गुरुकुल इंटरनेशनल सीनियर सेकेंडरी स्कूल में 'सामाजिक विज्ञान विभाग' के 11वीं कक्षा के छात्रों द्वारा मॉडल संयुक्त राष्ट्र के कार्यों को दर्शाया गया। इस कार्यक्रम में छात्रों ने अलग-अलग देशों के प्रतिनिधि की भूमिका निभाई। सभी देशों के प्रतिनिधियों ने अध्यक्ष तथा उनके महासचिव के सामने अपनी समस्या को रखा, जिसका उन्होंने समाधान ढूंढा और बिल पास किए। उन्होंने आतंकवाद, गरीबी, और पर्यावरण संरक्षण पर बातचीत की। विद्यालय की प्रधानाचार्या गुरप्रीत माथुर ने सभी छात्रों और सामाजिक विज्ञान के अध्यापकों के इस सामूहिक कार्य की प्रशंसा की। गुरप्रीत माथुर ने मॉडल संयुक्त राष्ट्र के बारे में छात्रों को विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने मॉडल संयुक्त राष्ट्र के महत्व के बारे में बताते हुए कहा कि इस तरह की सभाओं से संसार में फैली समस्याओं से शीघ्र निपट कर संसार में शांति और भाईचारे को बढ़ा सकते हैं।
“No power on earth can stop an idea whose time has come. Let the whole world hear it loud and clear. India is now wide awake. We shall prevail. We shall overcome.” These are the words from first budget speech of Dr Manmohan Singh, who was the Finance Minister in 1991. The Epochal Budget, in 1991, marked the beginning on economic liberalisation. Today, July 24, 2019, marks 28 years of liberalisation. The budget of 1991 was the budget which changed India , after which economic reforms kick-started. After this budget in last 28 years India has turned out to become one of the fastest growing economies in the world. What Dr singh promised, he delivered. In 1991 Indian economy was on the brink of a collapse in 1991 due to the Balance of Payments (BoP) crisis and rising internal public debt.It was Dr Manmohan Singh who fixed the economy and ushered in a new era of economic development. He took strict decisions that were essential for liberating the Indian economy. The budget of FY 1991-92 is the most reformative budget ever and it has changed Indian economy completely . Budget opened floodgates for private sector Dr. Singh was not the first choice India was facing huge economic crisis and Prime Minister PV Narasimha Rao was looking for someone who can take up the charge to bring economic reforms. Rao first offered the job to economist and Singh's friend Dr IG Patel who could not take up the job, it mans Dr. Manmohan Singh was not the first choice to be PM Rao's Finance Minister. Later on the recommendation of Dr PC Alexander, Rao approached Dr. Manmohan Singh.
Finally the Karnataka drama ends and the 14-month-old Congress-JD(S) government led by HD Kumaraswamy has lost the trust vote in Karnataka assembly. The BJP won 105 votes to the Congress-Janata Dal Secular's 99 in the trust vote that took place after a dragging debate that featured several speakers and was described as an attempt to stall a vote the coalition was certain to lose. In the 225-member Karnataka Assembly, 20 were not present in the House for the floor test. BJP leader BS Yeddyurappa called it a 'victory of democracy’. After floor test BS Yeddyurappa Set To Be Chief Minister For Fourth Time
सोलन होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल कुमारहट्टी में कार्यशाला का आयोजन सोलन होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल कुमारहट्टी में 'आधुनिक जीवनशैली के रोग' विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। ये कार्यशाला आयुर्वेदिक विभाग जिला सोलन के माध्यम से आयोजित की गई। कार्यशाला में कॉलेज प्रधानाचार्य, अध्यापकों चिकित्सकों एवं प्रशिक्षु चिकित्सकों ने हिस्सा लिया। आधुनिक जीवन शैली से हो रहा सेहत को नुक्सान जिला आयुर्वेदिक अधिकारी डॉ राजेंद्र शर्मा ने बताया कि किस प्रकार आधुनिक जीवन शैली हमारी सेहत को नुक्सान पहुंचा रही है। उन्होंने कहा पुराने समय में लोगों कि दिनचर्या व खानपान अच्छा होता था, इसलिए लोगों की सेहत भी अच्छी होती थी। पर आधुनिकता की अंधी दौड़ में मनुष्य बीमारी से ग्रस्त रहता है। उन्होंने कहा कि विकृत जीवन शैली के चलते खासतौर से मानसिक बीमारियां बढ़ रही है। डॉ अरविन्द गुप्ता ने दी योग अपनाने की सलाह इस मौके पर डॉ अरविन्द गुप्ता व डॉ मुंजेश ने भी जानकारी दी कि किस प्रकार योग अपनाकर हम अपनी जीवन शैली में परिवर्तन कर सकते है और रोग से दूर रह सकते है।कॉलेज प्रिंसिपल डॉ एनपी सिंह ने कॉलेज ने 2 से 5 अगस्त तक योग सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है।
डीएवी अंबुजा विद्या निकेतन दाड़लाघाट में 9वीं से 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए एक्स टेम्पोट प्रतियोगिता का आयोजन प्रधानाचार्य मुकेश ठाकुर की अगुवाई में करवाया गया।इस प्रतियोगिता में बच्चों से बिना पूर्व अभ्यास के किसी भी विषय पर पूछा जाता है, प्रतियोगिता में लगभग 50 विद्यार्थियों से विभिन्न विषयों पर प्रश्न पूछे गए।कार्यक्रम का संचालन प्राध्यापक सुरेंद्र शर्मा द्वारा किया गया।इस प्रतियोगिता में 11वीं कक्षा से करण शर्मा प्रथम व 12वीं कक्षा से विनित कुमार दूसरे स्थान पर तथा नवमी कक्षा से ज्योति ठाकुर तीसरे स्थान पर रही।स्कूल प्रबंधन समिति के चेयरमैन अनुपम अग्रवाल ने प्रतिभागियों को बधाई दी तथा उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।अंत में प्रधानाचार्य मुकेश ठाकुर ने विजेताओं को बधाई देते हुए अपने संबोधन में कहा कि इस तरह के आयोजनों से विद्यार्थियों का मानसिक विकास तो होता ही है साथ ही उनके आत्मविश्वास में भी वृद्धि होती है।
पुलिस थाना दाड़लाघाट के तहत दो साधुओं के बीच लड़ाई का मामला दर्ज हुआ है, जिसमें एक साधू ने दूसरे साधू को बुरी तरह जाहख्मी कर दिया। मिली जानकारी के अनुसार कराड़ाघाट के स्थानीय मन्दिर में काफी समय से रह रहे साधुओं में मंगलवार सुबह किसी बात पर लड़ाई हो गयी। यह लड़ाई इतनी बढ़ गई कि एक साधु ने दूसरे पर जानलेवा हमला कर दिया। चोटिल साधु को अर्की अस्पताल लाया गया जहाँ से घायल साधु को आईजीएमसी शिमला के लिए रेफर किया गया।मारपीट के बाद आरोपी बाबा फरार हो गया है।मामले की पुष्टि करते हुए डीएसपी दाड़लाघाट पूर्ण चंद ठुकराल ने बताया कि कराडाघाट मंदिर में रहने वाले साधु अर्जुन दास गुजरात के रहने वाले हैं और वह लगभग पांच-छह महीने से कराडाघाट के मंदिर में रह रहे थे। अर्जुनदास ऊपर किसी अज्ञात साधु द्वारा हमला किया गया जिसमें वह बुरी तरह से घायल हो गया।पूर्ण चंद ने बताया कि हमला करने वाले व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है व मामले की छानबीन की जा रही है।
VC hold meeting with UHF teachers’ association to discuss grievances Dr Parvinder Kaushal, Vice-Chancellor of Dr YS Parmar University of Horticulture and Forestry (UHF), Nauni today held a meeting with the UHF Teachers’ Association (UHFTA). The objective of the meeting was to discuss the ways to improve the teaching and learning in the university and address the grievances of the faculty. Speaking at the occasion Dr Kaushal congratulated the teachers of the university for their efforts in the progress of the farming community and the university. He said their hard work was evident from the 12th rank achieved by the university in the national ranking of the agricultural universities. The association was represented by its President Dr KD Sharma, Vice-President Dr Ramesh Bhardwaj, Counsellor Dr Amit Vikram, Treasurer Dr Naveen Chand Sharma and Secretary Dr Subhash Sharma. The association congratulated Dr Kaushal on his appointment as Vice-Chancellor of the university. During the meeting, the association raised issues regarding teaching and research and the grievances of the teaching fraternity of the university. The association members also shared several suggestions on the occasion. Dr Kaushal thanked the association for their initiative and suggestions for improving the teaching and learning atmosphere of the university. He said that the university will address the issues raised by them so that the university can progress in academic, research and extension activities. Dr Kaushal sought the support of the association in taking the university to greater heights and competing with global universities.
बैठक में डॉ कर्नल धनीराम शांडिल रहे विशेष रूप से उपस्थित सोलन निर्वाचन क्षेत्र की कांग्रेस की बैठक सोमवार को ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष सरदार सिंह ठाकुर की अध्यक्षता में सोलन विश्राम गृह में संम्पन हुई । इस बैठक में स्थानीय विधायक व् पूर्व कैबिनेट मंत्री डॉ कर्नल धनीराम शांडिल विशेष रूप से उपस्थित थे। सभी वक्ताओं ने पार्टी मजबूती को लेकर विस्तृत चर्चा की। इस बैठक में दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित , पूर्व मंत्री पंडित शिव कुमार , और प्रदेश कांग्रेस के सचिव महेश शर्मा के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया और दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की। बैठक में सर्वसहमति से प्रस्ताव पारित किया गया कि जब तक देश में बैलट पेपर से चुनाव न करवाए जाए चुनावों का पूर्णतय बहिष्कार होना चाहिए। मजबूत लोकतंत्र के लिए बैलट पेपर से चुनाव अतिआवश्यक है। शांडिल ने कहा कांग्रेस द्वारा किए विकास कार्यों को जन-जन तक पहुँचाना ज़रूरी स्थानीय विधायक व् पूर्व कैबिनेट मंत्री डॉ कर्नल धनीराम शांडिल ने अभी हाल में लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की हार को लेकर कहा कि कार्यकर्ताओं को मनोबल कम नहीं करना चाहिए और नए सीरे से पार्टी में जान भरने के कड़ी मेहनत करनी चाहिए। सभी नेताओं ,कार्यकर्ताओं को जन-जन तक कांग्रेस की विचारधारा , इतिहास और कांग्रेस द्वारा किए विकास कार्यों को बताना होगा। बैठक में कांग्रेस पदाधिकारी भी उपस्थित इस बैठक में जिला कांग्रेस अध्यक्ष शिव कुमार , प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल ठाकुर , बी डी सी चेयरमैन सविता शांडिल , सिटी कोंग्रस अध्यक्ष अंकुश सूद , मोहन मेहता , संजय भंडारी , अरुण शर्मा , मुकेश शर्मा , चतर सिंह रघुवंशी , मनोज कुमार ,हितेश शर्मा , श्याम लाल , सुरिंदर ठाकुर , केशव कान्त , लक्ष्मी शर्मा, कर्म चंद , केशव कान्त , हेम राज , जमना दास , वैद , विशाल , राजकुमार , हिरेन्दर ठाकुर, लीला दत्त , भूपिंदर कश्यप , देविंदर ठाकुर , वीरेंदर कुमार , जोगिन्दर सिंह , आदि बहुत से पदाधिकारी उपस्थित थे।
सावन माह के शुभारंभ पर आदर्श महिला मंडल बागा व इंदिरा गांधी महिला कल्याण समिति ने अपने इष्टदेव सत श्री देव बाडू बाड़ा जी के चरणो में अपना शीश नवाया और उनको हलवे का भोग लगाकर उनका आशीर्वाद लिया। इस मौके पर बागा की अध्यक्ष सुखदेई चौहान व सभी महिला सदस्य उपस्थित रहीं। सभी महिलाओं ने सावन महीने के शुभारंभ पर एक दूसरे को बधाई दी और मांगल पंचायत व अपने गांव बागा की रक्षा के लिए भगवान से प्रार्थना की। सभी महिला सदस्य ने मांगल व बागा में उज्जवल भविष्य की मंगल कामना करते हुए भोलेनाथ जी को नमन किया। इस पावन महीने में प्रत्येक महिला सज-धज कर रहती है,नित्यप्रति देवी-देवताओं और भगवान शिव की पूजा करते हैं। आदर्श महिला मंडल बागा की प्रधान सुखदेई चौहान ने सभी महिलाएं सदस्यों को सावन माह के शुभारंभ की शुभकामना व बधाई दी।इस मौके पर आदर्श महिला मंडल बागा की प्रधान सुखदेई चौहान, महासचिव मखना चौहान, सचिव सरला चौहान, कोषाध्यक्ष सुमित्रा चौहान, सलाहकार लीला देवी चौहान, निशा चौहान, कौशल्या देवी चौहान, सत्या चौहान, सपना चौहान विशेष रुप से उपस्थित रही।
संस्कृत भारती अर्की द्वारा नियमित मासिक मेलन के अंतर्गत धुंधन मठ में संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इसमें उपस्थित संस्कृत अनुरागियों द्वारा संस्कृत सप्ताह 12 अगस्त से 18 अगस्त तक विभिन्न विद्यालयों एवं बातल गांव में संचालित संस्कार केंद्र में मनाने का निर्णय लिया गया। संस्कृत जन-जन की भाषा बन सके इसके लिए संस्कृत भारती सतत प्रयासरत है। आज के युग में संस्कारों का शिक्षा के साथ होना अत्यंत आवश्यक है,जो कि संस्कृत ग्रंथो में प्रदत ज्ञान से संभव है। संस्कृत के प्रचार व प्रसार हेतु संगोष्ठी में जनसंपर्क अभियान की योजना भी बनाई गई। अर्की संस्कृत भारती के अध्यक्ष मस्तराम शास्त्री ने धुंधन मठ के महात्माओं द्वारा संस्कृत प्रचार के लिए संस्कृत भारती के प्रयासों की सराहना की। इस दौरान संगोष्ठी में मस्त राम शास्त्री,कमल गौतम,कमलनयन,रितु शर्मा,विवेक शील,भारत भूषण पाठक,किशोरी शास्त्री,मदनलाल, गोपालपुरी उपस्थित रहे।
12 पंचायतों को शामिल करने की आवश्यकता, सिर्फ सपरून ने दी सहमति सोलन को नगर निगम बनाने के लिए शहर की समीपवर्ती 12 पंचायतों को शहरी परिसीमन में शामिल किया जाना आवश्यक हैं। दरअसल, बिना इन पंचायतों के विलय के 50 हज़ार जनसँख्या का मापदंड पूरा नहीं होता। इनमें से कुछ पंचायतों का आंशिक विलय होना हैं तो कुछ का पूरा। नगर निगम के लिए अब तक आश्वासन तो खूब मिले, लेकिन जिन पंचायतों को शहर में मिलाया जाना हैं उन्हें कभी भी एक मंच पर लाकर चर्चा नहीं की गई। जानकारी के अनुसार 2018 में नगर परिषद् ने ऐसी 8 पंचायतों को नोटिस जारी किये थे, किन्तु कुछ नहीं हुआ। नगर परिषद् अध्यक्ष देवेंद्र ठाकुर के अनुसार हालहीं में लोकसभा चुनाव की आचार सहिंता लगने से पूर्व कुछ पंचायतों को नोटिस ज़ारी किये गए हैं। उन्होंने बताया कि फिलहाल किसी पंचायत से कोई जवाब नहीं मिला हैं। हालांकि मिली जानकारी अनुसार इनमें से एक पंचायत (सपरून ग्राम पंचायत ) ने ग्राम सभा में इस हेतु प्रस्ताव पारित किया हैं। इसके अतिरक्त किसी भी पंचायत की ग्राम सभा में इस हेतु प्रस्ताव पारित होने की कोई जानकारी नहीं हैं। फ्लोटिंग आबादी कहीं अधिक 2011 सेंसेस के अनुसार शहर की आबादी करीब 39200 हैं। किन्तु इसमें कोई संशय नहीं हैं कि शहर की फ्लोटिंग आबादी 70 हज़ार से भी अधिक हैं। शहर में करीब 20 छात्र रहते हैं, जो आसपास के शिक्षण संस्थानों में शिक्षा ले रहे हैं। लोग भी चाहते हैं शामिल होना विलय की जाने वाली पंचायतों को एक मंच पर लाकर कभी चर्चा नहीं की गई। कई पंचायतों के लोग भी नगर निगम में शामिल होना चाहते हैं, किन्तु उनसे कभी भी संवाद स्थापित करने का प्रयास नहीं किया गया। ग्राम पंचायत सपरून ने किया प्रस्ताव पास अधिकांश ग्राम पंचायतों की ग्राम सभा में इस हेतु प्रस्ताव नहीं लाया गया। सिर्फ ग्राम पंचायत सपरून में इस हेतु 7 जुलाई को प्रस्ताव लाया गया था, जिसमें पंचायत के आबादी बहुल क्षेत्र को शहरी परिसीमन में शामिल करने पर सहमति बनी थी। वित्तीय लाभ पर नहीं स्पष्टता विलय होने वाली पंचायतों को क्या लाभ दिए जाएंगे और उनके वित्तीय लाभ कब तक और किस प्रारूप में ज़ारी रहेंगे, इस बार में कोई फार्मूला नहीं सुझाया गया।
लोगों की समस्याओं को सुनकर मौके पर किया समाधान ग्राम पंचायत हनुमान बड़ोग में ग्राम सभा का आयोजन किया गया। ग्राम सभा की अध्यक्षता पंचायत प्रधान कृष्ण सिंह पंवर ने की। सभा में पंचायत समिति कुनिहार के अध्यक्ष प्रेम कुमार भी उपस्थित रहे। सर्वप्रथम बैठक में दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित की मृत्यु पर उनकी आत्मा की शांति के लिए 2 मिनट का मौन रखा गया। उसके बाद बीपीएल परिवारों की सूची की समीक्षा की गई और लोगों की समस्याओं को सुनकर उनका समाधान किया गया। ग्राम सभा की बैठक में गत वर्ष के आय-व्यय का लेखा-जोखा भी प्रस्तुत किया गया। ग्राम सभा में 175 सदस्यों ने भाग लिया। अध्यक्ष ने उपस्थित सभी लोगों का आभार प्रकट किया और अपील की कि पंचायत के विकास कार्यों में सभी बढ़-चढ़कर सहयोग दें। स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत अपने गांव को साफ सुथरा रखने में सहयोग करें तथा कूड़ा कचरा उचित स्थान पर एकत्रित कर उसका निष्पादन करें। उन्होंने कहा कि अपने समीप पानी के स्रोतों की सफाई भी अति आवश्यक है ताकि वर्षा ऋतु में हम बीमारियों से बचे रहें। उपस्थित लोगों ने पंचायत द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना की। सभा में पंचायत के उपप्रधान अशोक कुमार, वार्ड पंच नजरों राम,अमरावती,इंदिरा, रीता देवी,बृजमोहन शर्मा,गीता देवी,तकनीकी सहायक कुलदीप कुमार,जीआरएस बदन ठाकुर,पंचायत सचिव खेमराज,रमेश कुमार,बाबू राम,आचार्य,बालक राम, अशोक शर्मा,पूर्व उपप्रधान रतन लाल शर्मा,पूर्व प्रधान सोमादेवी उपस्थित रहे।
गुरुकुल इंटरनेशनल सीनियर सेकेंडरी स्कूल में मनाया जा रहा है सड़क सुरक्षा सप्ताह गुरुकुल इंटरनेशनल सीनियर सेकेंडरी स्कूल में सड़क सुरक्षा सप्ताह (22-7-19 से 27-7-19 तक) मनाया जा रहा है। इसमें छात्रों को सड़क पर चलते समय सावधानी बरतना, हेलमेट पहनना, सीट बेल्ट का प्रयोग करना, ड्राइविंग लाइसेंस का होना और सभी यातायात नियमों से अवगत करवाया जाएगा। सोमवार को नृत्य और संगीत विभाग द्वारा सड़क सुरक्षा विषय पर नृत्य, गीत,और कविता की बहुत सुंदर प्रस्तुतियां दी गई। भाषण द्वारा भी सड़क सुरक्षा के नियमों पर प्रकाश डाला गया। विद्यालय की प्रधानाचार्या श्रीमती गुरप्रीत माथुर ने कहा कि अगर देश का हर नागरिक यातायात के नियमों का पालन करें तो सड़क दुर्घटना से अनमोल जीवन को बचाया जा सकता है। उन्होंने सभी छात्रों से कहा कि अपने परिवार, आसपास के लोगों व सगे संबंधियों को भी इस विषय में जानकारी दें ताकि भविष्य में होने वाली दुर्घटना से बचा जा सके।
बिजली खपत पर रहेगी निगरानी अब आप जल्द ही मोबाइल फ़ोन के ज़रिये अपने घर और कार्यालय में हो रही बिजली की खपत में नज़र रख सकेंगे। इसके लिए हिमाचल सरकार सभी पुराने मीटरों को बदल कर स्मार्टबिजली मीटर लगाने जा रही है। राज्य बिजली बोर्ड के प्रबंध निदेशक जे पी कालटा ने बताया कि स्मार्ट मीटर लगाने का काम जल्द शुरू होगा। एक मोबाइल एप्लीकशन करनी होगी डाउनलोड स्मार्ट बिजली मीटर लगने के बाद उपभोक्ताओं को एक मोबाइल ऐप्प अपने फ़ोन पर डाउनलोड करनी होगी। इसकी मदद से उपभोक्ता किसी भी समय यह जान सकेंगे कि उन्होंने कितनी बिजली इस्तेमाल की। इस मीटर को उपभोक्ता प्री-पेड मीटर के तौर पर भी इस्तेमाल कर सकेंगे। प्री-पेड मीटर मोबाइल फ़ोन की तरह ही इस्तेमाल होंगे। इसके अलावाउपभोक्ताओं को बिल जमा करवाने का विकल्प भी मिलेगा। अब रीडिंग लेने के लिए उपभोक्ताओं के घर नहीं जायेंगे बिजली बोर्ड कर्मचारी स्मार्ट बिजली मीटर लगने के बाद बिजली बोर्ड कर्मचारियों को उपभोक्ता के घर जाने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी। इस मीटर से ऑनलाइन रीडिंग ले ली जाएगी। लो वोल्टेज, बिजली बंद होने और बिजली चोरी होने की भी कण्ट्रोल रूम में जानकारी पहुंचेगी। बिल जमा न करने पर कंट्रोल रूम से ही कनेक्शन काट लिया जाएगा। मीटर लगाने के लिए उपभोक्ताओं को भी चुकाना होगा शुल्क एक स्मार्ट बिजली मीटर 2800 से 3000 रूपए में पडेगा। इसके लिए केंद्र करीब 1200 रूपए प्रति मीटर सब्सिडी देगा। शेष खर्च राज्य बिजली बोर्ड और उपभोक्ताओं को उठाना पडेगा। पुराने बिजली मीटरों की राशि उपभोक्ताओं के शेयर में एडजेस्ट करने की भी योजना है। 2022 तक लगेंगें प्रदेश में 24 लाख स्मार्ट बिजली मीटर पहले चरण में शिमला और धर्मशाला दोनों शहरों में इस साल 1.35 लाख मीटर बदले जायेंगें। इसके बाद पुरे प्रदेश में साल 2021-22 तक 24 लाख स्मार्ट बिजली मीटर लगाने का लक्ष्य है।
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस की अध्यक्ष और 3 बार दिल्ली की मुख्यमंत्री रहीं श्रीमती शीला दीक्षित के निधन पर जिला कांग्रेस ने शौक जताया है। रविवार को सोलन के विधायक एवं पूर्व मंत्री डॉ कर्नल धनी राम शांडिल की अध्यक्षता में सोलन विश्राम गृह में शीला दीक्षित को भावपूर्ण श्रद्धाजंलि अर्पित की गई और ईश्वर से उनकी पवित्र आत्मा को शांति और परिजनों को इस असहनीय दुःख को सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की। शांडिल ने कहा देश की राजधानी दिल्ली को विकास के चरम पर ले जाने के लिए उनको सदैव याद किया जाएगा।इस अवसर पर जिला अध्यक्ष शिव कुमार ठाकुर, सोलन ब्लॉक अध्यक्ष सरदार सिंह ठाकुर,सावित्री सांख्यान, कुलराकेश पंत, जगमोहन मल्होत्रा, अरूण शर्मा, सुरिंदर सेठी,पुनीत शर्मा,मुकेश शर्मा, विनोद कुमार, वेद प्रकाश, प्रमोद शर्मा, जतिन सोनी, श्याम लाल, मुनीश भारद्वाज, हरि मोहन शर्मा, अजय कंवर,जितेंद्र कुमार , संजय शर्मा आदि मौजूद थे।
राष्ट्रीय उच्च मार्ग 205 शिमला मंडी राजमार्ग पर बथालंग के समीप एक जीप गहरी खाई में जा गिरी जिसमें सवार एक व्यक्ति रूकुमदीन की मौके पर ही मृत्यु हो गई तथा चालक सलीम मोहम्मद घायल हो गया। दोनों व्यक्ति यूपी के बताए जा रहे हैं। पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार यू पी 19 डी 5069 यूटीलीटी शिमला से सुंदरनगर की ओर जा रही थी कि अचानक बथालंग में एक ढाबे के समीप करीब ढाई सौ फीट गहरी खाई में जा गिरी। पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया तथा घायल को तुरंत उपचार के लिए अर्की भेज दिया। स्थानीय निवासी तथा पूर्व बीडीसी सदस्य नरेश शर्मा ने बताया कि पुलिस को सूचना देने के पश्चात स्थानीय लोगों की मदद से घायल व्यक्ति को मुख्य मार्ग तक लाया गया। मामले की पुष्टि करते हुए एस एच ओ अर्की कर्म सिंह ने बताया कि चालक के खिलाफ मुकदमा दे दिया है तथा आगामी कार्यवाही शुरू कर दी गई है ।
वन मंडल कुनिहार द्वारा ग्राम पंचायत देवरा कांगु गांव में 70 वां वन महोत्सव मनाया गया।इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व विधायक गोविंद राम तथा विशेष अतिथि प्रदेश भाजपा सचिव रतन सिंह पाल रहे। कार्यक्रम में देवरा पंचायत के काफ़ी संख्या में लोग मौजूद रहे। उपप्रधान अमर सिंह ठाकुर ने मुख्य अतिथि व अन्य अतिथियों का स्वागत किया। वन मंडल अधिकारी सतीश नेगी ने अतिथियों तथा अन्य सभी लोगों का स्वागत किया औऱ उन्होंने बताया कि इस मंडल द्वारा 20 तारीख से 24 तारीख तक 104 हेक्टेयर में 80 हजार पौधों का रोपण किया जाएगा। देवरा क्षेत्र के 6 हेक्टेयर में 18 सौ पौधों को रोपित किया जाएग । रतन सिंह पाल ने लोगों को संबोधित करते हुए लोगों से पौधारोपण में सहयोग करने को कहा और कहा कि वृक्षों को लगाने से पर्यावरण तथा जल संरक्षण हो सकता है। गोविंदाराम शर्मा ने लोगों तथा विभाग के सफल अयोजन के लिए धन्यवाद किया। उन्होंने लोगों से अधिक से अधिक पौधे लगाने तथा उनकी देखभाल करने का आवाहन किया ।इस अवसर पर मुख्य अतिथि के साथ जिला मीडिया प्रभारी इंद्र पाल शर्मा ,नंदलाल पाल ,जगदीश शुक्ला ,नरेंद्र, देवरा की प्रधान अंजना ठाकुर, उपप्रधान अमर सिंह ठाकुर, बीडीसी सदस्य राकेश कुमार,वार्ड सदस्य सीता ठाकुर,संतोष देवी,चेतन ठाकुर, संजीव सूद ,आरओ शंकर लाल, गोपाल शांडिल सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।
डी ए वी अम्बुजा विद्या निकेतन दाड़लाघाट में प्रधानाचार्य मुकेश ठाकुर ने तीन दिवसीय कथक नृत्य कार्यशाला का दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया। इस कार्यशाला में हिमाचल प्रदेश के प्रथम पुरुष कथक नृत्य स्नातकोत्तर दिनेश गुप्ता पांचवी से बाहरवी कक्षा तक के विद्यार्थियों को कत्थक नृत्य का प्रशिक्षण देंगे। प्रथम दिन उन्होंने कृष्ण वंदना के साथ नृत्य का आगाज किया तथा बच्चों को कथक नृत्य का इतिहास तत्काल तथा तिहाई व नृत्य के व्यायाम सिखाएं। स्कूल के प्रधानाचार्य मुकेश ठाकुर ने कहा कि कथक नृत्य बच्चों को स्वस्थ संपन्न और बुद्धि को प्रखर बनाता है। प्रधानाचार्य मुकेश ठाकुर ने बताया कि जैसे कि विदित है "कथा काहे सो कथक कहावे" इस नृत्य को सीखने से बच्चों में रचनात्मक क्रियाएं पनपती हैं। उन्होंने बच्चों को बताया कि जिस तरह योग आत्मा से परमात्मा का मिलन है,उसी तरह नृत्य भी मन के उदभावों को व्यक्त कर आत्मा की शुद्धि करता है।
प्रदेश के बागवानों को बाहर की मंडियों में लूट से बचाने और उन्हें प्रदेश में ही बेहतर सुविधाएं देने के उद्देश्य से परवाणू में स्थापित सेब टर्मिनल मंडी खास्तालहाल है। प्रदेश सरकार को करोड़ों का राजस्व देने वाली इस मंडी में मूलभूत सुविधाएँ भी नहीं हैं। विडम्बना हैं कि 90 के दशक में स्थापित हुई इस मंडी में हर सीजन के साथ व्यापार में तो वृद्धि हुई है लेकिन सुविधाओं के मामले में यह मंडी अभी भी तीन दशक पहले की व्यवस्था पर चल रही है। इसका खामियाजा यहां आकर व्यापार करने वाले बागवानों, आढ़तियों, व्यापारियों और मेहनतकश मजदूरों को भुगतना पड़ रहा है। परवाणू से मंडी में शनिवार को भी 4000 सेब की पेटियां महाराष्ट्र, केरल, एमपी, व कर्नाटक सहित अन्य राज्यों में भेजी गई हैं। व्यापारियों का कहना हैं कि मंडी में मूलभूत सुविधाएँ तक उपलब्ध नहीं है जिससे आढ़तियों को बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। शौचालयों और स्नानागार तक की सुविधा नहीं मंडी में शौचालयों और स्नानागार तक की सुविधा भी नहीं है। इसके चलते यहां रोजाना हजारों की तादाद में आने वाले लोगों को मुश्किलें झेलनी पड़ रही हैं। सेब सीजन के दौरान लोडिंग अनलोडिंग के लिए आने वाले लगभग 300 मजदूरों के लिए शौचालयों और नहाने तक की सुविधा भी नहीं है। फलस्वरूप मजदूर बाहर में शौच करके स्वच्छता अभियान की धज्ज्यिां उड़ाते हैं। गेस्ट हाउस की दरकार परवाणू सेब मंडी में यूपी, बिहार, झारखंड, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और महाराष्ट्र आदि से व्यापारी बड़ी तादाद में आते हैं लेकिन इनके रहने के लिए न तो कोई गेस्ट हाउस है और न ही कोई सराय तथा किसान भवन। बारिश में फंस जाते हैं ट्रक मंडी में ट्रक खड़े करने की जगह कच्ची होने से बारिश के दौरान बेहद मुश्किलों का सामना करना पड़ता है और मिट्टी में अक्सर ट्रकों के पहिये धंस जाते हैं। सड़क बदहाल कालका-शिमला रोड से मंडी को जाती सड़क की हालत भी खस्ताहाल है। पिछले सीजन के दौरान भी यहां सेब से लदे कई ट्रक पलट गए थे। लेकिन इस सीजन के दौरान भी हालत जस के तस हैं।
Delhi Congress President and Ex Chief Minister Sheela Dixit is no more. The three time Delhi Chief Minister, was admitted in Escorts Hospital Delhi after major heart attack. She was 81 years old.
बरसात के मौसम में भी शहर में पेयजल आपूर्ति ठप है। ऐसा पहली बार नहीं है बल्कि सालों से ऐसा होता चला आ रहा है। दरअसल बरसात शुरू होते ही पेयजल स्तोत्रों में गाद आना शुरू हो जाती है जिससे पानी की लिफ्टिंग नहीं हो पाती। इसके चलते आईपीएच पर्याप्त पानी मुहैया नहीं करवा पाता। हालांकि एलम का इस्तेमाल कर विभाग कुछ हद तक पानी लिफ्ट करने क प्रयास करता है लेकिन गाद अधिक होने की स्थिति में ये पुरानी तकनीक कारगार सिद्ध नहीं हो पाती। इस वर्ष भी ऐसा ही हुआ है, दोनों मुख्य पेयजल योजनाओं, अश्वनी व गिरी में गाद के चलते लिफ्टिंग नहीं हो पा रही। आइये जानते है किस तरह शहर में पेयजल आपूर्ति होती है और इस समस्या क स्थायी हल क्या हैं। शहर को पेयजल आपूर्ति देने के लिए दो मुख्य योजनाएं हैं, अश्वनी पेयजल योजना और गिरी योजना। इन योजनों से आईपीएच विभाग पानी लिफ्ट करता हैं और वार्ड दस में बने मुख्य पेयजल टैंकों तक पहुंचाता हैं। पहले पानी को योजना के समीप बने टैंक में पहुंचाया जाता हैं, जहाँ से ट्रीटमेंट के बाद पानी लिफ्ट कर वार्ड दस के टैंक तक पहुँचता हैं। बरसात के मौसम में जब गाद आती हैं तो वाटर ट्रीटमेंट नहीं हो पाता और पानी वार्ड दस के मुख्य टैंकों तक लिफ्ट नहीं हो पाता। वार्ड दस में बने टैंकों से शहर में पेयजल वितरण का ज़िम्मा नगर परिषद् का हैं। परक्युलेशन वेल हैं समाधान: अश्वनी पेयजल योजना में काफी समय से परक्युलेशन वेल बनाने की योजना हैं। करीब 15 करोड़ की ये योजना अब तक सिरे नहीं चढ़ पाई हैं। यदि परक्युलेशन वेल बन जाता हैं तो गाद की समस्या से निजात मिल सकता हैं।आईपीएच विभाग ने करीब एक वर्ष पहले इस हेतु सरकार को योजना भेजी थी लेकिन अब तक इसे मंजूरी नहीं मिली हैं।एक्सईएन आईपीएच सोलन ई सुमित सूद काफी वक्त से इस योजना के लिए प्रयासरत हैं। उनका मानना हैं कि बहुत जल्द इसका शिलान्यास होगा और शायद अगली बरसात में शहर को पेयजल किल्लत का सामना नहीं करना पड़ेगा। धारों की धार टैंक ठीक होने से मिलेगी राहत: धारों की धार में वर्ष 2006 में 38 लाख लीटर क्षमता का एक स्टरगे टैंक बनाया गया था। ये वाटर टैंक लेकज़ हैं जिसके चलते इसका इस्तेमाल नहीं हो पा रहा। यदि इसे दुरुस्त कर दिया जाए तो किल्लत के समय शहर को कुछ राहत मिल सकती हैं। हालांकि आईपीएच एक्सईएन की पहल पर इसे अमेरिकी तकनीक से ठीक किये जाने को स्वीकृति मिली हैं। यदि ये टैंक ठीक होता हैं तो शहर को कुछ राहत जरूर मिलेगी। लीकेज बड़ी समस्या: अनुमान के अनुसार करीब तीस प्रतिशत पेयजल लीकेज के चलते व्यर्थ बहता हैं। नगर परिषद् को इस दिशा में आवश्यक कदम उठाने की सख्त आवश्यकता हैं।काफी समय से नप पेयजल पाइप लाइन बदलने की बात कह रही है लेकिन कुछ वार्डों को छोड़ कर इस दिशा में पर्याप्त कार्य नहीं हुआ है। वैकल्पिक योजना का अभाव : क्षेत्र में गिरि व अवश्वनी दो बड़ी पेयजल योजनाएं हैं। गिरि पेयजल योजना से शहर सहित कसौली विस क्षेत्र के करीब 40 गांव के लिए पेयजल की सप्लाई की जाती है। वहीं अश्वनी योजना से शहर के कुछ हिस्से सहित लगभग 8 गावों में पेयजल आपूर्ति की जाती है। शहर में सुचारू पेयजल आपूर्ति हेतु एक नई योजना की सख्त आवश्यकता है गिरी पेयजल योजना सिर्फ सोलन शहर के लिए शुरू की गई थी ,लेकिन वर्तमान में अनेक गांव भी इस योजना से जोड़ दिए गए है। ऐसे में इस योजना पर अतिरिक्त भार पड़ रहा है।सम्बंधित विभाग व सरकार को दूरदृष्टि दिखा कोई वैकल्पिक योजना तैयार करने की जरुरत है।
Making a significant improvement, the Dr YS Parmar University of Horticulture and Forestry (UHF), Nauni has been ranked at 12th position in the ranking of agricultural universities and research institutes conducted by the Indian Council of Agricultural Research (ICAR). The rankings were released earlier this week at the ICAR Foundation Day held at New Delhi, which was attended by UHF Vice Chancellor Dr Parvinder Kaushal. This year the university has improved 26 places in the list. Now in its third year, the ICAR ranking was initiated in 2016 to improve the standard of higher agricultural education in the country. In all, 60 agricultural universities of India featured in the ranking this year. The universities were judged on parameters like student and faculty profile, publications and citations, research, technologies commercialized etc. In 2016, UHF was placed at 51st position, which it improved to 38 in 2017. This year the university improved 26 places to bag 12th position in this ranking. The university has been continuously ranked among the top universities in the country. For the past three years, UHF has been the highest-ranked university in Himachal Pradesh in the Union Ministry of Human Resource Development’s NIRF rankings. This year, the university had achieved 80th position in the top 100 universities in the country and was the only one from the state to find a place in this list. The University has performed quite well on various parameters including the performance of students in ICAR NET, JRF, SRF and other state and national level competitive examinations. The excellent placement of students in public and private enterprises, quality publications, technology transfer initiatives, implementation of ICAR Deans' committee recommendations, timely release of grants from the state government and internal revenue generation were areas, which helped the university to register this big jump in rankings. The National Dairy Research Institute (NDRI), Karnal, and the Indian Agricultural Research Institute (IARI), New Delhi, have been ranked at first and second places respectively in this rankings. GB Pant University of Agriculture and Technology, Pantnagar and Haryana Agriculture University, Hisar have bagged the third and fourth positions respectively. Panjab Agriculture University, Ludhiana and Guru Angad Dev Veterinary and Animal Sciences University, Ludhiana are at seventh and eighth positions respectively. Speaking at the occasion, Dr Parvinder Kaushal congratulated the students, faculty and the staff of the university on the achievement and lauded their efforts for the betterment of the university and the agriculture community. Dr Kaushal said that in order to compete with global universities, UHF would strengthen students’ placement and career development, and linkages with world class institutions. He added that the university will continue to strive in the areas of academic, research and extension education and work towards realizing the goal of doubling farmers’ income.
सीबीएसई के निर्देशानुसार गुरुकुल इंटरनेशनल सीनियर सेकेंडरी स्कूल में हब्ज ऑफ लर्निंग समूह के स्कूलों के छात्रों के लिए चित्रकला गतिविधि आयोजित की गई। इस समूह के अंतर्गत सीबीएसई द्वारा बी एल सेंट्रल पब्लिक स्कूल शामती को नेतृत्व सौंपा गया है। सभी प्रधानाचार्य ने पिछली बैठक में यह निर्णय लिया था कि शिक्षा के क्षेत्र में पिछड़ने वाले बच्चों को उनकी चित्रकला के लिए सराहा जाए। आज की बैठक की अध्यक्षता स्कूल की प्रधानाचार्या श्रीमती गुरप्रीत माथुर ने की। बैठक में सभी स्कूलों से आए प्रधानाचार्यों, उपप्रधानाचार्यों एवं अध्यापकों ने अपने - अपने स्कूल में होने वाली गतिविधियों को साझा किया। बैठक के दौरान उनके साथ आए छात्रों ने जल बचाओ और पर्यावरण सुरक्षा पर चित्र बनाए। सभी छात्रों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया तथा विभिन्न स्कूल से आए शिक्षक वर्ग को एक-एक पौधा गमले सहित भेंट किया गया। सक्षम गोयल, हिम्मत सिंह, शेखर, वेदांश,अनिरुद्ध, सानिध्य, सार्थक भारद्वाज, केसंग नेगी, जोया, दीपिका,अभिनव विराज ने चित्रकला गतिविधि में भाग लिया।
सोलन ज़िले के सभी 5 विधानसभा क्षेत्रों की मतदाता सूचियों में शामिल दिव्यांग मतदाताओं की सूची को अपडेट किया जाएगा। आज जिला मुख्यालय पर एक्सेसिबल चुनाव पर गठित जिला स्तरीय मॉनिटरिंग कमेटी की बैठक की अध्यक्षता करते हुए एसडीएम सोलन रोहित राठौर जिनके पास अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी का अतिरिक्त कार्यभार भी है, ने कहा कि इस कार्य को एक अभियान के तौर पर पूरा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसका मकसद मौजूदा मतदाता सूचियों में जो गैप है उसे दूर करके दिव्यांगों की मतदाता सूची को अपडेट और शुद्ध करना है ताकि आगामी चुनावों के दौरान दिव्यांग मतदाताओं की सही और अपडेटेड सूची उपलब्ध हो और उसी के अनुरूप दिव्यांग मतदाताओं को जरूरी सहूलियतें उपलब्ध करवाई जा सकें। उन्होंने यह भी कहा कि युक्तिकरण के जरिए उन मतदान केंद्रों को स्थानांतरित भी किया जा सकता है जो किसी भी सूरत में दिव्यांग मतदाताओं के लिए सुविधाजनक नहीं हो सकते हैं। एसडीएम ने इस अभियान में गैर सरकारी संस्थाओं से भी सहयोग की अपील की। उन्होंने चुनावी पाठशाला की गतिविधियों को भी ज़िले के शिक्षण संस्थानों में निरंतर जारी रखने के लिए कहा। बैठक में नायब तहसीलदार निर्वाचन महेंद्र ठाकुर के अलावा कमेटी से जुड़े अन्य विभागों के अधिकारी भी मौजूद रहे।
नगर पंचायत अर्की में बेसहारा गौबंश की बढ़ती हुई संख्या से जहां स्थानीय निवासियों की परेशानी बढ़ती जा रही हैं तो वहीं दूसरी ओर इनके द्वारा आए दिन किसी न किसी व्यक्ति को घायल किए जाने का सिलसिला भी जारी है। बता दें लाखों की राशि से बनी गौशाला होने के बाद भी इस प्रकार के खतरनाक पशु खुला घूमते हुये लोगो को घायल कर रहे हैं जो नगर पंचायत अर्की की लचर कार्यप्रणाली को दर्शाता है। एक मामले के अनुसार एक सांड द्धारा वार्ड नं 2 निवासी एक 70 वर्षीय बुजुर्ग जीत राम को सुबह सुबह ही घायल कर दिया गया । उन्हें तुरंत निजी वाहन में अस्पताल लाया गया जहां जीत राम की कमर व बाजू मे लगभग 10 टांके लगे। गनीमत रही कि वहीं पास में खड़े एक युवक ने सांड को भगा दिया अन्यथा इस सांड द्धारा उक्त बुजुर्ग को टक्कर मार कर सड़क के नीचे फेंक दिया जाता जिससे कोई भी अनहोनी हो सकती थी। अर्की में घूम रहे बेसहारा सांडों का आतंक दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है। यदि कोई बच्चा,महिला या बुजुर्ग इनके लपेटे में आ जाए तो ये उस पर झपट पड़ते हैं। ज्ञात हो कि पिछले वर्ष भी इनमें से एक सांड द्धारा एक महिला व एक स्कूली छात्र को गंभीर रूप से घायल कर दिया गया था। अर्की विकास मंच के अध्यक्ष राकेश भारद्धाज, उपाध्यक्ष तुलसी ठाकुर,सचिव योगेश वर्मा, प्रभा भारद्धाज, गगन चतुर्वेदी, केके भारद्धाज, हितेश गुप्ता तथा कई स्थानीय लोगों ने प्रशासन व नगर पंचायत से मांग की है कि इन बेसहारा पशुओं को अर्की में बनाई गई गौशाला में तुरंत भेजा जाए ताकि महिलाओं, बच्चों व बुजुर्गों को इनके आतंक से मुक्ति मिल सके।
जिला पंचायत कार्यालय सोलन में स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के अंतर्गत ठोस एवं तरल कचरा प्रबंधन पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें जिला राष्ट्रीय उच्च मार्ग के साथ लगती पंचायतों के प्रधान उपप्रधान एवं वार्ड सदस्यों ने भाग लिया।दाड़लाघाट पंचायत के प्रधान सुरेंद्र शुक्ला ने यह जानकारी देते हुए बताया कि यह कार्यशाला हिमाचल प्रदेश के संयुक्त निदेशक ज्ञानचंद सागर की अध्यक्षता में आयोजित की गई।उन्होंने उपस्थित सभी सदस्यों को जानकारी देते हुए बताया कि राष्ट्रीय उच्च मार्ग के साथ सभी पंचायतों को चाहिए कि वे ठोस व तरल कचरे का अलग अलग पंचायत स्तर पर निष्पादन करें।कार्यशाला में कांगड़ा जिला के आईमा पंचायत से प्रधान डॉ गौरव संजीव राणा ने अपने विचार सांझा करते हुए बताया कि इस कार्य को लोगों की सहभागिता से पूर्ण किया जा सकता है।उनकी पंचायत लोगों की सहभागिता के कारण ठोस व तरल कचरे को अलग अलग निष्पादित कर रही है और पंचायत ने स्वच्छ वातावरण बनाकर मिसाल प्रस्तुत की है।आईमा पंचायत के प्रधान ने जोर देकर कहा कि जब तक लोगों की सहभागिता सुनिश्चित नहीं की जाएगी,तब तक इस कार्य में सफलता नहीं मिल सकती।इस कार्यशाला में कुनिहार खंड विकास अधिकारी विवेक पाल,धर्मपुर खंड विकास अधिकारी रवि बैंस,कंडाघाट के खंड विकास अधिकारी रणवीर चौहान तथा दाड़लाघाट के उपप्रधान लेखराज चंदेल,वार्ड मेंबर नरेंद्र चौधरी,पलानिया,दसेरन,कोटली और कुनिहार के प्रधानों उपप्रधानों ने भी अपने विचार सांझा किए।
पुलिस थाना दाड़लाघाट में धोखे से चैक के माध्यम से तीन लाख रुपए निकालने का मामला सामने आया है। जानकारी के अनुसार चंडी बैंक में एक व्यक्ति के द्वारा चेक पर जाली हस्ताक्षर कर तीन लाख हड़प करने की शिकायत अर्की न्यायालय में दी गई है। अब उक्त शिकायत की जांच का जिम्मा पुलिस को सौंपा गया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। इसमें शिकायतकर्ता संतोष ने बताया कि उसका चंडी बैंक से तीन लाख रुपये का लोन स्वीकृत हुआ था। इसमें उक्त राशि को बैंक से जाली हस्ताक्षर कर निकाल लिया गया है। जानकारी के अनुसार संतोष कुमार पुत्र गोविंद राम निवासी गांव बंबीरा डॉ मांगू तहसील अर्की जिला सोलन का शिकायत पत्र धारा 156 (3) दंड प्रक्रिया संहिता न्यायालय अर्की से थाना में प्राप्त हुआ। इसमें शिकायत कर्ता ने प्रतिवादी पक्ष को आरोपित किया है कि आरोपी कुछ साल पूर्व जोगिंद्रा बैंक चंडी में बतौर प्रबंधक कार्य कर रहा था। पीड़ित ने उपरोक्त बैंक से तीन लाख का लोन स्वीकृत करने के लिए अपने दस्तावेज दिए थे। पीड़ित के कुछ खाली चेकों पर हस्ताक्षर करवाए थे।इसमें कहा था कि इसको लोन किश्तों पर जारी होगी। पीड़ित अपने लोन के बारे में पूछता रहा लेकिन आरोपी उसको झूठे प्रलोभन देता रहा। जब पीड़ित ने बैंक जाकर पता किया तो दिनांक 24 फरवरी 2019 को इसके नाम से तीन लाख रुपये चेक संख्या 0897500 से चंडी बैंक से निकाले गए हैं। जिन दस्तावेजों के आधार पर यह राशि निकाली गई हैं,वे सभी गलत और उनमें किए हस्ताक्षर उसके नहीं है। बहरहाल पुलिस अब मामले की जांच कर रही है। मामले की पुष्टि डीएसपी दाड़लाघाट पूर्ण चंद ठुकराल ने की है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने मामला दर्ज करके छानबीन शुरू कर दी है।
पाइनग्रोव स्कूल सुबाथू में अन्तर सदनीय हिंदी वाद विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसमें चिनार, देवदार, ओक और टीक सदनों के प्रतिभागियों ने भाग लिया। कनिष्ठ वर्ग के छात्रों के लिए 'जीवन में हास्य के मायने बदल रहे हैं' विषय रखा गया। छात्रों ने विषय पर पक्ष और विपक्ष पर अपने विचार रखे। वहीँ वरिष्ठ वर्ग में 'हमारे समाज में आरक्षण न्याय का दोह है' विषय निर्धारित किया गया। छात्रों ने इस विषय के पक्ष और विपक्ष में अपने तर्क दिए। कनिष्ठ वर्ग में टीक सदन की कृतिका प्रथम व ओक सदन की तान्या दूसरे स्थान पर रही। जबकि वरिष्ठ वर्ग में चिनार सदन की निशिता कुमार पहले और देवदार सदन के सूरज दूसरे स्थान पर रहे। प्रतियोगिता का ओवरआल खिताब टीक सदन के नाम रहा। जबकि ओक सदन दूसरे व देवदार सदन तीसरे स्थान पर रहे।कार्यक्रम के अंत में हेड टीचर देवेंद्र कुमार वर्मा ने सभी प्रतिभागियों की सराहना की और विजयी छात्रों को पुरुस्कृत किया। उन्होंने जानकारी दी कि स्कूल में नियमित तौर पर इस तरह के आयोजन होते रहते हैं।
विद्युत उपमंडल दाड़लाघाट के अंतर्गत कंधर,बागा,हवानी कोल,पडियार, बैरल,स्कोर व कंधर अनुभाग तक के क्षेत्रों मे 19 जुलाई व 20 जुलाई को विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी।यह जानकारी देते हुए सहायक अभियंता दाड़लाघाट ओमप्रकाश शर्मा ने बताया कि अनुभाग कंधर में एचटी लाइन के आवश्यक रख रखाव व मुरम्मत हेतु प्रात 9:00 बजे से सांय 5:00 बजे तक विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी।उन्होंने सभी संबंधित लोगों से असुविधा हेतु सहयोग की अपील की है।
सूचना का अधिकार अधिनियम-2005 के सम्बन्ध में आम लोगों को जागरूक करने के लिए सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के सौजन्य से सोलन जिला के नालागढ़ विकास खंड की ग्राम मानपुरा तथा रडियाली में नुक्कड़ नाटक, गीत संगीत तथा लोग नृत्य के माध्यम से लोगों को जागरूक किया गया। इस अवसर पर सांस्कृतिक दल के कलाकार हेमंत, दिग्विजय, गगन, राजेंद्र, चतर, गोपाल, शीला कलसी, नीवा देवी, रोशनी ने देखो आया सूचना का अधिकार, मिटाने भ्रष्टाचार समूहगान के माध्यम से आरटीआई अधिनियम की जानकारी प्रदान की। कलाकारों ने नुक्कड़ नाटक ‘टिपरू राम’ के माध्यम से बताया कि सूचना का अधिकारी क्या है व इसके माध्यम से किसी भी विभाग की कार्यप्रणाली पर संदेह होने पर सूचना का अधिकार अधिनियम के तहत सूचना प्राप्त की जा सकती है। हिम सांस्कृतिक दल ममलीग के प्रभारी हेमंत ने लोगों को सूचना का अधिकार अधिनियम की जानकारी इस दौरान विस्तारपूर्वक दी। उन्होंने जनता को कार्यक्रम के माध्यम से बताया कि प्रत्येक कार्यालय में सूचना के अधिकार के विषय में सूचना पटट पर धारा-4 की जानकारी दर्शाना जरूरी होगा। ताकि इच्छुक लोगों को स्वतः ही इसके संबंध में जानकारी हासिल कर सकें। सरकारी कार्यालय के सूचना पटट पर जन सूचना अधिकारी का नाम, पदनाम, दूरभाष नम्बर भी अकिंत होगा। सूचना की जानकारी वांछित व्यक्ति को 30 दिनों के भीतर देनी होगी। इसके लिए यह जरूरी है कि सूचना को जनता के समक्ष रखने एवं जनता को प्राप्त करने का अधिकार प्रदान किया जाए, जो एक कानून द्वारा ही सम्भव है। कलाकारों ने गीत संगीत के माध्यम से सूचना का अधिकार अधिनियम के विभिन्न पहलुओं की भी विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने लोगों को बताया कि सूचना का अधिकार अधिनियम लागू होने से जहां सरकारी कार्यों में पारदर्शिता आई है, वहीं भ्रष्टाचार पर भी विराम लगा है। इस अवसर पर ग्राम पंचायत रडयाली की प्रधान इंदु ठाकुर वैद्य, बीडीसी सदस्य कमलेश चैधरी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता साधना, पंचायत सचिव नीरज भंडारी, ग्राम पंचायत मानपुरा के प्रधान कुलदीप कौर, उपप्रधान रघुवीर सिंह, पंचायत सचिव मीना कुमारी उपस्थित थे।
सोलन जिला में कनिष्ठ बुनियादी अध्यापक (जेबीटी) के भूतपूर्व सैनिकों के आश्रित उम्मीदवारों के लिए बैचवाईज तथा टैट मेरिट के आधार 25 पद भरे जाने हैं। यह जानकारी उपपिदेशक प्रारंभिक शिक्षा श्रवण कुमार ने दी। उन्होंने बताया कि उक्त पदों के लिए सोलन जिला के विभिन्न रोजगार कार्यालयों से 22 उम्मीदवारों के नाम प्राप्त हुए हैं। इन उम्मीदवारों की काउसिलिंग 24 जुलाई, 2019 को जिला शिक्षा प्रशिक्षण संस्थान सोलन में की जाएगी। उन्होंने बताया कि प्राप्त हुए नामों की सूची कार्यालय की वैबसाईट www.ddeesolan.तक पर उपलब्ध है। उम्मीदवारों को अलग से काउसिलिंग पत्र नहीं भेजे जाएंगे। काउसिलिंग के दौरान अभ्यर्थी द्वारा भरा जाने वाला बायोडाटा फार्म भी वैबइसाईट पर उपलब्ध है। उपनिदेशक प्रारंभिक शिक्षा ने बताया कि जो अभ्यर्थी निर्धारित तिथि व समय पर उपस्थित नहीं होंगे उनकी उम्मीदवारी भविष्य के लिए मान्य नहीं होगी तथा इस संबंध में कोई भी प्रतिवेदन या दावेदारी स्वीकृत नहीं होगी। यदि किसी पात्र उम्मीदवार का नाम रोजगार कार्यालय से छूट गया हो तो उम्मीदवार निर्धारित तिथि पर उपस्थिति दर्ज करवा सकता है। उम्मीदवार को अपने साथ 10वीं, जमा दो, जेबीटी प्रमाण पत्र, टैट प्रमाण पत्र, अनुसूचित जाति/जनजाति व अन्य पिछड़ा वर्ग प्रमाण पत्र, हिमाचली प्रमाण पत्र, नवीनतम पासपोर्ट आकार फोटो, रोजगार कार्यालय में पंजीकरण का पत्र, सैनिकों के आश्रित का प्रमाण पत्र, चरित्र प्रमाण पत्र जो किसी सक्षम अधिकारी से जारी किया गया हो, साथ लाना होगा। उन्होंने बताया कि अधिक जानकारी के लिए कार्यालय के दूरभाष नंबर 01792-230440 पर संपर्क किया जा सकता है।
पूजा- पाठ के बहाने तांत्रिक गुरु-चेले द्वारा एक महिला के साथ बलात्कार का मामला सामने आया है। जानकारी के अनुसार बेटे की बीमारी से परेशान महिला तांत्रिक के पास पहुंची थी। तांत्रिक ने महिला से रविवार को श्मशान घाट में पूजा करवाने को कहा,उसके लिए पीड़िता को वहीं रुकने के लिए कहा गया। शाम के वक्त पूजा के बहाने महिला को गाड़ी में बिठा कर एक कमरे में ले गए। यहां कमरे में महिला से दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ शिव कुमार ने कहा कि आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि महिला को नरक में ले जाकर दुष्कर्म किया गया गौरतलब है कि गिरफ्तार तांत्रिकों में से एक साथी के खिलाफ पहले भी दुष्कर्म का मामला दर्ज हुआ था। आरोपियों की पहचान तांत्रिक ज्ञान प्रकाश व चेले ज्ञानचंद के रूप में हुई है। इस घटना के बाद पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि लोग तांत्रिक के झांसे में न आए।
भारत सरकार के उपक्रम एलआईसी द्वारा गृहणियों,पूर्व सैनिकों व सेवानिवृत कर्मचारियों व बेरोजगार युवाओं के लिए 23 जुलाई 2019,को स्वरोजगार में स्थापित करने के लिए एक विशेष बैच शुरू करने का निर्णय लिया है। इसके लिए वितीय वर्ष 2019-20 में 23 जुलाई 2019 को एलआईसी कार्यालय अर्की में 11 बजे से 1 बजे तक रोजगार मेले का आयोजन किया जा रहा है। एलआईसी के विकास अधिकारी विनोद शर्मा ने बताया कि रोजगार मेले में विशेष बैच के लिए पात्र व्यक्तियों का चयन किया जाएगा। रोजगार मेले में 18 से 70 वर्ष तक के व्यक्ति भाग ले सकते है। इच्छुक अभ्यर्थियों को अपने साथ दसवीं तथा उच्चतम योग्यता प्रमाण पत्रों की दो-दो फोटोस्टेट कॉपियां,2 पासपोर्ट साईज फोटोग्राफस,रू. 1050/-नगद (पंजीकरण फीस) तथा आधार कार्ड व पेन कार्ड की दो-दो फोटो प्रतियां साथ लानी होगी। एल.आई.सी. अभिकर्ता (एजेंट) एक बहुत ही उज्जवल कैरियर है।अभिकर्ता का मुख्य कार्य सभी योग्य व्यक्तियों को बीमा पेंशन एवं वित्तीय सुरक्षा उपलब्ध करवाना है।इस संबध में अधिक जानकारी के लिए 9805641047 मोबाइल नो. पर विकास अधिकारी विनोद शर्मा से सम्पर्क कर सकते है।
महज 12 वर्ष की उम्र में ब्रह्मांड के रहस्यों पर किताब लिख सबको अचंभित करने वाले ओजस की किताब 'क्लीयरिंग दी कौस्मिक मैसेज' का विमोचन हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने किया हैं। जो जानकारियां इंटरनेट पर भी आसानी से उपलब्ध नहीं हैं, उन्हें ओजस ने इस किताब में शामिल किया है।10 हजार शब्दों और 19 चैप्टर वाली क्लीयरिंग दी कौस्मिक मैसेज किताब को ओजस ने कंप्यूटर पर टाइप किया हैं, जिसे व्हाइट फॉल्कन पब्लिशर्स ने प्रकाशित किया है। इस किताब के लिए देश-विदेश से ऑनलाइन ऑर्डर भी आ रहे हैं। ओजस ने बताया कि उसने पहले थियोरी लिखने का सोचा। इसके लिए उसने खगोल शास्त्र से जुड़े रहस्यों को इकट्ठा करना शुरू कर दिया, जिसे बाद में किताब का रूप दे दिया। ओजस ने बताया कि इस किताब में बच्चों को खगोल से संबंधित लॉजिक मिलेंगे। ओजस के अनुसार उसकी किताब को सोलन ही नहीं बल्कि पंजाब, आयरलैंड व अन्य राज्यों से भी ऑर्डर आए हैं। ओजस अपनी थियोरी और स्मार्ट फोन के डिजाइन को पैटेंट करवाना चाहता है, जिसके लिए वह विवो कंपनी से संपर्क में हैं। ओजस फिलहाल सैनिक स्कूल सुजानपुर में शिक्षा ले रहा है। माता-पिता को हैं गर्व ओजस की माता सरिता शर्मा और पिता रामानंद शर्मा ने कहा कि उन्हें अपने बेटे पर गर्व हैं। आज जब ज्यादातर छात्र मोबाइल से घिरे रहते हैं, ऐसे दौर में उनके बेटे ने ऐसे विषय पर किताब लिखी है, जो काफी मुश्किल है। उन्होंने कहा कि वह पहले तो अपने बेटे के इस हुनर पर विश्वास नहीं हुआ, लेकिन जब बेटे के जोर देने पर वह पब्लिशर के पास गए, तब उन्हें विश्वास हुआ।
दाड़लाघाट पंचायत के अंतर्गत भारतीय जनता पार्टी का सदस्यता अभियान जोरों पर है।बूथ नंबर 28,29,30,31 व 32 में 375 नए रिकार्ड सदस्य बनाए गए। यह जानकारी 31/50 के प्रभारी जगदीश शुक्ला ने देते हुए बताया कि यह सदस्यता अभियान 10 अगस्त 2019 तक चलेगा।बूथ नंबर 29/50 बूथ पालक बंटु शुक्ला,वसंत सिंह ठाकुर ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी की योजनाओं से प्रभावित होकर भारी संख्या में लोग इस अभियान में शामिल हो रहे हैं। उन्होंने अपने बूथ पर घर - घर जाकर नए सदस्यों को भारतीय जनता पार्टी के सदस्यता अभियान से जोड़ा। जिला अन्य पिछड़ा वर्ग के अध्यक्ष नरेंद्र चौधरी व भाजयुमो के प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य राकेश गौतम ने इन बूथों पर सक्रिय रूप से सदस्यता अभियान चलाने वाले प्रभारियों को गांव - गांव जाकर अधिक से अधिक लोगों को इस अभियान में जोड़ने का आह्वान किया।बालकराम शर्मा,नरेश गौतम,पवन गौतम,जगदीश शर्मा, ओम प्रकाश शर्मा,मुनीष शुक्ला,श्याम चौधरी इत्यादि इस अभियान में शामिल रहे।
बाल विकास परियोजना सोलन में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता तथा सहायिका के रिक्त पद को भरने के लिए साक्षात्कार 20 अगस्त, 2019 को प्रातः 11 बजे बाल विकास परियोजना अधिकारी कार्यालय के सभागार में आयोजित किए जाएंगे। यह जानकारी एक विभागीय प्रवक्ता ने दी। उन्होंने कहा कि इन पदों पर सरकार द्वारा समय-समय पर निर्धारित मानदेय देय होगा। इच्छुक अभ्यर्थी 19 अगस्त 2019 को सांय 5 बजे तक बाल विकास परियोजना अधिकारी कार्यालय सोलन के कार्यालय में आवेदन कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि इन पदों के लिए वही महिला उम्मीदवार पात्र हैं जो सम्बन्धित आंगनवाड़ी केन्द्र के लाभान्वित क्षेत्र में प्रथम जनवरी 2019 को सामान्य रूप से रह रहे परिवार से सम्बन्ध रखती हो। उम्मीदवार की आयु 21 से 45 वर्ष के मध्य होनी चाहिए। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के लिए उम्मीदवार की न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता दस जमा दो, मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के लिए दसवीं तथा आंगनवाड़ी सहायिका के लिए आठवीं पास होनी चाहिए। सहायिका पद के लिए आठवीं पास शैक्षणिक योग्यता के उम्मीदवार उपलब्ध न होने की स्थिति में न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता पांचवी पास मान्य होगी। उन्होंने कहा कि इन पदों के लिए उम्मीदवार के परिवार की वार्षिक आय 35 हजार रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए। इस संबंध में उम्मीदवार को तहसीलदार अथवा नायब तहसीलदार द्वारा जारी तथा प्रतिहस्ताक्षरित प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना होगा। उन्होंने कहा कि आवेदक को आवेदन पत्र के साथ आयु, शैक्षणिक योग्यता, जाति, अपंगता, अनुभव, हिमाचली, परिवार रजिस्टर की नकल व अन्य योग्यता प्रमाणपत्रों की प्रमाणित प्रतियां साक्षात्कार के समय या इससे पूर्व जमा करवाने होंगे। उम्मीदवारों को पंचायत सचिव अथवा तहसीलदार से प्रतिहस्ताक्षरित स्थाई निवासी का प्रमाण पत्र लाना भी अनिवार्य है। आय प्रमाण पत्र तहसीलदार अथवा नायब तहसीलदार या इनसे अधिकर स्तर के अधिकारी प्रतिहस्ताक्षरित होना चाहिए। उम्मीदवारों को साक्षात्कार के दिन इन सभी प्रमाणपत्रों की मूल प्रतियां अपने साथ लाना अनिवार्य है। इच्छुक पात्र महिला उम्मीदवार इन पदों के लिए समस्त प्रमाण पत्रों की सत्यापित छाया प्रतियों सहित बाल विकास परियोजना अधिकारी सोलन के कार्यालय में आवेदन कर सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए इच्छुक उम्मीदवार नजदीक के आंगनवाड़ी केन्द्र अथवा बाल विकास परियोजना अधिकारी धर्मपुर के कार्यालय दूरभाष नम्बर 01792-221640 पर सम्पर्क कर सकते हैं।
हिमाचल प्रदेश विद्युत बोर्ड सोलन से प्राप्त जानकारी के अनुसार 19 जुलाई को कोठों स्थित 11 केवी जटोली फीडर का आवश्यक मुरम्मत व रखरखाव कार्य किया जाना है।यह जानकारी विद्युत बोर्ड के एक प्रवक्ता ने दी। उन्होंने बताया कि इसके दृष्टिगत इसके अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों जटोली, कोठों, मझगांव, कुंडला तथा इसके आसपस के क्षेत्रों की विद्युत आपूर्ति दोपहर 12 बजे से 2 बजे तक बाधित की जाएगी। उन्होंने इस दौरान लोगों से सहयोग की अपील की है।
कुमारहट्टी नाहन मार्ग पर भवन गिरने से हादसे में मृतक सूबेदार राजेन बहादुर का धर्मपुर में पूरे सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। अंतिम संस्कार के मौके पर उनके पार्थिव शरीर पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की ओर से सहायक आयुक्त उपायुक्त भानु गुप्ता ने पुष्प चक्र अर्पित करके श्रद्धांजलि दी। इसी दौरान सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ राजीव सैजल भी मौजूद रहे और उन्होंने भी श्रद्धा सुमन अर्पित किए। स्वर्गीय सूबेदार राजेन बहादुर मूल रूप से नेपाल के रहने वाले थे। अंतिम संस्कार में सेना के अलावा स्थानीय लोग और प्रशासन के लोग भी शामिल रहे।
उपमंडल मुख्यालय के उपमंडल अधिकारी कार्यालय के सभागार में एक बैठक का आयोजन किया गया । जिसकी अध्यक्षता उपमंडल अधिकारी नागरिक विकास शुक्ला ने की । बैठक में करीब 30 पंचायतों के प्रधान मौजूद रहे तथा मौजूद सभी प्रधानों से न्याय पंचायत का गठन करने के बारे में चर्चा की गई । शुक्ला ने कहा कि लोगों में आपसी झगड़ा, घरेलू हिंसा तथा अन्य बातों को लेकर अक्सर झगड़ा होता रहता है । इसके न्याय के लिए वह उपमंडल अधिकारी कार्यालय पहुंचते हैं तथा इसमें लोगों का काफी समय बर्बाद होता है । यदि पंचायत स्तर पर ही इनका निपटारा किया जाए तो लोगों के लिए काफी राहत मिलेगी । उन्होंने कहा कि 1952 1968 तथा 1994 पंचायती राज एक्ट के अनुसार पंचायतों को कई मामले निपटाने का प्रावधान है। उन्होंने बताया कि पंचायत में तीन व्यक्तियों (पंचायत प्रधान उपप्रधान तथा वार्ड सदस्य) का एक बेंच होगा जोकि किसी मामले को लेकर निर्णय करेगा । इसके पश्चात यदि प्रार्थी को निर्णय से संतुष्टि न हो तो वह उपमंडल अधिकारी कार्यालय जा सकता है, परंतु उससे पहले पंचायत के निर्णायक मंडल द्वारा दिए गए निर्णय को भी देखा जाएगा । उन्होंने कहा कि शिकायतकर्ता की शिकायत का निवारण करने में संबंधित वार्ड सदस्य शामिल नहीं होगा । पंचायत निर्णायक मंडल में अन्य अर्थात पंचायत के लोगों को भी शामिल कर सकता है इसमें पंचायत प्रधान उपप्रधान तथा वार्ड सदस्य का होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि यदि पंचायत द्वारा समन जारी करने के बाद व्यक्ति नहीं पहुंचता है तो तीन शमनों के बाद निर्णायक मंडल का निर्णय माननीय होगा । उन्होंने यह भी कहा कि समन की फीस जुर्माने के तौर पर ₹100 तक वसूली जा सकती है ।उन्होंने बताया कि यदि प्रार्थी चाहे तो वह अपना पक्ष रखने के लिए अधिवक्ता को भी ले जा सकता है । उन्होंने बताया कि जल्द ही न्याय व्यवस्था को चलाने के लिए एक प्रशिक्षण शिविर लगाया जाएगा जिसमें सभी पंचायत प्रतिनिधियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा । इस अवसर पर तहसीलदार संतराम शर्मा, नायब तहसीलदार मोहन लाल शर्मा, सीडीपीओ विनोद गौतम, खंड विकास अधिकारी कार्यालय की ओर से अरविंद कुमार, परमिंदर ठाकुर सहित अन्य मौजूद रहे ।
चिन्मय विद्यालय नौणी में विद्यार्थी परिषद का गठन किया गया। कार्यक्रम में विद्यालय के प्रधानाचार्य शुभोजीत घोष ने बतौर मुख्यातिथि शिरकतर की। कार्यक्रम के शुरुआत में विद्यालय के बच्चों ने सुरीले गीतों की प्रस्तुति दे कर माहौल को सुरमयी बना दिया । इसके बाद विद्यालय के चारों सदनों की टुकड़ियों ने मार्च पास्ट किया। उसके बाद परिषद के सदस्यों को चुनकर उन्हें बैच दिए गए व शपथ दिलाई गई। इस परिषद में हैड ब्वॉय आर्यन चौहान ,वाईस हेड ब्वाय ललित शाक्य,हेड गर्ल अर्चना नेगी, वाईस हेड गर्ल तमन्ना ठाकुर, हॉस्टल हेड ब्वाय उमेश खन्ना, वाईस हॉस्टल हैड बॉय नमन, हॉस्टल हेड गर्ल चांदनी, वाईस हेड गर्ल श्रेया, सांस्कृतिक सचिव समीर व मनीषा मेहता, खेल सचिव आयुष कँवर, विदयालय अनुशासन प्रभारी आर्यन प्रसाद व मेदिनी तथा वाईस अनुशासन प्रभारी ह्रदय तथा मेस प्रभारी के रूप में आशीष सीरू व नंदिता को चुना गया। इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानचार्य शुभोजीत घोष ने चयनित विद्यार्थी परिषद के सभी छात्रों को बधाई दी और कहा कि ऐसे कार्य से बच्चे के कार्य करने की क्षमता का पता चलता है व उनके लिए विकास का नया मार्ग भी खुलता है। इस अवसर पर विद्यालय के सभी बच्चे व अध्यापक भी मौजूद थे।
पर्यावरण उत्थान से टीबी अन्मूलन’ निक्षय पोषण योजना के अन्तर्गत राजकीय वरिष्ठ कन्या माध्यमिक पाठशाला सोलन में ‘टीबी अन्मूलन व पर्यावरण संरक्षण’ पर जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। स्कूल के प्रिंसिपल डॉ अनिता कौशल ने शिविर का शुभारम्भ करते हुए जिला टीबी केन्द्र अधिकारी डॉ अजय सिंह का परिचय स्कूल के इको क्लब,एन.सी.सी., एन.एस.एस. की छात्राओं से करवाया। इस शिविर में लगभग 200 विद्यार्थी प्रतिभागी रहे। इस अवसर पर डॉ अजय सिंह ने क्षय रोग (टीबी) के लक्षणों पर मंथन किया और विद्यार्थियों को अपने-अपने कार्यक्षेत्र में टीबी बीमारी की पहचान कैसे करें, व इसके इलाज के अनेकों पहलू क्या हैं पर क्रमबद्ध तरीके से सजग किया। अब आगामी समय में स्कूल में विभिन्न पंचायतों की छात्राएं अपने-अपने रिहायशी इलाके में, टीबी की रोकथाम के लिए प्रचार और प्रयास करेंगी। यह विद्यार्थी जो इको क्लब, एन.सी.सी व एन.एस.एस. के तहत अनेकों सामाजिक कार्य करते हैं, अब टीबी योद्धा के रुप में राज्य को वर्ष 2021 तक टीबी मुक्त बनाने में अपनी भूमिका निभाएंगें। डॉ सिंह ने बताया कि इसके तहत टीबी के मरीज को प्रतिमाह इलाज के लिए दौरान 500 रु. की धनराशि दी जाती है। डॉ सिंह, जो की एक पब्लिक हेल्थ स्पेशलिस्ट है ने बताया कि इस योजना का मूल आधार, टीबी के इलाज के दौरान, अच्छी खुराक का सेवन करने से है। डॉ सिंह ने बताया कि हर वर्ष हिमाचल प्रदेश में टीबी से कई लोगों की मृत्यु होती है और लगभग 550 बिगड़े हुई टीबी के मामले प्रदेश में मौजूद है। टीबी अन्मूलन में स्वच्छ पर्यावरण की अहम भूमिका होती है। टीबी के मरीज के घर व कार्यक्षेत्र में हमेशा स्वच्छ हवा के चलन का प्रावधान होना चाहिए और बड़े आकार के रोशनदान अनिवार्य हैं। आसपास कूड़ा नहीं जलाना चाहिए और घरों में खाना बनाने हेतु चुल्हे में लकड़ी के ईंधन का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। नौणी विवि के पर्यावरण विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ सतीष भारद्वाज ने अपने संदेश में स्कूल की छात्राओं व इको क्लब इन्चार्ज हिताषी शर्मा से अनुरोध किया कि विश्वविद्यालय की मदद से स्कूल व विभिन्न पंचायतों में ऐसे पौधे लगवाएं जो हवा को शुद्ध बनाते हैं। विभाग ने गत एक वर्ष से कुछ ऐसे पौधों की पहचान कर जिला के कुछ क्षेत्रों व टीबी मरीजों के घरों में भी लगवाएं हैं
-Late DC Mehta was a farmer with Midas Touch -First Tomato Harvesting to The City of Red Gold He was a farmer with Midas touch. He was a visionary and due to his dedication & struggle , today Solan is known as the City of Red Gold. We are talking about late Devi Chand Mehta, the man who first started harvesting tomato in Solan. (the man who introduced commercial production of tomato to Solan.) It was the year 1942 when Saproon valley of Solan witnessed first harvesting of tomato by Late D.C. Mehta. According to the information available, Mehta had sown the Kolkatta based Stuns and Sons Company seeds in his fields. The packets of tomato seed are still lying safe in his home. Influenced by DC Mehta, in the year 1943-44, the other farmers of the valley also started planting and harvesting tomato. However, at that time it was not at all easy for them to carry the crop to the market. During that time the farmers used to transport the tomato crop to Delhi in locked tins via train. Interesting thing is that the tin had two keys the one of which was with the farmer and another with the aadti (reseller). In 1945 the farmers started to dispatch their produce packaged in Sunlight soap cartons and boxes used to pack oranges. This mechanism of tomato trading continued for around one decade. DC Mehta was well aware of marketing and distribution as well. He established tomato collection centres in Saproon, Kandaghat, Occhghat, Kaalaghat and Naarag. He used to collect tomatoes from these centres in his Willys Jeep to be further transported to Calcutta (now Kolkatta), Bombay (now Mumbai ) and Delhi agriculture markets. In 1956, DC Mehta took another initiative and established a manufacturing unit of pine boxes. After this farmers started using pine boxes to supply the huge quantity of produce. Gradually the tomato production in Solan is raising the par with every passing year. Tomato has undoubtedly electrified the economy of Solan. According to the information, in 1992-93, the tomato was grown on only 1200-hectare area in Solan. In 2004, farmers produced 92,220 MT of tomato on 2,500 hectares of land in Solan. However, in 2018, they produced 1,25,400 MT on 4,200 hectares. It is disappointing that the government has failed to set up a cold storage and food processing unit for tomato farmers in Solan. Sometimes due to over production or low demand, the prices of table tomato fell as low as Rs 5 per kg . At such times the farmers are forced to destroy tomato on roadsides or fields during the peak season, as they don’t have any other option.
उसकी हर अदा, हर डायलॉग पर लड़कियों की धड़कने तेज हो जाती थी। दीवानगी का आलम ये था कि लड़कियां उन्हें अपने खून से लिखकर खत भेजा करती थी।लुभावनी मुस्कान, चंचल शरारतें और चमकदार चेहरे वाले राजेश खन्ना की बात ही कुछ ओर थीं। ऐसी दीवानगी न कभी किसी के लिए थी और न शायद कभी हो। एक के बाद एक 15 सुपरहिट फ़िल्में देकर राजेश खन्ना फर्श से अर्श पर पहुंचे। स्टारडम ऐसा था कि उनके फैन कई घंटो तक उनकी एक झलक के लिए खड़े रहते थे। कहते हैं जब राजेश खन्ना ने शादी की तो उनकी कई फैंस ने खुदखुशी तक करने का प्रयास किया।हालांकि शौहरत के नशे में राजेश खन्ना के कदम लड़खड़ायें भी और जिस तेजी से राजेश खन्ना अर्श पर पहुंचे थे, उसी रफ़्तार से वापस फर्श पर भी आ गए। पर आज भी राजेश खन्ना लाखों-करोड़ों लोगों के दिलों पर राज करते हैं ।18 जुलाई को राजेश खन्ना की सातवीं पुण्यतथी हैं। पेश हैं उनके जीवन से जुड़े कुछ रोचक पहलु:- दो साल में 15 सुपरहिट और बन गए बॉलीवुड के पहले सुपरस्टार राजेश खन्ना का जन्म 29 दिसंबर 1942 को पंजाब के अमृतसर में हुआ था। उनका असली नाम जतिन खन्ना था।राजेश खन्ना ने कुल 180 फिल्मों में काम किया, जिसमें 163 फीचर फिल्में थीं। उन्होंने 22 फिल्मों में दोहरी भूमिका निभाई। साल 1969-71 के अंदर उन्होंने 15 सोलो हिट फिल्में दीं, जो आज भी रिकॉर्ड है। अमिताभ की उड़ाई थी खिल्ली राजेश खन्ना फिल्म सेट पर लेट पहुंचे के लिए भी जाने जाते हैं। जबकि अभिताभ सेट पर समय से पहुंचने के लिए जाने जाते थे। एक इंटरव्यू में उन्होंने ये कहकर अमिताभ की खिल्ली उड़ाई थी कि वह मानते हैं कि क्लर्क समयनिष्ठ होते हैं और वह कोई क्लर्क नहीं बल्कि कलाकार हैं। बाद में वही अमिताभ बॉलीवुड के अगले सुपरस्टार बने।हालांकि फिल्म ‘आनंद' के सेट पर लेट पहुँचने के कारण उन्हें फिल्म के डायरेक्टर से माफी भी मांगनी पड़ी थी। जब राजेश खन्ना को लगा वे भगवान के बगल में बैठे हैं 'आनंद' की सफलता के बाद राकेश खन्ना ने एक इंटरव्यू में कहा था कि सफलता के बाद उन्हें ऐसा लगा जैसे वे भगवान के बगल में हैं। बंगलुरु में फिल्म का प्रीमियर था और करीब दस मील तक सड़क पर लोगों के सिर के सिवा और कुछ दिखाई नहीं दे रहा था। पूर्व प्रेमिका के घर के नीचे से निकली राजेश खन्ना की बारात राजेश खन्ना और अंजू महेंदू्र के प्रेम के किस्से बॉलीवुड की गलियों में अक्सर चर्चाओं का विषय रहे हैं। अंजू और राजेश बचपन के साथी थे, एक साथ पढ़े और दोनों की दोस्ती प्यार में तब्दील हो गई और दोनों ने लिव इन में रहना शुरू कर दिया। रिलेशनशिप के शुरुआती दौर में राजेश अंजू का खूब ख्याल रखते थे। राजेश के करियर के लिए अंजू ने अपने सपनों को भी दरकिनार कर दिया था। धीरे-धीरे राजेश को सफलता मिलनी शुरू हुई तो उन्होंने अंजू से उनका करियर छोड़ देने के लिए कहा। अंजू ने राजेश के एक कहने पर अपना करियर छोड़ दिया, लेकिन कुछ समय बाद दोनों के रिश्ते में दारार आने लगी। अक्सर दोनों के बीच विचारों में मतभेद के चलते लड़ाई हो जाती थी।आखिरकार अंजू, राजेश को छोड़कर चली गई। कहा ये भी जाता हैं कि अंजू को सबक सिखाने के लिए ही राजेश ने डिंपल कपाडि़या से शादी करने का फैसला किया। राजेश खन्ना ने अपनी बारात को अंजू के घर के नीचे से निकलवाया था। आत्महत्या के बारे में सोचने लगे थे राजेश खन्ना पत्रकार यासिर उस्मान ने एक किताब लिखी है- 'राजेश खन्ना: द अनटोल्ड स्टोरी ऑफ इंडियाज फर्स्ट सुपरस्टार।' इस किताब में यासिर ने लिखा हैं कि असफलता का असर राजेश खन्ना और डिंपल के रिश्तों पर भी पड़ने लगा था।यासिर के अनुसार राजेश खन्ना ने खुद माना था कि वे उन दिनों आत्महत्या के बारे में सोचते रहते थे। रास नहीं आई राजनीति राजेश खन्ना ने राजनीती में भी भाग्य आजमाया। राजेश खन्ना दिल्ली लोकसभा सीट से पांच वर्ष 1991-96 तक कांग्रेस पार्टी के सांसद रहे।पर राजनीति उन्हें रास नहीं आई, बाद में उन्होंने राजनीति से संन्यास ले लिया था।
Aims to create self- employment in Fruit, Vegetables, Mushroom or beekeeping The Dr YS Parmar University of Horticulture and Forestry (UHF), Nauni has invited applications for its one-year Vocational Training Course on Horticulture Management (Self-Employment) for the session 2019-20. The objective of the training programme is to train the youth from agriculture background to become self-employed in the production of fruits, vegetables, mushroom and beekeeping. The training course will be run at the university’s Regional Horticulture Research and Training Stations and the Krishi Vigyan Kendras of the University from September 11. The total seats in the programme are 130, which will offered at seven stations of the university. The Regional Horticulture Research and Training Stations at Jachh in Kangra, Bajaura in Kullu, Sharbo in Kinnaur, Mashobra in Shimla and College of Horticulture and Forestry, Neri in Hamirpur will offer 20 seats each. The Regional Horticulture Research and Training Station at Dhaulakuan in Sirmaur and Krishi Vigyan Kendra in Chamba will be offering 15 seats each in this programme. Candidates between the age of 17 to 30 years belonging to agriculture background and possessing minimum qualification of Class 10 are eligible to apply for this programme. Interested candidates can submit their application on a simple paper to the respective Associate Directors/ Coordinators on or before August 8. The interviews will be conducted on August 19 at the office of the Associate Directors or Coordinator. The candidates will have to submit an affidavit saying that they will be taking up this as a vocation. Candidates will have to bring all the essential certificates along with photocopies including any category certificates (if applicable) at the time of the interview. No stipend will be paid during the course.
संस्कृत महाविद्यालय के सभागार में गुरु पूर्णिमा के अवसर पर हिमाचल कला संस्कृति भाषा अकादमी के सौजन्य से साहित्य संगीत संगम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर अकादमी तथा ज़िला की अन्य संस्थाओं द्वारा प्रख्यात संस्कृतज्ञ केशव शर्मा तथा प्रख्यात संगीतज्ञ लोक गायक डॉक्टर किशन लाल सैगल को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर आचार्य केशव शर्मा ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि गुरु पूर्णिमा का पर्व हिंदू धर्म के लिए विशेष महत्व रखता है। गुरु के बिना ज्ञान संभव नहीं है। डॉक्टर सैगल ने अपने संबोधन में कहा कि कोई कितने भी ग्रंथ पढ़ ले, उसे तब तक सच्चा ज्ञान नहीं मिलता जब तक उसे सच्चे गुरु का सानिध्य न मिले । कार्यक्रम के दौरान डॉ कृष्ण लाल सैगल ने जहां खूबसूरत सिरमौरी नाटियां प्रस्तुत की वहीं उनके शिष्यों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया गया। इस मौके पर प्रधान आचार्य संस्कृत महाविद्यालय उत्तम चौहान,जिला भाषा अधिकारी कुसुम संघाईक, अनुसंधान अधिकारी गिरिजा शर्मा, देवराज शर्मा, आचार्य प्रेम राज गौतम, कुमार सिंह सिसोदिया, मदन हिमाचली गणमान्य लोग उपस्थित रहे ।
राजनैतिक इच्छाशक्ति नगर निगम की राह में आती रही है आड़े सोलन के साथ अन्याय कर धर्मशाला को दिया गया नगर निगम का दर्जा आखिर सोलन को कब मिलेगा नगर निगम का दर्जा ! इसमें कोई संशय नहीं है कि सोलन प्रदेश के सबसे तेज विकसित हो रहे शहरों में शुमार है। शहर के विकास को नियोजित तरीके से रफ़्तार देने के लिए नगर परिषद् को नगर निगम में तब्दील किये जाना अत्यंत आवश्यक है। ये काम कई वर्ष पूर्व हो जाना चाहिए था लेकिन राजनैतिक इच्छाशक्ति नगर निगम की राह में आड़े आती रही है। वीरभद्र सरकार के कार्यकाल में सोलन के साथ अन्याय कर धर्मशाला को नगर निगम का दर्जा दे दिया गया। सोलन के तत्कालीन विधायक और मंत्री कर्नल धनीराम शांडिल शायद सोलन के हक़ की बात जोरशोर से नहीं रख सकें, जबकि धर्मशाला के लिए तब मंत्री रहे सुधीर शर्मा ने कोई कसर नहीं छोड़ी। भाजपा तो यही आरोप लगाती रही है। खेर इस बात को करीब चार वर्ष बीत चुके है और प्रदेश में भाजपा की सरकार बने भी डेढ़ वर्ष से अधिक का समय हो गया हैं, पर सोलन वासियों को अब तक नगर निगम नहीं मिला। नगर निगम सोलन का हक़ हैं, सोलन की जनता की इस सोच का हम सम्मान करते हैं और यही कारण हैं कि फर्स्ट वर्डिक्ट ने 'नगर निगम सोलन का हक़' नाम से ख़बरों की एक विशेष श्रंखला शुरू करने का निर्णय लिया हैं। मकसद हैं नगर निगम बनाने की दिशा में अब तक हुए कार्य से आपको अवगत करवाना और आपकी आवाज़ को हुकूमत तक पहुँचाना। जाने क्या हैं नगर निगम के मापदंड.... नगर निगम बनाने हेतु दो मुख्य मापदंड है। पहला स्थानीय निकाय की वार्षिक आय का दो करोड़ से अधिक होनी चाहिए, जो सोलन नगर परिषद् आसानी से पूरा करती है। नगर निगम बनाने के लिए शहर की आबादी 50 हज़ार होनी चाहिए। नियम के अनुसार इसके लिए सेंसेस के आंकड़े लिए जाते हैं। 2011 सेन्सस के अनुसार सोलन की आबादी ( शहरी परिसीमन ) 39256 है। आसपास की 12 पंचायतों का विलय करके 11208 की आबादी और जुटाई जा सकती है। इनमें कुछ पंचायतें पूर्ण रूप से शामिल की जानी है, जबकि कुछ का आंशिक विलय किया जाना है। यदि ऐसा किया जाए तो आबादी का मापदंड आसानी से पूरा होता हैं। यदि धर्मशाला की बात करें तो वहां की आबादी सिर्फ 22 हज़ार के करीब थी, किन्तु समीपवर्ती क्षेत्रों को शहरी परिसीमन में मिलाकर 50 हज़ार आबादी का मापदंड पूरा किया गया था। सोलन की राह धर्मशाला के मुकाबले काफी आसान हैं, कमी हैं तो सिर्फ राजनैतिक इच्छाशक्ति की। अब तक क्या हुआ :- जिन पंचायतों को शहर में मिलाया जाना हैं उन्हें कभी भी एक मंच पर लाकर चर्चा नहीं की गई। किसी भी पंचायत की ग्राम सभा में इस हेतु कभी कोई प्रस्ताव पारित नहीं हुआ। जानकारी के अनुसार 2018 में नगर परिषद् ने ऐसी 8 पंचायतों को नोटिस जारी किये थे, किन्तु कुछ नहीं हुआ। नगर परिषद् अध्यक्ष देवेंद्र ठाकुर ने जानकारी दी कि हालहीं में लोकसभा चुनाव की आचार सहिंता लगने से पूर्व कुछ पंचायतों को नोटिस ज़ारी किये गए हैं। उन्होंने बताया कि फिलहाल किसी पंचायत से कोई जवाब नहीं मिला हैं।
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय घनागुघाट में प्रधानाचार्य रूपराम शर्मा की अध्यक्षता में मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया।मॉक ड्रिल फायर विभाग अर्की की ओर से भूपेंद्र सिंह ठाकुर व उनकी पांच सदस्यीय टीम ने इमरजेंसी मेथड ऑफ रिसोर्स फायर फाइटिंग,क्लासिफिकेशन ऑफ फायर,फायर एक्सटिंगईशेर,एलपीजी सिलेंडर,रेस्क्यू फ्रॉम हाइट्स की पूरी जानकारी दी।इस अवसर पर विशेष अतिथि के रूप में पूर्व कमाडेंट ओर राष्ट्पति अवार्ड से सम्मानित मनोहर लाल शर्मा भी उपस्थित रहे।इस मॉक ड्रिल में विद्यालय के विद्यार्थियों ने भी भाग लिया व विद्यालय के समस्त अध्यापक भी उपस्थित रहे।
वर्ष 2003 में आज ही के दिन भारतीय हॉकी टीम सोलन में थी। दरअसल, भारतीय हॉकी टीम को विशेष ट्रेनिंग सेशन के लिए सोलन शहर के नजदीक स्थित बड़ोग में भेजा गया था। तब धनराज पिल्लै टीम के कप्तान थे और उस टीम में गगन अजित सिंह , जुगराज सिंह जैसे धुरंधर शामिल थे। टीम करीब एक सप्ताह प्रैक्टिस के लिए सोलन में रुकी थी। इसी दौरान 16 जुलाई का दिन आया। ये दिन टीम के लिए ख़ास था क्यों कि 16 जुलाई टीम के कप्तान धनराज का जन्मदिन था। दिनभर प्रैक्टिस में पसीना बहाने के बाद देर शाम शहर के नजदीक स्थित एक रिसोर्ट में धनराज के जन्मदिन का जश्न मनाया गया। उनके जन्मदिन के लिए विशेष तौर पर एक दस किलो का केक तैयार करवाया गया। इस केक का डिज़ाइन एक हॉकी मैदान का था जिसमें बकायदा गोल पोस्ट भी लगे थे और केक के एक कोन में बनाया गया था तिरंगा। वो धनराज का 35 वां जन्मदिन था, इसलिए केक को 35 गुलाबों से सजाया गया था। वो केक सोलन शहर के ही एक बेकर द्वारा तैयार किया गया था जिसे देख धनराज बेहद खुश हुए थे।
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता कलराज मिश्र को हिमाचल प्रदेश का गवर्नर नियुक्त किया है। 78 वर्षीय कलराज मिश्र बीजेपी के उन चंद नेताओं में शुमार हैं, जो जनसंघ के दौर से पार्टी की विचारधारा से जुड़े रहे है।आइये जानते है कलराज मिश्र के राजनैतिक सफर के बारे में :- मात्र 14 वर्ष की उम्र में कलराज मिश्र संघ के विचारों से प्रभावित होकर आरएसएस से जुड़ गए । मिश्र वर्ष 1963 में आरएसएस के पूर्णकालिक प्रचारक बने। वर्ष 1968 में वे जनसंघ में संगठन मंत्री नियुक्त हुए। मिश्र जेपी आंदेलन से जुड़े और आंदोलन के संयोजक भी रहे। आपातकाल में वे 19 माह जेल में रहे। वे उन कुछ चेहरों में शामिल थे जो सीधे तौर पर इंदिरा सरकार के निशाने पर थे। 1977 में मिश्र जनता पार्टी से जुड़े। वर्ष 1978 में पहली बार राज्यसभा सांसद बने। इसके बाद वर्ष 2001 में भी वे राज्यसभा सांसद बने। 1980 में वे भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नियुक्त हुए। 1980 में भाजपा के उत्तर प्रदेश महामंत्री व 1991 में उत्तर प्रदेश अध्यक्ष बने। कलराज मिश्र राम मंदिर आंदोलन से भी जुड़े रहे हैं। 1997 में वे उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री बने। 1999 में एक बार फिर उन्हें उत्तर प्रदेश का अध्यक्ष बनाया गया। एक वक्त ऐसा भी आया जब समर्थकों द्वारा उन्हें उत्तर प्रदेश में भाजपा के सीएम फेस के तौर पर देखा जाने लगा। 2010 में बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष घोषित किए गए। 2014 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने देवरिया से चुनाव लड़ा और जीतकर मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री बने। उन्हें सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्रालय का स्वतंत्र प्रभार सौंपा गया था। 2017 में 75 वर्ष की आयु पूरी होने पर कलराज मिश्र से मंत्री पद ले लिया गया था। 2019 का लोकसभा चुनाव उन्होंने नहीं लड़ा।
Highlights:- 42 people were trapped. 14 Killed in the incident including 13 Army Personnels. 28 rescued safe or injured. Chief Minister Jayram Thakur ordered enquiry. SDM, Solan to submit report in 15 days. NDRF, Army, Homeguards, Police and local organisations helped in rescue. 20 k Immediate relief to family of dead, 10 k to seriously injured and 5 k to other injured. 4 Lakh compensation to be provided to family of dead by state government.