामिल किया गया हैं। बैठक में जिला उद्योग केन्द्र के महापब्रन्धक जिया राम अभिलाषी ने बैठक की कार्यवाही का संचालन किया व बताया कि योजना सम्बन्धी अधिक जानकारी के लिए आवेदक विभाग के दूरभाष नम्बर 01786-222276 पर सम्पर्क कर सकते है। बैठक में परियोजना अधिकारी जिला गा्रमीण विकास अभिकरण जयवन्ती ठाकुर, उपनिदेश पशु पालन डॉ अशोक सैनी, जिला कृषि अधिकारी ओपी बन्सल व जिला अग्रणी बैंक प्रबन्ध केवल कृष्ण कलसी उपस्थित रहे। Reckong Peo Kinnaur News Update | Himachal Pradesh
जिला किन्नौर (KINNAUR) में मौसम ने करवट ले ली है। दूसरे दिन भी जिला में आसमान में काले बादल छाए रहे। ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी होने की संभावना बनी हुई है। समूचा क्षेत्र बादलों की चपेट में आने से तापमान में भी भारी गिरावट दर्ज हुई है। रात के समय तापमान माईनस में जाने से जिले के ऊंचाई वाले इलाकों में पानी जमना भी शुरू हुआ है। हालांकि लंबे समय से बारिश नहीं होने से सूखा पड़ने की संभावना बनी हुई है। ऐसे में यहां के किसान-बागवान बारिश व बर्फबारी का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। ताकि किसान खेतों में बिजाई का कार्य शुरू कर सके। वही बर्फ सेब के पेड़ पौधों के लिए भी फायदेमंद साबित होगा।
जनजातीय क्षेत्र में विकास की गति धीमी न हो इसके लिए प्रदेश सरकार लगातार प्रयास कर रही है। प्रदेश मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बीत दिनों जिला किन्नौर प्रवास के दौरान किन्नौर वासियों को करोड़ो की सौगात दी। उन्होंने 77 करोड़ रुपये लागत की 31 विकास परियोजनाओं के शिलान्यास एवं लोकार्पण किया। इस दौरान उन्होंने पूर्व विधानसभा अध्यक्ष स्वर्गीय ठाकुर सेन नेगी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि वह न केवल एक महान प्रशासक और नेता थे, बल्कि जनजातीय संस्कृति के प्रमुख संवाहक भी थे। उन्होंने कहा कि यहां स्थापित संग्रहालय को और सुदृढ़ करने के लिए प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने प्रशासनिक कार्य प्रणाली को और सुदृढ़ करने के उद्देश्य से जिला मुख्यालय में अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी का एक पद सृजित करने की घोषणा की। किन्नौर में शोब्रांग में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खोलने की घोषणा की गई है। इसके अतिरिक्त सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भावानगर का दर्जा बढ़ाकर इसे नागरिक अस्पताल करने और राजकीय उच्च पाठशाला पानवी का दर्जा बढ़ाकर इसे राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला करने की घोषणा की गई है। पटवार वृत्त कनम को तहसील पूह से हटाकर तहसील मुरंग के अधीन लाया जाएगा। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सांगला तहसील की ग्राम पंचायत सपनी में 1.43 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित पेयजल आपूर्ति योजना सापनी के चरण 1 से 4 के संवर्धन कार्य का शुभारंभ, बटसेरी सम्पर्क सड़क पर बस्पा खड्ड पर 1.30 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित 170 फीट लंबे बेलीपुल, शांगों गांव की सम्पर्क सड़क पर भाबा खड्ड पर 5.25 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित 160 फीट लंबे बेली पुल, 3.18 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित टापरी (छोल्टू) पुनंग सड़क, 24 लाख रुपये की लागत से निर्मित उप-स्वास्थ्य केंद्र रूनाग, क्षेत्रीय अस्पताल रिकांपिओं में सामुदायिक सामाजिक जिम्मेवारी (सीएसआर) के अंतर्गत 92 लाख रुपये की लागत से स्थापित 250 एलएमपी क्षमता के पीएसए ऑक्सीजन उत्पादन प्लांट, ग्राम पंचायत रिस्पा में 63 लाख रुपये की लागत से निर्मित पेयजल योजना स्किबा, मुरंग तहसील की ग्राम पंचायत रारंग में रारंग, खादरा स्वादेन और शिलापुर गांव के लिए 68 लाख रुपये की लागत से निर्मित पेयजल आपूर्ति योजना का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने निचार तहसील की ग्राम पंचायत रमनी में 83 लाख रुपये की लागत से पेयजल आपूर्ति योजना सोलब्रे से फ्राचीतंग के री-माॅडलिंग कार्य, एकलव्य आदर्श आवासीय पाठशाला निचार के लिए 99 लाख रुपये की लागत से निर्मित होने वाली पेयजल आपूर्ति योजना, निचार एवं एकलव्य आदर्श पाठशाला निचार के लिए 11.46 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाली मल निकासी योजना, निचार तहसील की छूटी हुई बस्ती मीरू के लिए 53 लाख रुपये की लागत से निर्मित होने वाली पेयजल आपूर्ति योजना, निचार तहसील की ग्राम पंचायत बाड़ी में पेयजल आपूर्ति योजना बाड़ी के 1.47 करोड़ रुपये की लागत से होने वाले री-माॅडलिंग कार्य, निचार तहसील की ग्राम पंचायत रूपी में 1.17 करोड़ रुपये की पेयजल आपूर्ति योजना रूपी, ग्राम पंचायत रूपी में 1.23 करोड़ रुपये की उठाऊ पेयजल आपूर्ति योजना गुरगुरी (मझगांव), ग्राम पंचायत मीरू में पेयजल आपूर्ति योजना चाओलिंग के 1.11 करोड़ रुपये के री-माॅडलिंग कार्य, निचार तहसील ग्राम पंचायत यांगपा में पेयजल आपूर्ति योजना भाबा घाटी के 2.38 करोड़ रुपये के री-माॅडलिंग कार्य, निचार तहसील की ग्राम पंचायत चगौन में पेयजल आपूर्ति योजना चगौन के 1.02 करोड़ रुपये के संवर्द्धन कार्य एवं एफएचटीसी के शेष घरों को पेयजल कनेक्शन प्रदान करने, कल्पा तहसील की ग्राम पंचायत खवांगी में खवांगी, उद्योग केंद्र से नीचे की ओर स्थित बस्ती और शारबो के लिए 1.68 करोड़ रुपये की पेयजल आपूर्ति योजना, कल्पा तहसील की ग्राम पंचायत कोठी में छूटी हुई बस्ती कोठी और चुंगलिंग के लिए 1.37 करोड़ रुपये की पाईप पेयजल आपूर्ति योजना, ग्राम पंचायत किलबा में किलबा और लिंगे गांव के लिए 86 लाख रुपये की पेयजल आपूर्ति योजना और सांगला तहसील की ग्राम पंचायत युला में 86 लाख रुपये की प्रवाह सिंचाई योजना रिसूरो से कुनिंदे का शिलान्यास किया। जयराम ठाकुर ने रिकांगपिओ में 2 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाले सतर्कता पुलिस थाना, रिकांगपिओ में 1.47 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाले राजस्व सदन, रिकांगपिओ में 1.88 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाले ई.वी.एम. भंडारण गृह, भाबानगर में 7.22 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाले स्टेडियम, पूह तहसील की ग्राम पंचायत रोपा में प्रवाह सिंचाई योजना रकेन के 74 लाख रुपये के री-माॅडलिंग कार्य, पूह तहसील में 94 लाख रुपये की लागत से निर्मित होने वाले अकपा उप-मंडल के सहायक अभियन्ता कार्यालय एवं आवास, मुरंग तहसील की ग्राम पंचायत चारंग में 86 लाख रुपये की लागत से निर्मित होने वाली प्रवाह सिंचाई योजना निचला बेबग्या, रिकांगपिओ में 6.85 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाले सीए स्टोर तथा ग्याबोंग में 14.51 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाले पैकिंग एवं ग्रेडिंग गृह की भी आधारशिला रखी। इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री ने क्षेत्रीय अस्पताल, रिकांगपिओ में दो पीएसए 250 एलपीएम ऑक्सीजन संयंत्रों का लोकार्पण भी किया।
किन्नौर के विधायक जगत सिंह नेगी ने जयराम सरकार पर आरोप लगाए है। जगत सिंह नेगी का कहना है कि जयराम सरकार द्वारा पिछले चार सालों में प्रदेश में ऐसा कोई भी कार्य नहीं किया गया है जिससे कि प्रदेश के लोग इस सरकार को याद करे। जगत सिंह नेगी का कहना है कि इससे पहले जो भी प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके हैं उनको लोग कुछ अच्छे कार्यों के लिए याद करते हैं और ये एक ऐसे मुख्यमंत्री हैं जिन्होंने प्रदेश के साथ साथ जनजातीय क्षेत्र के विकास के लिए कुछ भी कार्य नहीं किया है। उनका कहना है कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का नाम काले अक्षरों में लिखा जाएगा, उन्होंने जब भी किन्नौर जिले का दौरा किया तो वो हेलीकाॅप्टर से किया। ऐसे में उन्हें हेलीकाॅप्टर वाले मुख्यमंत्री के नाम से जाना जाएगा। ये भी एक रिकॉर्ड रहेगा कि ये पहले एक ऐसे मुख्यमंत्री हैं जो सड़क के रास्ते से जनजातीय क्षेत्रों में नहीं आए हैं। ऐसे मुख्यमंत्री जनजातीय क्षेत्रों का क्या विकास करेंगे जिनके पास जनजातीय क्षेत्र के लोगों के लिए समय ही नहीं है।
संविधान दिवस पर आज उपायुक्त किन्नौर आबिद हुसैन सादिक ने उपायुक्त सभागार में अधिकारियों तथा कर्मचारियों को संविधान की शपथ दिलाई। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि आज ही के दिन वर्ष 1949 में भारत के संविधान को स्वीकार किया गया था तथा इसीलिए आज के दिन को संविधान दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस अवसर पर अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी पूह अश्वनी कुमार, उपमण्डलाधिकारी कल्पा स्वाति डोगरा व विभिन्न विभागों के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।
देश के प्रथम मतदाता मास्टर श्याम सरन नेगी की मृत्यु की झूठी खबर सोशल मीडिया में दूसरी बार वायरल हो रही है। इससे पूर्व भी 18 नवम्बर को सोशल मीडिया में श्याम सरन नेगी की झूठी खबर वायरल हुई थी। वंही इस झूठी खबर के सोशल मीडिया पर फैलाने को लेकर डीसी किन्नौर आबिद हुसैन सादिक ने कहा कि मास्टर श्याम सरन नेगी पूरी तरह स्वस्थ हैं। सोशल मीडिया पर मास्टर श्याम सरन नेगी की मृत्यु की झूठी खबर वायरल करने वालो के खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। बता दें कि किन्नौर जिला के कल्पा के रहने वाले 104 वर्षीय श्याम सरण नेगी को देश के प्रथम मतदाता होने का गौरव प्राप्त हुआ है तथा उन्हें चुनाव आयोग द्वारा 2014 के आम चुनाव के दौरान ब्रांड अंबेसडर बनाया था। श्याम सरन नेगी लगातार हर बार चुनाव में अपना कीमती वोट देते आ रहे हैं।
किन्नौर जिला के मुख्यालय रिकांगपिओ में आयोजित आजादी के 75वें अमृत महोत्सव व हिमाचल प्रदेश के पूर्ण राज्यत्व स्वर्णिम जयंती वर्ष पर आयोजित 5 दिवसीय राज्य स्तरीय जनजातीय नृत्य एवं क्राफ्ट मेले में पर्यटकों व स्थानीय लोगों की पसंद किन्नौर के पारम्परिक व्यजंन बने। ग्राम संगंठन पांगी की महिला साधना कुमारी, सुशांत कुमारी, सुभ्रदा कुमारी, प्रेम प्यारी, तीरा देवी, रघुना देवी, सरस्वती देवी व राधा प्यारी द्वारा लगाए गए स्टाॅल पर पर्यटक व स्थानीय लोग पारम्परिक व्यंजन थिस्पोले, गाशंग (ओगला के चिल्टे), ब्रासोदा व फाफड़ा के चिल्टे पर्यटकों सहित स्थानीय लोगों को आकर्षित कर रहे हैं। जलेबी की तरह बने थिस्पोले पर्यटकों को बहुत पसंद आ रहे हैं। वहीं स्वास्थ्य के लिए लाभदायक छाछा, नमकीन चाय व चूली की फांटिग का स्वाद लेने के लिए भी भीड़ देखी जा रही है। संगठन की मुखिया साधना कुमारी का कहना है कि यह सभी पारम्परिक व्यंजन स्वास्थ्य की दृष्टि से औषधीय गुणों से भरपूर है। उन्होंने कहा की फाफड़ा का चिल्टा जहां मधुमेह रोगियों के लिए रामबाण माना जाता है वहीं चूली व सत्तु से तैयार किया गया फांटिग गैसटीक व पेट के कई रोगों के ईलाज के लिए भी लिया जाता है। उन्होंने कहा कि जिले में त्यौहारों व उत्सवों पर आज भी इन व्यंजनों को बनाया जाता है। इन व्यंजनों को तैयार करने में घर पर तैयार पदार्थों का ही प्रयोग किया जाता है। इसी कारण स्थानीय लोग भी इन्हें बहुत पसंद कर रहे हैं।
अखिल भारतीय विद्यार्थी रिकांगपिओ इकाई का गठन जिला संयोजक सूर्या नेगी की अध्यक्षता में किया गया। इस अवसर पर जिला विद्यार्थी विस्तारक अजय ठाकुर, तहसील संयोजक अविनाश विशेष रूप से उपस्थित रहे। जिला संयोजक सूर्या द्वारा कार्यकारणी की घोषणा की गई जिसमे विवेक को इकाई अध्यक्ष चुना गया। इसके अतिरिक्त इकाई सचिव रिंगजीन, इकाई उपाध्यक्ष चिराग, करिश्मा राणा व चिराग को चुना गया, जबकि इकाई सह सचिव मोनिका थुरक्यान, नीतिका ब्रायस, समीर व बी ए प्रमुख रवि कांत को चुना गया। उन्होंने बताया कि ललित, शीतल, नितेश, मंगेश, मुस्कान बी कॉम प्रमुख, बी एस सी प्रमुख दीक्षा व बी कॉम प्रमुख वंश कृष्ण भगत को सह प्रमुख चुना गया। इसके अतिरिक्त इकाई सोशल मीडिया प्रमुख अजय गुप्ता, सह प्रमुख राम कृष्ण, हॉस्टल प्रमुख साक्षी, गुलवंशी, कोषाध्यक्ष सानिया, खेल प्रमुख साहिल, अभिषेक कला मंच प्रमुख सनी सह प्रमुख खुशी, धीरज, इकाई नियंत्रक आयुष, संजय, साक्षी, जनजातीय कार्य प्रमुख आंकाक्षा, अनिशा, अनुराग, सोनी, सोनिका, अनुष्का व मोहिनी को बनाया गया।
राज्य स्तरीय जनजातीय नृत्य स्पर्धा एवं क्राफ्ट मेले को लेकर एक दिवसीय दौरे पर किन्नौर आ रहे प्रदेश मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर किन्नौर जिला के ज्वलनशील मुद्दे नोतोड़ व एफआरए का भी जल्द समाधान करने वाले हैं। यह बात आज मीडिया से रूबरू होते हुए प्रदेश वन विकास निगम के उपाध्यक्ष सुरत नेगी ने कहीं। उन्होंने कहा कि प्रदेश मुख्यमंत्री के किन्नौर दौरे के दौरान विभिन्न परियोजनाओं व विकास कार्यों के शिलान्यास व उद्घाटन किया जाएगा तथा जिला के विकास कार्यों को लेकर कई नई घोषणाए भी प्रदेश मुख्यमंत्री की ओर से किया जा सकता है। वहीं उन्होंने किन्नौर जिला के प्रमुख मुद्दे एफआरए व नोतोड़ के बारे में बताया कि प्रदेश मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर जल्द से जल्द जिला के प्रमुख मुद्दों का समाधान करने वाले हैं ,जैसे ही सुप्रीम कोर्ट से एफआरए व एफसीए से स्टे हटता है तो भाजपा की सरकार जिला की जनता को उनका अधिकार दिलाकर रहेगी। सूरत नेगी ने कहा कि मुख्यमंत्री के स्वागत के लिए किन्नौर जिला के 73 पंचायतो के पदाधिकारी सहित पंचायती राज व महिला मंडल सहित युवक मंडल के सदस्य भी शामिल होंगे।