अफगानिस्तान की सत्ता पर काबिज होते ही तालिबान ने पैंतरे भी चलने शुरू कर दिए हैं। भारत के साथ वह वही चाल चल रहा है जो चीन और पाकिस्तान चलता आया है। मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से सामने आया है कि तालिबान ने काबुल पर कब्जा जमाते ही भारत से संपर्क साधा था और रिश्ते न तोड़ने की पेशकश की थी। इस बीच सबसे चौंकाने वाली खबर यह सामने आई है कि तालिबान के लड़ाके बुधवार को कंधार और हेरात में बंद पड़े भारतीय वाणिज्य दूतावास भी पहुंचे थे और तलाशी ली थी। कंधार व हेरात में बंद भारतीय दूतावास में बुधवार को कुछ तालिबानी आतंकी घुसे थे और वहां कागजातों की छानबीन भी की थी। इसके बाद वे कुछ कागज और दूतावास के बाहर खड़ी कारें अपने साथ लेकर चले गए। भारतीय अधिकारियों का कहना है तालिबान अपने उस वादे के खिलाफ काम कर रहा है, जिसमें उसने दुनिया से किसी को नुकसान न पहुंचाने का आश्वासन दिया था। वहीं, हेरात में भी तालिबानियों ने वाणिज्य दूतावास परिसर में प्रवेश किया और कागजातों को वाहनों में ले गए।
भारत के खिलाफ तालिबान अपने रंग दिखने लगा है। तालिबान ने भारत से आयात और निर्यात पर रोक लगा दी है। फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गनाइजेशन के मुताबिक, तालिबान ने पाकिस्तान के ट्रांजिट रूट्स से होने वाली सभी कार्गो मूवमेंट रोक दी है। जिसका असर दिल्ली समेत देश के कई शहरों में दिखने लगा है। ड्राई फ्रूट्स के दामों में जबरदस्त बढ़ोतरी हो गई है। दिल्ली के सबसे बडे़ ड्राई फ्रूट्स मार्केट खारी बाबली में ड्राई फ्रूट्स 20 फीसदी तक महंगे हो गए हैं। भारत में एक हफ्ते के भीतर ही ड्राई फ्रूट्स के दाम 200-250 रुपये प्रति किलो बढ़ गए हैं। अफगानिस्तान से पिस्ता, बादाम, अंजीर, अखरोट जैसे बहुत से ड्राई फ्रूट्स भारत आते हैं। कारोबारियों का कहना है कि 15-20 दिन से कोई माल नहीं आ रहा है, इस वजह से बाजार में सूखे मेवे की किल्लत होने लगी है। वहीं रक्षाबंधन आ रहा है इसलिए भारत में सूखे मेवे की मांग भी बढ़ गई है। भारत के लिए अफगानिस्तान सूखे मेवे का एक बड़ा स्रोत है। यहां बादाम, अखरोट जैसे सूखे मेवे की भरपूर पैदावार होती है। लेकिन अब तालिबान ने एक बार फिर अफगानिस्तान में अपना कब्जा जमा लिया है। इससे दोनों देशों के कारोबारी रिश्ते प्रभावित हो सकते हैं। जानकारों का कहना है कि तालिबान युग में भारत-अफगानिस्तान के रिश्ते पहले जैसे रहना संभव नहीं होगा।
अफगानिस्तान में फंसे भारत के लोगों को निकालने के लिए फिर से वायुसेना के सी-17 विमान को काबुल भेजा जा सकता है। इसके लिए भारतीय अधिकारी अमेरिका के संपर्क में हैं। फिलहाल काबुल एयरपोर्ट का नियंत्रण अमेरिका के पास है।जानकारी के मुताबिक ऐसे संकेत है कि अगले 72 घंटे में काबुल एयरपोर्ट पर यात्री विमानों की भी आवाजाही शुरू हो सकती है। संभव है कि नागरिक उड़ानों की बहाली से पहले आज भारत काबुल एयरपोर्ट पर मौजूद अपने नागरिकों और वीजा धारकों को सुरक्षित निकालने के लिए विशेष विमान भेज सकते है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी कहा है कि भारत सरकार अफगानिस्तान के हालात पर पूरा नजर बनाए हुए है और वहां से भारतीयों को निकालना सरकार की पहली प्राथमिकता है।
अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद लोगों में खौफ दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। वहां से लोग जैसे तैसे वो इस देश को छोड़कर भागना चाह रहे हैं। दरसल सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है जिसमें देखा जा सकता है कि कतर जाने वाले 640 से अधिक लोगों का हुजूम अमेरिकी एयरफोर्स के विमान में सवार हो गया है। लोगों में इतना ज़्यादा डर है कि सभी लोगों विमान के फर्श पर बैठकर जाने को तैयार हैं। कर्मचारियों के लिए यात्रियों को गिनना मुश्किल हो रहा था। इस विमान में लोगों के बीच इंच भर की भी जगह नहीं थी। वहीं सी-17 विमान के एक रक्षा अधिकारी ने कहा कि हम इतना ओवरलोड लेकर उड़ान नहीं भरना चाहते थे लेकिन घबराए हुए अफगानिस्तानी नागरिक मानने को तैयार नहीं थे और जबरदस्ती विमान में सवार हो गए। रक्षा अधिकारी ने बताया कि उन शरणार्थियों को विमान से उतारने की कोशिश करने के बजाय चालक दल ने उन्हें ले जाने का फैसला किया।अधिकारी ने कहा कि लगभग 640 अफगान नागरिक अपने गंतव्य पर सुरक्षित पहुंच गए। बता दें कि इससे पहले बीते सोमवार को एक भयावह दृश्य काबुल एयरपोर्ट पर देखने को मिला था। अमेरिकी वायुसेना का सैन्य विमान जैसे ही टेकऑफ के लिए आगे बढ़ रहा था, लोगों का हुजूम रनवे पर विमान के साथ-साथ चल रहा था। विमान के उड़ान भरने से पहले कुछ लोग टायरों के ऊपर बनी जगह पर सवार हो गए। विमान जब ऊंचाई पर पहुंच गया तो लोगों ने संतुलन खो दिया। तीन लोगों की आसमान से गिरने से मौत हो गई। बाद में उनके शव मकानों की छत पर मिले। हालात इतने बिगड़ चुके हैं कि 60 देशों ने तालिबान से गुहार लगाई है कि जो नागरिक अफगानिस्तान में नहीं रहना चाहते, उन्हें देश छोड़कर जाने दिया जाए।
भारतीय राजदूत समेत अन्य नागरिकों को लेकर काबुल से रवाना हुआ वायुसेना का विमान गुजरात के जामनगर पहुंच गया है। इस विमान में करीब 120 लोगों को सुरक्षित लाया गया है। बता दें कि भारतीय वायुसेना का C-17 मंगलवार सुबह काबुल से रवाना हुआ है। भारत का ये एयरक्राफ्ट अमेरिकी सैनिकों द्वारा एयरपोर्ट पर मुहैया कराई गई सुरक्षा के बीच से निकला है। काबुल एयरपोर्ट को सुबह ही अमेरिकी एजेंसियों ने दोबारा खुलवाया है। इस विमान में करीब 140 लोगों को वापस लाया जा रहा है। भारतीय राजदूत आर.टंडन समेत अन्य स्टाफ को भी काबुल से वापस लाने का फैसला किया गया है। इनके अलावा वहां तैनात सुरक्षाकर्मियों को भी जल्द से जल्द भारत वापस लाया जा रहा है। वंही काबुल में भारत के करीब 500 से अधिक लोग फंसे हुए हैं। जानकारी के मुताबिक, 500 अधिकारियों को निकालने पर भारत का फोकस है। करीब 300-400 ITBP के जवान भी अफगानिस्तान में हैं। भारत की ओर से UNSC में भी इस मसले को उठाया गया है और दुनिया को अफगानिस्तान पर गौर करने को कहा है। वहीं, तालिबानी लड़ाकों ने बीते दिन काबुल में हिन्दू, सिख समुदाय के लोगों से मुलाकात की और उन्हें सुरक्षा का भरोसा दिया।
अफगानिस्तान में मौजूदा हालत को देखते हुए आज फिर से एयर इंडिया के विमान को दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से काबुल के लिए उड़ान भरना था। यह फ्लाइट दिल्ली से दोपहर 12.30 बजे काबुल के लिए उड़ान भरने वाली थी। लेकिन अफगानिस्तान के बदतर हालात और एयर स्पेस बंद होने के चलते इस विशेष फ्लाइट को रद्द करना पड़ा है। यह विमान काबुल में फंसे लोगों को लाने के लिए जा रहा था। बता दें कि अफगानिस्तान में मौजूदा स्थिति को देखते हुए काबुल एयरपोर्ट पर भारी संख्या में लोग जमे हुए हैं। ये सभी लोग अफगानिस्तान को छोड़कर अपने-अपने वतन वापस लौटना चाहते हैं। एयर इंडिया ने बताया कि अफगानिस्तान का एयर स्पेस बंद होने और काबुल एयरपोर्ट पर बेकाबू हालात के चलते एयर इंडिया की काबुल के लिए उड़ान भरने वाली विमान को बंद करना पड़ा है। अफगानिस्तान में हर वक्त हालात बदलते जा रहे हैं। अफगानिस्तान के काबुल में तालिबानियों के प्रवेश के बाद लोग वहां से भाग रहे हैं। इससे पहले रविवार शाम एयर इंडिया का एक विमान 129 यात्रियों को लेकर काबुल से भारत लौटा। वहीं, काबुल से दिल्ली पहुंचने पर अफगानिस्तान के पूर्व सांसद जमील करजई का दर्द छलक उठा। मौजूदा अशरफ गनी सरकार को इसके लिए जिम्मेदार ठहराते हुए उन्होंने कहा, ''मैं अफगानिस्तान से भागा हूं तो आप समझ सकते हैं वहां के क्या हालात होंगे। अशरफ गनी की टीम गद्दार है। उन्होंने अफगानिस्तान के लोगों के साथ गद्दारी की है, लोग उन्हें माफ नहीं करेंगे।''
अफगानिस्तान के राष्ट्रपति पद से अशरफ गनी जल्द इस्तीफा दे सकते हैं। इधर, तालिबान कमांडर मुल्ला अब्दुल गनी बरार के दोहा से काबुल पहुंचने की खबर सामने आ रही है। वह अफगानिस्तान के नए राष्ट्रपति हो सकते हैं। अफगानिस्तान के एक अधिकारी ने बताया कि तालिबान के वार्ताकार सत्ता के ‘‘हस्तांतरण’’ की तैयारी के लिए राष्ट्रपति के आवास जा रहे हैं। अधिकारी ने गोपनीयता की शर्त पर रविवार को बताया कि इस मुलाकात का उद्देश्य तालिबान को शांतिपूर्ण तरीके से सत्ता सौंपना है। तालिबान ने कहा कि उनकी ताकत के बल पर सत्ता लेने की योजना नहीं है। इससे पहले, राजधानी काबुल के बाहरी इलाकों में रविवार को तालिबान के लड़ाके चारों तरफ से घुसने शुरू हो गए। काबुल के बाहर भारी संख्या में तालिबान के लड़ाके मौजूद हैं और काबुल के आसमान में धुएं और धमाके की आवाज सुनाई पड़ रही है। इधर, काबुल के आसमान में सेना के हेलीकॉप्टर मंडरा रहे हैं। काबुल जाने वाले तकरीबन सभी रास्तों पर ताबिलान का कब्जा हो चुका है। अफगानिस्तान के गृह मंत्री ने कहा कि काबुल पर हमला नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि सत्ता का शांतिपूर्वक हस्तांतरण किया जाएगा। जबकि अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने कहा कि काबुल में हालात कंट्रोल में है और की को डरने की जरूरत नहीं है। इधर, सरकारी कर्मचारियों को दफ्तरों से घर भेज दिया गया है। तालिबान ने कहा- किसी को नुकसान पहुंचाना नहीं है मकसद दूसरी तरफ तालिबान ने बयान जारी कर कहा कि काबुल में शांतिपूर्वक बातचीत के जरिए प्रवेश करेंगे। बलपूर्वक घुसने का उनका कोई इरादा नहीं है। तालिबान ने आगे कहा कि सरकार से बातचीत जारी है, हम किसी से बदला नहीं लेना चाहते हैं। तालिबान ने कहा कि किसी की भी जान, संपत्ति, सम्मान को नुकसान नहीं पहुंचाया जाएगा और काबुल के नागरिकों की जिंदगी पर खतरा नहीं होगा।
न्यूजीलैंड के पूर्व ऑलराउंडर क्रिस केर्न्स की हालात अब भी नाजुक है। उन्हें सिडनी के एक अस्पताल में लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 51 साल के क्रेन्स की दिल को खून सप्लाई करने वाली मुख्य धमनी की अंदरूनी परत फट गई थी। इसके बाद उन्हें बीते हफ्ते ही कैनबरा के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था और उनकी कई सर्जरी हो चुकी है। लेकिन उनकी सेहत में कोई सुधार नहीं हु। इसके बाद केर्न्स को सिडनी शिफ्ट किया गया। केर्न्स अभी भी जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे हैं। इस मुश्किल दौर में सिर्फ उनका परिवार ही नहीं, बल्कि साथी खिलाड़ी और क्रिकेट फैंस भी परेशान हैं और इस ऑलराउंडर के जल्द ठीक होने की दुआ मांग रहे हैं। न्यूजीलैंड क्रिकेट बोर्ड की भी केर्न्स के स्वास्थ्य पर नजर है। इस बीच, क्रिस केर्न्स के परिवार ने भी एक संदेश जारी कर क्रिकेट फैंस को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद दिया है और कहा है कि उनके स्वास्थ्य को लेकर अब कोई नई जानकारी नहीं दी जाएगी। परिवार ने लोगों से अपील की है कि वो इस मुश्किल घड़ी में उनकी निजता का सम्मान करें। गौरतलब है कि क्रिस केर्न्स ने 1989 और 2006 के बीच न्यूजीलैंड के लिए 62 टेस्ट, 215 एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय और दो टी20 मैच खेले हैं। वह वर्तमान में स्काई स्पोर्ट के साथ कमेंटेटर हैं।
कल्पना चावला अंतरिक्ष में जाने वाली भारतीय मूल की पहली महिला थी और अब सिरीशा बांदला अंतरिक्ष में जाने वाली भारतीय मूल की दूसरी महिला बनने जा रही है। कल्पना चावला के बाद सिरीशा ने भी इतिहास दर्ज कर लिया है। सिरीशा भारत के आंध्र प्रदेश से संबंध रखती है। सिरीशा बांदला का जन्म तेनाली, गुंटूर, आंध्र प्रदेश में हुआ था। मिली जानकारी के अनुसार सिरीशा ह्यूस्टन, टेक्सस में पली-बढ़ी है। अंतरिक्ष के बारे में और ज़्यादा जानने के लिए सिरीशा ने Purdue University से Aeronautical-Astronautical Engineering में बैचलर्स की पढ़ाई की। इसके बाद उन्होंने George Washington University से MBA किया। सिरीशा बांदला अंतरिक्ष यात्रा करने वाली भारतीय मूल की दूसरी महिला बनने वालीं है। 11 जुलाई को भारतीय मूल की ये बेटी अंतरिक्ष में जाएगी। अंतरिक्ष में जाने वाली पहली महिला कल्पना चावला के बाद सिरीशा बांदला ये उपलब्धि हासिल करने वाली दूसरी महिला हैं। सिरीशा VSS Unity के 6 अंतरिक्षयात्रियों में से एक है जो बतौर रिसर्चर इस मिशन से जुड़ी हैं. सिरीशा ने अपने ट्विटर हैंडल पर ये ख़ुशख़बरी सभी के साथ साँझा की। ये मिशन Branson's Company द्वारा किया जा रहा है जिसकी सुचना बीते गुरुवार को कंपनी ने साँझा की। इस मिशन में कंपनी के फ़ाउंडर, रिचर्ड ब्रैन्सन भी हिस्सा लेंगे। इस मिशन का रॉकेट न्यू मेक्सिको से लॉन्च किया जाएगा और ये इस कंपनी की पहली फ़्लाइट होग। सिरीशा के दादा, Bandla Ragaiah कृषि वैज्ञानिक हैं। The New Indian Express से बातचीत में उन्होंने बताया कि सिरीशा को बचपन से ही कुछ बड़ा करने की इच्छा थी। कड़ी मेहनत के बाद उसका सपना सच होने वाला है। पोती पर गर्व महसूस करने वाले दादा ने बताया कि सिरीशा बचपन से ही निडर थी और हमेशा एक्टिव रहती थी। 5 साल की उम्र में वो अपने माता-पिता के साथ अमेरिका चली गयी थी. सिरीशा के पिता Dr. Bandla Muralidhar भी एक वैज्ञानकि हैं. सिरीशा बांदला, कमरशियल स्पेसफ़्लाइट फ़ेडरेशन और एल-3 कम्युनिकेशन्स में बतौर एरोस्पेस इंजीनियर काम कर चुकी हैं। अमेरिकन एस्ट्रोनॉटिकल सोसाइटी और सिरीशा फ़्यूचर स्पेस लीडर्स फ़ाउंडेशन के बोर्ड ऑफ़ डायरेक्टर्स की सदस्य भी हैं।
दक्षिण अफ्रीका में HIV पॉजिटिव महिला में 216 दिन तक रहा वायरस, 32 बार हुआ म्यूटेशन, जानिए पूरा मामला
कोरोना वायरस की भीषण तबाही को पूरी दुनिया ने देख लिया। अभी भी यह खतरनाक वायरस कई देशों में चौंकाने वाले कारनामे कर रहा है। ऐसा ही एक मामला दक्षिण अफ्रीका से सामने आया है जहां एक HIV पॉजिटिव महिला के अंदर कोरोना वायरस 216 दिन तक रहा और इस दौरान वायरस में 30 बार म्यूटेशन हुआ। डरबन स्थित क्वाजूलू-नेटल यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने इसका खुलासा किया है। शोधकर्ताओं ने बताया कि 36 वर्षीय महिला के शरीर में 13 म्यूटेशन स्पाइक प्रोटीन में देखे गए। यह वही प्रोटीन है, जो कोरोना वायरस को प्रतिरोधक तंत्र के हमले से बचाता है। हालांकि यह महिला में मौजूद म्यूटेशन का प्रसार अन्य लोगों में भी हुआ या नहीं इसका खुलासा अभी तक नहीं हुआ है। रिपोर्ट के मुताबिक, लॉस एंजेलिस टाइम्स से बातचीत में स्टडी के लेखक टूलियो डि ओलिवीरा ने बताया है कि अगर ऐसे और मामले मिलते हैं तो इससे आशंका नजर आएगी कि HIV इन्फेक्शन नए वेरिएंट का सोर्स हो सकता है। बताया गया कि सबसे पहले महिला को लक्षण दिखाई दिया तो उसका टेस्ट कराया गया और वह पॉजिटिव निकली। शुरुआती इलाज के बाद भी महिला में हल्के-फुल्के लक्षण थे, लेकिन वायरस उसके अंदर ही मौजूद रहा। फिर वायरस के स्पाइक प्रोटीन में 13 बार म्यूटेशन हुआ, इसी स्पाइक प्रोटीन को पहचानकर ही ज्यादातर वैक्सीन वायरस पर असर कर सकती है। इस महिला का मामला तब पता चला जब महिला 300 HIV पॉजिटिव लोगों पर की गई स्टडी में शामिल हुईं। ऐसे मरीजों में वायरस लंबे वक्त तक रहता है जिससे उसे म्यूटेट होने का मौका मिलता है। टूलियो डि ओलिवीरा ने बताया कि इलाज के बाद भी वायरस महिला के अंदर मौजूद था। शोधकर्ताओं ने दावा किया है कि यह खोज महामारी की रोकथाम की दिशा में महत्वपूर्ण है। एचआईवी प्रभावित देशों में ऐसे मरीजों में वायरस को फैलने से रोकने के लिए इस मुहिम में तेजी आएगी। बता दें कि अफ्रीका देशों में कोरोना संक्रमण ने भी कहर बरपाया है। दक्षिण अफ्रीका कोरोना से बुरी तरह प्रभावित हुआ है। हालांकि दक्षिण अफ्रीका में अब कोरोना का प्रसार कम हुआ है।
चीन ने घोषणा की है कि वहाँ अब कपल्स को तीन बच्चों तक को जन्म देने की अनुमति होगी। इसके साथ ही वहाँ दो बच्चों की सख़्त नीति समाप्त हो गई है। चीन की सरकारी एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार इस बदलाव पर सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी की पोलित ब्यूरो ने मुहर लगाई जिसके बाद अब उसे राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने मंज़ूरी दे दी है। ये फ़ैसला ऐसे समय आया है जब चीन में एक दशक में होने वाली जनगणना में पाया गया कि वहाँ आबादी पिछले कई दशकों में पहली बार सबसे सुस्त गति से बढ़ रही है।
हमीरपुर :सर्व कल्याणकारी संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष व सुजानपुर के विधायक राजेंद्र राणा ने संस्था के पदाधिकारियों व सदस्यों द्वारा कोरोना महामारी के संक्रमण के इस दौर में सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न इलाकों में सेनेटीजेशन अभियान में बढ़-चढ़कर भाग लेने और गरीब आदमी की मदद के लिए हाथ बंटाने पर उनकी पीठ थपथपाई है और इस अभियान को जारी रखने का आह्वान भी किया है। राजेंद्र राणा नेे कहा कि सेवा भाव ही संस्था का सर्वोच्च लक्ष्य है और इसी मूल मंत्र को सामने रखकर सर्व कल्याणकारी संस्था पिछले 20 सालों से समाज के कमजोर वर्गोंं, महिलाओं ,अबलाओं व जरूरतमंदों की सेवा को पूरी तरह समर्पित रही है। उन्होंने कहा कोरोना महामारी के इस दौर से वैसेे तो समाज का हर तबका और पूरा दश प्रभावित हुआ है लेकिन समाज का गरीब तबके के लिए यह स्थिति कहर बनकर आई है। इसलिए उन्होंने पिछले दिनों वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से संस्था के पदाधिकारियों सदस्यों व पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक आयोजित करके उनसे यह आह्वान किया था कि संकट की इस घड़ी में सर्वाधिक प्रभावित होने वाले समाज के गरीब तबके की मदद के लिए हाथ बढ़ाएं और स्वयं को भी सुरक्षित रखते हुए ऐसी परिवारों की सहायता करें ताकि संकट की इस घड़ी में वे स्वयं को अकेला महसूस ना करें। राजेंद्र राणा ने कहा कि उनके इस आह्वान पर संस्था के स्वयंसेवकों ने इलाके में सैनिटाइजेशन अभियान तो शुरू किया ही है, साथ ही जरूरतमंदों की मदद के लिए भी स्वयंसेवी आगे आ रहे हैं। उन्होंने कहा सर्व कल्याणकारी संस्था का यह इतिहास रहा है कि उसने कभी भी पीड़ित मानवता की मदद से अपनेेेे हाथ पीछे नहीं खींचे।
सोशल मीडिया पर पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को एक बार फिर से फजीहत का सामना करना पड़ रहा है। इसकी वजह यह है कि कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बावजूद उन्होंने बृहस्पतिवार को व्यक्तिगत तौर पर मीडिया टीम के साथ एक बैठक बुला ली। इस बैठक में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री सहित छह लोग शामिल हुए। वहीं, पाकिस्तान के सूचना प्रसारण मंत्री शिबली फराज ने अपने ट्विटर अकाउंट से बैठक की तस्वीर साझा कर दी। तस्वीर साझा करते हुए उन्होंने बकायदा इसे कैप्शन भी दिया- प्रधानमंत्री इमरान खान मीडिया टीम के साथ बानी गाला में बैठक करते हुए। इस बैठक की तस्वीर वायरल होते ही, इमरान खान को सोशल मीडिया यूजर्स की आलोचनाओं का सामना करना पड़ गया। सोशल मीडिया पर एक के बाद एक लोग इस बैठक को लेकर प्रतिक्रिया देने लगे। लोग प्रधानमंत्री की आलोचना कर रहे हैं, और उनके द्वारा व्यक्तिगत तौर पर बैठक बुलाए जाने को एक गैर जिम्मेदाराना हरकत बता रहे हैं क्योंकि उन्हें कोरोना पॉजिटिव हुए अभी चंद दिन ही हुए हैं। आम तौर पर खतरनाक वायरस से संक्रमित होने वाले लोग वर्चुअली मीटिंग करते हैं और दूसरों से खुद को अलग-थलग रखते हैं। उल्लेखनीय है कि साइनोफार्म की कोविड-19 वैक्सीन की पहली डोज लेने के एक दिन बाद संक्रमण पाकिस्तान के प्रधानमंत्री की जांच रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव निकली थी।
अमेरिका के जॉर्जिया के तीन स्पा सेंटर में फायरिंग की गई है। जॉर्जिया के अटलांटा के तीन स्पा सेंटर में हुई फायरिंग में चार महिलाओं समेत 8 लोगों की मौत हो गई है। स्थानीय पुलिस और मीडिया ने इसकी पुष्टि की है। बताया जा रहा है कि आरोपी को हिरासत में ले लिया गया है। अटलांटा पुलिस ने कहा कि उन्हें अटलांटा में पिडमॉन्ट रोड पर गोल्ड मसाज स्पा में एक डकैती की खबर मिली, जब पुलिस टीम वहां पहुंची तो तीन लोग मृत मिले। अटलांटा के पुलिस प्रमुख रोडनी ब्रायंट ने कहा कि पुलिस टीम जब गोल्ड मसाज स्पा में थी, तभी एक और कॉल आया और एरोम थैरेपी स्पा में गोली चलने की खबर मिली, जिसमें एक शख्स की मौत हो गई। इसके अलावा चेरोकी काउंटी मसाज पार्लर में हुई फायरिंग में चार लोगों की मौत हो गई। अटलांटा पुलिस ने कहा कि तीन स्पा सेंटर में फायरिंग की गई, जिसमें 8 लोगों की मौत हो गई है। इसमें चार महिलाएं शामिल हैं, जो एशियाई मूल की दिखती हैं। इस मामले में पुलिस ने चेरोकी काउंटी मसाज पार्लर के पास से संदिग्ध बंदूकधारी 21 वर्षीय रॉबर्ट आरोन लॉन्ग को हिरासत में लिया गया है. उससे पूछताछ की जा रही है। अभी तक फायरिंग की वजह साफ नहीं हो पाई है।
हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन के बढ़ते आक्रामक रवैये को ध्यान में रखकर भारत, अमेरिका, जापान और आस्ट्रेलिया के बीच बने गठबंधन क्वाड के प्रमुखों की पहली बैठक शुक्रवार को संपन्न हुई, जिसकी तुलना कूटनीतिक जानकार 1957 में पेरिस में हुई नाटो (नार्थ अटलांटिक ट्रिटी आर्गेनाइजेशन) की पहली बैठक से कर रहे हैं। बैठक के बाद जारी संयुक्त बयान में हिंद-प्रशांत क्षेत्र को मुक्त, खुला, सभी के लिए समान अवसर वाला बनाने पर जोर दिया गया। चारों देशों के नेताओं के बीच फिलहाल कोरोना वैक्सीन बनाने, अत्याधुनिक व संवेदनशील तकनीकी के इस्तेमाल और जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों से निपटने को लेकर तीन अलग-अलग विशेषज्ञ समूह बनाने का फैसला किया गया है। पीएम नरेंद्र मोदी, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, आस्ट्रेलिया के पीएम स्कॉट मॉरीसन और जापान के पीएम योशिहिदे सुगा के बीच वर्चुअल प्लेटफार्म पर हुई बैठक और इसके बाद जारी संयुक्त बयान का संकेत साफ है कि अब विश्व में नई व्यवस्था का समय आ गया है।
रूस में बर्ड फ्लू के घातक वायरस का इंसानों तक पहुंचने का पहला मामला सामने आया है। रूस के वेक्टर रिसर्च सेंटर ने पुष्टि की है कि उनके देश में 7 लोगों के अंदर एच5एन8 वायरस मिला है। ये सभी लोग एक ही पोल्ट्री फॉर्म में काम करते थे। जिसके बाद से रूस की स्वास्थ्य एजेंसियां इन सभी संक्रमित व्यक्तियों को आइसोलेशन में रखकर संपर्क में आने वाले लोगों को ट्रेस कर रही है। इससे पहले बर्ड फ्लू से इंसानों के संक्रमण के किसी मामले की पुष्टि नहीं हुई थी। वैज्ञानिकों ने रूस के दक्षिण में एक पोल्ट्री फार्म के सात कर्मचारियों को संक्रमित होने के बाद आइसोलेट कर दिया है। इस इलाके में दिसंबर 2020 में बर्ड फ्लू का कहर देखा गया था। वेक्टर रिसर्च सेंटर के वैज्ञानिक अन्ना पॉपोवा ने बताया कि सभी सातों लोग ठीक महसूस कर रहे हैं। उनके अंदर संक्रमण के बहुत हल्के लक्षण ही नजर आ रहे हैं। फिर भी एहतियातन उन्हें आइसोलेशन में रखा गया है। वैज्ञानिक इन लोगों के स्वास्थ्य पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। हालांकि, रूस के किसी अन्य इलाके से ऐसी संक्रमण की कोई रिपोर्ट नहीं है। बता दें कि एवियन इन्फ्लूएंजा या एवियन फ्लू को बर्ड फ्लू कहा जाता है बर्ड फ्लू पक्षियों से फैलने वाला रोग है। संक्रमित पक्षी के संपर्क में आने से यह रोग इंसानों को हो जाता है चाहे पक्षी मरा हो या जिंदा हो दोनो से ही रोग फैलने का खतरा रहता है। बर्ड फ्लू के लिए एच5एन1 वायरस जिम्मेदार होता है। इसके एक अन्य स्ट्रेन को एच5एन8 के नाम से जाना जाता है। यह अपने पुराने वैरियंट की अपेक्षा ज्यादा खतरनाक है।
20 जनवरी को डेमोक्रेट जो बाइडेन ने अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ग्रहण की। वहीं भारतीय मूल की कमला देवी हैरिस ने अमेरिका की पहली महिला उपराष्ट्रपति के तौर पर शपथ ली। रिपब्लिकन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का कार्यकाल खत्म होने के साथ ही दुनिया के कई देशों की नज़रें अमेरिका पर टिक गई हैं। कयास लगाए जा रहे हैं की ट्रंप के जाने के बाद अमेरिका में कूटनीति का नया अध्याय शुरू हो सकेगा। विशेषज्ञों की मानें तो व्हाइट हाउस में सत्ता हस्तांतरण की काफी जरूरत थी और सिर्फ यही एक तरीका था जो देश में स्थिरता को लौटा सकता था। अब बाइडेन के व्हाइट हाउस पहुंचने के बाद सबकी नजरें अमेरिका और चीन के रिश्तों पर भी होंगी जो ट्रंप प्रशासन के बाद सबसे मुश्किल दौर में पहुंच गए थे। विशेषज्ञों की मानें तो जो बाइडेन के सत्ता में आने के बाद भी अमेरिकी-चीनी रिश्तों में कोई खास असर नहीं पड़ने वाला है। चीनी अखबार ग्लोबल टाइम्स में छपे लेख के मुताबिक चीनी एक्सपर्ट फिलहाल दोनों देशों के बीच के रिश्ते को लेकर सतर्क हैं। उनके मुताबिक व्यापार और अन्य मुद्दों को लेकर नए अमेरिकी प्रशासन की तरफ से भी कठोर बयानबाजी जारी रहेगी, लेकिन कुछ खास व्यापार के मामलों में चीन में ट्रंप प्रशासन से पहले के सामान्य हालात बहाल हो सकते हैं। विशेषज्ञों की यह राय नामित मंत्रालयों के प्रमुख के बयान के बाद आया है। अमेरिका के भावी रक्षा मंत्री जनरल लॉयड ऑस्टिन ने कहा है कि चीन पहले ही ‘क्षेत्रीय प्रभुत्वकारी शक्ति’ बन चुका है और अब उसका लक्ष्य ‘नियंत्रणकारी विश्वशक्ति’ बनने का है।' उन्होंने क्षेत्र और दुनिया भर में चीन के ‘डराने-धमकाने वाले व्यवहार’ का उल्लेख करते हुए अमेरिकी सांसदों से ये बातें कहीं। ऑस्टिन ने कहा, ‘वह (चीन) पहले ही क्षेत्रीय प्रभुत्वकारी ताकत है और मेरा मानना है कि उनका अब लक्ष्य नियंत्रणकारी विश्व शक्ति बनने का है। वह हमसे विभिन्न क्षेत्रों में प्रतिस्पर्धा करने के लिए काम कर रहे हैं और उनके प्रयास नाकाम करने के लिए पूरी सरकार को एक साथ मिल कर विश्वसनीय तरीके से काम करने की जरूरत होगी।’ ऑस्टिन ने कहा, ‘हम चीन या किसी भी आक्रामक के समक्ष पुख्ता प्रतिरोधी क्षमता पेश करना जारी रखेंगे। उन्हें बताएंगे कि यह (आक्रामकता) सचमुच एक बुरा विचार है।’ चीन के बारे में ऑस्टिन ने कहा कि चीन मौजूदा समय में प्रभावी खतरा है क्योंकि वह उभार पर है जबकि रूस खतरा है लेकिन वह उतार पर है। उधर, अमेरिका के भावी विदेश मंत्री ब्लिंकेन ने कहा कि अमेरिका को इस चुनौती का सामना ‘मजबूती की स्थिति से करना चाहिए न कि कमजोरी की स्थिति से।’ सीनेट की विदेश मामलों की समिति में अपनी नियुक्ति की पुष्टि के लिए हुई सुनवाई में ब्लिंकेन ने कहा, ‘जब हम चीन को देखते हैं तो इसमें कोई शक नहीं है कि एक राष्ट्र के तौर पर वह हमारे हितों, अमेरिकी लोगों के हितों के लिए सबसे अधिक चुनौती पेश कर रहा है।’
करीब तीन महीनों से दुनिया की नज़रों से दूर चल रहे चीन के बिल्यनेर जैक मा, बुधवार को अचानक प्रकट हुए। उन्होंने एक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा कुछ टीचर्स से बात की। चीनी स्टेट मीडिया ग्लोबल टाइम्स ने एक वीडियो शेयर किया, जिसमें जैक मा देश के करीब 100 ग्रामीण शिक्षकों से वर्चुअल मीट करते नज़र आ रहे हैं। ग्लोबल टाइम्स के मुख्य रिपोर्टर किंगकिंग चेन ने एक ट्वीट करके कहा, 'जैक मा गायब नहीं हुए हैं, ये देखिए: मा ने बुधवार सुबह 100 गांव के टीचर्स के साथ एक वीडियो कॉन्फ्रेंस की, जिसमें कहा गया कि कोरोना के बाद, हम एक-दुसरे से फिर से मिलेंगे।' असल में जैक मा हर साल सान्या गांव के टीचर्स के साथ बातचीत करते हैं, लेकिन कोरोना महामारी के कारण, यह बैठक इस साल वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से हुई। गौरतलब है कि अक्टूबर के बाद से ही जैक मा सार्वजनिक रूप से कहीं नजर नहीं आए थे। मा ने अक्टूबर में चीन के 'ब्याजखोर' वित्तीय नियामकों और सरकारी बैंकों की शंघाई में दिए भाषण में तीखी आलोचना की थी। इसके बाद उनका चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ विवाद भी हुआ था। इसके बाद से ही वे लापता थे। इसको लेकर चीनी मीडिया में काफी अफवाहें उड़द रही थीं। कहा जा रहा थकी जैक मा को सरकारी एजेंसियों द्वारा 'नज़रबंद' किया गया है।
बाइडन 20 जनवरी को अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ग्रहण करेंगे और इसी दिन कमला हैरिस शपथ ग्रहण करके देश की पहली महिला उपराष्ट्रपति के रूप में कार्यभार संभालेंगी। हैरिस अमेरिका में भारतीय मूल की पहली उपराष्ट्रपति होंगी। वह यह कार्यभार संभालने वाली पहली अफ्रीकी-अमेरिकी भी होंगी। अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन ने अपने प्रशासन में अहम पदों पर 13 महिलाओं समेत 20 भारतीय-अमेरिकियों को नामित किया है। इन 20 भारतीय-अमेरिकियों में से कम से कम 17 लोग शक्तिशाली व्हाइट हाउस में अहम पद संभालेंगे। बाइडन प्रशासन में व्हाइट हाउस कार्यालय के प्रबंधन एवं बजट के निदेशक के तौर पर टंडन और अमेरिकी सर्जन जनरल के तौर पर डॉ. मूर्ति को नामित किया गया है। वनीता गुप्ता को विधि मंत्रालय की एसोसिएट अटॉर्नी जनरल नामित किया गया है। बाइडन ने शनिवार को विदेश सेवा की पूर्व अधिकारी उजरा जेया को असैन्य सुरक्षा, लोकतंत्र एवं मानवाधिकार के लिए अवर विदेश मंत्री नियुक्त किया।
अमेरिकी संसद कैपिटल हिल परिसर में हुई हिंसा के बाद माइक्रो ब्लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का निजी अकाउंट स्थायी रूप से सस्पेंड कर दिया है। ट्विटर को आशंका है की ट्रंप ऐसा ट्वीट कर सकते हैं जिससे कैपिटल हिल में हिंसा भड़क सकती है। दरअसल, कैपिटल हिल में भड़की हिंसा के बाद ट्रंप के सोशल मीडिया अकाउंट पहले 12 घंटे फिर 15 दिन के लिए बैन कर दिए गए थे, लेकिन अब ट्विटर ने ट्रंप के अकाउंट को "हिंसा के और भड़काने के जोखिम के आशंका" के चलते स्थायी रूप (Permanently Suspends) से सस्पेंड कर दिया है। माइक्रो ब्लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर ने इस मसले को लेकर ट्वीट करते हुए कहा की, 'डोनाल्ड ट्रंप के हालिया ट्वीट और उनके संदर्भों की समीक्षा करने के बाद हमने उनके अकाउंट को हिंसा के और भड़काने के जोखिम की आशंका के चलते स्थायी रूप से सस्पेंड करने का फैसला लिया है। हमने यह पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि नियमों के उल्लंघन पर इस तरह की कार्रवाई की जा सकती है। हम अपनी नीतियों और उन्हें लागू करने के लिए पारदर्शी बने रहेंगे।' निजी अकाउंट सस्पेंड होने के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट @POTUS से एक ट्वीट किया। लेकिन इस ट्वीट को भी ट्विटर ने कुछ ही मिनटों में हटा दिया है। बताया जा रहा है कि आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से किए गए ट्वीट में ट्रंप ने माइक्रो ब्लॉगिंग वेबसाइट की आलोचना की थी। डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि वह चुप रहने वाले नहीं हैं।
अमेरिका में बुधवार को डोनल्ड ट्रम्प के समर्थकों द्वारा किए गए बवाल के बीच भारत का तिरंगा फहराने वाले शख्स की पहचान हो गई है। तिरंगे झंडे को भारतीय मूल के विन्सन पलथिंगल ऊर्फ विंसेंट जेवियर फहरा रहे थे। विन्सन प्रदर्शन के दौरान कैपिटल हिल के बाहर मौजूद हजारों लोगों की भीड़ में शामिल थे और डोनाल्ड ट्रंप के समर्थन में नारेबाजी कर रहे थे। विन्सन ने पहले फेसबुक पर कैपिटल हिल के बाहर तिरंगा फहराने की तस्वीर पोस्ट की थी। विन्सन ने फेसबुक पर फोटो शेयर करते हुए लिखा था, 'ट्रंप की रैलियों में हमेशा खूब मजा आता है।' हालांकि, बाद में उन्होंने इसे डिलीट कर दिया। विन्सन ने दावा किया कि वर्ष 2020 के राष्ट्रपति चुनाव में जमकर धोखाधड़ी हुई है। राष्ट्रपति ट्रंप ने भी इसी तरह का दावा किया है लेकिन चुनाव अधिकारियों ने उनके इस दावे को सबूतों के साथ खारिज कर दिया है। बता दें, कैपिटल हिल में हिंसा पर उतारू हजारों ट्रंप समर्थकों को काबू करने में प्रशासन के पसीने छूट गए थे। इस दौरान 5 लोगों की मौत भी हो गई। वहीं, इस घटनाक्रम एक वीडियो भारत में खासा वायरल हो रहा है जिसमें ट्रंप समर्थकों की भीड़ में भारतीय तिरंगा दिखाई दे रहा है।
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव (US President Election 2020) के नतीजों को लेकर सियासी खींचतान जारी है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के समर्थकों द्वारा US कैपिटल हिल बिल्डिंग के बाहर हंगामा के बाद अब कांग्रेस ने जो बाइडेन की जीत पर मुहर लगा दी है। अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडेन को 306 इलेक्टोरल कॉलेज वोट मिले हैं, जो बहुमत से ज्यादा हैं। राष्ट्रपति बनने के लिए 270 वोटों की जरूरत होती है। कांग्रेस की मंजूरी के बाद जो बाइडेन आधिकारिक तौर पर अमेरिका के राष्ट्रपति होंगे। इस फैसले के बाद ट्रंप ने बयां दिया है। ट्रंप ने कहा कि 20 जनवरी को कानून के मुताबिक जो बाइडेन को सत्ता का हस्तांतरण किया जाएगा। हालांकि, उन्होंने अपने बयान में कहा कि वो चुनावी नतीजों का समर्थन नहीं करते हैं, लेकिन इसके बावजूद सत्ता को जो बाइडेन को सही तरीके से सौंपेंगे। ट्रंप ने हार नहीं स्वीकार की और उन्होंने चुनाव के नतीजों को कोर्ट में चुनौती देने का ऐलान किया है। वहीं, कांग्रेस की मुहर के बाद डेमोक्रेटिक पार्टी के जो बाइडेन को अब 20 जनवरी को अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में शपथ दिलाई जाएगी। उपराष्ट्रपति माइक पेंस ने गुरुवार को घोषणा की कि कांग्रेस ने अमेरिकी चुनाव में जो बाइडेन को विजेता दिखाने वाले इलेक्टोरल कॉलेज की टैली को कंफर्म कर दिया है।
प्रेजिडेंट डोनाल्ड ट्रम्प के कार्यकाल के अंतिम दिनों में US को एक बार फिर हिंसा का रूप देखने को मिला है। जहाँ जो बिडेन के प्रेजिडेंट बनने की तैयारियां चल रही हैं उसी बीच डोनाल्ड ट्रंप के समर्थकों ने वाशिंगटन स्थित कैपिटल हिल में जबरदस्त हंगामा किया। हजारों की संख्या में ट्रंप समर्थक हथियारों के साथ कैपिटल हिल में घुस गए, यहां तोड़फोड़ की, सीनेटरों को बाहर किया और कब्जा कर लिया। इस दौरान गोलियां भी चलीं जिसमें 4 लोगों की मौत की खबर है। लंबे संघर्ष के बाद सुरक्षाबलों ने प्रदर्शनकारियों को कैपिटल हिल से बाहर खदेड़ा और इसे सुरक्षित किया। यह सब बवाल उस समय शुरू हुआ जब कैपिटल हिल में इलेक्टोरल कॉलेज की प्रक्रिया चल रही थी और जो बाइडेन के राष्ट्रपति बनने पर मुहर की तैयारी थी। इसी दौरान हजारों की संख्या में ट्रंप समर्थकों ने वॉशिंगटन में मार्च निकाला और कैपिटल हिल पर धावा बोल दिया। यहां डोनाल्ड ट्रंप को सत्ता में बनाए रखने, दोबारा वोटों की गिनती करवाने की मांग की जा रही थी। इस हिंसा में कुल चार लोगों की मौत हो गई है। इनमें से एक महिला की मौत पुलिस की गोली से हुई है। जब पूरे इलाके को खाली करवाया गया तो ट्रंप समर्थकों के पास बंदूकों के अलावा अन्य खतरनाक चीजें भी मौजूद थीं। अमेरिका के वाशिंगटन में हिंसा के बाद पब्लिक इमरजेंसी लगा दी गई है। वाशिंगटन के मेयर के मुताबिक, इमरजेंसी को 15 दिन के लिए बढ़ाया गया है।
ब्रिटेन और दक्षिण अफ्रीका में सामने आए कोरोना वायरस संक्रमण के नए स्वरूप को लेकर दुनियाभर में चिंता बढ़ गई है। इसी बीच नाइजीरिया के एक वैज्ञानिक ओमिलाबू ने कहा है कि कोविड-19 के अभी और कई नए स्वरूप सामने आएंगे। वैज्ञानिक ओमिलाबू ने कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों को मद्देनज़र देश में कोविड-19 के अलग प्रकार के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए इसके नमूनों का आनुवांशिक विश्लेषण किया है, ताकि देश में इस संक्रमण को फैलने से रोकने में मदद मिल सके। ओमिलाबू ने कहा कि ब्रिटेन और दक्षिण अफ्रीका में वायरस के जो स्वरूप पाए गए हैं, वे नाइजीरिया में पाए गए स्वरूप से अलग हैं। उन्होंने कहा कि वायरस का अलग स्वरूप में बदलना कोई असाधारण बात नहीं है, उन्होंने कहा की हमें अपना दिमाग शांत रखना होगा, क्योंकि संक्रमण के और नए स्वरूप सामने आने वाले हैं, देश में फैल रहे कोविड-19 संक्रमण के स्वरूप के बारे में जानकारी एकत्र करने से नाइजीरिया में इस बीमारी को फैलने से रोकने में मदद मिल सकती है।
Amid alarm over the new highly contagious strain of the coronavirus the Indian Government on Wednesday extended the ban on flights to and from the UK till January 7. Earlier the government had banned the flights till 31 December. "Decision has been taken to extend the temporary suspension of flights to and from the UK till 7 January 2021. Thereafter strictly regulated resumption will take place for which details will be announced shortly," aviation minister Hardeep Singh Puri tweeted. According to the health ministry, 20 people who returned to India from Britain have tested positive for the new UK variant genome of SARS-CoV-2 so far. The tally includes six people who were found positive for the new virus strain on Tuesday who has been kept in single room isolation at special health care facilities by state governments and their close contacts have also been quarantined. "Comprehensive contact tracing has been initiated for co-travelers, family contacts, and others. Genome sequencing on other specimens is going on. The situation is under careful watch and regular advice is being provided to the states for enhanced surveillance, containment, testing," the ministry had said.
विकेतीन टी20 मैचों की सीरीज के पहले मुकाबले में न्यूजीलैंड ने पाकिस्तान को 5 विकेट से हरा दिया है। इस जीत के साथ ही न्यूज़ीलैंड ने सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल कर ली है। साथ ही न्यूज़ीलैंड ने पाकिस्तान के खिलाफ लगातार 5 हार के क्रम को भी तोड़ दिया है। पिछली बार न्यूज़ीलैंड 22 जनवरी 2018 को जीता था, उसके बाद पाकिस्तानी टीम ने लगातार 5 मैचों में हराया था। न्यूजीलैंड की जीत के हीरो रहे पहला मैच खेलने वाले जैकब डफी। उन्होंने डेब्यू मैच में खतरनाक गेंदबाजी करते हुए 4 ओवर में 33 रन देकर 4 विकेट अपने नाम किए। टिम साइफर्ट ने शानदार अर्धशतक लगाते हुए 57 रन बनाए। दोनों टीमों के बीच सीरीज का दूसरा मुकाबला 20 दिसंबर को हैमिल्टन में खेला जाएगा। पाकिस्तान ने मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 9 विकेट पर 153 रन बनाए। जवाब में न्यूजीलैंड की टीम 18.5 ओवर में 5 विकेट पर 156 रन बना लिए। उसके लिए मार्क चैपमैन ने 34 रन और ग्लेन फिलिप्स ने 23 रन बनाए। जेम्स नीशम ने 10 गेंद पर नाबाद 15 और कप्तान मिशेल सैंटनर ने 8 गेंद पर नाबाद 12 रन बनाए। मार्टिन गुप्टिल 6 रन और डेवोन कॉनवे 5 रन बनाकर आउट हुए। पाकिस्तान के लिए हारिस रऊफ ने 3 और शाहीन अफरीदी ने 2 विकेट चटकाए। बल्लेबाजी में पाकिस्तान के लिए शादाब खान ने सबसे ज्यादा 42 रन बनाए। उन्होंने 32 गेंद की पारी में 2 चौके और 3 छक्के लगाए। फहीम अशरफ ने 18 गेंद पर 31 रनों की तूफानी पारी खेली। उन्होंने दो चौके और तीन छक्के लगाए। पाकिस्तान की टीम एक समय 20 रन पर 4 विकेट गंवाकर संघर्ष कर रही थी। उसके बाद कप्तान शादाब ने एक छोर को संभाले रखा और टीम को सम्माजनक स्कोर तक पहुंचाया। न्यूजीलैंड के लिए डफी के अलावा कुगलाइन 3 विकेट चटकाए।
अमेरिका की सुप्रीम कोर्ट ने डोनाल्ड ट्रंप को एक बड़ा झटका दिया है। SC ने राष्ट्रपति चुनाव के परिणामों को पलटने वाली याचिकाओं को ख़ारिज कर दिया है। यह याचिकाएं डोनाल्ड ट्रंप की पार्टी रिपब्लिकन और उसके समर्थकों द्वारा दायर की गई थी। इनमें कहा गया था कि कोर्ट उन अहम् राज्यों के चुनाव परिणामों को पलट दें जिसमें डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडन ने जीत दर्ज की थी। अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को अपने संक्षिप्त और बिना हस्ताक्षर वाले आदेश में कहा कि टेक्सास ने उस प्रकार से न्यायिक संज्ञेय दिलचस्पी नहीं दिखाई, जिस प्रकार से अन्य राज्य चुनाव आयोजित करते हैं। सभी लंबित प्रस्ताव विवादित करार देते हुए खारिज किए जाते हैं। सुप्रीम कोर्ट के इस निर्णय को ट्रंप के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। बता दें, अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों में डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडन की जीत हुई है। वह 20 जनवरी को शपथ ग्रहण करेंगे।
रोहिंग्या शरणार्थियों को लेकर एक बार फिर बांग्लादेश चर्चे में है। यहां की सरकार 1600 से अधिक शरणार्थियों को बंगाल खड़ी पर स्थित 'भासन चार' नाम के एक आइलैंड पर भेज रही है। हालांकि दावा किया जा रहा है कि यह प्रक्रिया किसी ज़ोर ज़बरदस्ती के बिना की जा रही है, लेकिन कुछ मानवधिकार समूहों ने इस प्रक्रिया पर सवाल उठाए हैं। एक अनुमान के मुताबिक, बांग्लादेश के Cox's Bazar में करीब 8 लाख से ज्यादा रोहिंग्या शरणार्थी रह रहे हैं, लेकिन अब धीरे-धीरे इनमें से करीब 1 लाख शरणार्थियों को यहां से दूर 'भासन चार' आईलैंड पर भेजा जा रहा है। आपको बता दें कि 'भासन चार' आईलैंड बंगाल की खाड़ी पर बसा है। ये आइलैंड हिमालय की गाद से बना था व इसको 20 साल पहले समुद्र में खोजा गया था। यहां का अधिकांश हिस्सा मानसून के दौरान जलमग्न रहता है व यहां अक्सर बाढ़ आ जाती है। खबरों की मानें तो बांग्लादेश सरकार इस आईलैंड पर हजार से ज्यादा बिल्डिंग बनाने की तैयारी में है जिनमें लाखों रोहिंग्या शरणार्थियों को रखा जाएगा। वहीं, एक रिपोर्ट के मुताबिक, ये कहना मुश्किल है कि 'भासन चार' आईलैंड इंसानों के रहने लायक है या नहीं। बिना ठोस योजना और सहमति के रोहिंग्याओं को यहां भेजना एक नई मुसीबत को बुलावा दे सकता है। इस आईलैंड पर बाढ़ और साइक्लोन का खतरा मंडराता रहता है। ज्ञात रहे रोहिंग्या शरणार्थियों को भासन चार भेजने की योजना साल 2017 से चल रही है। 2018 में PM शेख हसीना ने कहा था कि ये केवल अस्थाई व्यवस्था होगी।
कनाडा ने एक बार फिर भारत के आंतरिक मामलों में टांग अड़ाते हुए अंतरराष्ट्रीय मर्यादा को तोड़ा है। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने एक बार फिर भारत में प्रदर्शन कर रहे किसानों के समर्थन में बयान दिया है। यह दूसरी बार है जब ट्रूडो ने ऐसा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि वह भारत में अपने अधिकारों के लिए शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे किसानों का समर्थन करते हैं। कुछ दिन पहले ट्रूडो ने कुछ ऐसा ही बयान दिया था तब भारत के विदेश मंत्रालय ने ट्रूडो के इस बयान पर सख्त आपत्ति जताई थी और इस बयान के लिए विदेश मंत्रालय ने भारत मे कनाडा के उच्चायुक्त नादिर पटेल को तलब भी किया था। बता दें कि गुरु नानक जयंती के अवसर पर कनाडाई प्रधानमंत्री ने सिख कम्युनिटी के लोगों को संबोधित किया था। इस दौरान जस्टिन ट्रूडो ने कहा था कि भारत से किसानों के प्रदर्शन को लेकर जो खबरें आ रही हैं, वो चिंताजनक हैं। हमें आप लोगों के परिजनों और दोस्तों की बहुत चिंताएं हैं। जस्टिन ट्रूडो ने तब कहा था कि कनाडा हमेशा शांतिपूर्ण प्रदर्शन के हक में है और भारत में ऐसे प्रदर्शनों के समर्थन में अपनी बात रखता रहेगा। पीएम ट्रूडो ने कहा था कि हम कई तरीकों से भारतीय प्रशासन के साथ संपर्क में हैं और अपनी चिंताओं को व्यक्त कर रहे हैं। ये वक्त है जब हम एकजुट रहें।
दिल्ली में और उसके आस-पास किसानों का विरोध प्रदर्शन न केवल पंजाब की अर्थव्यवस्था को प्रभावित कर रहे हैं बल्कि यह भारत की "राष्ट्रीय सुरक्षा" को भी नुक्सान पहुंचा सकता है, पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने आज ये बात गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद कही। गृह मंत्री अमित शाह से मिलने के बाद कैप्टन अमरिंदर ने कहा कि हम इस विवाद का जल्द से जल्द हल चाहते हैं. उन्होंने कहा की हमने ग्रह मंत्री से बात कर ली हैं। पंजाब के मुख्यमंत्री ने शाह से केंद्र और किसानों के बीच नए कृषि कानूनों पर मौजूदा गतिरोध के समाधान के लिए राष्ट्रीय राजधानी में स्थित उनके निवास पर मुलाकात की। बैठक के रूप में सरकार ने किसानों के प्रतिनिधियों के साथ एक हफ्ते में दूसरे दौर की वार्ता की। विवादास्पद नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन हर दिन प्रखर होता जा रहा है। पंजाब सीएम ने कहा कि उन्होंने सरकार और किसानों दोनों से ही बीच का रास्ता निकालने की अपील की है. अकाली दल के आरोपों पर पंजाब सीएम ने बोलने से इनकार किया. केंद्र द्वारा लाए गए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का जो आंदोलन जारी है, उसकी अगुवाई पंजाब ही कर रहा है. पंजाब के करीब पचास किसान संगठन दिल्ली, हरियाणा की सीमाओं पर डटे हुए हैं, अब उनको धीरे-धीरे यूपी, दिल्ली, हरियाणा, गुजरात के किसानों का समर्थन भी मिलने लगा है।
भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद का जन्म 3 दिसंबर 1884 को हुआ था। एक प्रतिभाशाली विद्वान, डॉ. राजेंद्र प्रसाद एक शिक्षक, वकील, स्वतंत्रता सेनानी और अंत में भारत के राष्ट्रपति थे। डॉ राजेंद्र प्रसाद एक बहुत अच्छे लेखक भी थे। जब वे कोलकाता में प्रेसीडेंसी कॉलेज (अब प्रेसीडेंसी यूनिवर्सिटी) में एक छात्र थे, तो एक परीक्षक ने उनकी उत्तर पुस्तिका देख कर कहा था कि, "एक परीक्षार्थी एक परीक्षक से बेहतर है"। डॉ राजेंद्र प्रसाद को काम के प्रति उनके समर्पण के लिए जाना जाता था। भारत की आजादी की लड़ाई में उन्होंने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया था। कांग्रेस में शामिल होने वाले बिहार के वह प्रमुख नेताओं में से थे। वकालत में पोस्ट ग्रैजुएट डॉ. राजेंद्र प्रसाद महात्मा गांधी के बहुत बड़े समर्थक थे। डॉ. राजेंद्र प्रसाद को 1931 में सत्याग्रह आंदोलन और 1942 में हुए भारत छोड़ो आंदोलन के लिए माहात्मा गांधी के साथ जेल भी जाना पड़ा था। डॉ. राजेंद्र प्रसाद साल 1934 से 1935 तक कांग्रेस के अध्यक्ष भी रहे। 1946 में हुए चुनाव के बाद उन्हें केंद्र सरकार में खाद्य एवं कृषि मंत्री बनाया गया था। राष्ट्र के प्रति उनके योगदान को देखते हुए उन्हें देश के सबसे बड़े पुरस्कार भारत रत्न से भी सम्मानित किया गया। 13 वर्ष कि उम्र में हुआ था विवाह राजेन्द्र बाबू का जन्म 3 दिसम्बर 1884 को बिहार के तत्कालीन सारण जिले (अब सीवान) के जीरादेई नामक गाँव में हुआ था। उनके पिता महादेव सहाय संस्कृत एवं फारसी के विद्वान थे एवं उनकी माता कमलेश्वरी देवी एक धर्मपरायण महिला थीं। अपने पाँच भाई-बहनों में वे सबसे छोटे थे इसलिए पूरे परिवार में सबके प्यारे थे। पाँच वर्ष की उम्र में ही राजेन्द्र बाबू ने एक मौलवी साहब से फारसी में शिक्षा शुरू किया। उसके बाद वे अपनी प्रारंभिक शिक्षा के लिए छपरा के जिला स्कूल गए। राजेन्द्र का विवाह उस समय की परिपाटी के अनुसार बाल्यकाल में ही, लगभग 13 वर्ष की उम्र में, राजवंशी देवी से हो गया। विवाह के बाद भी उन्होंने पटना की टी० के० घोष अकादमी से अपनी पढाई जारी रखी। उनका वैवाहिक जीवन बहुत सुखी रहा और उससे उनके अध्ययन अथवा अन्य कार्यों में कोई रुकावट नहीं पड़ी। सन् 1902 में उन्होंने कोलकाता के प्रसिद्ध प्रेसिडेंसी कॉलेज में दाखिला लिया। उनकी प्रतिभा ने गोपाल कृष्ण गोखले तथा बिहार-विभूति अनुग्रह नारायण सिन्हा जैसे विद्वानों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया। 1915 में उन्होंने स्वर्ण पद के साथ विधि परास्नातक (एलएलएम) की परीक्षा पास की और बाद में लॉ के क्षेत्र में ही उन्होंने डॉक्ट्रेट की उपाधि भी हासिल की। राजेन्द्र बाबू कानून की अपनी पढाई का अभ्यास भागलपुर, बिहार में किया करते थे। परिवार और शिक्षा के लिए त्याग अपने जीवन में डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने परिवार और शिक्षा के लिए बहुत त्याग किया। साल 1905 में गोपाल कृष्ण गोखले ने उन्हें इंडियन सोसायटी से जुड़ने का प्रस्ताव दिया, लेकिन पारिवारिक और पढ़ाई की जिम्मेदारियों के चलते उन्होंने इस प्रस्ताव को विनम्रतापूर्वक ठुकरा दिया था। डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने अपने जीवन के उस वक्त को बेहद तकलीफ देने वाला बताया है और उन्हीं परिस्थितियों के कारण पहली बार उनकी पढ़ाई पर असर पड़ा और हमेशा टॉप करने वाले डॉ. राजेंद्र प्रसाद लॉ की परीक्षा को सिर्फ पास ही कर पाए। स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान महात्मा गाँधी से थे प्रभावित भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में उनका पदार्पण वक़ील के रूप में अपने कैरियर की शुरुआत करते ही हो गया था। चम्पारण में गान्धीजी ने एक तथ्य अन्वेषण समूह भेजे जाते समय उनसे अपने स्वयंसेवकों के साथ आने का अनुरोध किया था। राजेन्द्र बाबू महात्मा गाँधी की निष्ठा, समर्पण एवं साहस से बहुत प्रभावित हुए और 1921 में उन्होंने कोलकाता विश्वविद्यालय के सीनेटर का पदत्याग कर दिया। गाँधीजी ने जब विदेशी संस्थाओं के बहिष्कार की अपील की थी तो उन्होंने अपने पुत्र मृत्युंजय प्रसाद, जो एक अत्यंत मेधावी छात्र थे, उन्हें कोलकाता विश्वविद्यालय से हटाकर बिहार विद्यापीठ में दाखिल करवाया था। उन्होंने 'सर्चलाईट' और 'देश' जैसी पत्रिकाओं में इस विषय पर बहुत से लेख लिखे थे और इन अखबारों के लिए अक्सर वे धन जुटाने का काम भी करते थे। 1914 में बिहार और बंगाल मे आई बाढ़ में उन्होंने काफी बढ़चढ़ कर सेवा-कार्य किया था। बिहार के 1934 के भूकंप के समय राजेन्द्र बाबू कारावास में थे। जेल से दो वर्ष में छूटने के पश्चात वे भूकम्प पीड़ितों के लिए धन जुटाने में तन-मन से जुट गये और उन्होंने वायसराय के जुटाये धन से कहीं अधिक अपने व्यक्तिगत प्रयासों से जमा किया। सिंध और क्वेटा के भूकम्प के समय भी उन्होंने कई राहत-शिविरों का इंतजाम अपने हाथों मे लिया था। 1934 में चुने गए कांग्रेस के मुंबई अधिवेशन अध्यक्ष 1934 में वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के मुंबई अधिवेशन में अध्यक्ष चुने गये। नेताजी सुभाषचंद्र बोस के अध्यक्ष पद से त्यागपत्र देने पर कांग्रेस अध्यक्ष का पदभार उन्होंने एक बार पुन: 1939 में सँभाला था। देश के पहले राष्ट्रपति भारत के स्वतन्त्र होने के बाद संविधान लागू होने पर उन्होंने देश के पहले राष्ट्रपति का पदभार सँभाला। राष्ट्रपति के तौर पर उन्होंने कभी भी अपने संवैधानिक अधिकारों में प्रधानमंत्री या कांTग्रेस को दखलअंदाजी का मौका नहीं दिया और हमेशा स्वतन्त्र रूप से कार्य करते रहे। हिन्दू अधिनियम पारित करते समय उन्होंने काफी कड़ा रुख अपनाया था। राष्ट्रपति के रूप में उन्होंने कई ऐसे दृष्टान्त छोड़े जो बाद में उनके परवर्तियों के लिए उदाहरण बन गए। भारतीय संविधान के लागू होने से एक दिन पहले 25 जनवरी 1950 को उनकी बहन भगवती देवी का निधन हो गया, लेकिन वे भारतीय गणराज्य के स्थापना की रस्म के बाद ही दाह संस्कार में भाग लेने गये। 12 वर्षों तक राष्ट्रपति के रूप में कार्य करने के पश्चात उन्होंने 1962 में अपने अवकाश की घोषणा की। अवकाश ले लेने के बाद ही उन्हें भारत सरकार द्वारा सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से नवाज़ा गया।
उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में प्रस्तावित फिल्म सिटी को लेकर सियासत तेज हो गई है. शिवसेना समेत कई दलों ने उत्तर प्रदेश सरकार के फैसले पर सवाल उठाए हैं. वहींउत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दो दिवसीय दौरे पर मुंबई पहुंचे हैं। जहां उन्होंने कई फिल्मी हस्तियों से मुलाकात की. साथ ही आज सीएम योगी ने लखनऊ नगर निगम का बॉन्ड बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) में सूचीबद्ध किया। इसके बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमने आज सुबह लखनऊ नगर निगम के बांड लॉन्च किए. यह उत्तर भारत का पहला नगर निगम है, जिसके बांड की लिस्टिंग बीएसई में हुई है. मैं उत्तर प्रदेश का पहला सीएम हूं, जिसे बेल बजाने की रस्म का सम्मान मिला है. सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमने आज कई हस्तियों से बात की है. हमें पिछले 3 वर्षों में 3 लाख करोड़ का निवेश मिला है. हमने यूपी में कानून व्यवस्था और पारदर्शिता लाने में सुधार किया है. उत्तर प्रदेश में एक विश्व स्तरीय फिल्म सिटी बनाने की भी योजना है, हमने इसके लिए इस क्षेत्र के विशेषज्ञों के साथ चर्चा की. सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हम प्रस्तावित फिल्म सिटी के लिए एनसीआर में करीब 1000 एकड़ भूमि में खरीदने की योजना बना रहे हैं, जो जेवर एयरपोर्ट से केवल 6 किलोमीटर की दूरी पर है. इस जगह पर भारत और विदेशों के शहरों से सबसे अच्छी कनेक्टिविटी होगी.
Amid the raging farmer protests, Prime Minister Narendra Modi today spoke in defense of the farm laws again as his ministers rushed to discuss the mammoth protest against the new laws, which is threatening to cut off the roads to the national capital. Protesting in and around the capital, the farmers, angry over Union Home Minister Amit Shah's conditional proposal for early talks, have spoken of occupying the whole city. Over the last 24 hours, Mr Shah has held a series of meetings with his cabinet colleagues. Reaching out to farmers -- who have accused the government of making the new laws for the benefit of corporates PM Modi said: "I know that decades of falsehood do put apprehensions in the minds of farmers, I want to say this from the bank of Mother Ganga - we are not working with the intention of deceiving. Our intentions are as holy as the water of river Ganga". "If someone thinks that the earlier system is better, how is this law stopping anyone,brother ?" he added, in a bid to reassure farmers that the new open market system will not mean the end to the traditional mandis and minimum support prices fixed by the government.
Former US President Barack Obama's memoir 'A Promised Land', even before hitting the book stores, has made headlines in India. In his memoir, Obama has mentioned several political leaders from around the world. Interestingly, these names also include some senior Indian Congress leaders which have drawn the attention of the Indian media and audience. In his book, Obama describes Rahul Gandhi as a student eager to impress the teacher but lacking aptitude and passion to master the subject. He says that "Rahul Gandhi has a nervous, unformed quality about him as if he were a student who'd done the coursework and was eager to impress the teacher but deep down lacked either the aptitude or the passion to master the subject." Rahul Gandhi's mother and current Congress President Sonia Gandhi also appear to find a mention in this book. Mentioning Sonia Gandhi's beauty Obama says 'We are told about the handsomeness of man life Charlie Crist and Rahm Emanuel, but not the beauty of woman, except for one or two instances, as in the case of Sonia Gandhi.' The Former Prime Minister of India Dr. Manmohan Singh doesn't lag behind and also acclaims a mention in Obama's book. Obama has compared Manmohan Singh with former US secretary of Defence Bob Gates, saying both coming across as 'having a kind of impassive integrity.' The former US President's book, 'A Promised Land' is the first of a two-part memoir. It is expected to hit the stands on November 17. Obama was the first African-American President of the United States. He had visited India twice as the U.S Prez in 2010 and 2015.
विश्व स्वास्थय संगठन के प्रमुख टेडरोस ऐडहॉनम ने खुद को सेल्फ क्वारंटाइन कर लिया है। WHO महानिदेशक टेड रॉस ने बताया की कुछ दिन पहले वो एक कोरोना संक्रमित पाए गए शख्स के संपर्क में आए थे। इस के बाद से ही उन्होंने खुदको सेल्फ आइसोलेट करने का फैसला कर लिया। टेडरोस ने ट्वीट किया, ''मुझे किसी ऐसे व्यक्ति के संपर्क आया जिसकी कोविड 19 जांच की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। मैं पूरी तरह ठीक हूं और कोई लक्षण नहीं है। लेकिन आने वाले दिनों में विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रोटोकॉल के मुताबिक मैं खुद को क्वारंटीन में रखूंगा।"
US President Donald Trump on Thursday described the air in India as “filthy” and shifts the climate change blame to India along with China and Russia. Trump’s remarks come at a time when he was explaining his move to withdraw from the Paris climate accord. He had said that the move would have made America a non-competitive nation. "Look at China, how filthy it is. Look at Russia. Look at India. The air is filthy. I walked out of the Paris Accord as we had to take out trillions of dollars and we were treated very unfairly," he said during the second and final debate ahead of the November 3 US polls. This is the second time that Trump has made a critical reference to India during a debate. In the past, the US president had mockingly called India “tariff king” during trade talks and underplayed its Covid-19 testing record to make his administration’s response look better in the face of mounting criticism of its handling of the worst public health crisis in more than 100 years. Trump’s remark drew sharp reactions in India with opposition’s tweets criticizing his remark and asking Indian Prime Minister Narendra Modi to respond.
अमेरिका विश्व में कोरोना से सबसे अधिक प्रभावित देश है। वहीं अब अमेरिका से एक बड़ी खबर सामने आई है। अब राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गए है। शुक्रवार सुबह डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट कर जानकारी दी कि वह और उनकी पत्नी मेलानिया कोरोना वायरस पॉजिटिव पाए गए हैं। टेस्ट रिजल्ट आने के बाद दोनों को ही क्वारंटाइन कर दिया गया है। बता दें व्हाइट हाउस में डोनाल्ड ट्रंप की निजी सलाहकार होप हिक्स कोरोना संक्रमित पाई गई थीं जिस के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट कर लिखा था कि होप हिक्स के कोरोना की चपेट में आने के बाद अब मैंने और मेलानिया ने भी टेस्ट करवाया है। अब अगले 14 दिनों तक डोनाल्ड ट्रंप और मेलानिया को क्वारंटाइन ही रहना होगा, अगले एक हफ्ते के बाद उनका फिर से कोरोना टेस्ट किया जाएगा। अमेरिकी राष्ट्रपति के कोरोना की चपेट में आने की खबर तब आई है, जब सिर्फ एक महीने बाद ही वोटिंग होनी है।
A Ukranian military plane carrying aviation school students crashed and burst into flames while landing, on Friday. It crashed in the town of Chuguyiv close to Kharkiv, Ukraine, late Friday. Among the 28 people on board 22 people were killed in the acceident. As per the country's emergency services, 22 of the 28 people on board were killed, while two others were seriously injured, and 4 went missing. The An-26 crashed while landing at the airport in Chuhuiv, about 400 kilometers (250 miles) east of the capital Kyiv. Reports said that the plane had a military crew and that most of those aboard were students at an aviation university run by the defense ministry. There were no immediate indications of what caused the crash.
बुधवार को नेपाल की राजधानी काठमांडू में चीनी सेना द्वारा बॉर्डर पर कब्ज़े और अतिक्रमण को लेकर हुए स्थानीय लोगों के प्रदर्शन के बाद, आज ओली सरकार ने इस खबर को सिरे से ख़ारिज कर दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि चीनी सेना ने उनके किसी भी हिस्से पर कब्ज़ा नहीं किया। बता दें कि नेपाल के मीडिया के अनुसार, नेपाल के हुमला जिले में सीमा स्तम्भ से दो किमी भीतर नेपाली भूमि कब्जा करके चीन के सैनिकों ने 9 भवनों का निर्माण किया है। इतना ही नहीं, वहां नेपाली नागरिकों के प्रवेश पर भी प्रतिबंध लगा दिया है। चीन का दावा है कि ये इमारतें जहां बनाई गई हैं, वह चीन के ही भू-भाग में पड़ता है, जबकि नेपाली मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि 11 नम्बर की सीमा स्तम्भ को ही गायब कर दिया गया है और चीन ने नेपाली भूमि अतिक्रमण करते हुए इन भवनों का निर्माण किया है। हालांकि, नेपाल की सरकार ने अपनी जमीन पर चीन के अतिक्रमण से इनकार किया है। नेपाल के विदेश मंत्रालय ने बुधवार को जारी बयान में कहा कि कथित तौर पर नेपाल के हुमला क्षेत्र में बनाईं गई इमारतें असल में नेपाल-चीन सीमा से एक किमी दूर चीन के इलाके में स्थित हैं।
दुनिया भर में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 3.15 करोड़ पार कर गया है, वहीं 9.70 लाख लोग कोरोना से अपनी जान गवा चुके हैं। अमेरिका की जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के सीएसएसई केंद्र के मुताबिक विश्वभर में अब तक 3,14,80,193 लोग संक्रमित हुए हैं और 9,68,683 लोगों की मौत हुई है। महामारी की चपेट में आए 2.31 करोड़ लोग ठीक भी हो चुके हैं। भारत की बात करें तो, केंद्रीय स्वस्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक देश में पिछले 24 घंटों में 83,347 नए मामले दर्ज किए गए है। इसके साथ ही कुल संक्रमितों की संख्या 56,46,011 हो गई है। इन मामलों में 9,68,377 कोरोना के सक्रिय केस हैं और 45,87,614 ऐसे मरीज हैं जिन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल गई है। मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक मरीजों के ठीक होने की दर में बढ़ोतरी आई है, अब तक 81.25 फीसदी मरीज ठीक हुए हैं। वहीं इस जानलेवा विषाणु के कारण भारत में पिछले 24 घंटों में 1085 मरीजों की मौत हुई है, इसके साथ ही मृतकों का आंकड़ा 90,020 तक पहुंच गया।
Defense Minister Rajnath Singh on Friday held a high-level security review meeting with National Security Advisor Ajit Doval, Chief of Defense Staff General Bipin Rawat, and the three army chiefs to discuss the ongoing situation along the China border. Points of the meeting include all existing agreements and protocols for border management, maintaining peace and stability, and avoiding any action. During the meeting, India also strongly raised the issue of deployment of large numbers of troops and military equipment by China along the Line of Actual Control in East Ladakh. As part of the tension along the border, India and China are holding brigade commanders level talks in Chushul from 11 am on Friday. Rajnath met with the three army chiefs at a time while Foreign Minister S Jaishankar is meeting his Chinese counterpart Wang Yi on Thursday evening in the Russian capital Moscow. In the meeting, the two ministers held talks to reduce the tension on the border. Both have agreed on five points. Such talks between the two countries are being held on a daily basis except for Monday-Tuesday. At the same time, the Indian Army is actively monitoring the activities of the Chinese army in the area bordering Lake Pangong Tso to prevent them from occupying any area of India.
Weeks after the mega-explosion left the city in shatters, another massive fire erupted at the Beirut sea port. As per reports, the blaze occurred at a warehouse where oil and tyres were placed, though the source of fire is yet to be confirmed. The fire erupted in the duty free zone of the port, sending a huge column of smoke above the city. Several firefighting brigades are trying to contain the fire. Helicopters have also been sent to help bring the fire under control.
Five Rafale fighter jets were formally inducted into the Air Force at the Ambala airbase today amid the ongoing deadlock at the border in India and China. Now it's flypast's turn. The program was attended by Defense Minister Rajnath Singh and French Defense Minister Florence Perley, along with Chief of Defense Staff General Bipin Rawat, Chief of Air Staff RKS Bhadoria. The aircraft will be duly inducted into the 17th Squadron of the Air Force. The program will include the ceremonial unveiling of the Rafale Aircraft, a traditional Sarva Dharma Pooja, air display by Rafale and Tejas aircraft as well as by the Sarang aerobatic team.
Where Russia reported positive results of the 2nd phase trials for vaccine Sputnik-V on healthy adults, the vaccine is ready for its 3rd phase trials. Sputnik-V is developed by Gamaleya Research Institute in Russia, approved by Ministry of Health of the Russian federation. India showed interest in conducting 3rd phase trials in the country. Reportedly, vaccine will be available in India from the month of september that gives hopes to the Covid-19 patients. 20 countries, including India are interested in conducting the trials. Results will be reported online in the month of October or November.
Indian foreign minister to attend a lunch meeting with China, Russia counterparts in Moscow Tensions continue between India and China on the Ladakh border, In spite of all the efforts being made to resolve the border dispute, China's nefarious activities are making it wasteful. At the same time, in the midst of border tension, India's Foreign Minister S Jaishankar and his Chinese counterpart Wang Yi are going to have a meeting in Moscow. The boundary dispute can be discussed in this lunch meeting. Russia's Foreign Minister Sergei Lavrov will also attend this meeting. It is believed that Russia can help ease border tensions. Significantly, Foreign Minister S Jaishankar arrived in Moscow on Tuesday, amid tensions going on at the border between India and China. He will attend the Shanghai Cooperation Organization (SCO) foreign ministers' meeting here during his four-day visit. His visit comes just a few days after Defense Minister Rajnath Singh traveled to Russia's capital. Singh was here to attend the eight-member SCO defense ministers meeting. Jaishankar will attend the SCO Council of Foreign Ministers (CFM) meeting during his stay in Moscow. This will be the third meeting of the Council in which India will join as a full member.
People in Israel burst out with anger and protested against the PM Benjamin Netanyahu on Saturday night as the coronavirus infection cases are rising up in Israel. Protestors demanded the Israeli leader to resign as the government is failing continuously to control the coronavirus pandemic situations in the country. Thousands of people protested at the PM’s residence and held banners reading “Revolution”, "Get out of here", “Enough with you.” Israel is dealing with a strong economic breakdown and has 26,000 present covid positive patients.
Lancet study reported a research online which says that the two shot vaccine developed in Russia had a great immune response. The Russian vaccine for coronavirus was developed by Gamaleya Research Institute. The research showed that the vaccine was safe and does not cause serious adverse effects in healthy adult volunteers. “We are in close dialogue, agreements with certain companies in India. We appreciate that they didn’t ‘attack’ the vaccine but carefully sought to understand its mechanism of action. We are very grateful to India for the openness shown,” -Kirill Dmitriev (CEO of Russian Direct Investment Fund ) The vaccine consists of two components, a recombinant adenovirus type 26 (rAd26) vector and a recombinant adenovirus type 5 (rAd5) vector, both carrying the gene for severe acute respiratory syndrome coronavirus 2 (SARS-CoV-2) spike glycoprotein (rAd26-S and rAd5-S). Russian scientists have begun with the Phase-3 trials of the vaccine in 40,000 volunteers, results are likely to be known publicly by the month of November.
Iran : Series of explosion in Iran has taken place since the month of June. According to the sources, explosion happened in Western Iran, in a chlorine gas canister, while transportation. Explode injured more tha 217 people approximately, but cause no deaths.
Joseph Williams was practicing as GP in Auckland and was equally loved and praised in New Zealand and Cook Island. GP Joseph Williams, was the former president of Cook Island and was greatly celebrated in both the countries. This is the 24th death by Corona Virus in the country.
Defence Minister Rajnath Singh, nodded to meet china’s defence ministry. Meeting to be scheduled in Moscow, today. "The meeting is likely to take place," said a source. Seeking peace through the meeting as the tension is high on both the borders.