**रेस्क्यू के लिए मंगवाया हेलीकॉप्टर हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिला के बीड़ बिलिंग से उड़े तीन विदेशी पैराग्लाइडर कुल्लू जिला की ऊंची पहाड़ियों में फंसे गए हैं, जिनको रेस्क्यू करने के लिए कुल्लू जिला प्रशासन द्वारा सरकार से हेलीकॉप्टर की मांग की गई है। इस संबंध में जानकारी देते हुए कल्लू के एसडीएम विकास शुक्ला ने बताया कि बीड़ बिलिंग से तीन विदेशी पैराग्लाइडरों ने उड़ान भरी थी। जो दिशा भटक कर कुल्लू जिला में फोजल की ऊंची पहाड़ियों के बीच में फंस गए हैं, जिनमें एक पैराग्लाइडर यूके दूसरा न्यूजीलैंड तथा तीसरा ऑस्ट्रेलिया का बताया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इनमें उड़ान भरने वाला एक पैराग्लाइडर चालक घायल हो गया है। बताया कि तीनों विदेशी पैराग्लाइडर जिला की लगभग 4 से 5000 फीट की ऊंचाई पर फोजल की पहाड़ियों के बीच में फंसे हुए हैं, जिनको रेस्क्यू करने के लिए गई टीम ने हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू करने का आग्रह किया है। विकास शुक्ला के मुताबिक प्रशासन द्वारा तीनो पेराग्लाइडरों को रेस्क्यू करने के लिए हेलीकॉप्टर मंगवाया गया है और रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
** उपायुक्त बिलासपुर ने वितरित किए पोषण किट बिलासपुर/सुनील: राष्ट्रीय पोषण अभियान के अंतर्गत, जिला प्रशासन बिलासपुर, रेडक्रॉस सोसायटी और महिला एवं बाल विकास विभाग के संयुक्त तत्वावधान में क्षेत्रीय अस्पताल बिलासपुर में कुपोषित बच्चों के लिए विशेष स्वास्थ्य जांच एवं परामर्श शिविर का आयोजन किया गया। इस अवसर पर उपायुक्त बिलासपुर आबिद हुसैन सादिक ने शिरकत की और सभी 50 बच्चों के परिवारों को जिला रेड क्रॉस सोसायटी की ओर से पोषण किट वितरित किए। उन्होंने बच्चों के स्वास्थ्य, पोषण और बेहतर जीवन के महत्व पर भी जानकारी दी। शिविर में सदर ब्लॉक के कुल 50 बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया और जरूरी टेस्ट कराए गए, साथ ही विशेषज्ञ डॉक्टरों ने बच्चों को स्वास्थ्य संबंधी उचित परामर्श दिया। जिला प्रशासन का लक्ष्य है कि जिले का कोई भी बच्चा कुपोषण से ग्रस्त ना हो। इसके लिए, स्वास्थ्य जांच, परामर्श, निशुल्क दवाइयों और पोषण के बारे में जानकारी प्रदान कर कुपोषण की समस्या को दूर किया जा रहा है। इस पहल को निरंतरता देने के लिए नियमित रूप से ऐसे शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। जिला कार्यक्रम अधिकारी हरीश मिश्रा के अनुसार, जिले के विभिन्न ब्लॉकों में 37 अति कुपोषित और 110 अल्प पोषित बच्चों की पहचान की गई है। घुमारवीं और श्री नैना देवी ब्लॉक में पहले ही शिविर आयोजित हो चुके हैं, जबकि झंडूता ब्लॉक में शिविर शनिवार को आयोजित किया जाएगा। इस शिविर में चिकित्सा अधीक्षक डॉ. सतीश कुमार, जिला कार्यक्रम अधिकारी (आईसीडीएस) हरीश मिश्रा, रेडक्रॉस सोसायटी के सचिव अमित कुमार और अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
एसवीएन वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कुनिहार में वार्षिक खेल कूद प्रतियोगिता का भव्य आयोजन किया गया, जिसमें छात्र खिलाड़ियों ने विभिन्न खेलों में भाग लिया। समारोह मे राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला अर्की के प्रधानाचार्य राज कुमार शर्मा ने बतौर मुख्यातिथि भाग लिया। विद्यालय के अध्यक्ष टी सी गर्ग ने उद्घाटन समारोह में सभी छात्रों और शिक्षकों को संबोधित किया, और खेल के महत्व पर प्रकाश डाला। छात्रों ने उत्साहपूर्वक दौड़, जलेबी रेस, स्पून रेस, खो खो, कबड्डी, वॉलीबॉल आदि खेलों में हिस्सा लिया। प्रतियोगिता के समापन पर पुरस्कार वितरण समारोह में मुख्यातिथि द्वारा विजेता खिलाड़ियों को मैडल और सर्टिफिकेट दिए गए। स्कूल प्रधानाचार्य पदम नाभम ने सभी अतिथियों का धन्यवाद किया और खेल दिवस में सभी को एकजुट होकर खेलने और एक-दूसरे का सम्मान करने का संदेश दिया।
**निर्माण कार्य को समयबद्ध पूर्ण करने के दिए निर्देश मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने वीरवार सांय नई दिल्ली के द्वारका में निर्माणाधीन हिमाचल निकेतन का दौरा कर निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों को इसका निर्माण कार्य समयबद्ध पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि हिमाचल निकेतन के निर्माण से हिमाचलवासियों को विभिन्न कार्यों के लिए राजधानी में ठहरने की सुविधा मिलेगी। इसकेे बनने से विशेषकर विद्यार्थियों को लाभ मिलेगा। इस पांच मंजिला भवन का निर्माण 57.72 करोड़ रुपये की लागत से किया जा रहा है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के साथ राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
किन्नौर: 29 अक्टूबर से 28 नवंबर तक चलाया जाएगा फोटोयुक्त मतदाता सूचियों का विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण
** बूथ लेवल अधिकारियों को प्रदान किया प्रशिक्षण किन्नौर जिला के रिकांग पिओ स्थित बचत भवन में आज फोटोयुक्त मतदाता सूचियों के विशेष पुनरीक्षण के लिए बूथ लेवल अधिकारियों के प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। निर्वाचक पंजीकरण अधिकारी व उपमंडलाधिकारी डॉ. मेजर शशांक गुप्ता ने बताया कि किन्नौर अनुसूचित जनजातीय विधानसभा क्षेत्र के लिए फोटोयुक्त मतदाता सूचियों का विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण 29 अक्टूबर से 28 नवंबर 2024 तक चलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस दौरान फोटो-युक्त मतदाता सूचियों में नाम दर्ज करने व अपात्र तथा मृत/स्थानांतरित व्यक्तियों के नाम हटाने आदि के कार्य अमल में लाए जाएगें। उन्होंने कहा कि ऐसा कोई भी भारत का नागरिक जिसकी आयु 01 जनवरी, 2025 को या इससे पहले 18 वर्ष पूरी होगी वह अपना नाम मतदाता सूचि में शामिल करवा सकता है जिसके लिए उसे फॉर्म-6 को भरकर बीएलओ के पास जमा करवाना होगा। जिला निर्वाचक पंजीकरण अधिकारी ने बताया कि मतदाता सूचि में दर्ज किसी नाम पर आपत्ति करने या नाम हटाने के लिए फॉर्म-7 प्रयोग में लाना होगा, जबकि किसी नाम की प्रविष्टी में शुद्धि के लिए फॉर्म-8 को प्रयोग में लाना होगा। उन्होंने कहा कि मतदाता सूचि में दर्ज नाम को विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में ही अन्यत्र स्थानान्तरित करने के लिए फॉर्म-8 (क) को भरकर बीएलओ या बूथ स्तर पर सुपरवाईजर को जमा करना होगा। उन्होंने जिला के समस्त नागरिकों, युवाओं, स्थानीय मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों, गैर सरकारी स्वयं सेवी संगठनों एवं महिला मण्डलों से आह्वाहन किया कि वे उक्त अभियान के तहत जिले के छुटे हुए पात्र मतदाताओं के नाम दर्ज करवाने में अपना सहयोग प्रदान करें। तहसीलदार निर्वाचन जी. एस. राणा ने सभी बूथ स्तरीय अधिकारियों को प्रशिक्षण प्रदान किया। इसके अतिरिक्त सभी बूथ स्तर अधिकारियो को बी एल ओ एप्प के प्रयोग हेतु विस्तृत जानकारी भी उपलब्ध करवाई गई।
** क्षय रोग मुक्त पंचायतों को किया गया सम्मानित किन्नौर जिला के उपायुक्त कार्यालय सभागार के सम्मेलन कक्ष में आज उपायुक्त डॉ. अमित कुमार शर्मा की अध्यक्षता में क्षय रोग उन्मूलन पर एक बैठक का आयोजन किया गया। उन्होंने स्वास्थ्य अधिकारियों से क्षय रोग मुक्त पंचायतों का ब्यौरा मांगा तथा इन पंचायतों में आयोजित स्क्रीनिंग प्रक्रिया पर विस्तृत जानकारी प्राप्त की। उन्होंने इस प्रक्रिया को सुदृढ़ बनाने के लिए स्थानीय पंचायत जन-प्रतिनिधियों से सीधे संवाद के माध्यम से सुझाव आमंत्रित किए और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उपायुक्त ने जल विद्युत परियोजनाओं में कार्य कर रहे प्रवासी श्रमिकों की क्षय रोग स्क्रीनिंग प्रक्रिया के संदर्भ में जानकारी प्राप्त की तथा संवेदनशील वर्गों को इस रोग के संदर्भ में जागरूक करने पर बल दिया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सोनम नेगी ने क्षय रोग के संदर्भ में विस्तृत जानकारी प्रदान की तथा राज्य सरकार द्वारा निःशुल्क दवाईयां एवं स्क्रीनिंग प्रक्रिया के बारे में पंचायत जन-प्रतिनिधियों को अवगत करवाया तथा जिला स्वास्थ विभाग द्वारा विभिन्न गतिविधियों की विस्तृत जानकारी प्रदान की। बैठक में जिला परिषद उपाध्यक्ष प्रिया नेगी, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. कविराज नेगी, जिला टी.बी उन्मूलन अधिकारी डॉ. सुधीर नेगी, जिला आयुर्वैदिक अधिकारी डॉ. इंदु शर्मा, पंचायत जन-प्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित थे।
शिमला: पुलिस भर्ती की इच्छुक लड़कियां हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग की वेबसाइट पर जाकर जल्द से जल्द ऑनलाइन आवेदन करें।आयोग की वेबसाइट पर ये आवेदन 31 अक्टूबर रात 11.59 बजे तक किया जा सकेगा। उसके बाद आवेदन की प्रक्रिया क्लोज कर दी जाएगी। इस तरह हिमाचल की बेटियों के पास अब सिर्फ छह दिन का समय बचा है। पुलिस में लड़कियों के 380 पद भरे जाने हैं । ये नियमित भर्ती है और इसमें लेवल-3 का पे-बैंड मिलेगा। यानी पे-स्केल 20200-64000 होगा। बड़ी बात है कि लड़कियों से आवेदन शुल्क नहीं लिया जा रहा है। ये भर्ती नशे के खिलाफ विशेष कमांडो फोर्स के रूप में होगी। यदि किसी बेटी ने स्कूल में या कॉलेज में एनसीसी लिया होगा तो उसे चार अंक मिलेंगे। इसके अलावा हाइट के अंक भी मिलेंगे। इनमें से सामान्य वर्ग के लिए अनारक्षित 104 पद, स्वतंत्रता सेनानी परिवार वर्ग के 9, एक्स सर्विसमैन परिवार के लिए 31, होमगार्ड के 24 पद होंगे । इसके अलावा एससी वर्ग के लिए अनारक्षित पद 46, इसी वर्ग के स्वतंत्रता सेनानी परिवार के सदस्यों के लिए 5, बीपीएल के लिए 10, इसी वर्ग में एक्स सर्विस मैन वर्ग के लिए 11 पद हैं कुल पद 168 बनते हैं. एससी वर्ग में होम गार्ड के लिए 13 पद रखे गए हैं । इसमें कुल पद 85 बनते हैं । इसी तरह एसटी वर्ग के लिए अनारक्षित पद 13, इसी वर्ग के बीपीएल के लिए 3, वार्ड ऑफ एक्ससर्विस मैन कैटेगरी में 4 पदों को मिलाकर कुल 20 पद भरे जाने हैं । आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की बेटियों के लिए अनारक्षित पद 32 हैं । इसके अलावा तीन पद होम गार्ड के लिए हैं । ओबीसी में अनारक्षित वर्ग के लिए 38, वार्ड ऑफ फ्रीडम फाइटर्स के लिए 5, बीपीएल के लिए 11, व वार्ड ऑफ एक्स सर्विसमैन के लिए 7 पद रखे गए हैं । सभी वर्गों में ये कुल 380 पद बनते हैं ।
दिवाली से पहले हिमाचल प्रदेश की सुक्खू सरकार ने राज्य के डॉक्टरों को बड़ी सौगात दी है। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सुक्खू के निर्देशों पर राज्य सरकार ने पीजी कोर्स, सीनियर रेजीडेंसी (एसआरशिप) या डीएम स्तर की पढ़ाई करने वाले चिकित्सकों को अध्ययन अवकाश के दायरे से बाहर करने का निर्णय लिया है। इससे पहले मंत्रिमंडल के एक निर्णय में अध्ययन अवकाश पर जाने वालों का वेतन 40 प्रतिशत करने का निर्णय लिया गया था। इससे आगे की पढ़ाई करने वाले चिकित्सकों पर प्रतिकूल असर पड़ रहा था। प्रदेश सरकार के इस निर्णय से अब पीजी कोर्स करने वाले चिकित्सकों को उनका पूरा वेतन मिलेगा और उनकी पढ़ाई को ऑन ड्यूटी माना जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में स्नातकोत्तर चिकित्सा प्रशिक्षुओं को अब अपने कोर्स के दौरान पूरा वेतन मिलेगा। उन्होंने कहा कि चिकित्सक अपनी शैक्षणिक प्रतिबद्धताओं के साथ मरीजों की स्वास्थ्य देखभाल संबंधी जिम्मेदारियों का निर्वहन भी करते हैं। चिकित्सा क्षेत्र में उनके व्यावसायिक विकास और राज्य की स्वास्थ्य सेवा प्रणाली के लिए दोनों के मध्य सामंजस्य महत्वपूर्ण है। प्रदेश सरकार की ओर से चिकित्सकों को पूरा वेतन प्रदान करने का उद्देश्य उनके समर्पण भाव को प्रोत्साहित करने के साथ उनके प्रशिक्षण तथा लोगों के लिए स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में वृद्धि करना है। इससे मरीजों के लिए बेहतर स्वास्थ्य देखभाल सुनिश्चित होगी और प्रदेश में स्वास्थ्य सेवा प्रणाली सुदृढ़ होगी, जिससे प्रदेश के लोग लाभान्वित होंगे। मुख्यमंत्री ने चिकित्सा अधिकारियों के प्रतिनिधिमंडल के साथ हाल ही में हुई बैठक में इनसे संबंधित मामलों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार कर त्वरित निर्णय लेने का आश्वासन दिया था। मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से संबंधित मामलों का निवारण करने के निर्देश दिए थे जिसके बाद यह निर्णय लिया गया। स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति उनकी प्रतिबद्धता का सम्मान करते हुए राज्य सरकार ने अब पीजी पाठ्यक्रम करने वाले चिकित्सकों के लिए पूर्ण वेतन देने को स्वीकृति प्रदान की है। हिमाचल मेडिकल ऑफिसर्स एसोसिएशन ने स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम करने वाले चिकित्सकों को पूर्ण वेतन प्रदान करने के राज्य सरकार के निर्णय का स्वागत किया है। एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. राजेश ने कहा कि प्रदेश सरकार के इस निर्णय से चिकित्सकों की एक बड़ी चिंता का समाधान हुआ है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने संवेदनशीलता के साथ मामले पर विचार-विमर्श किया और चिकित्सकों के हित में त्वरित समाधान किया है। मुख्यमंत्री के इस निर्णय के लिए चिकित्सकों का आभार व्यक्त किया।इस निर्णय से चिकित्सकों का मनोबल और अधिक बढ़ा है। यह निर्णय मुख्यमंत्री के स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र को सुदृढ़ करने के दृष्टिकोण को प्रदर्शित करता है, जिससे प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाएं और अधिक सुदृढ़ होगी। इसके अतिरिक्त यह निर्णय राज्य भर में मजबूत स्वास्थ्य सेवाओं के विकास में योगदान देगा क्योंकि चिकित्सक अपनी पीजी पढ़ाई पूरी करने के बाद राज्य के सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर प्रदेश के समग्र स्वास्थ्य अधोसंरचना को मजबूत करेंगे।
हमीरपुर: सुजानपुर पुलिस थाने के तहत पड़ने वाले अंदराल गांव के पास गुरुवार को एक कार दुर्घटनाग्रस्त होकर खाई में गिर गई। इस हादसे में एक युवक की मौत हो गई, जबकि दूसरा युवक घायल हो गया। मृतक युवक की पहचान विकास कुमार के रूप में हुई है, जोकि आर्मी में कार्यरत था और आजकल छुट्टी पर घर आया हुआ था। घायल युवक का उपचार सिविल अस्पताल टौणी देवी में चल रहा है। ग्राम पंचायत भटेड़ के प्रधान प्रकाश चंद ने बताया विकास कुमार उम्र 24 साल और निखिल कुमार उम्र 22 साल दोनों कार से ऊहल से घर की तरफ जा रहे थे । अचानक अंदराल के पास उनकी कार अनियंत्रित होकर गहरी खाई में गिर गई। इस हादसे में विकास कुमार की मौत हो गई, जबकि निखिल कुमार घायल हो गया। निखिल कुमार का इलाज टौणी देवी अस्पताल में चल रहा है । पुलिस के अनुसार, भटेड़ निवासी विकास व निखिल कार से अंदराल गांव गए हुए थे। वापसी में घर आते समय गाड़ी अनियंत्रित होकर करीब 50 से 60 फीट गहरी खाई में गिर गई, जिसकी आवाज सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे। मौके पर पहुंचकर लोगों ने कार से विकास और निखिल को बाहर निकाला । दोनों को टौणी देवी अस्पताल ले जाया गया जहां पर डॉक्टरों ने विकास को मृत घोषित कर दिया। एसपी हमीरपुर भगत सिंह ठाकुर ने कहा मामले में छानबीन की जा रही है । पोस्टमार्टम करवाने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा।
राज्य बिजली बोर्ड के कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ संघर्ष तेज करने का फैसला लिया है। मांगे पूरी नहीं होने पर 28 अक्तूबर से प्रदर्शन कर बिजली कर्मचारी विरोध जताएंगे। इंजीनियरों और कर्मचारियों के संयुक्त मोर्चा ने गुरुवार को आपात बैठक कर सरकार को यह अल्टीमेटम दिया है। संयुक्त मोर्चा के पदाधिकारियों ने कहा कि बिजली बोर्ड को विघटित कर निजी कंपनियों के हवाले नहीं करने देंगे। उन्होंने समाप्त किए गए सभी 51 इंजीनियरिंग कैडर पदों को लेकर तुरंत बहाली भी मांगी। संयुक्त मोर्चा के अध्यक्ष लोकेश ठाकुर और महासचिव हीरालाल वर्मा ने बताया कि मांगों पर सरकार व बोर्ड प्रबंधन द्वारा कोई कार्यवाही न होने से कर्मचारियों और अभियंताओं में भारी आक्रोश है। ऐसे में 28 अक्तूबर से पूरे प्रदेश में धरना प्रदर्शन कर विरोध जताने का फैसला लिया गया है। उन्होंने कहा कि इसके बाद भी कोई हल नहीं निकला तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा। बोर्ड के कर्मचारियों और इंजीनियरों के संयुक्त मोर्चे ने कर्मचारियों के कल्याण और संगठन की परिचालन अखंडता से संबंधित कई महत्वपूर्ण मांगों का सर्वसम्मति से समर्थन किया। मोर्चा के महासचिव हीरालाल वर्मा ने कहा कि 16 अक्तूबर 2024 की अधिसूचना के अनुसार समाप्त किए गए सभी 51 इंजीनियरिंग कैडर पदों की बहाली होनी चाहिए। एक दशक से अधिक समय से ड्राइवर के रूप में काम कर रहे 81 आउटसोर्स कर्मचारियों को प्रभावित करने वाले छंटनी के आदेशों को वापस लिया जाए। बिना किसी देरी के बिजली बोर्ड में पुरानी पेंशन प्रणाली को लागू किया जाए। बिजली बोर्ड ट्रांसफर स्कीम 2010 से जुड़े द्विपक्षीय समझौते का पालन करते हुए यह सुनिश्चित किया जाए कि संयुक्त मोर्चे के परामर्श के बिना कोई भी संपत्ति हस्तांतरित न हो।टी/मेट के 1,030 स्वीकृत पदों के लिए चयन प्रक्रिया आरंभ की जाए तथा अन्य रिक्त पदों को भरा जाए। पेंशन और वेतन का बकाया जारी किया जाए। उन्होंने कहा कि संयुक्त मोर्चा में इन मुद्दों को हल करने में प्रबंधन की अनिच्छा को लेकर गहरी चिंता है। इससे कर्मचारियों में आक्रोश बढ़ रहा है। मोर्चा ने हिमाचल प्रदेश सरकार और बिजली बोर्ड प्रबंधन से जिम्मेदारी से काम करने और इन लंबे समय से लंबित मुद्दों को तुरंत हल करने का आह्वान किया है, ताकि तनाव को बढ़ने से रोका जा सके और औद्योगिक शांति बनी रहे। बिजली बोर्ड कर्मचारियों के वर्क टू रूल के कारण प्रदेश में रात के समय व्यवस्थाएं को चरमराने लगी हैं। शाम छह बजे से सुबह नौ बजे तक बिजली कर्मचारी फील्ड में सेवाएं नहीं दे रहे हैं। उपभोक्ताओं की केवाईसी को लेकर शुरू किया काम भी बोर्ड कर्मियों ने बंद कर दिया है। बिजली बोर्ड से के कई पद समाप्त करने का विरोध तेज हो गया है। बोर्ड के इंजीनियरों और कर्मचारियों के संयुक्त मोर्चा ने इन दिनों वर्क टू रूल के तहत ही काम करने का फैसला लिया है।
दिवाली पर शिमला से प्रदेश भर के रूटों पर 37 अतिरिक्त बसें चलाई जाएंगी। शिमला आईएसबीटी स्थित एचआरटीसी कंट्रोल रूम में आई डिमांड के आधार पर 29 और 30 अक्तूबर को अतिरिक्त बसें चलाने के निर्देश जारी किए गए हैं। मंडलीय प्रबंधक एचआरटीसी शिमला की ओर से जारी निर्देशों के अनुसार 29 और 30 अक्तूबर को शिमला से रिकांगपिओ के लिए 2, शिमला से कांगड़ा 3, शिमला से रामपुर 3, शिमला से रोहड़ू 3, शिमला से कुल्लू 3, शिमला से मंडी 2, शिमला से सरकाघाट 2, शिमला से पालमपुर 2, शिमला से धर्मशाला 3, शिमला से चंंडीगढ़ 5, शिमला से दिल्ली 4 अतिरिक्त बसें चलाई जाएंगी। निगम प्रबंधन ने अतिरिक्त बसें उपलब्ध करवाने का जिम्मा रिकांगपिओ, तारादेवी, रामपुर, रोहड़ू, शिमला ग्रामीण, शिमला लोकल, सोलन और करसोग डिपो के क्षेत्रीय प्रबंधकों को सौंपा गया है। 30 अक्तूबर के लिए निगम को गुरुवार दोपहर तक मिली बसों की अतिरिक्त डिमांड के चलते शिमला से चौपाल रूट पर 1, शिमला से हमीरपुर के लिए 2 और शिमला से मंडी के लिए 2 अतिरिक्त बसें चलाई जाएंगी। दिवाली पर्व के मद्देनजर लोगों को आवाजाही में किसी प्रकार की परेशानी न झेलनी पड़े, इसके लिए एचआरटीसी अतिरिक्त बसों का संचालन कर रहा है। शिमला से प्रदेश के विभिन्न जिलों और शिमला जिले के अलग अलग क्षेत्रों के लिए बसों की डिमांड के चलते 37 अतिरिक्त बसें चलाई जाएंगी। यदि बसों की और अधिक मांग आती है तो उसे भी पूरा किया जाएगा।
** प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय ने शिक्षा बोर्ड को लिखा पत्र माचल प्रदेश के सरकारी स्कूलों में भर्ती किए जाने वाले 245 स्पेशल एजुकेटर का टीचर एलीजिबिलिटी टेस्ट (टेट) होगा। प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय ने टेट करवाने के लिए शिक्षा बोर्ड को पत्र लिख दिया है। परीक्षा के लिए पाठ्यक्रम भी स्कूल शिक्षा बोर्ड धर्मशाला ही तैयार करेगा। टेट पास को ही भर्ती में शामिल किया जाएगा। विशेष आवश्यकता वाले बच्चों को पढ़ाने के लिए यह शिक्षक नियुक्त किए जाए रहे हैं। 21 वर्ष बाद इस श्रेणी में नियमित भर्ती होने जा रही है। शिक्षा विभाग में स्पेशल एजुकेटर के 245 पद भरे जाएंगे। शिक्षा विभाग ने भर्ती से संबंधित नियम अधिसूचित कर दिए हैं। प्राइमरी में 138 और अपर प्राइमरी में 107 एजुकेटर रखे जाएंगे। राज्य चयन आयोग हमीरपुर भर्ती करेगा। 18 से 45 वर्ष की आयु वाले भर्ती के लिए पात्र होंगे। हिमाचल में वर्ष 2003 के बाद पहली बार तृतीय श्रेणी यानी ग्रुप-सी के पदों पर नियमित आधार पर भर्ती होने जा रही है। 21 साल से आयोग के माध्यम से अनुबंध पर ही भर्तियां हो रही हैं। अब सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के हस्तक्षेप के बाद होने जा रही स्पेशल एजुकेटर की भर्ती में पुरानी व्यवस्था बदल दी गई है। भविष्य में भर्ती नियमों में अनुबंध आधार पर नियुक्तियां करने का प्रावधान रखा गया है। पहली से पांचवीं कक्षा के बच्चों को पढ़ाने वाले 138 स्पेशल एजुकेटरों के लिए 12वीं कक्षा में 50 फीसदी अंक की शैक्षणिक योग्यता रखी गई है। स्पेशल एजुकेटर विशेष आवश्यकता वाले बच्चों को पढ़ाने का काम करेंगे। हिमाचल में विशेष आवश्यकता वाले 5,000 से ज्यादा बच्चे पंजीकृत हैं। इन्हें स्पेशल एजुकेटर न होने के कारण सामान्य स्कूलों में ही पढ़ाना पड़ रहा है। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की तरफ से इनके लिए अलग से सुंदरनगर में एक सेंटर बनाया गया है।
हिमाचल प्रदेश में बनीं हार्ट अटैक, ब्लड शुगर और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों समेत कुल 23 दवाएं मानकों पर सही नहीं पाई गई हैं, जबकि देशभर में कुल 67 दवाओं के सैंपल फेल हुए हैं। केंद्रीय औषध मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) और स्टेट ड्रग कंट्रोलर की ओर से दवाओं के सैंपल लिए गए थे। सीडीएससीओ के 49 में से 20 और ड्रग कंट्रोलर के 18 में से 3 दवाओं के सैंपल फेल हुए हैं। 23 में से 12 सोलन, 10 सिरमौर और एक दवा कांगड़ा में बनी हैं। दवाएं मानकों पर सही न पाए जाने पर ड्रग कंट्रोलर की ओर से कंपनियों को नोटिस जारी कर दिए गए हैं। इसके साथ ही इन दवाओं को बनाने के लाइसेंस भी रद्द कर दिए हैं। ड्रग कंट्रोलर ने कंपनियों को दवाओं का स्टॉक भी वापस मंगवाने के निर्देश दिए हैं। सितंबर के ड्रग अलर्ट में दवाओं के सैंपल फेल होने का खुलासा हुआ है। सिरमौर की पुष्कर फार्मा कंपनी की प्रसव में काम आने वाली ऑक्सीटोसिन और बद्दी की मर्टिन एवं ब्राउन कंपनी में बनी हार्ट अटैक की दवा कैल्शियम ग्लूकोनेट, पांवटा साहिब की जी लेबोट्री कंपनी में बनी निमोनिया की सेफ्ट्रिएक्सोन, संक्रमण की जेंटामाइसिन और ब्लड शुगर की दवा जेनरिकार्ट के सैंपल फेल हुए हैं। झाड़माजरी की इनोवो केपटेप कंपनी की निमेसुलाइड, सेलीब्रेटी बायोटेक कंपनी की सिप्रोविन, मखून माजरा की ऐरिसो फार्मास्युटिकल कंपनी की मोटोसेप के दो सैंपल फेल हुए हैं। कालाअंब के नितिन लाइफ साइंस की प्रोमेथाजिन, क्वालिटी फार्मास्युटिकल कंपनी की कैंसर की दवा इफोस्फामाईड, कालाअंब की डिजिटल विजन कंपनी की बुप्रोन एसआर, बद्दी की सेफोपेराजोन, पाइपेरासिलिन के सैंपल फेल हुए हैं। साइसरोज रेमडीज कंपनी की विटामिन-बी की न्यूरोपाइन दवा, सोलन स्थित जेएम लैब की ब्लड प्रेशर की दवा टोर्सेमि, बद्दी स्थित क्लस्टा फार्मास्युटिकल कंपनी में मधुमेह की दवा न्यूरोकेम, झाड़माजरी वेडस्प फार्मास्युटिकल कंपनी की संक्रमण की दवा इंडक्लेव और बद्दी की ट्रिविजन हेल्थ केयर कंपनी का दर्द की दवा स्टे हैप्पी ट्रिपसिन भी मानकों पर सही नहीं पाई गई है।
प्रदेश में 23 दिनों से बारिश नहीं हो रही है बारिश पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश से बादल और बारिश इन दिनों गायब नजर आ रहे हैं। लंबे वक्त से बारिश न होने की वजह से मौसम शुष्क बना हुआ है । राज्य में रेनफॉल एक्टिविटी में भारी गिरावट दर्ज की गई है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक कुलदीप श्रीवास्तव के मुताबिक, दो अक्टूबर मानसून के विदाई के साथ ही राज्य में रेनफॉल एक्टिविटी में जमी आई है। इसकी वजह से राज्य में ड्राई स्पेल देखा जा रहा है. ने वाले दिनों में भी मौसम साफ बने रहने का अनुमान है। हिमाचल प्रदेश में अक्टूबर महीने के अंत तक मौसम साफ रहेगा। प्रदेश भर में दोपहर के बाद धूप खिल रही है, लेकिन सुबह और शाम के वक्त ठंड महसूस की जा रही है । हिमाचल प्रदेश के छह जिले ऐसे हैं, जहां 100 फ़ीसदी तक कम बारिश हुई. यहां बीते 23 दिनों में शून्य मिलीमीटर बारिश हुई है । राज्य के बिलासपुर, चंबा, हमीरपुर, कुल्लू, सिरमौर और सोलन जिला में शून्य मिलीमीटर बारिश हुई है। बात अगर अन्य छह जिलों की करें, तो बीते 23 दिनों में कांगड़ा में 1.5, किन्नौर में 0.4, लाहौल स्पीति में 0.1, मंडी में 3.4, शिमला में 0.2 और ऊना में 8.6 मिलीमीटर ही बारिश हुई। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक कुलदीप श्रीवास्तव के मुताबिक, अक्टूबर महीने में अमूमन कम ही बारिश होती है। राज्य में सामान्य तौर पर 22.3 मिलीमीटर बारिश होती है, लेकिन इस बार अक्टूबर महीने में सिर्फ 0.7 मिलीमीटर ही बारिश हुई. आने वाले दिनों में भी मौसम साफ बने रहने का ही अनुमान है ।
वी ऍम आर टी कैप्टेन सौरभ कलिआ मेमोरियल नर्सिंग कॉलेज पालमपुर में बी एस सी नर्सिंग प्रथम वर्ष की छात्राओं के लिए फ्रेशर्स पार्टी का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में शांता कुमार, पूर्व मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश एवं सुमन बोध, प्रिंसिपल नर्सिंग अफसर (राजेंद्र प्रशाद गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज टांडा) बतौर मुख्य अतिथि मौजूद रहे। द्वीप प्रज्जवलित एवं गणेश वंदना के साथ कार्यक्रम की शुरुआत की गई। इस मौके पर विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी गई। फ्रेशर्स पार्टी में मिस राधीना ने मिस फ्रेशर , मिस सिमरन कौर ने मिस पर्सनॅलिटी एवं मिस पीहू सूद ने मिस ब्यूटीफुल का ख़िताब जीता। प्रिंसिपल रिया सूद एवं समस्त स्टाफ ने प्रथम वर्ष की छात्राओं का स्वागत किया। कार्यक्रम के अंत में शांता कुमार ने छात्राओं को नर्सिंग जैसे उत्कृष्ट प्रोफेशन का चयन करने पर बधाई दी एवं उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। उन्होंने कॉलेज के दूसरे बैच में शत प्रतिशत एडमिशन के लिए कॉलेज के स्टाफ को बधाई दी और हिमाचल की जनता के प्यार और विश्वास के लिए उनका आभार व्यक्त किया। इस कार्यक्रम में कॉलेज एवं विवेकानंद हॉस्पिटल का सारा स्टाफ मौजूद रहा ।
बिलासपुर/सुनील: आज घुमारवीं के जगन पैलेस में राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस (इंटक) की एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन हुआ। इस बैठक की अध्यक्षता हिमाचल प्रदेश सरकार में नगर नियोजन, आवास, तकनीकी शिक्षा, व्यावसायिक और औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री राजेश धर्माणी ने की, जबकि इंटक के अध्यक्ष एवं नालागढ़ विधानसभा क्षेत्र के विधायक बाबा हरदीप सिंह मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। बैठक में प्रदेशभर के विभिन्न जिलों से आए मजदूर संघ के पदाधिकारियों और प्रतिनिधियों ने भाग लिया। चर्चा का मुख्य विषय मजदूरों के अधिकार, उनके हितों की रक्षा, और सरकार की विभिन्न श्रमिक कल्याण योजनाएं रहा। राजेश धर्माणी ने अपने संबोधन में मजदूरों के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए कहा कि प्रदेश सरकार मजदूरों के कल्याण हेतु प्रभावी कदम उठा रही है। उन्होंने बताया कि सरकार की कई योजनाएं मजदूरों के जीवन स्तर को सुधारने और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए तैयार की गई हैं। उन्होंने बताया कि सरकार गरीबों के हक को सुनिश्चित करने के लिए और भी योजनाएं बना रहे हैं, जिसमें रोजगार के नए अफसर वित्तीय सहायता और मुफ्त स्वास्थ्य एवं शिक्षा सेवाएं शामिल है सरकार का उद्देश्य समाज के सबसे कमजोर वर्गों तक पहुंचाना और उन्हें मुख्य धारा में लाने के साथ-साथ सरकार की योजनाओं का लाभ पहुंचाने का हर संभव प्रयास कर रही है। धर्माणी ने यह भी बताया कि सरकार गरीब और वंचित वर्गों के उत्थान के लिए प्रतिबद्ध है। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (MGNREGA) जैसे कानूनों के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसरों में वृद्धि की गई है, जिससे गरीब वर्ग सशक्त हो रहा है। इसके साथ ही, सरकार द्वारा शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं को सुलभ बनाया जा रहा है। स्कूलों में मुफ्त शिक्षा और अस्पतालों में सस्ती चिकित्सा सेवाओं पर विशेष जोर दिया गया है। राजेश धर्माणी ने घोषणा की कि सरकार घुमारवीं में श्रमिक भवन के निर्माण के लिए आवश्यक सहायता प्रदान करेगी, ताकि श्रमिकों को एक संगठित स्थान मिल सके। साथ ही, बाबा हरदीप सिंह ने श्रमिक भवन के निर्माण हेतु 2 लाख 51 हजार रुपये की राशि देने की घोषणा की। इस अवसर पर पूर्व विधायक तिलक राज शर्मा, एपीएमसी के अध्यक्ष सतपाल, नगर परिषद की अध्यक्ष रीता सहगल, उपाध्यक्ष श्याम शर्मा, पार्षद राकेश कुमार और जितेंद्र चंदेल सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी और कर्मचारी भी उपस्थित रहे।
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला उरला में आयोजित उप मंडल स्तरीय चिल्ड्रन साइंस कांग्रेस प्रतियोगिता में असेंट स्कूल पधर का दबदबा रहा।स्कूल के प्रधानाचार्य गुलाब सिंह चौहान ने बताया कि मेथ ओलिंपियाड के जूनियर वर्ग में आठवीं कक्षा का अनिकेत और सीनियर वर्ग में दशवी कक्षा की मनीषा प्रथम स्थान पर रही। वहीं सीनियर सेकेंडरी वर्ग में बारहवीं कक्षा की सुप्रिया ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। साइंस क्विज प्रतियोगिता के सीनियर वर्ग में दसवीं कक्षा की शानवी और इशिका प्रथम स्थान पर रही। वहीं सीनियर सेकेंडरी वर्ग में बारहवीं कक्षा की नविता और रितिका तृतीय स्थान पर रही। इनोवेटिव मॉडल प्रतियोगिता में ग्यारहवीं कक्षा के नमन और यश का मॉडल उप मंडल स्तर पर प्रथम रहा। उन्होंने सभी विजेता प्रतिभागियों, अभिभावकों और स्कूल स्टाफ को बधाई देते हुए उज्ज्वल भविष्य की कमाना की।
द एसवीएन विद्यालय बड़ोर घाटी कुनिहार में एक प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इसमें कक्षा पहली से लेकर कक्षा दसवीं तक के विद्यार्थियों ने बढ़ - चढ़कर भाग लिया। प्रदर्शनी में सभी विषयों अंग्रेजी, हिंदी, गणित ,विज्ञान सामाजिक विज्ञान ,कंप्यूटर से संबंधित विभिन्न मॉडलों व चार्टों का प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शनी का शुभारंभ स्कूल निदेशक लूपिन गर्ग ने किया। प्रधानाचार्य सागरिका बक्शी के निर्देशन में विद्यार्थियों ने एक से बढ़कर एक मॉडल प्रस्तुत कर अपनी रचनात्मकता को प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में सभी अभिभावक भी विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहे । अभिभावकों के समक्ष सभी विद्यार्थियों ने स्वयं द्वारा निर्मित मॉडलों की विस्तृत जानकारी भी प्रस्तुत की। सभी अभिभावकों ने विद्यार्थियों के परिश्रम व अध्यापकों के प्रयासों की सराहना की। साथ ही प्रधानाचार्य सागरिका बक्शी की अध्यक्षता में दसवीं कक्षा के अभिभावकों के लिए विशेष रूप से ओरिएंटेशन प्रोग्राम का आयोजन भी किया गया, जिसमें प्रधानाचार्य ने आने वाली बोर्ड परीक्षाओं से संबंधित निर्देशों व आगामी पुन: अध्ययन प्रणाली से उन्हें परिचित करवाया। निदेशक लूपिन गर्ग ने बातचीत में बताया कि स्कूल में विद्यार्थियों मे आत्म विश्वास बढ़ाने व सरल अधिगम के लिए गतिविधि आधारित पाठ्यक्रम चलाया जाता है, इस दौरान इन्होंने जितने भी मॉडल व चार्टों का निर्माण किया उनमें से कुछ प्रदर्शनी में शामिल किए गए हैं, जिनके द्वारा विद्यार्थियों की अधिगम क्षमता झलकती है। उन्होंने सभी अभिभावकों का स्वागत कर विद्यार्थियों का मनोबल बढ़ाने के लिए भी आभार प्रकट किया।
राजधानी शिमला में दीपावली पर्व पर व्यापारी केवल चिन्हित स्थानों पर ही पटाखे और आतिशबाजी बेच सकेंगे। इसके लिए जगह का निर्धारण कर लिया गया है। आम जनता अब इन चिन्हित स्थानों पर ही पटाखे खरीद सकती है।जिला दण्डाधिकारी शिमला एवं उपायुक्त शिमला ने आदेश जारी करते हुए बताया कि आगामी दिवाली महापर्व के दृष्टिगत शिमला शहर और आसपास के क्षेत्रों में पटाखों और आतिशबाजी की बिक्री निर्धारित स्थानों को छोड़कर अन्य स्थानों पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। यह स्थान आइस-स्केटिंग रिंक शिमला, बालूगंज खेल मैदान (गोपाल मंदिर के सामने), छोटा शिमला की ओर पीडब्ल्यूडी पार्किंग से आगे, संजौली में त्रिलोक चंद शॉप के पास, खलीनी बाईपास, हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय ग्राउंड समरहिल शिमला, छोटा शिमला से कसुम्पटी की ओर सड़क पर खुली जगह, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला फागली शिमला के पास खुला मैदान, पंचायत ग्राउंड भट्टाकुफ्फर, सेक्टर-6 कंगनाधार, न्यू शिमला के पास बस स्टैंड, तलाई मंदिर ग्राउंड मशोबरा, विकास नगर पुलिस चौकी के पास, न्यू पार्किंग टुटू, रानी ग्राउंड कुसुम्पटी और पंचायत घर थड़ी और शोघी को चिन्हित किया गया है। किसी भी घटना से बचने के लिए संबंधित स्थान पर खड़े सभी वाहनों को हटा दिया जाना जरूरी है । नगर निगम शिमला और लोक निर्माण विभाग द्वारा क्षेत्रों को चिन्हित कर सभी स्थानों पर स्टॉल स्थापित किये जाएगें। अग्निशमन विभाग सभी स्थानों पर अग्निशमन प्रणाली उपलब्ध करवाएगा । यह आदेश 24 अक्टूबर 2024 से 31 अक्टूबर 2024 तक लागू रहेंगे ।
हिमाचल प्रदेश में अब नदी में आपदा के समय रात के समय भी रेस्क्यू ऑपरेशन किया जा सकेगा। रिवर राफ्टिंग के माध्यम से युवा रात के समय रेस्क्यू कर सकेंगे और नदी में कोई शख्स फंस गया होगा तो उसे भी बचाया जा सकेगा । इसी विषय को लेकर जिला कुल्लू के मुख्यालय के साथ लगते पीरडी में अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण संस्थान 18 युवाओं को रिवर राफ्टिंग गाइड का कोर्स करवाया जा रहा है। इसमें नाइट रेस्क्यू का विषय भी विशेष रूप से शामिल है। नाइट रेस्क्यू के तहत युवाओं को इस बात का प्रशिक्षण दिया जा रहा है कि नदी में किस तरह से रात के समय आपदा में बचाव कार्य किया जा सके और किस तरह से रात को रेस्क्यू करने में उन्हें आसानी हो सके। रिवर राफ्टिंग गाइड कोर्स के इंस्ट्रक्टर विक्की ने बताया "राफ्टिंग सेंटर पीरडी कुल्लू में अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण संस्थान के माध्यम से एडवांस राफ्टिंग गाइड कोर्स कुल्लू घाटी के स्थानीय रिवर गाइड्स के लिए चलाया जा रहा है। इनको राफ्ट रेस्क्यू, नाइट नेविगेशन मार्च, कैजुअल्टी, इवैक्यूएशन आदि ड्रिल्स सिखाई जा रही है। इसी विषय के तहत प्रतिभागियों को आधी रात को ब्यास नदी में उतारा गया, जिसके चलते नदी में पूरी रात यह प्रतिभागी नाइट सर्च ऑपरेशन करते रहे । इंस्ट्रक्टर विक्की ने कहा एडवांस कोर्स में सर्वाइवल नाइट और नाइट सर्च और रेस्क्यू ऑपरेशन इस कोर्स का पार्ट है जो हर एक गाइड को करना अनिवार्य है । इसके अलावा रिवर राफ्टिंग के माध्यम से युवा अपने लिए रोजगार भी स्थापित कर रहे हैं और पर्यटक भी ब्यास नदी में रिवर राफ्टिंग का मजा ले रहे हैं।
बिलासपुर/ सुनील: बिलासपुर जिले की 29 पंचायतों को टीबी मुक्त घोषित किया गया है। इस अवसर पर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, बिलासपुर द्वारा बचत भवन में एक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। समारोह की अध्यक्षता उपायुक्त बिलासपुर, आबिद हुसैन ने की। उन्होंने संबंधित पंचायतों के प्रतिनिधियों को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। उपायुक्त आबिद हुसैन ने इस सफलता को जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के सामूहिक प्रयासों का परिणाम बताया और कहा कि जल्द ही जिला बिलासपुर को पूरी तरह से टीबी मुक्त करने की दिशा में प्रयास तेज किए जाएंगे। उन्होंने इस उपलब्धि के लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की प्रशंसा की और कहा कि टीबी मुक्त घोषित की गई पंचायतों पर सतत निगरानी की जाएगी ताकि अगले वर्ष इन पंचायतों का नाम टीबी मुक्त सूची में बरकरार रखा जा सके। उपायुक्त ने बताया कि किसी भी पंचायत को टीबी मुक्त घोषित करने के लिए स्वास्थ्य विभाग की एसओपी का पालन अनिवार्य है। इसके तहत, प्रत्येक 1,000 लोगों पर संभावित टीबी रोगियों की जांच दर 30 से अधिक होनी चाहिए, और 1,000 जनसंख्या पर 1 या उससे कम टीबी रोगी होना चाहिए। इसके अतिरिक्त, 85 प्रतिशत टीबी रोगियों को सफलतापूर्वक इलाज पूरा करना आवश्यक है। साथ ही, बलगम जांच द्वारा टीबी पॉजिटिव पाए गए रोगियों में से 60 प्रतिशत की यूडीएसटी जांच होनी चाहिए। निक्षय पोषण योजना के तहत, सभी टीबी रोगियों को कम से कम एक किस्त मिलनी चाहिए, और निक्षय मित्रों द्वारा उन्हें पोषण सहायता प्रदान की जानी चाहिए। बाड़ी मझेड़वा, पट्टा, लहरी सरेहल, गतवाड़, लंजटा, मरहाणा, सलोन उपरली, बल्हचुराणी, हरलोग, त्यूनखास, पटेड़, मैहरी काथला, जेजवीं, बैहना ब्राह्मणा, कल्लर, कोठीपुरा, नौणी, बस्सी, स्वाहण, टाली, बैहल, कोंडावाला, टोबा संगवाण, भाखड़ा, मजारी, नकराणा, लैहरी, रोड जामण, तरसूह। इस अवसर पर जिला टीबी अधिकारी डॉक्टर अनंतराम, कार्यकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर परविंदर सिंह, कार्यक्रम अधिकारी डॉक्टर दीपक, बीएमओ डॉक्टर महेश जयसवाल, डॉक्टर आलोक सिंगला, डॉक्टर एस. एस. बाबा और सभी संबंधित पंचायतों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
राजकीय माध्यमिक पाठशाला रुगड़ा में संगम स्तरीय बाल मेले का आयोजन किया गया, जिसमें विद्यार्थियों के लिए विभिन्न बाल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। स्मृति कश्यप प्रधानाचार्या रा व मा विद्यालय कुफ्टू समारोह में मुख्यातिथि के तौर पर मौजूद रही। आयोजकों द्वारा मुख्यातिथि का जोरदार स्वागत कर स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। मुख्यातिथि ने बच्चो,अभिभावकों व अध्यापकों को बाल मेले की बधाई दी साथ ही सभी छात्रों को भविष्य में बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रोत्साहित किया। रुगड़ा व कुफ़्टू विद्यालय के 62 बच्चों ने बाल मेले में आयोजित प्रतियोगिताओं में बढ़चढ़ कर भाग लिया। विज्ञान प्रश्नोत्तरी में आदर्श, मनीष तथा वंश ने प्रथम स्थान प्राप्त किया तथा एकल गीत में अदिति , एकल नृत्य में सर्वेश , भाषण प्रतियोगिता में महक चौहान, समूह गीत में शिवांगी एवं साथियों , समूह नृत्य में भाविका एवं साथियों, विज्ञान प्रदर्शनी में रायना, म्यूजिकल चेयर में पीयूष ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। अंत में मुख्यातिथि ने विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया। इस अवसर पर एसएमसी प्रधान रुगड़ा नीलम ठाकुर ,एसएमसी प्रधान कुफ्टू दीक्षा शर्मा तथा अध्यापकों में श्यामलाल ,राकेश परमार, मन्नू महेश, रविंद्र शर्मा, अशोक कुमार, दीपिका, पूनम, निशा, नीलम, एमसी सदस्य एवं अभिभावक कार्यक्रम में उपस्थित रहे।
** एक घंटे में छह हजार करेंगे सफर हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में विश्व के दूसरे और देश के सबसे लंबे यानी करीब 14 किलोमीटर के रोपवे के निर्माण कार्य को जल्द शुरू किया जाएगा। राज्य सरकार ने रोपवे की पर्यावरण मंजूरी के लिए 20 करोड़ जारी कर दिए हैं। उप ममुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने गुरुवार को शिमला में आयोजित प्रेसवार्ता में इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनने के बाद शिमला रोपवे की डीपीआर बनाई गई। फॉरेन कंसल्टेंट हायर किया और करीब साढ़े 12 करोड़ खर्च किए। रोपवे का टेंडर दस्तावेज भी तैयार कर दिया है। इसकी पर्यावरण मंजूरी के लिए 20 करोड़ रुपये की राशि जारी कर दी है। मुकेश ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि डीपीआर भी नहीं बनी थी, लेकिन कई लोग सपने में रोपवे बनाकर चले गए। यह रोपवे शिमला के लिए संजीवनी साबित होगा। शहर में जाम से निजात मिलेगी। विश्व में इससे बड़ा रोपवे सिर्फ एक है बोलीविया में ही है, लेकिन भारत का यह एक सबसे महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट है। इसमें 660 ट्राॅली लगेगी। एक घंटे में छह हजार लोग यात्रा कर सकेंगे। 13 स्टेशन बनेंगे, जहां ट्राॅली विभिन्न लाइनों पर रुकेंगी। तारादेवी से शुरू होकर रोपवे पूरे शिमला को कवर करेगा। तारादेवी, चक्कर, टुटीकंडी, 103 टनल, आईएसबीटी, विक्ट्री टनल, आईजीएमसी, संजाैली, नवबहार व राज्य सचिवालय में स्टेशन बनेंगे।
हिमाचल प्रदेश राज्य बिजली बोर्ड में अब उच्च पदों पर युक्तिकरण होगा। जरूरत के हिसाब से अधिकारियों की नियुक्तियां की जाएंगी। सचिवालय में तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट सब कमेटी की बैठक में यह फैसला लिया। पड़ोसी राज्यों से भी अधिक प्रदेश की सप्लाई कॉस्ट को भी कम करने के लिए योजना बनाने पर सहमति बनी। कमेटी ने विभिन्न कर्मचारी यूनियनों से भी चर्चा की। अगली बैठक में कैबिनेट को सौंपने के लिए रिपोर्ट तैयार हो सकती है। बोर्ड को आर्थिक तौर पर मजबूती के लिए मंत्री धर्माणी की अध्यक्षता में कैबिनेट सब कमेटी बनाई गई है। मीडिया से मंत्री धर्माणी ने कहा कि बोर्ड के 261 अफसर पावर कॉरपोरेशन व ट्रांसमिशन कॉरपोरेशन में सेवाएं दे रहे हैं। इन पदों की पदोन्नितयां बिना पद सृजित कर दी गईं। इसका असर फील्ड स्टाफ पर पड़ा। इसे चलाए रखने के लिए मेंटनेंस गैंग और आउटसोर्स पर भर्तियां करनी पड़ीं। काॅस्ट कटिंग के लिए फील्ड स्टाफ पर कट लगा। अब उच्च पदों पर युक्तिकरण का फैसला लिया गया है। विद्युत विनियामक आयोग ने बोर्ड को वित्तीय स्थिति में सुधार, कर्मचारी लागत कम करने के निर्देश दिए हैं। आयोग विद्युत क्षेत्र में सुधार और विद्युत दरें निर्धारित करता है। वर्तमान में बिजली की खरीद लागत 3.50 रुपये प्रति यूनिट है, जबकि आपूर्ति की वास्तविक लागत 6.79 रुपये प्रति यूनिट हैै। देश में सबसे कम खरीद लागत के बावजूद उच्च कर्मी लागत के कारण उपभोक्ताओं को सस्ती बिजली नहीं मिलती। जो सुधार के कदम उठाए जा रहे हैं, उनका असर पांच-छह वर्ष बाद दिखेगा। पूर्व सरकार की नीतियों के चलते बोर्ड में 11,500 पद रिक्त हैं।
**कुठेड़ा और घुमारवीं में ग्रामीण किए जागरूक बिलासपुर/ सुनील: जिला आपदा प्रबंधन एवं प्राधिकारण के सौजन्य से संचालित किए जा रहे समर्थ 2024 कार्यक्रम के अंतर्गत बुधवार को उपमंडल घुमारवीं में ग्रामीणों को भूकंपरोधी भवन निर्माण में प्रयोग की जाने वाली तकनीकों और सामग्री के साथ-साथ मकान निर्माण के समय बरती जाने वाली सावधानियों बारे जागरूक किया। इस दौरान सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग से संबद्ध पटियाला म्यूजिकल ग्रुप ने उपमंडल घुमारवीं के ग्राम पंचायत कुठेड़ा और घुमारवीं में लोगों को नुक्कड़-नाटकों के जरिए भूकंपरोधी भवन की निर्माण संबंधी आवश्यक जानकारी से अवगत करवाया। कलाकारों ने बताया कि आपदाओं से सुरक्षित रहने के लिए उचित तकनीक से घरों का निर्माण करना बेहद जरूरी है। उन्होंने लोगों से आहवान किया कि भवनों निर्माण से पूर्व तथा किसी भी प्रकार का संरचनात्मक बदलाव करने से पहले अभियंता से परामर्श अवश्य लें ताकि भूकम्प से होने वाले नुकसान को कम किया जा सके। नाटय दलों ने सुरक्षित मकान बनाने के लिए प्रयोग की जाने वाली तकनीकों और गुणवत्तायुक्त सामग्री उत्तम सीमेंट मोर्टार, क्षैतिज भूकंपरोधी बैंडर्, इंट की दीवारों का सुदृढ़ीकरण इत्यादि के तरीके, कंक्रीट के मानक बारे जागरूक किया।
रा व मा पा चन्नौर में प्रधानाचार्य विजयपाल सिंह की अध्यक्षता में स्टाफ सदस्य के द्वारा हाल ही में 21 से 22 अक्टूबर को रा व मा पा प्रागपुर में संपन्न हुई 32वीं दोनों स्तरीय चिल्ड्रन साइंस कांग्रेस में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के लिए जोरदार स्वागत किया। इस प्रतियोगिता में इन्नोवेटिव साइंस मॉडल के सीनियर सेकेंडरी वर्ग में वरुण ठाकुर ने जॉन स्तर पर प्रथम पुरस्कार प्राप्त किया। वहीं सीनियर सेकेंडरी क्विज प्रतियोगिता में गौरव ठाकुर व रोहित ठाकुर ने द्वितीय स्थान प्राप्त करके विद्यालय के गौरव को बढ़ाया । प्रधानाचार्य ने सभी विद्यार्थियों को इन से प्रेरणा लेकर आर्थिक परिश्रम करने को प्रोत्साहित किया, ताकि भविष्य में न केवल इलाके का बल्कि पूरे देश का नाम रोशन करें । प्रधानाचार्य ने विज्ञान प्रवक्ताओं सुशील चौहान, स्वाति राजपूत व विवेक गुलरिया का विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करने के लिए विशेष रूप से उल्लेख किया।
इस वर्ष 32वां चिल्ड्रन साइंस कांग्रेस सबडिवीजन लेवल ज्वालामुखी विधानसभा के गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल कथोग में आयोजित हुआ इसमें लॉरेंट स्कूल कथोग ज्वालामुखी के विद्यार्थियों ने श्रेष्ठ प्रदर्शन किया। जूनियर वर्ग साइंस प्रश्नोत्तरी में अक्षज आठवीं व अग्रिमा सातवीं में प्रथम स्थान प्राप्त किया। सीनियर साइंस प्रश्नोत्तरी में सुभाय 10वीं व दिव्यांश धीमान नवमी कक्षा ने भी प्रथम स्थान प्राप्त किया। इसके अतिरिक्त गणित ओलंपियाड जूनियर वर्ग में अविग्ना सातवीं कक्षा ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, इन सभी विद्यार्थियों का चयन जिला स्तर के लिए हो गया है। अभय नौवीं कक्षा का भी गणित ओलंपियाड सीनियर वर्ग में उत्कृष्ट प्रदर्शन रहा। विद्यार्थियों की इस उपलब्धि पर स्कूल प्रबंधन, स्कूल प्रिंसिपल और सभी अध्यापकों ने उन्हें बधाई दी है।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के सन्दर्भ में "शैक्षणिक पुस्तकालयों का पुनरुत्थान: संभावनाएं एवं चुनौतियां" विषय पर केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, वेदव्यास परिसर के पुस्तकालय और आई. क्यू. ए. सी. के संयुक्त तत्वाधान में दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन कुलपति प्रो. श्रीनिवास बरखेड़ी के संरक्षण में किया गया, जिसमे मुख्य अतिथि के रूप में हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्विद्यालय के पुस्तकालयाध्यक्ष डॉ. विक्रम कुमार शर्मा, सारस्वत अतिथि केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, देवप्रयाग परिसर के निदेशक प्रो. पी.वी.बी सुब्रह्मण्यम, हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्विद्यालय के पुस्तकालय एवं सूचना विभाग के अध्यक्ष डॉ. शिवराम राव के., विशिष्ट अतिथि के रूप मे उपस्थित रहे। इसके साथ मुख्य वक्ता के तौर पर गुरु नानक देव विश्वविद्यालय के पुस्तकालय एवं सूचना विभाग के सहायक आचार्य डॉ. हरिश चंद्र, केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, देवप्रयाग परिसर के सहायक पुस्तकालयाध्यक्ष डॉ नवीन डोबरियाल उपस्थिति रहे। आयोजन सचिव एवं सहायक पुस्तकालयाध्यक्ष विक्रमजीत ने दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी के उद्देश्यों एवं रुप रेखा के बारे में सभी को अवगत करवाया। इसके पश्चात संयोजक एवं विश्विद्यालय के पुस्तकालयाध्यक्ष डॉ. पी एम गुप्ता ने आए हुए मुख्य अतिथियों का स्वागत किया ।इसके पश्चात् मुख्य अतिथि डॉ. विक्रम कुमार शर्मा ने, आपने उद्बोधन में वर्तमान समय में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसार हम शैक्षणिक पुस्तकालयों को किस प्रकार से पुनरुत्थान कर सकते हैं । इसके बाद हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्विद्यालय के पुस्तकालय एवं सूचना विभाग के अध्यक्ष डॉ. शिवराम राव के. ने पुस्तकालय की भूमिका पर अपना उद्बोधन दिया फिर देवप्रयाग परिसर के निदेशक प्रो. पी.वी.बी सुब्रह्मण्यम ने अपना उद्बोधन दिया। उक्त कार्यक्रम परिसर की निदेशक प्रो. सत्यम कुमारी की अध्यक्षता में हुआ। इसमें देश के विभिन्न राज्यों से आए हुए पुस्तकालय प्रोफेशनल, शोधार्थी, आचार्यों, सहायकाचार्यों छात्र एवं छात्राओं ने भाग लिया।
दीपावली त्यौहार पर कोई ऐसी अनहोनी न हो इसके लिए डाडा सीबा अग्नि शमन विभाग ने आग से निपटने के लिए बुधबार को एक आपात बैठक का आयोजन किया। फायर चौकी प्रभारी अजय कुमार की अध्यक्षता मे आयोजित हुई इस बैठक मे एहम रणनीति तैयार की गई। फायर चौकी प्रभारी अजय कुमार ने कहा, दीपावली के महापर्व को मध्यनजर रखते अग्निशमन विभाग डाडा सीवा के कर्मचारियों ने आगजनी से निपटने के लिए तैयारी कर ली है। इन्होने कहा कि 25 अक्टूबर से दीपावली तक 14 कर्मचारी लगातार अपनी ड्यूटी पर तैनात रहेंगे। इन्होंने बताया कि वाहनों के लिए पानी की व्यवस्था ठीक कर ली गई है। जल शक्ति विभाग डाडा सीबा द्वारा एक वैकलपिक पानी का हाईड्रेन्ट बाबा राड़ा मन्दिर के साथ लगा दिया गया है , जिसमें पानी 24 घण्टे ठीक प्रैशर के साथ अमरजैन्सी में लिया जा सकता है। फायर चौकी प्रभारी अजय कुमार ने लोगो से अपील की है कि दीपावली खुशियों का त्यौहार है। इसलिए इसे दीये जलाकर ही संपन्न करे। अगर पटाखे आदि चलाने है तो ग्रीम पटाखो का प्रयोग करे, अगर कहि कहीं भी आगजनी होती है तो लोकल फोन नंबर 01970-289011, 101, 100, नम्बर पर सूचना और पता सही-सही दे ताकि समय की बचत करके आगजनी से निपटा जा सके।
डाडा सीबा ब्लॉक के अन्तर्गत उप मंडल भर मे स्वास्थय केन्द्रो का जिम्मा सभांलने बाले चिकित्सा खंड अधिकारी का गत करीब ढाई वर्षो से लगातार खाली चल रहे पद को आखिरकार 23 अक्टूबर को सरकार ने भर ही दिया । वहीं इसके लिए स्थानिय ग्रामीणों ने प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता सुरेन्द्र सिंह मनकोटिया व प्रदेश सरकार का तहेदिल से आभार व्यक्त किया है। वहीं बुधवार को डाडा सीबा मे नए खंड चिकित्सा अधिकारी सतीश कुमार ने कार्यभार संभाला है। कार्यभार संभालते ही डॉक्टर पंकज कौडल व डॉक्टर नवतेज सिंह ने फूलों का गुलदस्ता देखकर उनका स्वागत किया । बीएमओ सतीश कुमार इससे पहले फतेहपुर अस्पताल में अपनी सेवाएं दे रहे थे । डाडा सीबा ब्लाक खंड के अधीन दो सिविल हॉस्पिटल, तीन सीएससी अस्पताल, 4 पीएससी हॉस्पिटल इसके अलावा 46 सब सेंटर इस ब्लाक खंड के अधीन है। बीएमओ का पद पिछले ढाई सालों से रिक्त था बुधवार को बीएमओ का कारोबार संभालने पर स्थानीय लोगों ने मुख्यमंत्री व प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता ठाकुर सुरेंद्र सिंह मनकोटिया का तहे दिल से धन्यवाद किया है।
सोलन अतिरिक्त उपायुक्त एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी ज़िला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण सोलन अजय यादव की अध्यक्षता में आज यहां मीडिया कर्मियों के लिए ‘आपदा प्रबंधन में मीडिया की भूमिका’ विषय पर कार्यशाला आयोजित की गई। अजय यादव ने कहा कि आपदा के समय मीडिया की अहम भूमिका होती है। उन्होंने कहा कि आपदा के समय मीडिया कर्मी लोगों को सही समय पर सही जानकारी उपलब्ध करवाएं ताकि आपदाओं से जानो-माल के नुकसान को न्यून किया जा सके। उन्होंने कहा कि आपदा प्रभावित क्षेत्रों में तथ्यों पर आधारित सूचना पहुंचाना महत्वपूर्ण कार्य है। इस कार्य में मीडिया की भूमिका अहम होती है। उन्होंने कहा कि आपदा के समय जिम्मेदारी के साथ कार्य करें ताकि लोगों में डर का माहौल न बनें। उन्होंने कहा कि ज़िला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा आपदा के समय विभिन्न कार्यों के लिए अलग-अलग अधिकारी नियुक्त किए गए हैं। अजय यादव ने कहा कि किसी भी प्रकार की आपदा के समय राज्य आपातकालीन परिचालन केन्द्र के हेल्पलाइन नम्बर 1070, ज़िला आपातकालीन परिचालन केन्द्र 1077, आपातकालीन ऐम्बुलेंस सेवा 108, आपातकालीन प्रतिक्रिया सहायता प्रणाली 112 पर सम्पर्क कर सकते हैं। इस अवसर पर एम.एस. इन्स्टिटूशन ऑफ कम्यूनिकेशन एण्ड मैनेजमेंट के निदेशक डॉ. बी.एस. पंवर, राजकीय महाविद्यालय सोलन के सहायक प्राध्यापक डॉ. मुकेश शर्मा, अर्थ जस्ट संस्था से श्रुति ने अपने विचार रखें तथा मीडिया कर्मियों के प्रश्नों के उत्तर भी दिए। कार्यशाला में लगभग 35 मीडिया कर्मियों ने भाग लिया।
** यूपी से पकड़ा वाहन का सह चालक, पांच दिन का मिला पुलिस रिमांड सोलन के परवाणू से सेब की 476 पेटियां लाद कर राउरकेला के लिए रवाना हुए ट्रक के रास्ते गायब होने के मामले में पुलिस ने ट्रक के सह चालक को भी गिरफ्तार करने में सलता हासिल कर ली है। उसे यूपी के एटी से गिरफ्तार किया गया है। इसके साथ ही पुलिस ने गायब हुए ट्रक को भी बरामद कर लिया है। फिलहाल अदालत में पेश करके सहचालक को पांच दिन की पुलिस रिमांड हासिल कर ली है।उससे पूछताछ जारी है। इस मामले में ट्रक के चालक को पुलिस ने पहले ही गिरफ्तार कर लिया है। सोलन के एसपी गौरव सिंह के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार इस मामले में ट्रक के चालक राजीव कुमार को पहले ही उत्तर प्रदेश के मेरठ से राजीव कुमार को पहले ही गिरफतार किया जा चुका है, जिससे गहनता से पूछताछ की गई पुछताछ के दौरान पाया गया कि उक्त मामले में अन्य आरोपी भी सलिंप्त हैं। पुलिस ने इस मामल में ट्रक के सह चालक अलीगढ़ के ओमनगर कालोनी के मूल निवासी और वर्तमान में खोडाखुर्द कालोनी गातियाबाद में रहने वाले 54 वर्षीय आरोपी सुरेन्द्र सिंह को भी गिरफ्तार कर लिया। इस घटना क्रम में लापता हुए ट्रक संख्या यूपी-81 एफटी-3742 को भी बरामद करके पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है। उन्होंने बताया कि जांच के दौरान पाया गया कि सुरेंद्र पहले भी अपराधिक वारदातों में संलिप्त रहा है। जिसके विरुद्ध पुलिस थाना एटा में आबकारी अधिनियम के तहत मामला दर्ज है, जिसमे उसके कब्जा से अवैध शराब बरामद की गई थी । आरोपी को न्यायालय में पेश करके पांच दिन की पुलिस रिमाण्ड पर लिया गया, जिससे गहनता से पूछताछ की जा रही है ।
नालागढ़: उद्योग, संसदीय कार्य तथा श्रम एवं रोजगार मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि फार्मा लैब केम एक्सपो उद्योगपतियों को उत्पाद, प्रौद्योगिकी और नवाचारों को प्रदर्शित करने के लिए एक बेहतर मंच प्रदान कर रहा है। हर्षवर्द्धन चौहान आज बद्दी में फार्मा लेबकेम एक्सपो द्वारा आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि फार्मा लैब केम एक्सपो अपने बेहतर अनुभव के साथ उद्योगपति को नए बाजारों से परिचित कराने और विकास को बढ़ावा देने के लिए सराहनीय कार्य कर रहा है। उन्होंने उद्योगपतियों से हिमाचल प्रदेश में निवेश करने के लिए आग्रह किया। उन्होंने कहा कि सोलन ज़िला ने देश में औद्योगिक क्षेत्र के रूप में अपनी विशेष पहचान बनाई है। ज़िला का बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ (बीबीएन) क्षेत्र हिमाचल का सबसे बड़ा औद्योगिक क्षेत्र है। बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ क्षेत्र को एशिया के फार्मा हब के रूप में भी जाना जाता है। इस क्षेत्र में एशिया की लगभग 35 प्रतिशत दवाओं का उत्पादन किया जा रहा है। श्रम एवं रोजगार मंत्री ने कहा कि बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ क्षेत्र ने खुद को एशिया के सबसे बड़े फार्मास्युटिकल हब के रूप में स्थापित किया है। यहां पर 900 से अधिक फार्मास्युटिकल कंपनियां हैैं। फार्मास्युटिकल कंपनियों में सिप्ला, डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरीज, कैडिला हेल्थकेयर, टोरेंट फार्मास्युटिकल्स, एबॉट लैबोरेटरीज, ग्लेनमार्क फार्मास्युटिकल्स और मंजूश्री टेक्नोपैक जैसी बड़ी कंपनियां शामिल है। उद्योग मंत्री ने कहा कि विभागीय परियोजनाओं में हरित हिमाचल की परिकल्पना को साकार करने के दृष्टिगत दृढ़ता से कार्य किया जा रहा है। पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ विकसित हिमाचल की अवधारणा को पूरा करने के लिए सार्थक कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने उद्योग विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि ज़िला में प्रस्तावित सभी औद्योगिक परियोजनाओं व ईकाइयों को अमलीजामा पहनाने के लिए त्वरित व आवश्यक कदम उठाएं ताकि ज़िला व प्रदेश में निवेश के साथ-साथ रोज़गार के अधिक से अधिक अवसर सृजित हो सके। उद्योग मंत्री ने इससे पूर्व फार्मा लब कैंप एक्सपो के सौजन्य से आयोजित तीन दिवसीय प्रदर्शनी का विधिवत शुभारंभ कर अवलोकन किया। कार्यक्रम के दौरान मुख्य संसदीय सचिव रामकुमार चौधरी तथा नालागढ़ विधानसभा क्षेत्र के विधायक बावा हरदीप सिंह ने भी अपने विचार रखे।इससे पूर्व फार्मा लेब केम के निदेशक अजीत कुमार शुक्ला ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया तथा कार्यक्रम के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की तथा एरोकलीन उद्योग के निदेशक अमरदीप ने धन्यवाद किया। इस मौके पर पुलिस अधीक्षक बद्दी इलमा अफ़रोज़, बद्दी उद्योग के उपनिदेशक योगेश गुप्ता सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी तथा उद्योगपति कार्यक्रम में उपस्थित थे।
पालमपुर/आशुतोष: दिवाली के दौरान सार्वजनिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पटाखों की बिक्री निर्धारित स्थानों पर ही कि जा सकेगी। उप मंडल मजिस्ट्रेट पालमपुर, नेत्रा मेती ने उप , धारा 163 बीएनएसएस के तहत निहित शक्तियों प्रयोग कर निर्दिष्ट क्षेत्रों में सुबह 8 बजे से शाम 8 बजे पटाखों की विक्री के लिए आदेश जारी किए हैं। आदेशों के अनुसार इसके लिए विक्रेताओं को अनुमति लेनी होगी और सुरक्षा दिशानिर्देशों का पालन करना होगा। मुख्य बाजार पालमपुर और आसपास के क्षेत्र के लिए शहीद कैप्टन विक्रम बत्रा मैदान निर्धारित किया गया है। मारण्ड़ा तथा आसपास के क्षेत्र के लिए नजदीक ट्रक यूनियन के समीप खुले स्थान निर्धारित किया गया है। पंचरुखी बाजार तथा आसपास के क्षेत्र के लिए बीडीओ कार्यालय के समीप मैदान निर्धारित किया गया है। भवारना बाजार और उसके आसपास के क्षेत्र के लिए राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला भवारना का मैदान स्कूल बंद होने के पश्चात निर्धारित किया गया है। पहाड़ा बाजार के लिए बास्केट बॉल ग्राउंड पहाड़ा परौर बाजार के लिए नजदीक मैदान परौर बाजार, डाढ बाजार और आसपास के लिये नजदीक डाढ मैदान, नगरी बाजार और आसपास के लिए टैक्सी स्टैंड के नजदीक मैदान, सुलाह बाजार तथा आसपास के लिए राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला के नजदीक मैदान सुलाह। डरोह बाजार एवं आसपास क्षेत्र के लिए राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला के नजदीक मैदान छुट्टी होने के पश्चात, आर्मी कैंट होल्टा पालमपुर के लिए खुला स्थान नजदीक होल्टा, जबकि खैरा के लिए माता सुंयारी मंदिर के नजदीक मैदान निर्धारित किया गया है। आदेशों के मुताबिक नियम 31 अक्टूबर 2024 तक लागू रहेगा और अवहेलना करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जा सकती है। लोगों की सुरक्षा के चलते पंचायत क्षेत्र में आने वाले अन्य बाजारों में भी खुले स्थान पर ही पटाखे बेचे जा सकेंगे। आदेशों के मुताबिक पटाखे बेचने के लिए एसडीएम पालमपुर के कार्यालय से अनुमति लेना अनिवार्य होगा।
** सेवानिवृत्त मुख्याध्यापक खिरामणि शर्मा ने किया स्वयंसेवकों का मार्गदर्शन ** समापन समारोह में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर बांधा समां पधर: राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला झटिंगरी में सात दिवसीय एनएसएस विशेष शिविर सोमवार को समापन हुआ। समापन समारोह में सेवानिवृत्त मुख्याध्यापक खिरामणि शर्मा ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत कर स्वयंसेवकों को सम्मानित किया। पाठशाला के कार्यवाहक प्रधानाचार्य संजीव ठाकुर ने मुख्यातिथि को शॉल टोपी और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। सात दिवसीय विशेष शिविर में 23 स्वयंसेवी छात्र छात्राओं ने हिस्सा लिया। इस अवसर पर स्वयंसेवकों को प्रेरित करते हुए मुख्यातिथि खिरामणि शर्मा ने कहा कि विद्यार्थियों में सेवा भाव का जज्बा पैदा करने के उद्देश्य से ही स्कूलों में एनएसएस यूनिट स्थापित की गई हैं, जिसके तहत समय समय पर शिविर लगाकर विद्यार्थियों में सामाजिक चेतना जगाई जाती है। सात दिवसीय विशेष शिविर में स्वयंसेवकों को सेवाभाव के साथ साथ हर परिस्थिति में किस तरह अपनी जिम्मेवारियों का निर्वहन करना है, यह सिखाया जाता है। उन्होंने स्वयंसेवकों से आह्वान किया कि शिविर में आयोजित हर गतिविधियों को व्यवहारिक रूप से जीवन मे अमल में लाते हुए श्रेष्ठ समाजसेवी बनें। उन्होंने एनएसएस गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए अपनी ओर से 11000 नगद राशि भी भेंट की। इससे पहले एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी यादव चौहान और प्रियंका शर्मा ने विशेष शिविर में आयोजित गतिविधियों की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि स्वयंसेवक ने स्कूल परिसर के साथ लगते बावड़ी का जीर्णोद्धार किया। ग्वालन गांव का भृमण कर साफ सफाई की। झटिंगरी पंचायत घर और बाजार को संवारा। फुलाधार की ट्रैकिंग कर यहां स्वच्छता को अंजाम दिया,जबकि अंतिम दिन देव पशाकोट मंदिर परिसर नालदेहरा में साफ सफाई कर यहां खुले बिखरे कूड़े कचरे का सुरक्षित निदान किया। समापन समारोह के दौरान स्वयंसेवकों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर समां बांधा।
शिमला पुलिस टीम की ओर से एक और चिट्टा तस्कर रंजन गिरोह का भंडाफोड़ किया गया है। एसडीपीओ ठियोग सिद्धार्थ शर्मा नेतृत्व वाली टीम ने यह कार्रवाई की है। पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार एनडीपीएस एक्ट के तहत 13 सितंबर को कोटखाई थाने में दर्ज मामले में दलसर कोटखाई निवासी रंजन शर्मा, हलाला महासू निवासी सुमन शाही व उत्तम नगर पश्चिम दिल्ली निवासी कमल आचार्य को 30.640 ग्राम चिट्टा व प्रतिबंधित सामान के साथ गिरफ्तार किया गया था। इसी पिछले लिंक के आधार पर रंजन शर्मा गिरोह का भंडाफोड़ किया गया । इसी के तहत पुलिस ने सोमवार को मामले में छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें गुजांदली, टिक्कर निवासी विकास दत्ता, कराली कोटखाई निवासी लोकेंद्र कंवर, कुपडीनाला कोटखाई निवासी सचिन चौहान, जलताहर कोटखाई निवासी कपिल सावंत, आदर्श नगर डाकघर देवरी खनेटी निवासी प्रमोद खिमटा व सहडोली कोर्टखाई निवासी अभिलाष नैहराइक को गिरफ्तार किया है। एसपी शिमला संजीव कुमार गांधी ने मामले की पुष्टि की है।
केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के बलाहर स्थित वेदव्यास परिसर में भारतीय ज्ञान परंपरा और हिमाचल प्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत पर आधारित राष्ट्रीय संगोष्ठी का समापन कर दिया गया। इस अवसर पर देश भर से आए प्रख्यात विद्वानों और शोधार्थियों ने अपने विचार और शोध निष्कर्ष साझा किए, जिससे यह आयोजन ज्ञान और संस्कृति के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ। संगोष्ठी का शुभारंभ मुख्य वक्ता प्रो. मदन मोहन झा (केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, नई दिल्ली) के ऑनलाइन माध्यम से व्याख्यान के साथ हुआ। उन्होंने भारतीय ज्ञान परंपरा की समकालीन प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला। विशिष्ट अतिथि के रूप में आचार्य डॉ. रतनलाल (श्री लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, नई दिल्ली) और डॉ. राकेश जी (सरदार पटेल विश्वविद्यालय) ने भी ऑनलाइन माध्यम से अपने विचार रखे। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. चेतराम (निदेशक, इतिहास और संस्थान नेरी) ने की, जिन्होंने अपने अनुभवों से कार्यक्रम को समृद्ध किया। संगोष्ठी में प्रस्तुत किए गए शोध पत्रों ने हिमाचल प्रदेश की विविध सांस्कृतिक और भाषाई परंपराओं पर गहन दृष्टि डाली।"भारतीय ज्ञान परंपरा में महर्षि मनु का योगदान" विषय पर प्रस्तुत शोध ने प्राचीन भारतीय विचारधारा की वर्तमान संदर्भ में प्रासंगिकता को रेखांकित किया। हिमाचल प्रदेश के प्रसिद्ध मेलों और उनके महत्व पर केंद्रित प्रस्तुति ने राज्य की जीवंत लोक संस्कृति को उजागर किया। इस अवसर पर वेदव्यास परिसर के शिक्षक,कर्मचारी एवं छात्र छात्राएं मौजूद रहे।
जलवायु परिवर्तन के चलते हिमालयी क्षेत्रों में स्नो लाइन की तरह अब कई प्रजातियों के पेड़ भी ऊपर की तरफ खिसक रहे हैं। बढ़ते तापमान के कारण कई प्रजातियां निचले क्षेत्रों में खत्म हो रही हैं। कई पेड़ अब ऊंचे क्षेत्रों में ही दिख रहे हैं। हिमालयन वन अनुसंधान संस्थान शिमला के हालिया अध्ययनों में सामने आया है कि कई पेड़ अब पहले के बजाय 100 से 300 और कुछ 1000 मीटर तक ऊंचाई की ओर बढ़ गए हैं। देवदार जो पहले 1,500 से 2,500 मीटर की ऊंचाई पर पाया जाता था अब 3,000 मीटर के करीब ही देखा जा रहा है। हर दशक में पेड़ औसतन 20 से 25 मीटर ऊपर खिसक रहे हैं। अध्ययनों से पता चला है कि समग्र वृक्ष रेखा विशेष रूप से अल्पाइन क्षेत्रों में हर दशक में औसतन 20 से 25 मीटर ऊपर खिसक रही है। कम ऊंचाई की प्रजातियां जैसे बान ओक और चीड़ मध्य ऊंचाई के जंगलों में प्रवेश कर रही हैं। ऊंचाई की प्रजातियां सीमित होती जा रही अल्पाइन क्षेत्रों में सिमट रही हैं। हालांकि, बदलाव समान रूप से नहीं हो रहा है। कुछ प्रजातियां तेजी से प्रतिक्रिया कर रही हैं। अन्य धीमी गति से ऊपर बढ़ रही हैं। हिमालयी फर करीब 200–250 मीटर तक ऊपर खिसक चुका है। बर्च पहले से ही वृक्ष रेखा के निकट था, इसमें करीब 100–150 मीटर तक का बदलाव दिखा है। हिमालयन वन अनुसंधान संस्थान के वैज्ञानिक विनीत जिस्टू ने माना कि जलवायु परिवर्तन से लगातार वनस्पति की ऊंचाई में बढ़ोतरी हो रही है। कुछ प्रजातियों पर बहुत बुरा असर हो रहा है और वे विलुप्त होने के कगार पर हैं। जलवायु परिवर्तन से वनस्पति पर हो रहे बदलाव को समझने के लिए वन विभाग और हिमालयन वन अनुसंधान संस्थान वर्ष 2010 से शोध कर रहा है। शोध में कल्पा के चौरा कंडा, किन्नौर के नरदा कंडा और ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क में उग रही वनस्पति की ऊंचाई को दर्ज किया जा रहा है। शोध के प्रारंभिक नतीजों में भी प्रजातियों की ऊंचाई में बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
सनातन धर्म के अनुसार इस साल 29 अक्टूबर को धनतेरस का त्योहार मनाया जाएगा । यह त्योहार भगवान गणेश, माता लक्ष्मी और यक्षराज कुबेर की कृपा पाने के लिए मनाया जाता है और इस दिन खरीदारी करने का भी शास्त्रों में विधान लिखा गया है। धार्मिक मान्यता है कि इस दिन जो खरीदारी की जाती है, उसका तीन गुना अधिक फल मिलता है । धनतेरस के साथ दीवाली त्योहार का भी शुभारंभ हो जाता है। आचार्य विजय कुमार ने कहा, "कार्तिक मास की त्रयोदशी तिथि को समुद्र मंथन के दौरान भगवान धन्वंतरि भी अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे, जिस कारण इस तिथि को धनतेरस या धनत्रयोदशी तिथि के नाम से जाना जाता है। इस साल त्रयोदशी तिथि 29 अक्टूबर सुबह 10 बजकर 31 मिनट से शुरू होगी और इसका समापन 30 अक्टूबर को दोपहर 1 बजकर 15 मिनट पर होगा । इसके अलावा इस दिन गोधूलि काल शाम 6 बजकर 31 मिनट से शुरू होकर रात 8 बजकर 31 मिनट तक रहेगा. ऐसे में भक्तों के लिए धनतेरस की पूजा के लिए 1 घंटा 42 मिनट का समय मिलेगा । आचार्य विजय कुमार ने कहा, "धनतेरस की पूजा हमेशा प्रदोष काल में की जाती है और इसी भगवान धन्वंतरि की पूजा करने के साथ साथ दीपदान भी किया जाता है। भक्त अपने घर के मेन गेट, या पानी के पास एक एक दीपक भी जलाए । शास्त्रों में मान्यता है कि ऐसा करने से व्यक्ति को अकाल मृत्यु का भय नहीं रहता है। आचार्य विजय कुमार ने बताया कि धनतेरस के दिन त्रिपुष्कर योग बन रहा है । इस योग में खरीदारी करना बहुत शुभ होता है। यह योग सुबह 6 बजकर 31 मिनट से लेकर अगले दिन तक 10 बजकर 31 मिनट पर रहेगा. इस योग में की गई खरीदारी करने से चीजों में तीन गुणा वृद्धि होती है । धनतेरस के दिन अभिजीत मुहूर्त बन रहा है। इस योग में खरीदारी करने से शुभ फल की प्राप्ति होगी । 29 अक्टूबर के दिन 11 बजकर 42 मिनट से दोपहर 12 बजकर 27 मिनट के बीच लोग जरूर खरीदारी करें। धनतेरस के दिन सुबह भक्त स्नान करने के बाद भगवान गणेश, लक्ष्मी और कुबेर देव की स्थापना करें। उसके बाद इन सभी देवी देवताओं को मोली अर्पित करें । फिर पूजा में रोली अक्षत, पान का पत्ता, मिठाई, फल, फूल आदि चीजें भी अर्पित करें। साथ ही कुबेर देव को अपनी श्रद्धा के अनुसार चीजें अर्पित करें। इसके बाद भगवान धन्वंतरि और लक्ष्मी चालीसा का पाठ करें और घी के दीपक से आरती उतारें। पूजा के बाद प्रसाद को सभी में बांट दें और रात्रि जागरण भी करें। शाम के समय मेन गेट और आंगन में दीपक भी जलाएं। क्योंकि दीपावली के पर्व की शुरुआत होती है ।
प्रदेश सरकार ने हिमाचल प्रदेश राज्य अनुसूचित जाति आयोग का गठन किया है। अंबोटा ऊना के कुलदीप कुमार धीमान को आयोग का अध्यक्ष बनाया गया है। कुलदीप कुमार पूर्व में उद्योग मंत्री और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रहे हैं। वह विधानसभा उपाध्यक्ष व अध्यक्ष वित्त आयोग भी रहे। वहीं जवाली कांगड़ा के दिग्विजय मल्होत्रा को आयोग का सदस्य बनाया गया है। इस संबंध में सामाजिक न्याय और सशक्तीकरण विभाग की ओर से अधिसूचना जारी कर दी गई है।
** संयुक्त मोर्चा ने किया विरोध हिमाचल प्रदेश राज्य बिजली बोर्ड में आउटसोर्स से लगे 81 चालकों की सेवाएं समाप्त करने की तैयारी है। इसका हिमाचल प्रदेश बिजली बोर्ड कर्मचारी एवं इंजीनियर संयुक्त मोर्चा ने विरोध किया है। संयोजक लोकेश ठाकुर और सह संयोजक हीरालाल वर्मा ने कहा कि संयुक्त मोर्चा इस विषय को सरकार के समक्ष उठाएगी। उन्होंने सरकार से मांग की है कि इस बारे बोर्ड की ओर से जारी किए गए निर्देश को तुरंत वापस लिया जाए। नेताओं ने कहा कि यह हैरानी की बात है कि जिन आउटसोर्स कर्मियों ने 10-12 वर्ष बिजली बोर्ड में अपने उज्ज्वल भविष्य का सपना देखकर कम वेतन पर लंबे समय तक अपनी सेवाएं दीं और आज उनकी सेवाएं समाप्त करना दुर्भाग्यपूर्ण ही नहीं, बल्कि उनके साथ बहुत बड़ा धोखा है। उन्होंने कहा कि यह बहुत दुखद है कि प्रदेश सरकार यदि आउटसोर्स कर्मियों के हित मे कोई नीति नहीं बना सकती है तो कम से कम उनको नौकरी से तो नहीं निकाला जाना चाहिए। यह लोकतांत्रिक सरकार की सामाजिक उत्थान की जिम्मेवारियों के अनुरूप नहीं होगा। उन्होंने कहा कि इस महंगाई के दौर मे यह कर्मी जहां मुश्किल से अपना गुजारा कर रहे हैं, वहीं अपनी अगली पीढ़ी को बेहतर स्वास्थ्य व शिक्षा नहीं दे पा रहे हैं। मोर्चा ने बिजली बोर्ड मैनेजमेंट से आग्रह किया कि छंटनी के इन आदेशों को तुरंत रद्द किया जाए और आउटसोर्स कर्मियों को स्थायी नीति बनाई जाए। फ्रंट ने मांग की है कि बिजली बोर्ड में समाप्त किए गए 51 पदों को तुरंत बहाल किया जाए। आउटसोर्स पर रखे गए यह चालक बिजली बोर्ड के नहीं, बल्कि कंपनी के थे। बोर्ड इनकी सेवाएं ले रहा था। अब बिजली बोर्ड में स्क्रैप पॉलिसी में वाहनों को हटा दिया गया है तो अब इनसे काम नहीं लिया जा रहा था। इन्हें कंपनी ने ही वापस बुलाया है।
** सोलन डाइट ने की पहल जेबीटी प्रशिक्षुओं को निजी शिक्षण संस्थानों में भी नौकरी मिल सकेगी। इसके लिए डाइट सोलन ने पहल की है। इसमें डाइट की ओर से निजी शिक्षण संस्थानों के लिए कैंपस इंटरव्यू आयोजित कर प्रशिक्षुओं को रोजगार से जोड़ा जा रहा है। अब तक प्रशिक्षु जेबीटी करने के बाद कई वर्षों तक सरकारी नौकरी को लेकर घर पर बैठ जाते थे। अब उनके इस इंतजार के बीच में उन्हें रोजगार से भी जोड़ा जा रहा है। हाल में डाइट सोलन के आठ प्रशिक्षुओं का चयन सोलन समेत शिमला के निजी शिक्षण संस्थानों के लिए हुआ है। इसमें कुछ प्रशिक्षुओं को आउटऑफ स्कूल के लिए एक निजी संस्था ने चयनित किया है। इसमें उन्हें संस्था और विभाग की ओर से भी अच्छा पैकेज दिया गया है। डाइट सोलन के प्रिसिंपल डॉ. शिव कुमार शर्मा ने बताया कि प्रशिक्षु अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद सरकारी नौकरी पाने के लिए बारी के इंतजार में कई वर्ष घर पर ही लगा देते हैं। इस बीच न तो उनकी पाठन प्रक्रिया का विकास होता है, और नहीं उनके पास कोई अपना अनुभव रहता है। नई मुहिम के तहत वह कैंपस इंटरव्यू में भाग लेकर निजी शिक्षण संस्थानों में भी बच्चों को पढ़ा सकते हैं। इससे उनका अनुभव भी बढ़ेगा। हाल ही में डाइट सोलन के आठ प्रशिक्षुओं का चयन निजी शिक्षण संस्थानों के लिए हुआ है।
** वक्फ बोर्ड से मिली मंजूरी, मस्जिद कमेटी ने बुलाए मजदूर हिमाचल प्रदेश के शिमला के संजौली मस्जिद में हुए अवैध निर्माण को आज से तोड़ा जाएगा । वक्फ बोर्ड से मंजूरी मिलने के बाद संजौली मस्जिद कमेटी ने खुद अवैध निर्माण को गिराने का फैसला लिया है। वहीं, इसको लेकर संजौली में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए है। मस्जिद कमेटी के प्रधान मोहम्मद लतीफ ने कहा, "जमीन का मालिकाना हक वक्फ बोर्ड के पास है। इसलिए मस्जिद का अवैध हिस्सा गिराने से पहले वक्फ की एनओसी लेना जरूरी था। हमें वक्फ बोर्ड से एनओसी मिल गई है और हमने मस्जिद के अवैध हिस्से को हटाने के लिए मजदूर बुला लिए हैं। आज से अवैध हिस्से को हटाने का काम शुरू हो जाएगा। अवैध हिस्से को गिराने के लिए हमारे पास पर्याप्त फंड नहीं है, जैसे-जैसे फंड उपलब्ध होगा मस्जिद के अवैध हिस्से को गिराते रहेंगे। अवैध हिस्सा हटाने को लेकर मस्जिद कमेटी की ओर से नगर निगम कमिश्नर और अन्य संबंधित अधिकारियों को जानकारी दे दी गई है। बता दें कि इस मामले को लेकर 5 अक्टूबर को शिमला कमिश्नर कोर्ट में हुई सुनवाई में कोर्ट ने संजौली मस्जिद की 3 अवैध मंजिलों को गिराने के आदेश दिए थे। कोर्ट ने इस अवैध निर्माण को हटाने के लिए 2 महीने का समय दिया था। साथ ही कहा अवैध मंजिलों को गिराने का खर्च मस्जिद कमेटी को खुद उठाना होगा । गौरतलब है कि 12 सितंबर को मस्जिद कमेटी ने खुद अवैध ढांचे को गिराने के लिए निगम कोर्ट से अनुमति मांगी थी। वहीं, बचे हुए ग्राउंड फ्लोर और पहले हिस्से को लेकर अब मामले की अगली सुनवाई 21 दिसंबर को होगी। गौरतलब है कि इसी साल मल्याणा इलाके में 30 अगस्त को दो समुदायों के बीच हुई मारपीट की घटना हुई थी। आरोप है कि मारपीट करने वाले विशेष समुदाय के 6 आरोपियों में कुछ लोगों ने भागकर इसी मस्जिद मे शरण ली थी, जिसके विरोध में कांग्रेस पार्षद नीटू ठाकुर ने सैकड़ों लोगों के साथ संजौली मस्जिद के बाहर प्रदर्शन किया, जिसके बाद मामला ने तूल पकड़ा और संजौली मस्जिद में हुए अवैध निर्माण की बात निकल कर सामने आई। वहीं, इस मुद्दे को विधानसभा सत्र के दौरान सुक्खू सरकार में कैबिनेट मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने संजौली मस्जिद में हुए अवैध निर्माण का मुद्दा उठाया और प्रदेश में बांग्लादेशी और रोहिंग्या के अवैध घुसपैठ को प्रदेश के लिए खतरा बताया । इतना ही नहीं अनिरुद्ध सिंह ने सदन में कागजात दिखाते हुए कहा कि यह मस्जिद सरकारी जमीन पर किया गया है और संजौली मस्जिद अवैध है। मंत्री ने सदन में खुलासा किया कि 14 साल मामले को लेकर 44 पेशियां हो गई, लेकिन कोई निर्णय नहीं आया। उन्होंने संजौली मस्जिद के अवैध निर्माण को गिराने की मांग सदन में कर डाली। उसके बाद यह मामला हिमाचल सहित राष्ट्रीय स्तर पर गूंजा । सदन में मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने संजौली मस्जिद को अवैध बताया, जिसके बाद 11 सितंबर को हिंदू संगठनों ने संजौली मस्जिद में अवैध निर्माण के खिलाफ प्रदर्शन किया । इस दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प भी देखने को मिली। हालात बिगड़ता देख पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया । वहीं, प्रदर्शनकारियों की ओर से भी पुलिस पर पथराव किया गया । इस दौरान कई प्रदर्शनकारी और पुलिस जवान घायल हो गए थे ।वहीं, पुलिस ने इस मामले में कई दर्जन लोगों पर एफआईआर दर्ज की थी । बढ़ते विवाद को देखते हुए संजौली मस्जिद कमेटी ने अवैध निर्माण को गिराने की पेशकश की। इतना ही नहीं मस्जिद कमेटी ने कोर्ट में स्वीकार किया की, मस्जिद में अवैध मंजिलों का निर्माण किया गया और उन्होंने इसे खुद गिराने की कोर्ट से अनुमति मांगी । वहीं, मामले में कमेटी ने वक्फ बोर्ड को पत्र लिखकर अवैध निर्माण गिराने के लिए मंजूरी मांगी । शिमला नगर निगम के आयुक्त भूपेंद्र अत्री के अनुसार संजौली मस्जिद में निर्माण का मामला साल 2010 में सबसे पहले उठा था । उस समय मस्जिद कमेटी ने यहां पिलर का निर्माण किया था, जिसको लेकर मस्जिद कमेटी को नोटिस भी दिया गया । वहीं, ये मामला साल 2012 तक चलता रहा । इसके बाद मस्जिद कमेटी के प्रधान ने वक्फ बोर्ड से निर्माण के संबंध में एनओसी ली । ये एनओसी देते समय वक्फ बोर्ड ने कहा कि स्थानीय कमेटी अपने स्तर पर निर्माण का फैसला कर सकती है, लेकिन वो निगम प्रशासन से जरूरी अनुमतियां ले कर कंस्ट्रक्शन करें। मस्जिद कमेटी ने एनओसी निगम में जमा किया । साथ ही मैप भी जमा किया, लेकिन उसमें बहुत सी कमियां थीं। निगम प्रशासन ने मस्जिद कमेटी को मैप की कमियां दूर करने के निर्देश दिए थे, लेकिन बाद में न तो मस्जिद कमेटी और न ही वक्फ बोर्ड ने निगम में मैप को लेकर कोई रिप्रेजेंटेशन दी । फिर 2015 से 2018 के बीच तीन साल में मस्जिद की अवैध मंजिलों का निर्माण किया गया । फिर 2019 में मस्जिद कमेटी को संशोधित नोटिस दिया गया । बाद में गलत निर्माण को लेकर जुलाई 2023 में वक्फ बोर्ड को नोटिस दिया. साथ ही मस्जिद कमेटी के पूर्व प्रधान मोहम्मद लतीफ को भी नोटिस दिया गया था, क्योंकि वक्फ से एनओसी मोहम्मद लतीफ के नाम जारी हुआ था ।
प्रवक्ता हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी व जिला परिषद सदस्य हाटकोटी कौशल मुंगटा ने जिला शिमला के भाजपा नेताओं के शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर पर की गई टिप्पणियों के जबाव में कहा है कि जिला शिमला में भाजपा के पास कंगना रनौत जैसे अपरिपक्व व उल जलूल बयानबाजी करने वाले लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है ,सस्ती लोकप्रियता के बहकावे में चेतन बरागटा जैसे लोग भी कानून व्यवस्था को मुद्दा बना रहे है जो चुनावों में स्वयं पत्थरबाजी करने की धमकियां देते रहते थे,जिसका की वीडियो भी हमारे पास मौजूद है यही नहीं चेतन बरागटा के सानिध्य में उनके समर्थक तो जगत प्रकाश नड्डा और अमित शाह को भी उपचुनावों में पैरों पर झुकाने जैसे बयान दिया करते थे,इनसे शिष्टाचार और सभ्यता ,कानून और व्यवस्था पर भाषण सुनना हमारा भी दुर्भाग्य है। रही बात रोहित जी के कोटखाईं थाना फूंकने के जिक्र करने की तो वो कोई काल्पनिक घटना नहीं है बल्कि वो एक सच्चाई है कि कैसे उस वक्त लोगों को भड़काकर भाजपा के नेताओं के सामने थाना फूंका गया और कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ाई गई। कौशल मुंगटा ने आगे कहा कि शशि बाला और अजय श्याम को टिप्पणी करने से पहले अपने गिरेबान में झांकना चाहिए,शशि बाला तो स्वयं भाजपा कार्यकाल में DFO, पुलिस और अन्य अधिकारियों को सरेआम धमकाया करती थी, जिसका की अखबारों तक ने स्टिंग ऑपरेशन किया था तो ऐसे लोग जब हिमाचल के लोकप्रिय और हमारे शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर पर टिप्पणी करते है तो जवाब देना लाजमी बन जाता है।आज जुब्बल कोटखाई नावर ही नहीं पूरा हिमाचल रोहित ठाकुर के शिक्षा विभाग में दमदार नेतृत्व का लोहा मान रहा है,कड़वे और बड़े निर्णय रोहित ठाकुर ले रहे है ,7000 भर्तियों को सृजित करवाया और 3000 बैच वाइज हो भी चुकी है 2500 पाइपलाइन में है,साथ ही 6200 एन टी टी की भर्ती प्रक्रिया भी जल्द ही होने वाली है, कॉलेजों में 100 से अधिक प्रिंसिपल की भर्तियां रोहित ठाकुर के कार्यकाल में हो चुकी है यहीं नहीं 500 के करीब असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्तियों भी रोहित ठाकुर के कार्यकाल में हो चुकी है ,यही नहीं अपने क्षेत्र में सड़कों का जाल रोहित ठाकुर ने बिछा दिया है,जहां भाजपा के पूरे कार्यकाल में 4 सड़कों की पासिंग हुई वहीं रोहित ठाकुर ने अपने छोटे से कार्यकाल में 88 सड़कों की पासिंग करवा दी है,साथ ही नाबार्ड, पी एम जे एस वाई ,विधायक प्राथमिकता,इत्यादि मदो के माध्यम से भी रिकार्ड सड़के बन रही है जो कि एक कीर्तिमान है, जिसको जुब्बल कोटखाई नावर का प्रत्येक नागरिक मानता है। कौशल मुंगटा ने आगे कहा कि शिमला जिला के और जुब्बल कोटखाई के भाजपा के कोई भी नेता कभी विकास पर बात नहीं करते न करेंगे क्योंकि रोहित ठाकुर ने कोई कमी नहीं छोड़ी है, उन्होंने अपने विधानसभा ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश में एक समान दृष्टि से शिक्षा विभाग का बजट बांटा है व व्यवस्था सदृढ़ की है। इसलिए विकास की बातें छोड़ ये लोग ऐसे उल जुलूल विषयों पर कंगना रनौत से सीख ले कर सुर्खियों में आना चाहते है, जिसका हम विरोध करते है। कौशल मुंगटा ने आगे कहा कि इन तीनों नेताओं को पहले पंचायती राज का चुनाव जीतकर दिखाना चाहिए वही बड़ी बात होगी।
चिंतपूर्णी/मनोज कुमार: अपनी समाज सेवा के लिए प्रसिद्ध शहीद भगत सिंह क्लब गगरेट के द्वारा आज मुबारकपुर चिंतपूर्णी सड़क पर घूम रहे मानसिक रूप से बीमार व्यक्ति की मदद की गई। यह व्यक्ति काफी दिनों से सड़क पर घूम रहा था,जब क्लब के कुछ सदस्यों के द्वारा इसको बार-बार सड़क पर घूमते हुए देखा तब आज सिदृचलैड़ के पास इस व्यक्ति को बिठाकर क्लब के सदस्यों के द्वारा इसे नहलाया गया और साफ सुथरे कपड़े पहनने को दिए गए साथ ही उसे भरपेट खाना भी खिलाया गया। क्लब के सदस्य ने बताया कि यह व्यक्ति कुछ भी नहीं बता पा रहा था और मानसिक रूप से भी बीमार है। क्लब के सदस्यों ने उसके बड़े हुए नाखूनों को काटा, बड़े हुए बालों को कटवाया गया और साबुन से अच्छी तरह नहला कर साफ-सुथरे कपड़े पहनने को दिए गए। इस मौके पर क्लब के सदस्य आकाश आयुष अमृतपाल सिंह और बाकी साथी मौजूद रहे। उन्होंने प्रशासन से गुहार लगाई है कि इस व्यक्ति को या तो किसी शैलटर होम पर रखकर इसका इलाज करवाया जाए या फिर प्रशासन से माँग करते हैं कि इस व्यक्ति के घर के बारे में पता किया जाए, ताकि इसे इसके घर तक पहुंचा जा सके।
सोलन के एल.आर. इंस्टिट्यूट ऑफ फार्मेसी के बी.फार्मा 7वें सेमेस्टर के छात्र तरुण वर्मा ने विंटर वॉरियर्स चैंपियनशिप में आर्म रेसलिंग (राइट कैटेगरी) में स्वर्ण पदक जीता। यह चैंपियनशिप वर्कआउट वॉरियर जिम, शिमला के टूटीकंडी में राज्य स्तर पर आयोजित की गई थी, जिसमें प्रदेश भर के खिलाड़ियों ने भाग लिया। इस प्रतियोगिता में तरुण ने 80+ ओपन कैटेगरी में प्रतिस्पर्धा करते हुए स्वर्ण पदक जीता, साथ ही ‘चैंपियंस ऑफ चैंपियन’ की ट्रॉफी भी अपने नाम की।
पूर्व विधायक राजेंद्र राणा ने सख्त लहजे में कहा है कि हिमाचल प्रदेश की सुक्खू सरकार लोकतंत्र के चौथे स्तंभ मीडिया का गला घोंटने पर आमादा है। मुख्यमंत्री के दौरे के दौरान मीडिया कर्मियों को उनसे दूर रखने के आदेश और जिला कांगड़ा के एक पत्रकार पर दर्ज एफआईआर से यह स्पष्ट हो गया है कि सुक्खू सरकार आलोचना बर्दाश्त करने की बजाय दमनकारी नीतियों का सहारा ले रही है। राजेंद्र राणा ने आज जारी एक बयान में कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर प्रतिबंध लगाने के लिए सुक्खू सरकार ने इमरजेंसी के काले दौर की यादें फिर से ताजा कर दी हैं, जब कांग्रेस सरकार ने अखबारों पर सेंसरशिप थोप दी थी और कई साहसी पत्रकारों को जेल में डाल दिया गया था। राणा ने तीखे शब्दों में कहा, "यह बेहद शर्मनाक है कि मुख्यमंत्री सुक्खू जनता और चुने हुए जनप्रतिनिधियों से दूरी बनाने के साथ-साथ अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए मीडिया से भी भागने लगे हैं। मुख्यमंत्री की यह हरकतें उनके शासन की विफलताओं और असुरक्षा की पोल खोलती हैं। अब वे अपनी असफलताओं पर परदा डालने के लिए मीडिया को भी निशाना बना रहे हैं। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि मीडिया की आवाज को दबाने की यह कोशिशें हिमाचल के लोगों के अधिकारों और लोकतंत्र पर सीधा हमला है, और इसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
डाडा सीबा तहसील के अंतर्गत आने वाले गाँव गुराला में बाबा भरथरी दंगल का 27 अक्टूबर को आगाज होगा। इस दंगल में देश के नामी पहलवान अखाड़े में अपनी कुश्तियों के जौहर दिखाएंगे। इस दंगल के लिए कमेटी ने भी तैयारियां मुक्कमल कर ली हैं। बाबा भरथरी दंगल कमेटी गुराला के प्रधान बलविंदर सिंह (बिटू) ने बताया 27 अक्टूबर को दंगल का आयोजन किया जा रहा है। इस कुश्ती प्रतियोगिता में हिमाचल पंजाब और हरियाणा के पहलवानों के बीच जोर अजामाइश होगी। इस कुश्ती प्रतियोगिता का गांव ब आस पास के लोगों बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। साथ ही उन्होंने ने बताया पहलवानों की दंगल में 1:00 बजे से लेकर 3:00 बजे तक ही एंट्री की जाएगी 3:00 बजे के बाद आने वाले पहलबानो को कोई भी कुश्ती नहीं दी जाएगी। इस मौके पर उन्होंने पंजाब और देश भर के कुश्ती प्रेमियों सहित सभी स्थानीय निवासियों से इस कुश्ती में ज्यादा से ज्यादा हिस्सा लेने की अपील की है। उन्होंने बताया फाइनल मुकाबले में दोनों पहलवानों को 21000 रुपए की राशि दी जाएगी।
**उप प्रधानाचार्य थमन सिंह ठाकुर ने सम्मानित किए स्वयंसेवक **देवांशु रावत और खुशबू चुने सर्वश्रेष्ठ एनएसएस वालंटियर पधर: राजकीय उत्कृष्ट वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला द्रंग में सात दिवसीय एनएसएस विशेष शिविर के समापन दौरान उप प्रधानाचार्य थमन सिंह ठाकुर ने स्वयंसेवकों को मेडल वितरित कर सम्मानित किया। स्वयंसेवी तेजस्विनी ठाकुर ने सात दिवसीय शिविर की रिपोर्ट प्रस्तुत की। इस दौरान देवांशु रावत और खुशबू को बेस्ट वालंटियर के खिताब से नवाजा गया। इस मौके पर मुख्य अतिथि थमन सिंह ठाकुर ने स्वयंसेवकों से आह्वान किया कि विशेष शिविर में आयोजित गतिविधियों को जीवन में व्यवहारिक रूप से अमल में लाते हुए सेवाभाव का जज्बा दिखाएं। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय मे नशा एक चुनौती बनकर सामने आया है। युवा वर्ग नशे की गर्त में जाकर जीवन को बर्बाद कर रहा है। उन्होंने कहा कि नशे जैसी बुराइयों से बचने के लिए युवा खेलकूद गतिविधियों में भाग लें। समय का सदुपयोग करते हुए समाज और राष्ट्रनिर्माण में अपना योगदान दें। इससे पहले एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी सुंदर सिंह यादव और कंचन देवी ने मुख्य अतिथि को सम्मानित करने उपरांत विशेष शिविर में आयोजित गतिविधियों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सात दिवसीय शिविर दौरान स्वयंसेवकों ने तन्मयता और सच्ची निष्ठा से अपनी जिम्मेवारियों का निर्वहन किया। स्वयंसेवी छात्र-छात्राओं ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर समा बांधा। इस अवसर पर स्कूल का समस्त स्टाफ मौजूद रहा।
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय फागू में आयोजित राजगढ़ खंड की बाल विज्ञान कांग्रेस में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय छोग टाली की आरुषि तथा लवीश की टीम ने वरिष्ठ वर्ग की विज्ञान प्रश्नोत्तरी में प्रथम स्थान प्राप्त किया,जबकि इसी विद्यालय के अभय ने कनिष्ठ वर्ग की गणित ओलंपियाड में द्वितीय स्थान प्राप्त किया। बाल वैज्ञानिकों के इस उत्कृष्ट प्रदर्शन पर गणित शिक्षक सुरेश ठाकुर तथा विज्ञान शिक्षिका अलका भलेइक की प्रशंसा करते हुए विद्यालय प्रबंधन समिति अध्यक्ष मनोज ठाकुर, पंचायत प्रधान अंजना ठाकुर प्रधानाचार्य सुरेंद्र पुंडीर ,प्रवक्ता भूपेंद्र चौहान , रामानंद सागर, राजू राम शर्मा, प्रोमिला कुमारी, रामलाल ठाकुर, ललिता कुमारी, रामलाल सूर्या, प्राची पंवार ,मीरा वर्मा, राजेंद्र चौहान गैर शिक्षक कौशल्या देवी तथा सुभाष चंद ने आशा व्यक्त की कि जिला स्तर पर भी यह विद्यार्थी बेहतर प्रदर्शन करेंगे।